मंगलवार, 5 नवंबर 2013

आखिर कब मिलेगा इन्साफ। । एक दुखियारी की करूणा पुकार भरा शिकायती पत्र

आखिर कब मिलेगा इन्साफ। । एक दुखियारी की करूणा पुकार भरा शिकायती पत्र
किरण शेखावत -
जयपुर  प्रार्थीया की बहू रजनी कंवर के द्वारा प्रार्थीया के पति किशोर सिंह द्वारा उनकी हत्या कारित करने की धमकी के संबंध में एक रिपोर्ट पुलिस कमिष्नर, जयपुर महानगर को दिनाँक 29/12/2012 को देने के उपरान्त प्रार्थीया के पति की लाश फतेहपुर बीड, सीकर में संदिग्ध अवस्था में पेड़ से लटकी मिली थी जिस पर न्यायालय में प्रस्तुत परिवाद पर पुलिस थाना फतेहपुर कोतवाली ने अनुसंधान के उपरान्त दर्ज प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या 54/2012 जो कि हत्या के अपराध अन्तर्गत धारा 302, 323, 341 व 506 भारतीय दंड संहिता में प्रेषित की थी को पुलिसकर्मियों द्वारा स्वयं के बचाव में क्योंकि प्रार्थीया के पति अन्तिम बार पुलिस थाना फतेहपुर सदर सीकर में थे तथा वहाँ से रहस्यमय तरीके से गायब होने के उपरान्त उनकी पेड़ से लटकी लाश मिली लेकिन पुलिस द्वारा धारा 306 भारतीय दंड संहिता में दर्ज कर अदम वक् झूठ सुसाईड मानते हुये अन्तिम परिणाम दिया गया जिसे माननीय न्यायालय ने अपने आदेश दिनांक 31/10/2012 से अग्रिम अनुसंधान हेतु पुलिस महानिरीक्षक, जयपुर रेन्ज को अपने आधीन किसी वरीष्ठ अधिकारी से कराने के आदेश के साथ निष्पक्ष अनुसंधान करने तथा रिपोर्ट समय में प्रस्तुत करने के आदेश दिये थे तथा साथ ही अनुसंधान अधिकारी जिसकी कस्टडी में प्रार्थीया के मृत पति अन्तिम बार थे उसके अनुसार मृतक के बार-बार आत्महत्या कहने लेकिन उसके बावजूद ऐसे में उसको गिरफ्तार नहीं करने के सम्बन्ध में प्रतिकूल टिप्पणी की। यह कि आदेश दिनांक 31/10/2012 के उपरान्त 10 माह से भी अधिक समय होने के उपरान्त प्रार्थीया की सूचना के अनुसार कोई रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की, क्योंकि आज भी उच्च अधिकारी मात्र अनुसंधान अधिकारी समुन्दर सिंह को बचाने हेतु जानबूझकर हत्या के प्रकरण की बिना जांच के ही आत्महत्या का रंग देने में लगे है तथा प्रार्थीया तथा उसके पुत्र को लगातार रजनी कंवर व उसके पिता सवाई सिंह द्वारा जान से मरवाने तथा उस हेतु अज्ञात बदमाश किस्म के व्यक्तियों को भेजने, प्रकरण को वापिस लेने के सम्बन्ध में आपराधिक कृत्य के सम्बन्ध में परिवाद देने पर भी कोई कार्यवाही नहीं की गयी तथा प्रार्थीया व उसके परिवारजन के मानवाधिकारों का भी हनन किया है। 3. यह कि प्रार्थीया ने स्वयं दिनांक 27/07/13 को माननीय कमिष्नर महोदय, जयपुर के समक्ष उपस्थित होकर प्रार्थीया व उसके पुत्र के रजनी कंवर व सवाई सिंह से समझौता न करने पर हत्या करवाने तथा प्रताडि़त करने के सम्बन्ध में परिवाद देने पर पुलिस थाना झोटवाड़ा, जयपुर को प्रेषित किया लेकिन उस पर भी कोई कार्यवाही नहीं की गयी तथा प्रार्थीया की आषंका के अनुरूप प्रार्थीया को जान से मारने की नीयत से दिनांक 30/07/2013 को रजनी कंवर, सवाई सिंह के साथ 8-10 आदमियों के साथ हथियारों से लैस होकर आये तथा तोड़फोड़ व मारपीट की व प्रार्थीया के पुत्र जितेन्द्र के आने पर उससे भी मारपीट की जिसकी रिपोर्ट प्रार्थीया ने पुलिस थाना झोटवाड़ा में रिपोर्ट संख्या 491/2013 दर्ज करायी जिसमें प्रार्थीया व उसके पुत्र के चोटें आयी। प्रार्थीया की रिपोर्ट व चोट प्रतिवेदन संलग्न है। यह कि जबकि रजनी कंवर व उसके पिता सवाई सिंह के विरूद्ध मेरे पति की हत्या का अनुसंधान लम्बित है ऐसे में पुलिस थाना झोटवाड़ा द्वारा बार-बार प्रतिवेदन प्राप्त होने पर कार्यवाही न करने का यह अंजाम हुआ कि दिनांक 30/07/2013 को रजनी कंवर ने हमला किया जिसकी सूचना तुरन्त 100 नम्बर पर देने पर भी स्थानीय थाने से देर से पुलिस आयी तथा प्रार्थीया की रिपोर्ट के उपरान्त प्रार्थीया के विरूद्ध उसके ही घर में रजनी कंवर के घुसने पर रजनी कंवर की स्वीकारोक्ति की रिपोर्ट पर प्रार्थीया के विरूद्ध ही 452 आई.पी.सी. का मुकदमा उसके अपने घर में प्रवेश के लिये दर्ज कर दिया तथा प्रार्थीया व उसके पुत्रों को ही पुलिस द्वारा प्रताडि़त किया जा रहा है। यह कि प्रार्थीया को पुलिस व प्रषासन की लगातार उपेक्षा के कारण तथा उसके मानवीय अधिकारों की सुरक्षा न करने पर मजबूरन रजनी कंवर व सवाई सिंह के आपराधिक कृत्यों व अवैध कृत्यों से कानूनी रिलीफ हेतु एक स्थायी निशेधाज्ञा का दावा मय अस्थायी निशेधाज्ञा का दिनांक 17/08/2013 को प्रस्तुत किया जिसमें माननीय न्यायालय अपर सिविल न्यायाधीष (क.ख.) पष्चिम, जयपुर महानगर ने दिनांक 02/09/2013 को रजनी कंवर व सवाई सिंह को पाबन्द किया है कि प्रार्थीया की सम्पत्ति पर प्रार्थीया के उपयोग-उपभोग में बाधा कारित न करे ना ही सम्पत्ति पर जबरन कब्जे का प्रयास करें। आदेष व अस्थायी निशेधाज्ञा की प्रति संलग्न हैं। यह कि प्रार्थीया की पति की हत्या के पूर्व से ही प्रार्थी या के पति द्वारा पुलिस कमिष्नर, जयपुर को दिये परिवाद पर पुलिस थाना झोटवाड़ा, जयपुर द्वारा कार्यवाही न करने के कारण ही उसमें प्रगट की गई हत्या की आषंका के कारण ही प्रार्थीया के पति की हत्या की गई तथा उसके उपरान्त प्रार्थीया व उसके परिवारजन द्वारा पुलिस के उच्च अधिकारियों, पुलिस थाना झोटवाड़ा पुलिस थाना (महिला) बनीपार्क को दिये परिवाद/प्रतिवेदन पर कोई कार्यवाही नहीं करने का ही नतीजा है कि रजनी कंवर ने बदमाश किस्म के व्यक्तियों के साथ प्रार्थीया के स्वामित्व के मकान में हमले की तैयारी के साथ घुसकर मारपीट की तथा उसकी रिपोर्ट पर भी पुलिस थाना झोटवाड़ा जो रजनी कंवर के प्रभाव में है तथा समुन्दर सिंह थानाधिकारी के द्वारा स्वयं के बचाव हेतु प्रार्थीया के मुकदमों में बल्कि अन्यथा उसके खिलाफ लिखने व कार्यवाही से, दबाव के लिये हर जगह अनुसंधान को प्रभावित किया जा रहा है तथा प्रार्थीया व उसके पुत्र व परिवारजन के साथ न केवल पुलिस थाना झोटवाड़ा के पुलिसकर्मियों द्वारा प्रार्थीया जो विधवा है न केवल अभद्र व्यवहार किया गया बल्कि पूर्णतया पक्षपातपूर्ण कार्यवाही की जा रही है तथा हत्या के मुकदमें को आत्महत्या का रंग दिया जा रहा है। यह कि प्रार्थीया व उसके परिवारजन द्वारा लगातार दिये परिवादों पर किसी प्रकार की सुनवाई नहीं की जा रही प्रार्थीया स्वयं पीडि़त है तथा उसको न्याय की जगह और पीडि़त किया जा रहा है जो केवल धनबल, बाहुबल के कारण प्रार्थीया की बहू रजनी कंवर के प्रभाव में किया जा रहा है तथा न्यायालय के आदेश का भी मखौल उड़ाया जा रहा है तथा हत्या जैसे गंभीर अपराध में शिथिलतापूर्वक अनुसंधान किया जा रहा है तथा प्रार्थीया व उसके परिवारजन द्वारा निश्पक्ष अनुसंधान की प्रार्थना को पूर्णतया अनसुना कर दिया जाता है तथा पुलिस अधिकारियों को अपनी व्यथा सनुाना भी भारी पड़ा है बल्कि प्रार्थीया को व उसके परिवार को ही उल्टे फंसाने की धमकी दी जाती है जिससे प्रार्थीया न्याय के लिये आवाज ही नहीं उठा सके इससे तो मर माना बेहतर है। अतः प्रार्थीया की ओर से प्रतिवेदन प्रस्तुत कर निवेदन है कि प्रार्थीया के पति की हत्या के संदर्भ में दर्ज प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या 54/2012 पुलिस थाना कोतवाली, फतेहपुर शेखावटी जिला सीकर में उचित व निश्पक्ष अनुसंधान हेतु उचित कार्यवाही करने की कृपा करें तथा प्रार्थीया व उसके परिवारजन के साथ लगातार उपेक्षित व अमानवीय व्यवहार तथा संवैधानिक अधिकारों के हनन के लिये दोशियों के विरूद्ध उचित कार्यवाही करने की कृपा करें। जयपुर। दिनांक: प्रार्थीया(श्रीमती अन्तर कंवर)पत्नि स्व. श्री किषोर सिंहनिवासी ए-422, तारा नगर, झोटवाड़ा, जयपुर संलग्न: 1. माननीय न्यायालय का आदेष दिनांक 31/10/2012 2. परिवाद दिनांक 29/12/11, 15/03/12, 12/05/12, 25/07/13, 27/07/13, 02/08/13 3. प्रथम सूचना रिपोर्ट 491/13 पुलिस थाना झोटवाड़ा, मय चोट प्रतिवेदन 4. अस्थायी निशेधाज्ञा का प्रार्थना-पत्र मय आदेष दिनांक 02/09/13

