आने वाला साल कैसा रहेगा आपके लिए देखिये अपना राशिफल। ।मेष राशि 2014
मेष (21 मार्च से 20 अप्रैल): आर्थिक दृष्टि से मजबूती वाला सालसाल 2013 जितना आपकी व्यक्तिगत जिंदगी की दृष्टि से महत्व रखता है, उतना ही स्वास्थ्य, करियर-कारोबार, परिवार और प्रेम-संबंध पर असर डालने वाला भी होगा। कुछ कार्य अवश्य पूरे होंगे तो कई कार्यों को पूरा करने के लिए आप पर विशेष दबाव बनेगा। जून, अगस्त और अक्टूबर माह में अनावश्यक यात्रा करनी पड़ सकती है। इनसे बचना आपके लिए अच्छा रहेगा।इसी तरह जून और अक्टूबर माह संपत्ति की खरीद के लिए अच्छा समय नहीं है। इस दौरान प्रॉपर्टी के लिहाज से ग्रहों की दशा आपने पक्ष में नहीं बन रही है। आपको अपना व्यक्तित्व संवारने और सहेजने के कुछ मौके मिलने वाले हैं। व्यक्तिगत जिंदगीः यह साल परिवार के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। खुशनुमा माहौल बना रहेगा। परिवार के सदस्यों की जरूरतें पूर्ति करने से संबंधित आपसे कई अपेक्षाएं होंगी, जिन्हें आप प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने में सफल रहेंगे।स्वास्थ्यः पूरे साल आप में किसी भी तरह की अस्वस्थता नहीं आएगी। पूरी तरह से सेहतमंद और चुस्त-दुरूस्त बने रहेंगे। फिर भी आपको अपनी सेहत के प्रति लापरवाही बरतना ठीक नहीं होगा। खाने-पीने में सावधानी रखनी होगी। साथ ही मानसिक संतुष्टि के लिए योग-ध्यान और पूजा-पाठ का सहारा सही होगा। करियर-कारोबारः आप जिस भी कार्यक्षेत्र में हो इस साल के शुरुआत में थोड़ी परेशानी हो सकती है, लेकिन यह चिंतित करने वाली बात नहीं है। काम पर ध्यान केंद्रित कर बाधाओं को दूर कर न केवल सफलता प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि अच्छे नतीजे भी पा सकते हैं। यानी इस साल आपकी कार्यशैली खास स्थान रखती है। करियर को पंख लग सकता है। कारोबारी या नौकरी के मामले में तरक्की मिलेगी। आर्थिक दृष्टि से मजबूती वाला साल होगा।प्रेम-संबंधः इस साल जीवनसाथी के साथ ज्यादा लगाव की जरूरत महसूस होगी। प्रेम और रोमांस में नयापन लाने की कोशिश जारी रहेगी। रोमांस में कमी का असर आपकी जिंदगी के दूसरे हिस्से पर भी पड़ सकता है। रिश्तों की मजबूती के लिए आपसी समझ और संतुलित बात-व्यवहार की जरूरत है। छोटी-छोटी खुशियों के पलों को सहेजना और एक-दूसरे को सम्मान देने के मौके को हाथ से नहीं निकलने देना होगा।भाग्यशाली अंकः 3भाग्यशाली रंगः हल्का लाल भाग्यशाली माहः मार्च, मई और सितंबर
या देवीसर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै-नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः...
