रविवार, 5 अक्टूबर 2014

33 साल बाद रेखा से इश्क लड़ाएंगे अमिताभ!



मुंबई। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और सदाबहार अभिनेत्री रेखा की सुपरहिट जोड़ी एक बार फिर से सिल्वर स्क्रीन पर अपना जलवा बिखेर सकती है।




अमिताभ बच्चन इन दिनों आर बाल्की के निर्देशन में बन रही फिल्म 'शमिताभ' में काम कर रहे हैं।




इस फिल्म में धनुष और कमल हसन की पुत्री अक्षरा हसन की भी मुख्य भूमिकायें हैं। धनुष्ा ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट टि्वटर पर एक तस्वीर पोस्ट की है, जिसमें वे रेखा के साथ नजर आ रहे हैं।




धनुष ने इस तस्वीर के साथ लिखा है, 'देखिए शमिताभ में मैं किसके साथ स्पेस शेयर कर रहा हूं। ये हैं वन एंड आनली रेखाजी।
amitabh may work with rekha


हालांकि इस बात की जानकारी नहीं है कि रेखा का रोल अमिताभ बच्चन के अपोजिट होगा या नहीं।




उल्लेखनीय है कि अमिताभ और रेखा की सुपरहिट जोड़ी अंतिम बार वर्ष 1981 में प्रदर्शित फिल्म सिलसिला में एक साथ दिखाई दी थी।




अमिताभ और रेखा ने 'दो अंजाने', 'आलाप', 'नमक हराम', 'मुकद्दर का सिकंदर', 'मिस्टर नटवरलाल', 'सुहाग', 'गंगा की सौगंध', 'राम बलराम' और 'खून पसीना' में एक साथ काम किया है। - 

राजस्थान में 1300 से अधिक डॉक्टरों की होगी भर्ती

बीकानेर। चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधीन स्थापित चिकित्सा संस्थानों में अब जिला स्तर पर संविदा चिकित्सकों की भर्ती की जाएगी। भर्ती प्रक्रिया के नियम-कायदों को स्पष्ट करते हुए राज्य सरकार ने शनिवार को ही निर्देश जारी किए हैं। 

now district level will be physicians recruitment in rajasthan
उक्त पदों पर चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती के लिए जिला कलक्टर की अध्यक्षता में एक कमेटी की प्रत्येक सोमवार को बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें रिक्त पदों पर संविदा आधार पर चिकित्सकों की भर्ती प्रक्रिया सम्पन्न की जाएगी।

यह मिलेगा मानदेय
राज्य सरकार के निर्देशानुसार संविदा पर नियुक्त चिकित्सा अधिकारी (एमबीबीएस) को मासिक मानदेय तीन हजार रूपए दिया जाएगा। जिसमें नियत पारिश्रमिक 16,800 तथा चिकित्सा परिचर्या भत्ता 13,200 रूपए देय होगा। इसी प्रकार विशेषज्ञ चिकित्सक को एनआरएचएम गाईड लाइन अनुसार 80 हजार तथा 60 हजार रूपए प्रतिमाह मासिक मानदेय देय होगा।

13 सौ पद रिक्त
प्रदेश में चिकित्सा अधिकारियों के रिक्त पदों पर नजर डाली जाए तो इनकी संख्या 1312 है। इसमें सबसे अधिक 89 पद जोधपुर में रिक्त है। वहीं दूसरे नम्बर पर भीलवाड़ा का नाम आता है, जहां 86 पद रिक्त चल रहे हैं। इसी प्रकार बांसवाड़ा में 85, अजमेर में 64, बाड़मेर में 72, बीकानेर में 9, गंगानगर में 39 तथा हनुमानगढ़ में 25 पद रिक्त चल रही है।

भीलवाड़ा राजस्थान का एक ऎसा पुलिस थाना, जहां ड्यूटी से डरते हैं थानेदार



भीलवाड़ा। हर थानेदार की चाहत शहर के थाने में तैनाती की रहती है, लेकिन भीलवाड़ा जिले में भीमगंज पुलिस थाने का मामला हो तो वहां जल्दी से कोई नहीं जाना चाहता है। यहां थानेदारों को नियुक्ति के साथ ही यह चिंता सताने लगती है कि वह कितने दिन थाने की कमान संभाल पाएगा? पिछले चार वर्ष के दौरान इस थाने में 13 प्रभारी बदल दिए गए।
No inspector wants to be post in this police station at Rajasthan



