मंगलवार, 5 नवंबर 2013

मोमबत्ती से जलाया,नाजुक अंगों पर चोट

बरेली। उत्तर प्रदेश में बरेली के बहेडी क्षेत्र में सत्तारूढ समाजवादी पार्टी के एक नेता के रिश्तेदारों ने चोरी के शक में एक किशोरी और उसकी मां पर जमकर कहर बरपाया। मां-बेटी मां बेटी को मोमबत्ती से जलाया और और उनके नाजुक अंगों पर भी चोट पहुंचाई। तीन दिन तक दोनों को बंधक बनाकर अमानवीय व्यवहार किया गया।
पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि सपा नेता हाजी बब्बू के रिश्तेदार आसिफ उर्फ गुड्डू के घर से एक नवम्बार को सोने के जेवर चोरी होने पर वह शक के आधार पर घर पर काम करने वाली 14 वर्षीय किशोरी और उसकी मां को उठा लाया। आरोप है कि मां बेटी को तीन दिन तक हाजी बब्बू के घर पर बंधक बनाकर रखा गया और उनको तरह तरह से यातनाएं दी गई।

इस दौरान मां बेटी को मोमबत्ती से जलाए जाने और उनके नाजुक अंगों पर भी चोट पहुंचाए जाने का भी आरोप है। इन लोगों के चंगुल से तीन दिन तक यातना झेलने के बाद बामुश्किल मुक्त होकर अपने घर पहुंची मां- बेटी को उपचार के लिए सोमवार शाम जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस सिलसिले में आसिफ, उसकी बहिन फैजुल और आकिब समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।

नेहरू ने पटेल को कहा था सांप्रदायिक!

नई दिल्ली। बीते कई दिन से सरदार वल्लभभाई पटेल की विरासत को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में जारी वाकयुद्ध में मंगलवार को भाजपा के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी भी कूद पडे।
आडवाणी ने किताब का हवाला देते हुए अपने ब्लाग में कहा है कि पं. जवाहर लाल नेहरू ने सरदार पटेल को पूरी तरह सांप्रदायिक करार दिया था। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की सरदार पटेल की विरासत को भुनाने की कोशिशों पर कांग्रेस द्वारा उनकी तीखी आलोचना के बाद से दोनों पार्टियों के नेता इतिहास के पन्नों से अपने अपने पक्ष की बातें खोज कर ला रहे हैं और किसी न किसी तरह सरदार पटेल को अपने करीब तथा दूसरे से दूर बताने में लगे हैं।

आडवाणी ने अपने ताजा ब्लाग में एमकेके नायर की पुस्तक "द स्टोरी आफ एन इरा टोल्ड विदाउट इल विल" का हवाला देते हुए लिखा है कि आजादी के बाद भारत से अलग होने को तत्पर हैदराबाद के देश में विलय के लिए जब तत्कालीन गृहमंत्री सरदार पटेल ने वहां सेना भेजने का सुझाव दिया तो मंत्रिमंडल की बैठक में पंडित नेहरू और सरदार पटेल के बीच तीखी नोक झोक हुई। पंडित नेहरू ने सरदार पटेल से इस बैठक में कहा था कि वह पूरी तरह सांप्रदायिक हैं।

हॉस्टल संचालक ने लूटी छात्रा की आबरू

जयपुर। महेश नगर थाना क्षेत्र में हॉस्टल संचालक ने हॉस्टल में रह रही छात्रा को हवस का शिकार बना डाला। हॉस्टल में करीब तीन दर्जन छात्राएं रहती हैं। लेकिन सोमवार को सभी छात्राएं अपने घर या फिर कहीं ओर गई थीं।
पीडिता अकेली थी। इस दौरान आरोपी हॉस्टल संचालक ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पीडिता की चीख-पुकार सुनने वाला भी कोई नहीं था।

एसीपी सोड़ाला पारस जैन ने बताया कि मूलत: बनारस निवासी 22 वष्ाीüय युवती स्वेज फॉर्म रामनगर विस्तार स्थिति एक हॉस्टल में अपनी बहन के साथ रहती थी। उसने कोचिंग क्लासेज ज्वॉइन कर रखी थीं और जॉब की तलाश कर रही थी। दीपावली पर वे अपने घर नहीं गइंü और जयपुर में ही अपने रिश्तेदारों के त्यौहार मनाया।

सोमवार सुबह एक बहन किसी परिचित के रूक गई और दूसरी हॉस्टल लौट आई। आरोपी हॉस्टल संचालक वहां अकेला था। करीब दस बजे छात्रा के आते ही वह उसके पीछे-पीछे कमरे में आ गया और उसके साथ बालात्कर कर दिया।

घटना के बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दे डाली। पीडिता ने अपनी बहन को घटना की जानकारी दी और रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने आरोपी हॉस्टल संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि पीडिता यहां दो-ढाई साल से रह रही थी।