शक्ति के उपासकों के लिए इस बार वेबदुनिया लाया है गुजरात का अम्बाजी मंदिर। माँ अम्बा-भवानी के शक्तिपीठों में से एक इस मंदिर के प्रति माँ के भक्तों में अपार श्रद्धा है। यह मंदिर बेहद प्राचीन है। मंदिर के गर्भगृह में माँ की कोई प्रतिमा स्थापित नहीं है। यहाँ माँ का एक श्री-यंत्र स्थापित है। इस श्री-यंत्र को कुछ इस प्रकार सजाया जाता है कि देखने वाले को लगे कि माँ अम्बे यहाँ साक्षात विराजी हैं। नवरात्र में यहाँ का पूरा वातावरण शक्तिमय रहता है।
शक्तिस्वरूपा अम्बाजी देश के अत्यंत प्राचीन 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। वस्तुतः हिंदू धर्म के प्रमुख बारह शक्तिपीठ हैं। इनमें से कुछ शक्तिपीठ हैं- काँचीपुरम का कामाक्षी मंदिर, मलयगिरि का ब्रह्मारंब मंदिर, कन्याकुमारी का कुमारिका मंदिर, अमर्त-गुजरात स्थित अम्बाजी का मंदिर, कोल्हापुर का महालक्ष्मी मंदिर, प्रयाग का देवी ललिता का मंदिर, विंध्या स्थित विंध्यवासिनी माता का मंदिर, वाराणसी की माँ विशालाक्षी का मंदिर, गया स्थित मंगलावती और बंगाल की सुंदर भवानी और असम की कामख्या देवी का मंदिर। ज्ञात हो कि सभी शक्तिपीठों में माँ के अंग गिरे हैं।
यह मंदिर गुजरात-राजस्थान सीमा पर स्थित है। माना जाता है कि यह मंदिर लगभग बारह सौ साल पुराना है। इस मंदिर के जीर्णोद्धार का काम 1975 से शुरू हुआ था और तब से अब तक जारी है। श्वेत संगमरमर से निर्मित यह मंदिर बेहद भव्य है। मंदिर का शिखर एक सौ तीन फुट ऊँचा है। शिखर पर 358 स्वर्ण कलश सुसज्जित हैं।
मंदिर से लगभग तीन किलोमीटर की दूरी पर गब्बर नामक पहाड़ है। इस पहाड़ पर भी देवी माँ का प्राचीन मंदिर स्थापित है। माना जाता है यहाँ एक पत्थर पर माँ के पदचिह्न बने हैं। पदचिह्नों के साथ-साथ माँ के रथचिह्न भी बने हैं। अम्बाजी के दर्शन के उपरान्त श्रद्धालु गब्बर जरूर जाते हैं।
अम्बाजी मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहाँ पर भगवान श्रीकृष्ण का मुंडन संस्कार संपन्न हुआ था। वहीं भगवान राम भी शक्ति की उपासना के लिए यहाँ आ चुके हैं। हर साल भाद्रपदी पूर्णिमा के मौके पर यहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु जमा होते हैं।
विशेष आकर्षण- नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्र पर्व में श्रद्धालु बड़ी संख्या में यहाँ माता के दर्शन के लिए आते हैं। इस समय मंदिर प्रांगण में गरबा करके शक्ति की आराधना की जाती है। समूचे गुजरात से कृषक अपने परिवार के सदस्यों के साथ माँ के दर्शन के लिए एकत्रित होते हैं।
व्यापक स्तर पर मनाए जाने वाले इस समारोह में ‘भवई’ और ‘गरबा’ जैसे नृत्यों का प्रबंध किया जाता है। साथ ही यहाँ पर ‘सप्तशती’ (माँ की सात सौ स्तुतियाँ) का पाठ भी आयोजित किया जाता है। भाद्रपदी पूर्णिमा को इस मंदिर में एकत्रित होने वाले श्रद्धालु पास में ही स्थित गब्बरगढ़ नामक पर्वत श्रृंखला पर भी जाते हैं, जो इस मंदिर से दो मील दूर पश्चिम की दिशा में स्थित है। प्रत्येक माह पूर्णिमा और अष्टमी तिथि पर यहाँ माँ की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
कैसे पहुँचें- अम्बाजी मंदिर गुजरात और राजस्थान की सीमा से लगा हुआ है। आप यहाँ राजस्थान या गुजरात जिस भी रास्ते से चाहें पहुँच सकते हैं। यहाँ से सबसे नजदीक स्टेशन माउंटआबू का पड़ता है। आप अहमदाबाद से हवाई सफर भी कर सकते हैं। अम्बाजी मंदिर अहमदाबाद से 180 किलोमीटर और माउंटआबू से 45 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
अलवर। राजस्थान में अलवर जिले के थानागाजी की अदालत ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी को देश की मां बताने के विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद के बयान के मामले में दायर याचिका पर बुधवार को फैसला देगी।
न्यायिक मजिस्ट्रेट सुनील गोयल ने याचिकाकर्ता कौशल भारद्वाज से करीब डेढ़ घंटे तक इस प्रकरण में बहस की। न्यायाधीश इस पर बुधवार को निर्णय देंगे। भारद्वाज ने 12 दिसम्बर को न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष याचिका दायर कर यह आरोप लगाया था कि विदेश मंत्री और कांग्रेस के नेता सलमान के बयान से मेरी भावना आहत हुई है जिसमें उन्होंने सोनिया गांधी को देश की मां बताया था।
