रविवार, 8 मार्च 2020

जैसलमेर, फसल नुकसान के मद्देनज़र समय पर होगा राहत का इंतजाम - डॉ. बीडी कल्ला

प्रभारी मंत्री ने जैसलमेर में ली समीक्षा बैठक,

ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान की ली जानकारी,

कहा - सरकार किसानों के लिए करेगी हरसंभव प्रयास,

फसल नुकसान के मद्देनज़र समय पर होगा राहत का इंतजाम - डॉ. बीडी कल्ला

जैसलमेर, 08 मार्च/जिले के प्रभारी मंत्री एवं उर्जा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, भू-जल, कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला ने कहा है कि कि गत दिनों बेमौसम बारिश तथा ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे के लिए मुख्यमंत्री एवं राज्य सरकार गंभीर है तथा एवं किसानों को समय पर राहत मुहैया कराने के लिए सरकार हरसंभव प्रयासों में जुटी हुई है। उन्होंने निर्देश दिए कि 33 प्रतिशत से अधिक खराबा वाले क्षेत्रों की विशेष गिरादावरी रिपोर्ट 16 मार्च तक हर हाल में प्रस्तुत करें ताकि किसानों को राहत पहुॅंचाई जा सके।

जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. कल्ला रविवार को जैसलमेर जिला कलेक्ट्री सभाकक्ष में ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे की समीक्षा के लिए जनप्रतिनिधियों एवं जिलाधिकारियों की बैठक को संबोेधित कर रहे थे। बैठक में जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदे, नगर परिषद के सभापति हरिवल्लभ कल्ला, जिला कलक्टर नमित मेहता, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग, जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमीन खां, समाजसेवी गोविन्द भार्गव सहित जिलाधिकारी उपस्थित थे।

किसानों के प्रति संवेदनशील रहें

प्रभारी मंत्री डॉ. कल्ला ने जिले में ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे की विस्तार से जानकारी ली और जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि जिन तहसीलों में बरसात एवं ओलावृष्टि से फसल खराबा हुआ है उस क्षेत्र के किसानों के प्रति पूरी संवेदनशीलता रखते हुए उनके फसल की गिरदावरी करवाएं।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार गिरदावरी के माध्यम से ओलावृष्टि से हुए नुकसान का सम्पूर्ण आंकलन करवाकर सभी प्रभावित किसानों को तत्काल सहायता उपलब्ध करवाने के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि किसानों के 33 प्रतिशत से अधिक खराबा होने पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से मुआवजा दिलाया जाएगा तथा इसमें कवर नहीं होने वाले काश्तकारों को प्राकृतिक आपदा कोष से मदद मुहैया कराई जाएगी।

नहरबन्दी के दौरान मजबूत रखें पेयजल प्रबन्धन

प्रभारी मंत्री ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे आगामी 70 दिन के लिए हो रही नहरबंदी को ध्यान में रखते हुए इस अवधि के दौरान पीने के पानी के लिए पर्याप्त मात्रा में जल संग्रहण सुनिश्चित करें और ध्यान दें कि यह पानी केवल पीने के उपयोग के लिए आए। उन्होंने यह भी हिदायत दी कि इस दौरान जलदाय विभाग के अधिकारी किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें एवं लोगों को पीने का पानी पूरा मिले इसके लिए जिला प्रशासन के सहयोग से पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित करें।

पानी-बिजली योजनाओं को दें सर्वोच्च प्राथमिकता

उन्होंने सोलर नलकूप के प्रस्ताव भेजने के साथ ही कन्टीन्जेंसी प्लान के कार्याें को समय पर करने के निर्देश दिये वहीं विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिये कि अंडरटेंकिंग के तहत जलदाय विभाग को विद्युत कनेक्शन जारी कराएं। उन्होंने 132 केवी जीएसएस के कार्यों को भी प्राथमिकता से कराने के निर्देश दिये। प्रभारी मंत्री ने जलजीवन मिशन के तहत बड़े गाँव को प्राथमिकता से पानी से जोड़ने के कार्यों को करने के निर्देश दिये।

बीसूका में लक्ष्य प्राप्ति के प्रति रहे गंभीर

प्रभारी मंत्री ने बैठक के दौरान 20 सूत्री कार्यक्रम की भी समीक्षा की एवं निर्देश दिये कि सभी सूत्रों में लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि सुनिश्चित की जाए। इसके लिए सभी अधिकारी एवं विभागीय अधिकारियों से कहा कि इसमें कमजोर वर्ग के पात्र लोगों को लाभान्वित कर उनका उत्थान किया जाए।

विधायक रूपाराम ने दिया विकास कार्यों पर बल

जैसलमेर विधायक रूपाराम धणदे ने बैठक में फतेहगढ क्षेत्र में ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे की जानकारी दी। उन्होंने नहर क्लोजर के दौरान कंटिन्जेंसी प्लान के तहत 6 करोड़ रुपये की और स्वीकृति कराने, 132 केवी जीएसएस झिनझिनयाली, मोहनगढ़ व मूलाना के कार्य को प्राथमिकता से कराने की आवश्यकता जताई। इस संबंध में प्रभारी मंत्री ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को इन कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता से लेते हुए समय पर कराने के निर्देश दिये। विधायक रूपाराम ने गर्मी को देखते हुए जलदाय विभाग के पेयजल स्रोतों पर 12 से 16 घंटे विद्युत आपूर्ति कराने पर बल दिया।

जिला कलक्टर ने दी खराबे की तथ्यात्मक रिपोर्ट

जिला कलक्टर नमित मेहता ने बैठक में बताया कि अभी तक तहसील फतेहगढ में ओलावृष्टि एवं बैमौसम वर्षा से 40 गाॅंवों में 33 प्रतिशत से अधिक खराबे की रिपोर्ट प्राप्त हुई है एवं इनकी गिरदावरी रिपोर्ट चालू कर दी है। उन्होंने जिले में रबी फसल में टिड्डी फसल से हुए नुकसान के कृषि आदान-अनुदान सहायता राशि की जानकारी देते हुए बताया कि अब तक 16300 किसानों को 32 करोड़ 37 लाख 54 हजार रुपये का भुगतान कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने जिले में अभाव में खरीब फसल 2076 में हुए नुकसान के लिए किसानों को दी गई अनुदान सहायता राशि की जानकारी दी। उन्होंने प्रभारी मंत्री से पानी, बिजली, चिकित्सा, शिक्षा इत्यादि विभागों में रिक्त पदों की पूर्ति कराने की बात कही।

बैठक में सभापति हरिवल्लभ कल्ला ने जैसलमेर शहरी क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति की मॉनिटरिंग के लिए अधिशाषी अभिंयता आर.के.शर्मा को लगाने की आवश्यकता जताई। बैठक में समाजसेवी गोविन्द भार्गव ने लाठी, मूलाना आदि क्षेत्र में वर्षा से हुए फसल खराबे की गिरदावरी कराने की आवश्यकता जताई। 

