शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2013

नवरात्रि शुभ और सुंदर जीवन देती है नवरात्रि




नवरात्रि एक हिंदू पर्व है। नवरात्रि संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ होता है नौ रातें । यह पर्व साल में चार बार आता है।चैत्र,आषाढ,अश्विन,पोषप्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है। नवरात्रि के नौ रातो में तीन देवियों - महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वतीया सरस्वतीकि तथा दुर्गा के नौ स्वरुपों की पूजा होती है जिन्हेनवदुर्गा कहते हैं ।

नौ देवियाँ है :-
श्री शैलपुत्री
श्री ब्रह्मचारिणी
श्री चंद्रघंटा
श्री कुष्मांडा
श्री स्कंदमाता
श्री कात्यायनी
श्री कालरात्रि
श्री महागौरी
श्री सिद्धिदात्री

शक्ति की उपासना का पर्व शारदेय नवरात्र प्रतिपदा से नवमी तक निश्चित नौ तिथि, नौ नक्षत्र, नौ शक्तियों की नवधा भक्ति के साथ सनातन काल से मनाया जा रहा है। सर्वप्रथम श्रीरामचंद्रजी ने इस शारदीय नवरात्रि पूजा का प्रारंभ समुद्र तट पर किया था और उसके बाद दसवें दिन लंका विजय के लिए प्रस्थान किया और विजय प्राप्त की । तब से असत्य, अधर्म पर सत्य, धर्म की जीत का पर्व दशहरा मनाया जाने लगा। आदिशक्ति के हर रूप की नवरात्र के नौ दिनों में क्रमशः अलग-अलग पूजा की जाती है। माँ दुर्गा की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री है। ये सभी प्रकार की सिद्धियाँ देने वाली हैं। इनका वाहन सिंह है और कमल पुष्प पर ही आसीन होती हैं । नवरात्रि के नौवें दिन इनकी उपासना की जाती है।

नवदुर्गा और दस महाविधाओं में काली ही प्रथम प्रमुख हैं। भगवान शिव की शक्तियों में उग्र और सौम्य, दो रूपों में अनेक रूप धारण करने वाली दस महाविधाएँ अनंत सिद्धियाँ प्रदान करने में समर्थ हैं। दसवें स्थान पर कमला वैष्णवी शक्ति हैं, जो प्राकृतिक संपत्तियों की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी हैं। देवता, मानव, दानव सभी इनकी कृपा के बिना पंगु हैं, इसलिए आगम-निगम दोनों में इनकी उपासना समान रूप से वर्णित है। सभी देवता, राक्षस, मनुष्य, गंधर्व इनकी कृपा-प्रसाद के लिए लालायित रहते हैं।
प्रमुख कथा