निर्दलीय चुनाव लड़ेगी मृदुरेखा चौधरी भाजपा ने टिकट काटी



निर्दलीय चुनाव लड़ेगी मृदुरेखा चौधरी भाजपा ने टिकट काटी




बाड़मेर गत विधानसभा चुनावो में हरी उम्मीदवार मृदुरेखा चौधरी ने भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने कि घोषणा कि। मृदुरेखा चौधरी ने बताया कि उनका टिकट पर पूरा अधिकार था भाजपा ने निति के विरुद्ध उनका टिकट कट अन्य को दिया हें ,समर्थको के डब्बव के चलते मैं निर्दलीय चुनाव लडूंगी।

गांधीजी का चरखा हुआ नीलाम

लंदन। महात्मा गांधी द्वारा यरवदा जेल के प्रवास के दौरान इस्तेमाल किया हुआ ऎतिहासिक चरखा यहां मंगलवार को 1 लाख 10 हजार पाउंड में नीलाम हो गया । यह कीमत नीलामी में इसकी अपेक्षित की गई कीमत से दुगनी है।
इस दौरान गांधी की लिखी उनकी आखिरी वसीयत भी 20 हजार पाऊंड में नीलाम हुई।

यह नीलामी यहां के प्रसिद्ध मुलॉक नीलामी घर में संपन्न हुई।

एतिहासिक है यह चरखा
गांधी के चरखे की बोली 60 हजार पाऊंड से शुरू हुई थी। यह चरखा गांधीजी ने पुणे में किए अपने जेल प्रवास के दौरान इस्तेमाल किया था। इसे उन्होने बाद में अमरीका के मिशनरी रेव्ड फ्लॉयड ए पफर को भारत पर उनके किए गए कामों के लिए भेंट कर दिया था।

महत्वपूर्ण दस्तावेज है आखिरी वसीयत
गांधीजी द्वारा लिखी गई उनकी आखिरी वसीयत गुजराती भाषा में है और इसे उन्होने साबरमती आश्रम में लिखा था। यह वसीयत उनकी एतिहासिक सोच को दर्शाने के साथ उनकी 1921 में लिखी पिछली वसीयत से भी आगे आने वाले 5 सालों के भविष्य के बारे में बात करती है।

इस नीलामी में गांधीजी के 60 के लगभग कीमती चीजें शामिल थीं जिनमें चरखा, जरूरी दस्तावेज,फोटोज और किताबें प्रमुख थीं।

राजस्थान कि १७६ और बाड़मेर कि छह टिकते भाजपा कि घोषित ,शिव पेंडिंग

राजस्थान कि १७६ और बाड़मेर कि छह टिकते भाजपा कि घोषित ,शिव पेंडिंग 


जयपुर। राजस्थान में आगामी एक दिसम्बर को होने वाले विधानसभा आम चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के 176 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। भाजपा ने अपने छह वर्तमान विधायकों का टिकट काट दिया है। तीन पूर्व सांसदों को टिकट दिया गया है, जबकि एक विधायक प्रभू लाल सैनी की सीट बदली गई है।बाड़मेर जिले कि सात में से छह विधानसभा कि टिकते फाइनल कि गइओ जिसमे बाड़मेर डॉ प्रियंका चौधरी ,सिवाना हमीर सिंह ,बायतु कैलाश चौधरी ,चौहटन तरुण कागा ,गुड़ा लादूराम विश्नोई ,पचपदरा अमराराम ,को प्रत्यासी बनाया गया जबकि शिव के प्रत्यासी कि घोषणा बाकी राखी हें वाही जैसलमेर से छोटू सिंह भाटी और पोकरण से शैतान सिंह को टिकट दियया गया हें  सूची इस प्रकार है....

सादुलशहर गुरजंट सिंह
गंगानगर राधेश्याम गंगानगर

करणपुर सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी
सूरतगढ़ राजेन्द्र भादू