     प्रभारी मंत्री ने  गांवों का दौरा कर किसानों से ली खराबे की जानकारी

प्रभारी मंत्री ने इससे पूर्व फतेहगढ तहसील में किसानों से रूबरू एवं उनसे ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे की जानकारी ली वहीं उन्होंने देवीकोट एवं साॅंगड़ में भी किसानों से रुबरु होकर फसल खराबे की जानकारी ली। उन्होंने काश्तकारों को आश्वस्त किया कि सरकार हर हाल में उनके मदद के लिए खड़ी है एवं शीघ्र ही मुआवजा दिलाया जाएगा।

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बाड़मेर, प्रभारी मंत्री हुए किसानों से रूबरू ओलावृष्टि से नुकसान के प्रति सरकार संवेदनशील-डॉ. कल्ला

बाड़मेर,  प्रभारी मंत्री हुए किसानों से रूबरू
ओलावृष्टि से नुकसान के प्रति सरकार संवेदनशील-डॉ. कल्ला

बाड़मेर, 8 मार्च। जिले के प्रभारी मंत्री तथा उर्जा एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने रविवार को किसानों से रूबरू होकर जिले मेें गत दिनोें बेमौसम बारिश तथा ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे का जायजा लिया। उन्होने कास्तकारों को पूर्णतः आश्वस्त किया कि सरकार हर हाल में उनके साथ खड़ी है तथा फसल खराबे का मुआवजा दिया जाएगा।
जिले के प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिले में बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि होने से किसानों को हुए नुकसान के प्रति मुख्यमंत्री एवं हमारी सरकारी पूरी तरह गंभीर एवं संवेदनशील है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने इसे अत्यंत गंभीरता से लेते हुए एक सप्ताह के भीतर ही सभी प्रभावित जिलों में प्रभारी मंत्रियों को भेजकर कास्तकारों को विश्वास दिलाया कि सरकार उनके साथ खड़ी है तथा फसल खराबे का मुआवजा अतिशीघ्र उन्हे दिया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार प्रभावित जिलों के प्रभारी मंत्री ओलावृष्टि से पीड़ित किसानों से मुलाकात के साथ ही जिला कलक्टर एवं अन्य अधिकारियों के साथ भी बैठक कर फसल खराबे की स्थिति का आकलन करेंगे।
उन्होने कहा कि राज्य सरकार ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से फसलों को हुए नुकसान को लेकर गंभीर है। मुख्यमंत्री ने इससे किसानों को हुए नुकसान का तुरन्त आकलन करने और यथासंभव सहायता उपलब्ध कराने का संवेदनशील निर्णय लिया है। उन्होने कहा कि किसानों को ओलावृष्टि में हुए नुकसान का आकलन करने के लिए 20 मार्च तक विशेष गिरदावरी करवाकर किसानों को हुए नुकसान का पूरा मुआवजा दिलवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गिरदावरी के माध्यम से ओलावृष्टि से हुए नुकसान का संपूर्ण आकलन करवा कर सभी प्रभावित किसानों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने हेतु तत्पर है।
जिले के प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रारम्भिक रिपोर्ट के अनुसार बाड़मेर जिले में ईसबगोल में सर्वाधिक खराबा हुआ है। उन्होने कहा कि प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए सरकार तत्पर है। किसानों को तैतीस प्रतिशत से अधिक खराबा होने पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से मुआवजा दिलाया जाएगा तथा इसमें कवर नहीं होने वाले कास्तकारों को राष्ट्रीय प्राकृतिक आपदा कोष से मदद दिलाई जाएगी, लेकिन सरकार किसानों की सहायता में किसी प्रकार की कोताही बर्दास्त नहीं करेगी। उन्होने प्रभावित कास्तकारों को संबंधित बीमा कंपनी को 72 घण्टे में खराबे की सूचना प्रेषित करने को कहा। साथ ही संबंधित पटवारियों को भी सूचना देने को कहा।
इस मौके पर विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि बाड़मेर जिले की सभी तहसीलों में बारिश तथा ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे की विशेष गिरदावरी करवाई जाए तथा इसमें किसानों के प्रति संवेदनशीलता बरतते हुए आंकडे जुटाए जावे। विधायक हमीर सिंह भायल ने रबी की फसल के लिए बिजली की समस्या से अवगत कराया।
इससे पूर्व जिला कलक्टर अंशदीप ने बताया कि प्राथमिक सूचना के अनुसार ओलावृष्टि से बाड़मेर जिले की दो तहसीलों के 10 पटवार मण्डलों के 86 गांवों में फसलें प्रभावित हुई है। सर्वाधिक खराबा ईसबगोल की फसल में हुआ है। उन्होने बताया कि जिले में 16 मार्च तक ही ओलावृष्टि से फसल खराबे की विशेष गिरदावरी पूर्ण करवा दी जाएगी।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा ने फसल खराबे की तहसीलवार स्थिति से अवगत करवाया। वहीं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने बीस सूत्री कार्यक्रम की प्रगति से अवगत कराया। वहीं समाजसेवी फतह खां, ताजाराम चौधरी ने अपने क्षेत्रों में ओलावृष्टि से फसल खराबे की जानकारी दी।
इससे पूर्व जिले के प्रभारी मंत्री ने धोरीमन्ना तहसील एवं गुडामालानी तहसीलों से आए कास्तकारों के प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात कर फसल खराबे की जानकारी ली। कास्तकारों ने ईसबगोल की खराब फसल के नमुने प्रभारी मंत्री को दिखाकर फसल खराबे से अवगत कराया।

बाड़मेर प्रह्लाद में आस्था के चलते बिश्नोई समाज नही करता होली दहन

बाड़मेर प्रह्लाद में आस्था के चलते बिश्नोई समाज नही करता होली दहन


श्रीराम ढाका @धोरीमन्ना



बाड़मेर पेड़ व वन्यजीवों को बचाने के अपने प्राण न्यौछावर करने वाले बिश्नोई समाज पर्यावरण संरक्षण व आस्था के चलते होली दहन करना तो दूर, उसकी लौ भी नहीं देखते हैं।
होली दहन कि लौ नही देखने के पिछे भी मान्यता हैं कि यह आयोजन भक्त प्रहलाद को मारने के लिए किया था ओर बिष्णु भगवान ने 12 करोड़ जीवो के उद्धार के लिए वचन देकर कलयुग में भगवान जाम्भोजी के रूप में अवतरित हुए बिश्नोई समाज स्वयं को प्रहलाद पंथी मानते है। सदियों से चली आ रही यह परंपरा न सिर्फ पानी कि बर्बादी रोकता है, बल्कि पर्यावरण को बचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

