सोमवार, 17 मार्च 2014

अब आएंगे पांच और दस हजार रुपये के नोट



नई दिल्ली जल्दी ही पांच और दस हजार रुपये के नए नोट मार्केट में नजर आएंगे। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अब इन नोटों को छापने की तैयारी में है। इसके लिए सरकार और रिजर्व बैंक के बीच सहमति बन गई है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इन नोटों की छपाई शुरू हो जाएगी। सरकार और रिजर्व बैंक ने यह फैसला दो कारणों से लिया है, एक तो इससे कागज की बचत होगी और दूसरे सरकार इस तरह के नोट लाकर जनता की दिक्कतें दूर करना चाहती है। इससे पाक को भी झटका लगेगा, जो पांच सौ और एक हजार रुपये के नकली नोट छापकर भारत के लिए दिक्कतें खड़ी कर रहा है।
Notes
रिजर्व बैंक के सूत्रों का कहना है कि अब तक अधिकतम एक हजार रुपये का नोट जारी किया जाता है। उसके बाद पांच सौ रुपये के नोट का नंबर आता है लेकिन बीते जिस तरह से रुपये की कीमत गिरी है और कर्मचारियों का वेतन बढ़ा है, उससे पांच सौ और एक हजार रुपये के नोट संभालने में लोगों को दिक्कत होती है। इसी वजह से सरकार ने पांच हजार और दस हजार रुपये के नोट छापने की तैयारी की है। इससे लोगों को वोट गिनने में ज्यादा झंझट नहीं होगा। एक लाख रुपये गिनने के लिए दस हजार के दस नोट ही आएंगे। दूसरा बड़ा फायदा यह होगा कि इससे कागज की बचत होगी।

सूत्रों का कहना है कि दरअसल, नोट का साइज तो लगभग एक बराबर का ही होता है। ऐसे में अगर दस हजार रुपये का एक ही नोट होगा तो वह एक एक हजार वाले दस नोट के बराबर होगा। इस तरह से एक हजार के दस नोटों पर जितना कागज लगता है, उतना दस हजार के एक नोट पर ही लगेगा। इससे पेड़ों की कम कटाई होगी और एक तरह से ये बड़े नोट पर्यावरण के नजरिए से अच्छा कदम माना जाएगा। पर्यावरण मंत्रालय ने भी रिजर्व बैंक के इस कदम पर खुशी जताते हुए कहा है कि यह एक बेहतरीन कदम है लेकिन बैंक को आने वाले वक्त में प्लास्टिक के नोट चलाने पर भी विचार करना चाहिए।




रामदेव की राय नहीं ली
सरकार के इस कदम के साथ ही अब यह भी खतरा है कि एक बार फिर बाबा रामदेव भूख हड़ताल न कर दें। वे पहले से ही पांच सौ और एक हजार रुपये के नोट बंद करने की मांग करते रहे हैं। लेकिन अब सरकार ने इससे बड़े नोट जारी करने का ऐलान किया है। ऐसे में माना जा रहा है कि रामदेव इसके खिलाफ आंदोलन कर सकते हैं।

मोदी को चुनाव में हराने की चुनौती मंजूर: केजरीवाल

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने रविवार को घोषणा की कि वह वाराणसी से भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी का सामना करने को तैयार हैं लेकिन साथ ही शर्त लगाई कि वह ऐसा तभी करेंगे जब लोग चाहेंगे।Image Loading
यहां एक रैली को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी चाहती है कि वह मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ें और वह गुजरात के मुख्यमंत्री की चुनौती को स्वीकार करते हैं कि जिन्हें पराजित किया जाना चाहिए। बहरहाल केजरीवाल ने कहा कि वह 23 मार्च को वाराणसी में रैली करेंगे और लोगों की प्रतिक्रिया देखेंगे और संकेत दिया कि इसके बाद ही वह अंतिम निर्णय करेंगे।

उन्होंने कहा कि मैं 23 मार्च को वाराणसी जाऊंगा। हम वाराणसी में रैली करेंगे। वाराणसी के लोग जो कहेंगे वही अंतिम होगा। अगर वाराणसी के लोग मुझे यह जिम्मेदारी देने का निर्णय करते हैं तो मैं तहेदिल से इसे स्वीकार करूंगा।