मालूम हो कि सलमान खुर्शीद ने सोनिया गांधी के संबंध में इस बयान के बाद विपक्षी भी कहने लगे थे कि कांग्रेस में अब चापलूसी की सियासत चरम पर आ गई है। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि हम जिसको अपना अध्यक्ष मानते हैं, पूरी तरह से उसके निर्णयों को स्वीकार करते हैं। हमारी पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी जो निर्णय लेती हैं, वह सर्वमान्य होता है। खुर्शीद यहीं नहीं रूके, उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी सिर्फ राहुल गांधी की मां नहीं हैं, वे हमारी भी मां हैं और पूरे देश की मां हैं।
नवनिर्वाचित विधायको को राजस्थानी भाषा में शपथ लेने का आग्रह ,सभी को पत्र लिखे बाड़मेर राजस्थान के समस्त नवनिर्वाचित विधायको को राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति ने पत्र लिख कर विधानसभा में राजस्थानी भाषा में शपथ लेने कि जिद करने का आग्रह किया हें। प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह बारहट के निर्देशानुसार विधानसभा के लिए नवनिर्वाचित समस्त विधायको को राजस्थानी भाषा में शपथ लेने कि जिद करने का आग्रह किया हें। उन्होंने बताया कि पत्र में लिखा हें कि आपनै राजस्थान विधान सभा रा सदस्य चुणीजवा री घणी घणी बधाई अर शुभ कामना अरज होवै सा ।आप आपरा मतदाता, राजस्थान प्रान्त , भारत देश , सगळी मानवता अर जीवाजूण रा अंजस जोग प्रतिनिधि इण कार्यकाल में सिद्ध व्हेवो । इसी म्हारी भावना ईश्वर पूरी करै । आपनै परमात्मा इसी सामरथ बक्सावै 'क आप मंसा,वाचा ,कर्मणा सूं जन जन री भावना नै आदर दे सको ।विधायिका ,कार्यपालिका ,न्यायपालिका ,मिडिया री मरजाद नै मानता थका भारत रा संविधान नै सिरोधार्य राख सको । इण भांत आप राजस्थान अर देश रै बहुआयामी विकास री गंगा रा भागीरथ बण सको । आपरौ नाम आपरा गांम ,नगर ,प्रदेश ,अर देश रै वास्तै गरब अर गुमेज रौ कारण बणै,अर इतियास में सोना रा आखरां सूं लिखीजै। आपरी विधान सभा सदस्य रै रूप में शपथ व्हैसी । जो भारत अर दुनियाँ री 22 भाषावां में राजस्थान री विधान सभा में व्है सकै ,पण राजस्थान री मायड़ भाषा राजस्थानी में नीं व्है सकै ,औ राजस्थान री जनता ,जनतंत्र ,संविधान रौ अपमान छै । गुजरात, पंजाब अर दूजा प्रांत री विधानसभा में उठै रा जनप्रतिनिधि आपरी जनता री भाषा में शपथ ले सकै ,तो राजस्थान रा विधायक ,नै आ सुविधा क्यू कोनी ? आप सूं इतिहासिक अरज छै 'क राजस्थान विधानसभा में शपथ री टैम मायड़ भाषा राजस्थानी में शपथ वास्ते अड़ो अर राजस्थान री जनता रा साचा प्रतिनिधि बणो । राजस्थानी भाषा नै संविधान री 8 वी अनुसूची में जोड़वा रा काम नै आगै बधावो । 25 अगस्त 2003 रै दिन राजस्थान विधान सभा सर्व सम्मति सूं एक संकल्प प्रस्ताव पास कर 'र राजस्थानी भाषा री संवैधानिक मान्यता वास्तै केंद्र सरकार नै भेज राख्यो छै । जिण संकल्प में राजस्थान री भावना अर पिछांण जुड़ी थकी छै । राजस्थानी भाषा अर्थात जिणरी डिंगळ -पिंगळ शास्त्रीय कविता शैलियाँ अर ढूंढाड़ी, मेवाड़ी, वागड़ी, ब्रज,हाड़ौती ,माळवी ,पहाड़ी ,मारवाड़ी ,भीली ,खानाबदोशी बोलियां छै । 2011 री जनगणना में 4 करोड़ 83 लाख जणा मातृभाषा राजस्थानी लिखवाई । आप इतियास में अमर काम रा भागी बणो ।घणी घणी बधाई अर मंगळ कामनावां रै साथै ।
उदयपुर। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के नरसिंहपुरा गांव में सम्पत्ति विवाद के चलते परिवारजनों ने एक विधवा महिला को निर्वस्त्र कर संभे से बांध दिया। इसके अलावा आरोपियों ने विधवा महिला से मारपीट भी की। इस दौरान गांव का कोई भी व्यक्ति छुड़ाने के लिए बीच में नहीं आया। कुछ देर बाद पीडिता की पुत्रवधू ने उसे खंभे से खोला और घर लेकर गई। आरोपियों ने पीडिता की पुत्रवधू से भी मारपीट की। इस संबंध में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले के बड़ी सादड़ी थानान्तर्गत नरसिंहपुरा गांव में मंगलवार सुबह पीडिता किसी काम से गांव में जा रही थी। इसी दौरान उसका ससुर प्रभुलाल, देवर सुरेश और ननद पुष्पा आए और बाल पकड़ कर उसे घर के अंदर ले गए। इसके बाद उन्होंने पीडिता से जमकर मारपीट की और उसे निर्वस्त्र कर दिया। आरोपी यहीं नहीं रूके और उन्होंने पीडिता को घर के बाहर खंभे से बांध दिया। गौरतलब है कि पीडिता के पति की मौत हो चुकी है। इस दौरान गांव का कोई भी व्यक्ति पीडिता को छुड़ाने नहीं आया।