जरूरी है होली का पाहल (कलश) करना

होलिका दहन से पूर्व जब प्रहलाद को गोद में लेकर बैठती है, तभी से शोक शुरू हो जाता है सुबह प्रहलाद के सुरक्षित लौटने व होलिका के दहन के बाद विश्नोई समाज खुशी मनाता है, लेकिन किसी पर कीचड़, गोबर, रंग नहीं डालते हैं  बिश्नोई समाज के अनुसार प्रहलाद विष्णु भक्त थे
विश्नोई पंथ के प्रवर्तक भगवान जंभेश्वर विष्णुजी के अवतार थे कलयुग में संवत 1542 कार्तिक कृष्ण पक्ष अष्टमी को भगवान जंभेश्वर ने कलश की स्थापना कर पवित्र पाहल पिलाकर विश्नोई पंथ बनाया था जांभाणी साहित्य के अनुसार तब के प्रहलाद पंथ के अनुयायी ही आज के विश्नोई समाज के लोग हैं, जो भगवान विष्णु को अपना आराध्य मानते हैं उन्होंने बताया, जो व्यक्ति घर में पाहल नहीं करते हैं, वे मंदिर में सामूहिक होने वाले पाहल से पवित्र जल लाकर उसे ग्रहण करते हैं

सूर्यास्त से पूर्व बनता है खिचड़ा

होली दहन से पूर्व संध्या पर होलिका जब प्रहलाद को लेकर आग में बैठती है तभी से प्रहलाद पंथी शोक मनाते हैं विश्नोई समाज में आज भी यह परंपरा मौजूद है शाम को सूरज छिपने से पहले ही हर घर में शोक स्वरूप खिचड़ा (सादा भोजन) बनता है सुबह खुशियां मनाई जाती हैं तब हवन पाहल ग्रहण करते हैं। ग्रंथों में ऐसा उल्लेख है प्रहलाद की वापसी पर हवन कर कलश की स्थापना की थी ऐसी मान्यता है, होली पर स्थापित प्रहलाद पंथ आगे चलकर हरिशचंद्र ने त्रेता युग में पुन: स्थापित किया द्वापर में युधिष्ठिर ने इसी पंथ को स्थापित किया कलयुग में विष्णु अवतार गुरु जांभोजी ने इसी पंथ को पुन: स्थापित किया
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जैसलमेर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पुलिस लाईन में वार्षिक उत्सव आयोजित

जैसलमेर  राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पुलिस लाईन में वार्षिक उत्सव आयोजित

जैसलमेर।राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पुलिस लाईन में वार्षिक उत्सव व आशीर्वाद समारोह आयोजित किया गया जिसके मुख्य
अतिथि के रूप में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश बैरवा , अध्यक्षता विद्यालय की पूर्व छात्रा डॉ  चम्पा सोंलकी तथा विशिष्ठ अतिथि के
रूप में पुलिस लाइन जैसलमेर के मेजर डॉ जालम सिंह जी  रहे। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा सरस्वती माता की प्रतिमा पर

माल्यार्पण एव दीप प्रज्वलित कर की गई। छात्र छात्राओं द्वारा शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुतियां दी गई । सत्र 2019-20 में
विद्यालय में विभिन्न क्षेत्रों में अव्वल रहने वाले छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया। प्रधानाध्यापक गोवर्धन दास  देवपाल द्वारा
अतिथियों का स्वागत कर  विद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया । विशिष्ठ  अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि विद्यार्थी अपना
लक्ष्य बनाकर अध्ययन करें तथा अपने गुरुजनों व माता पिता का नाम रोशन करें। अध्यक्षता कर रही डॉ चम्पा सोलंकी ने कहा कि
बालिकाओं को पढ़ाने के लिए माताओं को आगे आना  चाहिये तथा   स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहकर अंध विश्वासों से दूर रहने को कहा।
कार्यक्रम का संचालन अध्यापक  अभिषेक चौहान एवं जयकिशन द्वारा किया गया। व्यवस्था में शारीरिक शिक्षक पूनम सिंह ने योगदान
दिया गया । अध्यापिका मोनिका शर्मा एवं स्वर्णलता द्वारा बच्चो की प्रस्तुतियां तैयार करने में योगदान दिया। डॉ चम्पा सौलंकी द्वारा 2
पंखों की घोषणा की साथ ही मुख्य अतिथि राकेश जी बैरवा ने विद्यालय में पानी आर ओ (प्योरिफायर) देने की घोषणा की गई। कार्यक्रम के
अंत मे अध्यापक जुगतदान जी द्वारा सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया ।

जैसलमेर जिला कलेक्टर मेहता ने तुलसी गौ शाला का किया निरीक्षण ,सेवा देख हुए भावुक

  जैसलमेर  जिला कलेक्टर मेहता ने तुलसी गौ शाला का किया निरीक्षण ,सेवा देख हुए भावुक 






जैसलमेर जिला कलेक्टर नामित मेहता ने रविवार शाम तुलसी शाला का निरीक्षण किया ,जिला कलेक्टर  गायों की सेवा देख बड़े  भावुक हो गए ,उन्होंने गायों को गुड़ भी खिलाया ,इससे पहले उन्होंने गौ माता मंदिर में आरती भी की ,दौरान गौ शाला के नगर परिषद आयुक्त बृजेश रॉय ,सचिव मानव व्यास ,ग्रुप फॉर पीपल के संयोजक चंदन सिंह भाटी ,गौ शाला सदस्य व्यवस्थापक महताब सिंह भाटी , जे पी व्यास ,पार्षद देवी सिंह चौहान,राजेंद्र सिंह चौहान , राम सिंह भाटी सहित गौ सेवक उपस्थित थे ,जिला कलेक्टर नमित मेहता शाम को तुलसी गौ शाला पहुंचे ,उन्होंने पूरी गौ शाला का निरीक्षण किया ,उन्होंने व्यवस्थित तरीके से संचालित गौ शाला देख कहा की तरह की सेवा आस्था से होती हैं ,उन्होंने विकलांग और बीमार गायों के लिए गौ शाला में की  व्यवस्था देख सराहना की ,विकलांग गायों की गौ सेवको द्वारा की जा रही सेवा देख मेहता एक बरगी भावुक हो गए ,उन्होंने गायों को अपने हाथ से गुड़ खिलाया ,गायो के लिए चारे पानी की व्यवस्था को भी देखा ,नगर परिषद द्वारा शहर में पकड़ी जा रही गायो की तुलसी जोगौ शाला में की गयी   व्यवस्था को देखा ,उन्होंने गोशाला प्रबंधन और संचालन की तारीफ करते हुए कहा की इस तरह की सेवा कोई अपने माता पिता की इस जमाने में नहीं करता ,जिला कलेक्टर  बड़ी तादाद में नन्हे बछड़ो को देख प्रफुलित नजर आये उन्होंने बछड़ो के साथ भी वक़्त निकला ,जिला कलेक्टर ने गौ शाला संचालन में आ रही समस्याओ पर भी चर्चा  की ,उन्होंने गौ शाला प्रबंधन को विश्वास दिलाया की गौ शाला की बेहतरी के लिए जो कुछ कर सकूंगा करूँगा ,आयुक्त बृजेश रॉय ने भी विभिन मुद्दों पे बात की ,सचिव मानव ने उन्हें गौ शाला की विस्तृत जानकारी प्रदान की 