केजरीवाल ने कहा कि लेकिन इस चुनाव को मैं आज स्वीकार नहीं करता हूं। मैं वाराणसी जाऊंगा। 23 मार्च को हम वाराणसी में रैली करेंगे। मैं इस देश के लोगों से अपील करता हूं कि वे 23 को वाराणसी आएं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुझे टिकट दिया है लेकिन पार्टी द्वारा टिकट देना मेरे लिए महत्वपूर्ण नहीं है। जिस दिन इस देश के लोग मुझे टिकट देंगे मैं नरेन्द्र मोदी के खिलाफ लड़ूंगा।

केजरीवाल ने मोदी की इस बात को भी लेकर आलोचना की कि भाजपा नेता दो क्षेत्रों से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे और कहा कि वह सुरक्षित सीट की तलाश कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि दोस्तों, मैं पिछले कुछ दिनों से सुन रहा हूं कि मोदी दो जगहों से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। वह सुरक्षित सीट की तलाश कर रहे हैं...सुना है कि वह गुजरात के एक सीट से भी चुनाव लड़ेंगे।

उन्होंने कहा कि अगर वह ऐसा करते हैं तो मानो वह गुजरात के नेता हैं लेकिन देश का प्रधानमंत्री बनने के लिए उपयुक्त नहीं हैं। केजरीवाल ने कहा कि उन्हें एक सीट से लड़ना था। दो सीटों से लड़ना़...लोगों को निश्चित रूप से संदेह होगा कि वह सुरक्षित सीट की तलाश क्यों कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम बहादुर प्रधानमंत्री चाहते हैं। क्या हम ऐसा प्रधानमंत्री चाहते हैं जिसे सुरक्षित सीट की तलाश है।

रविवार, 16 मार्च 2014

वृन्दावन: रंग खेलकर विधवाओं ने तोड़े कुरीतियों के बंधन

भगवान कृष्ण की लीलास्थली वृन्दावन में निवास करने वाली विभिन्न प्रदेशों की विधवा महिलाओं ने सदियों से चली आ रही कुरीतियों को तोड़ते हुए पहली बार अबीर-गुलाल से रंग भरी होली खेली. बुजुर्ग महिलायें, विधवायें एवं परित्यक्त महिलाओं में से ही कुछ एक ने राधा-कृष्ण तथा गोपियों के रूप धर कर एक-दूसरे से जमकर होली खेली.

इस कार्यक्रम में इन महिलाओं ने करीब ढाई कुंतल गुलाल व चार सौ किलो फूलों की वर्षा कर अपनी खुशी का इजहार किया. यह संभवत: पहला मौका था जब महिलाओं का उल्लास फूटा पड़ रहा था. उनको यह अवसर उपलब्ध कराया था गैर-सरकारी संगठन सुलभ इंटरनेशनल ने. इस संगठन ने वृंदावन की 1000 विधवाओं के जीवन-स्तर में सुधार के लिए न केवल तमाम उपाय किये हैं, बल्कि उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए भी तमाम प्रयास किये हैं.

इस मौके पर सुलभ इंटरनेशनल के मुखिया डा. बिन्देश्वरी पाठक ने कहा कि उन्होंने विधवा एवं समाज द्वारा परितयक्त महिलाओं को भी सामान्य जीवन व्यतीत करने का मौका देने के लिए होली के इस कार्यक्रम का आयोजन किया है.

पाठक ने बताया कि वृन्दावन में आयोजित इस कार्यक्रम से दुनिया भर में यह संदेश जाएगा कि भारत की विधवा महिलाओं ने सदियों से चली आ रहीं कुरीतियों की बेड़ियां तोड़ दी हैं. अब वे भी अन्य जनसामान्य के समान ही जीने का अधिकार रखती हैं. पाठक ने महिलाओं से अपील की कि वे मनचाहा भोजन करें, गाएं-बजाएं, अपनी इच्छानुसार गीत-संगीत के कार्यक्रमों में शामिल हों और यदि चाहे तो मनचाहे साथी के साथ शादी कर घर बसाएं.

उन्होंने कहा कि अगले चरण में सुलभ का प्रयास होगा कि ये महिलाएं गांवों में शिक्षा एवं स्वास्थ्य की अलख जगाएं. उन्होंने कहा कि इन महिलाओं को नर्सिंग के सामान्य कार्यों का प्रशिक्षण देकर तथा अहानिकारक दवाओं की जानकारी देकर उन्हें स्वावलंबी बनाने का प्रयास किया जाएगा. पाठक ने बताया कि इसी प्रकार का आयोजन वाराणसी में भी किया जा रहा है.