लंका-युद्ध में ब्रह्माजी ने श्रीराम से रावण वध के लिए चंडी देवी का पूजन कर देवी को प्रसन्न करने को कहा और बताए अनुसार चंडी पूजन और हवन हेतु दुर्लभ एक सौ आठ नीलकमल की व्यवस्था की गई। वहीं दूसरी ओर रावण ने भी अमरता के लोभ में विजय कामना से चंडी पाठ प्रारंभ किया। यह बात इंद्र देव ने पवन देव के माध्यम से श्रीराम के पास पहुँचाई और परामर्श दिया कि चंडी पाठ यथासभंव पूर्ण होने दिया जाए। इधर हवन सामग्री में पूजा स्थल से एक नीलकमल रावण की मायावी शक्ति से गायब हो गया और राम का संकल्प टूटता-सा नजर आने लगा। भय इस बात का था कि देवी माँ रुष्ट न हो जाएँ। दुर्लभ नीलकमल की व्यवस्था तत्काल असंभव थी, तब भगवान राम को सहज ही स्मरण हुआ कि मुझे लोग 'कमलनयन नवकंच लोचन' कहते हैं, तो क्यों न संकल्प पूर्ति हेतु एक नेत्र अर्पित कर दिया जाए और प्रभु राम जैसे ही तूणीर से एक बाण निकालकर अपना नेत्र निकालने के लिए तैयार हुए, तब देवी ने प्रकट हो, हाथ पकड़कर कहा- राम मैं प्रसन्न हूँ और विजयश्री का आशीर्वाद दिया। वहीं रावण के चंडी पाठ में यज्ञ कर रहे ब्राह्मणों की सेवा में ब्राह्मण बालक का रूप धर कर हनुमानजी सेवा में जुट गए। निःस्वार्थ सेवा देखकर ब्राह्मणों ने हनुमानजी से वर माँगने को कहा। इस पर हनुमान ने विनम्रतापूर्वक कहा- प्रभु, आप प्रसन्न हैं तो जिस मंत्र से यज्ञ कर रहे हैं, उसका एक अक्षर मेरे कहने से बदल दीजिए। ब्राह्मण इस रहस्य को समझ नहीं सके और तथास्तु कह दिया। मंत्र में जयादेवी... भूर्तिहरिणी में 'ह' के स्थान पर 'क' उच्चारित करें, यही मेरी इच्छा है। भूर्तिहरिणी यानी कि प्राणियों की पीड़ा हरने वाली और 'करिणी' का अर्थ हो गया प्राणियों को पीड़ित करने वाली, जिससे देवी रुष्ट हो गईं और रावण का सर्वनाश करवा दिया। हनुमानजी महाराज ने श्लोक में 'ह' की जगह 'क' करवाकर रावण के यज्ञ की दिशा ही बदल दी।

अन्य कथाएं
श्रीनगर के निकट खीर भवानी मंदिर


इस पर्व से जुड़ी एक अन्य कथा अनुसार देवी दुर्गा ने एक भैंस रूपी असुर अर्थात महिषासुर का वध किया था। पौराणिक कथाओं के अनुसार महिषासुर के एकाग्र ध्यान से बाध्य होकर देवताओं ने उसे अजय होने का वरदान दे दिया। उसको वरदान देने के बाद देवताओं को चिंता हुई कि वह अब अपनी शक्ति का गलत प्रयोग करेगा। और प्रत्याशित प्रतिफल स्वरूप महिषासुर ने नरक का विस्तार स्वर्ग के द्वार तक कर दिया और उसके इस कृत्य को देख देवता विस्मय की स्थिति में आ गए। महिषासुर ने सूर्य, इन्द्र, अग्नि, वायु, चन्द्रमा, यम, वरुण और अन्य देवताओं के सभी अधिकार छीन लिए हैं और स्वयं स्वर्गलोक का मालिक बन बैठा। देवताओं को महिषासुर के प्रकोप से पृथ्वी पर विचरण करना पड़ रहा है तब महिषासुर के इस दुस्साहस से क्रोधित होकर देवताओं ने देवी दुर्गा की रचना की। ऐसा माना जाता है कि देवी दुर्गा के निर्माण में सारे देवताओं का एक समान बल लगाया गया था। महिषासुर का नाश करने के लिए सभी देवताओं ने अपने अपने अस्त्र देवी दुर्गा को दिए थे और कहा जाता है कि इन देवताओं के सम्मिलित प्रयास से देवी दुर्गा और बलवान हो गईं थी। इन नौ दिन देवी-महिषासुर संग्राम हुआ और अन्ततः महिषासुर-वध कर महिषासुर मर्दिनी कहलायीं।



