शनिवार, 11 अगस्त 2018

बाड़मेर ब्लेक लिस्टेड और मुकदमे दर्ज करने के बावजूद एन जी ओ के मार्फ़त किया लाखो का भुगतान,प्रत्येक कार्मिक के काटे पंद्रह पन्द्रह हजार*

बाड़मेर ब्लेक लिस्टेड और मुकदमे दर्ज करने के बावजूद एन जी ओ के मार्फ़त किया लाखो का भुगतान,प्रत्येक कार्मिक के काटे पंद्रह पन्द्रह हजार*

*बाड़मेर विभिन सरकारी योजनाओं में भरष्टाचार को आयाम देने और कार्मिको को नियम विरुद्ध बड़ी सुविधा शुल्क कटौतियां करने की शिकायत पर जिला कलेक्टर के आदेश पर मुख्य चिकित्सा विभग्ग बाड़मेर द्वारा एक स्वयं सेवी संस्था को न केवल ब्लैकलिस्टेड किया बल्कि उसके खिलाफ मुकदमे भी दर्ज कराए। हाल ही में अनुबंध पे लगे करीब बीस से अधिक नर्सिंग कर्मियों के कई महीने का बकाया भुगतान मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी बाड़मेर द्वारा ब्लॉक सी एम ओ को जारी किए थे।।राज्य सरकार द्वारा इन कार्मिको को संस्थाओं के बजाय सीधे भुगतान करने का आदेश था। जिला कलेक्टर द्वारा इस संस्था के खिलाफ की गई कार्यवाही के बाद संस्था ने इन सभी कार्मिको को हटा दिया था।बाद में ये कार्मिक न्यायालय के आदेश से लगे हुए थे।।चिकित्सा अधिकारी द्वारा बी सी एम ओ को इनका भुगतान जारी किया।संस्था के शातिर संचालक ने इनसे संपर्क कर सबसे पहले इन कार्मिको को हटाने के अपनी संस्था के आदेश वापस लिए। फिर सभी बी सी एम ओ से इन कार्मिको का भुगतान अपने खाते में अवैध रूप से जमा करवाया। इन कार्मिको से संस्था ने कुछ दस्तावेजो पे फर्जी तरीके से लिखवा के लिए की हमे संस्था के माध्यम से जो भुगतान मिलेगा उस पर सहमत है। एक एक कार्मिक को लगभग 1एक कख छब्बीस हज़ार का भुगतान हुआ जो सीधे कार्मिक के खाते में जाना था।मगर चिकित्सा अधिकारियों ने कमीशन के चक्कर मे भुगतान संस्था के खाते में किया।संस्था द्वारा प्रत्येक कार्मिक के खाते में पन्द्रह पन्द्रह हज़ार रुपये सुविधा शुल्क काट के भुगतान किया। कार्मिको को इस संस्था के संचालक ने सुविधा शुल्क न देने पर अनुभव प्रमाण पत्र जारी नही करने की धमकी दी थी ।मजबूरी में कार्मिको ने सुविधा शुल्क पर सहमति दी। जब राज्य सरकार ने इन्हें सीधे भुगतान करने के निर्देश दे रखे थे तो चिकित्सा अधिकारियों ने संस्था के खाते में पैसे क्यों डाले। इस ने जब इन कार्मिको को हटाने के आदेश दे दिए थे तो इन्हें भुगतान किस आधार पर किया गया। चिकित्सा विभाग में बड़ा गड़बड़ झाला सामने आया लाखो रुपयों का गबन इन संस्था को करने का मौका दिया जबकि इसी विभाग ने इस संस्था के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवा रखा है। पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि कार्मिको के साथ हुए अन्याय का खुलासा हो सके।*

खुद की अदालत लगाने वाले पंचों को ‘असली अदालत’ ने किया तलब तो बंध गई घिग्गी; हादसे के आरोपी पर लगाया था 28 लाख रु. दंड

खुद की अदालत लगाने वाले पंचों को ‘असली अदालत’ ने किया तलब तो बंध गई घिग्गी; हादसे के आरोपी पर लगाया था 28 लाख रु. दंड
खुद की अदालत लगाने वाले पंचों को ‘असली अदालत’ ने किया तलब तो बंध गई घिग्गी; हादसे के आरोपी पर लगाया था 28 लाख रु. दंड