कुछ देर बाद पीडिता की पुत्रवधू ने हिम्मत कर उसे खंभे से खोला और घर के अंदर लेकर गई। इस दौरान आरोपियों ने उससे भी मारपीट की। इस संबंध में बड़ी सादड़ी थाने में मामला दर्ज हुआ है। पुलिस ने पीडिता का मेडिकल कराया है। हालांकि समाचार लिखे जाने तक आरोपियों की गिरफ्तारी की खबर नहीं हैं।
राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल-18दिसम्बर 2013वेतन समझौता तुरन्त करो-बैकिग सुधारों पर रोक लगाओआल इणिडया बैंक एम्पालायज एसोसिऐषन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड महेष मिश्रा एवं उपमहा सचिव कामरेड एलएन जालानी से प्राप्त यूनार्इटेड फारम आफ बैक युनियन के आहवान पर राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न बैंको के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा वैतन समझौता तुरन्त करने एवं कथित बैकिग सुधारों के नाम पर श्रम संगठनों को तोड़ने के विरोध में आयोजित राष्ट्रव्यापी हड़ताल के तहत जिला बाड़मेर में भी यूनार्इटेड फारम आफ बैंक यूनियन्स द्वारा समस्त अधिकारी कर्मचारी हड़ताल में शामिल होगें। जिला सचिव नंद किषोर खिची ने प्रेस विज्ञपित जारी कर बताया कि स्थानीय स्टेट बैंक आफ बीकानेर एण्ड जयपुर मुख्य शाखा स्टेषन रोड़ बाड़मेर के सामने प्रात: 10:15 बजे दिनांक 18.दिसम्बर 2013 को नारेबाजी एवं प्रदर्षन कर केन्द्रीय सरकार एवं भारतीय बैंक संघ के विरोध में जुलुस निकालकर अपना रोष व्यक्त करेगें। उपाध्यक्ष स्वरूप दर्इया,सताराम चौधरी, श्यामनदास सिंधी, वरिष्ठ कर्मचारी नेता खेतसिंह, कोषाध्यक्ष हुकमसिंह चौधरी, आदि ने सयुक्त प्रेस विज्ञपित जारी कर अवगत कराया कि विभिन्न बैंको एवं शाखाओं के कर्मचारी प्रात: 10:15 बजे से इस राष्ट्रीय आहवान को सफल बनाने में एकजुट रहेगें। इस दौरान विभिन्न ग्रामीण बैंकों के अधिकारी कर्मचारी भी हड़ताल में सरीक होगे। सचिव नन्दकिषोर खिची, खेताराम,कालूराम, लूणकरण परमार, आदि ने जिले बाड़मेर की समस्त शाखाओं में पूर्णतया हड़ताल की सूचनाएं प्रेषित की है। इस राष्ट्रव्यपी हड़ताल के तहत रोकड़ लेन-देन के साथ-साथ जिले में समाषोधन (किलयरिंग)कार्य बंद रहेगा जिससे करोड़ा का लेन-देन बाधित रहेगा, निजी बैंक हड़ताल से पृथक रहेगें।
नई दिल्ली। लम्बी बहस के बाद राज्यसभा में लोकपाल बिल मंगलवार को पास हो गया है। बिल पास होने की खबर पर अनशन पर बैठे अन्ना हजारे ने पूरे देश को बधाई दी है।
बिल पारित होने से पहले राज्यसभा में दिनभर चर्चा और बहस का दौर चला। सदन में कानून मंत्री कपिल सिब्बल बिल की अच्छाईयों का बखान किया वहीं अन्य नेताओं ने भी सार्थक बहस में भाग लिया। उधर,समाजवादी पार्टी ने इस बिल का विरोध किया। लोकपाल बिल पर राज्यसभा में चर्चा शुरू होने के बीच समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया।
राज्यसभा में समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि मौजूदा लोकपाल बिल के परिणाम खराब होंगे, इसलिए उनकी पार्टी इसका विरोध कर रही है।
इससे पहले मंगलवार सुबह चर्चा शुरू होने के साथ ही सपा ने इस बारे में हंगामा करना शुरू कर दिया था, जिसे देखते हुए राज्यसभा को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित किया गया। सपा को छोड़कर लगभग सभी दलों ने बिल का समर्थन करने का आश्वासन दिया।
समाजवादी पार्टी ने इस बिल का हर सूरत में विरोध करने की चेतावनी दी है। उधर, बीजेपी समेत तमाम पार्टियां भी विधेयक पास करवाने की वकालत कर रही हैं।
संशोधनों पर हुआ समझौता
वैसे सरकार ने बीजेपी को मनाकर एक मोर्चा फतह किया है। विधेयक पर आए प्रवर समिति के सोलह में से दो संशोधनों को लेकर बीजेपी और सरकार में तनातनी थी। बीजेपी चाहती थी कि सभी 16 संशोधन स्वीकार किए जाएं जबकि सरकार दो संशोधनों को हटाना चाहती थी। अब दोनों पक्षों के बीच एक-एक का मैच फिक्स हो गया है। यानि एक संशोधन माना जाएगा और दूसरा नहीं।
बैठक में नहीं की शिरकत