अति संवेदनशील थाना

भीमगंज थाना अति संवेदनशील क्षेत्र के दायरे में आता है। त्योहारों एवं अन्य आयोजनों के दौरान आला पुलिस अधिकारी भीमगंज पुलिस थाने में डेरा डाले रहते हैं। विजयदशमी पर्व पर शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक राघवेन्द्र सुहास थाने में मौजूद रहे और वहीं से वे मुख्यमंत्री कार्यालय एवं प्रदेश के आला अधिकारियों के सम्पर्क में रहे। यही कारण है कि इस थाने ने गत चार वर्ष में दो-चार नहीं, वरन 13 प्रभारी देखे हैं। इसके अलावा यहां दो बार ऎसे अवसर भी आए जब सहायक उप निरीक्षक भी कार्यवाहक थाना प्रभारी रहे हैं।




साल में दर्जन से अधिक मामले

थाना क्षेत्र में गत एक वर्ष के दौरान सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वाली एक दर्जन से अधिक वारदात हो चुकी हैं। मंगला चौक व बहाला में आए दिन मारपीट, तोड़फोड़ व हमले की घटनाएं आम बात है। पूर्व में विहिप के जुलूस पर पथराव के बाद दो व्यक्ति पर जानलेवा हमले की घटना से माहौल गरमा उठा था। इस इलाके में छोटी-छोटी बातें भी बड़ा रूप ले लेती है।




लम्बा कार्यकाल 13 माह का

भीमगंज पुलिस थाने के प्रभारी के कार्यकाल का थाने में लगा बोर्ड बयां करता है कि 10 सितम्बर 2010 को चौकी से पुलिस थाने में क्रमोन्नत हुए थाने में चार वर्ष के दौरान सर्वाधिक लम्बा कार्यकाल उपनिरीक्षक नेमीचंद चौधरी का रहा। उन्होंने यहां एक वर्ष छह दिन का कार्यकाल पूरा किया।




व्यवस्था सर्वोपरि है

शांति एवं कानून व्यवस्था सर्वोपरि है। थाना प्रभारी बदलना प्रशासनिक व्यवस्थाओं का हिस्सा है। भीमगंज थाना क्षेत्र शहर के मध्य होने से यहां अधिकारियों की मौजूदगी कई मायने में बेहतर रहती है।

राघवेन्द्र सुहास, पुलिस अधीक्षक भीलवाड़ा - 

शनिवार, 4 अक्टूबर 2014

मुक्केबाज सरिता देवी को "सख्त चेतावनी" के बाद छोड़ा -



इंचियोन (दक्षिण कोरिया)। भारतीय महिला मुक्केबाज एल सरिता देवी के माफी मांगने के बाद उन्हें सख्त चेतावनी के बाद छोड़ दिया गया है। उन्होंने एशियन गेम्स में मेजबान दक्षिण कोरिया की मुक्केबाज से सेमीफाइनल में विवादास्पद हार के बाद कांस्य पदक ग्रहण करने से मना कर दिया था।
OCA lets off Sarita Devi with strong warning



ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (ओसीए) के अधिकारियों ने कहा कि पदक समारोह में जिस तरह सरिता ने व्यवहार किया, वह अच्छा नहीं था, लेकिन मुक्केबाद द्वारा बिना शर्त के माफी मांगने और भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि उन्हें ऎसे व्यवहार की जानकारी नहीं थी, के चलते ओसीए ने चेतावनी के बाद मुक्केबाद को छोड़ दिया।




ओसीए के उपाध्यक्ष वी जिजहोंग ने शनिवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमने भारतीय खिलाड़ी को सख्त चेतावनी के बाद छोड़ दिया। भारतीय प्रतिनिधि मंडल से घटना का कोई लेना देना नहीं था। यह खिलाड़ी का व्यक्तिगत आचरण था।




उल्लेखनीय है कि मंगलवार को दक्षिण कोरिया की पार्क जी-ना से सेमी फाइनल में हारने के बाद सरिता परिणाम से खफा थी। उसका मानना था की उसे विजेता घोषित किया जाना चाहिए था।




सरिता के पति ने जजों के फैसले की निंदा की थी, जबकि भारतीय खिलाड़ी ने फैसले के खिलाफ अपील की थी जिसे खारिज कर दिया गया था।




सरिता ने अगले दिन मेडल समारोह के दौरान मेडल गले में पहनने की बजाए उसे हाथ में रख लिया और बाद में उसे दक्षिण कोरियाई खिलाड़ी के गले में डाल दिया। समारोह के खत्म होने के बाद सरिता मेडल वहीं छोड़कर चली गई, जबकि आयोजकों ने उसे मेडल ले जाने के लिए भी कहा।




