शुक्रवार, 1 जुलाई 2016

बाड़मेर। माटी की हो जाती है मिट्टी पलीत

बाड़मेर। माटी की हो जाती है मिट्टी पलीत


दुर्गेश चौधरी@बाड़मेर.
बाड़मेर। सीमावर्ती जिले के सबसे बड़े चिकित्सालय में स्थित मोर्चरी में शवों को सुरक्षित रखने के लिए डीप फ्रिज नहीं होने से कई बार शव की दुर्गति हो जाती है। यहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की तरफ से आधुनिक मोर्चरी का निर्माण तो कर दिया गया है, लेकिन डीप फ्रिज नहीं दिया गया है। इससे कई बार मुश्किल खड़ी हो जाती है।

माटी की हो जाती है मिट्टी पलीत


जिले में पिछले एक दशक में व्यावसायिक गतिविधियां बढऩे के साथ ही अपराध में तेजी से वृद्धि हुई है। बाहरी प्रदेश के किसी व्यक्ति की मौत पर उसके परिजनों को सूचित करने एवं आने में कई बार 2 से 3 दिन लग जाते हैं। ऐसे में उस शव की सुरक्षा करना चिकित्सा विभाग व पुलिस के लिए मुश्किल हो जाता है। वहीं दूसरी तरफ किसी की मौत पर परिजनों व समाज के विरोध के बाद पोस्टमार्टम में देरी से भी शव को सुरक्षित रखना भारी पड़ जाता है।





जीवाणुओं से खतरा

व्यक्ति की मौत के बाद एक बार शव कड़क हो जाता है। करीब सात-आठ घंटे बाद शव शिथिल पडऩे लगता है और उसमें जीवाणुओं की संख्या तेजी से बढऩे लगती है। उसके सारे अंगों में पानी निकलने लगता है। एेसे में तेज गर्मी से शव सड़ांध मारने लगता है। अधिकांश मामलों में परिजनों के अभाव में मोर्चरी में रखे शवों के लिए बर्फ की व्यवस्था नहीं हो पाती। लिहाजा शव की हालत भी खराब होने लगती है।





आधुनिक मोर्चरी का निर्माण पूर्ण

राजकीय चिकित्सालय में आधुनिक मोर्चरी का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। यहां पर पुरानी मोर्चरी के पास ही 15 लाख रुपए की लागत से तीन कमरों का निर्माण किया जा चुका है। इसमें से एक कक्ष में शव का पोस्टमार्टम व क्लिनिंग कक्ष है। वहीं अन्य दो कक्षों में से एक चिकित्सक कक्ष। यहां विद्युत, पानी, पेयजल व परिजनों के रात में रुकने की व्यवस्था भी की गई है। मोर्चरी के आगे सड़क भी बनाई गई है।





प्रयास कर रहे हैं

चिकित्सालय में आधुनिक मोर्चरी का निर्माण हो चुका है। भीषण गर्मी में शव को सुरक्षित रखने के लिए डीप फ्रिज आवश्यक है। इसके लिए प्रयास कर रहे हैं।

डॉ. देवेन्द्र भाटिया, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, राजकीय चिकित्सालय

बाड़मेर। डब्ल्यूएचओ : 1 हजार पर हो 1 चिकित्सक, बाड़मेर : 12750 लोगों पर 1 चिकित्सक

बाड़मेर। डब्ल्यूएचओ : 1 हजार पर हो 1 चिकित्सक, बाड़मेर : 12750 लोगों पर 1 चिकित्सक


बाड़मेर। सीमावर्ती बाड़मेर जिले में 26 लाख की आबादी के लिए चिकित्सकों की कमी रोगियों का मर्ज पर भारी पड़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 1:1000 चिकित्सक-मरीज अनुपात होना चाहिए, लेकिन यहां तो 12 गुणा से भी ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी एक चिकित्सक पर है। ऐसे में बढ़ते काम के भरोसे चिकित्सक परेशान हो हरे हैं।


डब्ल्यूएचओ : 1 हजार पर हो 1 चिकित्सक, बाड़मेर : 12750 लोगों पर 1 चिकित्सक

वहीं दूसरी ओर सरकार लाख कोशिशों के बावजूद इस अनुपात को पाटने में नाकाम रहा है। इस कारण सरकार नि:शुल्क जांच व दवा योजना का लाभ लोगों को पहुंचाने में काफी हद तक नाकाम साबित हो रही है। और तो और बाड़मेर जिले में गंभीर बीमारियों का उपचार ही संभव नहीं है। इस कारण यहां से मरीजों को रेफर टू जोधपुर या रेफर टू गुजरात कर दिया जाता है।