उधर सरकार लोकपाल विधेयक को अपनी प्राथमिकता बता रही है। सोमवार को हुई कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक में सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री की मौजूदगी में विधेयक पर चर्चा हुई। इसके बाद राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने तमाम पार्टियों का रूख जानने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई। लेकिन समाजवादी पार्टी ने इस बैठक में शिरकत न करके अपने तीखे तेवरों का सबूत दे दिया। हालांकि सरकार का दावा है कि समाजवादी पार्टी को मनाने की कोशिश की जा रही है।
गंगापुरसिटी। गंगापुरसिटी की संजय कॉलोनी में सोमवार रात बदमाशों ने लूट के बाद एक फल व्यापारी की हत्या कर शव को नाली में फेंक दिया। साथ ही उसके पुत्र को घायल कर बदमाश 5100 रूपए लूट ले गए।
कोतवाली के थानाधिकारी राजवीर सिंह चौधरी ने बताया कि मृतक व्यापारी करौली जिले के सूरौठ निवासी कल्लू (45) पुत्र जीवन है। उन्होंने बताया कि व्यापारी कल्लू अपने पुत्र छिद्दा के साथ फल खरीदने के लिए आगरा-कोटा पैंसेजर ट्रेन से गंगापुरसिटी आया था।
रात के 12.30 बजे ट्रेन से उतरकर कोली पाड़ा स्थित अपने रिश्तेदार के घर सोने जा रहा था। इसी दौरान बदमाशों ने फल व्यापारी पिता-पुत्र को पकड़ लिया। इसी दौरान कल्लू की बदमाशों ने धारदार हथियार से सिर में चोट मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। चिकित्सक एसडी शर्मा ने बताया कि मृतक के सिर में धारदार हथियार के चोटों के निशान थे। उन्होंने बताया कि मृतक की श्वांस की नली से कीचड़ निकला था।
आगे-पीछे से घेरकर मारा
मतृक के पुत्र छिद्दा ने बताया कि वह अपने पिता के साथ फल खरीदने के लिए आया था। ट्रेन से उतरने के बाद रिश्तेदार के घर सोने जा रहे थे।
इसी दौरान संजय कॉलोनी में सेठी हॉस्पिटल के पास चार बदमाशों ने आगे-पीछे से घेर लिया। उनसे रूपए मांगे, जब उन्होंने रूपए देने से मना कर दिया तो पहले उसकी (छिद्दा) की लात-घूसे पिटाई की तथा चाकू हमला कर दिया।
साथ ही जेब से रूपए निकाल लिए। इस पर कल्लू बचाने दौड़ा तो बदमाशों ने उसे छोड़ कल्लू पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इससे डरकर वह चिल्लाने लगा तथा पड़ोस के घरों में आवाज देने गया, लेकिन कोई नहीं जागा।
जब वापस आया तो कल्लू का शव नाली में पड़ा हुआ था तथा जेब से रूपए गायब थे। रात में कल्लू को अस्पताल लेकर आए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
विधायक कर्नल मानवेन्द्रसिंह का स्वागत करने उमड़े लोगबाड़मेर। शिव विधायक बनने के बाद पहली बार क्षैत्र के दौरे पर कर्नल मानवेन्द्रसिंह का स्वागत करने के लिए लोग उमड़ पड़े। मानवेन्द्र सिंह मंगलवार को शिव विधानसभा के विभिनन गांवों का दौरा कर विधानसभा चुनावों में सहयोग के लिए लोगों का आभार जता रहे थे। इस दौरान हर गांव में उनके आगमन से पहले ही सैकडो की संख्या में लोगों का हुजूम पहले से उमड़ा नजर आया। लोगों में अपने नेता को माला पहनाने की होड़ मची रही।इस बीच लोगों को संबोधित करते हुए विधायक मानवेन्द्रसिंह ने कहा कि पेयजल, शिक्षा और चिकित्सा उनकी पहली प्राथमिकताओं में शामिल है। मानवेन्द्र ने कहा कि पेयजल की अधुरी योजनाओं को पूरा करवाने के लिए बजट का प्रबंधन और नई योजनाओं के लिए त्वरित प्रयास किए जाएगें। विधायक ने कहा कि शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा जाएगा। मानवेन्द्र ने कहा कि पूर्ववती सरकार के कार्यकाल में क्षेत्र और जातिगत भेदभाव के आधार पर स्कूल और स्वास्थ्य केन्द्र खोले गए थे, लेकिन ऐसा नही होगा। उन्होनें कहा कि अब जनता की जरूरत को ध्यान में रखते हुए पर्याप्य सुविधा और ससांधन युक्त स्कूल और अस्पताल खोले जाएगें।मंगलवार को मानवेन्द्र ने चौहटन के जगदीशपुरी मठ, वीरातरा धाम के दर्शन करने के बाद सणाउ, घोनिया, बीजरियाड़, सेलाउ, गागरिया, रामसर, भाचभर, देरासर आदि गांवों का दौरा किया। इस दौरान मुराद अली मेहर, रणजीत चौधरी और अधिवक्ता रूपसिंह राठौड़ उनके साथ रहे।
नई दिल्ली। योग गुरू बाबा रामदेव ने समलैंगिकता को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है।
जब रामदेव से पूछा गया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी समलैंगिकता का समर्थन क्यों कर रहे हैं?
