शनिवार, 19 मई 2012

बाड़मेर में धुल भरी आंधी से जनजीवन प्रभावित

बाड़मेर में धुल भरी आंधी से जनजीवन प्रभावित 

बाड़मेर शहर में शनिवार रात को आई अचानक धुल भरी तूफानी आंधी से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ .बाड़मेर शहर में रात लगभग नौ बजे तेज़ हवा के साथ अचानक धूलभरी आंधी चलने से आम जन परेशां हो गया ख़ास कर वाहन चालको को खासी परेशानी उठानी पड़ी दिन भर की गर्मी से हालांकि आम जन को काफी रहत मिली मगर तेज़ हवाओं के साथ धुल उड़ने से खाशी परेशानी भी उठानी पडी 

मठाधीश शम्भुनाथ शेलानी पाकिस्तान रवाना हुए

मठाधीश शम्भुनाथ शेलानी पाकिस्तान रवाना हुए 

बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के मठ चंचल प्राग के मठाधीश शम्भुनाथ्जी शेलानी शनिवार को थार एक्सप्रेस से पकिस्तान के लिए रवाना हुए शेलानी मीरपुर ख़ास स्थित बाबा धर्म्पुरीजी महाराज के दर्शन करने गए हें .सीमावर्ती बाड़मेर जिले के मेघवाल समाज के धर्मगुरु और चंचलप्राग मठ  के मठाधीश शम्भुनाथ शेलानी पकिस्तान पंद्रह दिवस की यात्रा पर शांति का पैगाम लेकर रवाना जुए उनके साथ उनके शार्गिद भी गए हें .शम्भुनाथ्जी के स्थानीय भक्त फकीरा खान ने बताया की शम्भुनाथ्जी उनके गुरु चंचल्नाथ्जी के पाकिस्तान स्थित शार्गिद और मठाधीश बाबा धरमपुरीजी के दर्शन करने के साथ .पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रह रहे उनके अनुयायियों के साथ अपना कुछ वक़्त गुजारने के साथ दोनों देशो के मध्य शांति और अमन का पैगाम लेकर गए हें उलेखनीय हे की चंचल नाथजी  की मडी  के मठाधीश के पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में हज़ारो की तादाद में अनुयायी हें ,जो लम्बे समय से शम्भुनाथ्जी को आमंत्रित कर रहे थे .

जिला कलक्टर शुचि त्यागी की रात्रि चौपाल खूब जमी

 जिला  कलक्टर शुचि त्यागी की रात्रि चौपाल खूब जमी 

बड़ी संख्या में ग्रामीणों की मौजूदगी ने तोड़ दिया रिकार्ड 

समस्याओं पर हुई त्वरित कार्यवाही ने ग्रामीणों को दिया दिली सुकून 


जैसलमेर, 19 मई/जैसलमेर पंचायत समिति अन्तर्गत देवा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर शुक्रवार रात जिला कलक्टर शुचि त्यागी की रात्रि चौपाल खूब जमी और अपनी कई समस्याओं के हाथों हाथ समाधान की कार्यवाही देखकर ग्रामीणों ने ख़ासा सुकून पाया। 
देवा में हुई रात्रि चौपाल ने जैसलमेर जिले में जिला कलक्टरों की अब तक की रात्रि चौपालों के सारे पिछले रिकार्ड तोड़ दिए। किसी जिला कलक्टर की यह पहली रात्रि चौपाल थी जिसमें इतनी बड़ी संख्या में ग्रामीणों का जमावड़ा रहा। इसमें देवा ही नहीं बल्कि आसपास के कई गांवों के ग्रामीण भी खूब मौजूद थे। 
जिला कलक्टर ने हर समस्या को तसल्ली से सुना 
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने तीन घण्टे से ज्यादा समय तक ग्रामीण नरनारियों से मुखातिब होते हुए एकएक कर उनकी समस्याओं को तसल्ली से सुना तथा मौके पर उपस्थित विभागीय अधिकारियों से चर्चा करते हुए समस्या समाधान की राह खोजी और जल्द से जल्द निस्तारण के निर्देश दिए। रात्रि चौपाल में प्रधान मूलाराम चौधरी सहित जिले के प्रशासनिक और विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे। 
ग्रामीणों की समस्याओं का खात्मा जल्द 
देवा की रात्रि चौपाल में जिला कलक्टर के समक्ष अपनी पीड़ाओं और समस्याओं को अभिव्यक्त कर ग्रामीण भी खुश हो उठे। जिला कलक्टर ने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि जिला प्रशासन उनकी समस्याओं को सुनने के लिए ही ग्रामीणों के द्वार पर है और ग्रामीणों तथा ग्रामों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर जल्द निराकरण किया जाएगा। 
 
