कानपुर। पहले प्यार, फिर शादी का वादा और इनकार। कुछ ऎसी ही थी कानपुर की एक प्रेम कहानी। प्रेमिका इस सदमे से उबर नहीं पाई और उसने सात बार अपनी जान देने की कोशिश की। आखिरकार मामले में पुलिस को आना पड़ा और धोखेबाज प्रेमी पुलिस की गिरफ्त में आ गया। हालांकि इसके बाद युवक के घरवाले युवती को अपनी बहू बनाने के लिए तैयार हो गए और शादी के साथ फेरों की मंजूरी दे दी।
पीडिता के भाई ने बताया कि उसकी बहन की एक युवक से दोस्ती थी। दोनों के परिजन इस रिश्ते को मानने के लिए तैयार भी हो गई और शादी की तैयारियां भी शुरू हो गईं, लेकिन इस बीच लड़के के मामा ने इस शादी ने इनकार कर दिया। इतना ही नहीं लड़की के चरित्र पर भी उंगली उठा दी। इससे हालत होकर पीडित लड़की ने कानपुर के गंगा बैराज में कूदकर जान देने की कोशिश की।
वहां मौजूद गोताखोरों ने लड़की की जान बचाई थी। उसकी बहन सुसाइड की ये सातवीं कोशिश थी। इससे पहले उसने तीन बार डोज से ज्यादा नींद की गोली खाकर, दो बार ट्रेन के आगे कूदने की कोशिश कर और एक बार हाथ का नस भी काट कर जान देने की कोशिश कर चुकी है। सातवीं बार उसकी बहन के बयान के बाद पुलिस ने वासू गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके बाद उसकी मां ने पीडित लड़की के घर फोन किया और शादी की बात कही। अब वे सीएमएम कोर्ट में एक समझौते की अपील करते हुए उसे अपने घर की बहू बनाने की गुहार भी लगाएंगी ताकि उनके बेटे को जमानत मिल सके। -
पीडिता के भाई ने बताया कि उसकी बहन की एक युवक से दोस्ती थी। दोनों के परिजन इस रिश्ते को मानने के लिए तैयार भी हो गई और शादी की तैयारियां भी शुरू हो गईं, लेकिन इस बीच लड़के के मामा ने इस शादी ने इनकार कर दिया। इतना ही नहीं लड़की के चरित्र पर भी उंगली उठा दी। इससे हालत होकर पीडित लड़की ने कानपुर के गंगा बैराज में कूदकर जान देने की कोशिश की।
वहां मौजूद गोताखोरों ने लड़की की जान बचाई थी। उसकी बहन सुसाइड की ये सातवीं कोशिश थी। इससे पहले उसने तीन बार डोज से ज्यादा नींद की गोली खाकर, दो बार ट्रेन के आगे कूदने की कोशिश कर और एक बार हाथ का नस भी काट कर जान देने की कोशिश कर चुकी है। सातवीं बार उसकी बहन के बयान के बाद पुलिस ने वासू गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके बाद उसकी मां ने पीडित लड़की के घर फोन किया और शादी की बात कही। अब वे सीएमएम कोर्ट में एक समझौते की अपील करते हुए उसे अपने घर की बहू बनाने की गुहार भी लगाएंगी ताकि उनके बेटे को जमानत मिल सके। -
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