 

आसाराम के खिलाफ गवाही देने वाले पर शख्स पर तेजाब से हमला



आसाराम के खिलाफ चल रहे बलात्कार मामले में एक गवाह पर दो अज्ञात लोगों ने रविवार को तेजाब से हमला किया. आसाराम और उनके पुत्र के खिलाफ चल रहे बलात्कार के मामले के गवाहों पर यह तीसरा तेजाब हमला था.
आसाराम
पुलिस उपायुक्त शोभा भुटदा ने बताया, ‘वेसु इलाके में दो लोगों ने आसाराम के खिलाफ चल रहे बलात्कार मामले के गवाह पर तेजाब से हमला किया.’ अधिकारी ने बताया, ‘पीड़ित की पहचान दिनेश सिंधी (39) के रूप में हुई है. इसने मामले में आसाराम के खिलाफ गवाही दी है.’ उन्होंने कहा, ‘वेसु रॉयल रेसीडेंसी के पास अपने घर जा रहे दिनेश पर यह हमला हुआ. बाइक सवार दो लोगों ने उन्हें ओवरटेक किया और उनपर तेजाब फेंका.’ दिनेश को निजी अस्पताल में ले जाया गया है.

आसाराम और उनके पुत्र नारायण साई के खिलाफ चल रहे बलात्कार मामलों के गवाहों पर यह तीसरा तेजाब हमला किया गया है.

गवाहों को पुलिस सुरक्षा देने के संबंध में पूछने पर शोभा ने कहा, ‘ज्यादातर गवाहों को पुलिस सुरक्षा दी गई है लेकिन इन तीनों ने सुरक्षा लेने से मना कर दिया था.’

पुलिस जब दिनेश से पूछताछ करने अस्पताल पहुंची और दिनेश ने अपने बारे में जानकारी दी तो पुलिस भी हैरान रह गई थी क्योंकि दिनेश आसाराम का पूर्व साधक था.

28 फरवरी को नारायण साईं बलात्कार मामले की फरियादी के पति पर चाकू से जानलेवा हमला, फिर 12 मार्च को आसाराम बलात्कार मामले की गवाह के पति पर हमला और अब दिनेश पर एसिड अटैक की घटना ने शहर में दहशत का माहौल बना दिया है.


सूरत की एक महिला ने आसाराम पर आरोप लगाया है कि उन्होंने महिला को 1997 से 2006 के बीच अवैध तरीके से बंधक बनाकर रखा और बार-बार बलात्कार किया. इस दौरान महिला अहमदाबाद के बाहर स्थित आसाराम के आश्रम में रहती थी. महिला की छोटी बहन ने आसाराम के पुत्र नारायण साई के खिलाफ ऐसी ही शिकायत दर्ज करायी है.

सितंबर 2013 में गिरफ्तार किए जाने के बाद से आसाराम (72) जोधपुर की जेल में बंद है.


 

गंगाराम चौधरी कि स्थति नाज़ुक। आई सी यु में हुए भर्ती



बाड़मेर खांटी नेता गंगाराम चौधरी के स्वास्थ्य में रविवार को आई गिरावट के बाद उन्हें बाड़मेर के राजकीय अस्प्ताल में उपचार के लिए दाखिल कराया गया हें। उन्हें आई सी यु में उपचार दिया जा रहा हें।

श्रीलंकाई बल्लेबाज संगकारा ने की संन्यास की घोषणा

ढाका। श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा ने घोषणा की है कि वह ट्वेंटी-20 विश्व कप के बाद अंतर्राष्ट्रीय ट्वेंटी-20 क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे।
विश्व क्रिकेट के महान बल्लेबाजों में शुमार संगकारा ने हालांकि कहा कि वह फ्रेंचाइजी आधारित ट्वेंटी-20 लीग में खेलते रहेंगे। इससे यह तय हो गया है कि वो बीसीसीआई द्वारा आयोजित इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलते रहेंगे।

हालांकि आईपीएल के सातवें संस्करण संगकारा नहीं खेल रहे हैं। आईपीएल में वो डेक्कन चार्जस, किंग्स इलेवन पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से कप्तानी कर चुके हैं।

संगकारा ने श्रीलंका के लिए खेले 50 अंतर्राष्ट्रीय ट्वेंटी-20 मैच में 32.77 की औसत से कुल 1311 रन बनाए हैं। अब तक संगकारा का स्ट्राइक रेट 120 का रहा है।

समाचार पत्र `संडे आइलैंड` ने 36 वर्षीय संगकारा के हवाले से लिख कि निश्चित तौर पर यह मेरा अंतिम ट्वेंटी विश्व कप होगा. मैं इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय ट्वेंटी-20 क्रिकेट नहीं खेलूंगा। यह दुखद लेकिन सच है।