जोधपुर.हाईकोर्ट में सिरोही की रेवदर तहसील के जीरावाला गांव के रबारी जाति के पंचाें काे तलब कर लिया गया। ये पंच गांव में खुद की अदालत लगाकर तुगलकी फरमान सुनाते हैं। शुक्रवार को इनका ‘असली अदालत’ से सामना हुआ।




मामला एक सड़क हादसे में अपनी जाति के युवक की मृत्यु हो जाने पर पंचायत बैठाकर आरोपी पर 28 लाख रुपए का जुर्माना लगाने का था। जिसकी सुनवाई के लिए ये सभी 16 पंच हाईकोर्ट में पेश हुए। सुनवाई से 20 मिनट पहले कॉरीडोर में बैठे पंच घबराए हुए थे। सुनवाई की शुरुआत में जस्टिस विजय विश्नोई ने पूछा, आप में से कौन एक है, जो आगे आकर पूरी बात बता देगा। सबकी घिग्गी सी बंध गई, कोई आगे नहीं आया। जज ने एक पंच की ओर से इशारा करते हुए कहा- आप बताओ बा, उस दिन क्या हुआ था। जवाब मिला... मुझे नहीं पता। जज बोले, अरे पंचायती तो की थी, तो जवाब दिया, मैंने पंचायती नहीं की। जज ने पूछा, फिर किसने की, तो बोला- पंचायती तो ऊपर वाले ने की। यह सुनकर जज भी मुस्कुरा उठे और बोले कि यह ऑरिजनल पंच है, जो बात को कैसे घुमा देते है। फिर अपने निर्देश में उन्होंने कहा, इस तरह दंड लगाना गुनाह है, 18 सितंबर तक पैसा लौटाना होगा, वरना वसूली के आदेश दिए जाएंगे।पंचायत ने लिया था Rs.28 लाख का दंड, 16 पंच कोर्ट में पेश :शुक्रवार को जस्टिस विजय विश्नोई की बैंच के समक्ष 16 पंच हाजिर हुए। कोर्ट ने उन्हें सख्त हिदायत दी, कि जो पैसा दंड के नाम पर लिया है, वह 18 सितंबर तक चुका दें, अन्यथा उन्हें वसूली के लिए आदेश देना पड़ेगा। अगली सुनवाई 18 सितंबर को मुकर्रर की है। सिरोही जिले के रेवदर तहसील के जीरावाला गांव निवासी याचिकाकर्ता जीवाराम के वाहन से करीब दो साल पहले एक एक्सीडेंट हो गया था। जिसमें उसकी जाति के ही एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। याचिकाकर्ता रबारी जाति से ताल्लुक रखता है। जब यह घटना जाति के पंचों के सामने आई तो उन्होंने जाति पंचायत बुलाई आैर जीवाराम पर 28 लाख रुपए का दंड लगाया। जब तक यह राशि वसूली नहीं गई तब तक उसे बिरादरी से बाहर भी कर दिया गया। इसके अलावा समाज के 100 लोगों को हर रोज अपने घर पर भोजन कराने के लिए कहा गया।

जस्टिस विश्नोई ने मारवाड़ी भाषा में पंचों से बात की:इस संबंध में सिरोही जिले के रेवदर थाने में दर्ज मामले में निष्पक्ष कार्यवाही के लिए याचिका दायर होने पर गत 24 जुलाई को यह तथ्य हाईकोर्ट के सामने आया। कोर्ट ने सभी पंचों को व्यक्तिगत रूप से तलब किया था। कोर्ट के समक्ष 16 पंच व्यक्तिगत रूप से पेश हुए। जस्टिस विजय विश्नोई ने पंचों की ग्रामीण पृष्ठभूमि को देखते हुए उनसे मारवाड़ी में बात की। जस्टिस विश्नोई ने कहा, कि इस तरह दंड लगाकर पैसा लेना गुनाह है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस तरह की पंचायती को अवैध मानते हुए रोक लगा रखी है, फिर कैसे पैसे ले लिए। क्या तुम लोगों को इस संबंध में कोई जानकारी है। कोर्ट ने कहा, कि पुलिस जांच में पुष्टि हुई है, कि पैसे तो लिए हैं। अगर पैसे लिए हैं तो उसे चुकाने की आखिरी मोहलत दी जाती है, अन्यथा आदेश करके वसूलने पड़ेंगे। याचिकाकर्ता की ओर से राजेश शाह तथा पुलिस की ओर से उप राजकीय अधिवक्ता विक्रमसिंह राजपुरोहित ने पैरवी की।