कई समस्याओं के समाधान के निर्देश 
देवा की रात्रि चौपाल में ग्रामीणों ने जिला कलक्टर के समक्ष खुलकर अपनी समस्याओं को रखा, शिकायत भरे प्रार्थना पत्रा सौंपे और जमीनी हकीकत से रूबरू कराया। 
ग्रामीण जवाहरदास साध(रामावत) ने बताया कि उसके परिवार में लाऔलाद पत्नी चन्दू वृद्घावस्था में है तथा दोनों को वृद्घावस्था पेंशन स्वीकृत कराने और राशन कार्ड बनवाए जाने का आग्रह किया। इस पर जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने विकास अधिकारी को निर्देश दिए। 
कब्जा हटाएं, सफाई कराएं 
रात्रि चौपाल में सरपंच सोनाराम ने देवा बस स्टैण्ड पर बने विश्राम भवन से अतिक्रमण हटवा कर वापस बहाल करने तथा राहगीरों के लिए इसका उपयोगी बनाने तथा इसके आगे कूड़ेकचरे से भरे सार्वजनिक मूत्रालय से हो रही परेशानियों को समाप्त कराने का आग्रह किया। इस पर जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने विकास अधिकारी को निर्देश दिए। गांव के रिडमलराम पुत्रा खंगाराराम मेघवाल ने स्वयं को मानसिक रोग से ग्रस्त व नि:शक्तता श्रेणी में बताते हुए पेंशन स्वीकृत करने का आग्रह किया और कहा कि उसकी माताजी भी वृद्ध है। 
खेलने के लिए मैदान जरूरी 
ग्रामीण युवाओं की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्रा में बताया गया कि गांव में खोल मैदान क्षतिग्रस्त है तथा दो वर्ष पूर्व बना स्टेडियम भी खराब हो चला है। इसे देखते हुए खेल मैदान बनवाया जाए ताकि गांव के युवाओं और बच्चों को खेलने की सुविधा मुहैया हो सके। 
सड़क, पुल मरम्मत एवं डामरीकरण करें 
सरपंच तथा नवयुवक मण्डल देवा ने देवा से बरमसर फाटा तक सड़क एवं पुल मरम्मत कराने की मांग करते हुए जिला कलक्टर को बताया कि देवा से आठ किमी दूर जैसलमेर की ओर जाने वाली सड़क क्षतिग्रस्त है तथा देवा से बरमसर फाटा तक सड़क की ग्रवल पट्टी कई जगह टूटी हुई है, गड्े बन गए हैं और मार्ग पर अवस्थित पुल की मरम्मत नहीं हो पाने से दुर्घटनाओं की आशंका बनी हुई है। 
इसी प्रकार देवा ग्राम पंचायत अन्तर्गत आसदे की ाणी की कच्ची सड़क को पक्की करने की मांग करते हुए सरपंच एवं ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क की वजह से कई परेशानियां हो रही हैं। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि पानी की दो टंकियां भी बनाई हुई हैं लेकिन इनसे पानी नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों ने जैसलमेर से जेठवाई, हड्डा, श्री कालेडूंगरराय मन्दिर व काणोद सड़क पर जगहजगह खड्डे होने तथा सड़क खराब होने की बात कहते हुए सुधार का आग्रह किया। जिला कलक्टर ने इस पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए। 
कनेक्शन नहीं होने पर बिल आना गलत 
रात्रि चौपाल में जिला कलक्टर के समक्ष बिजली अव्यवस्थाओं को लेकर कई शिकायतें आयी जिनमें जिला कलक्टर ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करें। देवा के बीपीएल भगवानाराम ने बताया कि कनेक्शन के बगैर उनके वहां बिजली का बिल आ रहा है। इसी प्रकार आसदे की ाणी गांव के इब्राहिम खां ने बताया कि उसके घर पर बिजली कनेक्शन है ही नहीं लेकिन उसके नाम से बिजली का बिल जरूर आ रहा है। ग्रामीण दाउद खां ने जिला कलक्टर को जानकारी दी कि आसदे की ाणी में पिछले एक माह से बिजली आपूर्ति में गड़बड़ी हो रही है। देवा गांव के खुसालाराम मेघवाल ने शिकायत की कि उसके घर बिजली का बिल खूब आ गया है जबकि खपत नगण्य है। उसने मीटर रीडिंग में सुधार करने लिए उसने आग्रह किया। ग्रामीणों ने आए दिन फाल्ट को देखते हुए देवा जीएसएस से देवा तक अलग बिजली लाईन दिलवा कर समस्या के स्थायी समाधान का आग्रह किया। जिला कलक्टर ने बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता से कहा कि ऐसी छोटीछोटी समस्याओं के निराकरण के लिए बिल्कुल देरी नहीं होनी चाहिए। 
पेयजल मुहैया कराएं 
ग्रामीणों ने देवालाखा लाईन पर बनी टंकी टूट जाने से उत्पन्न पेयजल समस्या के समाधान की मांग की। इस पर जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता को टंकी मरम्मत कर पेयजल मुहैया कराने को कहा। 
देवा ग्राम पंचायत अन्तर्गत बासुरी ाणी(रतनुराम की ाणी) में पानी की टंकी जीएलआर बनाने की मांग ग्रामीणों ने की और जिला कलक्टर को बताया कि इस बारे में लगातार कई माहों से मांग हो रही है मगर अब तक पानी की व्यवस्था नहीं हो पाने से ग्रामीणों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 
स्कूलें खुलें, क्रमोन्नत हों 
देवा की रात्रि चौपाल में सरपंच सोनाराम एवं ग्रामीणों ने आसदे की ाणी में प्राथमिक विद्यालय को उच्च प्राथमिक में क्रमोन्नत करने का आग्रह करते हुए जिला कलक्टर को बताया कि पांचवी पास कर लेने के बाद बच्चे इसलिए आगे नहीं पॄ पाते क्योंकि उन्हें दस किलोमीटर पैदल चलकर देवा के स्कूल में जाना पड़ता है। जिला कलक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारीप्रारंभिक को इस बारे में कार्यवाही के लिए कहा। 
इसी प्रकार मोहम्मद की ाणी में स्कूल खोलने की मांग भी की गई और कहा गया कि गांव से देवा स्कूल दस किलोमीटर दूर पड़ती है।इसी प्रकार देवा में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खोले जाने की मांग भी सामने आयी। 
भुगतान शीघ्र कराएं 
देवा आंगनवाड़ी केन्द्रों के लिए पोषाहार आपूर्ति करने वाली संस्था इन्दिरा गांधी स्वयं सहायता समूह ने करीब चार से भुगतान अक होने की बात कहते हुए जिला कलक्टर से भुगतान कराने का आग्रह किया। इस पर बाल विकास परियोजना अधिकारी को निर्देश दिए गए। आसदे की ाणी में एएनएम लगाए जाने की मांग भी की गई। 
महानरेगा में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं 
ग्रामीणों ने जिला कलक्टर से ग्राम पंचायत देवा अन्तर्गत आसदे की ाणी में महानरेगा के अन्तर्गत भ्रष्टाचार की शिकायत की और बताया कि मजदूर अपनी टॉस्क के अनुसार कार्य करते हैं और मौके पर काम भी होता है। लेकिन कनिष्ठ अभियंता द्वारा प्रति मस्टररोल हर श्रमिक से सौसौ रुपए की मांग यह धमकी देते हुए की जाती है कि पैसे नहीं दोगे तो रेट जीरो च़ा दूंगा। ग्रामीणों ने काम और पखवाड़ों की पूरी जानकारी भी दी। 
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने इस मामले को अत्यन्त गंभीर बताया और तहसीलदार को निर्देश दिए कि जांच कर सात दिन में रिपोर्ट दें। उन्होंने सभी संबंधितों को ब्लेकलिस्टेड करने के निर्देश दिए और कार्मिकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाने को कहा। 
खादबीज प्रबन्ध करे सहकारी क्षेत्रा 
ग्रामीणों ने देवा की एक किमी परिधि में ईट भट्टों की वजह से निकलने वाले धूंए से फैल रहे प्रदूषण और ग्रामीणों को हो रही परेशानी के बारे में बताया। 
ग्रामीणों ने देवा के कॉपरेटिव भवन से ही खादबीज मुहैया कराने का आग्रह किया और बताया कि इसके अभाव में शहर जाकर महंगे भावों में खादबीज की व्यवस्था करनी होती है। इस बारे में स्थानीय व्यवस्था के लिए सहकारिता विभाग के अधिकारियों से कहा गया। 
सतर्कता में दर्ज हुए कई गंभीर मामले 
गांव के दलपतराम ने अनुसूचित जाति की आंगनबाड़ी में अजा महिला को लगाए जाने का आग्रह किया और बताया कि देवा में एक ही परिवार के लोग विभिन्न सरकारी कामों में लगे हुए हैं। जिला कलक्टर ने यह मामला सतर्कता में दर्ज करने के निर्देश दिए। 
इसी प्रकार देवा निवासी मीरा पत्नी स्व. कस्तुराराम माली (95 वर्ष) ने जिला कलक्टर को प्रस्तुत प्रार्थना पत्रा में अवगत कराया कि उसे पीपीओ पी 14620 से सात सौ पचीस रुपए प्रतिमाह पेंशन स्वीकृत है लेकिन अगस्त 2011 से फरवरी 2012 तक उसे मात्रा पाँच सौ रुपए प्रतिमाह ही मिले हैं। जिला कलक्टर ने यह मामला भी सतर्कता में दर्ज कर दिया। 
ग्राम देवा में शराब ठेके पर निर्धारित समय के अलावा भी शराब की बिक्री पर रोक लगाने की ग्रामीणों की मांग पर जिला कलक्टर ने मोहनग़ पुलिस थानाधिकारी को निर्देश दिए। 
जिला परिषद अधिकारियों को सौंपी जाँचें 
गांव के दो जनों नग्गाराम एवं दीपाराम माली ने वर्ष 2007 में शौचालय एवं वाचनालय मंजूर होने पर पहली किश्त 6 हजार रुपए में से आधी राशि मिल पाने तथा बकाया पन्द्रह हजार रुपए किश्त भुगतान अब तक प्राप्त नहीं होने की शिकायत की, इस पर त्यागी ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिए। 
गांव के दीनाराम मेघवाल ने जिला कलक्टर को बताया कि वित्तीय वर्ष 200809 में पंचायत समिति मद से टीएफसी योजना में शौचालयमूत्रालय स्वीकृत हुआ तब प्रथम किश्त के रूप में 8 हजार रुपए दिए गए। इसके बाद कार्यपूर्णता प्रमाण पत्रा सौंपे दो साल हो गए हैं लेकिन पंचायत समिति ने अब तक शेष भुगतान नहीं किया है। इस पर जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी को जांच सौपी है। 
भूमि आवंटन प्रक्रिया शुरू हो 
ग्रामीण जितेन्द्र कुमार निवासी मोहनग़ ने जिला कलक्टर को भूमि सामान्य आवंटन के लिए कागजात पेश किए और आवंटन की मांग की। इसी प्रकार ऊगाराम ने उसके मुरब्बे से वन विभाग को बेदखल कर बोवनी की अनुमति देने का आग्रह किया। इस पर जिला कलक्टर ने उपनिवेशन के अतिरिक्त आयुक्त को निर्देश दिए। इसी प्रकार सरपंच एवं ग्रामीणों ने उप निवेशन में सन 2004 में सामान्य आवंटन की करीब 300 फाइलें जमा होने की बात बतायी और जल्द से जल्द आवंटन प्रक्रिया आरंभ कर मुरब्बों का आवंटन कराने का आग्रह किया। 
देवा में अजाजजा के निर्धारित श्मशान घाट का रास्ता दिलाने की मांग करते हुए ग्रामीणों ने बताया कि अतिक्रमण की वजह से शव यात्रा ले जाने में परेशानियां होती हैं। जिला कलक्टर ने इसे गंभीर बताते हुए तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए। 
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कन्या भ्रूण हत्या जघन्य अपराध, इससे बचें - शुचि त्यागी