संगकारा ने आगे कहा कि हालांकि इसके बाद मेरा ट्वेंटी-20 करियर समाप्त नहीं हो रहा क्योंकि मैं फ्रेंचाइजी आधारित ट्वेंटी-20 लीग में खेलता रहूंगा। मेरा मानना है कि जब आपके लिए आगे और विश्व कप खेलने की उम्मीद खत्म हो जाती है आपको युवा खिलाडियों के लिए रास्ता बनाने का काम करना चाहिए।

संगकारा 2009 ट्वेंटी-20 विश्व कप के दौरान श्रीलंकाई टीम के कप्तान थे। इसके अलावा उन्होंने अपनी टीम को 2012 विश्व कप के फाइनल में पहुंचाने में अहम योगदान दिया था। हालांकि दोनों विश्व कप के फाइनल में श्रीलंका को हार का सामना करना पड़ा था। -  

बाड़मेर होलिका दहन हुआ सम्पन। क़ल रंग बरसेंगे

बाड़मेर होलिका दहन हुआ सम्पन। क़ल रंग बरसेंगे 


बाड़मेर होली का पर्व रविवार को उमंग और उल्लास से मनाया गया । चौराहों पर गोधूलीबेला में शाम 6.32 बजे से विभिन मोहल्लो में होलिका दहन किया गया । बाड़मेर शहर में सुभाष चौक ,हनुमान मंदिर ,सहित दो दर्जन से अधिक स्थानो पर होलिका दहन किया गया।  अब सोमवार को धुलंडी पर गुलाबी शहर में प्रेम और स्नेह के रंग बरसेंगे। जाति-वर्ग का भेद भूलकर लोग एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर खुशी बांटेंगे। वहीं, सड़कों पर मस्तानों की टोलियां ढोल-नगाड़ों की धुनों पर हुल्लड़ मचाते हुए दिखाई देंगे। घरों में भी पकवानों की खुशबू महकेगी। मंदिरों में लोग ठंडाई का आनंद लेंगे।

भक्तों संग होली खेलेंगे गोविंद

शहर के आराध्य चारभुजा  मंदिर में रविवार को होली के रंग बिखरेंगे। भगवान चारभुजा जी  और राधाजी के हाथ में सोने की पिचकारी होगी। मंदिर जगमोहन से भक्तों पर गुलाल व पिचकारी से रंगों की वर्षा की जाएगी। आज़ाद चौक  स्थित मंदिर मेंं विशेष झांकी सजेगी।

प्रतिपदा से गणगौर पूजन शुरू

अखंड सुहाग की कामना एवं सुयोग्य वर की प्राप्ति के लिए महिलाएं व कुंआरी कन्याएं 17 मार्च से पार्वती के स्वरूप गणगौर की पूजा करेगी। इस दिन से महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के साथ-साथ उन्नति की कामना को लेकर शिव के रूप में ईश व माता पार्वती के रूप में गणगौर की पूजा कर 16 दिन तक देवी को मनाएगी। गणगौर का पर्व 2 अप्रेल को मनाया जाएगा। इससे एक दिन पूर्व 1 अप्रेल को सिंजारा होगा। गणगौर में 16 दिन तक 16 देवियों की पूजा होगी। इस बीच 23 मार्च को रांधापुआ और 24 मार्च को शीतलाष्टमी (बास्योड़ा) का त्योहार मनाया जाएगा। - 

गिटर पिटर। … आडवाणी राजस्थान से लड़ेंगे चुनाव ?

गिटर पिटर। … आडवाणी राजस्थान से लड़ेंगे चुनाव ?

बाड़मेर भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता लाल कृष्णा आडवाणी इस बार लोकसभा में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने का मानस बना चुके हें। पार्टी के विशेष सूत्रो ने बताया कि आडवाणी को जयपुर से भाजपा चुनाव लड़ाएगी। आडवाणी पूर्व में गुजरात के गांधीनगर से सांसद हें इस बार आडवाणी ने गुजरात से चुनाव नहीं लड़ने का संकेत दिया हें। पार्टी सूत्रो के अनुसार आडवाणी को जयपुर और जसवंत सिंह को बाड़मेर से चुनाव लड़ाया जाएगा। हालांकि इस पर चर्चा हो चुकी हें किन्तु अंतिम निर्णय नहीं लिया। पूर्व में भाजपा का मानस अरुण जैतली को जयपुर से चुनाव लड़ने कि मंशा थी मगर जैतली जयपुर से लड़ना नहीं चाहते थे। उन्हें अमृतसर भेजा गया हें।