शहादत को सलाम मानव श्रृंखला जैसलमेर भोरवाला शक्ति नगर से फतेहगढ़ तक*

शहादत को सलाम मानव श्रृंखला जैसलमेर भोरवाला शक्ति नगर से फतेहगढ़ तक*

जिला कलेक्टर ओम कसेरा की खबरनवीसों से वार्ता*

*जैसलमेर 14 अगस्त को स्वर्णनगरी जैसलमेर में राष्ट्र भक्ति की भावना हिलोरे मारेगी जब शहादत को सलाम मानव श्रृंखला में दो लाख लोगों को शामिल कर भोरवाला शक्तिनगर से आराम किया.जाएगा।।जिला कलेक्टर ओम कसेरा शहादत को सलाम मानव श्रृंखला के आयोजन को लेकर शनिवार दोपहर खबरनवीसों से रूबरू हुए।।उन्होंने बताया कि देश के प्रति समर्पण,शहीदों के प्रति सम्मान और सरहदी जिलो की सुरक्षा दीवार मजबूत करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा मानव श्रृंखला का आयोजन गंगानगर से बाड़मेर सरहद तक कर रही है।।जैसलमेर जिले में यह श्रृंखला भोरवाला से शुरू होगी जो चिन्नू,अवाय,नाचना, सकड़िया,घन्टयाली,मोहनगढ़,काणोद, हमीर,बासनपीर, जैसलमेर शहर,छोड़,देवीकोट और फतेहगढ़ तक होगी यह बाड़मेर जिले को टच करेगी।।उन्होंने कहा कि जैसलमेर के हर आम खास नागरिक को राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत इस मानव श्रृंखला का हिस्सा बनने की अपील करता हूँ।उन्होंने कहा कि नगर परिषद द्वारा जैसलमेर के हर घर पर तिरंगा फहराया जाएगा।इसके लिए फो लाख तिरंगे तैयार किये गए है।।उन्होंने बताया कि मानव श्रृंखला की तैयारियां पूर्ण हो चुकी है। आमजन इससे अधिक से अधिक जुड़े।

बाड़मेर सरहद से आई खुशियों भरी खबर* कई दशकों बाद सरहद पर अमृत धारा बही,लोगो को उम्मीदे जगी ,पेयजल समस्या से स्थायी छुटकारा मिलेगा*





 बाड़मेर सरहद से आई खुशियों भरी खबर*

कई दशकों बाद सरहद पर अमृत धारा बही,लोगो को उम्मीदे जगी ,पेयजल समस्या से स्थायी छुटकारा मिलेगा*


चन्दन सिंह भाटी
बाड़मेर भारत पाक सीमा पर चोहटन क्षेत्र के गफनो के चौदह गांवो में पेयजल समस्या का दशकों के अभिशाप खत्म हो गया।सरहद से खुशियों भरी खबर आई।।जब छोटा भोजरिया और भोजरिया में परंपरागत पेयजल स्रोत को जलदाय विभाग द्वारा गहरा कराने के साथ ही इन कुओं से बरसे अमृत ने सरहदी ग्रामीणों को नए जीवन की सौगात दी दी।।हम बात कर रहे सरहद इलाके के पेयजल समस्या से अभिशप्त गफन क्षेत्र के भोजरिया ग्राम पंचायत की।इस क्षेत्र के 14 गांवों में सदा पानी का अभाव रहा। पानी को तालों में कैद करके रखा जाता रहा।मीडिया के लिए इसी क्षेत्र से हर साल कैद में पानी की खबरे निकलती रही। मगर इस बार जलदाय विभाग ने सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत प्राचीन और परंपरागत पेयजल स्रोतों को गहरा करने की योजना ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हुई।।भोजरिया और छोटा भोजरिया में ग्राम पंचायत योजना में ओपन वेलो का निर्माण कई साल पहले किया गया था।।मगर बोरिंग के बाद भी इन कुओं में पानी नही आया तो इन्हें स्थायो रूप से बन्द कर दिया।।इस बार जिला प्रशासन द्वारा सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत सीमावर्ती क्षेत्रों के परंपरागत पेयजल स्रोतों को गहरा करने की योजना को शामिल कर बजट आवंटित किया।।बजट आवंटन के साथ अधीक्षण अभियन्ता सोनाराम बेनीवाल की देख रेख में भोजरिया और छोटा भोजरिया गांवो के लंबे अरसे से बन्द पड़े ओपन वेल को गहरा करने का कार्य आरंभ किया।।करीब दो सौ फीट तक गहरा करने पर इन कुओं से अमृत की धारा बह उठी।।इन कुओं से निकले पानी ने सरहदी इलाको के ग्रामीणों की आंखों में नई चमक पैदा की वही नई जिन्दगि दी।।ये लीग आज भी दस से पन्द्रह किलोमीटर पैदल चल कर पीने के पानी की व्यवस्था करते थे।।शुक्रवार को तकनीकी विशेषज्ञ सोनाराम बेनीवाल की मेहनत रंग लाई।।धरती से मीठे पानी के झरने भ उठे।।कुओं में पानी आया देख ग्रामीण खुशी से सरोबार झूम उठे।।शायद इन ग्रामीणों को कभी उम्मीद रही हो कि इन नकारा पड़े ओपन वेलो में भी पानी आएगा।अधीक्षण अभियंता सोनाराम बेनीवाल ने बताया कि सरहदी इलाके के इन गांवों में पानी की सदैव समस्या रही।विभागीय योजनाए भी यहां सफल नही रही। समस्या के समाधान के लिए परंपरागत पेयजल स्रोत ही एक उम्मीद की किरण थी।।प्रारंभिक तौर पे भोजरिया और छोटा भोजरिया में बंद पड़े ओपन वेल को गहरा करवाया ।करीब दो सौ फीट पर पानी आ गया।।लोगो के लिए यह नव जीवन जैसा है। इस क्षेत्र में पानी का लेवल अच्छा है इसलिए उम्मीदे बलवती है।।नियमो में आने वाले परंपरागत पेयजल स्रोतों को गहरा करवाने का कार्य जारी रखा जाएगा।।कई दशकों से पेयजल समस्या से पीड़ित इन गांवों में अब समस्या नही रहेगी विश्वास है।।*