भगवान भरोसे उपचार
जिले की विकट भौगोलिक परिस्थितियों एवं आवागमन के साधनों की कमी के बावजूद यहां चिकित्सकों के स्वीकृत पद भी नहीं भरे गए हैं। जिले में अधिकांश लोग ढाणियों में निवास करते है, जहां सड़कों के साथ साधनों की भी कमी है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं, सर्पदंश सहित आपातस्थितियों में मरीज को चिकित्सक तक समय पर पहुचंने में मशक्कत करनी पड़ती है।

इन सुविधाओं की दरकार

- जिला मुख्यालय पर 16 करोड़ की लागत से निर्मित मातृ एवं शिशु चिकित्सालय को जल्द शुरू किया जाए।

- राज्य सरकार की ओर से खरीद की स्वीकृति के ढाई वर्ष भी डायलिसिस मशीन की सुविधा नहीं होने से सैकड़ो मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

- जिले में नेत्र चिकित्सकों के पद रिक्त होने से आंखों के मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

- ट्रोमा सेंटर में सभी तरह के संसाधन उपलब्ध होने के बावजूद मरीजों को इसकी सुविधा नहीं मिल रही।





वैकल्पिक व्यवस्था के भरोसे

जिले में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी से चिकित्सकीय कार्य प्रभावित हो रहा है। इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर कार्य कर रहे हैं।

डॉ. सुनिल कुमारसिंह बिष्ट, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी





जिला अस्पताल पर पड़ रहा भार

ग्रामीण चिकित्सालयों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी के कारण जिला चिकित्सालय में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। यहां भी विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी के कारण कार्य प्रभावित होता है।

डॉ. देवेन्द्र भाटिया, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, बाड़मेर





जिले में पदों की स्थिति

पदनाम स्वीकृत रिक्त

कनिष्ठ विशेषज्ञ औषध 22 19

कनिष्ठ विशेषज्ञ शल्य 22 20

कनिष्ठ विशेषज्ञ स्त्री 6 6

कनिष्ठ विशेषज्ञ शिशु 6 5

कनिष्ठ विशेषज्ञ नेत्र 2 2

कनिष्ठ विशेषज्ञ क्षय 1 1

क. विशेषज्ञ निश्चेतना 2 2

व. चिकित्सा अधिकारी 20 15

बीसीएमओ 8 7

चिकित्सा अधिकारी 179 22

चिकित्सा अधिकारी दंत 13 9

राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर

वरिष्ठ विशेषज्ञ 6 5

उप नियन्त्रक 1 -

कनिष्ठ विशेषज्ञ 19 13

व. चिकित्सा अधिकारी 4 1

चिकित्सा अधिकारी 30 10

कुल 341 137





फैक्ट फाइल

26 लाख से ज्यादा है जिले की आबादी

2600 चिकित्सक होने चाहिए डब्ल्यूएचओ के अनुसार

341 पद स्वीकृत है बाड़मेर में

204 ही कार्यरत हैं विभिन्न अस्पताल में

सिणधरी। छुट्टी के बाद ढही संस्कृत विद्यालय भवन की छत

सिणधरी। छुट्टी के बाद ढही संस्कृत विद्यालय भवन की छत


सिणधरी। नाकोड़ा ग्राम पंचायत में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय फौजोणियों की ढाणी के बरामदे की छत बुधवार शाम भरभरा ढह गई। यह भवन लम्बे अर्से से जर्जर हाल था। इसको लेकर संस्था प्रधान ने वर्ष 2010 में संस्कृत शिक्षा विभाग को विद्यालय की स्थिति से अवगत करवा दिया था।

इसके 6 वर्ष बाद भी विद्यालय भवन मरम्मत करने को लेकर विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार शाम विद्यालय बरामदे की छत ढह गई तो दो कक्षाकक्ष एवं एक हॉल की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई।

छुट्टी के बाद ढही संस्कृत विद्यालय भवन की छत

अवगत करवा दिया था
राउप्रावि संस्कृत विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार ने बताया कि जर्जर विद्यालय भवन की सूचना वर्ष 2010 से संस्कृत शिक्षा के विभागीय शिक्षा अधिकारी को भिजवाई जा रही है। लेकिन विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