होली के लिए गोबर की लकड़ी बिक्री के लिए जारी की

जिला कलेक्टर नमित मेहता ने तुलसी गौ शाला द्वारा गोबर निर्मित लकड़ी देख आश्चर्य प्रकट किया ,उन्होंने कहा की पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए इस तरह गोबर की लकड़ी का ही अधिकतम उपयोग होना चाहिए ,होली के लिए सबसे उपयुरतक लकड़ी हैं ,कलेक्टर ने अपने आवास पर होली इसी लकड़ी से बना होलिका दहन करने का निर्णय लिया ,इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने गोबर की लकड़ी बिक्री के लिए जारी की ,

गुजरात के भुज में पाक खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी कर रहे एक जासूसी रैकेट का भांडाफोड़, 4 जासूसों को पुलिस ने किया गिरफ्तार*

गुजरात के भुज में पाक खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी कर रहे एक जासूसी रैकेट का भांडाफोड़, 4 जासूसों को पुलिस ने किया गिरफ्तार*


*भुज (गुजरात)*गुजरात वायुसेना के सैन्य के ठिकानों की जासूसी के आरोप में SP वेस्ट कछ भुज  ने 4 युवकों को पकड़ा है*

*कच्छ के नलिया भानाला वायुसेना की डिप्लॉयमेंट की जानकारी और वायुसेना की मूवमेंट की जानकारी सीमा पार   पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को  भेजने के  आरोप में 4 युवकों को पकड़ा गया है*

*फोटोग्राफी की आड़ में पाकिस्तान भेजी जा रही थी सैन्य की गुप्त जानकारियां*।


*जासूसी कांड में चौकानेवाली बात ये है के पकड़े गए चार युवकों की उम्र 17-21 साल के बीच है,सोशियल मीडीया के जरिये पाकिस्तान में एक शख्स को फ़ोटो के साथ डिटेल भेजी जा रही थी।पुलिस पिछले एक महीने से इन चार युवकों की मूवमेंट पर कड़ी नजर बनाए हुए थी।*

शनिवार, 7 मार्च 2020

बाड़मेर में गडरा रोड के लिए नर्मदा नहर आधारित जल प्रदाय परियोजना में धीमी प्रगति के कारण फर्म पर 28.22 करोड़ रुपये की शास्ति आरोपित-जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री

बाड़मेर में गडरा रोड के लिए नर्मदा नहर आधारित जल प्रदाय परियोजना में धीमी प्रगति  के कारण फर्म पर 28.22 करोड़ रुपये की शास्ति आरोपित-जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री


जयपुर, 7 मार्च। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने शनिवार को विधानसभा में कहा कि बाड़मेर के जिले की तहसील रामसर एवं शिव (वर्तमान में गडरा रोड) के लिए नर्मदा नहर आधारित जल प्रदाय परियोजना में अनुबंधक फर्म द्वारा धीमी गति से कार्य करने और निर्धारित प्रोरेटा प्रगति नहीं बनाए रखने के कारण राज्य सरकार ने उस पर 28.22 करोड़ रुपये की शास्ति आरोपित की गई है। उन्होंने कहा कि परियोजना की यह स्थिति मौजूदा सरकार को विरासत में मिली। हमारी सरकार ने इस प्रोजेक्ट के कार्य को गति दने के लिए 36 करोड़ रुपये की राशि और स्वीकृत की है।
डॉ. कल्ला शून्यकाल में विधायक श्री अमीन खां की ओर से इस संबंध में रखे गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि जिला बाड़मेर की तहसील रामसर व शिव की ग्राम एवं ढाणियों में पेयजल परियोजना का कार्य 10 अप्रैल 2017 तक पूर्ण करना निर्धारित था। वर्तमान सरकार द्वारा इस परियोजना के धीमे कार्य को गति देने पर फोकस किया जा रहा है। शिव विधानसभा क्षेत्र में जेईएन के रिक्त पदों के सम्बंध में उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा की जाने वाली डीपीसी में इन पदों को भर दिया जाएगा।
जलदाय मंत्री ने बताया कि इस जल प्रदाय परियोजना  में वर्ष 2013 से 2018 तक 248 करोड़ रुपये तथा वर्तमान सरकार द्वारा 36 करोड़ रुपये सहित कुल अब तक लगभग 284 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके है। इस परियोजना में अब तक पंपिग स्टेशन बनाने एवं पानी को इकट्ठा करने सहित रामसर में 48 प्रतिशत कार्य तथा गडरा रोड पर 20 प्रतिशत कार्य पूर्ण किया जा चुका हैं।
इससे पहले डॉ. कल्ला ने इस संबंध में अपने लिखित वक्तव्य मेें बताया कि नर्मदा नहर आधारित जल प्रदाय परियोजना में जिला बाड़मेर की तहसील रामसर एवं शिव (वर्तमान में गडरा रोड) के वर्ष 2001 की जनगणना के अनुसार क्रमशः 95 एवं 110 (कुल 205 ग्राम) एवं इनकी ढाणियों की पेयजल मांग सम्मिलित करते हुए इनके आधारभूत संरचनाओं के कार्य तथा केवल मुख्य ग्रामों में पेयजल वितरण के लिए 19 सितम्बर 2013 को राशि रुपये 610.79 करोड़ रुपये की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी की गई थी। यह स्वीकृति कलस्टर वितरण प्रणाली के कार्य सम्मिलित करते हुए विभागीय नीति निर्धारण समिति की 191वीं बैठक में जारी हुई थी। 
जलदाय मंत्री ने बताया कि इस परियोजना का क्रियान्वयन प्रारम्भ करने के लिए अनुबंधक फर्म मैसर्स एनसीसी लिमिटेड, हैदराबाद को 639.50 करोड़ रुपये (मुख्य कायोर्ं की निर्माण लागत 601.13 करोड़ रुपये एवं परियोजना के संचालन व संधारण कार्य के लिए 38.37 करोड़ रुपये) का कार्यादेश एक अक्टूबर 2013 को जारी किया गया था। इसके अनुसार परियोजना का कार्य 10 अप्रेल 2017 तक पूर्ण करना निर्धारित था ।
डॉ. कल्ला ने बताया कि इस पेयजल परियोजना में वित्तीय वर्ष 2013-14 से 2019-20 की अवधि में 289.25 करोड़ रुपये के बजट आवंटन के विरूद्ध 284.63 करोड़ रुपये की रािश का व्यय किया जाकर 48 प्रतिशत कार्य जनवरी 2020 तक पूर्ण किया गया है, परियोजना के शेष कार्य वर्तमान में प्रगति पर हैं । अनुबंधक फर्म द्वारा उक्त, परियोजना का कार्य धीमी गति से करने एवं निर्धारित प्रोरेटा प्रगति नहीं बनाये रखने के कारण रुपये 28.22 करोड़ की क्षतिपूर्ति राशि विभाग द्वारा अनुबंधक फर्म की रोक ली गई है ।
जलदाय मंत्री ने बताया कि परियोजना में तहसील गडरा रोड के सम्मिलित 110 ग्रामों में से 43 ग्राम राष्ट्रीय मरू उद्यान क्षेत्र में अवस्थित हैं तथा इन ग्रामों में परियोजना से पेयजल आपूर्ति के लिये आधारभूत संरचनाओं के निर्माण एवं कलस्टर वितरण प्रणाली के कायोर्ं के लिए आवश्यक भूमि आवंटन की अनुमति लेने की कार्रवाई वर्तमान में प्रक्रियाधीन है। राष्ट्रीय मरू उद्यान की सीमा में तहसील गड़रारोड़ के आने वाले 43 ग्रामों के अतिरिक्त तहसील रामसर के 95 एवं गडरा रोड के 67 (कुल 162) ग्रामों को परियोजना से मार्च 2021 तक लाभान्वित करने के प्रयास किये जा रहे हैं ।
डॉ. कल्ला ने बताया कि तहसील रामसर एवं गडरा रोड में सम्मिलित 205 ग्रामों की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था भू-जल स्रोतों पर आधारित है। इन तहसील क्षेत्रों की विभिन्न जल योजनाओं के अंतर्गत निर्मित एवं क्रियाशील 141 थ्री-फेज नलकूप, 43 खुले कुओं एवं 17 सिंगल फेज नलकूपों से वर्तमान में पेयजल आपूर्ति की जा रही है तथा इसके अतिरिक्त 580 क्रियाशील हैण्डपम्पोंं से भी पेयजल उपलब्ध हो रहा है। इन तहसील क्षेत्रों में भू-जल सीमित मात्रा में उपलब्ध होने, क्षेत्रीय जल योजनाएं लम्बी होने एवं इन योजनाओं के मुख्य जल स्रोत वाले ग्रामों में निर्मित नलकूपों में जल आवक में कमी होने से योजनाओं के अंतिम छोर के ग्रामों में पेयजल आपूर्ति कम मात्रा में हो पाती है। पेयजल की कमी वाले इन ग्रामों में ग्रीष्म ऋतु में टैंकरों द्वारा जल परिवहन कर पेयजल आपूर्ति व्यवस्था सामान्य बनाई रखी जाती है। 
जलदाय मंत्री ने बताया कि इन तहसील क्षेत्रों में भू-जल सीमित मात्रा में उपलब्ध होने एवं कई स्थानों की पेयजल गुणवत्ता निर्धारित मानक के अनुरूप नहीं होने के कारण तय दिशा-निर्देशों के अनुरूप तहसील रामसर में 6 तथा गड़रा रोड़ में 19 (कुल 25) आरओ संयंत्रों को स्थापित कर चालू किया गया है। इनमें 24 संयंत्र वर्तमान में क्रियाशील हैं तथा तहसील गड़रारोड़ की ग्राम पंचायत हरसानी के ग्राम तुर्बी में वर्तमान में बंद आरओ संयंत्र को शीघ्र चालू किया जाएगा।
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बाड़मेर के गिड़ा में मिट्टी में दबने से 5 साल के मासूम की हुई मौत

