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नसबंदी के बावजूद हो गई फुसी के चौथी संतान
नागौर पांच साल पहले थलांजु की फुसी देवी ने यह सोचकर नसबंदी कराई थी कि अब उसके चौथी संतान नहीं होगी। मगर शुक्रवार को यहां निजी अस्पताल में फुसी देवी के चौथी संतान हो गई।
थलांजु गांव के शंकरराम मेघवाल ने बताया कि उसकी पत्नी फुसी देवी ने 21 जनवरी 2007 को नसबंदी कराई थी। नसबंदी से पहले फुसी देवी के तीन संतान थी। वह चौथी संतान नहीं चाहती थी।
अलाय के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के जरिए नसबंदी कराने के बाद उसे प्रमाण पत्र भी दिया गया। आठ माह पहले फुसी देवी के गर्भवती होने पर सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों से बात की गई तो इस दंपत्ति को कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। शुक्रवार को इस महिला ने चौथी संतान के रूप में नागौर के निजी अस्पताल में पुत्र को जन्म दिया। ऑपरेशन के बावजूद बच्चे होने के जिले में आधा दर्जन से अधिक मामले हो चुके हैं।
दिलाएंगे मुआवजा
॥ इस महिला के नसबंदी के बावजूद संतान हुई है तो यह मामला गंभीर है। इसकी जांच कराएंगे और महिला को उचित मुआवजा दिलाया जाएगा। डॉ. आरके मीणा, सीएमएचओ नागौर।
मासूम को जीप ने कुचला
नावां सिटी गांव भगवानपुरा में शुक्रवार सुबह करीब साढ़े सात बजे स्कूल जा रहे एक आठ वर्षीय मासूम को जीप ने कुचल लिया। घायल हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने गजेंद्र को मृत घोषित कर दिया। उधर, घटना के बाद भाग रहे जीप चालक को लोगों ने पकड़ लिया और मारोठ पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस के अनुसार भगवानपुरा गांव निवासी लालाराम बलाई का पुत्र गजेंद्र सुबह स्कूल के निकला था। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप मारोठ नावां मार्ग पार करते समय मारोठ की ओर से आ रही जीप ने गजेंद्र को टक्कर मार दी। इससे गजेंद्र लहूलुहान हो गया मौके पर ही बेहोश हो गया। ग्रामीण उसे तुरंत नावां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टरों ने काफी प्रयास किए लेकिन गजेंद्र को नहीं बचाया जा सका। घटना के बाद मौके से भाग रहे जीप के ड्राइवर को लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर हैड कांस्टेबल श्यामलाल मय जाब्ता घटनास्थल पर पहुंचे और मौका रिपोर्ट तैयार की। पुलिस ने जीप जब्त करते हुए चालक विक्रम को गिरफ्तार कर लिया। शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। गजेंद्र के ताऊ घीसालाल पुत्र हीरालाल मेघवाल ने थाने में जीप चालक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
नसबंदी के बावजूद हो गई फुसी के चौथी संतान
नागौर पांच साल पहले थलांजु की फुसी देवी ने यह सोचकर नसबंदी कराई थी कि अब उसके चौथी संतान नहीं होगी। मगर शुक्रवार को यहां निजी अस्पताल में फुसी देवी के चौथी संतान हो गई।
थलांजु गांव के शंकरराम मेघवाल ने बताया कि उसकी पत्नी फुसी देवी ने 21 जनवरी 2007 को नसबंदी कराई थी। नसबंदी से पहले फुसी देवी के तीन संतान थी। वह चौथी संतान नहीं चाहती थी।
अलाय के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के जरिए नसबंदी कराने के बाद उसे प्रमाण पत्र भी दिया गया। आठ माह पहले फुसी देवी के गर्भवती होने पर सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों से बात की गई तो इस दंपत्ति को कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। शुक्रवार को इस महिला ने चौथी संतान के रूप में नागौर के निजी अस्पताल में पुत्र को जन्म दिया। ऑपरेशन के बावजूद बच्चे होने के जिले में आधा दर्जन से अधिक मामले हो चुके हैं।
दिलाएंगे मुआवजा
॥ इस महिला के नसबंदी के बावजूद संतान हुई है तो यह मामला गंभीर है। इसकी जांच कराएंगे और महिला को उचित मुआवजा दिलाया जाएगा। डॉ. आरके मीणा, सीएमएचओ नागौर।
मासूम को जीप ने कुचला
नावां सिटी गांव भगवानपुरा में शुक्रवार सुबह करीब साढ़े सात बजे स्कूल जा रहे एक आठ वर्षीय मासूम को जीप ने कुचल लिया। घायल हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने गजेंद्र को मृत घोषित कर दिया। उधर, घटना के बाद भाग रहे जीप चालक को लोगों ने पकड़ लिया और मारोठ पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस के अनुसार भगवानपुरा गांव निवासी लालाराम बलाई का पुत्र गजेंद्र सुबह स्कूल के निकला था। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप मारोठ नावां मार्ग पार करते समय मारोठ की ओर से आ रही जीप ने गजेंद्र को टक्कर मार दी। इससे गजेंद्र लहूलुहान हो गया मौके पर ही बेहोश हो गया। ग्रामीण उसे तुरंत नावां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टरों ने काफी प्रयास किए लेकिन गजेंद्र को नहीं बचाया जा सका। घटना के बाद मौके से भाग रहे जीप के ड्राइवर को लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर हैड कांस्टेबल श्यामलाल मय जाब्ता घटनास्थल पर पहुंचे और मौका रिपोर्ट तैयार की। पुलिस ने जीप जब्त करते हुए चालक विक्रम को गिरफ्तार कर लिया। शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। गजेंद्र के ताऊ घीसालाल पुत्र हीरालाल मेघवाल ने थाने में जीप चालक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
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