चुतरसिंह हत्याकांड: शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह ने मुख्यमंत्री एंव गृह मंत्री को लिखा पत्र मामले की जांच सीबाआई से कराने की मांग

चुतरसिंह हत्याकांड: शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह ने मुख्यमंत्री एंव गृह मंत्री को लिखा पत्र मामले की जांच सीबाआई से कराने की मांग



बाड़मेर। शिव से भाजपा विधायक मानवेन्द्रसिंह ने जैसलमेर पुलिस फायरिंग में एक युवक की मौत के मामलें की जांच सीबाआई से करवाने की पैरवी करते हुए कहा कि पुलिस के बयानों में विरोधाभास की स्थिति है। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को लिखे पत्र में मानवेन्द्रसिंह ने बताया कि घटना के बाद पुलिस अधिकारियों द्वारा उनकों दी गयी जानकारी और इस मामलें में दर्ज मुकदमें में वर्णित तथ्यों में जमीन आसमान का अंतर है। मानवेन्द्रसिंह ने कहा कि इस व्यवहार से मामलें में पुलिस का दोहरा चरित्र स्पष्ट झलकता है।




मानवेन्द्रसिंह ने लिखा कि उनकी जानकारी के अनुसार मृतक चुतरसिंह के विरूद्ध चोरी जैसे सामान्य प्रवृति के अपराधिक मामले दर्ज थे। घटना के दिन भी चुतरसिंह और उसके साथियों द्वारा पुलिस दल पर हमला किया गया हो या क्रास फायरिंग हुई हो, ऐसी कोई बात ना तो सामने आयी है और ना ही पुलिस द्वारा कोई ऐसी कोई जानकारी दी गयी है। पुलिस ने इस मामलें में चुतरसिंह और उसके साथियों के पास से कोई हथियार भी बरामद किया है।




मानवेन्द्रसिंह ने लिखा कि उपरोक्त तथ्यों के आधार पर उक्त घटना में पुलिस द्वारा फायरिंग करना एक गैर जिम्मेदारना कृत्य है और हत्या का विषय बनता है।


मानवेन्द्रसिंह ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया वर्तमान माहौल में यह एक यक्ष प्रश्न है कि जब कानून के रक्षक ही हत्यारें बन जाए, तो आम नागरिक और लोक शांति का क्या होगा। उन्होनें कहा कि ऐसे संवेदनशील मामलों में पुलिस के आला अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैयें के प्रदेश के शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में तनाव की स्थितियां उत्पन्न हो गयी है।


मानवेन्द्रसिंह ने पत्र में लिखा कि इस प्रकरण में पुलिस के दोहरे रवैये के कारण आम जनमानस इस प्रकरण की जांच की स्वतंत्र एंजेसी से करवाना चाहता है। ऐसे में जनभावनाओ को देखते हुए मामलें की जांच सीबीआई को सौंपी जाए।

ढाका।बांग्लादेश: हिन्दू पुजारी की चाकूओं से गोदकर निर्मम ह्त्या, तीन हमलावरों ने दिया वारदात को अंजाम



ढाका।बांग्लादेश: हिन्दू पुजारी की चाकूओं से गोदकर निर्मम ह्त्या, तीन हमलावरों ने दिया वारदात को अंजाम
बांग्लादेश: हिन्दू पुजारी की चाकूओं से गोदकर निर्मम ह्त्या, तीन हमलावरों ने दिया वारदात को अंजाम

बंगलादेश की राजधानी ढाका से लगभग तीन सौ किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में स्थित झिनयीदाह जिला मुख्यालय के पास शुक्रवार को एक हिन्दू पुजारी की मंदिर के बाहर कुछ अज्ञात हमलावरों ने धारदार हथियारों से हमला कर हत्या कर दी।




झिनयीदाह जिला प्रशासन के प्रमुख महबूबुर रहमान के मुताबिक़ मृतक की पहचान 45 वर्षीय श्यामनंदा दास के तौर पर हुई है। जानकारी में सामने आया है कि पुजारी श्यामनंदा दास सुबह मंदिर में पूजा की तैयारी कर रहा था तभी अचानक मोटर साइकिल पर सवार तीन युवकों ने उन पर चाकू से हमला कर उनकी हत्या कर दी।




16 करोड़ की मुस्लिम बहुल आबादी वाले बंगलादेश में पिछले कुछ महीनों से इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा उदारवादी कार्यकर्ताओं, मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमले किए जा रहे हैं।