ग्राम्य परिवेश में गूंजा बेटी बचाओ का नारा

कन्या भ्रूण हत्या जघन्य अपराध, इससे बचें - शुचि त्यागी

देवा में ग्राम्य नर-नारियों ने लिया संकल्प


जैसलमेर, 19 मई/जैसलमेर जिले में कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में अब व्यापक माहौल बनने लगा है तथा हर कहीं बेटी बचाओ का नारा हवाओं में घुलने लगा है। जिला कलक्टर शुचि त्यागी एवं जिला पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई द्वारा इस दिशा में जागरुकता संचार के लिए जारी अभियान जिले केे ग्रामीण क्षेत्रों में रंग ला रहा है और अब ग्रामीण पूरे मन से बेटी बचाओ अभियान के पैगाम को आत्मसात करने लगे हैं।

हाथ उठा कर लिया संकल्प

जैसलमेर जिले के देवा गांव में शुक्रवार रात भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र परिसर में आयोजित कार्यक्रम में ग्रामीणों ने कन्या भ्रूण हत्या को घिनौना कृत्य स्वीकारते हुए हाथ उठाकर इस बात की शपथ ली कि वे इस घृणित काम में किसी भी तरह सहभागी नहीं बनेंगे और ऐसे कामों के समूल उन्मूलन के लिए अपनी पूरी भागीदारी निभाएंगे तथा बेटियों को बचाने के लिए संचालित सभी प्रकार के कार्यक्रमों में पूरे मन से जुडे़ंेगे।

सामाजिक एवं ग्राम्यस्तर पर लाएं जागरुकता

जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने कन्या भ्रूण हत्या को जघन्य अपराध एवं घृणित कुकर्म बताते हुए ग्रामीणों को बेटियों को बचाने के लिए मार्मिक अपील की और कहा कि ग्रामीणों को सारी स्थितियों को समझना चाहिए और ऐसे पाप कृत्यों से दूर रहना चाहिए और दूसरे लोगों को भी इससे दूर रखने के लिए सामाजिक एवं ग्राम्य स्तर पर जागरुकता बरतनी चाहिए।

सामाजिक विषमताएं समाप्त करें

अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने लिंगानुपात की बिगड़ती जा रही स्थिति तथा बेटियों के बगैर हो रही सामाजिक विषमताओं का खाका खिंचते हुए इस दिशा में आगे आने का आह्वान ग्रामीणों से किया।

ग्रामीणों को की समझाइश

जिला कलक्टर शुचि त्यागी की पहल पर हुए इस संकल्प कार्यक्रम के आरंभ में जिला पीसीपीएनडीटी की समन्वयक एड्वोकेट श्रीमती रेणु भाटी ने बेटी बचाओ अभियान के जरिये कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध से समाज को बचाने के लिए विस्तार से इस विषय को समझाया।

जैसलमेर प्रधान चौधरी ने दिलायी शपथ

कार्यक्रम में जैसलमेर पंचायत समिति के प्रधान मूलाराम चौधरी ने बड़ी संख्या में उपस्थित ग्रामीणों को संकल्प दिलाया। इस मौके पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्ज्वल, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवाराम सुथार, उपखण्ड अधिकारी रमेशचन्द्र जैन्थ, तहसीलदार नाथुसिंह राठौड़ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण, ग्राम्य जन प्रतिनिधिगण एवं देवा तथा आस-पास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आए ग्रामीण नर-नारी मौजूद थे। कार्यक्रम में उपस्थितजनों को बेटी बचाओ से संबंधित फोल्डर एवं प्रचार साहित्य का वितरण किया गया।

भादरेश में आग करोड़ो का नुकसान

भादरेश में आग करोड़ो का नुकसान

बाड़मेर बाड़मेर के भादरेश इलाके में स्थित जिंदल ग्रुप के बड़े लिग्नाईट कोयला आधारित पावर प्लांट में आज आग लग जाने से करोडो का नुकसान हो गया भयंकर आग से सारा काम काज तो ठप हुआ ही साथ ही इलाके में सनसनी फ़ैल गई यही नहीं कम्पनी के अधिकारिओ के कारण यह सारा नुकसान हुआ क्यूंकि उन्होंने समय रहते प्रशासन को सूचित नही किया जिसके चलते अब तक राजवेस्ट में अब तक नहीं पाया गया हैं ! यही नहीं आग पर काबू पाने के लिए दस से ज्यादा दमकल वाहन मौके पर पहुंचे हुए है ! कम्पनी ने आग लगने के कारणों पर चुप्पी साध ली हैं लेकिन सवाल यही हैं कि कम्पनी ने प्रशासन को सूचना क्यों नहीं दी जिसके कारण आग ने भयंकर रूप धारण किया इस के बाद कम्पनी के जवाबदेह अधिकारिओ ने चुप्पी साधी हैं लेकिन फिलहाल करोडो का यहाँ पर नुकसान हुआ हैं और सारा काम काज ठप्प हो गया हैं ! वहीं घटना कि सूचना मिलने पर सम्बन्धित सदर थाना पुलिस के अल्वावा नागना थाना की बाड़मेर कोतवाली थाना पुलिस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राम सिंह मीणा के नेतृत्व में पहुंची ! ख़बर लिखे जाने तक आग पर काबू नहीं पाया गया हैं और करीब दस दमकल आग पर काबू पाने के प्रयासों में लगी हुई हैं !

बाड़मेर अपराध समाचार आज की ताजा खबर


बाड़मेर अपराध समाचार आज की ताजा खबर 

बाड़मेर जिले के विभिन थानों में मामले दर्ज ....

बाड़मेर जिला पुलिस ने विभिन्न थानों में दर्ज अपराधो के मामले दर्ज कर जांच आरम्भ की .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की श्री लुणसिंह उ0नि0 पुलिस थाना कोतवाली द्वारा मुलजिम रामाराम पुत्र जोगाराम जाट के कब्जा से चौहटन चौराहा बिना परमिट के वाहन नं0 आरजे 04 जी 2768 में 18,140 किलों खेजड़ी की गिली लकड़ी बरामद कर मुकदमा दर्ज किया गया।

2. श्री मुलाराम स0उ0नि0 पुलिस थाना कोतवाली द्वारा मुलजिम जमाल खॉ पुत्र ईमाम खॉ मुसलमान के कब्जा से महाबार तिराहा पर बिना परमिट के वाहन नं0 आरजे 04 जीए 5113 में 4420 किलों खेजड़ी की गिली लकड़ी बरामद कर मुकदमा दर्ज किया गया।

3. श्री दिपाराम स0उ0नि0 पुलिस थाना कोतवाली द्वारा मुलजिम शखी खॉ पुत्र मौसी खॉ मुसलमान निवासी भोजारिया के कब्जा से महावीर सर्कल पर बिना परमिट के वाहन नं0 आरजे 04 जीए 1236 में 3810 किलों खेजड़ी की गिली लकड़ी बरामद कर मुकदमा दर्ज किया गया।

4. श्री धन्नाराम उ0नि0 थानाधिकारी पुलिस थाना कल्याणपुर द्वारा मुलजिम पूंजराजसिंह पुत्र धनसिंह राजपूत निवासी नेवरी ाणा के कब्जा से 3 कार्टुन देशी व अंग्रेजी शराब बरामद कर मुकदमा दर्ज किया गया।

5. श्री बृजमोहन हैड कानि0 पुलिस थाना सिवाना द्वारा मुलजिम मोहनराम पुत्र नगाराम जाट निवासी कवास के कब्जा से कस्बा मोकलसर पर बिना परमिट के वाहन नं0 आजे 19 2 जी 3242 में 14 टन अंग्रेजी बबूल के कोयले बरामद कर मुकदमा दर्ज किया गया।

6. मुस्तगिस झूंमरराम पुत्र खेताराम जाति मेघवाल निवासी बड़नावा चारणान ने मुलजिम बस संख्या आरजे 19 पी 5815 के चालक द्वारा बस का तेज व लापरवाही पूर्वक चलाना जिससे बस की खिड़की खुलने से अर्जुनराम की मृत्यु होना व अन्य 4 घायल होने पर पुलिस थाना पचपदरा पर मुकदमा दर्ज किया गया।