शुक्रवार, 10 अगस्त 2018

शिक्षा विभाग में दो हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले

शिक्षा विभाग में दो हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले

जयपुर। शिक्षा विभाग में शुक्रवार को दो हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले किए गए। यह शिक्षक प्रारंभिक शिक्षा के हैं। इन शिक्षकों को लंबे समय से तबादलों का इंतजार था और शिक्षक तबादलों के लिए मंत्री कार्यालय और शिक्षा विभाग के कार्यालयों मे चक्कर काट रहे हैं। प्रारंभिक शिक्षा के तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले दो महीने पहले हुए थे।

शिक्षा विभाग में दो हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले

इसके बाद बड़ी संख्या में परिवेदनाएं जमा हुई थी और शिक्षक तबादलों के इंतजार में थे। शुक्रवार एक साथ लगभग सभी जिलों की तबादला सूचियां विभागीय वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई। तबादले की सूचियां 
http://education.rajasthan.gov.in/content/raj/education/elementary-education/hi/transferorderlist.html पर देखी जा सकती है। जयपुर जिले में सबसे अधिक 348 शिक्षकों के तबादले किए गए हैं। सूची में शामिल ऐसे शिक्षक जो बीएलओ हैं और मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कार्य में लगे हैं। उनको 27 सितंबर के बाद ही कार्यमुक्त करने और कार्यग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं।

ग्राम विकास अधिकारी व रोजगार सहायिका 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार

ग्राम विकास अधिकारी व रोजगार सहायिका 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार


जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को एक ग्राम विकास अधिकारी व रोजगार सहायिका को 20 हजार रुपए की गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई एसीबी की जयपुर देहात टीम ने एडिशनल एसपी नरोत्तमलाल वर्मा के निर्देशन में की गई। एएसपी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी वीर कृष्ण मीणा सांगानेर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत अजयराजपुरा में कार्यरत ग्राम विकास अधिकारी है। इसी तरह आरोपी संतोष चौधरी रोजगार सहायिका है। इन दोनों को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।


ग्राम विकास अधिकारी व रोजगार सहायिका 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार

50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी, 30 में सौदा तय हुआ और 20 हजार लेते गिरफ्तार
- एएसपी नरोत्तम वर्मा के मुताबिक बताया जा रहा है कि किसी व्यक्ति ने एसीबी में शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें बताया कि उसके आवासीय प्लॉट का पट्‌टा देने की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। एसीबी के सत्यापन में 30 हजार रुपए की रिश्वत देना तय हुआ। इसके बाद ट्रेप की कार्रवाई रची गई।


- जिसमें परिवादी रिश्वत की पहली किश्त के रुप में 20 हजार रुपए लेकर पंचायत कार्यालय पहुंचा। जहां रिश्वत की रकम लेते के बाद ईशारा मिलते ही एसीबी टीम ने ग्राम विकास अधिकारी व रोजगार सहायिका को गिरफ्तार कर लिया। उनसे रिश्वत की रकम बरामद कर ली है। अब पूछताछ की जा रही है।

पाकिस्तान की लाहौर जेल से 13 अगस्त को रिहा होंगे जयपुर के गजानंद

पाकिस्तान की लाहौर जेल से 13 अगस्त को रिहा होंगे जयपुर के गजानंद


जयपुर। नई दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय से एक अच्छी खबर है। पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद गजानंद शर्मा की जल्द ही रिहाई होगी। 13 अगस्त को यानी स्वतंत्रता दिवस से पहले ही पाकिस्तान सरकार गजानंद को रिहाई होगी। गुरुवार को गजानंद शर्मा की पत्नी मखनी देवी, बेटा मुकेश ने केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह से मुलाकात की। उनके साथ जयपुर से भाजपा सांसद रामचरण बोहरा, हवामहल विधायक सुरेंद्र पारीक, भाजपा नेता राजेंद्र पारीक व स्नेहलता शर्मा भी मौजूद रही।

पाकिस्तान की लाहौर जेल से 13 अगस्त को रिहा होंगे जयपुर के गजानंद, भास्कर ने सबसे पहले किया था खुलासा

जयपुर में फतेहराम का टीबा, नाहरगढ़ के रहने वाले 69 वर्षीय गजानंद करीब 36 साल पहले लापता हो गए थे। अप्रैल माह में उनकी भारतीय नागरिकता संबंधी दस्तावेज सत्यापन के लिए राजस्थान के गृह विभाग में आए। पाक जेल में बंद गजानंद ने बयानों में अपने पैतृक गांव सामोद थानान्तर्गत महार कलां बताया था। इस पर सामोद पुलिस गजानंद के पैतृक घर पहुंची। वहां उनके बेटे मुकेश से पुलिस ने फोन पर संपर्क किया। इसके बाद गजानंद के परिजनों को उनके पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद होने का पता चला। इसका खुलासा दैनिक भास्कर डिजिटल और समाचार पत्र ने सबसे पहले किया था।

सांसद बोहरा व गजानंद के बेटे मुकेश ने की खबर की पुष्टि
- सांसद रामचरण बोहरा व गजानंद के बेटे मुकेश ने खबर की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि राज्यमंत्री वीके सिंह ने मखनी देवी से कहा है कि गजानंद के 13 अगस्त को पाक जेल से रिहाई की संभावना है। इसके बाद तीन-चार दिन दूतावास की कार्रवाई पूरी करने में लगेंगे। गजानंद के भारत लौटते ही उनके परिजनों को सूचना दे दी जाएगी।

- विधायक सुरेंद्र पारीक ने बताया कि सांसद रामचरण बोहरा के सहयोग और पहल पर गजानंद शर्मा के परिवार की गुरुवार को केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह से मुलाकात तय हुई थी। गुरुवार सुबह वे फ्लाइट से नई दिल्ली पहुंचे। इसके बाद सुबह करीब साढ़े 10 बजे केंद्रीय विदेश मंत्रालय पहुंचे। वहां वीके सिंह ने मखनी देवी व उनके बेटे मुकेश से मुलाकात कर जल्द ही गजानंद के भारत वापसी की बात कही।

गौरव यात्रा में सरकारी धन के दुरुपयोग पर सरकार, भाजपा को नोटिस

गौरव यात्रा में सरकारी धन के दुरुपयोग पर सरकार, भाजपा को नोटिस

जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा में सरकारी पैसों के दुरुपयोग को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट ने नोटिस जारी किए हैं। हाईकोर्ट ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व राज्य सरकार को नोटिस जारी कर इस संबंध में जवाब मांगा है। चीफ जस्टिस प्रदीप नंदराजोग की खंडपीठ में शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई हुई। अब इस मामले की सुनवाई 16 अगस्त को होगी।



विभूति भूषण शर्मा की जनहित याचिका पर हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने बीजीपी प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी तथा राज्य सरकार को नोटिस जारी किए। याचिका में कहा गया है कि भाजपा की इस गौरव यात्रा में सरकारी धन पानी की तरह बहाया जा रहा है।