पुलिस ने बताया कि हिन्दू पुजारी की हत्या के पीछे का कारण अभी तक साफ़ नहीं हो सका है और न ही इस मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार किया गया है। महबूबुर रहमान ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में बताया कि हमले की प्रकृति स्थानीय आतंकवादियों से मिलती जुलती है।




गौरतलब है कि अभी हाल ही में हुई कई हत्याओं की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है, हालांकि सरकार ने इस बात का खंडन किया है।

गुजरात में सेक्स वर्कर्स की जिंदगी बदल रही झुंझुनूं की आईपीएस बेटी सरोज कुमारी

गुजरात में सेक्स वर्कर्स की जिंदगी बदल रही झुंझुनूं की आईपीएस बेटी सरोज कुमारी


सीकर. वे कई साल से जिस्मफरोशी के दलदल में फंसी थीं। ना बेटियां बच पा रहीं थीं ना बहुएं। अफसर और नेता तो कई बदले। किसी ने उन्हें 'धंधे' से छुटकारा नहीं दिलाया, मगर गुजरात के बोटाद जिले की एसपी बनकर आईं राजस्थान की आईपीएस बेटी सरोज कुमारी इनके लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं, जो डंडे के दम पर नहीं बल्कि प्यार और समझाइश से इनकी जिंदगी बदल रही हैं। अब तक 30 महिला सेक्स वर्कर्स 'गंदा काम' छोड़ चुकी हैं। ऐसी ही 15 और महिलाएं हैं, जो बदलाव की इस राह पर चल पड़ी हैं।

महिलाएं इसलिए अपना रही यह रास्ता


-गांव में अशिक्षा व गरीबी अधिक है।

-यहां शादियां देरी से होती हैं।

-लिंगानुपात में अंतर अधिक है।

-परिवार के पुरुष सदस्यों की मौन स्वीकृति।

-फैक्ट्रियों/कपास के खेतों में काम करने आते बाहर के श्रमिक।

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कौन हैं आईपीएस सरोज कुमारी

सरोज कुमारी वर्ष 2011 की गुजरात कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं। मूल रूप से राजस्थान के झुंझुनूं जिले की चिड़ावा तहसील के गांव बुडानिया की रहने वाली हैं। बोटाद में इनकी छवि लेडी सिंघम की है। फिरौती व वसूली करने वाले कई अपराधियों को ये जेल भिजवा चुकी हैं। पिछले साल से माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने निकले भारतीय लोक सेवा अधिकारियों के दल सरोज कुमारी एकमात्र महिला अधिकारी थीं।

बाड़मेर जैसलमेर के एस पी सहित 51 आईपीएस के तबादले गगनदीप सिंगला बाड़मेर गौरव यादव जैसलमेर के नए एस पी



बाड़मेर जैसलमेर के एस पी सहित 51 आईपीएस के तबादले


गगनदीप सिंगला बाड़मेर गौरव यादव जैसलमेर के नए एस पी






जयपुर राज्य सरकार ने देर रात्रि आधेश जारी कर 51 आईपीएस के तबादले किये।बहुप्रतीक्षित सूचि आज देर रात जारी की गयी जिसमे बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक पद पर गगनदीप सिंगला और जैसलमेर में गौरव यादव को लगाया।वहीं बाड़मेर एस पी परिस देशमुख को नागौर और डॉ राजीव पचार को हनुमानगढ़ लगाया गया हे।0



गुरुवार, 30 जून 2016

इंडियाना में एक महिला ने एक साथ 11 बच्चियों को दिया जन्म !

इंडियाना में एक महिला ने एक साथ 11 बच्चियों को दिया जन्म !
इंडियाना में एक महिला ने एक साथ 11 बच्चियों को दिया जन्म !

इंडियाना में 42 साल की एक महिला ने एक साथ 11 बच्चों को जन्म दिया है। 42 साल की उम्र में 11 बच्चों को एक साथ जन्म देने की इस घटना को एक बड़े आश्चर्य और विश्व रिकॉर्ड की तरह देखा जा रहा है। महिला का नाम मारिया हर्नानडेस है।

जब मारिया हर्नानडेस को डिलीवरी के लिए हॉस्पिटल लाया गया तो सभी लोग इनको देख कर हैरान थे। सभी की हैरानी उस समय और बढ़ गई जब इस महज ने 17 मिनट में 11 बच्चियों जन्म दिया। डॉक़्टर इस बात को लेकर भी चकित हैं कि सभी पैदा हुई बच्चियां बिल्कुल सही हैं और तन्दुरुस्त भी।