ओसीए के अध्यक्ष शेख अहमद अल-फाहद अल-सबह ने कहा कि खिलाड़ी के नाते सरिता को रैफरी के फैसले को मानना चाहिए था। हालांकि, मुझे इस बात की खुशी है कि उसने अपनी गलती मान ली। -  

इश्क की दीवानगी, प्रेमी नहीं मिला तो सात बार सुसाइड की कोशिश

कानपुर। पहले प्यार, फिर शादी का वादा और इनकार। कुछ ऎसी ही थी कानपुर की एक प्रेम कहानी। प्रेमिका इस सदमे से उबर नहीं पाई और उसने सात बार अपनी जान देने की कोशिश की। आखिरकार मामले में पुलिस को आना पड़ा और धोखेबाज प्रेमी पुलिस की गिरफ्त में आ गया। हालांकि इसके बाद युवक के घरवाले युवती को अपनी बहू बनाने के लिए तैयार हो गए और शादी के साथ फेरों की मंजूरी दे दी। 
After trying seventh times suicide, boyfriend family reddy to marriage
पीडिता के भाई ने बताया कि उसकी बहन की एक युवक से दोस्ती थी। दोनों के परिजन इस रिश्ते को मानने के लिए तैयार भी हो गई और शादी की तैयारियां भी शुरू हो गईं, लेकिन इस बीच लड़के के मामा ने इस शादी ने इनकार कर दिया। इतना ही नहीं लड़की के चरित्र पर भी उंगली उठा दी। इससे हालत होकर पीडित लड़की ने कानपुर के गंगा बैराज में कूदकर जान देने की कोशिश की।

वहां मौजूद गोताखोरों ने लड़की की जान बचाई थी। उसकी बहन सुसाइड की ये सातवीं कोशिश थी। इससे पहले उसने तीन बार डोज से ज्यादा नींद की गोली खाकर, दो बार ट्रेन के आगे कूदने की कोशिश कर और एक बार हाथ का नस भी काट कर जान देने की कोशिश कर चुकी है। सातवीं बार उसकी बहन के बयान के बाद पुलिस ने वासू गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके बाद उसकी मां ने पीडित लड़की के घर फोन किया और शादी की बात कही। अब वे सीएमएम कोर्ट में एक समझौते की अपील करते हुए उसे अपने घर की बहू बनाने की गुहार भी लगाएंगी ताकि उनके बेटे को जमानत मिल सके। - 

लुधियाना पाकिस्तान से आई करोड़ों की हेरोईन बरामद!



लुधियाना। पंजाब के तरन तारन और लुधियाना जिलों में शनिवाग को 42 किलोग्राम हेरोईन बरामद की गई जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 210 करोड़ रूपए बताई जाती है।
the bsf caught 210 crore heroin in punjab


राजस्व गुप्तचर निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों ने एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए लुधियाना-फिरोजपुर रोड पर मुल्लांपुर के निकट एक मिनी ट्रक से 40 किलोग्राम हेरोईन बरामद की।




डीआरआई सूत्रों ने बताया कि हेरोईन की यह खेप पाकिस्तान से लगती फिरोजपुर सीमा से लाई जा रही थी।




इस सम्बंध में ट्रक चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। राज्य के तरन तारन जिले में सीमावर्ती खेमकरण सैक्टर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 143 बटालियन ने शनिवार को सुबह सीमा क्षेत्र में तलाशी के दौरान हेरोईन के एक-एक किलो के दो पैकेट बरामद किए गए।




बल के अधिकारियों के अनुसार यह हेरोईन सम्भवत: पाकिस्तान तस्करों द्वारा ही भारतीय क्षेत्र में फैकी गई थी क्योंकि बीती रात सीमा पर हलचल महसूस होने पर जब गश्त लगा रहे बीएसएफ के जवानों ने ललकारा तो दूसरी ओर से फायरिंग शुरू हो गई।




इस पर जब जवाबी कार्रवाई की गई तो तस्करी पाकिस्तान क्षेत्र की ओर भाग गए और हेरोईन भारतीय सीमा में फैंक गए।

जयपुर‘‘सशक्त बेटी - सशक्त समाज वाहन रैली के साथ युवाओं का सम्मान समारोह’’


जयपुर‘‘सशक्त बेटी - सशक्त समाज वाहन रैली के साथ युवाओं का सम्मान समारोह’’


