अजमेर सेंट्रल जेल की फिर खुली पोल, कैदियों के बैरक से मिले मोबाइल फोन
अजमेर। अजमेर के केंद्रीय कारागार जेल में कैदियों के अलग—अलग बैरक से 7 मोबाइल बरामद किए गए हैं। जेल में जैमर होने के बावजूद कैदी जेल में रहकर बाहर के लोगों से निरंतर संपर्क में हैं। ऐसे में जेल के अंदर मोबाइल मिलने की घटना ने जेल सुरक्षा के साथ—साथ जैमर की गुणवक्ता पर भी सवाल खड़े कर दिये हैं।
हालांकि गनीमत है कि जेल में मोबाइल का उपयोग कैदी अपने नेटवर्क या परिजन से संपर्क के लिए कर रहे हैं, वरना मोबाइल में मौजूद बैटरी जेल के लिए घातक भी साबित हो सकती है। ज्यादा से ज्यादा बैटरी जुटाकर कोई भी शातिर कैदी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है।इस बात को सब भलीभांती जानते हैं कि मोबाइल बैटरी ज्वलंतशील ही नहीं, विस्फोटक भी हो सकती है। हालांकि इस तरह की घटना अभी सामने नहीं आई है, मगर भविष्य में अगर मोबाइल इसी प्रकार से जेल में जाते रहे तो ऐसी घटना की संभावना भी बनी ही रहेगी।
जानकारी के मुताबिक, जेल में रुटीन चैकिंग के दौरान कैदियों के अलग—अलग वार्ड से 5 मोबाइल मय सिम कार्ड मिले हैं। वहीं 2 मोबाइल में सिम नहीं मिली है। जेल प्रशासन ने सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस जेल में मिले मोबाइल की सीडीआर निकलवा रही है, जिससे यह पता किया जा सके कि मोबाइल से किस कैदी ने किस व्यक्ति से बात की है। बता दे कि 1100 कैदियों की क्षमता वाली अजमेर केंद्रीय कारागार में 50 फीसदी स्टाफ के पद खाली पड़े हैं