श्रीगंगानगर में एंटी बम से दहशत, पूरा इलाका सील

/श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर में प्राचीन शिवालय के सामने शिवलंगर समिति के बाहर वाले कमरे में एंटी बम मिलने से शहर में दहशत का माहौल है, और पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया है। श्रीगंगानगर में एंटी बम से दहशत, पूरा इलाका सील
सीओ सिटी राजेन्द्र ने बताया कि दोपहर 1 बजे हमें इस एंटी बम के बारे में जानकारी मिली, हमने मौके पर पहुंच कर सेना को इस बारे में सूचना दे दी। सेना के तकनीकी टीम ने इस एंटी बम को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

आशंका जताई जा रही है कि यह एंटी बम बारूद से भरा हुआ है, लेकिन अभी तक आधिकारिक तौर पुष्टि नहीं हो पाई है।

पाकिस्तान में धर्मग्रंथ जलाए जाने से नाराज भीड़ ने मंदिर में आग लगाई

लरकाना। पाकिस्तान के सिन्ध प्रांत के लरकाना जिले में एक अल्पसंख्यक युवका द्वारा कथित रूप से धर्मग्रंथ के कुछ पन्ने जलाए जाने के बाद स्थिति खराब हो गई है। धर्मग्रंथ जलाए जाने से उग्र भीड़ ने एक मंदिर और एक धर्मशाला में आग लगा दी।
पाकिस्तान में धर्मग्रंथ जलाए जाने से नाराज भीड़ ने मंदिर में आग लगाई
जियो न्यूज के हवाले से आई खबर के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने शनिवार की शाम आग लगाने के बाद हिन्दु युवक के घर को घेर लिया था, जिसे बाद में पुलिस ने आंसू गैस के गोले और गोली चलाने की चेतावनी देकर खाली कराया। पुलिस ने शहर के जिन्ना बाग और कुछ दूसरे इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है।

वहां के स्थानीय हिन्दू पंचायत की प्रमुख कल्पना देवी ने जियो न्यूज को बताया कि हिन्दू समुदाय का वह व्यक्ति ड्रग्स लेने का आदी है। लरकाना, भुट्टो परिवार का गृह शहर है और वहां पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का कब्जा है।

3 बच्चों को लेकर कुएं में कूदी मां, बच्चों की मौत

टोंक। राजस्थान में टोंक जिले के पचेवर थानान्र्तगत बीती रात एक महिला के तीन बच्चों के साथ कूएं में कूद जाने से बच्चों की मौत हो गई हालांकि महिला जीवित बच गई।
पुलिस ने बताया कि पचेवर से 15 किलोमीटर दूर कुराड गांव में सोनू उर्फ कांता नट (28) अपने पति के किसी बात पर डांट देने से नाराज होकर रात दो बजे तीनों बच्चे सपना (7) हंसराज (5) तथा एक वर्षीय युवराज को साथ लेकर कुएं में कूद गई। बाद में महिला ने कुए में एक रस्सी पकड़ ली और चिल्लाने लगी जिससे ग्रामीण और उसका पति वहां आ गए।

घटना की सूचना देने पर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों कीमदद से सपना को रात को ही कुंए से जिंदा बाहर निकाल लिया गया जबकि बच्चों की पानी में डूब जाने से मौत हो गई।

तीनों बच्चों के शव सुबह निकाले गए तथा मालपुरा के अस्पताल पहुंचाएं जहां पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए। पुलिस ने महिला के विरूद्ध 302 एवं 309 की धारा लगाकरआत्महत्या एवं हत्या का मामला दर्ज किया है। - 

वे महीने में एक बार अपवित्र हो जाती हैं!



वे महीने में एक बार अपवित्र हो जाती हैं!





"मैं अब अपनी बेटियों को चौपदी के लिए नहीं भेजूंगी।" 22 साल की मुना देवी सौद पश्मिची नेपाल के अछम जिले के एक गांव में अपने घर की देहरी पर यह बात जोर देते हुए कहती हैं। उनका गांव लेगुड्सेन अछम की पहाड़ियों की तलहटी में बसी एक छोटी बस्ती की तरह है। इस तरह के सुदूर इलाकों में चौपदी की प्रथा सदियों से चली आ रही है। नेपाल के शहरों में भी या बाहरी दुनिया में इस लफ़्ज़ के बारे में ज्यादा जानकारी शायद ही किसी को होगी। धुना देवी को माहवारी के वक्त घर से बाहर वाले कमरे में सोने में दिक्कत होती है, क्योंकि वहां बहुत ठंड रहती है। तंग कमरे में कोई खिड़की तक नहीं है, एक छोटा सा दरवाजा है और इतनी-सी जगह जिसमें बमुश्किल एक बिस्तर आ पाए। आइए, जानते हैं इस प्रथा के बारे में।