जयपुर, 04 अक्टूबर, 2014! जय राजपुताना संघ की ओर से कल दिनांक 05 अक्टूबर, 2014 को प्रातः 11.00 बजे भवानी निकेतन, सीकर रोड़, जयपुर से गर्वमेंट हाॅस्टल, एम.आई. रोड़ होते हुए उद्योग मैदान में वाहन रैली पहुंचेगी, जिसका मुख्य उद्देश्य सशक्त बेटी - सशक्त समाज के माध्यम से समाज में बेटी बचाओ का संदेश देना। समाज की आर्थिक मजबूती के लिए युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए एंटीप्रीनियोरशिप विकसित करना तथा इसमें महिलाओं उद्यमियों की भागीदारी महत्वपूर्ण होगी व युवाओं को सम्मानित किया जायेगा। इस कार्यक्रम में कनिका शेखावत महासचिव दिल्ली विश्वविद्यालय, ओलम्पिक गोल्ड मेडलिस्ट अपूर्वा चन्देला व उनके पिता श्री कुलदीप सिंह चन्देला को भी सम्मानित किया जायेगा, अखिल भरतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेशाध्यक्ष श्रीमान नवल सिंह जी झराना, श्री राजपूत सभा अध्यक्ष श्री गिर्राज सिंह जी लोटवाडा, समाजसेवी भंवर सिंह जी पलाडा, युवा नेता देव्याशु सिंह शाहपुरा, भवानी निकेतन शिक्षा समिति अध्यक्ष दिलीप सिंह छापौली, मनोज न्यांगली,विधायक सार्दूलपुर सहित समाज के समस्त युवा भाग लेंगे। इस मौके पर माॅं करणी की शोभा यात्रा भी निकाली जायेगी।

बीएसएनएल ने दिया दिवाली का बड़ा तोहफा



नई दिल्ली। त्योहारी सीजन में बधाई देने के लिए कई लोगों को फोन करना पड़ता है और इस हाईटेक जमाने में तो लोग कई तरह से विश करते हैं।




इस महंगाई में सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल ने लोगों को त्योहारी सीजन का जबरदस्त तोहफा दिया है और कई प्रकार के स्कीम पेश की है।




कंपनी ने अपने नए स्कीम के तहत वीडियो कॉल्स की दरों को वॉयस कॉल्स के बराबर किया है, जबकि वह टॉपअप रिचार्ज पर फुल टॉक टाइम की भी पेशकश कर रही है।

BSNL launches promotional offers for festive season

कंपनी की वीडियो कॉल पेशकश 20 सितंबर से शुरू हुई है और यह देशभर में 90 दिन के लिए होगी।




बीएसएनएल के बोर्ड निदेशक (सीएम) अनुपम श्रीवास्तव नेल बताया कि त्योहारी सीजन में बीएसएनएल के मोबाइल ग्राहक वॉयस कॉल की दरों पर वीडियो कॉल का आनंद ले सकेंगे।




कंपनी ने कहा है कि सिर्फ प्लान ग्राहकों के लिए ही वीडियो कॉल की दरें घटाई गई हैं।




इसके अलावा कंपनी ने 100, 150, 250, 350 रूपए के टॉप अप रिचार्ज पर फुल टॉक टाइम की पेशकश की है। साथ 550 रूपए के रिचार्ज पर कंपनी 575 रूपए व 750 रूपए के रिचार्ज पर 790 रूपए का टॉक टाइम देगी। - 

अब बुलेट ट्रेन से भी तेज चलेगा इंटरनेट

मोबाइल ऑपरेटर व टेलीफोन कंपनियों को उपभोक्ताओं को ब्रॉडबैंड स्पीड कम से कम 512 केबीपीएस (किलो बाइट प्रति सैकण्ड) देनी ही होगी। दूरसंचार विभाग की ओर से ब्रॉडबैंड स्पीड की न्यूनतम स्पीड का गजट नोटिफिकेशन जारी किया जा चुका है। इसमें ब्रॉडबैंड को परिभाçष्ात भी किया गया है, जिससे कंपनियों की मनमानी खत्म हो सके। इसमें ऑप्टिकल फाइबर और डाटा कार्ड दोनों शामिल हैं।
Telecom department directs mobile operators to provide broadband speed at 512 KBPS
राष्ट्रीय दूरसंचार नीति, 2012 के तहत ब्रॉडबैंड की न्यूनतम स्पीड तय की गई है। पहले यह 256 केबीपीएस ही थी। हालांकि, इसके बावजूद लाखों उपभोक्ताओं के सिस्टम तक तय स्पीड नहीं पहुंच पा रही। स्थिति यह है कि बिल प्लान सर्किल के अंतिम दिनों में तो किसी भी वेबसाइट संचालन के लिए काफी इंतजार करना पड़ रहा है। इसमें न तो दूरसंचार विभाग और न ही भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) सख्त कदम उठा रहा है। 

