अन्नपूर्णा दूध योजना की आवश्यक तैयारियां पूर्ण, सोमवार से विद्यालयों में पिलाया जायेगा दूध।*
tSlyesj 30 जून। राज्य सरकार द्वारा कक्षा प्रथम से आठवीं तक के राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्रति सप्ताह में तीन दिन दूध पिलायें जाने के कार्यक्रम का आगाज 2 जुलाई से जिला मुख्यालय एवं पंचायत समिति मुख्यालयों पर समारोह पूर्वक किये जाने की आवश्यक तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई है।
जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारभ्भिक ने बताया कि मुख्यमंत्री के वित्तीय वर्ष 2018-19 के बजट अभिभाषण में मिड-डे-मील योजना के तहत समस्त राजकीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों मदरसों, स्पेशल ट्रेनिंग सेन्टर में अध्ययनरत कक्षा प्रथम से आठवीं तक के छात्र-छात्राओं को 2 जुलाई से सप्ताह में तीन बार जिसमें शहरी क्षेत्र के विधालयों में सोमवार, बुधवार व शुक्रवार एवं ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में सोमवार, बुधवार शुक्रवार अथवा मंगलवार, गुरूवार व शनिवार को पोषाहार के रूप में प्रार्थना सभा के बाद पूर्ण गर्म ताजा दूध पिलाया जायेगा। उन्होनें कहा कि 2 जुलाई को योजना का विधिवत शुभारभ्भ जिला मुख्यालय व ब्लाॅक मुख्यालय तथा ग्राम पंचायत स्तर पर स्थित किसी बडे राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय में क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में आयोजित किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि योजना के शुभारभ्भ के दिन 2 जुलाई को प्रत्येक विद्यालय में विशेष पेरेन्ट्स टीचर मीटिंग का आयोजन किया जायेगा तथा 9 जुलाई तक प्रत्येक विद्यालय में दूध योजना सप्ताह मनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि कक्षा प्रथम से पांचवी तक के छात्रों को 150 एमएल एवं कक्षा छठी से आठवीं तक छात्रों को 200 एमएल दूध दिया जायेगा। उन्होनें बताया कि एसएमसी द्वारा क्रय किये गये दूध का भुगतान सम्बन्धित आपूर्तिकत्र्ता को चैक अथवा बैंक खाते में राशि हस्तांतरित कर किया जायेगा वही दूध गर्म करने के लिए आवश्यक बर्तनों आदि के लिए सम्बन्धित विद्यालयों को 2 हजार 500 रूपयों की राशि का आंवटन किया गया है। लेक्टोमीटर विद्यालय स्तर से ही क्रय किये जायेंगे। क्रय किये गये दूध की जाँच विद्यालय स्तर पर लेक्टोमीटर से की जायेगी वही दूध में यूरिया, स्टार्च या अन्य कोई रसायन नहीं मिला हो तो इसके लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी या खाद्य सुरक्षा निरीक्षक द्वारा समय-समय पर जांच की जायेगी। विद्यार्थियों को दूध पिलाए जाने से पूर्व प्रतिदिन एवं अध्यापक व एवं विद्यार्थी के अभिभावक या एसएमसी के सदस्य द्वारा पोषाहार की भांति दूध को चखा जायेगा तथा इसका रजिस्ट्रर भी संधारित किये जाने के अतिरिक्त प्रत्येक विद्यालय में पोषाहार मेन्यू को विद्यालय के मुख्य स्थान पर पेन्ट से अंकित करवाया जायेगा।
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