रायसिंह नगर बलबीर लूथरा
अनूपगढ़ प्रियंका बालां

संगरिया कृष्ण कड़वा
पीलीबंगा द्रोपदी मेघवाल

नोहर अभिषेक मटोरिया
भादरा संदीप बेनीवाल

खाजूवाला विश्वनाथ मेघवाल
बीकानेर पूर्व सिद्धि कुमारी

कोलायत देवी सिंह भाटी
लूणकरणसर सुमित गोदारा

डूंगरगढ कृष्णा राम नाई
नोखा सही राम विश्नाई

सादुलपुर कमला कस्वां
सरदारशहर अशोक कुमार पींचा

चूरू राजेन्द्र राठौड़
रतनगढ़ राजकुमार रिणवा

सूजानगढ़ खेमाराम मेघवाल
पिलानी सुन्दर लाल

सूरजगढ़ संतोष अहलावत
झुंझुनू राजवीर सिंह शेखावत

नवलगढ़ जगदीश सैनी
खेतड़ी दांताराम गुर्जर

फतेहपुर मधुसुदन भिण्डा
लच्छमणगढ सुभाष्ा महरिया

धोद गोरधन
सीकर रतन जलधारी

दांतारामगढ हरीश कुमावत
खंडेला बंशीधर

नीम का थाना प्रेम सिंह बाजौर
श्रीमाधोपुर झाबर सिंह खर्रा

कोटपूतली बनवारी लाल यादव
विराटनगर फूलचंद भिंडा

शाहपुरा राव राजेन्द्र सिंह
चौमू राम लाल शर्मा

दूदू प्रेम चंद बैरवा
झोटवाड़ा राजपाल सिंह

आमेर सतीश पूनिया
जमवारामगढ़ जगदीश मीणा

हवामहल सुरेन्द्र पारीक
विद्याधर नगर नरपत सिंह राजवी

सिविल लाइंस अरूण चतुर्वेदी
किशनपोल मोहन लाल गुप्ता

आदर्श नगर अशोक परनामी
मालवीय नगर कालीचरण सराफ

सांगानेर घनश्याम तिवाड़ी
बगरू कैलाश वर्मा

बस्सी कन्हैया लाल मीणा
चाकसू लक्ष्मीनारायण बैरवा

किशनगढ़ बास रामहेत यादव
मुंडावर धर्मपाल

बहरोड़ डॉ. जसवंत
बानसूर रोहताश कुमार

थानागाजी हेम सिंह भडाना
अलवर शहर बनवारी लाल सिंघल

रामगढ़ ज्ञान देव आहुजा
राजगढ़-लक्ष्मणगढ सुनीता मीणा

कठुमर मंगलाराम कोली
कामां जगत सिंह

नगर अनिता गुर्जर
डीग कुम्हेर दिगम्बर सिंह

भरतपुर विजय बंसल
नदबई कृष्णेन्द्र कौर

वैर बहादुर सिंह
बयाना बच्चू सिंह बंशीवाल

बसेड़ी रानी कोली
बाड़ी जसवंत गुर्जर

धोलपुर सगीर अहमद खान
राजाखेड़ा विवेक बोहरा

टोडाभीम रामराज मीणा
करौली रोहिणी कुमारी

सपोटरा रिष्ाीकेश मीणा
महुआ ओम प्रकाश हुड़ला

सिकराय नन्द लाल बंशीवाल
दौसा शंकर शर्मा

लालसोट वीरेन्द्र मीणा
गंगापुर मानसिंह गुर्जर

बामनवास कुंजीलाल मीणा
सवाईमाधोपुर दीया कुमारी

खंडार जितेन्द्र गोठवाल
निवाई हीरा लाल रैगर

किशनगढ भागीरथ चौधरी
पुष्कर सुरेश रावत

अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी
अजमेर दक्षिण अनिता भदेल

नसीराबाद सांवरमल जाट
ब्यावर शंकरसिंह

केकड़ी शत्रूघन गौतम
लाडनूं मनोहर सिंह

डीडवाना यूनुस खान
जायल मंजू

नागौर हबीबुर्रहमान
खींवसर भागीरथ महरिया

मेड़ता सुखराम नेतडिया
डेगाना अजयसिंह

मकराना श्रीराम
पर्बतसर मानसिंह

नावां विजय सिंह चौधरी
पाली ज्ञानप्रकाश पारख

मारवाड़ जंक्शन केशाराम चौधरी
बाली पुष्पेंद्र सिंह

सुमेरपुर मदन राठौड़
फलोदी पब्बाराम

लोहावट गजेंद्रसिंह
शेरगढ़ बाबूसिंह राठौड

भोपालगढ़ कमसा मेघवाल
सरदारपुरा शंभू सिंह खेतासर

जोधपुर कैलाश भंसाली
सूरसागर सूर्यकांता व्यास

लूणी जोगाराम पटेल
बिलाड़ा अर्जुनलाल गर्ग

जैसलमेर छोटूसिंह
पोकरण शैतानसिंह

बाड़मेर प्रियंका चौधरी
बायतू कैलाश चौधरी

पचपदरा अमराराम
सिवाना हमीर सिंह

गुढ़ामालानी लादूराम विश्नाई
चौहटन तरूण कागा

आहोर शंकर सिंह राजपुरोहित
जालौर अमृता मेघवाल

भीनमाल पूराराम चौधरी
सांचोर जीवाराम चौधरी

रानीवाड़ा नारायणसिंह देवल
सिरोही ओटाराम देवासी

पिंडवाड़ा आबू समाराम
रेवदर जगसीराम

गोगुंदा प्रताप गमेती
झाड़ौल बाबूलाल खराड़ी

खैरवाड़ा नाना लाल अहारी
उदयपुर ग्रामीण फूल सिंह मीणा

उदयपुर गुलाबचंद कटारिया
मावली दली चंद डांगी

सलुम्बर अमृत लाल मीणा
डूंगरपुर देवेन्द्र कटारा

आसपुर गोपीचंद मीणा
सागवाड़ा अनीता कटारा

चौरासी सुशील कटारा
घाटोल नवनीत निनामा

गडी जीत मल खांट
बांसवाड़ा धनसिंह रावत

बागीदौरा खेमराज गरासिया
कुशलगढ़ भीमा भाई

कपासन अर्जुन लाल जीनगर
बेंगू सुरेश धाकड़

चितौड़गढ़ चन्द्रभान सिंह
निम्बाहेड़ा श्रीचंद कृपलानी

बड़ी सादड़ी गौतम
प्रतापगढ़ नंदलाल मीणा

भीम हरिसिंह रावत
कुंभलगढ़ सुरेंंद्र सिंह राठौड़

राजसमंद किरण माहेश्वरी
नाथद्वारा कल्याणसिंह चौहान

आसींद रामलाल गुर्जर
मांडल कालूलाल गुर्जर

भीलवाड़ा विट्ठलशंकर अवस्थी
शाहपुरा कैलाश मेघवाल

जहाजपुर शिवजीराम मीणा
हिंडोली महीपत सिंह

बूंदी अशोक डोगरा
पीपलदा विद्याशंकर नन्दवाला

सांगोद हीरालाल नागर
कोटा उतर प्रहलाद गुंजल

कोटा दक्षिण ओम बिड़ला
लाडपुरा भवानीसिंह राजावत

रामगंज मंडी चंद्रकांता मेघवाल
अंता प्रभू लाल सैनी

बांरा-अटरू रामपाल मेघवाल
छबड़ा प्रताप सिंह सिंघवी

डग आर सी सुनेरीवाल
झालरापाटन वसुंधरा राजे

खानपुर नरेन्द्र नागर
मनोहरथाना कंवर लाल मीणा



20 महिलाओं और 2 सांसदों को टिकट

बैठक के बाद पार्टी के महासचिव अनंत कुमार ने बताया कि 176 उम्मीदवारों के नामों का चयन किया गया है। कुमार ने बताया कि 176 उम्मीदवारों में 24 अनुसूचित जाति, 30 अनुसूचित जनजाति, बीस महिलाएं और 35 युवाओं को पार्टी की तरफ से टिकट दिया गया है। उन्होंने बताया कि दो पूर्व सांसदों को भी चुनाव मैदान में उतारा गया है।

केन्द्रीय चुनाव समिति ने लगाई मुहर

इस समय दिल्ली में राजस्थान और दिल्ली विधानसभा के प्रत्याशियों के नाम फाइनल किए जाने के लिए अंतिम केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई तथा नामों पर चर्चा पूरी होने के बाद राजस्थान की पहली सूची पर मुहर लगा दी गई। सूत्रों के अनुसार मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रत्याशियों की अंतिम सूची अटक गई है। मप्र विधानसभाध्यक्ष ईश्वर दास रोहाणी का निधन होने से मध्प्रदेश के शेष रहे प्रत्याशियों की सूची पर बुधवार को चर्चा होगी।

रिश्वत लेते एसडीएम रामेश्वर मीणा गिरफ्तार

टोंक। राजस्थान में टोंक जिले के देवली उपखण्ड अधिकारी (एसडीएम) रामेश्वर दयाल मीणा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मंगलवार को15 हजार रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया हैं।
ब्यूरो की टोंक चौकी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विशालकुमार ने बताया कि परिवादी दुर्गेश नन्दन ने शिकायत दर्ज कराई की देवली में उसका एक रिसोर्ट और स्कूल है जिस पर किए गए अतिक्रमण को नहीं हटाने की एवज में एसडीएम रामेश्वर मीणा एक लाख रूपये की मांग कर रहे हैं।

रामेश्वर मीणा ने अतिक्रमण नहीं हटाने के लिए 20 हजार और 15 हजार रूपए पहले ही ले लिए थे तथा तीसरी किश्त 15 हजार रूपए मंगलवार को देनी थी।

उन्होंने बताया कि ब्यूरो के निरीक्षक उमेश कुमार ने सत्यापन में शिकायत सही पाएं जाने पर कार्रवाई कर रामेश्वर मीणा को रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। ब्यूरो ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है।

