रेप पीड़िता के साथ जबरन तस्वीर लेने वाले राजद के नेताओं पर FIR दर्ज
बिहार के गया में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता से जबरदस्ती मिलने और तस्वीर लेने के लिए बाध्य करने वाले राजद नेताओं पर गया पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है. पुलिस ने राजद के 6 नामजद समेत कई अज्ञात नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
जिन नेताओं के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है उसमें बिहार के पूर्व मंत्री आलोक मेहता, विधायक सुरेन्द्र यादव, राजद के जिलाध्यक्ष, प्रदेश और जिला की महिला विंग की अध्यक्ष भी शामिल है. इस मामले में वीडियो सामने आने के बाद एसएसपी राजीव मिश्रा के निर्देश पर मेडिकल थाना में एफआईआर दर्ज हुआ.
पुलिस ने ये मामला रेप पीड़िता की पहचान जाहिर करने और जबरदस्ती फोटो खिंचवाने के मामले दर्ज किया है. इससे पहले गया के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया था कि एएनएमसीएच में मेडिकल जांच के लिये गयी नाबालिग पीड़िता को पुलिस गाड़ी से जबरदस्ती नीचे उतार कर उसके साथ फोटो खिंचवाने के मामले में पुलिस कार्रवाई करेगी.
इस मामले में राजद की जांच टीम की अगुवाई करने वाले पूर्व मंत्री आलोक मेहता मीडिया के सवाल पर सफाई देते नजर आये थे और उन्होंने कहा था कि उनकी टीम ने पीड़िता का सम्मान करते हुए उससे और उसके पिता से सारी जानकारी ली है. मालूम हो कि बुधवार की देर रात गया में दरिंदों ने मां-बेटी के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था.
बिहार के गया में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता से जबरदस्ती मिलने और तस्वीर लेने के लिए बाध्य करने वाले राजद नेताओं पर गया पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है. पुलिस ने राजद के 6 नामजद समेत कई अज्ञात नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
जिन नेताओं के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है उसमें बिहार के पूर्व मंत्री आलोक मेहता, विधायक सुरेन्द्र यादव, राजद के जिलाध्यक्ष, प्रदेश और जिला की महिला विंग की अध्यक्ष भी शामिल है. इस मामले में वीडियो सामने आने के बाद एसएसपी राजीव मिश्रा के निर्देश पर मेडिकल थाना में एफआईआर दर्ज हुआ.
पुलिस ने ये मामला रेप पीड़िता की पहचान जाहिर करने और जबरदस्ती फोटो खिंचवाने के मामले दर्ज किया है. इससे पहले गया के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया था कि एएनएमसीएच में मेडिकल जांच के लिये गयी नाबालिग पीड़िता को पुलिस गाड़ी से जबरदस्ती नीचे उतार कर उसके साथ फोटो खिंचवाने के मामले में पुलिस कार्रवाई करेगी.
इस मामले में राजद की जांच टीम की अगुवाई करने वाले पूर्व मंत्री आलोक मेहता मीडिया के सवाल पर सफाई देते नजर आये थे और उन्होंने कहा था कि उनकी टीम ने पीड़िता का सम्मान करते हुए उससे और उसके पिता से सारी जानकारी ली है. मालूम हो कि बुधवार की देर रात गया में दरिंदों ने मां-बेटी के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था.