मादक पदार्थों की तस्करी का बड़ा खुलासा, 15 क्विंटल गांजा पकड़ा
कार्रवाई जारी, जुटाई जा रही है जानकारियां
नागौर/लाडनूं जिले के जसवंतगढ़ थाने की पुलिस व डीडवाना वृत्त के पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार रात को जसवंतगढ़ थाने के आस पुरा (आस की ढाणी) में दबिश के दौरान एक मकान से 15 क्विंटल गांजा जब्त किया है। जब्त गांजे की कीमत एक करोड़ रुपए से अधिक बताई जा रही है। पुलिस कार्रवाई के दौरान एक आरोपी को हिरासत में लिया है तो वहीं दूसरा आरोपी मौके से भागने में सफल रहा। नागौर जिले में मादक पदार्थ गांजे की यह अब तक की सबसे बड़ी खेप पकडऩे की बात सामने आई है। सूत्रों ने बताया कि गांजे की यह खेप राजस्थान से बाहर से मंगवाई गई थी और इसे जसवंतगढ़ से प्रदेश के कई जिलों में चुनावों के दौरान इस्तेमाल करने के लिए भेजे जाने की कोशिश थी।
पुलिस के अनुसार मुखबिर की सूचना पर एसपी ओमप्रकाश शर्मा के निर्देश पर डीडवाना वृत्ताधिकारी अर्जुन राम, जसवंतगढ़ थानाधिकारी परशुराम पुलिस जाप्ते के साथ गुरुवार रात को करीब आठ बजे मीठड़ी चौकी के आस पुरा में एक रहवासी ठिकाने पर दबिश दी। इस ठिकाने पर चार भाइयों के मकान थे। यहां ओमप्रकाश पुत्र लादूनाथ के घर में दबिश देने पर 60 बोरों में भरा गांजा जब्त किया गया। पुलिस ने जब बोरे खोले तो गांजे की दुर्गंध से सब चौंक गए। इस बीच तहसीलदार दीनदयाल बाकोलिया को भी पुलिस दस्ते ने मौके पर बुलवा लिया और मकानों के स्वामित्व के बारे में भी जानकारी लेनी शुरू की। कार्रवाई के दौरान ही ओमप्रकाश नाथ के भाई पूरण नाथ के मकान पर दबिश दी गई तो वहां 15 कार्टनों में देशी शराब के तस्करी के पव्वे भरे मिले। पुलिस ने शराब भी जब्त कर ली।
> आरोपी को ले जाती पुलिस।
वृत्ताधिकारी अर्जुन राम ने बताया कि फिलहाल तस्करी के इस पूरे मामले की जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होंने बताया कि 60 बोरों में भरे गांजे का वजन करवाया जा रहा है। रात को समाचार लिखे जाने तक करीब 15 क्विंटल गांजा बरामद होने की पुष्टि हुई थी। उधर आबकारी सूत्रों व पुलिस सूत्रों ने बताया कि पकड़े गए गांजे की कीमत एक करोड़ रुपए से अधिक है। बाजार में 10 ग्राम गांजा भी अवैध रूप से 200 से 300 रुपए में बेचा जाता है।
एक भाई पकड़ा, दूसरा भाग गया
पुलिस की इस कार्रवाई के दौरान दोनों आरोपी मौके से भागने की कोशिश करने लगे। इस दौरान ओमप्रकाश मकान की छत से कूदा तो उसके पैर में चोट आ गई इस कारण वह पकड़ा गया। इसी दौरान उधर दूसरा भाई पूरण नाथ तब तक मौके से भागने में सफल हो गया।
चुनावों में वितरण की थी योजना
सूत्रों ने बताया कि जब्त गांजे की खेप संभवतया राजस्थान से बाहर से मंगवाई गई है। इस खेप को नागौर के अलावा चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर, जोधपुर व गंगानगर तक भेजने की योजना थी। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने रात को इतना ही बताया कि इस मामले में फिलहाल पूछताछ पर ही खुलासा होगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह खेप कहां से आई इसका खुलासा भी आरोपियों से पूछताछ के बाद ही किया जा सकेगा।
चुनावों में वितरण की थी योजना
सूत्रों ने बताया कि जब्त गांजे की खेप संभवतया राजस्थान से बाहर से मंगवाई गई है। इस खेप को नागौर के अलावा चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर, जोधपुर व गंगानगर तक भेजने की योजना थी। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने रात को इतना ही बताया कि इस मामले में फिलहाल पूछताछ पर ही खुलासा होगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह खेप कहां से आई इसका खुलासा भी आरोपियों से पूछताछ के बाद ही किया जा सकेगा।
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