यह है मामलाअधिवक्ता डॉ. विभूतिभूषण शर्मा ने मुख्यमंत्री की राजस्थान गौरव यात्रा को हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर चुनौती दी है। याचिका में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी, मुख्य सचिव, पीडब्ल्यूडी के पीएस सहित पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर को पक्षकार बनाया है। याचिकाकर्ता ने यात्रा में सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। याचिका में राज्य सरकार के एक जून 2018 के पीडब्ल्यूडी विभाग के दो आदेशों का हवाला देते हुए कहा कि यात्रा के लिए सरकारी विभाग द्वारा सभी तरह की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। यह यात्रा बीजेपी पार्टी की है और चुनावी यात्रा है। बीजेपी अध्यक्ष ने भी चार अगस्त को कहा था कि गौरव रथ के साथ ही बीजेपी की चुनावी यात्रा का भी आगाज हुआ है।


याचिका में कहा गया है कि गौरव यात्रा बीजेपी पार्टी का चुनावी प्रोपेगंडा है। ऐसे में यात्रा में सरकारी धन व मशीनरी का दुरुपयोग हो रहा है जिसे रोका जाए। वहीं मौजूदा सत्तारूढ़ पार्टी को अपने चुनावी उद्देश्य के लिए सरकारी धन के इस तरह से दुरुपयोग करते हुए गौरव यात्रा निकालने का अधिकार नहीं है। इसलिए गौरव यात्रा में सरकारी धन के दुरुपयोग को रोका जाए। साथ ही गौरव यात्रा पर जो भी सरकारी राशि खर्च हुई है उसे लौटाया जाए व यात्रा के लिए सरकार द्वारा व्यवस्था करने के लिए जारी किए सरकारी आदेशों की क्रियान्विति पर रोक लगाई जाए।

गुरुवार, 9 अगस्त 2018

बाड़मेर - जैसलमेर से छह विधायको के टिकट कटने के संकेत

बाड़मेर - जैसलमेर से छह विधायको के टिकट कटने के संकेत

बाड़मेर / जैसलमेर । आगामी नवम्बर माह में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा ने सत्ता वापसी के लिए कमर कस ली। एंटी इंकमबेसी को खत्म करने के उद्देश्य से भाजपा संगठन ने पांच साल में कमजोर प्रदर्शन और कम अंतर से जीत को आधार रख व्यापक सर्वे करवाया। जिसके आधार पर कई विधायको के टिकट कटने की सम्भावना बलवती हो गई।


राजस्थान में 108 विधायको के टिकट कटने है । बाड़मेर जैसलमेर के छह विधायको पर गाज गिरेगी। भाजपा नए चेहरों पे मशक्त कर रही है। तो कुछ विधायको के विधानसभा क्षेत्र बदलने की कवायद चल रही है। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नए चेहरो पे संभावनाए तलास कर रही है। बाड़मेर जैसलमेर में कई चोंकाने वाले नाम आएंगे।


जैसलमेर की सियासत में बड़ा विस्फोट होने के संकेत है। तो बाड़मेर में जातिगत समीकरणों से ऊपर उठ कर भाजपा कुछ क्षेत्रों में नए उम्मीदवार देने पर मंथन कर रही। जैसलमेर के लिए सबसे बड़ी खबर है कि राज घराने से एक बड़ा नाम सबसे आगे है दावेदारी में। वसुंधरा राजे इस बार राजपरिवारों को भाजपा के साथ जोड़ने के पूर्ण प्रयास कर रही है। जिसके तहत बाड़मेर जैसलमेर सीट पर इसका प्रभाव दिखेगा। पुराने चेहरों को कहीं और खपाने के लिए राजी किया जाएगा।



बाड़मेर । मियां का बाड़ा गांव बदला महेश नगर में

बाड़मेर । मियां का बाड़ा गांव बदला महेश नगर में


बाड़मेर। सरहदी जिले बाड़मेर के एक गांव का नाम भी सरकार ने बदल दिया है। कभी मियां का बाड़ा कहलाने वाला गांव अब महेश नगर कहलाएगा।


राजस्थान में विधानसभा चुनाव से कुछ वक्त पहले वसुंधरा राजे सरकार बाड़मेर के गांव मियों का बाड़ा के नाम को महेश नगर में बदल रही है। इसके लिए गृह मंत्रालय से मंजूरी भी मिल गई है। जानकारी के मुताबित गृह मंत्रालय को राज्य की बीजेपी सरकार ने इस साल की शुरुआत में प्रस्ताव भेजा था, जिसे गृह मंत्रालय ने अपनी मंजूरी दे दी है।