तलाक की खुशी में न्यूड हुई सुपरमॉडल मिरांडा केर

न्यूयार्क। विक्टोरियाज सीक्रेट की कवर गर्ल और अन्तरराष्ट्रीय जगत में अपने अनुपम नैसर्गिक सौंदर्य के लिए मशहूर हुई मिरांडा केर ने अपने फोटोग्राफर दोस्त के लिए न्यूड तस्वीरें खिंचवाई है। तलाक की खुशी में न्यूड हुई सुपरमॉडल मिरांडा केर
हाल ही में अपने पति ऑरलैंडों ब्लूम से तलाक लिए जाने के कारण चर्चा में आई सुपरमॉडल मिरांडा केर ने जाने-माने फोटोग्राफर क्रिस कोलस के लिए एक फोटोसेशन किया है। इन फोटोज में 30 वर्षीय मिरांडा एक बिस्तर पर पूर्णतया नग्न बैठी हुई है और कैमरे की तरफ मुस्कुरा कर देख रही है, इन फोटोज में वह अपनी कामुक अदाओं से लुभा रही है।

गौरतलब है कि केर और उनके पति ऑरलैंडों दोनों कोल्स के बहुत अच्छे दोस्त थे। कहा जाता है कि कोल्स ने अपनी पुस्तक "ट्रेजर योरसेल्फ" के लिए केर की कुछ उत्तेजक तस्वीरें खींची थी जिसके बाद से केर और उनके पति में मतभेद हो गए और दोनों को अलग होना पड़ा। तलाक के बाद कोल्स ने केर की कई न्यूड इमेजेज अपने सोशल साइट अकाउंटस पर पोस्ट की थी

सांसद की बीवी ने नौकरानी को पीट पीट कर मार डाला

नई दिल्ली। यूपी के जौनपुर से बसपा सांसद धनंजय सिंह की पत्नी जागृति सिंह को मंगलवार को नौकरानी की हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। सांसद के दिल्ली स्थित आवास पर काम करने वाले एक अन्य नौकर ने आरोप लगाया था कि जागृति सिंह ने नौकरानी राखी की पीट पीटकर हत्या कर दी। नौकर ने पुलिस को इस संबंध में शिकायत की थी,जिसके बाद जागृति सिंह को गिरफ्तार किया गया। सांसद की बीवी ने नौकरानी को पीट पीट कर मार डाला
विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी है सांसद की बीवी

जागृत सिंह पेश से डॉक्टर है। वह दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में काम करती हैं। यूपी के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव भी लड़ा था। जागृति पिछले दस महीने से नौकरानी को राखी को टॉर्चर कर रही थी। सोमवार को नौकरानी राखी की मौत हो गई थी। राखी का शव सांसद के साउथ एवेन्यू स्थित फ्लैट पर मिला। उसके सिर,छाती,पेट और हाथों पर चोट के निशान थे। जागृति के पति और बसपा सांसद ने सोमवार सुबह 8 बजे राखी की मौत के बारे में जानकारी दी।

तीन दिन पहले बीवी ने किया था फोन

जागृति सिंह पर हत्या के अलावा हत्या की कोशिश का मामला भी दर्ज किया है। उन पर नाबालिग नौकर रामफल को प्रताडित किए जाने का आरोप है। पुलिस ने बसपा सांसद से भी पूछताछ की है। सूत्रों के मुताबिक सांसद पर भी हत्या में शामिल होने का शक जताया जा रहा है। धनंजय सिंह का कहना है कि राखी की मौत छत से गिरने के कारण हुई है।

उन्होंने बताया कि तीन दिन पहले जागृति का फोन आया था। उन्होंने बताया था कि राखी छत से गिर गई है। उसे गंभीर चोट लगी है। इसके कुछ देर बाद फिर फोन आया। मुझे बताया गया कि राखी की मौत हो गई है। उस वक्त मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र जौनपुर में था। राखी की मौत की खबर सुनते ही मैं दिल्ली पहुंचा और पुलिस को बुलाया।

सांसद की बातों पर पुलिस को नहीं है भरोसा

पुलिस सूत्रों के मुताबिक सांसद यह नहीं समझा पाए कि जब तीन दिन पहले राखी छत से गिर गई थी तो उसे अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया। सांसद ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी से बन नहीं रही थी इसलिए वह अलग घर में रह रहे थे। तलाक की प्रक्रिया चल रही है। सांसद के स्टॉफ के सदस्यों ने भी आरोप लगाया है कि जागृति सिंह हमेशा नौकरों की पिटाई करती थी।

हत्या के आरोप में सांसद भी खा चुके हैं जेल की हवा

धनंजय सिंह बसपा से विधायक भी रह चुके है। डॉक्टर जागृति सिंह उनकी दूसरी पत्नी है। सिंह की पहली पत्नी की मौत को लेकर भी सवाल उठे थे। सिंह एक बार बसपा से सस्पेंड भी हो चुके हैं। वह डबल मर्डर केस में जेल की हवा खा चुके हैं। एक अप्रेल 2010 को केराकट पुलिस स्टेशन में डबल मर्डर का केस दर्ज हुआ था। 27 मई 2011 को मामला सीबी सीआईडी को ट्रांसफर किया गया था। 12 दिसंबर 2011 को धनंजय सिंह को गिरफ्तार किया गया था।

मंगलयान रवाना, भारत को अंतरिक्ष अभियान में कामयाबी



नई दिल्ली। अंतरिक्ष विज्ञान की दुनिया में भारत ने आज इतिहास रच दिया है हिंदुस्तान का मंगलयान लाल ग्रह के लिए उड़ान भर चुका है। मंगलयान पीएसएलवी रॉकेट ने आज दोपहर ठीक 2 बजकर 38 मिनट पर श्रीहरिकोटा से उड़ान भरी। ये रॉकेट नैनो कार के बराबर के इस मंगलयान को अंतरिक्ष में छोड़ देगा, जहां कुछ दिन पृथ्वी के चक्कर काटने के बाद ये नौ महीने की मुश्किल यात्रा पर मंगल की ओर बढ़ जाएगा।


इसी के साथ भारत के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। मंगल मिशन के साथ ही भारत दूसरे ग्रह के लिए अभियान चलाने वाला एशिया का पहला और दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। वैज्ञानिकों के पास इस अभियान की तैयारी के लिए सिर्फ 15 महीने का वक्त था क्योंकि अगला मौका 780 दिन के बाद जनवरी 2016 में ही मिल सकता था।