दिल्ली में कलयुगी पिता ने ही लूटी अस्मत

दिल्ली में कलयुगी पिता ने ही लूटी अस्मत
नई दिल्ली। दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में 14 वर्षीय किशोरी ने अपने पिता पर बलात्कार का आरोप लगाया है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि पीडिता ने चार दिन पहले दर्ज शिकायत में अपनेपिता रामश्रेय पर करीब तीन महीने पहले बलात्कार करने का आरोप लगाया है। पीडिता पांच भाई बहनों में सबसे बड़ी है।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने उसके साथ कई बार बलात्कार किया था। चार दिन पहले उसने अपने एक पड़ोसी से घटना का जिक्र किया। पड़ोसी ने पीडिता के साथ क्राइम अगेंस्ट विमेन (सीएडब्ल्यू) सेल से सम्पर्क किया। इससे सम्बधित एक मामला दर्ज किया गया।

आरोपी द्वारा धमकाने के कारण पीडित किशोरी घटना के विषय में कुछ भी बताने का साहस नहीं जुटा पा रही थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीडिता का चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया, जिसमें बलात्कार की पुष्टि हुई है। आरोपी को पकड़ने के लिए तलाश जारी है।

गुजरात में मंत्री के गांव में हुए 90 बाल विवाह

गुजरात के कच्छ अंचल में लगभग 120 बाल विवाह होने का मामला प्रकाश में आया है। ये विवाह आयोजन गुरुवार मध्य रात्रि से शुक्रवार सुबह तक आहीर समाज के छह गांवों में हुए। इनमें सर्वाधिक करीब 90 बाल विवाह राज्य के समाज कल्याण राज्यमंत्री वासणभाई आहीर के रतनाल गांव में हुए। आहीर भुज से भाजपा विधायक हैं।

कच्छ के आहीर समाज में गुरुवार को अंधारी तेरस मनाई गई। इस तिथि को किसी भी शुभ कार्य के लिए अबूझ मुहूर्त माना जाता है। लिहाजा बड़े पैमाने पर शादियों के आयोजन भी होते हैं। इस मौके पर दिव्य भास्कर की टीम ने क्षेत्र के ढोरी, समुरासर, लोढ़ाई, खेंगौर, रतनाल आदि गांवों का दौरा किया। लगभग सभी गांवों में बाल विवाह के आयोजन हो रहे थे। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए ज्यादातर स्थानों पर घरों के भीतर ही शादी की सभी रस्में हुईं। मेहमानों में भी सिर्फ कुल-परिवार के लोग ही मौजूद रहे।

मंत्री ने कहा था-मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी

कच्छ के आहीर समाज में चार उपजातियां हैं। मच्छोया, बोरिया, सोरठिया व प्रांथलिया। इनमें से प्रांथलिया जाति में बाल विवाह का चलन अब भी जारी है। सूत्रों के अनुसार करीब 10 दिन पहले रतनाल में समाज की एक अनौपचारिक बैठक हुई थी। इसमें बाल विवाह के आयोजन को लेकर आशंकाएं जताई गई थीं। इस दौरान राज्यमंत्री वासणभाई ने साफ कहा था कि अगर आयोजन को लेकर कोई झमेला हुआ तो 'मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।'
 
मंत्री बोले हलो...हलो और मोबाइल स्विच ऑफ

राज्यमंत्री वासणभाई से उनके गांव में हुए बाल विवाह को लेकर प्रतिक्रिया मांगी गई। उन्होंने शुरुआती बातचीत तो सहज ढंग से की। लेकिन जैसे ही मुद्दे से संबंधित सवाल किया गया उन्होंने हलो...हलो कह कर फोन काट दिया। इसके बाद उनका मोबाइल लगातार स्विच ऑफ बताता रहा।

भुज. गुजरात के कच्छ में लगभग 120 बाल विवाह होने का मामला प्रकाश में आया है। इसमें से 90 विवाह राज्य के समाज कल्याण राज्यमंत्री वासणभाई आहीर के गांव में हुआ।

जैसलमेर थार की धार आज के समाचार अपराध 19-05-2012


विधुत तार चोरी करने वाला गिरफ्तार 


जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर श्रीमती ममता बिश्नोई द्वारा चोरो के विरूद्ध कडे रूख को अपनाते हुए जिले क समस्त थानाधिकारियों को चोरों की धर पकड़ हेतु निर्देश दिये गये। जिस पर थानाधिकारी पुलिस थाना सागड मय जाब्ता के द्वारा कार्यवाही करते हुए रामचन्द्र पुत्र धन्नाराम भील नि0डांगरी को 136 विधुत अधिनियम के तहत विधुत तार चोरी में गिरफ्तार किया गया। अनुसन्धान जारी है। 





शांति भंग के आरोप में 01 गिरफतार 

जैसलमेर पुलिस थाना सांगड के हल्खा क्षैत्र में लडाईझगडे पर उतारु दुर्जनसिंह पुत्र इन्द्रसिंह राजपुत उम्र 32 साल नि0 म्याजलार को थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड मय जाब्ता द्वारा शांति भंग के आरोप में धारा 151 सीआरपीसी के तहत गिरफतार किया। 

गैंगरेप का विरोध करने पर यूनिवर्सिटी ने बंद किया लड़कियों का खाना


चंडीगढ़/ गोहाना।गोहाना (सोनीपत) के भगत फूल सिंह (बीपीएस) महिला विश्वविद्यालय की आंदोलनरत छात्राओं को खाना तक नसीब नहीं हो रहा है। ये लड़कियां अपनी एक साथी छात्रा के साथ हुए गैंगरेप का विरोध कर रही हैं। घटना पर राजनीति तेज हो गई है, लेकिन लड़कियों की इंसाफ की गुहार अनसुनी ही है।
उत्‍तर भारत के इस सबसे पहले महिला विश्वविद्यालय में लॉ की पढ़ाई करने वाली लड़की को बुधवार की रात हॉस्‍टल के बाहर से उठा लिया गया था। चार लोग लड़की के साथ रात भर गैंगरेप करते रहे और सुबह लड़की को हॉस्‍टल के बाहर छोड़ दिया। इस विश्‍वविद्यालय में बीते तीन महीने में तीन लड़कियां खुदकुशी भी कर चुकी हैं।
गैंग रेप के आरोपियों को पकडऩे और विश्‍वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जांच की मांग पर लड़कियां आंदोलन पर बैठ गईं तो हॉस्‍टल प्रशासन ने उनका खाना बंद कर दिया। शनिवार को इनेलो के महासचिव अजय चौटाला आंदोलन कर रही छात्राओं के बीच पहुंचे और उनका साथ देने का भरोसा दिलाया। उन्‍होंने कहा कि इस तरह का जुल्म देश में न तो सुना है और न ही देखा है। उन्होंने इस मामले की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से कराने की मांग की है। चौटाला ने कहा कि जिस छात्रा का गैंग रेप हुआ है वह दलित है। एक तरफ हुड्डा सरकार दलितों संरक्षण देने के दावे कर रही है और दूसरी ओर दलितों की बेटियों से बलात्कार किए जा रहे हैं।
इस विश्‍वविद्यालय में बीते तीन माह में तीन छात्राएं आत्महत्या कर चुकी है। यह मामला विधानसभा में भी उठा था, लेकिन कुछ हुआ नहीं। लड़कियों का मानना है कि विश्‍वविद्यालय प्रशासन के रवैये के चलते ही यहां लड़कियों की जान और इज्‍जत खतरे में बनी रहती है। इसकी जांच के लिए वे आंदोलन पर बैठी हैं। लेकिन विवि प्रशासन ने सड़कों पर उतरी छात्राओं को फरमान जारी कर दिया वो आंदोलन छोड़ कर हॉस्टल में आएं तो ही खाना मिलेगा।
इस बीच गैंगरेपके आरोप में गिरफ्तार तीन आरोपियों को स्थानीय अदालत ने पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। आरोपियों में एक हॉस्‍टल का मेस चलाने वाला शख्‍स भी शामिल है।

राज वेस्ट पावर प्लांट के यार्ड में आग लगी

राज वेस्ट  पावर प्लांट के यार्ड में आग लगी 
बाड़मेर जिला मुख्यालय से तीस किलोमीटर दूर स्थित भादरेश गाँव में राज वेस्ट पावर प्लांट के यार्ड में शनिवार दोपहर को आग लग गयी यह आग प्लांट के एल एंड टी के यार्ड में लगी हें आग भीषण रूप ले चुकी हें प्लांट के कार्मिक आग बुझाने में जुटे हें वहीं फायर ब्रिगेड भी घटनास्थल पर पंहुच चुकी हें आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा हें समाचार लिखे जाने तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका आगजनी के कारणों का पता नहीं चला 

मानवेन्द्र सिंह को जन्म दिन की बधाई देखे तस्वीरे









मानवेन्द्र सिंह को जन्म दिन की बधाई देखे तस्वीरे

बाड़मेर जैसलमेर के पूर्व संसद मानवेन्द्र सिंह जसोल का आज जन्म दिन हें ...बेहद सुलझे हुए व्यक्तित्व के मालिक और संवेदनशील व्यक्ति हें ..राजनीती में होकर भी आम नेताओं जैसा स्वाभाव नहीं हें .....बाड़मेर की जनता की और से उन्हें हार्दिक बधाई और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाये

कानून के कारण नहीं बस पा रहे घर


कानून के कारण नहीं बस पा रहे घर


राजस्थान में परेशान हैं सीमावर्ती गाँवों के लोग

बाड़मेर सरहदी इलाके में जमीनों की खरीद-फरोख्त के मामले उजागर होने तथा एक केन्द्रीय कानून को कड़ाई से लागू करने के फलस्वरूप राजस्थान में बाड़मेर जिले के सीमावर्ती प्रतिबंधित थाना क्षेत्रों में विवाहों पर ग्रहण-सा लग गया है।


भारत सरकार के अपराध कानून संशोधन अधिनियम 1961 के तहत राजस्थान के चार सीमावर्ती जिलों बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और गंगानगर के 22 थाना क्षेत्रों को एक यूनिट मानकर एक-दूसरे के थाना क्षेत्रों में आने-जाने के लिए जिला प्रशासन की अनुमति लेना आवश्यक है, लेकिन पुलिस एवं जिला प्रशासन ने इस बारे में कड़ाई नहीं बरती।


इस कानून की धारा 3 के तहत 12 मार्च 1996 में जारी अधिसूचना के अनुसार बाड़मेर जिले के चौहटन, रामसर, गिराब, बाखासर, गडरारोड़, सेडवा एवं बीजराड थाना क्षेत्र को अधिसूचित किया गया था। जिला जनअभाव अभियोग एवं निवारण समिति के 30 जुलाई 2007 के निर्णय के बाद से इस कानून को अत्यंत कड़ाई से लागू किया जा रहा है।


कानून की कड़ाई के चलते भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा से 20 किलोमीटर दायरे में आए भारतीय सरहदी गाँवों में अब माता-पिता अपने बेटों के रिश्ते करने से कतराने लगे हैं। इस कारण कई लड़कियाँ कुँवारी बैठी हैं और गाँवों में शहनाई नहीं बज रही है।


प्रतिबंधित थाना क्षेत्रों में रिश्ते नाते जोड़ने में आए अवरोध के साथ इस इलाके से दूसरे क्षेत्र में आने-जाने पर भी रोक लग गई है। यह कानून ग्रामीणों तथा स्थानीय निवासियों के लिए काले पानी की सजा के समान हो गया है। 


बाड़मेर जिले के प्रतिबंधित थाना क्षेत्रों से जिला मुख्यालय तक आने-जाने तथा अन्य इलाकों से प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेने के लिए लंबी-चौड़ी खानापूर्ति करना हर किसी के बस की बात नहीं।


प्रतिबंधित थाना क्षेत्रों के लोगों को एक-दूसरे के यहाँ आने-जाने में भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बाखासर से बाड़मेर आने-वाले स्थानीय व्यक्ति को मुख्यालय तक आने के लिए सडेवा तथा चौहटन क्षेत्र को पार करने में कानून का उल्लंघन करना होगा। इसी तरह गडरारोड़ में रहने वाले को रामसर थाना क्षेत्र पार कर बाड़मेर आना होगा। गडरारोड़ बाखासर में बैठा व्यक्ति भी जिला मुख्यालय नहीं आ पाएगा।


जिला प्रशासन  ने भी स्वीकार किया कि अब यह कानून कड़ाई से लागू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के निवासियों को इस कानून में आवश्यक छूट देने के लिए सेक्टर-9 में संशोधन का प्रस्ताव राज्य सरकार के माध्यम से केन्द्र को भिजवाया गया है।


पुलिस  सूत्रों ने बताया कानून के उल्लंघन के मामले जरिये अदालत इस्तगासे मुकदमे दर्ज होते हैं। पिछले एक वर्ष में 316 मामले दर्ज हो चुके हैं।












अलविदा डोना समर, हमेशा याद रहोगी

नयी दिल्‍ली . मशहूर गायिका डोना समर ने कैंसर की बीमारी से लंबे समय जूझने के बाद कल दुनिया को अलविदा कह दिया। उनकी मौत की कहानी 9/11 से जुड़ी है। अलकायदा ने इस बदनाम तारीख को जब अमेरिका में बनी वर्ल्‍ड ट्रेड सेंटर नाम की जिन दो जुड़वां इमारतों को निशाना बनाया था उन्‍हीं के पास में डोना का आशियाना भी था। जब आतंकवादियों के विमान इन इमारतों से टकराए तो ये इमारतें चूर चूर हो गयीं नतीजतन वहां धूल का गुबार छा गया । इस धूल धक्‍कड़ में एसबेस्‍टस , लैड, आदि चीजें शामिल थीं। ये धूल उस वक्‍त मकान में मौजूद डोना के घर में भी प्रवेश कर गयी जिसके बाद से डोना को सांस की तकलीफ शुरू हुई जो बाद में कैंसर में बदल गयी और जिसने डोना की जान लेकर ही उनका पीछा छोड़ा।
 




इस हमले में करीब तीन हजार लोग मारे गये । उनका जीवन तो तुंरत समाप्‍त हो गया लेकिन जो लोग यहां से उठी धूल की चपेट में आये उनका जीवन आज भी नर्क बना हुआ है। एक आंकड़े के अनुसार गुबार के कारण करीब एक हजार लोग बीमार हुए और इनमें से 700 लोग दम तोड़ चुके हैं। डोना समर आतंकवाद के शिकार इन्‍हीं मासूम लोगों में से एक हैं।









सोशल नेटवर्किंग साइटों पर डोना समर को खूब याद किया जा रहा है। लोग उन्‍हें नमन कर रहे हैं , श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।






1. ब्रिटिश अखबार द सन ने उन्‍हें इस अंदाज में याद किया है और आतंकवाद को इस सुरीली गायिका का याद किया है । पढ़ने के लिए यहां जाएं। http://www.thesun.co.uk/sol/homepage/news/4323815/911-dust-kills-disco-queen-Donna-Summer.html






2. डेली बीस्‍ट ने उनके गीतों को वेबसाइट पर लगाकर अपने तरह से श्रद्धासुमन अर्पित किये हैं। यहां पर क्लिक करें। http://www.thedailybeast.com/articles/2012/05/17/the-best-of-donna-summer-the-queen-of-disco-videos.html











3. एमटीवी ने उनका एक साक्षात्‍कार प्रकाशित किया है जिसमे डोना ने कहा था कि जो कुछ कहा नहीं जा सकता उसे हम गीत में कह सकते हैं।


http://www.mtv.com/news/articles/1685350/donna-summer-music.jhtml









4. न्‍यूयार्क टाइम्‍स ने उन्‍हें युगांतरकारी गायिका की संज्ञा दी है । http://www.nytimes.com/2012/05/18/arts/music/donna-summer-queen-of-disco-dies-at-63.html









5. लॉस एं‍जि‍ल्‍स टाईम्‍स ने उन्‍हें डिस्‍को दीवा की उपमा दी है। http://www.latimes.com/news/obituaries/la-me-donna-summer-20120518,0,632480.story

"सरकारी संरक्षण" बना "कैद"!

"सरकारी संरक्षण" बना "कैद"!
बाड़मेर। एक मूक बघिर दस वर्षीय मासूम को ऎसे मकान में बंद कर दिया गया है, जहां उसके साथ कोई नहीं है। एक चौकीदार बैठा दिया गया है, जो उसके दो समय खाने और कपड़ों का प्रबंध जरूर कर देता है। इस मकान में उससे बात करने के लिए दीवारें है और रूलाई फूटती है तो कोई बहलाने वाला नहीं होता। बाल संरक्षण के नाम पर मिल रही यह कैद मासूमों के लिए मुश्किल बनी हुई है। इसमें सुधार को लेकर सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय विभाग कोई कदम नहीं उठा रहा है।

1098 के माध्यम से मिलने वाले बच्चों के संरक्षण के लिए प्रावधान है कि शिशु सुधार गृह में इनको रखा जाए। इनके अभिभावक मिलने पर उनको वापिस सुपुर्द कर दिया जाए। बाड़मेर में लगातार ऎसे बच्चे आ रहे हैं। इन बच्चों को बाल कल्याण समिति को सुपुर्द करने के बाद राजकीय संप्रेषण व किशोर गृह में संरक्षण के लिए भेजा जा रहा है। यह केन्द्र शहर में एक किराए के मकान में संचालित हो रहा है। इस मकान में इन बच्चों को रख दिया जाता है और इनके खाने पीने का इंतजाम किया जा रहा है। चौबीस घंटे एक चौकीदार की डयूटी रहती है। बच्चों को मकान से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। लिहाजा चौबीस घंटे इसी मकान में यह बच्चे बंद रहते हंै।

कैद नहीं तो क्या
इन दिनों यहां एक बच्चा छह दिन से रह रहा है। शहर कोतवाली पुलिस को मिला यह बच्चा दस साल का है।
इस बच्चे के पास अपनी खुद की कोई पहचान नहीं है। कुछ भी नहीं बता रहे इस बच्चे के अभिभावकों का पता लगाना भी मुश्किल हो रहा है। अब इस बच्चे को इस मकान में भेज दिया गया है, जहां उससे न तो कोई बात करने वाला है और न ही इशारों से उसकी बात को समझने वाला।

कोई छूट नहीं
बच्चे सरकारी संरक्षण में खो नहीं जाए इसलिए चौकीदार बैठाकर मकान में बंद रखा जा रहा है। जबकि मानवीयता के दृष्टिकोण से इन बच्चों की पढ़ाई, मानसिक अवसाद से बाहर लाने की जिम्मेवारी भी है। इसके लिए अन्य बच्चों के साथ खेलने, पढ़ने, चौबीस घंटे के बंद माहौल को त्यागना जरूरी है, जबकि ऎसी कोई छूट नहीं दी जा रही है।

गार्ड को कहा है बातें करे
सही बात है। छात्रावास में इस बच्चें को रखने का सोचा था। अब गार्ड को कहा है कि इससे बातें करें और मन बहलाए।
शरद शर्मा सहायक निदेशक, सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय विभाग

शिशुगृह होना चाहिए
अभी वैकल्पिक व्यवस्था कर रखी है,जहां बच्चा वास्तव में संरक्षण की सुविधा नहीं पा रहा है। इसके लिए अलग शिशुगृह का प्रावधान है जो बाड़मेर में नहीं है। इसलिए समस्या आ रही है।
एडवोकेट यज्ञदत्त जोशी
सदस्य बाल कल्याण समिति

आज शनि बदलेगा राशि, कल है शनि जयंती, जानिए राशिफल और उपाय

अगले कुछ घंटे ज्योतिष की दुनिया के लिए बहुत ही खास हैं। इस दौरान आकाश में सितारों की खासी हलचल होगी। ज्योतिष में सबसे कठोर माने जाने वाला ग्रह शनि अपनी राशि बदलकर कन्या राशि में आ जाएगा। 19 को शनि राशि बदलेगा, 20 को शनि जयंती और 20-21 मई की दरमियानी रात सूर्य ग्रहण होगा।  
ये 3 योग ज्योतिष के अनुसार सभी राशि के लोगों के प्रभावित कर रहे हैं। इन तीनों योगों में शनि ग्रह की महत्वपूर्ण भूमिका है, सभी राशियों पर शनि का प्रभाव सर्वाधिक रहेगा। अत: जानिए शनि से जुड़ी विस्तृत जानकारी...

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार 19 मई 2012 की दोपहर 2.30 बजे से वक्री शनि कन्या राशि में वापस प्रवेश करेगा। शनि 15 नवंबर को ही कन्या राशि से तुला में आए थे, लेकिन अपनी वक्री चाल के कारण वे कुछ समय के लिए फिर कन्या राशि में जाएंगे। 26 जून 2012 की सुबह 5.40 बजे से इनकी चाल मार्गी हो जाएगी। 1 अगस्त 2012 को वापस उच्च का होकर तुला राशि में लौट आएगा। हालांकि शनि के परिवर्तन की तिथि को लेकर कई पंचांगों में भेद है। फिर भी इस तिथि पर एकमत हुआ जा सकता है।

शनि खगोल विज्ञाम की नजर में..

खगोल विज्ञान के अनुसार शनि को सबसे सुंदर ग्रह माना जाता है। शनि के आसपास इसके उपग्रहों( लगभग 10 उपग्रह ) का समूह है, जो शनि के चारों ओर एक छल्ला सा दिखाई देता है,जिसके कारण शनि की सुंदरता बढ़ जाती है। वैसे तो सभी ग्रहों में गुरु यानि बृहस्पति ग्रह को सबसे बड़ा माना जाता है लेकिन इसके बाद शनि ही सबसे बड़ा ग्रह बताया गया है। शनि का व्यास लगभग सवा लाख किलोमीटर है। इसे अपनी ही धूरी पर एक चक्कर लगाने में लगभग 9 घंटे लगते हैं। ऐसा माना जाता है कि शनि 10 किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से सूर्य की परिक्रमा करता है। शनि ग्रह सूर्य से लगभग डेढ़ अरब किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां से शनि 10 किमी प्रति सेकंड की गति से सूर्य की परिक्रमा लगभग 30 वर्षों में कर लेता है।

शनि का राशि अनुसार सामान्य फल-

- वृषभ, कर्क, तुला, मकर के लिए शनि बहुत शुभ माना जाता है।

- मेष, सिंह, धनु, कुंभ के लिए शनि न तो अधिक शुभ है और ना ही अशुभ।

- मिथुन, कन्या, वृश्चिक एवं मीन के लिए शनि अशुभ माना जाता है।

12 राशियों के लिए शनि को मनाने के उपाय

मेष राशि:सरसों के तेल का दान किसी गरीब व्यक्ति को करें।

वृषभ राशि:इन लोगों को किसी गोशाला को ज्वार का दान करना चाहिए।

मिथुन राशि:उड़द के आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को खिलाएं।

कर्क राशि:शिवलिंग पर बिल्व पत्र अर्पित करें। किसी अपाहिज व्यक्ति को भोजन कराना शुभ रहेगा।

सिंह राशि:मां दुर्गा को गुलाब के फूलों की माला अर्पित करें। शनिदेव के चरणों में तेल चढ़ाएं।

कन्या राशि:किसी वट वृक्ष के पेड़ में जल अर्पित करें। रोटी बनाने का तवा दान करना शुभ रहेगा।

तुला राशि:गरीब कन्याओं को दूध और दही का दान करें। शनि देव का दर्शन करें।

वृश्चिक राशि:पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं। साबूत मसूर की दाल किसी सफाई कर्मचारी को दान करें।

धनु राशि:किसी अंधे व्यक्ति को भोजन कराएं। चने की दाल कुष्ठ रोगियों को दान करें।

मकर राशि:पक्षियों को दाना डालें और उनके लिए घर के बाहर एक बर्तन में पानी भरकर रखें।

कुंभ राशि:काली उड़द किसी बहती नदी में प्रवाहित करें। हनुमान चालिसा का पाठ करें।

मीन राशि: मिट्टी के बर्तन में शहद भरकर मंदिर में दान करें।

इन उपायों के साथ ही सभी राशि के लोग हनुमानजी का विशेष पूजन करें और शनि के निमित्त तेल का दान करें।

किन राशियों पर रहेगी साढ़ेसाती और ढैया

शनि 19 मई से राशि बदलकर तुला से कन्या में आएगा। वैसे तो शनि करीब ढाई साल तक एक ही राशि में रुकता है लेकिन अभी शनि वक्री है और इसी वजह से यह पीछे की ओर राशि बदलकर कन्या में जाएगा।

अब 19 मई से 1 अगस्त तक शनि कन्या राशि में रहेगा। इस कारण सिंह, कन्या, तुला राशि पर साढ़ेसाती हो जाएगी। मिथुन एवं कुंभ राशि पर पुन: ढैय्या का प्रभाव रहेगा। वृश्चिक, कर्क एवं मीन राशि शनि के सीधे प्रभाव से मुक्त हो जाएगी।

इन पांच राशियों पर शनि का सीधा असर रहेगा-

सिंह राशि के लिए यह स्थिति लाभकारी रहेगी।

कन्या राशि के लोगों को इस दौरान मिश्रित फल प्राप्त होंगे।

तुला राशि के लोगों को परिश्रम से लाभ प्राप्त होगा।

मिथुन राशि को सम्मान मिलेगा और यात्राएं करवाएगा।

कुंभ राशि वालों को धन प्राप्ति तथा जमीन से लाभ प्राप्त होगा।

देश-दुनिया पर क्या होगा असर?

पं. मनीष शर्मा के अनुसार शनि का वक्री होने का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। इसके अलावा यह केवल प्राकृतिक आपदा का कारक बन सकता है। शनि का तुला राशि में वक्री होने से तूफान, चक्रवात, भूकंपन, बाढ़ आदि की संभावनाएं बन रही हैं। लोगों को मंहगाई का सामना कर पड़ सकता है। इसके अलावा व्यक्तिगत जीवन में यह किसी को परेशान नहीं करेगा। जिन राशियों में शनि का ढैय्या या साढ़ेसाती चल रही है उन्हें भी कुछ समय के लिए राहत होगी। अभी कन्या, तुला और वृश्चिक राशि पर साढ़ेसाती है। मीन तथा कर्क राशि पर ढैय्या चल रही है।

20 मई शनि जयंती और 21 मई सूर्य ग्रहण...

रविवार 20 मई को शनि जयंती है और सोमवार 21 मई को सूर्य ग्रहण होगा। सूर्य का ग्रहण का प्रभाव 12 घंटे पूर्व से ही प्रारंभ हो जाता है। अत: शनि जयंती के दिन से ही सूर्य ग्रहण का प्रभाव भी शुरू हो जाएगा। इस दिन शनि देव के अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए विशेष पूजन-अर्चन किया जाना चाहिए। 21 मई को कंकड़ाकृति सूर्य ग्रहण होगा।

सूर्य ग्रहण (21 मई, रविवार) का प्रभाव

ज्योतिष के अनुसार कंकड़ाकृति सूर्य ग्रहण 21 मई, सोमवार (ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या) को होगा। इस दिन शनि जयंती का योग भी बन रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार यह ग्रहण कृत्तिका नक्षत्र, वृष राशि में होगा, जो भारत के केवल पूर्वी भाग में खण्डग्रास रूप में दिखाई देगा। ग्रहण का मोक्ष दूसरे दिन यानी 21 मई, सोमवार को सुबह 4.51 बजे होगा। यह ग्रहण वृष राशि में होने से प्राकृतिक आपदा से जन-धन की हानि के योग बन रहे हैं। सरकार और नागरिकों के बीच तनाव और संघर्ष की स्थिति बन सकती है। राष्ट्र को बड़े राजनेताओं की हानि हो सकती है। आकस्मिक दुर्घटना जैसे रेल हादसे, विमान हादसे के कारण जान-माल का नुकसान भी संभावित है। पड़ोसी देशों से संबंधों में भी कुछ मतभेद हो सकते हैं। ध्यान रहें, सूर्य ग्रहण का प्रभाव उन्हीं क्षेत्रों पर होगा जहां सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। जिन स्थानों पर ग्रहण नहीं दिखाई देगा वहां इसका कोई प्रभाव नहीं होगा।

कौन हैं शनि देव?

सभी नौ ग्रहों में शनि देव का स्थान सर्वाधिक महत्वपूर्ण हैं। शनि देव को न्यायाधीश का पद प्राप्त है, अत: इनके द्वारा ही समस्त जीवों को उनके कर्मों का शुभ-अशुभ फल प्रदान किया जाता है। जिस व्यक्ति के जैसे कर्म होते हैं ठीक वैसे फल शनि प्रदान करते हैं। ज्योतिष के अनुसार शनि मकर और कुंभ राशि का स्वामी माना जाता है। शनि देव को अर्पित की जाने वाली वस्तुओं में लोहा, तेल, काले-नीले वस्त्र, घोड़े की नाल, काली उड़द, काले रंग का कंबल शामिल हैं।

कब हुआ शनि का जन्म

शास्त्रों के अनुसार हिन्दी मास ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को शनिदेव का जन्म रात के समय हुआ था।

शनि के अन्य नाम

शनि अत्यंत धीमे चलने वाला ग्रह है और इसे सूर्य की परिक्रमा करने के लिए ३० वर्ष लगते हैं। इसलिए शनि को मंद भी कहते हैं। शनै:-शनै: अर्थात धीरे-धीरे चलने के कारण इसको शनैश्चराय भी कहते है। यह यमराज के बड़े भाई हैं इसलिए इन्हें यमाग्रज भी कहते हैं। रविपुत्र, नीलांबर, छायापुत्र, सूर्यपुत्र आदि अनेक नाम है।

शनि का पारिवारिक परिचय

शास्त्रों के अनुसार शनिदेव को सूर्य का पुत्र माना गया है। इनकी माता का नाम छाया है। सूर्य की पत्नी छाया के पुत्र होने के कारण इनका रंग काला है। मनु, यमराज शनि के भाई तथा यमुनाजी इनकी बहन है। ऐसा माना जाता है शनि का विवाह चित्ररथ (गंधर्व) की कन्या से हुआ।

शनि देव का स्वरूप

शनिदेव शरीर इंद्रनीलमणि के समान है। इनका रंग श्यामवर्ण माना जाता है। मस्तक पर स्वर्णमुकुट शोभित है एवं नीले वस्त्र धारण किए रहते हैं। शनि देव का वाहन कौआ है। शनिदेव की चार भुजाएं हैं। इनके एक हाथ में धनुष, एक हाथ में बाण, एक हाथ में त्रिशूल और एक हाथ में वरमुद्रा सुशोभित है। शनिदेव का तेज करोड़ों सूर्य के समान अति तेजस्वी बताया गया हैं।

नौ ग्रहों से शनि का संबंध

ज्योतिष में नौ ग्रह सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु बताए गए हैं।

- इन ग्रहों में बुध और शुक्र शनि के मित्र ग्रह हैं।

- सूर्य, चंद्र और मंगल ये तीनों शनि के शत्रु ग्रह माने गए हैं।

- इनके अलावा गुरु से शनि सम भाव रखता है।

- शेष दो ग्रह राहु और केतु को छाया ग्रह माना जाता है। इन दोनों से भी शनि देव मैत्री भाव ही रखते हैं।

शनि देव की प्रकृति

शनि देव न्याय, श्रम और प्रजा के देवता हैं। यदि किसी व्यक्ति के कर्म पवित्र हैं तो शनि उन्हें सुखी जीवन प्रदान करता है। किसानों के लिए शनि मददगार हैं। गरीब और असहाय लोगों पर शनि की विशेष कृपा रहती है। जो लोग किसी गरीब को परेशान करते हैं उन्हें शनि के कोप का सामना करना पड़ता है। शनि पश्चिम दिशा के स्वामी हैं। वायु इनका तत्व है। साथ ही शनि व्यक्ति के शारीरिक बल को भी प्रभावित करता है।

शनि आराधना का मंत्र

शनि आराधना के लिए कई मंत्र बताए गए हैं लेकिन सबसे सरल और प्रभावी मंत्र इस प्रकार है- मंत्र: ऊँ शं श्नैश्चराय नम:

राजस्थान: आज से 5 घंटे तक होगी बिजली कटौती



देशव्यापी बिजली की कमी और प्रदेश के विभिन्न बिजलीघरों की करीब 11 इकाइयां बंद होने से राज्य में बिजली कटौती की अधिकारिक घोषणा की गई है। अब जयपुर से लेकर गांवों तक एक से पांच घंटे की कटौती की जाएगी। जयपुर में एक घंटा, संभाग मुख्यालयों पर दो घंटे, जिला मुख्यालयों पर 3 घंटा, नगर पालिका क्षेत्र में 4 घंटे और 5 हजार से ऊपर की आबादी वाले क्षेत्र में 5 घंटे की कटौती की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में शाम छह बजे से सुबह सात बजे तक और पांच घंटे के थ्री फेस सप्लाई की जाएगी।
बिजली निगम के निदेशक सी.एस. चंडालिया ने बताया कि जैसे ही बिजली की उपलब्धता होगी कटौती समाप्त कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि ग्रिड अनुशासन को सुनिश्चित करने के लिए ही कटौती की जा रहा है। देशभर में 35,000 मेगावाट की कमी चल रही है।
इसके अलावा राजस्थान में सूरतगढ़ की एक, छबड़ा की दो, बरसिंगसर की दो, धौलपुर की दो, राज वेस्ट की दो इकाइयां बंद होने से बिजली की सप्लाई पर असर आ रहा है। इसके चलते राज्य में 1500 मेगावाट की कमी है। अभी 1150 लाख यूनिट की उपलब्धता है, जबकि गर्मी के कारण 1400 यूनिट की मांग है।
करीब 250 लाख यूनिट की कमी चल रही है। इस कमी को देखते हुए बिजली निगम की ओर से 100 से 150 लाख यूनिट एक्सचेंज से खरीद की जा रही है। फिर भी एक्सचेंज के कम बिजली मिलने के कारण पूर्ति नहीं हो पा रही है।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार पवन ऊर्जा से भी कभी कभी उत्पादन 1000 मेगावाट से कम होकर 500/100 मेगावाट तक ही रह जाता है। उससे भी अनियमित कटौती की जा रही है।