सभी लोग इस घटना को चमत्कार मान रहे हैं। डिलीवरी टीम के डॉक्टर्स का कहना है कि वो देखते रह गए कि एक के बाद एक लड़की जन्म ले रही है और महज 17 मिनट में इन 11 बच्चियों ने जन्म लिया। हम इसे चमत्कार ही कह सकते हैं।

दूसरी ओर मारिया के पति का कहना है कि गोदभराई के समय उन्हें काफी दिक्कतें आई थी, लेकिन अब सभी बच्चियां बिल्कुल ठीक हैं और अब रीले चिल्ड्रन अस्पताल में हैं। एकसाथ इतने बच्चों का माता-पिता बनने पर पूरी दुनिया इस जोड़े को बधाई दे रही है।

जयपुर दर्द पर भारी शौक, रेप पीड़िता संग राजस्थान महिला आयोग की सदस्य ने खींची सेल्फी



जयपुर दर्द पर भारी शौक, रेप पीड़िता संग राजस्थान महिला आयोग की सदस्य ने खींची सेल्फी
दर्द पर भारी शौक, रेप पीड़िता संग राजस्थान महिला आयोग की सदस्य ने खींची सेल्फी

यूं तो महिला आयोग का काम पीडि़त महिलाओं के दुख-दर्द को जानकर उन पर मरहम लगाना है, लेकिन राजस्थान महिला आयोग की एक सदस्य पर सेल्फी का शौक इस कदर चढ़ा कि उन्होंने जख्मों पर मरहखम करने की जगह पीडि़ता की पहचान जगजाहिर कर दी।


ये तस्वीर जरा गौर से देखिए, इसमें आपको भाजपा नेता और राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा नजर आ रही हैं। उन्हीं के साथ सेल्फी लेते हुए दिख रही हैं उनकी सहयोगी महिला आयोग सदस्य सौम्या गुर्जर। सुमन और सौम्या जिस महिला के साथ सेल्फी ले रही हैं वो महिला अमानवीय व्यवहार की शिकार हुई है। महिला अभी अपनों के दिए जख्मों को भूल भी नहीं पाई थी कि महिला आयोग उसका दुख दर्द जानने के लिए पहुंचा। ये घटना 28 जून की है, जब आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा और सदस्य सौम्या गुर्जर पीडि़ता से मिलने पहुंची।

तब उन्होंने पीडि़ता के हालचाल जानने के साथ ही सेल्फी खींचना शुरू कर दिया। आपको बता दें कि जयपुर के आमेर में एक महिला के घरवालों ने उसके माथे पर 'मेरा बाप चोर है' लिख दिया था। यह मामला सामने आने के बाद महिला आयोग की सदस्य उससे मिलने के लिए पहुंची थीं। उसी दौरान महिला आयोग सदस्यों ने पीडि़ता दर्द जानने की बजाय उसके साथ सेल्फी खींचकर प्रचार पाने की जुगत लगा ली।













सेल्फी लेते समय महिला आयोग के जिम्मेदार पदाधिकारी ये भूल गई कि पीडि़ता की पहचान उजागर नहीं की जाती है। जिन नियम कायदों की पालना महिला आयोग को करनी होती है, उन्हीं की धज्जियां खुद अध्यक्ष और आयोग सदस्य ने उडा दी। अब देखना ये है कि क्या राज्य सरकार या राष्ट्रीय महिला आयोग इस पर कोई संज्ञान लेगा?







खौफनाक! दहेजलोभियों की रौंगटे खड़ी कर देने वाली करतूत, सिंदूर की जगह ललाट पर लिखा 'मेरा बाप चोर'







पीडि़तों का हंसना मुस्कुराना क्या अपराध है

मामले पर सौम्या गुर्जर ने फेसबुक पोस्ट पर जवाब देते हुए कहा कि हम वहां मामले की जांच कर रहे थे और जांच मे पूछताछ के दौरान और सबूत के कुछ कागजों के हमने कुछ फोटों खींची उसी बीच पीडि़ता जिज्ञासावस फोटो देखने की इच्छुक हुई और उसको समझाने के लिए मैंने उसको दिखने के लिए उसके साथ सेल्फी खींची । ये सब मैंने उसकी मानसिक हालात को ध्यान मैं रखते हुए किया। क्या पीडि़त को दर्द से उभरने के लिए उसका हंसना मुस्कुराना गलत है। कोई कैसे इसको अमानवीय बता सकता है, जबकि पीडि़ता हमारे साथ जांच के दौरान दिलासा देने के बाद हमारे व्यवहार से खुश हुई थी।