बाड़मेर के गिड़ा में मिट्टी में दबने से 5 साल के मासूम की हुई मौत




बाडमेर जिले के गिड़ा थानांतर्गत श्यामपुरा में रेत के टीले पर छोटे बच्चों के साथ खेलते समय हादसा हुआ।पांच साल का मासूम मिट्टी में दब गया।जिससे उसकी मौके पे मौत हो गई।।बालक की पहचान पमसिंह पुत्र खेत सिंह निवासी श्यामपुरा के रूप में हुई।सूचना पर परिजन पहुंचे मौके तब तक बच्चे की हो गई थी मौत, ।।

जेसलमेर ,नगर परिषद के अद्धिकारियो के साथ शिविर में मारपीट*

जेसलमेर  ,नगर परिषद के अद्धिकारियो के साथ शिविर में मारपीट*

*जेसलमेर नगर परिषद द्वारा आयोजित किये जा रहे पानी बिलो के वसूली शिविर में आज देर शाम जलदाय विभाग के अद्धिकारियो के साथ मारपीट का मामला सामने आया।।जानकारी के अनुसार नगर परिषद द्वारा शनिवार को तोताराम की ढाणी में वसूली शिविर लगाया गया।जंहा अवैध कनेक्शन हटाने गए कनिष्ठ अभियंता देवीलाल और कार्मिकों के साथ स्थानीय लोगो द्वारा मारपीट कर कपड़े फाड़ दिए।।कार्मिकों द्वारा पुलिस को सूचना दी।काफी समय तक पुलिस निहि पहुंची।।इधर जिला कलेक्टर नमित मेहता को मामले की जानकारी मिलने पर प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए।इस संबंध जिला कलेक्टर ने पुलिस अद्धिकारियो से भी बातचीत की।*

जैसलमेर *बब्बर मगर पर रिजर्व जमीन पर अतिक्रमण स्वविवेक से हटाने की चेतावनी जारी,9 को परिषद पुलिस इमदाद के साथ हटाएगी*

जैसलमेर *बब्बर मगर पर रिजर्व जमीन पर अतिक्रमण स्वविवेक से हटाने की चेतावनी जारी,9 को परिषद पुलिस इमदाद के साथ हटाएगी*

*जैसलमेर में पहली बार अतिक्रमण हटाने का बड़ा अभियान*

*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक*

जैसलमेर नगर परिषद जेसलमेर पहली बार अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्यवाही करने जा रहा है।इसके लिए आयुक्त की और से आज चेतावनी जारी की गई।।आयुक्त बृजेश राय ने बताया कि बब्बर मगरा कच्ची बस्ती में परिषद की रिजर्व जमीन पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हो रखे है।।उन्होंने प्रेस नोट के जरिये अतिक्रमियों को चेतावनी दी है कि परिषद रिजर्व भूमि पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही नो मार्च को पुलिस इमदाद के साथ करने जा रहा है इसीलिए अतिक्रमी अपने अतिक्रमण स्व विवेक से हटाने ले।।परिषद द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान कोई अवांछनीय मामला होता है तो उसकी समस्त जिम्मेदारी अतिक्रमियों की रहेगी।।
उल्लेखनीय है जजेसलमेर के मुख्य ह्रदय स्थल यूनियन चौराहे से लगती कच्ची बस्ती बब्बर मगर है जंहा करोड़ो रुपयों की बेशकीमती भूमि पर भूमाफियों ने अतिक्रमण कर रखे है।।अगर परिषद रिजर्व भूमि से अतिक्रमियों को बेदखल करती है तो करोड़ो रुपयों की सरकारी जमीन मुक्त होगी और क्षेत्र के  बिकास में भागीदार होगी।परिषद का अब तक का सबसे बड़ा अतिक्रमण हटाओ अभियान माना जा रहा है। परिषद के जेसलमेर स्थित कई कच्ची बस्तियों में भूमगियो द्वारा अरबो रुपयों की जमीनों पर कब्जे कर अतिक्रमण कर रखे है।।आश्चर्यजनक है कि बिना किसी दस्तावेजों के बेशकीमती जमीनों पर अतिक्रमण चल रहे है परिषद मूक होकर देख रही है।बब्बर मगरा के साथ ही परिषद को अन्य मुख्यबस्तियों पर भी इस तरह की कार्यवाही अमल में लानी चाहिए।जजेसलमेर के विकास का मार्ग प्रशस्त हो सके।।बहरहाल बब्बर मगरा से अतिक्रमण हटाते है तो बाकी बस्तियों में भी इसका कड़ा संदेश जाएगा।

