पोर्ट ब्लेयर। अंडमान निकोबार द्वीप समूह में एक खास आदिवासी समुदाय की लड़कियों के पोर्न वीडियो के बाजार में आने के मामले की जांच करने वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) ने इस तरह की कम से कम 22 फिल्मों का पता लगाया है और ये सभी 2000 से 2009 के बीच की बनी हुई हैं।
पुलिस अधीक्षक (सीआईडी) असलम खान ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, हम लोगों ने इस तरह के कम से कम 22 वीडियो का पता लगाया है। इस संबंध में और जांच की जा रही है। किसी आदिवासी लड़की ने इस तरह के वीडियों के बारे में कोई शिकायत नहीं की है।
पुलिस ने शनिवार को इस संबंध में आपराधिक मामला दर्ज किया था। मामले की जांच की जिम्मेदारी पुलिस उपाधीक्षक (एसआर्ईटी) को दी गई है। एसआईटी पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में वीडियो कांड की सच्चाई का पता लगाने में जुटी हुई है।
एक अंग्रेजी साप्ताहिक के 24 अक्टूबर 2013 के अंक में रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। रिपोर्ट में कहा गया कि द्वीप समूह की छवि खराब करने के नापाक इरादे से इस तरह का बाजार में उतारा गया है।
उप राज्यपाल ने पत्रिका की रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए एक विशेष बैठक बुलाकर मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को दाषियों को सामने लाने के लिए एड़ी चोटी एक करने का निर्देश दिया था।
पुलिस अधीक्षक (सीआईडी) असलम खान ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, हम लोगों ने इस तरह के कम से कम 22 वीडियो का पता लगाया है। इस संबंध में और जांच की जा रही है। किसी आदिवासी लड़की ने इस तरह के वीडियों के बारे में कोई शिकायत नहीं की है।
पुलिस ने शनिवार को इस संबंध में आपराधिक मामला दर्ज किया था। मामले की जांच की जिम्मेदारी पुलिस उपाधीक्षक (एसआर्ईटी) को दी गई है। एसआईटी पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में वीडियो कांड की सच्चाई का पता लगाने में जुटी हुई है।
एक अंग्रेजी साप्ताहिक के 24 अक्टूबर 2013 के अंक में रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। रिपोर्ट में कहा गया कि द्वीप समूह की छवि खराब करने के नापाक इरादे से इस तरह का बाजार में उतारा गया है।
उप राज्यपाल ने पत्रिका की रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए एक विशेष बैठक बुलाकर मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को दाषियों को सामने लाने के लिए एड़ी चोटी एक करने का निर्देश दिया था।
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