2जी से 4जी तक की स्थिति
मोबाइल के 2जी सेवा में इंटरनेट कनेक्टिविटी है, जिसमें 144 केबीपीएस की अधिकतम स्पीड दी जा रही है। इसमें उपभोक्ता इंटरनेट से तो कनेक्ट हो जाता है, लेकिन ब्रॉडबैंड सेवा नहीं मिल पाती। इंटरनेट डायलअप सर्विस पर आधारित है। जबकि, 3जी व 4जी सेवा पूरी तरह से ब्रॉडबैंड आधारित है। 

ब्रॉडबैंड को यूं किया परिभाçष्ात 
ब्रॉडबैंड एक डाटा कनेक्शन है जो कि इंटरनेट एक्सेस सहित अंतरसक्रिय सेवाओं को प्रदान करने में सक्षम है। ब्रॉडबैंड सेवाएं उपलब्ध कराने से आशय सेवा प्रदाता के मौजूदगी स्थान (पॉइंट ऑफ प्रजेंस, पीओपी) से किसी उपभोक्ता को 512 केबीपीएस की न्यूनतम डाउनलोड गति प्रदान करने की क्षमता है।

बचाव में ऑपरेटरों के तर्क
ब्रॉडबैंड की न्यूनतम डाउनलोड स्पीड तय होने के बावजूद उपभोक्ता तक तय स्पीड नहीं पहुंच पा रही। इसके पीछे संबंधित वेबसाइट संचालन के दौरान सर्वर पर एक साथ ज्यादा लोड आ जाना है। 
सर्वर की क्षमता नहीं होने के कारण वेबसाइट क्रेश हो जाती है। जैसे निजी विमानन कंपनियों के ऑफर के दौरान रहता है। 
सर्विस प्रोवाइडर तक स्पीड कम होने की शिकायत नहीं पहुंचना। -  

पॉलीटेक्निक करने वालों के लिए खुशखबरी, अब हिंदी में भी होगी पढ़ाई -

भीलवाड़ा। पॉलीटेक्निक शिक्षा में अंग्रेजी से दूर भागने वाले विद्यार्थियों के लिए अब हिन्दी सहित अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में पुस्तकें प्रकाशित होंगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के इस प्रस्ताव को सेंट्रल एजुकेशन एडवाइजरी बोर्ड ऑफ एजुकेशन ने स्वीकृति दे दी है। पाठ्यक्रम को हिन्दी एवं क्षेत्रीय भाष्ााओं में विकसित करने का जिम्मा एआईसीटीई को दिया गया है। 
Now study polytechnic in Hindi
गौरतलब है कि देश में इंजीनियरिंग एवं मेडिकल शिक्षा के पाठ्यक्रमों को भी हिन्दी भाष्ाा में विकसित करने का काम शुरू हो चुका है। पॉलीटेक्निक शिक्षा के लिए बाजार में हिन्दी भाषा में पुस्तकें पर्याप्त नहीं हैं। हिन्दी भाषी छात्रों को इससे परेशानी आती थी।

आती थी परेशानी
एआईसीटीई अब हिन्दी समेत अन्य क्षेत्रीय भाष्ााओं के मुताबिक पॉलीटेक्निक के पाठ्यक्रम को विकसित करेगी। इसके अलावा एआइसीटीई को अंग्रेजी की वे किताबें जिनका कॉपीराइट हो चुका है और जो बाजार में आसानी से उपलब्ध है, उन्हें एनसीईआरटी के सहयोग से हिन्दी एवं अन्य भाष्ााओं में अनुवादित करना होगा। 

एमएचआरडी के प्रस्ताव को स्वीकृति मिलना राजस्थान बोर्ड के ग्रामीण परिवेश के विद्यार्थियों के लिए सबसे ज्यादा हितकर होगा। क्योंकि 12वीं कक्षा तक पूरा पाठ्यक्रम हिन्दी में होता है। इसमें अंग्रेजी सिर्फ एक विष्ाय के रूप में होती है। ऎसे में विद्यार्थियों को परेशानी होती है। - 