शुक्रवार, 6 मार्च 2020

जैसलमेर मुस्कराने लगे रेगिस्तान में रोहिड़े के फूल

जैसलमेर  मुस्कराने लगे रेगिस्तान में रोहिड़े के फूल


जैसलमेर प्रकृति ने मरुस्थलीय इलाको में एक से बढकर एक वृक्षों को अपनी थाह दी है। इनमें राज्य पेड़ रोहिड़ा भी शुमार है। रोहिड़ा के फूलों की सुन्दरता किसी से छुपी नही है। फूलो ने इन दिनो खुशबू बिखेरनी शुरू कर दी है। एक दिन की जिन्दगी में अजीब अनुभूति का अहसास कराने वाले फूलों की सुगन्ध दिलो मे वर्षों तक महकती रहती है। रोहिड़ा के फूलों की इन दिनो बहार छाई हुई है।राज्य पुष्प के रूप में रोहिड़ा फूल नामांकित हैं  रोहिडा के वृक्ष यद्यपि क्षैत्र मे काफी कम संख्या में है, लेकिन केसरिया रंग के फूलों से लदे वृक्ष देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो उठते हैं। जैसलमेर के नहरी इलाको सहित देवीकोट ,फतेहगढ़ और बारमेर जिले के चौहटन धोरीमन्ना में रोहिड़े के पेड़ बड़ी तादाद में हैं ,राणीगांव में तो हजारो बीघा जमीन पर रोहिड़े के हज़ारो पेड़ो पर पुष्प मुस्करा रहे हैं

टेकामेला अन्डयूलेटा के नाम से जाने वाले इस वृक्ष की बढ़ोतरी काफी धीमी गति से होती है। जानकारी के मुताबिक इसकी उम्र लगभग शतायु तक होती है और अमूमन आधी उम्र के बाद इसकी लकड़ी परिपक्व होती है, लेकिन मांग मे बढ़ोतरी होने पर इसे परिपक्व होने से पहले ही काट लिया जाता है। नरम जमीन व रेतीले धोरो पर पैदा होने वाला रोहिडा अंधाधुंध कटाई एवं आवश्यक सरक्षण के अभाव मे विलुप्त होता जा रहा है। सागवान से महज कुछ ही कम कीमत पर बिकने वाली रोहिडा की लकडी नक्काशी के लिए उम्दा किस्म की मानी गई है।

नक्काशीदार फर्नीचर उद्योग को बढ़ावा मिलने के साथ ही रोहिडा की मांग में भी इजाफा होता गया। मुलायम एवं चमकदार लकड़ी से बने उतम फर्नीचर व अन्य सामान आलीशान बंगलो,भवनो व विशिष्ठ लोगो के घरो की शान मे चार चांद लगाते है। कम पानी व कुछ हद तक रेगिस्तानी माहौल में उत्पन्न होने वाले इस वृक्ष की लकड़ी पर बारीक नक्काशी व कारीगरी हर किसी को आकर्षित कर लेती है। फर्नीचर की क्षेत्र मे मांग बढऩे से रोहिडा के अस्तित्व पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। दिसम्बर व जनवरी मे इस पर बहार छाने लगती है।

फरवरी में बसंत ऋतु के चलते रोहिडा वृक्ष केसरिया आभा के लिए फूलों से आच्छादित हो जाता है तो लगता है मानो धरा श्रृंगारित हो गई हो। मार्च में फलियां बन जाती है। महीने के अंत तक फलियां पक जाती है इसका बीज भी हल्का होता है तथा हवा के जरिए उड़कर दुसरे स्थान पर बिखरता है। बरसात के मौसम मे बीज अंकुरित हो जाते है। रोहिडा वृक्ष एक बार उगने के बाद उपर से काटने के बावजूद अकसर जिंदा रहता है। रोहिडा के पते, फूल व फलियां तक भेड-बकरी व ऊट चाव से खाते है। चरवाहो की नासमझी के चलते बीज से भरी फलियां जानवर उदरस्थ कर लेते है।

इससे इस वृक्ष की पैदावार पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। यद्यपि प्रशासनिक स्तर पर रोहिडा को संरक्षण जरूर प्राप्त है, किन्तु बढती मांग के कारण कारीगर खेत मालिक से मिलकर सौदा तय कर ही लेते है। दूसरे पेडो की अपेक्षा रोहिडा के दाम भी कुछ ज्यादा ही मिलते है, इस वजह से खेत मालिक आसानी से रोहिडा बेच देते है। वृक्ष को काटकर आरा मशीनो तक पहुचाने मे भी कुछ खास समय जाया नही करना पड़ता है। यद्यपि सरकारी रोकथाम के चलते ये लोग रात मे काफी सतर्कता बरतते है। रोहिडा के फूलो का अंदाज ही निराला है। प्रकृति ने इनके फूलो को भी अनुपम सुन्दरता प्रदान की है। लेकिन फूलो मे भी कुछ प्रजातियां एसी है जो सुन्दरता के साथ अपनी खुश्बू भी बिखेरती है।

जैसलमेर कोरोना वायरस का जैसलमेर में खौफ अक्षय कुमार शूटिंग खत्म कर मुम्बई रवाना

जैसलमेर  कोरोना वायरस का जैसलमेर में खौफ

अक्षय कुमार शूटिंग खत्म कर  मुम्बई रवाना

जैसलमेर सरहदी जैसलमेर में कोरोना पीड़ित इटली नागरिको के आने की जानकारी मिलने के बाद जैसलमेर में कोरोना को लेकर अनचाहा खौफ पैदा हो गया ,यशराज फिल्म बैनर की ऐतिहासिक फिल्म पृथ्वीराज की शूटिंग करने जैसलमेर आये अक्षय कुमार भी कोरोना के खौफ से अपनी शूटिंग खत्म कर मुम्बई रवाना हो गए जबकि पहले शेड्यूल के अनुसार उन्हें जयपुर जाना  जयपुर  भी कोरोना वायरस के संदिग्ध की जानकारी के बाद सीधे मुम्बई रवाना हो गए ,

जानकारी के अनुसार अक्षय कुमार यशराज बैनर की फिल्म पृथ्वीराज  करने जैसलमेर आये थे जंहा अक्षय कुमार रुके थे उसी होटल के आसपास की होटल में कोरोना वायरस पीड़ित इटली दम्पति के रुकने  होटल के कमरे प्रशासन द्वारा सीज किये गए ,जिसकी जानकारी अक्षय कुमार को मिलने पर गुरुवार को लखमणा गांव में पृथ्वीराज की शूटिंग क्र रहे थे,इस दौरान शूटिंग स्थल पर तेज आंधी और रेत के बवंडर आने से फिल्म के सेट तहस नहस हो गए ,अक्षय कुमार शूटिंग खत्म कर सीधे मुंबई अपने चार्टर प्लान से रवाना हो गए ,जबकि पूर्व में उन्हें जैसलमेर से  जयपुर प्रस्थान करना था ,मगर कोरोना वायरस के संदिग्धों की जैसलमेर और जयपुर में उपस्थिति की जानकारी के बाद मुम्बई रवाना हो गए 

गुरुवार, 5 मार्च 2020

जैसलमेर 5 मार्च 2020 / सम में भी कोरोना वायरस से बचाव एवं सावधानी के बारे में

 
जैसलमेर 5 मार्च 2020 / सम में भी कोरोना वायरस से बचाव एवं सावधानी के बारे में

रिसोर्ट धारकों व ऊँट चालको को दी जानकारी

विभागीय टीमों द्वारा कोरोना वायरस से बचाव हेतु जन जागरूकता एवं सर्वे कार्य प्रारम्भ 


­­जैसलमेर, 05 मार्च/जिला कलक्टर नमित मेहता के निर्देशों की पालना में गठित टीम द्वारा गुरुवार को पर्यटन की दृष्टि से विख्यात सम के रेतीले धोरों पर जहां पर्यटकों की आवाजावी व ठहराव रहता है उसको देखते हुए कोरोना वायरस के लक्षण एवं उसके बचाव तथा इस संबंध में रखी जाने वाली विशेष सावधानियों के बारे में जानकारी दी गई।
       इस टीम द्वारा रिसोर्ट संचालकों के साथ ही ऊँट चालकों को कहा कि वे वर्तमान स्थिति में कोरोना वायरस को देखते हुए उन्हें पूर्ण रूप से सजग एवं सावचेत रहने के साथ ही कहा कि वे किसी भी विदेशी पर्यटक में जुखाम, खांसी, बुखार आदि के लक्षण देखे तो उसकी सर्वप्रथम सूचना चिकित्सा अधिकारी को दें। साथ ही उससे दूरी बनाएं रखें। उन्होंने रिसोर्ट संचालकों से कहा कि वे विदेशी पर्यटक के हैण्ड सेनेटाईजर पर विशेष ध्यान दें एवं उनके जो भी कार्मिक है उनकी भी स्वच्छता एवं बार-बार हैण्ड सेनेटाईजर करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने रिर्सोट की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि बचाव ही इस बीमारी का उपचार है इसलिए सभी रिसोर्ट धारक एवं ऊँट चालक इसके प्रति सावचेत रहें एवं उपायों को अवश्य करें। उन्होंने मास्क का उपयोग अवश्य ही करने की बात कही।

- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी.के.बारूपाल ने बताया कि  जैसलमेर जिले में भी कोरोना वायरस की रोकथाम व बचाव के लिये विषेष सतर्कता बरती जा रही है। चिकित्सा विभाग द्वारा गुरूवार को शहर स्थित पर्यटन स्थल पटवा हवेली के आसपास के क्षैत्र व सोनार दुर्ग स्थित चैगान पाडा तथा कुण्ड पाडा में जिला आईईसी समन्वयक उमेश आचार्य व चतुर सिंह ने कोरोना वायरस जागरूकता अभियान का क्रियान्वयन कर कोरोना वायरस की रोकथाम व बचाव के लिये जागरूकता के कार्य को गति प्रदान की गई।  विभागीय कार्मिको द्वारा कोराना वायरस संबंधी पेम्पलेट्स का वितरण किया तथा कोरोना वायरस के लक्षण व बचाव के तरीकों के बारे में संवाद कर विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। विभागीय कार्मिको द्वारा आमजन को कोरोना वायरस से बचाव हेतु आवष्यक सजगता एवं सतर्कता बरतने तथा हाथ धुलाई पर विषेष ध्यान रखने की अपील की गई। साथ ही संबंधित क्षैत्र में जिला आषा समन्वयक देवराज के निर्देषन आषा सहयोगिनीयों की गठित तीन टीमों द्वारा कोरोना वायरस संबंधी सर्वे कार्य का क्रियान्वयन किया गया। विभाग द्वारा गठित सर्वे टीमों द्वारा गुरूवार को कुल 237 घरों का सर्वे किया गया। सर्वे में सामान्य खांसी के संभावित लक्षणों से ग्रसित पाये गये 12 रोगियों को तत्काल जिला अस्पताल श्रीजवाहिर चिकित्सालय में स्वास्थ्य जाॅच करवाने व चिकित्सकीय परामर्ष लेने हेतु निर्दषित किया गया।

        डाॅ. बारूपाल ने जिले के समस्त नागरिको से अपील कर कहा है कि वे खॅासी, जुकाम , सिरदर्द, बदन दर्द, बुखार, नाक बहना, गले में खरास, अस्थमा के बिगडने , निमोनिया  तथा फेफडों में सूजन से ग्रसित होने पर तत्काल जागरूक रह कर निकटतम राजकीय स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर चिकित्सकीय परामर्ष अवष्य लेवे ।

              डाॅ. बारूपाल ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए जुकाम व निमोनिया ग्रसित रोगी के सम्पर्क से बचें , माॅस्क पहने तथा समय - समय पर माॅस्क को बदलते भी रहें , अपनी आॅखों, नाक और मुॅह को बार-बार न छुए और हाथों को साबुन से धोवें  । 

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जैसलमेर होली की रंगत बरकरार ,अब भी होता परम्पराओ का निर्वहन। सोनार दुर्ग में लगता है बादशाह का दरबार और निकाली जाती है सवारी


जैसलमेर होली की रंगत बरकरार ,अब भी होता परम्पराओ का निर्वहन। 

सोनार दुर्ग में लगता है बादशाह का दरबार और निकाली जाती है सवारी 

चंदन सिंह भाटी 

















जैसलमेर. पाक सीमा से सटे सरहदी जैसलमेर जिले में होली पर्व को लेकर उल्लास, उत्साह व मस्ती से युक्त माहौल है तो भक्ति के साथ परंपराओं का भी निर्वहन भी होता है। जैसलमेर तीज त्योहारों को उल्लास साथ अब भी मनाता हैं ,रंगोत्सव होली के प्रति स्थानीय लोगों में दीवानगी बरकरार हैं  , होली की विभिन परम्पराओं का निर्वहन अब भी होता हैं ,होलाष्टक के साथ ही होली  की रंगत शुरू हो जाती हैं ,होली के गेरिये शुद्ध और अशुद्ध फाग दोनों पारम्परिक रूप से  गाते हैं, यहाँ की फाग गायकी विख्यात हैं.