भारत से पहले अमेरिका, रूस और चीन भी मंगल के लिए यान भेज चुके हैं। मंगल मिशन भारत का पहला इंटरप्लेनेटरी मिशन है यानी पहली बार किसी दूसरे ग्रह पर प्रयोग की शुरुआत कर रहा है भारत। इसरो के अध्यक्ष के. राधाकृष्णन के मुताबिक मंगल को रहने योग्य माना जाता है। कई प्रकार से यह धरती जैसा ही है। उन्होंने बताया कि धरती के लगभग समान मंगल भी अपनी धुरी पर 24 घंटे 37 मिनट में एक घुर्णन लगाती है। हालांकि धरती जहां 365 दिन में सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करती है, वहीं मंगल को इसमें 687 दिन लगते हैं।



गौरतलब है कि इसरो के इस अभियान पर 450 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। ऑर्बिटर को मंगल की कक्षा में पहुंचने में नौ महीने लगेंगे। अब तक चलाए गए 51 मंगल अभियानों में 21 ही सफल रहे हैं। अंतरिक्ष कार्यक्रम 1960 से ही इसरो के अभियानों का हिस्सा रहा है। ज्ञात हो कि चंद्रयान-1 अभियान में ही पहली बार चांद पर पानी का पता चला था। अभी ऑर्बिटर धरती की कक्षा में ही चक्कर लगाएगा। एक दिसंबर को इसे अंतरिक्ष में मंगल की ओर बढ़ाया जाएगा।

मोमबत्ती से जलाया,नाजुक अंगों पर चोट

बरेली। उत्तर प्रदेश में बरेली के बहेडी क्षेत्र में सत्तारूढ समाजवादी पार्टी के एक नेता के रिश्तेदारों ने चोरी के शक में एक किशोरी और उसकी मां पर जमकर कहर बरपाया। मां-बेटी मां बेटी को मोमबत्ती से जलाया और और उनके नाजुक अंगों पर भी चोट पहुंचाई। तीन दिन तक दोनों को बंधक बनाकर अमानवीय व्यवहार किया गया।
पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि सपा नेता हाजी बब्बू के रिश्तेदार आसिफ उर्फ गुड्डू के घर से एक नवम्बार को सोने के जेवर चोरी होने पर वह शक के आधार पर घर पर काम करने वाली 14 वर्षीय किशोरी और उसकी मां को उठा लाया। आरोप है कि मां बेटी को तीन दिन तक हाजी बब्बू के घर पर बंधक बनाकर रखा गया और उनको तरह तरह से यातनाएं दी गई।

इस दौरान मां बेटी को मोमबत्ती से जलाए जाने और उनके नाजुक अंगों पर भी चोट पहुंचाए जाने का भी आरोप है। इन लोगों के चंगुल से तीन दिन तक यातना झेलने के बाद बामुश्किल मुक्त होकर अपने घर पहुंची मां- बेटी को उपचार के लिए सोमवार शाम जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस सिलसिले में आसिफ, उसकी बहिन फैजुल और आकिब समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।

नेहरू ने पटेल को कहा था सांप्रदायिक!

नई दिल्ली। बीते कई दिन से सरदार वल्लभभाई पटेल की विरासत को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में जारी वाकयुद्ध में मंगलवार को भाजपा के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी भी कूद पडे।
आडवाणी ने किताब का हवाला देते हुए अपने ब्लाग में कहा है कि पं. जवाहर लाल नेहरू ने सरदार पटेल को पूरी तरह सांप्रदायिक करार दिया था। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की सरदार पटेल की विरासत को भुनाने की कोशिशों पर कांग्रेस द्वारा उनकी तीखी आलोचना के बाद से दोनों पार्टियों के नेता इतिहास के पन्नों से अपने अपने पक्ष की बातें खोज कर ला रहे हैं और किसी न किसी तरह सरदार पटेल को अपने करीब तथा दूसरे से दूर बताने में लगे हैं।

आडवाणी ने अपने ताजा ब्लाग में एमकेके नायर की पुस्तक "द स्टोरी आफ एन इरा टोल्ड विदाउट इल विल" का हवाला देते हुए लिखा है कि आजादी के बाद भारत से अलग होने को तत्पर हैदराबाद के देश में विलय के लिए जब तत्कालीन गृहमंत्री सरदार पटेल ने वहां सेना भेजने का सुझाव दिया तो मंत्रिमंडल की बैठक में पंडित नेहरू और सरदार पटेल के बीच तीखी नोक झोक हुई। पंडित नेहरू ने सरदार पटेल से इस बैठक में कहा था कि वह पूरी तरह सांप्रदायिक हैं।

हॉस्टल संचालक ने लूटी छात्रा की आबरू

जयपुर। महेश नगर थाना क्षेत्र में हॉस्टल संचालक ने हॉस्टल में रह रही छात्रा को हवस का शिकार बना डाला। हॉस्टल में करीब तीन दर्जन छात्राएं रहती हैं। लेकिन सोमवार को सभी छात्राएं अपने घर या फिर कहीं ओर गई थीं।
पीडिता अकेली थी। इस दौरान आरोपी हॉस्टल संचालक ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पीडिता की चीख-पुकार सुनने वाला भी कोई नहीं था।

एसीपी सोड़ाला पारस जैन ने बताया कि मूलत: बनारस निवासी 22 वष्ाीüय युवती स्वेज फॉर्म रामनगर विस्तार स्थिति एक हॉस्टल में अपनी बहन के साथ रहती थी। उसने कोचिंग क्लासेज ज्वॉइन कर रखी थीं और जॉब की तलाश कर रही थी। दीपावली पर वे अपने घर नहीं गइंü और जयपुर में ही अपने रिश्तेदारों के त्यौहार मनाया।

सोमवार सुबह एक बहन किसी परिचित के रूक गई और दूसरी हॉस्टल लौट आई। आरोपी हॉस्टल संचालक वहां अकेला था। करीब दस बजे छात्रा के आते ही वह उसके पीछे-पीछे कमरे में आ गया और उसके साथ बालात्कर कर दिया।

घटना के बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दे डाली। पीडिता ने अपनी बहन को घटना की जानकारी दी और रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने आरोपी हॉस्टल संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि पीडिता यहां दो-ढाई साल से रह रही थी।