पूजन विधि
देवी की आरती
निर्माणाधीन मूर्तियां


चौमासे में जो कार्य स्थगित किए गए होते हैं, उनके आरंभ के लिए साधन इसी दिन से जुटाए जाते हैं। क्षत्रियों का यह बहुत बड़ा पर्व है। इस दिन ब्राह्मण सरस्वती-पूजन तथा क्षत्रिय शस्त्र-पूजन आरंभ करते हैं। विजयादशमी या दशहरा एक राष्ट्रीय पर्व है। अर्थात आश्विन शुक्ल दशमी को सायंकाल तारा उदय होने के समय 'विजयकाल' रहता है।  यह सभी कार्यों को सिद्ध करता है। आश्विन शुक्ल दशमी पूर्वविद्धा निषिद्ध, परविद्धा शुद्ध और श्रवण नक्षत्रयुक्त सूर्योदयव्यापिनी सर्वश्रेष्ठ होती है। अपराह्न काल, श्रवण नक्षत्र तथा दशमी का प्रारंभ विजय यात्रा का मुहूर्त माना गया है। दुर्गा-विसर्जन, अपराजिता पूजन, विजय-प्रयाग, शमी पूजन तथा नवरात्र-पारण इस पर्व के महान कर्म हैं। इस दिन संध्या के समय नीलकंठ पक्षी का दर्शन शुभ माना जाता है। क्षत्रिय/राजपूतों इस दिन प्रातः स्नानादि नित्य कर्म से निवृत्त होकर संकल्प मंत्र लेते हैं। इसके पश्चात देवताओं, गुरुजन, अस्त्र-शस्त्र, अश्व आदि के यथाविधि पूजन की परंपरा है।

गुरुवार, 3 अक्टूबर 2013

तेलंगाना को कैबिनेट की मंजूरी, नाराज चिरंजीवी का इस्तीफा



नई दिल्ली।केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को पृथक तेलंगाना राज्य के गठन को मंजूरी दे दी। यह नया प्रदेश आंध्र प्रदेश को विभाजित कर गठित किया जाएगा। तेलंगाना के गठन को हरी झंडी मिलते ही सरकार के अंदर ही इसका विरोध भी शुरू हो गया है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री चिरंजीवी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मानव संसाधन विकास मंत्री पल्लम राजू ने भी इस्तीफे की पेशकश की लेकिन पीएम ने उन्हें अपने पद पर बने रहने को कहा है। वहीं सीमांध्र से कांग्रेस के तीन सांसद अरुण कुमार, अनंत रेड्डी और सब्बम हरी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक दो घंटे तक चली। शिंदे ने कहा कि मंत्रिमंडल ने आंध्र प्रदेश का विभाजन कर पृथक तेलंगाना राज्य के गठन को मंजूरी दे दी है।



उन्होंने कहा कि मंत्रियों का एक समूह भारतीय संघ में 29वें राज्य के गठन के संबंध में तौर-तरीकों पर अध्ययन करेगा। उन्होंने कहा कि हैदराबाद शहर अगले 10 वर्षों तक दोनों प्रदेशों आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजधानी बना रहेगा। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस कार्य समिति ने 30 जुलाई को आंध्रप्रदेश को विभाजित कर पृथक तेलंगाना राज्य गठित करने का निर्णय लिया था।



इस निर्णय के विरोध में सीमांध्र (रायलसीमा और तटवर्ती आंध्र प्रदेश) में तीखा विरोध शुरू हो गया। सीमांध्र में सरकारी कर्मचारी 13 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे और केंद्र सरकार से आंध्र प्रदेश को विभाजित करने वाला निर्णय वापस लेने की मांग कर रहे थे। विभाजन के लिए बनाए गए मंत्रियों के समूह की अध्यक्षता वित्त मंत्री पी चिदंबरम करेंगे।

जयपुर में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 7 अरेस्ट

जयपुर में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 7 अरेस्ट

जयपुर। करधनी थाना क्षेत्र मे पुलिस ने बुधवार को मुखबिर की सूचना पर पीटा एक्ट की कार्रवाई करते हुए वेश्यावृत्ति के अड्डे का भंडाफोड किया है।

पुलिस ने दबिश देकर 7 लोगों को गिरफ्तार कर नकदी, मोबाइल और कार जब्त की है।

जानकारी के अनुसार पुलिस को करधनी इलाके के ए-70 ग्रीन वाटिका नांगल जैसा बोहरा में वेश्यावृत्ति की सूचना मिली थी।