इस पर उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ज्यादातर कांग्रेसी नेता समलैंगिक है, इसलिए वह इसका समर्थन कर रहे हैं।
रामदेव ने "आप" पर भी विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने लोकसभा में आम आदमी पार्टी की सफलता की संभावना पर कहा कि हां संसद में दो-चार "आप" के नेता पहुंच सकते हैं, क्योंकि वहां दो-चार झाड़ू लगाने वालों की कमी है।
मालूम हो कि पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के 2009 के फैसले को पलटते हुए समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी में रख दिया था।
इसके बाद से इस मुद्दे पर लगातार बयानबाजी हो रही है। बाबा रामदेव पहले ही सुप्रीम कोर्ट का समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि समलैंगिकता एक बीमारी है और वह इसका इलाज कर सकते हैं।
कांग्रेस के कई नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर दुख जताया था। सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने भी इसे निराशाजनक बताया था। वहीं भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने समलैंगिकता को अप्राकृतिक बताते हुए धारा 377 को सही ठहराया है।
बीकानेर/17 दिसम्बर/ केंद्रीय विद्यालय क्रमाक-1 की विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं ब्रिगेडियर संजीव मेहरा ने विद्यालय प्रांगण में आयोजित वार्षिकोत्सव के मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कहा कि केंद्रीय विद्यालय क्रमांक एक अपनी गुणवत्ता के साथ साथ विशिष्ठता प्रमाणित करता रहा है और युगीन आवश्यकता के रूप में शिक्षार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए सक्रिय रूप से कार्यरत है। अपने उदबोधन में मेहरा ने बेहतर परिणाम हेतु विद्यार्थियों के हक में विद्यालय एवं अभिभावकों को मिलकर अपने प्रयासों को निरंतर निखारने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि श्रीमती कंचन मेहरा ने विद्यालय की पाठ्यसहगामी गतिविधियों की विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरित किए, इस अवसर पर विद्यालय सब स्टाफ सरवण कुमार को उनकी उल्लेखनीय सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया तथा सदनवार प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले सदनों के सदस्यों को सामूहिक रूप से सील्ड प्रदान की गई।
विद्यालय प्राचार्य राम मिलन ने अपने वार्षिक प्रतिवेदन में केंद्रीय विद्यालय संगठन के स्वर्ण जयंती के वर्ष पर जानकारी देते हुए वर्ष पर्यंत विद्यालय द्वारा संचालित गतिविधियों का संक्षिप्त परिचय देते हुए विद्यालय द्वारा अर्जित विविध विकास का ब्योरा दिया।
कार्यक्रम का आरम्भ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। वंदना, स्वागतगान के पश्चात प्रस्तुत विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में समग्र भारत की एकता एवं अखंडता की मर्मस्पर्शी तश्वीर उभर कर सामने आयी वही समकालीन समस्याओं पर भी प्रकाश डाला गया। गणेश, नटराज एवं सरस्वती की वंदना के बाद हिंदी अंग्रेजी एवं संस्कृत में स्वागतगीत प्रस्तुत किया गया। कन्या भ्रूण हत्या पर केंद्रित नृत्य-गीत नाटिका को सराहना मिली वही स्पेनिश नृत्य एवं भारत की एकता अखंडता को व्यंजित करता समूह गान दर्शकों को मोहित करने वाला रहा। प्राथमिक अनुभाग द्वारा प्रस्तुत मैंने कहा फूलों से हंसो तो गीत पर बच्चों के हाव-भाव नृत्य व मुस्कान की कार्यक्रम में भूरी भूरी प्रसंशा प्राप्त हुई। पंजाबी भंगड़ा, राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत मेरा कर्मा तू मेरा धर्मा तू गीत एवं केंद्रीय विद्यालय संगठन की स्वर्ण जयंती के अवसर पर तैयार संगठन गीत भी कार्यक्रम में प्रस्तुत किए गए। गणमान्य अतिथियों के साथ आगंतुक अभिभावकों का धन्यवाद उपप्राचार्य आर. के. मीना ने प्रगट किया तथा कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीरज दइया एवं श्रीमती रेनू शर्मा के निर्देशन में विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा किया गया।
बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर जिले में भीलड़ी एक्सप्रेस ट्रेन से महिला और उसके बच्चे को फेंक देने की घटना सामने आई है।
इसके चलते बच्चे की मौत हो गई जबकि महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। महिला को जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने बताया कि समदड़ी रेलवे स्टेशन से पहले पटरियों के पास एक महिला और एक बच्चे के पड़े होने की सूचना मिली थी। घटना देर रात की बताई जा रही है। हालांकि घटना के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया।
संभवतया लूट के चलते महिला और बच्चे को ट्रेन से धकेल दिया गया। इसके चलते बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई जबकि महिला गंभीर रूप से घायल हो गई।
भोपाल। एनआईएफटी के बाद राजधानी के एक और शैक्षणिक संस्थान में यौन प्रताड़ना का मामला सामने आया है। मानसरोवर नर्सिग कॉलेज की छात्रा द्वारा बीती रात जहर खाने के बाद अन्य छात्राओं ने वाइस प्रिंसिपल प्रणीत जैन पर यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया है। कॉलेज परिसर में सोमवार को प्रदर्शन करते हुए छात्र-छात्राओं ने आरोप लगाया कि प्रबंधन उन्हें जानबूझकर परीक्षा में फेल कर देता है। कॉपी जांचने के नाम पर जैन छात्राओं को अकेले में बुलाकर उनसे अश्लील बातें करता है। यही नहीं फेल छात्र-छात्राओं को पास करने के लिए प्रबंधन उनसे मोटी रकम वसूलता है।
छात्राओं का प्रदर्शन
विद्यार्थियों के प्रदर्शन के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) के करीब आधा दर्जन कार्यकर्ता भी वहां मौजूद थे। प्रदर्शन के दौरान कॉलेज में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। ऎसे में कॉलेज प्रबंधन को पुलिस बुलानी पड़ी। मौके पर पहुंची कोलार पुलिस टीम ने प्रदर्शन कर रही छात्राओं और आप कार्यकर्ताओं को समझाकर शांत कराया।
कॉलेज का इनकार
आरोपों को नकारते हुए कॉलेज प्रबंधन ने कॉलेज परिसर में प्रदर्शन करने वाली छात्राओं व आप कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोलार थाने में शिकायत दी गई है। इसमें कहा गया है कि आप कार्यकर्ताओं ने छात्र-छात्राओं के साथ मिलकर प्रिंसिपल, शिक्षक व शिक्षिकाओं के साथ अभद्रता की और कॉलेज में हंगामा किया।
उप प्राचार्य...रूम पर भी बुलाता था
पीडित छात्रा ने आरोप लगाया कि वाइस प्रिंसिपल प्रणीत जैन फेल छात्राओं को पास कराने की जिम्मेदारी लेता है। वह पैसे का लेने के लिए लड़कियों से अकेले में मिलता है। इस दौरान लड़कियों से अश्लील बातें करता है। यही नहीं वह लड़कियों को महाबली नगर में अपने रूम पर भी बुलाता है।
11 हजार रूपए देकर हुई थी पास
पुलिस को सोमवार को दिए बयान में पीडित छात्रा ने बताया कि पिछले साल भी उसे बैक लगा था। तब उसने एक सीनियर के माध्यम से कॉलेज प्रबंधन को 11 हजार रूपए दिए थे। पैसे देने पर उसे पास कर दिया गया था। पिछले दिनों आए तीसरे वष्ाü के रिजल्ट में उसे फेल किया गया था। रिजल्ट आने के बाद उसे इस बात की चिंता था कि वह पास होने के लिए पैसों का इंतजाम कहां से करेगी।
कार्रवाई की मांग