लेगुड्सेन जैसे इलाकों में महिलाओं को माहवारी के दौरान घरों में जाने की इजाजत नहीं दी जाती। उन्हें मंदिरों से भी दूर रहने के लिए कहा जाता है। वह पानी के सार्वजनिक स्रोतों का इस्तेमाल नहीं कर सकतीं, जानवरों का चारा भी नहीं छू सकतीं, शादी जैसे सामाजिक उत्सवों में शरीक नहीं हो सकतीं।

ये रिवाज यहीं खत्म नहीं होते। माहवारी वाली महिलाओं को जो व्यक्ति खाना देता है, वह भी इस बात का ख्याल रखता है कि भोजन तक का उसे स्पर्श न हो। माहवारी वाली महिलाओं को घर के भीतर सोने की इजाजत नहीं दी जाती। इसके बदले उन्हें घर के बाहर अमानवीय परिस्थितियों में रहना पड़ता है। नेपाल के सुदूर पश्चिमी इलाकों में कमोबेश हर जगह ऐसे ही हालात हैं।




वे महीने में एक बार अपवित्र हो जाती हैं!

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस जैसे किसी आयोजन के बारे में यहां की महिलाओं ने शायद ही सुना होगा। हालांकि, इन महिलाओं को परिवार, संस्कृति, समुदाय और ईश्वर के भय के बारे में ज़रूर मालूम है और इसी वजह से वे इस परंपरा को तोड़ने से हिचकती रही हैं। भले ही महिलाएं चौपदी को नापसंद करती हों, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने इस परंपरा को अपनी जिंदगी के एक हिस्से के तौर पर अपनाया हुआ है।


राजस्थान की होली के विविध रंग

राजस्थान की होली के विविध रंग 

राजस्थान के विभिन्न इलाकों में होली मनाने का अलग और खास अंदाज है। होली के मौके पर जानिए राज्य की होली से जुडी अनूठी परंपराओं के बारे में।


लट्ठमार होली

भरतपुर के ब्रजांचल में फाल्गुन का आगमन कोई साधारण बात नहीं है। यहां की वनिताएं इसके आते ही गा उठतीं हैं "सखी री भागन ते फागुन आयौ, मैं तो खेलूंगी श्याम संग फाग।" ब्रज के लोकगायन के लिए कवि ने कहा है "कंकड" हूं जहां कांकुरी है रहे, संकर हूं कि लगै जहं तारी, झूठे लगे जहं वेद-पुराण और मीठे लगे रसिया रसगारी।" यह रसिया ब्रज की धरोहर है, जिनमें नायक ब्रजराज कृष्ण और नायिका ब्रजेश्वरी राधा को लेकर ह्वदय के अंतरतम की भावना और उसके तार छेडे जाते हैं। गांव की चौपालों पर ब्रजवासी ग्रामीण अपने लोकवाद्य "बम" के साथ अपने ढप, ढोल और झांझ बजाते हुए रसिया गाते हैं। डीग क्षेत्र ब्रज का ह्वदय है, यहां की ग्रामीण महिलाएं अपने सिर पर भारी भरकम चरकुला रखकर उस पर जलते दीपकों के साथ नृत्य करती हैं। संपूर्ण ब्रज में इस तरह आनंद की अमृत वर्षा होती है। यह परंपरा ब्रज की धरोहर है। रियासती जमाने में भरतपुर के ब्रज अनुरागी राजाओं ने यहां सर्वसाधारण जनता के सामने स्वांगों की परंपरा को संरक्षण दिया। दामोदर जैसे गायकों के रसिक आज भी भरतपुर के लोगों की जबान पर हैं जिनमें शृंगार के साथ ही अध्यात्म की धारा बहती थी। बरसाने, नंदगांव, कामां, डीग आदि स्थानों पर ब्रज की लट्ठमार होली की परंपरा आज भी यहां की संस्कृति को पुष्ट करती है। चैत्र कृष्ण द्वितीया को दाऊजी का हुरंगा भी प्रसिद्ध है। 

गेर नृत्य 

पाली के ग्रामीण इलाकों में फाल्गुन लगते ही गेर नृत्य शुरू हो जाता है। वहीं यह नृत्य डंका पंचमी से भी शुरू होता है। फाल्गुन के पूरे महीने रात में चौहटों पर ढोल और चंग की थाप पर गेर नृत्य किया जाता है। मारवाड गोडवाड इलाके में डांडी गैर नृत्य बहुत होता है और यह नृत्य इस इलाके में खासा लोकप्रिय है। यहां फाग गीत के साथ गालियां भी गाई जाती हैं। 

