नई दिल्ली।। आगरा के इंजिनियरिंग कॉलेज में एक स्टूडेंट से रैगिंग के दौरान कुकर्म करने का मामला सामने आया है। छात्र को बेहद गंभीर हालत में दिल्ली के एम्स में एडमिट कराया गया है। उधर, पीड़ित स्टूडेंट के कमरे से भी यौनवर्धक दवाएं मिलने से अब पुलिस दूसरे ऐंगल से भी इस मामले की तफ्तीश में जुट गई है।
हरियाणा के रेवाड़ी का 20 वर्षीय बलराम गिरि बरौली अहीर के साईंनाथ इंजिनियरिंग कॉलेज में मकैनिकल इंजिनियरिंग के सेकेंड सेमेस्टर का स्टूडेंट है। आरोप है कि 23 जुलाई की रात बलराम टॉइलेट के लिए निकला, तो कुछ छात्र उसे जबरन अपने कमरे में ले गए जहां उसके साथ कुकर्म किया गया।
बलराम के बड़े भाई विश्वनाथ ने कॉलेज के सीनियर छात्रों पर बलराम से दुष्कर्म करने आरोप लगाया है। विश्वनाथ के मुताबिक बलराम के दोस्तों ने उन्हें बताया कि उस रात वह जैसे-तैसे लड़खड़ाता हुआ कमरे तक पहुंचा। उसने बताया कि सीनियर ने उसके साथ बहुत बुरा किया है। 25 जुलाई को उसका प्रैक्टिकल था, लेकिन वह इसमें भी शामिल नहीं हो सका। हालत गंभीर होने पर उसे एम्स में भर्ती कराया गया।
उधर, सीओ सदर राम सुरेश यादव ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। इंस्पेक्टर ताजगंज को छात्र के परिजनों से पूछताछ के लिए एम्स भेजा गया है। पुलिस स्टूडेंट्स की कहानी को शक की नजर से देख रही है। इस शक की वजह बलराम के कमरे से शक्तिवर्धक दवाओं का मिलना है।
उधर, कॉलेज की ऐंटि रैगिंग सेल ने भी छात्रों से पूछताछ के बाद रिपोर्ट तैयार कर मैनेजमेंट को सौंप दी है। हालांकि साईंनाथ यूनिवर्सिटी के कुलपति एसए मलिक के मुताबिक रैगिंग का आरोप निराधार है। छात्र को दौरे पड़ते थे, छह महीने में पहले भी दो बार दौरा पड़ चुका था।
हरियाणा के रेवाड़ी का 20 वर्षीय बलराम गिरि बरौली अहीर के साईंनाथ इंजिनियरिंग कॉलेज में मकैनिकल इंजिनियरिंग के सेकेंड सेमेस्टर का स्टूडेंट है। आरोप है कि 23 जुलाई की रात बलराम टॉइलेट के लिए निकला, तो कुछ छात्र उसे जबरन अपने कमरे में ले गए जहां उसके साथ कुकर्म किया गया।
बलराम के बड़े भाई विश्वनाथ ने कॉलेज के सीनियर छात्रों पर बलराम से दुष्कर्म करने आरोप लगाया है। विश्वनाथ के मुताबिक बलराम के दोस्तों ने उन्हें बताया कि उस रात वह जैसे-तैसे लड़खड़ाता हुआ कमरे तक पहुंचा। उसने बताया कि सीनियर ने उसके साथ बहुत बुरा किया है। 25 जुलाई को उसका प्रैक्टिकल था, लेकिन वह इसमें भी शामिल नहीं हो सका। हालत गंभीर होने पर उसे एम्स में भर्ती कराया गया।
उधर, सीओ सदर राम सुरेश यादव ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। इंस्पेक्टर ताजगंज को छात्र के परिजनों से पूछताछ के लिए एम्स भेजा गया है। पुलिस स्टूडेंट्स की कहानी को शक की नजर से देख रही है। इस शक की वजह बलराम के कमरे से शक्तिवर्धक दवाओं का मिलना है।
उधर, कॉलेज की ऐंटि रैगिंग सेल ने भी छात्रों से पूछताछ के बाद रिपोर्ट तैयार कर मैनेजमेंट को सौंप दी है। हालांकि साईंनाथ यूनिवर्सिटी के कुलपति एसए मलिक के मुताबिक रैगिंग का आरोप निराधार है। छात्र को दौरे पड़ते थे, छह महीने में पहले भी दो बार दौरा पड़ चुका था।
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