नहीं रहे बाबा जय गुरुदेव, आश्रम में ही होंगे अंतिम दर्शन



मथुरा/जयपुर.बाबा जय गुरुदेव ने शुक्रवार को आगरा-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर मथुरा स्थित आश्रम में अपना शरीर त्याग दिया। वे 116 वर्ष के थे। रात 10:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
बाबा को उनकी इच्छा पर दोपहर में ही गुडगांव के मेदांता अस्पताल से मथुरा आश्रम पर लाया गया था। उनका पार्थिव शरीर सुबह आश्रम में ही अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा

हॉस्टल के बाहर से उठाया और 24 घंटे तक करते रहे गैंग रेप, फिर फेंक दिया


 
सोनीपत.गोहाना .भक्त फूलसिंह महिला विश्वविद्यालय खानपुर कलां विधि विभाग की बीए एलएलबी की प्रथम वर्ष की एक छात्रा को मेस का संचालन कर रहे युवक ने अपने दो साथियों के साथ विश्वविद्यालय के सामने से जबरन उठा लिया। खेतों में ले जाकर उसके साथ बारी-बारी से मुंह काला किया। इसके बाद युवकों ने छात्रा को विश्वविद्यालय के सामने ही फेंक दिया।
गैंग रेप करने वाले तीन आरोपियों को हरियाणा पुलिस ने छात्राओं के दबाव के बाद रात को गिरफ्तार कर लिया। इनमें अमित मलिक और जयपाल शामिल है। तीनों आरोपियों को खानपुर गांव के समीप से गिरफ्तार किया गया है।
आरोप है कि इस मामले को दबाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन जब विवि की अन्य छात्राओं को इसका पता लगा तो उन्होंने इसका डटकर विरोध किया। वे हॉस्टल से बाहर आ गईं और धरना-प्रदर्शन शुरू कर रोड जाम कर दिया। इसके बाद अधिकारियों की नींद टूटी और सदर थाने में मामला दर्ज किया गया। छात्रा का खानपुर कलां स्थित बीपीएस महिला राजकीय अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया। धरने पर डटीं लड़कियों को हॉस्‍टल प्रशासन की ओर से खाना-पीना भी नहीं दिया जा रहा है
दिल्ली के होलंबी कलां की रहने वाली एक लड़की खानपुर कलां स्थित भक्त फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय के विधि विभाग में एलएलबी प्रथम वर्ष की छात्रा है।
विश्वविद्यालय के छात्रावास संख्या 14 में रहने वाली यह छात्रा 16 मई की दोपहर विश्वविद्यालय के गेट के बाहर किसी काम से आई थी। उसी दौरान स्कार्पियो गाड़ी में तीन युवक उसे जबरन बैठा ले गए।
युवक छात्रा को खेतों में ले गए। वहां पर तीनों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया। बाद में विश्वविद्यालय के बाहर छोड़ दिया। बदहवास छात्रा वहां से छात्रावास में अपने कमरे में चली गई। 17 मई को उसने घटना की जानकारी अपनी सहयोगी छात्राओं को दी। घटना पूरे विश्वविद्यालय में आग की तरह फैल गई।
आरोप है कि जब मामले को दबाने की कोशिश की गई तो छात्राओं ने विरोध किया। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रा का मेडिकल परीक्षण कराया। सदर थाना पुलिस ने छात्रा के बयान पर गांव खानपुर कलां निवासी व विवि में मैस का संचालन कर रहे अमित मलिक उर्फ मीता व दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

शुक्रवार सुबह छात्राओं ने विश्वविद्यालय में छात्राओं की सुरक्षा कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए विश्वविद्यालय के गेट के सामने गोहाना-गन्नौर मार्ग पर जाम लगा दिया।

छात्राओं के साथ है विश्वविद्यालय : वीसी

विश्वविद्यालय की कुलपति डा. पंकज मित्तल व रजिस्ट्रार डा. आशा कादियान ने कहा कि जिस छात्रा के साथ दुर्घटना हुई है विश्वविद्यालय प्रशासन उसके पूरी तरह से साथ है। उन्होंने कहा कि घटना का पता लगते ही इस संबंध में कमिश्नर, डीएसपी व अन्य अधिकारियों से बातचीत की गई। उन्होंने कहा कि मामला दर्ज हो चुका है और छात्रा का मेडिकल परीक्षण करवाया जा चुका है।

चीफ वार्डन को बदला

छात्राओं के कड़े रुख व आंदोलन को देखते हुए महिला विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा चीफ वार्डन से त्याग-पत्र ले लिया गया। विश्वविद्यालय के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार कृष्णा राठी को चीफ वार्डन नियुक्त किया गया है।

तो गर्मी बीतने के बाद शुरू होगी टैंकरों से पानी सप्लाई!


.तो गर्मी बीतने के बाद शुरू होगी टैंकरों से पानी सप्लाई!

बाड़मेर  गर्मी आधी बीतने को है लेकिन अभी तक कमीशंड गांवों व ढाणियों में टैंकरों से पेयजल परिवहन सुचारू रूप से शुरू नहीं हो पाया है। जलदाय विभाग के पांच जोन में से दो जोन में ही टैंकरों से पेयजल परिवहन शुरू हो पाया है, जबकि दो जोन में आधे गांव व ढाणियों में सप्लाई की कवायद चल रही है। शेष गांवों व ढाणियों में सप्लाई का इंतजार है। इतना ही नहीं बाड़मेर जोन में टैंकरों से पेयजल परिवहन की दरों का शुक्रवार को अनुमोदन किया गया। ऐसे में पेयजल की समस्या दिनोंदिन विकट होती जा रही है।

जिले भर में पानी की किल्लत बढ़ गई है। जहां पर जलदाय विभाग के स्रोत हैं, वहां भी अनियमित जलापूर्ति हो रही है। टैंकरों से पेयजल परिवहन के लिए जलदाय विभाग को सवा करोड़ रुपए का बजट जारी कर रखा है। लेकिन टेंडर प्रक्रिया में देरी के चलते समय पर टैंकरों से पानी की सप्लाई शुरू नहीं होने से लोगों को प्यास बुझाने के लिए अपने स्तर पर ही जतन करने पड़ रहे हैं। जिले भर में करीब पांच सौ से अधिक गांव व ढाणियां चिह्नित हैं। जिसे विभाग ने कमीशंड मान रखा है। जहां पर टैंकरों से पेयजल परिवहन किया जाना प्रस्तावित है।

प्रक्रिया ही ऐसी देरी तो होगी. जलदाय विभाग ने कमीशंड गांव व ढाणियों में टैंकरों से पेयजल परिवहन के लिए प्रक्रिया ही इस तरह की कर रखी है कि देरी होना लाजिमी है। पांच जोन में पेयजल परिवहन की दरों का एक साथ अनुमोदन नहीं किया गया। इसके बाद में पहले तो ग्राम पंचायतों से पेयजल परिवहन के आवेदन आमंत्रित किए। जब पंचायतों ने हाथ खड़े कर दिए तो बाद में टेंडर जारी किए जा रहे हैं।

..तो नॉन कमीशंड क्षेत्र के लोग रहेंगे प्यासे. जानकारी के अनुसार कमीशंड गांव व ढाणियां जहां पर पेयजल स्रोत तो हैं, मगर नियमित जलापूर्ति नहीं हो रही है। ऐसे स्थानों पर जलदाय विभाग टैंकरों से पानी सप्लाई करेगा। जबकि नॉन कमीशंड गांव व ढाणियां। जहां पर पेयजल का कोई स्रोत नहीं है। ऐसे गांव व ढाणियों में टैंकरों से पेयजल परिवहन नहीं किया जाएगा। उन्हें पेयजल से वंचित रहना पड़ेगा।