शनिवार, 28 जुलाई 2012

बाड़मेर के युवक की गोली मारकर पली में हत्या

 
बाड़मेर के युवक की गोली मारकर पली में  हत्या 

बाड़मेर पाली शहर के पुनायता मार्ग स्थित चारभुजा नगर में गुरुवार रात करीब दो बजे जीप में सवार होकर आए तीन जनों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। गंभीर रूप से घायल युवक को उपचार के लिए जोधपुर ले जाया गया, जहां पर उसकी शुक्रवार शाम को मौत हो गई। इधर, फायर के धमाके से मोहल्लेवासियों में जाग हो गई। घटना के बाद फरार हुए आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस ने पाली समेत सिरोही, जालोर, बाड़मेर व जोधपुर जिले में नाकाबंदी कराई, मगर उनके बारे में सुराग नहीं मिल पाया है। 


आरोपी जैसलमेर जिले के रहने वाले है। उनको गिरफ्तार करने के लिए विशेष पुलिस दल बनाकर संभावित ठिकानों पर भेजे हैं।

पुलिस के अनुसार मूलत: शिव (बाड़मेर)के कोटडा  निवासी कानसिंह (25) पुत्र गोपालसिंह राजपूत यहां पर चारभुजा नगर में भवानीसिंह राजपुरोहित के मकान में किराएदार है। वह गुरुवार रात को अपने कमरे में सो रहा था। इस दौरान जीप में सवार तीन युवकों ने बंदूक से फायर कर उसके सीने में गोली मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया तथा मौके पर ही छटपटाने लगा। फायर के धमाके की आवाज सुनकर मोहल्लेवासियों में जाग हो गई। कानसिंह को तत्काल उपचार के लिए बांगड़ अस्पताल लाया गया। गोली लगने के बाद अत्यधिक खून बहने पर उसे चिंताजनक हालत में जोधपुर रेफर किया, जहां शुक्रवार शाम को उसकी मौत हो गई। कोतवाली प्रभारी भंवर रणधीरसिंह के अनुसार आरोपियों की पहचान दूदिया (जैसलमेर) निवासी नीलमसिंह पुत्र हटेसिंह, उसका भाई दिलीपसिंह तथा जैसलमेर के ही नया आमला निवासी खेतसिंह सोढ़ा के रूप हुई है। पुलिस ने आरोपियों को पकडऩे के लिए नाकाबंदी भी कराई, मगर वे हाथ नहीं लगे। इस बीच आरोपियों की तलाश में पुलिस दल बनाकर कई स्थानों पर भेजे गए है। पुलिस ने मृतक के मकान में ही रहने वाले अन्य किराएदार पूनमसिंह राजपूत पुत्र गुलाबसिंह राजपूत की रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

महिला को लेकर चल रहा था विवाद
पुलिस को प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि करीब एक साल से मृतक तथा आरोपियों के बीच किसी महिला को लेकर विवाद चल रहा है। आरोपियों ने पहले भी कानसिंह को ठिकाने लगाने के लिए कई बार प्रयास किए थे, मगर वे कामयाब नहीं हो पा रहे थे। मृतक कुछ समय पहले पवन सौर ऊर्जा के उपकरण सप्लाई करने का काम करता था, बाद में वह कारखानों में जाने लगा।

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