अजमेर,रोजगार के अवसरों की है भरमार-श्री गोयल



अजमेर,रोजगार के अवसरों की है भरमार-श्री गोयल
अजमेर, 30 जून। जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने गुरूवार को पुरोहित कलासेज में आयोजित कैरियर गाइडेंस सैमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में रोजगार के अवसरों की भरमार है। नब्बे के दशक से पहले सरकारी सेवा ही सर्वाधिक सुरक्षित रोजगार समझा जाता था। इसके पश्चात् लिबरेलाईजेशन प्राईवेटाईजेशन ग्लोबलाईजेशन (एलपीजी) का दौर शुरू हुआ। इससे काॅरपोरेट तथा उद्यम क्षेत्रा में भी बड़ी संख्या में रोजगार सृजित हुए। सैमिनार का आयोजन राजस्थान पत्रिका की पब्लिक कनेक्टिंग कार्यक्रम के तहत किया गया; उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के युग में मेहनत और अध्ययन ही सफलता प्रदाता है। प्रतियोगी परीक्षा में भाग लेने वालों को सकारात्मक सोच के साथ अपनी योग्यता का अधिकतम उपयोग करना चाहिए। प्रतिभागी को वृहद दृष्टिकोण के साथ तैयारी करने के साथ ही सफलता प्राप्त करने के दबाव को अपने उपर हावी नही होने देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि एक प्रतियोगिता में असफल हो जाने से जीवन का अवसान अथवा समापन नही हो सकता। अपना बेहतरीन प्रदर्शन के उपरान्त भी अगर अपेक्षित सफलता नही मिलती है तो सफलता के लिए दूसरी योजना भी प्लान बी भी जेहन में रखना चाहिए। यह प्लान सरकारी क्षेत्रा के अलावा अन्य क्षेत्रा में अपनी योग्यता का लोहा मनवाकर हासिल किया जाना चाहिए। प्रत्येक प्रतिभागी को अपने व्यक्तिगत गुणों कमियों के आधार पर अपने कैरियर की वह दिशा निर्धारित करनी चाहिए जिसमें उसकों खुशी प्राप्त हो सके। उन्होंने जापान की कार्य संस्कृति का उदाहरण देते हुए कहा कि मेहनत, विनम्रता, धरातल से जुड़ाव तथा समभाव सफलता के लिए नए मार्ग प्रशस्त करता है। कोई काम छोटा अथवा बड़ा नही होता है हमे संर्कींण विचारधारा से उपर उठकर देश और समाज के लिए योगदान समझकर कार्य करना चाहिए।

श्री गोयल ने कहा कि उद्यमशीलता के क्षेत्रा में नया व्यवसाय आरम्भ करने वाले परम्परागत व्यवसायियों से आगे निकल रहे है। अनगिनत क्षेत्रा अच्छे कार्य करने वालों की कमी से जुझ रहे है।

पुलिस अधीक्षक डाॅ. नितीन दीप बल्लग्गन ने प्रतिभागियों से कहा कि नियमित अध्ययन से ही सफलता प्राप्त हो सकती है। समर्पण के साथ वर्षभर 10 घण्टे का अध्ययन प्रतियोगी परीक्षा में सफलता की दर बढ़ा देते है। परीक्षा के विभिन्न चरणांे के अनुसार योजना बनाकर तैयारी करनी चाहिए। अध्ययन के दौरान सामने आने वाली चुनौतियों को पहचान कर योजनाबद्ध तरीके से उनका सामना करें। उन्होंने विद्यार्थियों के लिए कैरियर काउंसलिंग की आवश्यकता बतायी।

पुरोहित कलासेज के श्री बी.आर.पुरोहित ने कहा कि सरकारी सेवाओं में चयन के लिए उत्तरोत्तर प्रतिसपर्धा बढ़ रही है। उचित मार्गदर्शन से परीक्षा में सफलता शीघ्र प्राप्त हो जाती है।

इस अवसर पर राजस्थान पत्रिका के शाखा प्रबंधक श्री चन्द्रपाल सिंह ने आभार जताया, कार्यक्रम का संचालन श्री दिलीप शर्मा ने किया।