PM मोदी के हवाई जहाज में बम मिलने से सुरक्षा एजेंसियों में मची खलबली

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए वैकल्पिक तौर पर रखे गए एयर इंडिया के एक प्लेन के अंदर एक निष्क्रिय ग्रेनेड पाया गया।  यह प्लेन प्रधानमंत्री मोदी की हालिया अमेरिका यात्रा के लिए दूसरे विकल्प के तौर पर रखा गया था। इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर खड़े इस बोइंग-746 हवाई जहाज को उस समय इस्तेमाल में लाया जाता, जब नरेंद्र मोदी को अमेरिका ले जाने वाले जंबो जेट में किसी तरह की गड़बड़ी हो जाती। 
PM मोदी के हवाई जहाज में बम मिलने से सुरक्षा एजेंसियों में मची खलबली
सूत्रों के अनुसार, नरेंद्र मोदी के गुरुवार रात भारत पहुंचने के साथ ही इस हवाई जहाज को फिर से कमर्शल ऑपरेशन में लगा दिया गया था। सूत्र ने बताया, 'इस प्लेन को दिल्ली-मुंबई-हैदराबाद-जेद्दा की फ्लाइट पर भेजा गया था।

शनिवार सुबह जेद्दा पहुंचने के बाद सिक्यॉरिटी कर्मचारियों को प्लेन के बिजनस क्लास में एक निष्क्रिय ग्रेनेड मिला। पीएम के लिए वैकल्पिक तौर पर उपलब्ध इस हवाई जहाज में बम मिलने से सुरक्षा एजेंसियों में खलबली मच गई।' अभी यह प्लेन जेद्दा में है और अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इसे कालीकट आना है। 

सूत्रों ने आगे बताया कि जेद्दा एयरपोर्ट सिक्यॉरिटी ने प्लेन की जांच कर ली है और इसे उडऩे की इजाजत दे दी है। लेकिन अब भारतीय सुरक्षा एजेंसियां भी इस मामले की जांच में लग गई हैं और पता लगाने की कोशिश कर रहीं हैं कि इस जहाज में ग्रेनेड कहां से आया। '

पिंक सिटी जयपुर का शाही पैलेस हवा महल श्री राधाकृष्ण को समर्पित है

पिंक सिटी जयपुर का शाही पैलेस हवा महल महत्वपूर्ण ऐतिहासिक धरोहर है। जयपुर जाने वाले पयर्टकों के लिए यह आकर्षण का मुख्य केंद्र है। हवा महल का निर्माण 1799 में श्री कृष्ण भक्त महाराजा सवाइर् प्रताप सिंह ने करवाया था। यह महल राधा व कृष्ण को समर्पित है।श्री राधाकृष्ण को समर्पित है हवामहल
यह महल गुलाबी पत्थरों से बना हुआ है। इस महल की डिजाईन लाल चंद उस्‍ता ने बनाई थी। इस महल का निर्माण विशेष रूप से महिलाओं के लिए किया गया था ताकि वह जाली स्‍क्रीन के माध्‍यम से शाही जुलूस के दृश्‍यों का आनंद उठा सकें।

पिरामिड आकार के इस महल में लगभग 953 खिड़कियां हैं। जिन्हें झरोखा कह कर संबोधित किया जाता है। झरोखों से ठंडी हवा का समावेश होने के कारण यह महल भीतर से सदा ठंडा रहता है। इन खिड़कियों में से बहती हवा महल के भीतर आकर वातानुकूलन का कार्य करती है। सैकड़ों खिडकियों में से हवा के प्रवाह के कारण ही इस महल को ’हवामहल’ कहा जाता है। महल की छोटी बालकनी और छत से टंगी छजली महल की खूबसूरती में चार चांद लगाती है।

हवा महल की खिडकियों में रंगीन शीशों का अनूठा शिल्प देखने को मिलता है। जब सूरज की किरणें इसके रंगीन शीशों में प्रवेश करती हैं तो हवा महल के कमरों में इन्द्रधनुष की छटा बिखर जाती है। घूबसूरती की ऐसी छटा बिखरती है जिसका शब्दों में व्याख्यान कर पाना मुमकिन नहीं है।

इतिहास के झरोखे पर दृष्टि डाले तो ज्ञात होता है जयपुर शहर देश योजना के अंतर्गत बनाया गया पहला शहर था। इसकी स्थापना राजा जयसिंह ने अपनी राजधानी आमेर में बढ़ती आबादी और पानी की समस्या को ध्यान में रखते हुए की थी।1876 में जब वेल्स के राजकुमार यहां आए तो महाराजा राम सिंह के आदेश से पूरे शहर को गुलाबी रंग से रंगा दिया गया। उसी के बाद से ये शहर 'गुलाबी नगरी' के नाम से प्रसिद्ध हो गया।