प्रदर्शनकारियों ने कॉलेज प्रबंधन को ज्ञापन सौंपकर जैन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। गौरतलब है कि कॉलेज में चौथे वष्ाü की छात्रा शोभा सोनी ने रविवार रात जहर खा लिया था। उसका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बीजिंग। चांद पर पहुंचते ही चीन के जेड रैबिट रोवर ने काम शुरू कर दिया। चांद से पहली तस्वीरें आ चुकी है। शनिवार को चीन का अंतरिक्ष यान "चांग ई-3" चंद्रमा की सतह पर उतरा था। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने सोमवार को रोवर की तस्वीरें जारी की।
तस्वीरों में चांद की सतह पर रोवर के पहियों के निशान देखे जा सकते हैं। सुनहरे फोइल से ढका रोवर सभी सोलर पैनलों को फैलाए काम पर लगा है। तस्वीरों में चीन का झंडा देखा जा सकता है। चीनी सरकार ने बयान जारी किया, यह मिशन चीन के अंतरिक्ष उद्योग की तरक्की के रास्ते में मील का पत्थर है, जो कॉमरेड शी जिनपिंग के नेतृत्व में मुमकिन हो पाया है।
तीसरा सफल देश -
अमरीका और सोवियत संघ के बाद चीन तीसरा देश है जिसने चांद की सतह पर सफलतापूर्वक रोवर उतारा हो। चीन ने अपने यान का नाम चंद्रमा की देवी चांग ई के पर रखा है। पौराणिक कथाओं में देवी को युटु नाम के खरगोश के साथ देखा जाता है। इसी पर यान के रोवर का नाम जेड रैबिट रखा गया है। रोवर के लिए बड़ी चुनौती चांद का पारा है जो 120 से माइनस 180 के बीच है।
सैन्य मिशन का हिस्सा -
चंद्रमा में चीन की रूचि 50 के दशक से रही है। चांद मिशन सैन्य अभियान का भी हिस्सा रहा है। देश के अंतरिक्ष मामलों के विशेषज्ञ के कीसोंग कहते हैं, चीन का यह अभियान दुनिया को यह बताने का एक जरिया है कि हमारे पास अत्याधुनिक तकनीक है, जो कि परमाणु तकनीक से भी बेहतर है। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी ताकत के रूप में मान्यता भी मिल सकेगी।
पांचवे लूनर प्रोब को भेजने का ऎलान -
सफलता से खुश चीन ने 5वां लूनर प्रोब को भेजने का ऎलान भी किया। अगला मिशन 2017 में लॉन्च किया जाएगा। चांद से मिट्टी-कई पत्थर भी लाए जाएंगे ताकि उन पर शोध किया जा सके। यह चीनी मिशन का तीसरा व आखिरी चरण होगा। 2020 में यात्री को चांद पर उतारने की योजना है।
आज के समय में प्यार की अहमियत बहुत कम ही जानते है. ज्यादातर लोगों के प्यार महज क्षणिक मौज मस्ती का साधन है. लेकिन वास्तव में अगर प्यार की अहमियत को समझना है तो प्यार की उन सच्ची कहानियों की तरफ देखना होगा जो कई सौ सालों से आशिक बिरादरी में सुनाई जा रही हैं.
प्यार के इस बांग में दो फूल भारत में सबसे ज्यादा मशहूर हैं. एक है मुगल साम्राज्य के सलीम और दूसरी उनकी महबुबा अनारकली. दोनों के बारें में काफी कुछ सुनने और पढ़ने को मिलता है लेकिन कई लोग यह भी कहते है कि उनके बीच प्रेम जैसा कुछ नहीं था.
वैसे आजकल के नौजवानों में ऐसे भी कम नहीं होगे जिन्हें सलीम और अनारकली के बारें में कुछ पता ही नहीं होगा. प्यार को एक पवित्र दर्जे तक पहुंचाने में सलीम और अनारकली का काफी योगदान रहा है. आइयें जान लीजिए आप भी कौन है सलीम और कौन है अनारकली.
सलीम और अनारकली
मुग़ल साम्राज्य के राजकुमार सलीम अपने ही दरबार की एक खूबसूरत नर्तकी अनारकली से प्यार करने लगे. अनारकली के प्यार में पागल सलीम अपने पिता और मुगल शासक अकबर से जंग के लिए भी तैयार हो गए. पिता को बेटे का यह प्यार कतई मंजूर नहीं था. सलीम ने अपने पिता के खिलाफ जंग छेड़ दी, पर महाराजा के ताकत के सामने वह टिक नहीं पाए. आखिरकार उन्हें मौत की सजा सुनाई गई. सलीम के ही सामने अनारकली को ज़िन्दा दीवार में चुनवा दिया गया. लोगों का कहना है कि जहां अनारकली को चुनवाया गया उससे होकर एक सुरंग भी निकाली गई, ताकि अनारकली वहां से हमेशा के लिए चली जाए. कहते हैं कि वह फिर कभी लौटकर नहीं आई और इस तरह उनकी प्रेम-कहानी का अन्त हो गया.