जोधपुर में अब लेडी टीचर का यौन शोषण!
जोधपुर। रैगिंग, मारपीट और गल्र्स हॉस्टल में छात्र के घुस जाने जैसे मामलों से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज का एक नया मामला सामने आया है। इस बार कॉलेज की शिक्षिका ने अपने साथी शिक्षक पर प्रताडित करने का आरोप लगाया है। शिक्षिका ने विवि प्रशासन को इसकी लिखित शिकायत सौंपी है। मामला एंटी सेक्सुअल हरेसमेंट सेल को सौंप दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि कथावाचक आसाराम बापू के हाथों एक नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न का मामला भी जोधपुर से जुड़ा है और इसकी जांच पड़ताल के बाद ही आसाराम और उसके बेटे की कथित करतूतों से आए दिन पर्दे उठ रहे हैं।
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग विभाग का मामला
मामला एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज के स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग विभाग से जुड़ा है। विभाग की शिक्षिका ने साथी शिक्षक पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए कुलपति के नाम का शिकायती पत्र संकाय अधिष्ठाता को सौंपा है। अधिष्ठाता ने पत्र को कुलपति का अग्रेषित कर दिया। कुलपति ने मामला विवि की एंटी सेक्सुअल हरेसमेंट सेल को सौंपा है।
...और ये कह रहे, मुझे जानकारी नहीं
सबसे आश्चर्य की बात यह है कि शिक्षका के साथ हुई प्रताड़ना के मामले की जानकारी संकाय अधिष्ठाता को नहीं है। संकाय अधिष्ठाता प्रो. डीजीएम पुरोहित का कहना है कि स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग विभाग की शिक्षिका की ओर से पत्र प्राप्त हुआ था। वह सीलबंद था। पत्र में क्या था इसके बारे में उनको जानकारी नहीं है। पत्र कुलपति के नाम का था, जो मैंने आगे अग्रेषित कर दिया। वहीं दूसरी ओर विवि प्रशासन से इस मामले की जांच के आदेश एंटी सेक्सुअल हरेसमेंट सेल को मिल गए, लेकिन सेल की चेयर पर्सन प्रो. पूनम बावा का कहना है कि ऎसा कोई मामला उनकी जानकारी में नहीं है और ना ही उन्हें कोई पत्र मिला है।
जांच के आदेश मिले
एंटी सेक्सुअल हरेसमेंट सेल के सदस्य डॉ. हरदयाल सिंह राठौड़ ने बताया है कि इस मामले की जांच के आदेश मिल गए हैं। शिक्षिका ने कुलपति को लिखे पत्र में जो आरोप लगाए हैं, उनकी जांच के बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
जोधपुर। रैगिंग, मारपीट और गल्र्स हॉस्टल में छात्र के घुस जाने जैसे मामलों से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज का एक नया मामला सामने आया है। इस बार कॉलेज की शिक्षिका ने अपने साथी शिक्षक पर प्रताडित करने का आरोप लगाया है। शिक्षिका ने विवि प्रशासन को इसकी लिखित शिकायत सौंपी है। मामला एंटी सेक्सुअल हरेसमेंट सेल को सौंप दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि कथावाचक आसाराम बापू के हाथों एक नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न का मामला भी जोधपुर से जुड़ा है और इसकी जांच पड़ताल के बाद ही आसाराम और उसके बेटे की कथित करतूतों से आए दिन पर्दे उठ रहे हैं।
स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग विभाग का मामला
मामला एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज के स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग विभाग से जुड़ा है। विभाग की शिक्षिका ने साथी शिक्षक पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए कुलपति के नाम का शिकायती पत्र संकाय अधिष्ठाता को सौंपा है। अधिष्ठाता ने पत्र को कुलपति का अग्रेषित कर दिया। कुलपति ने मामला विवि की एंटी सेक्सुअल हरेसमेंट सेल को सौंपा है।
...और ये कह रहे, मुझे जानकारी नहीं
सबसे आश्चर्य की बात यह है कि शिक्षका के साथ हुई प्रताड़ना के मामले की जानकारी संकाय अधिष्ठाता को नहीं है। संकाय अधिष्ठाता प्रो. डीजीएम पुरोहित का कहना है कि स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग विभाग की शिक्षिका की ओर से पत्र प्राप्त हुआ था। वह सीलबंद था। पत्र में क्या था इसके बारे में उनको जानकारी नहीं है। पत्र कुलपति के नाम का था, जो मैंने आगे अग्रेषित कर दिया। वहीं दूसरी ओर विवि प्रशासन से इस मामले की जांच के आदेश एंटी सेक्सुअल हरेसमेंट सेल को मिल गए, लेकिन सेल की चेयर पर्सन प्रो. पूनम बावा का कहना है कि ऎसा कोई मामला उनकी जानकारी में नहीं है और ना ही उन्हें कोई पत्र मिला है।
जांच के आदेश मिले
एंटी सेक्सुअल हरेसमेंट सेल के सदस्य डॉ. हरदयाल सिंह राठौड़ ने बताया है कि इस मामले की जांच के आदेश मिल गए हैं। शिक्षिका ने कुलपति को लिखे पत्र में जो आरोप लगाए हैं, उनकी जांच के बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
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