मुर्दे की सवारी 

मेवाड अंचल के भीलवाडा जिले के बरून्दनी गांव में होली के सात दिन बाद शीतला सप्तमी पर खेली जाने वाली लट्ठमार होली का अपना एक अलग ही मजा रहा है। माहेश्वरी समाज के स्त्री-पुरूष यह होली खेलते हैं। डोलचियों में पानी भरकर पुरूष महिलाओं पर डालते हैं और महिलाएं लाठियों से उन्हें पीटती हैं। पिछले पांच साल से यह परंपरा कम ही देखने को मिलती है। यहां होली के बाद बादशाह की सवारी निकाली जाती है, वहीं शीतला सप्तमी पर चित्तौडगढ वालों की हवेली से मुर्दे की सवारी निकाली जाती है। इसमें लकडी की सीढी बनाई जाती है और जिंदा व्यक्ति को उस पर लिटाकर अर्थी पूरे बाजार में निकालते हैं। इस दौरान युवा इस अर्थी को लेकर पूरे शहर में घूमते हैं। लोग इन्हें रंगों से नहला देते हैं। 

चंग-गींदड 

फाल्गुन शुरू होते ही शेखावाटी में होली का हुडदंग शुरू हो जाता है। हर मोहल्ले में चंग पार्टी होती है। होली के एक पखवाडे पहले गींदड शुरू हो जाता है। जगह- जगह भांग घुटती है। हालांकि अब ये नजारे कम ही देखने को मिलते हैं। जबकि, शेखावाटी में ढूंढ का चलन अभी है। परिवार में बच्चे के जन्म होने पर उसका ननिहाल पक्ष और बुआ कपडे और खिलौने होली पर बच्चे को देते हैं। 

तणी काटना 

बीकानेर क्षेत्र में भी होली मनाने का खास अंदाज है। यहां रम्मतें, अनूठे फागणियां, फुटबाल मैच, तणी काटने और पानी डोलची का खेल होली के दिन के खास आयोजन हैं। रम्मतों में खुले मंच पर विभिन्न कथानकों और किरदारों का अभिनय होता है। रम्मतों में शामिल होता है हास्य, अभिनय, होली ठिठोली, मौजमस्ती और साथ ही एक संदेश। 

कोडे वाली होली 

श्रीगंगानगर में भी होली मनाने का खास अंदाज है। यहां देवर भाभी के बीच कोडे वाली होली काफी चर्चित रही है। होली पर देवर- भाभी को रंगने का प्रयास करते हैं और भाभी-देवर की पीठ पर कोडे मारती है। इस मौके पर देवर- भाभी से नेग भी मांगते हैं।

होली मनाने को लेकर उत्साहित सीमा प्रहरी



जैसलमेर।वे परिवार से बेहद दूर है, उनकी खुशियो मे शामिल होने से पहले देश की सुरक्षा का ध्यान इन्हे रखना है। वे मन मे तो परिवार व परिचितो के साथ होली खेलने की आरजू रखते हैं, लेकिन अगले ही पल उन्हे सरहद की निगरानी के दायित्व का बोध होता है और वे जुट जाते हैं कर्तव्य पथ पर निर्वहन करने को। 
ऎसे सुरक्षा प्रहरियो को होली पर घर जैसा माहौल देने का प्रयास सीमा सुरक्षा बल की ओर से किया जा रहा है। होली पर्व पर अपने परिवार से सैकड़ो किमी दूर रहने वाले सीमा सुरक्षा बल के जवान, अपने साथियो के साथ खुशियां मनाएंगे। अलग प्रदेश, स्थान, माहौल व भाषा होने के बावजूद सभी जवान एक दूसरे से होली खेलकर पर्व की खुशियां मनाने को लेकर उत्साहित है, वहीं वे विविधता मे एकता का संदेश भी देना चाहते हैं। गौरतलब है कि सीमा सुरक्षा बल के जवान अपने परिवार से दूर रहकर पर्व का लुत्फ नहीं उठा पाते, ऎसे मे सीसुब जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए जवानो व अधिकारियो का सामूहिक रूप से होली पर्व मनाने का प्रयास करता है, ताकि जवानो को यहां परिवार जैसा महसूस हो और घर की कमी नहीं खले। पर्व की खुशियो से उत्साहित गुलाल से होली खेलने के दौरान फिल्मी गीतो पर नाचते भी है और गाते भी हैं।

जैसलमेर नगरपरिषद विकास के नाम पर 20 लाख का चूना!