जयपुर।नाबालिग पत्नी ने ख़त्म की रोज़-रोज़ की 'किच-किच', पत्थर से सिर कुचलकर कर डाला पति का मर्डर



जयपुर।नाबालिग पत्नी ने ख़त्म की रोज़-रोज़ की 'किच-किच', पत्थर से सिर कुचलकर कर डाला पति का मर्डर
नाबालिग पत्नी ने ख़त्म की रोज़-रोज़ की 'किच-किच', पत्थर से सिर कुचलकर कर डाला पति का मर्डर

पत्नी के चरित्र पर शक व उसके साथ लगातार इसी बात को लेकर झगडऩा युवक की जान पर भारी पड़ गया। गुस्साई नाबालिक पत्नी ने बुधवार सुबह कमरे में मारपीट करने के दौरान पति का पत्थर से सिर फोड़कर उसे मौत के घाट उतार दिया। कानोता थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी पत्नी को हिरासत में ले लिया है।




पुलिस के अनुसार बूरथल निवासी 20 वर्षीय हरफूल की सालभर पहले ही शादी हुई थी। हरफूल को अपनी पत्नी के चरित्र पर शक था। इसके चलते उनमें आए दिन झगड़े होते रहते थे। आपसी कलह और मारपीट से उसकी नाबालिग पत्नी परेशान थी।




बुधवार सुबह दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया, इस पर महिला ने उसके सिर पर पत्थर से जोरदार हमला बोल दिया। हमले में हरफूल गंभीर रूप से घायल हो गया। महिला ने इसकी जानकारी उसके परिजनों को दी। परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां पर उसकी दोपहर में मौत हो गई।




सूचना पर मौके पर पहुंच कर पुलिस ने आरोपी महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। हरफूल सीतापुरा में एक फैक्ट्री में मजदूरी करता था। उसकी शादी जमवारामगढ़ के टोडाबीलोत गांव में हुई थी।

केकड़ी.बंद कमरे में नहीं था कोई उसकी चीख सुनने वाला, दरिंदो ने पार की हैवानियत की हद



केकड़ी.बंद कमरे में नहीं था कोई उसकी चीख सुनने वाला, दरिंदो ने पार की हैवानियत की हद
बंद कमरे में नहीं था कोई उसकी चीख सुनने वाला, दरिंदो ने पार की हैवानियत की हद


विवाहिता को बंधक बना दुराचार का मामला सामने आया है। केकड़ी पुलिस ने मामले में दो आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार रामपुरा निवासी पीडि़ता ने रिपोर्ट दी कि वह अपने पति के साथ चौसला में खेतों की रखवाली का कार्य करती है।




गत 20 जून को वह अपने पीहर छाबडिय़ा जाने के लिए रवाना हुई। केकड़ी बस स्टैण्ड पर उसे बीजवाड़ निवासी रामनिवास पुत्र शम्भू मिल गया। छाबडिय़ा छोडऩे की बात कहते हुए वह उसे बाइक पर बैठा कर बाजटा स्थित रामकिशन पुत्र नन्दा के घर ले गया और एक कमरे में बंद कर दिया।




जहां रामकिशन ने छह दिन तक दुराचार किया। वह रामकिशन के कब्जे से बमुश्किल छूट कर अपने घर पहुंची व पति को घटना से अवगत करवाया। पुलिस ने पीडि़ता की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर लिया। पीडि़ता का मेडिकल मुआयना करवा कर जांच शुरू कर दी है।

अजमेर।बड़ी खबर-पांचवीं क्लास की परीक्षा लेगा डाइट, सरकार ने दिया जिम्मा



अजमेर।बड़ी खबर-पांचवीं क्लास की परीक्षा लेगा डाइट, सरकार ने दिया जिम्मा
बड़ी खबर-पांचवीं क्लास की परीक्षा लेगा डाइट, सरकार ने दिया जिम्मा

इस साल पांचवीं कक्षा की परीक्षा सभी जिलों में डाइट के माध्यम से होगी। यह बात शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कही है। उन्होंने बताया कि कि प्राथमिक स्तर पर विद्यार्थियों की नींव मजबूत होना बेहद जरूरी है। ऐसे में कक्षा एक से 5वीं तक को पढ़ाने वाले शिक्षकों की जिम्मेदारी सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। शिक्षक विद्यार्थियों के कॅरियर मेकर बनें। विद्यार्थी को केवल रटने तक ही सीमित ना रखें बल्कि उसे विषय को समझने के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित करें।

