जिला कलक्टर ने जसाई मंे जल संरक्षण की कार्य योजना बनाने के निर्देश
-पहाड़ांे से साइफन के जरिए टंकी मंे पहुंचेगा पानी,जिला कलक्टर ने किया निरीक्षण।
बाड़मेर, 30 जून। जसाई ग्राम पंचायत मंे बारिश के पानी का सपना साकार होगा। प्राचीनकाल की तर्ज पर बारिश के पानी को रेलवे स्टेशन की टंकी तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए है।
जसाई प्रवास के दौरान जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते को ग्रामीणांे ने बताया कि ब्रिटिश काल मंे जसाई गांव मंे पहाड़ांे के मध्य एक बांध बना हुआ था, जिसमंे बारिश का पानी एकत्रित होता था। इस पानी को साइफन के जरिए रेलवे स्टेशन की टंकी तक पहुंचाया जाता था। यह टंकी करीब 55 हजार लीटर की है। ग्रामीणांे के अनुरोध पर जिला कलक्टर नकाते ने जल संरक्षण की इस प्राचीन तकनीक का निरीक्षण किया। साथ ही संबंधित विभागीय अधिकारियांे को इस तकनीक को दुबारा प्रारंभ करने के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
अन्नपूर्णा दूध योजना का शुभारंभ सोमवार को
बाड़मेर, 30 जून। बाड़मेर जिले मंे अन्नपूर्णा दूध योजना का शुभारंभ दो जुलाई को होगा। इसके लिए समुचित इंतजाम करने के निर्देश दिए गए है।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि अन्नपूर्णा दूध योजना का जिला स्तरीय समारोह 2 जुलाई को प्रातः 8.30 बजे जिला मुख्यालय पर राजकीय माध्यमिक रेलवे कुआं नंबर -3 मंे आयोजित होगा। उन्हांेने बताया कि कक्षा प्रथम से आठवीं तक के राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्रति सप्ताह में तीन दिन दूध पिलाने के कार्यक्रम का जिला मुख्यालय एवं पंचायत समिति मुख्यालयों पर समारोह पूर्वक आयोजित करने के लिए आवश्यक इंतजाम कर लिए गए है। इसके तहत समस्त राजकीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों मदरसों, स्पेशल ट्रेनिंग सेन्टर में अध्ययनरत कक्षा प्रथम से आठवीं तक के छात्र-छात्राओं को 2 जुलाई से सप्ताह में तीन बार जिसमें शहरी क्षेत्र के विद्यालयों में सोमवार, बुधवार व शुक्रवार एवं ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में सोमवार, बुधवार शुक्रवार अथवा मंगलवार, गुरूवार व शनिवार को पोषाहार के रूप में प्रार्थना सभा के बाद पूर्ण गर्म ताजा दूध पिलाया जाएगा। दो जुलाई को योजना का विधिवत शुभारंभ जिला मुख्यालय व ब्लॉक मुख्यालय तथा ग्राम पंचायत स्तर पर स्थित किसी बडे राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय में क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि योजना के शुभारभ्भ के दिन 2 जुलाई को प्रत्येक विद्यालय में विशेष पेरेन्ट्स टीचर मीटिंग का आयोजन किया जाएगा। साथ ही 9 जुलाई तक प्रत्येक विद्यालय में दूध योजना सप्ताह मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कक्षा प्रथम से पांचवी तक के छात्रों को 150 एमएल एवं कक्षा छठी से आठवीं तक छात्रों को 200 एमएल दूध दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि एसएमसी की ओर से क्रय किए गए दूध का भुगतान सम्बन्धित आपूर्तिकर्त्ता को चैक अथवा बैंक खाते में राशि हस्तांतरित कर किया जाएगा। वही दूध गर्म करने के लिए आवश्यक बर्तनों आदि के लिए सम्बन्धित विद्यालयों को 2500 रूपए की राशि का आंवटन किया गया है। क्रय किये गये दूध की जाँच विद्यालय स्तर पर लेक्टोमीटर से की जायेगी वही दूध में यूरिया, स्टार्च या अन्य किसी रसायन की मिलावट नहीं हो इसके लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी या खाद्य सुरक्षा निरीक्षक की ओर से समय-समय पर जांच की जाएगी। विद्यार्थियों को दूध पिलाए जाने से पूर्व प्रतिदिन एवं अध्यापक व एवं विद्यार्थी के अभिभावक या एसएमसी के सदस्य द्वारा पोषाहार की भांति दूध को चखा जाएगा। इसका रजिस्ट्रर भी संधारित किये जाने के अतिरिक्त प्रत्येक विद्यालय में पोषाहार मेन्यू को विद्यालय के मुख्य स्थान पर पेन्ट से अंकित करवाया जाएगा।