जैसलमेर। जैसलमेर मे नगरपरिषद के निर्माण कार्यो मे वित्तीय अनियमितता बरतने का मामला सामने आया है। जांच मे यह पुष्टि हुई है कि विकास के लिहाज से कराए गए कार्य मे करीब 20 लाख रूपए का नुकसान नगरपरिषद को पहुंचा है। गौरतलब है कि पंचायत समिति सम से गीता आश्रम मार्ग तक डिवाइडर, रैलिंग व पौधे लगाने का कार्य एक फर्म को दिया गया। गत 18 फरवरी 2013 को कनिष्ठ अभियंता की रिपोर्ट पर कार्य की ले आउट देखने पर कार्य प्रगति पर होना पाया गया।
इसके बाद जब 5 मार्च 2013 को 20 लाख 41 हजार 309 रूपए का बिल बनाकर सहायक अभियंता को पेश किया और 1 मई 2013 को 17 लाख 4 हजार 493 रूपए का भुगतान करने के बाद कनिष्ठ अभियंता ने रिपोर्ट की कि "फिलहाल सप्लाई कार्य का भुगतान करना उचित है।" फर्म के निवेदन पर कार्य के लिए 30 नवंबर 2013 तक समयावधि बढ़ाई गई। फर्म ने 8 नवंबर 2013 को लिखित मे रैलिंग कार्य का भुगतान करने का निवेदन आयुक्त से किया, जिसमे यह लिखा गया कि फर्म ने करीब 34 लाख का कार्य कर दिया गया है और करीब 14 लाख का भुगतान बाकी है, जो दिलाया जाए।

यहां निकला गड़बड़झाला

संबंधित कार्य की माप कनिष्ठ अभियंता से कराया गया। पूर्व मे कनिष्ठ अभियंता ने 511 नंबर फ्रेम का भुगतान 28 , 8 6 6 किग्रा बनाया गया। वर्तमान कनिष्ठ अभियंता की जांच के अनुसार मौके पर 38 3 नग विभिन्न साइज के लगाए हुए पाए गए, जिनका वजन 19, 308 .71 किग्रा पाया गया। यह पूर्व भुगतान बिल से 9557 किग्रा कम पाया गया है। जांच मे पाया गया कि 5, 8 3, 426 रूपए का अधिक भुगतान फर्म को किया गया। मौके पर लगाए गए रैलिंग, फ्रेम व कार्य के लिए टेडर मे लिया गया आईटम भिन्न है। कार्य तकनीमा के अनुसार नहीं होने से नगरपरिषद को 20 लाख 41 हजार 309 रूपए की वित्तीय हानि पहुंचाई गई।

पहले भी उजागर हो चुका है गड़बड़झाला

करीब एक साल पहले बिना काम किए ही 6 2 लाख का भुगतान उठा लेने का मामला सामने आ चुका है। कागजो मे शहरी विकास को लेकर सड़क बनाने से लेकर नाली व फर्श निर्माण का कार्य हो गया और भुगतान भी उठा लिया, वह भी करीब 6 2 लाख। हकीकत मे मौके पर कोई कार्य ही नहीं हुए। इस संबंध मे हुई जांच मे घोर अनियमितताएं व फर्जीवाड़ा उजागर हुआ। यह मामला जैसलमेर नगर मे गीता आश्रम कच्ची बस्ती में नाली-फर्श और बाड़मेर तिराहे से एसबीबीजे चौराहा जाने वाले सड़क मार्ग पर कारपेट बिछाने के कार्य था, जहां हकीकत मे यहां कोई कार्य ही देखने को नहीं मिला, जबकि इसकी एवज मे 6 2 लाख रूपए का भुगतान भी हो गया।

इन्होने कहा

काम पूरा नहीं होने के बाद भी पेमेंट होना भ्रष्टाचार को दर्शाता है। इस संबंध मे मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा, ताकि बोर्ड मे भ्रष्टाचार पर नकेल कसी जा सके।-दलपतराम मेघवाल, पार्षद, नगरपरिषद, जैसलमेर

विकास कार्य मे अनियमितता सबंधी मामला सामने आने पर मौके पर जांच कराई गई और पूरा कार्य तकनीमा के अनुसार नहीं हुआ है और पूरा कार्य गलत हुआ है। -जयसिंह परिहार, सहायक अभियंता, नगरपरिषद, जैसलमेर -