देवनानी राजकीय सावित्री बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस साल से 5वीं कक्षा की परीक्षा डाइट के माध्यम से ली जाएगी। शिक्षक प्रयास करें कि उनके स्कूल का परिणाम अच्छा रहे। उन्होंने कहा कि राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रान्ति की ओर अग्रसर है। राज्य सरकार शिक्षकों की सुविधाओं के लिए निरन्तर नवाचार और प्रयास कर रही है।

राजस्थान में 75 हजार शिक्षकों को डीपीसी के जरिए पदोन्नति दी है। जिला कलक्टर गौरव गोयल ने कहा कि सरकारी स्कूलों में सबसे योग्य और अनुभवी शिक्षक हैं। सब मिलकर प्रयास करें तो तस्वीर बदल सकती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के विकास के लिए बच्चों को अंग्रेजी एवं कम्प्यूटर का ज्ञान अनिवार्य रुप से कराए। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं शिक्षक उपस्थित थे।

जैसलमेर । जिले में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू ,48 घण्टे तक इन्टरनेट सर्विस पर प्रतिबन्ध

जैसलमेर । जिले में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू ,48 घण्टे तक इन्टरनेट सर्विस पर प्रतिबन्ध


जैसलमेर । जिले में घटित हुई घटनाओं एवं असामाजिक तत्वों द्वारा सोषल मीडिया पर अनेक प्रकार की अफवाहें फैलाई जाकर कानून व्यवस्था को प्रभावित कर सामाजिक/जातिय सद्भाव को बिगाडने को ध्यान में रखतें हुए जिला मजिस्ट्रेट मातादीन शर्मा ने एक आदेष जारी कर दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए जैसलमेर जिले की सम्पूर्ण सीमा क्षेत्र में 2,3,4 जी डाटा,इन्टरनेट सर्विस,ब्लक एसएमएस,एमएमएस,वाटसएप,फेसबुक,टवीटर,टेलीग्राम एवं अन्य सोषल मीडिया द्वारा इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडरर्स (वाइस काॅल एवं लेण्डलाईन व मोबाईल फोन के अलावा) पर प्रतिबन्ध के लिए निषेधाज्ञा लागू की है।आदेष के अनुसार जिले के सभी नागरिकों को इस आदेष की पालना करने एवं अवहेलना नहीं करने के निर्देष प्रदान किए है। यदि कोई व्यक्ति उपयुक्त प्रतिबंधात्मक आदेषों का उल्लंघन करेगा तो वह भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत अभियोजित किया जा सकेगा। यह आदेष 29 जून रात्रि 9 बजे से लागू हुआ है जो आगामी 48 घण्टे तक जैसलमेर जिले की सम्पूर्ण सीमा क्षेत्र में प्रभावी रहेगा।

आईपीएस पंकज चौधरी ने पेश किया नैनवां कांड मामले में मिली चार्जशीट का जबाव

आईपीएस पंकज चौधरी ने पेश किया नैनवां कांड मामले में मिली चार्जशीट का जबाव


जयपुर। अक्सर विवादों में रहे आईपीएस अधिकारी पंकज चौधरी ने आज कार्मिक सचिव के समक्ष पेश होकर बूंदी के नैंनवा कांड मामले में मिली चार्जशीट का जबाव पेश किया। पंकज ने अपने जवाब में कई अधिकारियों और राजनेताओं का भी जिक्र किया है।

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उन्होंने बताया कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए कई नेताओं ने उन पर दबाव बनाया, जिनमें कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल थे। नैनवां कांड में पंकज के खिलाफ समय पर मौके पर नहीं पहुंचने और स्थिति को नहीं संभाल पाने का आरोप था। इसके लिए पंकज ने खुद की और अन्य पुलिस अधिकारियों की कॉल डिटेल मांगी थी, जो उन्हें अभी तक नहीं मिली है।


पंकज ने जवाब पेश करने के दौरान कार्मिक सचिव से आरटीआई से मांगी गई कॉल डिटेल दिलवाने की बात कही, ताकि उनकी घटना के दिन की सही लोकेशन और समय की स्थिति स्पष्ट हो सके। पंकज ने कहा कि उन्होंने सारे बिन्दुओं का जवाब दे दिया है। उन्हें कार्मिक सचिव पर सही निर्णय का भरोसा है। अगर उनके जवाब दिए जाने के बाद भी लापरवाह मानकर कार्रवाई की जाती है, तो वे न्यायालय की शरण लेंगे।