सरहद का सुलतान हिस्टीशीटर गाजी फकीर कांग्रेस कि राजनीती में फिर सक्रीय

सरहद का सुलतान हिस्टीशीटर गाजी फकीर कांग्रेस कि राजनीती में फिर सक्रीय

राज्य मंत्री के साथ किया चुनावी सभा का आगाज़ चुनाव आयोग मौन 


चन्दन सिंह भाटी 
बाड़मेर। विगत दिनों सरहद के सुलतान गाज़ी फ़क़ीर कि जिला पुलिस जैसलमेर द्वारा हिस्ट्रीशीट खोलने तथा उनके राष्ट्रद्रोही गतिविधियो में शामिल होने के आरोपो के बाद उनसे पल्ला झाड़ चुकी कांग्रेस ने मुस;लिम वोटो के लिए फिर उनसे गठबंधन करने का मानस बना। हिस्ट्रीशीटर गाज़ी फ़क़ीर कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक मोर्चे कि शिव के कानासर में सोमवार को आयोजित बैठक में भाग भाग लिया । इस बैठक में राज्य सरकार के अल्पसंख्यक मामलात मंत्री अमिन खान उनके साथ थे। अमिन खान ने उन्हें गले लगा कर स्वागत किया 
गौरतलब हे विगत दिनों गाज़ी फ़क़ीर कि हिस्ट्रीशीट पुनः खोलने के बाद विवादो में आने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वीकार किया था कि पुलिस ने अपनी कार्यवाही को सरकार के आदेशानुसार सही अंजाम दिया हें। मगर विधानसभा चुनावो कि आहात के साथ कांग्रेस गाज़ी फ़क़ीर को चुनावी हथियार के रूप में इस्तेमाल करने कि रणनीति बना चुकी हें। कांग्रेस का ध्येय हें गाज़ी फ़क़ीर के जरिये पाकिस्तान में बेठे उनके आका पीर पगारो का समरतजहां हासिल किया जाए।गाज़ी फ़क़ीर ने कांग्रेस के चुनावी सभा में मुस्लिमो से कांग्रेस को वोट देने कि अपील कि। जबकि गाज़ी के खिलाफ राज्य सरकार जांच कर रही हें। प्रधानमंत्री कार्यालय ने उनके खिलाफ जांच रिपोर्ट तलब कि हें। उनके विधायक पुत्र पर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक जैसलमेर पंकज चौधरी ने पाकिस्तान जासूस को पनाह देने का आरोप लगाया था। चौधरी ने ही राज्य सरकार के आदेशानुसार गाज़ी फ़क़ीर कि हिस्ट्रीशीट पुनः खोली थी ,राजस्थान और केंद्र सरकार कि खुफिया एजेंसियो कि नज़र में गाज़ी फ़क़ीर सबसे ज्यादा संदिग्ध व्यक्ति हें जिनके पाकिस्तान के साथ तालुकात हें।

चुनाव आयोग मौन। ।चुनव आयोग द्वारा कानासर में आयोजित कांग्रेस कि इस धर्म सभा कि न तो फोटोग्राफी कराई गई न ही विडिओग्राफी। हिस्ट्रीशीटर गाज़ी फ़क़ीर के कांग्रेस कि राजनीती में सक्रीय होना पश्चिमी राजस्थान में चर्चा का विषय बन गया।

ऑनलाइन 'रेप क्‍लब': शराब पिलाकर करते थे ग्रुप सेक्‍स, इंटरनेट पर डाल देते थे नाबालिग का नाम

न्‍यूजीलैंड की पुलिस ने युवकों के एक ऐसे गिरोह का भांडाफोड़ किया है जो नाबालिग लड़कियों को शराब पिलाकर उनके साथ ग्रुप सेक्‍स करता था। यही नहीं, पीडित लड़कियों की पहचान भी इंटरनेट पर उजागर कर दी जाती थी। यह गिरोह नाबालिग लड़कियों को ऑनलाइन झांसा देकर अपने जाल में फंसाता था। यह मामला सामने आने के बाद इस बात को लेकर चिंता बढ़ गई है कि ऑनलाइन झांसा देने वालों पर पुलिस कैसे शिकंजा कसे।
ऑनलाइन 'रेप क्‍लब': शराब पिलाकर करते थे ग्रुप सेक्‍स, इंटरनेट पर डाल देते थे नाबालिग का नाम
पुलिस का कहना है कि वह मामले की गहन जांच में जुटी है। लेकिन पीडित लड़कियों के औपचारिक बयान दर्ज कराए बिना दोषियों पर कार्रवाई करना आसान नहीं है क्‍योंकि इस मामले में उनके पास पर्याप्‍त सबूत नहीं हैं।

स्‍थानीय पुलिस ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि इस गिरोह की शिकार सभी लड़कियों और इस मामले के संदिग्‍धों की पहचान कर ली गई है। तीन संदिग्‍ध युवकों से पुलिस ने पूछताछ भी की है लेकिन किसी ने अपना गुनाह नहीं कबूल किया है। इस गिरोह में शामिल चौथे संदिग्‍ध ने तो पुलिस से सहयोग करने से ही इनकार कर दिया।
नाबालिग लड़कियों को झांसा देकर उनका यौन शोषण करने वाला यह गिरोह इंटरनेट पर 'Roast Busters' के नाम से सक्रिय है। इस गिरोह में शामिल अधिकतर युवक किशोरावस्‍था की दहलीज पर हैं। ये 13 साल की उम्र वाली लड़कियों को अपने झांसे में लेते थे और इसके लिए ये सोशल मीडिया का सहारा लेते थे। स्‍थानीय टीवी चैनल टीवी 3 की रिपोर्ट के मुताबिक नाबालिग लड़कियों को झांसा में लेने के बाद उन्‍हें शराब पिलाते थे फिर उनके साथ सेक्‍स करतेथे। 
ऑनलाइन 'रेप क्‍लब': शराब पिलाकर करते थे ग्रुप सेक्‍स, इंटरनेट पर डाल देते थे नाबालिग का नाम

यह गिरोह ऑकलैंड से अपनी गतिविधियों को अंजाम देता था। इस गिरोह में युवकों ने अपने फेसबुक पेज पर अपलोड वीडियो में कथित पीडित लड़कियों का नाम भी ले लिया था, लेकिन मामले की जांच शुरू हुई तो ऐसे वीडियो हटा लिए गए। इस गिरोह के झांसे में आई एक नाबालिग लड़की ने टीवी चैनल को बताया कि उसे काफी मात्रा में अल्‍कोहल पिला दिया गया था। अपनी पहचान उजागर नहीं किए जाने की शर्त पर लड़की ने टीवी की महिला रिपोर्टर से कहा, 'आप कह सकती हैं कि मेरे साथ रेप हुआ। मेरे साथ एक समय में तीन-तीन लड़कों ने सेक्‍स किया।' न्‍यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन के ने कहा है कि यह मामला बेहद घिनौना है लेकिन सबूत के बिना दोषियों को सजा देने में मुश्किलें आएंगी। प्रधानमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'यदि कोई पीडित शिकायत करने आगे नहीं आएगी तो इन केस पर आगे बढ़ना काफी मुश्किल होगा। वैसे भी किसी नाबालिग के लिए आगे आकर अपनी आपबीती बताना काफी चुनौती भरा काम होगा।'

प्रधानमंत्री का कहना है कि उनकी सरकार ऐसा कानून बना रही है जिसके चलते पुलिस को ऑनलाइन यौन उत्‍पीड़न करने वाले इंटरनेट यूजर्स को सजा दिलाने में आसानी होगी।

सरकार को ऐसे कानून लाने की जरूरत इसलिए पड़ी है क्‍योंकि मौजूदा कानूनों के तहत नाबालिगों का ऑनलाइन उत्‍पीड़न होने की दशा में उन्‍हें पर्याप्‍त सुरक्षा देने का प्रावधान नहीं हैं। ऑनलाइन उत्‍पीड़न की दशा में पीडित की पहचान उजागर होने का खतरा ज्‍यादा होता है जिससे ऐसे पीडित लड़कियों खासकर नाबालिगों की जिंदगी पर बुरा असर पड़ता है।

इस मंदिर के आगे नतमस्‍तक हो गया था विध्‍वंसकर्ता औरंगजेब!

भारत का वर्तमान जितना दिलचस्प है, इतिहास उतना ही रोचक। यहां मुगल, तुर्क और अंग्रेज शासकों ने या तो राज किया या फिर धन-संपदा लूटकर ले गए। मुगलों और अंग्रेजों ने लंबे समय तक राज किया है। मुगल शासकों का यूपी से गहरा संबंध रहा है। उनसे जुड़े अनेक तथ्य और घटनाएं बहुत दिलचस्प हैं।

आगरा किला से करीब एक किलोमीटर दूर श्‍यामजी मंदिर है। यह मंदिर प्राचीन बताई जाती है। मंदिरों को तुड़वाने के लिए बदनाम मुगल शासक औरंगजेब ने इसे भी ध्‍वस्‍त करने का आदेश दिया था।

लेकिन उसके साथ कुछ ऐसा हुआ कि वह भी मंदिर के सामने नतमस्‍तक हो गया। उसने मंदिर के खर्च के लिए एक रुपया रोजाना और एक गांव की जागीर भी दे दी थी। इतिहासकारों ने इस घटना को अपनी किताब में लिखा है।

यह मंदिर बिजलीघर चौराहे से छीपीटोला जाने वाली सड़क पर है। इतिहासकार आरके शर्मा अपनी पुस्‍तक ‘तवारीख ए आगरा’ में चौकाने वाली बातें लिखी हैं। उनके मुताबिक औरंगजेब ने सत्‍ता अपने पास लेने के बाद से मंदिर विध्‍वंसक नीति शुरू कर दी थी। उसने श्‍यामजी मंदिर को भी तोड़ने का आदेश दिया। तब मंदिर के पुजारियों को बंदी बना लिया गया था।

आरके शर्मा लिखते हैं कि कि उस रात औरंगजेब ठीक से सो नहीं सका। अगले ही दिन उसने अनोखा आदेश दिया। औरंगजेब ने मंदिर के खर्च के लिए एक रुपया रोजाना देने का ऐलान किया। इसके साथ ही एक गांव भी जागीर में मंदिर को प्रदान की गई। आगरा तहसील का श्‍यामो गांव कभी इस मंदिर की जागीर था। उस वक्‍त एक रुपए की कीमत बेहद ज्‍यादा थी।औरंगजेब ने मंदिर तोड़ने का आदेश 12 अप्रैल 1679 में सारे मंदिर तोड़ने का आदेश जारी किया था। उसी वक्‍त उसने अकबर द्वारा बंद किया गया जजिया कर भी फिर से लागू कर दिया था। इसी के तहत मथुरा में औरछा के राजा वीरसिंह बुंदेला द्वारा बनवाए गए केशव देव के भव्‍य मंदिर को तुड़वा डाला था। मंदिर विध्‍वंस की नीति के तहत ही औरंगजेब ने आगरा के श्‍यामजी मंदिर को भी तोड़ने का आदेश दिया था।

रांची के एक लॉज से NIA को मिले 9 जिंदा बम



नई दिल्ली। पटना सीरियल बम ब्लास्ट के सिलसिले में जांच में जुटी टीम ने सूचना के आधार पर रांची के एक लॉज में छापा मारा। लॉज से एनआईए टीम को 9 जिंदा बम मिले हैं। लेकिन लॉज में रह रहा सख्श पहले ही फरार हो गया। बम को बम निरोधक दस्ते ने डिफ्यूज कर दिया है।



एनआईए टीम को सूचना मिली की रांची के हिंदपीढ़ी इलाके के इमरान लॉज के कमरा नंबर 8 और 9 में कुछ संदिग्ध लोग रुके हैं। सूचना पाकर एनआईए ने लॉज में छापा मारा था। इन छापों के दौरान एनआईए को 9 जिंदा बम के अलावा 19 डेटोनेटर, 12 टाइमर डेवाइस और जिलेटिन की छड़ें भी मिली हैं। हजारीबाग से बम डिफ्यूजल स्कवैड को रांची बुलाया गया। सभी बम को डिफ्यूज कर दिया गया है। दरअसल खुफिया सूचनाओं के आधार पर पुलिस मुजाहिब नाम के एक संदिग्ध की तलाश कर रही थी। जिसका नाम पटना धमाकों की पूछताछ के दौरान सामने आया है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक पटना और गया धमाकों में मुजाहिब का हाथ हो सकता है।



सूत्रों के मुताबिक रांची से बरामद बम और पटना धमाके में इस्तेमाल बम एक जैसे ही हैं। सूत्रों के मुताबिक रांची से बरामद बम भी पटना ले जाने थे। लेकिन वक्त पर बम तैयार नहीं हो पाए थे।

दिल्ली में 1000 करोड़ का हुआ 'देह' का व्यापार..जानिए गंदे धंधे का काला सच



नई दिल्ली। राजधानी दिल्‍ली देह व्‍यापार की सबसे बड़ी मंडी है। इस व्‍यापार की मंडी का कंट्रोल हमेशा किसी एक व्‍यक्ति के हाथ में रहा है। इसका कंट्रोल पहले सोनू पंजाबन के हाथों में था और बाद में बाबा भीमानंद के हाथ में आ गया। इन दोनों के जेल जाने के बाद से यह धंधा अब कोई सोनू बंगालन नाम की महिला संभाल रही है।



सूत्रों के अनुसार, जब दिल्‍ली पुलिस ने सोनू पंजबान को गिरफ्तार किया था तो उस वक्‍त दिल्‍ली में उसका कारोबार तकरीबन 1000 करोड़ रुपए का था। जिस पर अब सोनू बंगालन का राज है। सूत्रों का कहना है कि सोनू बंगालन का दिल्ली में होने वाला धंधा तो सिर्फ कुछ फीसदी का है। इसमें देश के कई राज्यों से लोगों और पैसों की आमदरफ्त होती है। यही नहीं, बड़ी तादाद में विदेशी लड़कियां धंधा करती हैं जिन्हें हिंदुस्तानी दलाल अपने पेरोल पर रखते हैं।


सूत्रों के मुताबिक दिल्‍ली में सोनू बंगालन की कमाई का पैमाना काफी बड़ा है। वहीं दलालों के जरिए दिल्‍ली में जिस्‍म की मंडी के कारोबार का टर्नओवर करोड़ों में पहुंच गया है। जिसकी पालनहार तकरीबन एक दो हजार नहीं बल्कि तकरीबन 20 हजार लड़कियां हैं। इस धंधे से जुड़े जानकारों का कहना है कि इस बाजार में इन लड़कियों की सर्विस और उसके मुताबिक रेट तय होता हैं।

सर्विस वक्त रेट (रुपए)

एक ट्रिप 2 घंटे 5000-8000

दो ट्रिप 2 घंटे 8000-10000

दो ट्रिप 4 घंटे 10000-15000

ओर्जी 8 घंटे या पूरी रात 25000

एस्कॉर्ट एक दिन 25000

प्ले हॉस्टेस 4 घंटे 15000
राजधानी में सेक्‍स रैकेट कैश और क्रैडिट कार्ड दोनों तरीकों से काम करता है। सोनू बंगालन के पेरोल पर काम करने वाली करीब 500 लड़कियों में ज्यादातर का टाइम और पैसा मुकर्रर होता है। ये लड़कियां ओवरटाइम भी करती थीं और छुट्टी भी मिलती हैं। इन सभी से बंगालन ने अपना प्रॉफिट तय कर रखा था जो हर ट्रिप और नाइट के बदले उसे पहुंचा दिया जाता था।




सोनू पंजाबन के सेक्‍स रैकेट में कई हाइप्रोफाइल लड़कियां शामिल !

जैसे ही राजधानी दिल्ली में शाम के साए में गहराती हैं। लोग आनंद की तलाश में किसी ऐसे ठिकाने की तरफ निकल पड़ते हैं जहां उनकी दबी हुई ख्वाहिशें पूरी हो सकें। जहां कोई उन्हें प्यार कर सके, उनकी टूटी हुई तमन्नाएं सहला सके। कानून ने इसे जिस्मफरोशी का नाम दिया है। एक अनुमान के मुताबिक देशभर में इस जिस्म के कारोबार में करीब 30 लाख लड़कियां लगी हैं जो एक पूरे शहर की आबादी के बराबर हैं।

सूत्रों का कहना है कि सोनू बंगालन के दिल्ली में सेक्स व्यापार में बड़ी तादाद में ऐसी लड़कियां शामिल हैं, जो बड़े घरों से ताल्‍लुक रखती हैं। ये ज्यादातर लड़कियों को पैसा चाहिए होता है और वो पैसे के लिए इस काम को करती हैं। इसमें बड़े बड़े अच्छे नंबर वन के घरों की लड़कियां भी हैं।

जेब खर्च के लिए जिस्मफरोशी का धंधा

लड़कियों को पैसा उनकी खूबसूरती, उनकी पढ़ाई-लिखाई, उनकी बातचीत के अंदाज, उनके पहनावे, उनकी अदाओं और उनके पिछले रिकॉर्ड को देखकर तय होता है। हालांकि दो घंटे के लिए एक अच्छी लड़की मार्केट में 5000 से लेकर 50 हजार रुपए तक पर मिलती है।

खास बात ये कि जिस्म के बाजार में पैसा एडवांस चलता है। वहां उधार की गुंजाइश नहीं। पैसा क्रैडिट कार्ड से भी अदा किया जा सकता है। जो शख्स ये सर्विस लेता है उसकी पहचान पूरी तरह छिपाकर रखी जाती है। सोनू बंगालन जो कई बार सेक्‍स रैकेट के धंधा चलाते हुए गिरफ्तार हो चुकी है। उसने पुलिस को बताया है कि उसके धंधे में यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली हैं या अकेले पीजी में रहती हैं। इनमें कुछ घरेलू महिलाएं भी इस धंधे में थीं जो जेब खर्च निकालने के लिए जिस्मफरोशी का धंधा कर रही हैं। जाहिर है जल्द मोटा पैसा कमाने की तमन्ना उन्हें इस धंधे में खींच लाती है।

आज शुरू होगा मंगल पर विजय का अभियान

यह पराक्रम के प्रतीक ग्रह यानी मंगल पर विजय का अभियान है। चंद्रयान के बाद अब मंगलयान की बारी है। मंगल ग्रह को करीब से जानने की यह कोशिश अगर कामयाब होती है तो भारत अंतरिक्ष के मामले में एक बड़ी ताकत बनकर उभरेगा। जाहिर है, इस प्रॉजेक्ट से भारत की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है।
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अभी तक अमेरिका, रूस और यूरोप के कुछ देश (संयुक्त रूप से) ही मंगल की कक्षा में अपने यान भेज पाए हैं। चीन और जापान इस कोशिश में अब तक कामयाब नहीं हो सके हैं। रूस भी अपनी कई असफल कोशिशों के बाद इस मिशन में सफल हो पाया है। अब तक मंगल को जानने के लिए शुरू किए गए दो तिहाई अभियान नाकाम साबित हुए हैं। भारत इस अभियान को अपने दम पर अंजाम तक पहुंचाने की ख्वाहिश रखता है और पूरी दुनिया की नजरें इस पर लगी हुई हैं।

आज है ऐतिहासिक दिन
मंगलयान को पिछले महीने 19 अक्टूबर को छोडे़ जाने की योजना थी, लेकिन दक्षिण प्रशांत महासागर क्षेत्र में मौसम खराब होने के कारण यह काम टाल दिया गया। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) ने अब आज यानी 5 नवंबर को इसे दिन में 2 बजकर 36 मिनट पर छोड़ने का फैसला किया है। इस अभियान को मार्स ऑर्बिटर मिशन नाम दिया गया है। भारत के इस मिशन के लिए सरकार ने इसरो को 3 अगस्त 2012 को मंजूरी दी थी। वैसे, इसके लिए 2011-12 के बजट में ही फंड का प्रावधान कर दिया गया था। भारत की जनता के साथ ही देश के स्पेस साइंटिस्ट्स इस अभियान को लेकर खासे उत्साहित हैं।


कैसे शुरू होगा सफर
मंगलयान को इसरो के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से पोलर सैटलाइट लॉन्च वीइकल (पीएसएलवी) सी-25 की मदद से छोड़ा जाएगा। इस वीइकल की लागत 110 करोड़ रुपये से कुछ ज्यादा है और इसका वजन 1350 किलो है। इसरो का कहना है कि पीएसएलवी मंगलयान को छोड़ने के लिए उपयुक्त है। कई देश अपने सैटलाइट छोड़ने के लिए इसका प्रयोग कर रहे हैं। वैसे, गौरतलब है कि अमेरिका और रूस ने अपने मंगल अभियान के लिए इससे बड़े रॉकेटों का प्रयोग किया था।

कैसा होगा सफर
मंगलयान को छोड़े जाने के बाद यह पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकलकर करीब 10 महीने तक अंतरिक्ष में भ्रमण करता रहेगा। सितंबर 2014 में यह मंगल की कक्षा के पास पहुंचेगा। मंगल ग्रह की कक्षा 327 गुणा 80,000 किलोमीटर की है। पृथ्वी की कक्षा को पार करने के लिए मंगलयान की गति 11 किलोमीटर प्रति सेकंड रखी जाएगी। मंगल की कक्षा में प्रवेश करने के लिए इस गति को कम किया जाएगा।

क्या है मकसद
मंगलयान को सफलतापूर्वक छोड़कर भारत अंतरिक्ष के मामले में अपनी टेक्नॉलजी का लोहा मनवाना चाहता है। इसके साथ ही वह अपनी वैज्ञानिक उत्सुकता को भी शांत करना चाहता है। मंगलयान के जरिए भारत मंगल ग्रह पर जीवन के सूत्र तलाशने के साथ ही वहां के पर्यावरण की जांच करना चाहता है। वह यह भी पता लगाना चाहता है कि इस लाल ग्रह पर मीथेन मौजूद है कि नहीं। मीथेन गैस की मौजूदगी जैविक गतिविधियों का संकेत देती है। इसके लिए मंगलयान को करीब 15 किलो वजन के कई अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया गया है। इसमें कई पावरफुल कैमरे भी शामिल हैं। इसरो का कहना है कि मंगलयान पर इससे ज्यादा वजन के उपकरण फिट करना संभव नहीं था, क्योंकि इससे इसे छोड़ने के लिए पीएसएलवी की बजाय ज्यादा पावरफुल रॉकेट की जरूरत होती और इससे इस मिशन पर होने वाला खर्च काफी ज्यादा बढ़ जाता। मंगल पर मीथेन की मौजूदगी का पता लगाने के लिए मंगलयान पर सेंसर भी लगे होंगे। ये सेंसर काफी संवेदनशील हैं और मीथेन की मात्रा कम होने पर पर भी उसका पता लगा सकते हैं।

खर्च कितना
इस मिशन की लागत 450 करोड़ रुपये (करीब छह करोड़ 90 लाख डॉलर) है। अमेरिका भी मंगल अभियान पर अपना एक और स्पेसक्राफ्ट (मैवेन) भेजने की तैयारी कर रहा है और इस पर करीब 48 करोड़ 50 लाख डॉलर का खर्चा आएगा। मंगलयान और मैवेन अगले साल सितंबर में ही मंगल की कक्षा में पहुंचेंगे। इसरो के सैकड़ों कर्मचारी और वैज्ञानिक भारत के मंगल मिशन को अंजाम तक पहुंचाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।

चुनौतियां भी
अगर मंगलयान को किन्हीं कारणों से इस 19 नवंबर तक नहीं छोड़ा जा सका तो मंगल और पृथ्वी के रोटेशन से जुड़ी़ तकनीकी वजहों के कारण इसको फिर 5 साल बाद ही छोड़ा जा सकेगा। इसके साथ ही इसे रेडिएशन और कम तापमान से बचाने और मंगल की कक्षा में प्रवेश कराने के लिए रॉकेट के इंजन को दोबारा चालू करने की चुनौती भी इसरो के वैज्ञानिकों के सामने है। इसके कारण मंगल को जानने के लिए छोड़े गए कई सैटलाइट्स बर्बाद हो गए हैं।

लिफ्ट देने के बहाने बैठाया और बना दिया किन्नर!

मसूरी के नाहल में रहने वाले एक युवक ने तीन लोगों पर उसे जबरन किन्नर बनाने का आरोप लगाया है। पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की है।

नाहल निवासी एक युवक ने शिकायत में कहा है कि वह किसी काम से एक नवंबर को पिलखुआ गया था। जब वह वापस आने के लिए गाड़ी का इंतजार कर रहा था, तभी सफारी सवार कुछ लोगों ने उससे पूछा कहां जाना है। जगह बताने पर कार सवारों ने कहा कि उन्हें भी गाजियाबाद जाना है और वे उसे मसूरी छोड़ देंगे।

कार सवारों की बातों में आकर युवक कार में बैठ गया। कार सवार लोगों ने उसे कुछ नशीला पदार्थ पिला दिया और फिर उसे होश नहीं रहा। 03 नवंबर को होश आया तो उसने खुद को मसूरी-पिलखुआ रोड पर पाया और इसी दौरान उसे पता चला कि उसका गुप्तांग भी कटा हुआ है।

दहेज में कार, कैश और चेन के लिए बनाया पत्नी का MMS

दहेज में कार, कैश और चेन के लिए बनाया पत्नी का MMS
फरीदाबाद
दहेज की मांग पूरी न होने पर एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के साथ न केवल मारपीट की बल्कि अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के लिए उसे कई बार मजबूर किया। इस दौरान व्यक्ति ने अपने मोबाइल से उसकी विडियो क्लिप भी बना ली। यह आरोप सराय ख्वाजा थाना एरिया में रहने वाली एक महिला ने अपने पति पर लगाए हैं।
dowry
महिला का यह भी आरोप है कि डिमांड पूरी न होने पर पति ने उसकी विडियो क्लिप इंटरनेट पर डालने की धमकी दी और उसे जलाकर मारने की कोशिश भी की। इस काम में ससुराल वालों का भी हाथ है। पुलिस ने महिला की शिकायत पर आरोपी पति व ससुराल वालों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

सराय ख्वाजा थाना एरिया की एक कॉलोनी में रहने वाली महिला ने बताया कि उसकी शादी 4 फरवरी 2013 को दुर्गा एनक्लेव में रहने वाले रमा सिंह के साथ हुई थी। शादी के अगले दिन से ही ससुराल वाले 5 लाख रुपये कैश, कार और सोने की चेन के लिए उसे परेशान करने लगे थे। ससुराल वालों ने उसके पति को भी उकसाया। जिस पर उसने उनके साथ मारपीट की।आरोप है कि सुहागरात पर महिला के पति ने उन पर अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का दबाव डाला। साथ ही पति ने मोबाइल से अंतरंग संबंधों की फिल्म बना डाली और डिमांड पूरी न होने पर इंटरनेट पर डालने की धमकी दी। महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति के दूसरी लड़कियों से भी संबंध हैं। ससुराल वालों को बताने पर उल्टा महिला ही भला बुरा कहा जाता है।
11 मार्च को उसके पति और ननद ने उनके साथ मारपीट की और घर से निकाल दिया। बाद में उनके पिता ने ससुराल वालों से बातचीत की और एक लाख रुपये दिए तो उनसे कहा गया कि अब उनकी बेटी को कोई दिक्कत नहीं होगी। 25 मई को उनकी सास व ससुर पंजाब में थे। सास ने उसके पति को फोन पर उन्हें जलाकर मार डालने को कहा। इसके बाद उसके पति और ननद ने गैस की नोब खोलकर जबरन उसे चाय बनाने के लिए किचन में भेजा।

गैस की गंध आने पर वह वापस आने लगी तो उसे रसोई में धकेल दिया गया और पति ने आग लगाने की कोशिश की, लेकिन किसी तरह वह वहां से निकलकर अपने घर पहुंची और परिवार वालों को इस बारे में बताया। जिसके बाद मामले की शिकायत महिला सेल में दी गई और जांच पड़ताल के बाद केस दर्ज किया गया। वहीं, सराय ख्वाजा थाना इंचार्ज ब्रह्म सिंह ने बताया कि महिला की ओर से लगाए गए आरोपों की जांच
की जा रही है।

अंडमान में आदिवासी लड़कियों के 22 पोर्न वीडियो

पोर्ट ब्लेयर। अंडमान निकोबार द्वीप समूह में एक खास आदिवासी समुदाय की लड़कियों के पोर्न वीडियो के बाजार में आने के मामले की जांच करने वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) ने इस तरह की कम से कम 22 फिल्मों का पता लगाया है और ये सभी 2000 से 2009 के बीच की बनी हुई हैं। अंडमान में आदिवासी लड़कियों के 22 पोर्न वीडियो
पुलिस अधीक्षक (सीआईडी) असलम खान ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, हम लोगों ने इस तरह के कम से कम 22 वीडियो का पता लगाया है। इस संबंध में और जांच की जा रही है। किसी आदिवासी लड़की ने इस तरह के वीडियों के बारे में कोई शिकायत नहीं की है।

पुलिस ने शनिवार को इस संबंध में आपराधिक मामला दर्ज किया था। मामले की जांच की जिम्मेदारी पुलिस उपाधीक्षक (एसआर्ईटी) को दी गई है। एसआईटी पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में वीडियो कांड की सच्चाई का पता लगाने में जुटी हुई है।

एक अंग्रेजी साप्ताहिक के 24 अक्टूबर 2013 के अंक में रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। रिपोर्ट में कहा गया कि द्वीप समूह की छवि खराब करने के नापाक इरादे से इस तरह का बाजार में उतारा गया है।

उप राज्यपाल ने पत्रिका की रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए एक विशेष बैठक बुलाकर मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को दाषियों को सामने लाने के लिए एड़ी चोटी एक करने का निर्देश दिया था।

भैया दूज का विशेष है महत्व



भाई दूज (भातृद्वितीया ) कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाए जाने वाला हिन्दू धर्म का पर्व है जिसे यम द्वितीया भी कहते हैं। भाईदूज में हर बहन रोली एवं अक्षत से अपने भाई का तिलक कर उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीष देती हैं। भाई अपनी बहन को कुछ उपहार या दक्षिणा देता है। भाईदूज दिवाली के दो दिन बाद आने वाला ऐसा पर्व है, जो भाई के प्रति बहन के स्नेह को अभिव्यक्त करता है एवं बहनें अपने भाई की खुशहाली के लिए कामना करती हैं। इस त्योहार के पीछे एक किंवदंती यह है कि यम देवता ने अपनी बहन यमी (यमुना) को इसी दिन दर्शन दिया था, जो बहुत समय से उससे मिलने के लिए व्याकुल थी। अपने घर में भाई यम के आगमन पर यमुना ने प्रफुल्लित मन से उसकी आवभगत की। यम ने प्रसन्न होकर उसे वरदान दिया कि इस दिन यदि भाई-बहन दोनों एक साथ यमुना नदी में स्नान करेंगे तो उनकी मुक्ति हो जाएगी। इसी कारण इस दिन यमुना नदी में भाई-बहन के एक साथ स्नान करने का बड़ा महत्व है। इसके अलावा यमी ने अपने भाई से यह भी वचन लिया कि जिस प्रकार आज के दिन उसका भाई यम उसके घर आया है, हर भाई अपनी बहन के घर जाए। तभी से भाईदूज मनाने की प्रथा चली आ रही है। जिनकी बहनें दूर रहती हैं, वे भाई अपनी बहनों से मिलने भाईदूज पर अवश्य जाते हैं और उनसे टीका कराकर उपहार आदि देते हैं। बहनें पीढियों पर चावल के घोल से चौक बनाती हैं। इस चौक पर भाई को बैठा कर बहनें उनके हाथों की पूजा करती हैं।
विधि 

इस पूजा में भाई की हथेली पर बहनें चावल का घोल लगाती हैं उसके ऊपर सिन्दूर लगाकर कद्दू के फूल, पान, सुपारी मुद्रा आदि हाथों पर रखकर धीरे धीरे पानी हाथों पर छोड़ते हुए कुछ मंत्र बोलती हैं जैसे "गंगा पूजे यमुना को यमी पूजे यमराज को, सुभद्रा पूजा कृष्ण को, गंगा यमुना नीर बहे मेरे भाई की आयु बढ़े" इसी प्रकार कहीं इस मंत्र के साथ हथेली की पूजा की जाती है " सांप काटे, बाघ काटे, बिच्छू काटे जो काटे सो आज काटे" इस तरह के शब्द इसलिए कहे जाते हैं क्योंकि ऐसी मान्यता है कि आज के दिन अगर भयंकर पशु काट भी ले तो यमराज के दूत भाई के प्राण नहीं ले जाएंगे। कहीं कहीं इस दिन बहनें भाई के सिर पर तिलक लगाकर उनकी आरती उतारती हैं और फिर हथेली में कलावा बांधती हैं। भाई का मुंह मीठा करने के लिए उन्हें माखन मिस्री खिलाती हैं। संध्या के समय बहनें यमराज के नाम से चौमुख दीया जलाकर घर के बाहर रखती हैं। इस समय ऊपर आसमान में चील उड़ता दिखाई दे तो बहुत ही शुभ माना जाता है। इस संदर्भ में मान्यता यह है कि बहनें भाई की आयु के लिए जो दुआ मांग रही हैं उसे यमराज ने कुबूल कर लिया है या चील जाकर यमराज को बहनों का संदेश सुनाएगा।

मान्यता 

भारतीय में जितने भी पर्व त्यौहार होते हैं वे कहीं न कहीं लोकमान्यताओं एवं कथाओं से जुड़ी होती हैं। इस त्यौहार की भी एक पौराणिक कथा है। कथा के अनुसार। यमी यमराज की बहन हैं जिनसे यमराज काफी प्रेम व स्नेह रखते हैं। कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को एक बार जब यमराज यमी के पास पहुंचे तो यमी ने अपने भाई यमराज की खूब सेवा सत्कार की। बहन के सत्कार से यमराज काफी प्रसन्न हुए और उनसे कहा कि बोलो बहन क्या वरदान चाहिए। भाई के ऐसा कहने पर यमी बोली की जो प्राणी यमुना नदी के जल में स्नान करे वह यमपुरी न जाए। यमी की मांग को सुनकर यमराज चिंतित हो गये। यमी भाई की मनोदशा को समझकर यमराज से बोली अगर आप इस वरदान को देने में सक्षम नहीं हैं तो यह वरदान दीजिए कि आज के दिन जो भाई बहन के घर भोजन करे और मथुरा के विश्राम घट पर यमुना के जल में स्नान करे उस व्यक्ति को यमलोक नहीं जाना पड़े। इस पौराणिक कथा के अनुसार आज भी परम्परागत तौर पर भाई बहन के घर जाकर उनके हाथों से बनाया भोजन करते हैं ताकि उनकी आयु बढ़े और यमलोक नहीं जाना पड़े। भाई भी अपने प्रेम व स्नेह को प्रकट करते हुए बहन को आशीर्वाद देते है और उन्हें वस्त्र, आभूषण एवं अन्य उपहार देकर प्रसन्न करते हैं।

चित्रगुप्त जयंती
मुख्य लेख : चित्रगुप्त जयंती


इसके अलावा कायस्थ समाज में इसी दिन अपने आराध्य देव चित्रगुप्त की पूजा की जाती है। कायस्थ लोग स्वर्ग में धर्मराज का लेखा-जोखा रखने वाले चित्रगुप्त का पूजन सामूहिक रूप से तस्वीरों अथवा मूर्तियों के माध्यम से करते हैं। वे इस दिन कारोबारी बहीखातों की पूजा भी करते हैं। उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में इसी दिन 'गोधन' नामक पर्व मनाया जाता है जो भाईदूज की तरह होता है।

सोमवार, 4 नवंबर 2013

गाज़ी फ़क़ीर ,अमिन के बावजूद नहीं जुटे मुस्लिम कानासर में

 गाज़ी फ़क़ीर ,अमिन ,हुसैन फ़क़ीर  के बावजूद नहीं जुटे मुस्लिम कानासर में 


बाड़मेर शिव क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्यासी अमिन खान से नाराज चल रहे मुस्लिमो को मनाने के प्रयासो में आज कानासर गांव में रखी बैठक में अपेक्षा से बहुत कम लोग नज़र आये। जबकि बैठक में मुस्लिमो के धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर ,अमिन खान जैसे लोग थे। लम्बे समय बाद गाज़ी फ़क़ीर और अमिन खान एक साथ दिखे ,लम्बे समय से उनके बीच छतीस का आंकड़ा था। बैठक में अल्पसंख्यक वर्ग के हज़ारो लोगो कि उपस्थिति का दावा किया गया था मगर अपेक्षा से कही कम लोग जूट। अमिन खान के प्रत्यासी घोषणा के बाद यह पहली सार्वजनिक बैठक थी ,बैठक में सांसद हरीश चौधरी के आने का बताया गया था जो नहीं आये। अमिन खान ने अप[ने घूर विरोधी बायतु विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी के भाई लाल चंद चौधरी को मीटिंग में बुला कर जाटो को राजी करने का प्रयास किया।

मंगलवार को भाजपा कि पहली सूचि जारी होगी

मंगलवार को भाजपा कि पहली सूचि जारी होगी 


बाड़मेर भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में एक दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनावो के लिए मंगलवार को प्रत्यासियो कि घोषणा करेगी। राजस्थान भाजपा प्रभारी कप्तान सिंह के अनुसार दिल्ली में मंगलवार को केंद्रीय चुनाव समिति कि बैठक के बाद राजस्थान के प्रत्यासियो कि घोषणा कि जायेगी। उन्होंने बताया कि वसुंधरा राजे दिल्ली हें कल बैठक के बाद नामो का एलान कर दिया जायेगा। उनके अनुसार समस्त डॉ सौ विधानसभा सीटो कि सूचि तैयार हें