जयपुर का क्षेत्र 200 वर्ग किलोमीटर से भी अधिक है। पर्यटकों के लिए यहां घुमने लायक बहुत से स्थल हैं जो राजपूतों के वास्तुशिल्प के बेजोड़ नमूने हैं। यहां बहुत से ऐतिहासिक स्थल देखने को मिलते हैं जैसे जलमहल, जंतर-मंतर, आमेर महल, नाहरगढ़ का किला और आमेर का किला लेकिन इन सभी में खास है हवामहल। यह पांच मंजिला शानदार इमारत दरअसल सिटी पैलेस के ’जनान-खाने’ यानि कि हरम का ही एक हिस्सा है।

इस दो चौक की पांच मंजिली इमारत के प्रथम तल पर शरद ऋतु के उत्सव मनाए जाते थे। दूसरी मंजिल जडाई के काम से सजी है इसलिए इसे रतन मन्दिर कहते हैं। तीसरी मंजिल विचित्र मन्दिर में महाराजा अपने आराध्य श्री कृष्ण की पूजा-आराधना करते थे। चौथी मंजिल प्रकाश मन्दिर है और पांचवीं हवा मन्दिर जिसके कारण यह महल हवामहल कहलाता है। यदि सिरह ड्योढी बाजार में खडे होकर देखें तो हवामहल की आकृति श्री कृष्ण के मुकुट के समान दिखती है जैसा कि महाराजा प्रताप सिंह इसे बनवाना चाहते थे।

कब जाएं हवा महल की सैर करने- राजस्थान की चिलचिलाती गर्मी झुलसाने वाली होती है इसलिए हवा महल की सैर करने का प्रोग्राम सर्दियों के मौसम में ही बनाएं।

कैसे जाया जाए हवा महल- राजस्थान की राजधानी होने के कारण जयपुर को हवाई, रेल और सड़क सभी मार्गों से जोड़ा गया है। जयपुर का रेलवे स्टेशन भारतीय रेल सेवा की ब्रॉडगेज लाइन नेटवर्क का केंद्रीय स्टेशन है।

शुक्रवार, 3 अक्टूबर 2014

जैसलमेर माता तनोट का मेला सम्पन्न


जैसलमेर माता तनोट का मेला सम्पन्न 
जैसलमेर भारत पाक सीमा पर स्थित 1200 साल पुराने विश्व विख्यात शक्तिपीठ मातेश्वरी तनोटराॅय मंदिर में हुए हवन में पूर्णाहूति के साथ ही नौ दिनों से चल रहा माता तनोट का मेला सम्पन्न हुआ। राम नवमी के अवसर पर तनोट माता मंदिर में हुए हवन में 135 वाहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी गजराजसिंह, डिप्टी कमाण्डेंट शेर सिंह मीणा सहित कई अधिकारियों, जवानो व श्रद्धालुओं ने आहुतियां दी तथा देष में शान्ति व खुशहाली की कामना की। हवन के पश्चात हुई आरती के दौरान समूचा मंदिर परिसर खचाखच भर गया। आरती के पष्चात् माता के दर्षनों हेतु लम्बी कतार लग गई। माता के भण्डारे में सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद के रूप में भोजन ग्रहण किया। दोपहर में हुई आरती में दूर दराज से आए भारी संख्या में श्रद्धालु शरीक हुए। घण्टियाली माता मंदिर व 17 किलोमीटर दूर स्थित तनोट माता मंदिर में हवन किया गया जिसमें श्रद्धालुओं ने आहुतियां दी तथा आरती में षरीक हुए। साथ ही सैंकड़ों पैदल यात्रीयों ने माता के दरवार में मत्था टेका। इन 9 दिनो के दौरान हजारो श्रृद्धालुओं ने तनोट माता पहुंच कर माता के दर्षन किये व सुख शान्ति की कामना की। इस दौरान 135 बी.एस.एफ के जवानो ने आने वाले श्रृद्धालुओं के लिए ना केवल भंडारे का आयोजन किया वरन उनके लिए हर सुख सुविधा मुहैया करवाई।

मातेष्वरी तनोटराॅय के मेले के अंतिम दिन तनोट में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। माता के जयकारों से गुंजायमान बातावरण के बीच दूर दराज से आए हजारों श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में मत्था टेका। पूरे दिन मंदिर के बाहर तक भक्तों की लम्बी लाईन लगी रही। व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस कर्मीयों व जवानों को काफी मषक्कत करनी पड़ी। सांयकालीन आरती में बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित थे।