सरहद का सुलतान हिस्टीशीटर गाजी फकीर कांग्रेस कि राजनीती में फिर सक्रीय

सरहद का सुलतान हिस्टीशीटर गाजी फकीर कांग्रेस कि राजनीती में फिर सक्रीय

राज्य मंत्री के साथ किया चुनावी सभा का आगाज़ चुनाव आयोग मौन 


चन्दन सिंह भाटी 
बाड़मेर। विगत दिनों सरहद के सुलतान गाज़ी फ़क़ीर कि जिला पुलिस जैसलमेर द्वारा हिस्ट्रीशीट खोलने तथा उनके राष्ट्रद्रोही गतिविधियो में शामिल होने के आरोपो के बाद उनसे पल्ला झाड़ चुकी कांग्रेस ने मुस;लिम वोटो के लिए फिर उनसे गठबंधन करने का मानस बना। हिस्ट्रीशीटर गाज़ी फ़क़ीर कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक मोर्चे कि शिव के कानासर में सोमवार को आयोजित बैठक में भाग भाग लिया । इस बैठक में राज्य सरकार के अल्पसंख्यक मामलात मंत्री अमिन खान उनके साथ थे। अमिन खान ने उन्हें गले लगा कर स्वागत किया 
गौरतलब हे विगत दिनों गाज़ी फ़क़ीर कि हिस्ट्रीशीट पुनः खोलने के बाद विवादो में आने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वीकार किया था कि पुलिस ने अपनी कार्यवाही को सरकार के आदेशानुसार सही अंजाम दिया हें। मगर विधानसभा चुनावो कि आहात के साथ कांग्रेस गाज़ी फ़क़ीर को चुनावी हथियार के रूप में इस्तेमाल करने कि रणनीति बना चुकी हें। कांग्रेस का ध्येय हें गाज़ी फ़क़ीर के जरिये पाकिस्तान में बेठे उनके आका पीर पगारो का समरतजहां हासिल किया जाए।गाज़ी फ़क़ीर ने कांग्रेस के चुनावी सभा में मुस्लिमो से कांग्रेस को वोट देने कि अपील कि। जबकि गाज़ी के खिलाफ राज्य सरकार जांच कर रही हें। प्रधानमंत्री कार्यालय ने उनके खिलाफ जांच रिपोर्ट तलब कि हें। उनके विधायक पुत्र पर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक जैसलमेर पंकज चौधरी ने पाकिस्तान जासूस को पनाह देने का आरोप लगाया था। चौधरी ने ही राज्य सरकार के आदेशानुसार गाज़ी फ़क़ीर कि हिस्ट्रीशीट पुनः खोली थी ,राजस्थान और केंद्र सरकार कि खुफिया एजेंसियो कि नज़र में गाज़ी फ़क़ीर सबसे ज्यादा संदिग्ध व्यक्ति हें जिनके पाकिस्तान के साथ तालुकात हें।

चुनाव आयोग मौन। ।चुनव आयोग द्वारा कानासर में आयोजित कांग्रेस कि इस धर्म सभा कि न तो फोटोग्राफी कराई गई न ही विडिओग्राफी। हिस्ट्रीशीटर गाज़ी फ़क़ीर के कांग्रेस कि राजनीती में सक्रीय होना पश्चिमी राजस्थान में चर्चा का विषय बन गया।

ऑनलाइन 'रेप क्‍लब': शराब पिलाकर करते थे ग्रुप सेक्‍स, इंटरनेट पर डाल देते थे नाबालिग का नाम

न्‍यूजीलैंड की पुलिस ने युवकों के एक ऐसे गिरोह का भांडाफोड़ किया है जो नाबालिग लड़कियों को शराब पिलाकर उनके साथ ग्रुप सेक्‍स करता था। यही नहीं, पीडित लड़कियों की पहचान भी इंटरनेट पर उजागर कर दी जाती थी। यह गिरोह नाबालिग लड़कियों को ऑनलाइन झांसा देकर अपने जाल में फंसाता था। यह मामला सामने आने के बाद इस बात को लेकर चिंता बढ़ गई है कि ऑनलाइन झांसा देने वालों पर पुलिस कैसे शिकंजा कसे।
ऑनलाइन 'रेप क्‍लब': शराब पिलाकर करते थे ग्रुप सेक्‍स, इंटरनेट पर डाल देते थे नाबालिग का नाम
पुलिस का कहना है कि वह मामले की गहन जांच में जुटी है। लेकिन पीडित लड़कियों के औपचारिक बयान दर्ज कराए बिना दोषियों पर कार्रवाई करना आसान नहीं है क्‍योंकि इस मामले में उनके पास पर्याप्‍त सबूत नहीं हैं।

स्‍थानीय पुलिस ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि इस गिरोह की शिकार सभी लड़कियों और इस मामले के संदिग्‍धों की पहचान कर ली गई है। तीन संदिग्‍ध युवकों से पुलिस ने पूछताछ भी की है लेकिन किसी ने अपना गुनाह नहीं कबूल किया है। इस गिरोह में शामिल चौथे संदिग्‍ध ने तो पुलिस से सहयोग करने से ही इनकार कर दिया।
नाबालिग लड़कियों को झांसा देकर उनका यौन शोषण करने वाला यह गिरोह इंटरनेट पर 'Roast Busters' के नाम से सक्रिय है। इस गिरोह में शामिल अधिकतर युवक किशोरावस्‍था की दहलीज पर हैं। ये 13 साल की उम्र वाली लड़कियों को अपने झांसे में लेते थे और इसके लिए ये सोशल मीडिया का सहारा लेते थे। स्‍थानीय टीवी चैनल टीवी 3 की रिपोर्ट के मुताबिक नाबालिग लड़कियों को झांसा में लेने के बाद उन्‍हें शराब पिलाते थे फिर उनके साथ सेक्‍स करतेथे। 
ऑनलाइन 'रेप क्‍लब': शराब पिलाकर करते थे ग्रुप सेक्‍स, इंटरनेट पर डाल देते थे नाबालिग का नाम

यह गिरोह ऑकलैंड से अपनी गतिविधियों को अंजाम देता था। इस गिरोह में युवकों ने अपने फेसबुक पेज पर अपलोड वीडियो में कथित पीडित लड़कियों का नाम भी ले लिया था, लेकिन मामले की जांच शुरू हुई तो ऐसे वीडियो हटा लिए गए। इस गिरोह के झांसे में आई एक नाबालिग लड़की ने टीवी चैनल को बताया कि उसे काफी मात्रा में अल्‍कोहल पिला दिया गया था। अपनी पहचान उजागर नहीं किए जाने की शर्त पर लड़की ने टीवी की महिला रिपोर्टर से कहा, 'आप कह सकती हैं कि मेरे साथ रेप हुआ। मेरे साथ एक समय में तीन-तीन लड़कों ने सेक्‍स किया।' न्‍यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन के ने कहा है कि यह मामला बेहद घिनौना है लेकिन सबूत के बिना दोषियों को सजा देने में मुश्किलें आएंगी। प्रधानमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'यदि कोई पीडित शिकायत करने आगे नहीं आएगी तो इन केस पर आगे बढ़ना काफी मुश्किल होगा। वैसे भी किसी नाबालिग के लिए आगे आकर अपनी आपबीती बताना काफी चुनौती भरा काम होगा।'

प्रधानमंत्री का कहना है कि उनकी सरकार ऐसा कानून बना रही है जिसके चलते पुलिस को ऑनलाइन यौन उत्‍पीड़न करने वाले इंटरनेट यूजर्स को सजा दिलाने में आसानी होगी।

सरकार को ऐसे कानून लाने की जरूरत इसलिए पड़ी है क्‍योंकि मौजूदा कानूनों के तहत नाबालिगों का ऑनलाइन उत्‍पीड़न होने की दशा में उन्‍हें पर्याप्‍त सुरक्षा देने का प्रावधान नहीं हैं। ऑनलाइन उत्‍पीड़न की दशा में पीडित की पहचान उजागर होने का खतरा ज्‍यादा होता है जिससे ऐसे पीडित लड़कियों खासकर नाबालिगों की जिंदगी पर बुरा असर पड़ता है।

इस मंदिर के आगे नतमस्‍तक हो गया था विध्‍वंसकर्ता औरंगजेब!

भारत का वर्तमान जितना दिलचस्प है, इतिहास उतना ही रोचक। यहां मुगल, तुर्क और अंग्रेज शासकों ने या तो राज किया या फिर धन-संपदा लूटकर ले गए। मुगलों और अंग्रेजों ने लंबे समय तक राज किया है। मुगल शासकों का यूपी से गहरा संबंध रहा है। उनसे जुड़े अनेक तथ्य और घटनाएं बहुत दिलचस्प हैं।

आगरा किला से करीब एक किलोमीटर दूर श्‍यामजी मंदिर है। यह मंदिर प्राचीन बताई जाती है। मंदिरों को तुड़वाने के लिए बदनाम मुगल शासक औरंगजेब ने इसे भी ध्‍वस्‍त करने का आदेश दिया था।

लेकिन उसके साथ कुछ ऐसा हुआ कि वह भी मंदिर के सामने नतमस्‍तक हो गया। उसने मंदिर के खर्च के लिए एक रुपया रोजाना और एक गांव की जागीर भी दे दी थी। इतिहासकारों ने इस घटना को अपनी किताब में लिखा है।

यह मंदिर बिजलीघर चौराहे से छीपीटोला जाने वाली सड़क पर है। इतिहासकार आरके शर्मा अपनी पुस्‍तक ‘तवारीख ए आगरा’ में चौकाने वाली बातें लिखी हैं। उनके मुताबिक औरंगजेब ने सत्‍ता अपने पास लेने के बाद से मंदिर विध्‍वंसक नीति शुरू कर दी थी। उसने श्‍यामजी मंदिर को भी तोड़ने का आदेश दिया। तब मंदिर के पुजारियों को बंदी बना लिया गया था।

आरके शर्मा लिखते हैं कि कि उस रात औरंगजेब ठीक से सो नहीं सका। अगले ही दिन उसने अनोखा आदेश दिया। औरंगजेब ने मंदिर के खर्च के लिए एक रुपया रोजाना देने का ऐलान किया। इसके साथ ही एक गांव भी जागीर में मंदिर को प्रदान की गई। आगरा तहसील का श्‍यामो गांव कभी इस मंदिर की जागीर था। उस वक्‍त एक रुपए की कीमत बेहद ज्‍यादा थी।औरंगजेब ने मंदिर तोड़ने का आदेश 12 अप्रैल 1679 में सारे मंदिर तोड़ने का आदेश जारी किया था। उसी वक्‍त उसने अकबर द्वारा बंद किया गया जजिया कर भी फिर से लागू कर दिया था। इसी के तहत मथुरा में औरछा के राजा वीरसिंह बुंदेला द्वारा बनवाए गए केशव देव के भव्‍य मंदिर को तुड़वा डाला था। मंदिर विध्‍वंस की नीति के तहत ही औरंगजेब ने आगरा के श्‍यामजी मंदिर को भी तोड़ने का आदेश दिया था।

रांची के एक लॉज से NIA को मिले 9 जिंदा बम



नई दिल्ली। पटना सीरियल बम ब्लास्ट के सिलसिले में जांच में जुटी टीम ने सूचना के आधार पर रांची के एक लॉज में छापा मारा। लॉज से एनआईए टीम को 9 जिंदा बम मिले हैं। लेकिन लॉज में रह रहा सख्श पहले ही फरार हो गया। बम को बम निरोधक दस्ते ने डिफ्यूज कर दिया है।



एनआईए टीम को सूचना मिली की रांची के हिंदपीढ़ी इलाके के इमरान लॉज के कमरा नंबर 8 और 9 में कुछ संदिग्ध लोग रुके हैं। सूचना पाकर एनआईए ने लॉज में छापा मारा था। इन छापों के दौरान एनआईए को 9 जिंदा बम के अलावा 19 डेटोनेटर, 12 टाइमर डेवाइस और जिलेटिन की छड़ें भी मिली हैं। हजारीबाग से बम डिफ्यूजल स्कवैड को रांची बुलाया गया। सभी बम को डिफ्यूज कर दिया गया है। दरअसल खुफिया सूचनाओं के आधार पर पुलिस मुजाहिब नाम के एक संदिग्ध की तलाश कर रही थी। जिसका नाम पटना धमाकों की पूछताछ के दौरान सामने आया है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक पटना और गया धमाकों में मुजाहिब का हाथ हो सकता है।



सूत्रों के मुताबिक रांची से बरामद बम और पटना धमाके में इस्तेमाल बम एक जैसे ही हैं। सूत्रों के मुताबिक रांची से बरामद बम भी पटना ले जाने थे। लेकिन वक्त पर बम तैयार नहीं हो पाए थे।