यह 250 घरों की आबादी का गांव है जिसमें दो हजार की जनसंख्या है. इस गांव में मात्र चार परिवार अल्पसंख्यक समुदाय के हैं। वहीं गांव के सरपंच का कहना है कि मियों का बाड़ा का नाम बदलने की मांग 10 साल पुरानी है।

उनका कहना है कि इस गांव के लोग भगवान शिव के उपासक होने की वजह से इसका नाम महेश नगर रखा गया है. इसके पहले इसका यही नाम था। लेकिन वक्त के साथ लोगों की बोली में बदलाव और पलायन के चलते इसे मियों का बाड़ा बुलाया जाने लगा. नाम परिवर्तन में विवाद होने को वजह यह भी हो सकती है कि एक समुदाय विशेष को स्थानीय भाषा मे मियां कहा जाता है।






बुधवार, 8 अगस्त 2018

जैसलमेर। संघ कार्यकर्ताओ को किया जा रहा प्रताड़ित , विधायक से नाराजगी बढ़ी

जैसलमेर। संघ कार्यकर्ताओ को किया जा रहा प्रताड़ित ,विधायक से नाराजगी बढ़ी


जैसलमेर। ज्यूँ ज्यूँ चुनाव नजदीक आ रहे जैसलमेर के विधायक छोटू सिंह भाटी की सरकारी महकमो में कमज़ोर पकड़ की पोल भी खुल रही है।अपने आपको मजबूत साबित करने के चक्कर मे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ताओं को इधर उधर पटक रहे। जानकारी के अनुसार संघ के कर्मठ कार्यकर्ता जो सेवा भावी है।अपनी कर्तव्य परायणता के लिए जाने जाते है को हटाकर अपने किसी चहेते का उनके स्थान पर स्थानांतरण करवा दिया। संघ की लाख मिन्नतों के बाद एक बयान दिया मेने किसी को हटाने की डिजयर नही दी।


इससे पहले भी समाज विशेष के प्रतिष्ठित व्यक्ति की धर्मपत्नी का जानबूझ कर स्थानांतरण लम्बी दूरी पर करवाया। चुनावी दौर में जहां वसुंधरा राजे भाजपा के सत्ता वापसी के लिये एड़ी से चोटी का जोर लगा रही है वही क्षेत्रीय विधायक भाजपा की छवि धूमिल करने में लगे है बिना सोचे समझे फेसले ले रहे।

खास बात की मुख्य धुरी संघ के कर्मठ कार्यकर्ता को भी नही बक्शा जा रहा हे । विधायक की कार्यशैली से वैसे भी आम आदमी को कोई फायदा नही हुआ। अपनो के मोह में उलझ पांच साल तो निकाल लिए ।मगर आगे वाली राह ज़रा कठिन होगी।जनता के खिलाफ जाकर जनता का आशीर्वाद कैसे पा सकते है।




ब्यावर। रिश्वत लेते पकड़ी गई नगर परिषद सभापति बबीता चौहान

ब्यावर। रिश्वत लेते पकड़ी गई नगर परिषद सभापति बबीता चौहान
ब्यावर। बुधवार सुबह एसीबी ने कार्रवाई करते हुए ब्यावर नगर परिषद सभापति बबीता चौहान को 2.50 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। इसके साथ उसके पति नरेंद्र चौहान और एक अन्य व्यक्ति शिवप्रसाद को भी गिरफ्तार किया गया है। एसीबी से मिली जानकारी अनुसार महिला अधिकारी ने किसी प्लॉट भू रूपांतरण के लिए 2.5 लाख की रिश्वत मांगी थी। फिलहाल सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। ये कार्रवाई एसपी कैलाश चंद्र विश्नोई के निर्देशन में की गई।



ब्यावर: 2.25 लाख की रिश्वत लेते पकड़ी गई नगर परिषद सभापति बबीता चौहान, पति भी हुआ गिरफ्तार


घर और बैंक अकाउंट की हो रही जांच

- कार्रवाई के दौरान एसीबी की टीम ने बबीता चौहान के ऑफिस के साथ-साथ घर की भी तलाशी ली। अलमारी से लेकर लॉकर तक सभी जगह खंगाली गईं। वहीं बैंक अकाउंट की भी जांच की जा रही है। एसीबी की टीम को बबीता चौहान से एक दूसरे मामले में भी पूछताछ की जा रही है।