इससे पूर्व मातेष्वरी तनोटराॅय मंदिर प्रांगण में दुर्गाष्टमी के अवसर पर रात्रि में भव्य भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या में जयपुर की प्रसिद्ध गायिका अनामिका के साथ स्थानिय कलाकार माधव प्राकष, सुमेरसिंह के साथ जैसलमेर के रमेष कुमार, पाली के विनायक, रामगढ़ के कृष्णा चैहान व सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्तजन उपस्थ्ति थे। इसके आयोजन में जोधपुर की आर्केस्ट्रा के साथ सीमा सुरक्षा बल व ग्रामीणों का सहयोग रहा। देर रात दो बजे तक चली भजन संध्या में स्थानिय गायक माधव प्रकाष व सुमेरसिंह जाम ने षिरडी वाले सांई बाबा भजन को संयुक्त रूप से प्रस्तुत किया। इसके अलावा तूने मुझे बुलाया षेरावालिए, रामजी की निकली सवारी, अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो, बम बम भोले सहित कई भजन प्रस्तुत किए गए।

foto...बाड़मेर फिर हो गया रावण दहन,

बाड़मेर फिर हो गया रावण दहन, 













बाड़मेर बुराई पर अच्छाई के प्रतिक रावण दहन एक बार फिर हुआ ,बाड़मेर के आदर्श स्टेडियम में भव्य आतिशबाजी के बाद भगवन श्रीराम के हाथो रावण का दहन सम्पन हुआ ,नगर परिषद बाड़मेर द्वारा रावण दहन का आकर्षक कार्यक्रम रखा गया ,रावण के साथ मेगनाद और कुम्भकर्ण के भी पुतले जलाए ,दर्शको को आकर्षक आतिशबाज़ी देखने को मिली ,आयुक्त जोधाराम विश्नोई ,जिला कलेक्टर  राजेंद्र कुमार सहित पुलिस अधीक्षक सभापति सहित जान प्रतिनिधि उपस्थित थे ,इस दौरान गरबा नृत्य का भी आयोजन किया गया 

संघ प्रमुख भागवत का भाषण दूरदर्शन पर दिखाने पर विवाद



आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत के विजयादशमी संबोधन को राष्ट्रीय प्रसारक दूरदर्शन पर प्रसारित किए जाने पर विवाद हो गया है। कांग्रेस और वामपंथी दलों ने दूरदर्शन पर भाषण के सीधे प्रसारण के निर्णय की निंदा करते हुए मोदी सरकार पर राष्ट्रीय प्रसारक का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। उधर, दूरदर्शन ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि इसे अन्य समाचार कार्यक्रमों की तरह ही प्रसारित किया गया और इसके लिए कोई खास इंतजाम नहीं किया गया था। सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दूरदर्शन पर भागवत के भाषण को दिखाए जाने को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि न्यूज वाली चीजों का दूरदर्शन पर प्रसारण किया जाता रहेगा।





दूरदर्शन की महानिदेशक (समाचार) अर्चना दत्त ने कहा, 'यह हमारे लिए महज किसी अन्य समाचार से जुड़े कार्यक्रम की तरह ही था, इसलिए हमने इसे कवर किया।' दत्त ने कहा कि इस समारोह के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गई थी और राज्य में चुनाव को कवर करने के लिए उपयोग किए जा रहे कई डिजिटल सैटलाइट न्यूज गैदरिंग वैन (डीएसएनजी) में से एक का उपयोग इस समारोह के लिए किया गया।कांग्रेस के प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने दूरदर्शन पर भागवत का एक घंटा लंबा भाषण लाइव दिखाने को खतरनाक परंपरा की शुरुआत करार दिय। दूसरी तरफ सीपीएम पोलित ब्यूरो ने एक बयान में कहा, 'आरएसएस इस अवसर का इस्तेमाल अपनी हिन्दुत्व की विचारधारा को फैलाने के लिए करती है। राष्ट्रीय सार्वजनिक प्रसारक को आरएसएस जैसे संगठन के प्रमुख के भाषण को सीधा प्रसारित नहीं करना चाहिए था।'
पार्टी ने दूरदर्शन के निर्णय की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह की कार्रवाई जाहिर करती है कि मोदी सरकार द्वारा सार्वजनिक प्रसारक का किस तरह दुरुपयोग किया जा रहा है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भी भागवत के भाषण को सीधा प्रसारित किए जाने की निंदा की और कहा कि यह सरकारी प्रसारक का दुरुपयोग है। वहीं समाजवादी पार्टी ने इस पर कहा कि दूरदर्शन पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का भाषण दिखाया जाना खतरनाक प्रवृत्ति है। पार्टी ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच की मांग की है।