आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने रविवार को घोषणा की कि वह वाराणसी से भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी का सामना करने को तैयार हैं लेकिन साथ ही शर्त लगाई कि वह ऐसा तभी करेंगे जब लोग चाहेंगे।
यहां एक रैली को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी चाहती है कि वह मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ें और वह गुजरात के मुख्यमंत्री की चुनौती को स्वीकार करते हैं कि जिन्हें पराजित किया जाना चाहिए। बहरहाल केजरीवाल ने कहा कि वह 23 मार्च को वाराणसी में रैली करेंगे और लोगों की प्रतिक्रिया देखेंगे और संकेत दिया कि इसके बाद ही वह अंतिम निर्णय करेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं 23 मार्च को वाराणसी जाऊंगा। हम वाराणसी में रैली करेंगे। वाराणसी के लोग जो कहेंगे वही अंतिम होगा। अगर वाराणसी के लोग मुझे यह जिम्मेदारी देने का निर्णय करते हैं तो मैं तहेदिल से इसे स्वीकार करूंगा।
केजरीवाल ने कहा कि लेकिन इस चुनाव को मैं आज स्वीकार नहीं करता हूं। मैं वाराणसी जाऊंगा। 23 मार्च को हम वाराणसी में रैली करेंगे। मैं इस देश के लोगों से अपील करता हूं कि वे 23 को वाराणसी आएं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुझे टिकट दिया है लेकिन पार्टी द्वारा टिकट देना मेरे लिए महत्वपूर्ण नहीं है। जिस दिन इस देश के लोग मुझे टिकट देंगे मैं नरेन्द्र मोदी के खिलाफ लड़ूंगा।
केजरीवाल ने मोदी की इस बात को भी लेकर आलोचना की कि भाजपा नेता दो क्षेत्रों से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे और कहा कि वह सुरक्षित सीट की तलाश कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि दोस्तों, मैं पिछले कुछ दिनों से सुन रहा हूं कि मोदी दो जगहों से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। वह सुरक्षित सीट की तलाश कर रहे हैं...सुना है कि वह गुजरात के एक सीट से भी चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि अगर वह ऐसा करते हैं तो मानो वह गुजरात के नेता हैं लेकिन देश का प्रधानमंत्री बनने के लिए उपयुक्त नहीं हैं। केजरीवाल ने कहा कि उन्हें एक सीट से लड़ना था। दो सीटों से लड़ना़...लोगों को निश्चित रूप से संदेह होगा कि वह सुरक्षित सीट की तलाश क्यों कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम बहादुर प्रधानमंत्री चाहते हैं। क्या हम ऐसा प्रधानमंत्री चाहते हैं जिसे सुरक्षित सीट की तलाश है।
यहां एक रैली को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी चाहती है कि वह मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ें और वह गुजरात के मुख्यमंत्री की चुनौती को स्वीकार करते हैं कि जिन्हें पराजित किया जाना चाहिए। बहरहाल केजरीवाल ने कहा कि वह 23 मार्च को वाराणसी में रैली करेंगे और लोगों की प्रतिक्रिया देखेंगे और संकेत दिया कि इसके बाद ही वह अंतिम निर्णय करेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं 23 मार्च को वाराणसी जाऊंगा। हम वाराणसी में रैली करेंगे। वाराणसी के लोग जो कहेंगे वही अंतिम होगा। अगर वाराणसी के लोग मुझे यह जिम्मेदारी देने का निर्णय करते हैं तो मैं तहेदिल से इसे स्वीकार करूंगा।
केजरीवाल ने कहा कि लेकिन इस चुनाव को मैं आज स्वीकार नहीं करता हूं। मैं वाराणसी जाऊंगा। 23 मार्च को हम वाराणसी में रैली करेंगे। मैं इस देश के लोगों से अपील करता हूं कि वे 23 को वाराणसी आएं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुझे टिकट दिया है लेकिन पार्टी द्वारा टिकट देना मेरे लिए महत्वपूर्ण नहीं है। जिस दिन इस देश के लोग मुझे टिकट देंगे मैं नरेन्द्र मोदी के खिलाफ लड़ूंगा।
केजरीवाल ने मोदी की इस बात को भी लेकर आलोचना की कि भाजपा नेता दो क्षेत्रों से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे और कहा कि वह सुरक्षित सीट की तलाश कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि दोस्तों, मैं पिछले कुछ दिनों से सुन रहा हूं कि मोदी दो जगहों से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। वह सुरक्षित सीट की तलाश कर रहे हैं...सुना है कि वह गुजरात के एक सीट से भी चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि अगर वह ऐसा करते हैं तो मानो वह गुजरात के नेता हैं लेकिन देश का प्रधानमंत्री बनने के लिए उपयुक्त नहीं हैं। केजरीवाल ने कहा कि उन्हें एक सीट से लड़ना था। दो सीटों से लड़ना़...लोगों को निश्चित रूप से संदेह होगा कि वह सुरक्षित सीट की तलाश क्यों कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम बहादुर प्रधानमंत्री चाहते हैं। क्या हम ऐसा प्रधानमंत्री चाहते हैं जिसे सुरक्षित सीट की तलाश है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें