शुक्रवार, 11 अक्टूबर 2013

उमर ने कहा,मोदी की अनदेखी करना खतरनाक होगा

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की उपेक्षा करना खतरनाक साबित होगा। उमर ने कहा,मोदी की अनदेखी करना खतरनाक होगा
उन्होंने कहा कि यूपीए लोगों को विकल्प देने में नाकाम रही है। एक समाचार पत्र से बातचीत में उमर ने कहा कि मोदी फैक्टर की उपेक्षा करना हमारे लिए(यूपीए के घटक दलों) मूर्खतापूर्ण होगा। असल में यह खतरनाक गलती होगी। उन्होंने कहा कि अगर आप मुझसे छह महीने पहले पूछते तो मैं यही कहता कि मोदी फैक्टर का कोई असर नहीं है लेकिन अब मेरी ओर से ऎसा कहना मूर्खतापूर्ण होगा।

मोदी ने कैडर में जोश भर दिया है। जम्मू में भी लोगों को उम्मीद है कि मोदी के नेतृत्व में भाजपा सत्ता में आ सकती है। जोश से भरा कैडर चुनाव में मेक या ब्रेक फैक्टर साबित हो सकता है। भाजपा ने 13 सितंबर को मोदी को पार्टी का पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया था। उमर ने स्वीकार किया कि यूपीए के घटक,इसमें नेशनल कांफ्रेंस भी शामिल है, लोगों को अल्टरनेटिव डिस्कोर्स देने में नाकाम रही है। यह मेरी गलती है।

उमर ने पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह के उस सनसनीखेज खुलासे पर भी पहली बार प्रतिक्रिया दी कि सेना जम्मू कश्मीर के मंत्रियों को पैसा देती है। उन्होंने कहा कि हमें सेना के पेड एजेंट के रूप में पेश किया जा रहा है। आतंकवाद 1990 की पैदाइश है,इसलिए सवाल खड़ा होता है कि आर्मी इससे पहले किन्हें पैसे दे रही थी और किसलिए दे रही थी।

पति की जमानत का झांसा देकर अध्यापिका से गैंगरेप

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में जेल मे बंद पति की जमानत का झांसा देकर एक विवाहिता से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपियों ने पीडिता से कार में सामूहिक दुष्कर्म किया। पीडिता की रिपोर्ट पर सांगानेर थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।पति की जमानत का झांसा देकर अध्यापिका से गैंगरेप
जानकारी के अनुसार सांगानेर के व्यासों का मोहल्ला निवासी 40 वर्षीय पीडिता का पति धोखाधड़ी के मामले मे जेल मे बंद है। पेशे से स्कूल टीचर पीडिता अपने पति को जमानत दिलवाने के लिए बक्सावाला निवासी कमलेश शर्मा,सांगानेर निवासी ओमप्रकाश व फागी निवासी श्रवण कुमार से मिली। तीनों ही उसके परिचित बताए जा रहे हैं।

जमानत दिलवाने की बात कह कर छह अक्टूबर शाम करीब छह बजे तीनों उसे अपनी कार में बैठाकर हरमाड़ा के पास मांचवा गांव मे ले गए। जहां शाम को तीनों ने महिला के साथ कार मे दुष्कर्म किया।

दुष्कर्म के बाद तीनों उसे सांगानेर छोड़कर फरार हो गए। घटना के बाद महिला ने थाने पहुंचकर आपबीती बताई। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। मामला हरमाड़ा थाने के अन्तर्गत होने पर एफआईआर वहां भिजवा दी गई है। पुलिस पीडिता की मेडिकल जांच कराने के बाद आरोपियों से पूछताछ करेगी।

वर्जिन गर्ल्स की ऑनलाइन नीलामी कर रही हैं गैंग्स

कोलम्बिया। कच्ची बस्तियों से शानदार कपड़े, कोकीन और पैसे का लालच देकर कुंआरी लड़कियों को यहां की ड्रग गैंग अपनी गिरफ्त में ले रही हैं और बाद में विदेशी पर्यटकों और ड्रग माफिया को ऑनलाइन नीलाम किया जा रहा है।वर्जिन गर्ल्स की ऑनलाइन नीलामी कर रही हैं गैंग्स
खबरों के अनुसार कोलम्बिया की कई गैंग इस धंधे में लिप्त हैं। गैंग के लोग किशोर आयु की बçच्चयों को स्टाईलिश कपड़े, पैसे और कोकीन का लालच देकर अपने कब्जे में कर लेते हैं। एक बार गैंग में आने के बाद इन्हें बेहद कड़ी निगरानी में कैद रखते हैं। इन कुंआरियों को विदेशी पर्यटकों और ड्रग माफिया को ऑनलाइन नीलामी के माध्यम से बेच दिया जाता है।

डेढ़ लाख में होती हैं नीलाम
विश्वस्त क्लाइंट्स को ऑनलाइन नीलामी से पहले अधिकतम 60 युवतियों की फोटो सहित अन्य विवरण छपी बुकलेट अथवा ऑनलाइन विवरण सूची दी जाती है। ग्राहकों को ऑनलाइन साइट पर यह विवरण देखने के लिए सीक्रेट पिन नंबर दिया जाता है। इस ऑनलाइन नीलामी में एक कुंआरी किशोरी की कीमत अधिकतम डेढ़ लाख रूपए तक होती है। नीलामी हो जाने के बाद वेबसाइट को बंद कर दिया जाता है और बुकलेट नष्ट कर दिए जाते हैं।

सामूहिक सेक्स पार्टी में होती हैं पेश
द इंडिपेंडेंट की खबर के मुताबिक कोलम्बिया का अंडरवर्ल्ड डॉन पाब्लो एस्कोबार कुंआरी किशोरियों का शौकीन है। मेडेलिन में किशोरियों को पाब्लो की ओर से आयोजित सामूहिक सेक्स पार्टियों में पेश करने की प्रचलन हैजो आज भी जारी है। ड्रग माफिया पाब्लो एस्कोबार इसी इलाके का है। कभी ड्रग माफिया की खूनी लड़ाईयों के लिए बदनाम रहा मेडेलिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते एक विकासशील शहर बन गया है। खूबसूरत महिलाओं के लिए जाने वाले कोलम्बिया में वेश्यावृति को लेकर कमजोर कानून का फायदा उठाते हुए माफिया ने सेक्स टूरिज्म नया धंधा बना लिया है।

और फिर बन जाती हैं वेश्या
इस गंदे धंधे को उजागर करने पर काम कर रहे एक एनजीओ के निदेशक का कहना है कि इन लड़कियों का यह पहला सेक्स अनुभव होता है। इसके बाद ये एक-एक कर कई लोगों को पेश की जाती है और अंतत: वेश्या बन जाती है।

उधारी के पैसे नहीं देने पर दोस्त की हत्या कर खेत में गाड़ दी लाश


उधारी के पैसे नहीं देने पर दोस्त की हत्या कर खेत में गाड़ दी लाश 

 नौ माह पूर्व मृतक के मामा ने दर्ज करवाया था गुमशुदगी का मामला, पुलिस ने तहकीकात के तहत बुधवार को आरोपियों से सख्ती के साथ की पूछताछ तो उगला हत्या का राज 




जसवंतपुरा (जालोर)
जसवंतपुरा के पास किबला गांव के राजीकावास मार्ग स्थित एक खेत पर नौ माह पूर्व एक युवक की उधारी के बीस हजार रुपए नहीं लौटाने पर उसके साथी ने हत्या कर उसकी लाश को खेत में गाड़ दिया। पुलिस के अनुसार फरवरी 2013 में मृतक के मामा कारलू निवासी केसाराम पुत्र वणाराम चौधरी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसका भांजा दांतलावास निवासी निंबाराम पुत्र हजाराम खुद के खेत में खेती के कार्य से गया था, जिसका पता नहीं चल रहा। थानाधिकारी हरिराम जाट ने निंबाराम की गुमशुदगी के मामले में उसके रिश्तेदारों के बारे में जानकारी हासिल की तो पता चला की निंबाराम परिवार में अकेला ही था। इस पर थानाधिकारी जाट ने सुंधामाता तलहटी चौकी के हैड कांस्टेबल तेजाराम को मामले की जांच दी। जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी नरसाराम (30) पुत्र उनाराम चौधरी को बुधवार को थाने में लाकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने निंबाराम की हत्या करना कबूल लिया। आरोपी नरसाराम ने पुलिस को बताया कि उसने भंवरसिंह पुत्र शैतानसिंह निवासी पूरण के साथ मिलकर नौ माह पहले फुहारें के पाइप तथा फावड़े से वार कर निंबाराम की हत्या कर दी। इसके बाद खेत में फसल के बीच उसकी लाश जमीन में गाड़ दी। इस बीच मामले की जानकारी होने पर एएसपी जीवन खां, एसडीएम, डीएसपी प्यारेलाल मीणा, तहसीलदार पंकज जैन व थानाधिकारी हरिराम जाट मौके पर पहुंचे और आरोपी की निशानदेही पर शव निकालने के लिए जमीन की खुदाई शुरू की। खुदाई के दौरान मृतक की हड्डियों के अवशेष बरामद किए। 

> किबला खेत पर पूछताछ करती पुलिस व आरोपी नरसाराम।

आरोपी नरसाराम पुत्र उनाराम ने बताया कि मैंने मृतक को लोन के लिए बीस हजार रुपए उधार दिए थे। रुपए लौटाने की बात पर वह रोजाना टालमटोल करता था। इस बात को लेकर हमारे बीच कहा सुनी हो गई । इसपर मैंने मेरे खेत के पास स्थित मृतक के खेत पर शराब की पार्टी करने के बाद उसकी हत्या कर उसका शव खेत में ही गाड़ दिया।

मादक पदार्थों की तस्करी का बड़ा खुलासा, 15 क्विंटल गांजा पकड़ा


मादक पदार्थों की तस्करी का बड़ा खुलासा, 15 क्विंटल गांजा पकड़ा

कार्रवाई जारी, जुटाई जा रही है जानकारियां 

नागौर/लाडनूं जिले के जसवंतगढ़ थाने की पुलिस व डीडवाना वृत्त के पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार रात को जसवंतगढ़ थाने के आस पुरा (आस की ढाणी) में दबिश के दौरान एक मकान से 15 क्विंटल गांजा जब्त किया है। जब्त गांजे की कीमत एक करोड़ रुपए से अधिक बताई जा रही है। पुलिस कार्रवाई के दौरान एक आरोपी को हिरासत में लिया है तो वहीं दूसरा आरोपी मौके से भागने में सफल रहा। नागौर जिले में मादक पदार्थ गांजे की यह अब तक की सबसे बड़ी खेप पकडऩे की बात सामने आई है। सूत्रों ने बताया कि गांजे की यह खेप राजस्थान से बाहर से मंगवाई गई थी और इसे जसवंतगढ़ से प्रदेश के कई जिलों में चुनावों के दौरान इस्तेमाल करने के लिए भेजे जाने की कोशिश थी। 

पुलिस के अनुसार मुखबिर की सूचना पर एसपी ओमप्रकाश शर्मा के निर्देश पर डीडवाना वृत्ताधिकारी अर्जुन राम, जसवंतगढ़ थानाधिकारी परशुराम पुलिस जाप्ते के साथ गुरुवार रात को करीब आठ बजे मीठड़ी चौकी के आस पुरा में एक रहवासी ठिकाने पर दबिश दी। इस ठिकाने पर चार भाइयों के मकान थे। यहां ओमप्रकाश पुत्र लादूनाथ के घर में दबिश देने पर 60 बोरों में भरा गांजा जब्त किया गया। पुलिस ने जब बोरे खोले तो गांजे की दुर्गंध से सब चौंक गए। इस बीच तहसीलदार दीनदयाल बाकोलिया को भी पुलिस दस्ते ने मौके पर बुलवा लिया और मकानों के स्वामित्व के बारे में भी जानकारी लेनी शुरू की। कार्रवाई के दौरान ही ओमप्रकाश नाथ के भाई पूरण नाथ के मकान पर दबिश दी गई तो वहां 15 कार्टनों में देशी शराब के तस्करी के पव्वे भरे मिले। पुलिस ने शराब भी जब्त कर ली।

> आरोपी को ले जाती पुलिस।

वृत्ताधिकारी अर्जुन राम ने बताया कि फिलहाल तस्करी के इस पूरे मामले की जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होंने बताया कि 60 बोरों में भरे गांजे का वजन करवाया जा रहा है। रात को समाचार लिखे जाने तक करीब 15 क्विंटल गांजा बरामद होने की पुष्टि हुई थी। उधर आबकारी सूत्रों व पुलिस सूत्रों ने बताया कि पकड़े गए गांजे की कीमत एक करोड़ रुपए से अधिक है। बाजार में 10 ग्राम गांजा भी अवैध रूप से 200 से 300 रुपए में बेचा जाता है।
एक भाई पकड़ा, दूसरा भाग गया 
पुलिस की इस कार्रवाई के दौरान दोनों आरोपी मौके से भागने की कोशिश करने लगे। इस दौरान ओमप्रकाश मकान की छत से कूदा तो उसके पैर में चोट आ गई इस कारण वह पकड़ा गया। इसी दौरान उधर दूसरा भाई पूरण नाथ तब तक मौके से भागने में सफल हो गया। 



चुनावों में वितरण की थी योजना 
सूत्रों ने बताया कि जब्त गांजे की खेप संभवतया राजस्थान से बाहर से मंगवाई गई है। इस खेप को नागौर के अलावा चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर, जोधपुर व गंगानगर तक भेजने की योजना थी। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने रात को इतना ही बताया कि इस मामले में फिलहाल पूछताछ पर ही खुलासा होगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह खेप कहां से आई इसका खुलासा भी आरोपियों से पूछताछ के बाद ही किया जा सकेगा। 

करणीमाता का मंदिर, देशनोक (चूहों वाला मंदिर), बीकानेर, राजस्थान




करणीमाता का मंदिर, देशनोक (चूहों वाला मंदिर), बीकानेर, राजस्थान


राजस्थान राज्य के एतिहासिक नगर बीकानेर से लगभग 30 किलोमीटर दूर जोधपुर रोड पर गाँव देशनोक की सीमा में स्थित है। यह भी एक तीर्थ धाम है, लेकिन इसे चूहे वाले मंदिर के नाम से भी जाना जानता हैं। करणी देवी साक्षात माँ जगदम्बा की अवतार थीं।

अब से लगभग साढ़े छह सौ वर्ष पूर्व जिस स्थान पर यह भव्य मंदिर है, वहाँ एक गुफा में रहकर माँ अपने इष्ट देव की पूजा अर्चना किया करती थीं। यह गुफा आज भी मंदिर परिसर में स्थित है। माँ के
ज्योर्तिलीन होने पर उनकी इच्छानुसार उनकी मूर्ति की इस गुफा में स्थापना की गई। संगमरमर से बने मंदिर की भव्यता देखते ही बनती है। वहाँ पर चूहों की धमाचौकड़ी देखती ही बनती है। चूहे पूरे मंदिर प्रांगण में मौजूद रहते हैं। वे श्रद्धालुओं के शरीर पर कूद-फांद करते हैं, लेकिन किसी को कोई नुक़सान नहीं पहुँचाते। चील, गिद्ध और दूसरे जानवरों से इन चूहों की रक्षा के लिए मंदिर में खुले स्थानों पर बारीक जाली लगी हुई है। इन चूहों की उपस्थिति की वजह से ही श्री करणी देवी का यह मंदिर चूहों वाले मंदिर के नाम से भी विख्यात है। ऐसी मान्यता है कि किसी श्रद्धालु को यदि यहाँ सफ़ेद चूहे के दर्शन होते हैं, तो इसे बहुत शुभ माना जाता है। सुबह पाँच बजे मंगला आरती और सायं सात बजे आरती के समय चूहों का जुलूस तो देखने लायक़ होता है। मंदिर के मुख्य द्वार पर संगमरमर पर नक़्क़ाशी को भी विशेष रूप से देखने के लिए लोग यहाँ आते हैं। चाँदी के किवाड़, सोने के छत्र और चूहों के प्रसाद के लिए यहाँ रखी चाँदी की बड़ी परात भी देखने लायक़ है।
करनी माता मंदिर 15 वीं सदी के रहस्यवादी करनी माता के नाम पर है. अपने भक्तों की आत्माओं के लिए चूहे के शरीर के अंदर निवास माना जाता है, और अगर एक चूहे को मार डाला है यह एक ठोस सोने से बना के साथ प्रतिस्थापित किया जाना चाहिए..

गुरुवार, 10 अक्टूबर 2013

अहमदाबाद से बालोतरा आ रही बस दुर्घटना ग्रस्त आठ की मौत की खबर

अहमदाबाद से बालोतरा आ रही बस दुर्घटना ग्रस्त आठ की मौत की खबर

बाड़मेर अहमदाबाद से बालोतरा आ रही निजी ट्रेवल की एक बस के दुर्घटना ग्रस्त होने की खबर हें इस हादसे में आठ जनों की मौत का समाचार हें। यह बस पालनपुर के समीप दुर्घटना ग्रस्त होने की खबर हें। विस्तृत समाचार आना शेष हें

बाड़मेर भारी मात्रा में अवैध षराब से भरा ट्रक बरामद मुलजिम गिरफतार


बाड़मेर भारी मात्रा में अवैध षराब से भरा ट्रक बरामद मुलजिम गिरफतार


बाड़मेर जिला पुलिस ने बड़ी कार्यवाही को अंजाम देते हुए चालीस लाख की अवेध शराब से भरा ट्रक बरामद किया। सवार्इसिंह गोदारा आर्इ.पी.एस. जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर के निर्देषानुसार अवैध षराब , लोकल एवम स्पेषल एक्ट की कार्यवाही के दौरान आज दिनांक 10.10.2013 को लूणसिह उपनिरीक्षक थानाधिकारी पचपदरा मय जाब्ता वभूतसिह स.उ.नि. , प्रेमकुमार हैड कानि. , अमराराम हैड कानि. , जेठाराम कानि. , गेनाराम मय सरकारी वाहन व चालक बाबूलाल के पारस सर्किल पचपदरा पर नाकाबन्दी के दौरान ट्रक नम्बर जी. जे. 03 ए एक्स 8498 अषोक लिलेण्ड को चैक करने पर अवैध षराब से भरा होने पर व परिवहन करने का फर्जी परमिट दिखाने पर कुल 723 काटर्ुन जिसमें आफिसर चौर्इस के 12000 पव्वे, रिवालूषन जिन के 1728 पव्वे , एरिस्टोकेक्ट के 1824 पव्वे, ग्रीन लेबल की 300 बोतल, रायल स्टेज वीस्की की 840 बोतल, हेवर्डस 5000 बीयर के 7296 केन बरामद कर मुलजिम दल बहादुर पुत्र गंग बहादुर जाति मगर (थापा) उम्र 40 वर्श पेषा ड्रार्इवरिंग निवासी टीकरी तहसील एवं जिला गुड़गांव हरियाणा को गिरफतार किया गया है जिस पर थाना पचपदरा पर अभियोग संख्या 21013 अन्तर्गत धारा 1954 , 1457 आबकारी अधिनियम में दर्ज किया गया है उपरोक्त अवैध षराब मुलजिम ,द्वारा भिवाड़ी से बाड़मेर लार्इ जा रही थी।


सांसद पचपदरा से लड़ेंगे चुनाव ?कई विधायको पर तलवार



सांसद पचपदरा से लड़ेंगे चुनाव ?कई विधायको पर तलवार 


बाड़मेर क्षेत्रीय सांसद ने विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समक्ष जताई ?,पुख्ता राजनीती सूत्रों ने बताया की राजस्थान के सांसद विधानसभा का चुनाव लड़ने के इच्छुक। हें इधर प्रदेश अध्यक्ष चंद्रभान ने बयां दिया हें की संसद चुनाव लड़ेंगे तो नए लोगो को कैसे मौका मिलेगा। क्षेत्रीय संसद को पचपदरा से चुनाव लड़ाया जा सकता हें ऐसा राजनीती हलको में पुख्ता चर्चा हें। बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र में प्रत्यासी बदलने की चर्चा हें वही गुडा मालानी ,सिवाना और शिव में भी प्रत्यासी बदले जाने की चर्चा जोरो पर हें। दिल्ली में स्क्रीन कमिटी की मित्तिंग ने एंटी इन्कंबेसी कम करने के कारणों पर चर्चा हुई ,कांग्रेस नेताओ का आंकलन था की विधायको के टिकट काट नए से चुनावों में कांग्रेस के पक्ष में परिणाम आने के अधिक चांस हें। इसी सन्दर्भ में विधायको पर गाज गिरना तय हें। पार्टी स्तर पर यह भी पता कराया जा रहा की किस विधायक का काम और जनता के बीच लोकप्रियता घटी तथा चुनावी गणित विपक्ष में हें तथा जिनके टिकट कटाने से क्षेत्र के परिणाम प्रभावित ना हो ऐसे विधायको पर विशेष नज़र हें।

महिलाओं को सरेआम किया गंजा,पहनाई जूते की माला

रांची। झारखंड के एक गांव में दो महिलाओं ने अभद्रता का विरोध क्या किया उनपर आफत टूट पड़ी। दरिंदों ने इन महिलाओं के साथ अमानवीय व्यवहार किया। अभियुक्तों ने महिलाओं को गंजा कर दिया व जूते की माला पहना दी।महिलाओं को सरेआम किया गंजा,पहनाई जूते की माला

यह हादसा बुधवार को रांची से 350 किलोमीटर दूर जामतारा जिले के दोंगलपुर गांव में पेश आया। दो महिलाएं साथ रहती हैं। इनमें से एक विधवा है तथा दूसरी अपने पति से अलग रहती है।


जबरन घर में घुस गए -

पुलिस के अनुसार चार युवक जबरन इन महिलाओं के घर में घुसे गए और उनके साथ बदतमीजी शुरू कर दी। विरोध करने पर अभियुक्तों ने महिलाओं को गंजा कर दिया व उन्हें जूते की माला पहना दी।

इससे सेक्स लाइफ को बनाइएं बेहतर

इससे सेक्स लाइफ को बनाइएं बेहतर


लंदन। उम्र के साथ-साथ सेहतमंद और गर्मजोशी भरी सेक्स लाइफ बरकरार रखना आज की जीवनशैली में एक बड़ी चुनौती है।

खासतौर पर महिलाओं के लिए सेक्स लाइफ से लेकर मेनपॉज तक गर्मजोशी बनाए रखने के लिए सम्मोहन का इस्तेमाल वैकल्पिक चिकित्सा के तौर पर बहुत कारगर है।

वैसे तो सेक्स लाइफ को बहुत सी चीजें प्रभावित करती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं रोजाना पहनी जाने वाली मोजे का आपकी सेक्स लाइफ से गहरा संबंध है।

एक शोध से पता चला है कि मोजे पहनकर से सेक्स क्षमता बढ़ जाती है। डेली मेल में प्रकाशित खबर के अनुसार नीदरलैंड के यूनिवर्सिटी ऑफ ग्रोनिंगन में किए गए एक शोध में पाया गया है कि सिर्फ एक जोड़ी मोजा आपके जीवन में बहार ला देगा।

शोध के तहत 80 फीसदी महिलाओं को मोजे पहनकर सुलाया गया तो 50 फीसदी को बिना मोजे। इसके परिणाम बहुत ही हैरानी भरे आए। पता चला कि जिन महिलाओं को मोजे पहनकर सुलाया गया उनकी सेक्स पावर बढ़ गई।

शोधकर्ता गर्ट के मुताबिक, इसका सीधा संबंध महिला के दिमाग से है। महिला असीम सेक्स सुख तक पहुंचे इसके लिए आवश्यक है कि उसके दिमाग के उस हिस्से को सुरक्षित महसूस कराया जाए जो असुरक्षित महसूस है। साथ ही उनका ये भी कहना है कि अच्छे क्लाइमेक्स तक पहुंचने में कमरे का वातावरण और तापमान भी बहुत मायने रखता है।

जोधपुर में अब लेडी टीचर का यौन शोषण!

जोधपुर में अब लेडी टीचर का यौन शोषण!

जोधपुर। रैगिंग, मारपीट और गल्र्स हॉस्टल में छात्र के घुस जाने जैसे मामलों से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज का एक नया मामला सामने आया है। इस बार कॉलेज की शिक्षिका ने अपने साथी शिक्षक पर प्रताडित करने का आरोप लगाया है। शिक्षिका ने विवि प्रशासन को इसकी लिखित शिकायत सौंपी है। मामला एंटी सेक्सुअल हरेसमेंट सेल को सौंप दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि कथावाचक आसाराम बापू के हाथों एक नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न का मामला भी जोधपुर से जुड़ा है और इसकी जांच पड़ताल के बाद ही आसाराम और उसके बेटे की कथित करतूतों से आए दिन पर्दे उठ रहे हैं।

स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग विभाग का मामला

मामला एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज के स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग विभाग से जुड़ा है। विभाग की शिक्षिका ने साथी शिक्षक पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए कुलपति के नाम का शिकायती पत्र संकाय अधिष्ठाता को सौंपा है। अधिष्ठाता ने पत्र को कुलपति का अग्रेषित कर दिया। कुलपति ने मामला विवि की एंटी सेक्सुअल हरेसमेंट सेल को सौंपा है।


...और ये कह रहे, मुझे जानकारी नहीं

सबसे आश्चर्य की बात यह है कि शिक्षका के साथ हुई प्रताड़ना के मामले की जानकारी संकाय अधिष्ठाता को नहीं है। संकाय अधिष्ठाता प्रो. डीजीएम पुरोहित का कहना है कि स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग विभाग की शिक्षिका की ओर से पत्र प्राप्त हुआ था। वह सीलबंद था। पत्र में क्या था इसके बारे में उनको जानकारी नहीं है। पत्र कुलपति के नाम का था, जो मैंने आगे अग्रेषित कर दिया। वहीं दूसरी ओर विवि प्रशासन से इस मामले की जांच के आदेश एंटी सेक्सुअल हरेसमेंट सेल को मिल गए, लेकिन सेल की चेयर पर्सन प्रो. पूनम बावा का कहना है कि ऎसा कोई मामला उनकी जानकारी में नहीं है और ना ही उन्हें कोई पत्र मिला है।

जांच के आदेश मिले

एंटी सेक्सुअल हरेसमेंट सेल के सदस्य डॉ. हरदयाल सिंह राठौड़ ने बताया है कि इस मामले की जांच के आदेश मिल गए हैं। शिक्षिका ने कुलपति को लिखे पत्र में जो आरोप लगाए हैं, उनकी जांच के बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

बेटी की नहीं यहां "मां" की उठती हैं "डोली"

मुंगेर। शारदीय नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा-आराधना के बाद दशमी तिथि (दशहरा) के दिन मां की विदाई की परंपरा है। आमतौर पर प्रतिमाओं के विसर्जन में ट्रक, ट्राली और ठेलों का प्रयोग होता है, परंतु बिहार के मुंगेर जिले में बड़ी दुर्गा मां मंदिर की प्रतिमा के विसर्जन के लिए न तो ट्रक की जरूरत पड़ती है और न ही ट्राली की। यहां मां की विदाई के लिए 32 लोगों के कंधों की जरूरत होती है, और ये सभी कहार जाति के होते हैं।
मुंगेर में इस अनोखे दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। बुजुर्ग लोगों का कहना है कि यह परंपरा यहां काफी समय से चली आ रही है और इस परंपरा का निर्वहन वर्तमान में भी हो रहा है।

स्थानीय बुजुर्ग बताते हैं कि पुराने जमाने में जब वाहनों का प्रचलन नहीं था तब लोग बेटियों की विदाई डोली पर ही किया करते थे, जिसे उठाने वाले कहार जाति के लोग ही होते थे। संभवत: इसी कारण यहां दुर्गा मां की विदाई के लिए इस तरीके को अपनाया गया होगा, जो अब यहां परंपरा बन गई है। मां की प्रतिमा के विसर्जन की तैयारी यहां काफी पहले से शुरू हो जाती है।
मुंगेर बड़ी दुर्गा स्थान समिति के सदस्य आलोक कुमार कहते हैं कि यहां प्रतिवर्ष दुर्गा पूजा के बाद प्रतिमा विसर्जन तब होता है, जब 32 कहार इनकी विदाई के लिए यहां उपस्थित हों। वह कहते हैं कि इसके लिए कहार जाति के लोगों को पहले से निमंत्रण दे दिया जाता है। वह बताते हैं कि इनकी संख्या का खास ख्याल रखा जाता है कि वे 32 से न ज्यादा हों और न कम।

मुंगेर के वरिष्ठ पत्रकार अरूण कुमार ने आईएएनएस को बताया कि जनश्रुतियों के मुताबिक कुछ साल पहले पूजा समिति के लोग प्रतिमा विसर्जन के लिए वाहन लेकर आए थे, लेकिन प्रतिमा लाख कोशिशों के बाद भी अपने स्थान से नहीं हिली। लिहाजा, अब कोई भी व्यक्ति दुर्गा मां की प्रतिमा विसर्जन के लिए वाहन लाने के विषय में नहीं सोचता। विसर्जन के दौरान लाखों लोग यहां इकटे होते हैं और मां के जयकारे से पूरा शहर गंुजायमान रहता है।

समिति के सदस्यों के मुताबिक विसर्जन से पूर्व यहां प्रतिमा को पूरे शहर में भ्रमण करवाया जाता है। इस दौरान चौक-चौराहों पर प्रतिमा की विधिवत पूजा-अर्चना भी होती है। दुर्गा प्रतिमा के आगे-आगे अखाड़ा पार्टी के कलाकार चलते हैं, जो ढोल और नगाड़े की थाप पर तरह-तरह की कलाबाजियां दिखाते रहते हैं। इसके बाद प्रतिमा गंगा घाट पहुंचती है, जहां उसे विसर्जित कर मां को विदाई दी जाती है।

विदाई यात्रा के दौरान बीच-बीच में मां के भक्त डोली को कंधा देकर अपने को धन्य समझते हैं। दुर्गा मां की विदाई के समय भक्तों की आंखें नम रहती हैं, परंतु उन्हें यह उम्मीद भी होती है कि दुर्गा मां अगले साल फिर आएंगी और लोगों के दुख हरेंगी। कहार जाति के लोग भी मां दुर्गा की डोली उठाने में खुद को धन्य समझते हैं।

साहित्य का नोबेल पुरस्कार एलीस मुनरो को

साहित्य का नोबेल पुरस्कार एलीस मुनरो को

स्टॉकहोम। कनाडा की एलीस मुनरो को गुरूवार को नोबेल साहित्य पुरस्कार देने की घोषणा की गई। उन्हें यह पुरस्कार मानवीय परिस्थितियों की कमजोरियों पर आधारित लघु कथाओं के लिए प्राप्त हुआ। पुरस्कार पाने वाली एलीस सिर्फ 13वीं महिला हैं। मुनरो यह प्रतिष्ठित सम्मान पाने वाली पहली कनाडाई नागरिक हैं।

स्वीडिश अकादमी ने एलीस (82 वर्ष) को समकालीन लघु कहानी का मास्टर बताकर सम्मानित किया। अकादमी ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी कहानियों की पृष्ठभूमि छोटे शहरों के माहौल में होती है जहां सामाजिक स्वीकार्य अस्तित्व के लिए संघर्ष के कारण अक्सर रिश्तों में तनाव और नैतिक विवाद होता है।

वर्ष 1901 में शुरू हुए नोबेल साहित्य पुरस्कार से सम्मानित होने वाली एलीस सिर्फ 13वीं महिला हैं। एलीस को 10 दिसंबर को स्टाकहोम में एक औपचारिक समारोह में 12.4 लाख डालर की राशि और पुरस्कार दिया जाएगा।

विधायक पर दर्ज है नेपाली बालाओं के यौनशोषण का केस



मुजफ्फरनगर  । बुलंदशहर के दो बार से बसपा विधायक हाजी अलीम का दामन दागदार रहा है। अपोलो सर्कस में नेपाली बालाओं के यौनशोषण को लेकर भाई समेत उन पर मुजफ्फरनगर की अदालत में एक मामला चल रहा है। मामले की जांच सीबीसीआइडी ने भी की थी। इस घटना के बाद ही हाजी अलीम राजनीति में आए और विधायक बने थे। दस साल पहले उनका बेटा मेरठ में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था।
Bulandshahar


वर्ष 2003 में अपोलो सर्कस के संचालक अलीम और उनके भाई युनूस ने नुमाइश में सर्कस लगाया था। सर्कस में नेपाल निवासी कई लड़कियों ने पुलिस अफसरों के पास पहुंचकर आरोप लगाया कि अलीम और उनका भाई साथियों के साथ बंधक बनाकर यौन शोषण करते हैं। पुलिस ने अलीम और भाई युनूस समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लड़कियों को पुलिस अभिरक्षा में नेपाल भेजा था।

इस मामले के बाद हाजी अलीम राजनीति में सक्रिय हो गए और बसपा के टिकट पर विधायकी का चुनाव भी जीत गए। उनका भाई युनूस पूर्वी दिल्ली से बसपा की तरफ से लोकसभा चुनाव लड़ा और पराजित हुआ। यौन शोषण के मामले में कोर्ट ने कई बार तलब किया, लेकिन उत्तर प्रदेश सूबे में बसपा की सरकार होने के कारण हाजी अलीम कोर्ट में पेश नहीं हुए। वर्ष 2001 में विधानसभा चुनाव से पहले कोर्ट ने वांछित चल रहे हाजी के गैर जमानती वारंट कर दिए। वारंट पुलिस ने बुलंदशहर में तामील करा दिए, लेकिन मामला सत्ताधारी पार्टी से जुड़ा होने के कारण तब पुलिस अफसरों ने विधायक का खूब बचाव किया। इसके बाद बुलंदशहर में विधानसभा चुनाव हुए और हाजी अलीम ने भाजपा के दिग्गज नेता वीरेंद्र सिरोही को धूल चटाकर सीट बसपा की झोली में डाल दी।