जैसलमेर के आराध्य बाबा लक्ष्मीनाथ मंदिर प्रांगण में फागोत्सव से शुरू

होलाष्टका लगने वाले दिन ही जैसलमेर में आराध्य देव बाबा लक्ष्मीनाथ जी के मंदिर प्रांगण में होली के  रसिये एकत्रित होते हैं ,ढोल ,चंग ,मृदंग के साथ फागों का दौर शुरू होता हैं ,पहले दिन लक्ष्मीनाथ जी के साथ फूलों की होली खेली जातीहैं, यह परम्परा सदियों से चली आ रही हैं ,लक्ष्मीनाथ मंदिर से गेरियों की टोली फाग गाते हुए निकलती हे शहर भ्रमण करते हुए राज परिवार पहुंचती हैं ,राजपरिवार के साथ सामूहिक फाग गाये जाते हैं ,राज परिवार होली के गेरियो का पारम्परिक सत्कार करते हैं,उनके साथ पारम्परिक रूप से होली खेलते हैं 

बादशाह-शहजादे की परंपरा

  इन सबके बीच एक ऐसी परंपरा है जो जैसलमेर की होली को अन्य स्थानों की होली से कुछ अलग बनाती है, वह है बादशाह-शहजादे की पंरपरा। वर्षों से इस परंपरा का निर्वहन आज भी किया जाता है। समय बदला, लोग बदले, माहौल बदले और स्वर्णनगरी में विकासात्मक बदलाव हुए, बावजूद इसके बादशाह-शहजादे की परंपरा आज भी निभाई जा रही है। होली के दिन माहौल में जब बदशाही बरकरार, शहजादा सलामत... के जयकारे गूंजते हैं तो यह लगने लगता है कि बादशाह व शहजादे की की सवारी आ रही है। सोनार दुर्ग में धुलंडी के दिन बादशाह और शहजादा का स्वांग होता है। इसमें एक बादशाह बनाया जाता है। इसी तरह शहजादों के स्वांग के लिए बालकों को तैयार कर बिठाया जाता है। एक दिन के बादशाह बनने का गौरव पुष्करणा समाज के व्यास जाति के विवाहित व्यक्ति को ही मिलता है। सोनार दुर्ग स्थित बिल्ला पाड़ा में बादशाह का दरबार लगता है ,


गैरों से गहराता है होली का रंग

परंपरागत रुप से विभिन समाज की ओर से निकाली गई गैरों से होली का रंग और गहरा हो जाता है। गुलाल, अबीर उड़ाते और होली के उन्माद में मचलते व तबले की थाप पर थिरकते बच्चे, युवा और बुजुर्ग बादशाह के दरबार में शामिल होते हैं और उसके बाद निकाली जाने वाली सवारी में भी फाग गीत गाते हुए साथ चलते हैं। यह नजारा देखने दूर-दराज से लोग आते हैं। लक्ष्मीनाथ मंदिर पहुंचकर जब बादशाह से पूछा जाता है कि बादशाह क्या फरमाता है तो बादशाह बना व्यक्ति अपनी श्रद्धानुसार राशि या फिर गोठ की घोषणा करता है। जिस घर का सदस्य बादशाह या शहजादा बनता है, उनके यहां बधाइयोंं का तांता लग जाता है। इस मौके पर सैकड़ों कैमरे की नजर इस अनूठी प्रथा पर रहती है। इस तरह की होली को देखने सात-समंदर पार से भी सैलानी आते हैं।

बादशाह शहज़ादे की परम्परा की किदवंती

वर्षों पहले हुई बादशाह-शहजादा की प्रथा के पीछे, वैसे तो कई किदवंतियाँ  प्रचलित है। जो दंत कथा  ज्यादा प्रचलित है वह यह है कि जैसलमेर से दूर किसी बाहरी क्षेत्र से एक व्यास जाति का ब्राह्मण अपने धर्म परिवर्तन के भय से भाग कर जैसलमेर आया था। उस दिन होली का अवसर था। जैसलमेर आकर जब उसने अपनी पीड़ा यहां के लोगों को बताई तो उन्होंने होली पर्व के स्वांग के तौर पर उसे बादशाह का स्वांग कर तख्त पर बिठा दिया। जब ब्राह्मण को खोजने संबंधित क्षेत्र के बादशाह के लोग यहां आए तो वे खुश हो गए कि ब्राह्मण का धर्म परिवर्तन हो गया है, जबकि यह होली का स्वांग था। उसके बाद वे यहां से खुश होकर लौट गए। इसके बाद से यहां बादशाही बरकरार, शहजादा सलामत...की परंपरा का निर्वहन किया जाता है।

बुधवार, 4 मार्च 2020

जैसलमेर ,कोरोना वायरस निगरानी में 40 लोग,होटल के 13 कमरे सीज,एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग पॉइंट शुरू

जैसलमेर ,कोरोना वायरस निगरानी में 40 लोग,होटल के 13 कमरे सीज,एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग पॉइंट शुरू
corona virus के लिए इमेज नतीजे
जैसलमेर इटली से जैसलमेर घूमने आए पर्यटक में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद जिले के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग  में हड़कम्प मच गया।।मंगलवार देर रात तक स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित पर्यटक के संपर्क में आये लोगो को सूचीबद्ध किया।इसके अलावा होटल कार्मिकों सहित चालीस व्यक्तियों पर निगरानी शुरू कर दी।वह पर्यटक अन्य बीस लोगो के ग्रुप के साथ 23 और 24 फरवरी को जेसलमेर की सम रोड स्थित एक होटल में ठहरा था।इसके चलते होटल के 13 कमरे सीज कर दिए।।विभाग के सनुसार एक पखवाड़े तक संबंधित होटल स्टाफ और चिन्हित किये स्थानीय लोगो पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय यह है कि कोरोना वायरस ग्रसित इटली के नागरिक अपनी पत्नी और ग्रुप के साथ जेसलमेर के पर्यटन स्थलों पर स्वछंद घूम के गया है।।चिकित्सा अधिकारी डॉ बी के बारूपाल ने बताया की इटली के टूरिस्ट के संपर्क में आये सूचीबद्ध लीगो पर निगरानी रखी जा रही है।अलबत्ता इटली टूरिस्ट 15 दिन पहले आया था।।उसके बाद कोई मरीज सामने नही आया।फिर भी पूरी एहतियात बरती जा रही है। इधर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि स्वास्थ्य बिभाग की गाइड लाइन के अनुसार एयर पोर्ट पर स्क्रीनिंग पॉइंट स्थापित किया गया है। सभी होटलों को एडवाइजरी जारी की गई है।।आने वाले पर्यटकों पर पूर्ण निगरानी रखी जा रही है। सर्दी,खांसी,जुखाम ,बुखार की स्थति में भी उनकी स्क्रीनिंग करवाई जाएगी।।