भरतपुर। रिटायर्ड पुलिसकर्मी का शव नाले में मिला

भरतपुर।  रिटायर्ड पुलिसकर्मी का शव नाले में मिला


भरतपुर। शहर में बुधवार को एक रिटायर्ड पुलिसकर्मी का शव नाले में मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। घटनास्थल पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। लोगों और परिजनों ने शव को नाले से निकाला। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

थाना मथुरा गेट इलाके के नगरोटा मोहल्ले में सुबह सैर के लिए निकले लोगों ने नाले में रिटायर्ड पुलिसकर्मी देवी सिंह को अचेतावस्था में पाया। लोगों ने पुलिस व देवी सिंह के परिजनों को सूचना दी। परिजन वहां पहुंचे तथा लोगों की मदद से देवी सिंह को नाले से निकालकर अस्पताल पहुंचाया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने परिजनों व आस-पास के लोगों से पूछताछ की। परिजनों ने बताया कि देवी सिंह रात को घर से निकले थे। उसके बाद लौटे नहीं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

रिटायर्ड पुलिसकर्मी का शव नाले में मिला, रात को घर से निकले थे

प्रारंभिक शिक्षा के तृतीय श्रेणी शिक्षकों को दूसरे दौर के तबादलों का इंतजार

प्रारंभिक शिक्षा के तृतीय श्रेणी शिक्षकों को दूसरे दौर के तबादलों का इंतजार
जयपुर। प्रारंभिक शिक्षा में कार्यरत तृतीय श्रेणी शिक्षकों को तबादलों के दूसरे दौर का इंतजार है। लंबे समय से इनके तबादले अटके हुए हैं। करीब दो महीने पहले इन शिक्षकों के तबादलों का पहला दौर हुआ था। इसके बाद कई शिक्षकों ने परिवेदना जमा कराई. लेकिन अब तक न तो परिवेदनाओं का निस्तारण हुआ और ना ही शिक्षकों के तबादलों का दूसरा दौर चला।



इसके उलट प्रिंसिपल, हैडमास्टर, व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापक और माध्यमिक शिक्षा के तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले कई बार हो चुके हैं। एक दिन पहले ही मंगलवार को 72 हैडमास्टर और 23 व्याख्याताओं के तबादले किए गए हैं। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक शिक्षा में करीब 1800 तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले होने हैं। इनकी सूचियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सूचियां कभी भी जारी हो सकती हैं।

प्रारंभिक शिक्षा के तृतीय श्रेणी शिक्षकों को दूसरे दौर के तबादलों का इंतजार

राजस्थान के 8 शहरों में भारी बारिश की चेतावनी, बारां व भरतपुर में रातभर से रुक-रुक कर हो रही बरसात

राजस्थान के 8 शहरों में भारी बारिश की चेतावनी, बारां व भरतपुर में रातभर से रुक-रुक कर हो रही बरसात
जयपुर। राजस्थान में मानसून एक बार फिर सक्रिय है। भरतपुर में बीती रात से सुबह आठ बजे तक 1.8 मिमी तो बारां शहर में 1.68 इंच बरसात हुई है। भरतपुर शहर में यह तीसरी बार है जब अच्छी बरसात हुई है। मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान के कुछ शहरों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। पूर्वी राजस्थान में सोमवार शाम से बरसात का दौर शुरू हुआ था। जयपुर में बुधवार सुबह रिमझिम बरसात हुई तो बारां व भरतपुर में बीती रात से ही अच्छी बरसात का दौर जारी है। बरसात पूर्वी राजस्थान में ही है जबकि पश्चिमी राजस्थान में पिछले 13 दिनों से इसका इंतजार जारी है। करौली के सपोटरा, दौसा तथा जिले के बांदीकुई और आस-पास के क्षेत्रों में रिमझिम बरसात हुई। यहां घने बादल छाए रहे, लेकिन बूंदाबांदी ही हुई।

यहां हो सकती है भारी बरसात
- मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, कोटा, राजसमंद व उदयपुर में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। भारी बरसात का दौर यहां अगले 48 घंटों तक जारी रह सकता है।
- राजस्थान में अब तक 290.47 मिमी बारिश हो चुकी है जो औसत 297.12 मिमी से 7.5 प्रतिशत कम है। तीन जिलों बाड़मेर, जालौर, सिरोही में सूखे की स्थिति है।

राजस्थान : 8 शहरों में भारी बारिश की चेतावनी, बारां व भरतपुर में रातभर से रुक-रुक कर हो रही बरसात