इसके बाद पुलिस ने दबिश दी तो दो लोगों को अलग-अलग कमरे में लड़कियों के साथ रंगरैलियां मना रहे थे। पुलिस पूछताछ में रूपयों के लिए जिस्म फरोशी करने की बात सामने आने के बाद पुलिस ने मकान मालिक कल्पना उर्फ सपना बृजवाड़ी, नांगल जैसा बोहरा निवासी प्रदीप सिंह (27), दादी का फाटक निवासी नंदकिशोर (27) कूच बिहार (पश्चिम बंगाल) निवासी उलाल हक (20) व किशाना शर्मा (20) पिंकी बर्मन (21) व ममता उर्फ पाम्पी (23) को पीटा एक्ट में गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने बताया कि बंगाल रहने वाले दो युवक बंगाल से लड़कियां लाकर जयपुर में बेच देते थे। बाद में यहां ग्राहक तलाश कर उन लड़कियों से वेश्यावृति कराया जाता था। पुलिस ने इनसे पांच हजार रूपए,आठ मोबाइल व एक कार जब्त की है।

पाली में ट्रिपल मर्डर से सनसनी

पाली में ट्रिपल मर्डर से सनसनी
पाली। जैतारण थाना क्षेत्र के लितरिया गांव में बुधवार रात अज्ञात हमलावर एक दंपत्ती और उनके मासूम दोहिते की हत्या कर फरार हो गए। इस ट्रिपल मर्डर की गुरूवार सुबह जानकारी मिलते ही गांव और आस-पास में दहशत फैल गई। जानकारी होने के आठ घंटे बाद भी पुलिस मौके से शव नहीं उठा पाई।

थाने और वृत्त के लगभग सभी बड़े अधिकारियों की पाली में मुख्यमंत्री यात्रा में ड्यूटी होने के कारण न तो डॉग स्क्वायड मौके पर पहुंच पाया और न ही अन्य साक्ष्य एकत्रित किए जा सके हैं। सीएम का पाली जिला मुख्यालय पर कार्यक्रम पूरा होने के बाद अधिकारी जैतारण के लिए रवाना हुए हैं।

अलसुबह गांव निवासी 55 वर्षीय बाबूलाल कुम्हार और उनकी पत्नी शांतिदेवी का शव पड़ा देखकर पड़ोसियों में सनसनी फैल गई। ग्रामीण एकत्रित हुए तो उन्हें 12 वर्षीय मासूम का शव भी पड़ा मिला।

ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी है। हालांकि निम्बोल चौकी और जैतारण थाने से जाप्ता मौके पर पहुंचा, लेकिन अभी तक साक्ष्य एकत्र नहीं किए जा सके हैं। थाना प्रभारी अमृत सोनी ने बताया कि वे लितरिया के लिए रवाना हुए हैं, वहां पहुंचकर ही कुछ बता पाएंगे। ऎसे में हत्या किसने की और इसके कारण क्या रहे इसका राज फिलहाल राज ही बना हुआ है।

चुनाव से पहले जयपुर में शिक्षा मंत्री की पिटाई

चुनाव से पहले जयपुर में शिक्षा मंत्री की पिटाई

जयपुर। राजस्थान के शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा गुरूवार को जनता के आक्रोश का शिकार हो गए। राजधानी जयपुर के भट्टा बस्ती इलाके में एक स्कूल में 5 कमरों के लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंचे मंत्री को उन्हीं की पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए,जिसके बाद बात बिगड़ गई। पुलिस की मौजूदगी में विरोध प्रदर्शन पहले धक्का-मुक्की और फिर मारपीट में तब्दील हो गया। प्रदर्शनकारी युवकों ने 66 साल के शिक्षा मंत्री की उम्र का भी लिहाज नहीं किया और चेहरे पर मुक्का तक जड़ दिया। हालांकि,बाद में स्थिति को संभालते हुए पुलिस ने मंत्री को तुरत-फुरत में वहां से निकाल लिया।



जानकारी के अनुसार शिक्षा मंत्री बृज किशोर शर्मा को गुरूवार को शास्त्री नगर स्थित भट्टा बस्ती में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। वहां उन्हें अपनी ही पार्टी(कांग्रेस) के कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। मंत्री जब बस्ती के गवर्नमेंट स्कूल के कार्यक्रम में पहुंचे तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झण्डे दिखाएं तथा रास्ता रोकने का प्रयास किया। इसी दौरान उनके साथ बदसलूकी हुई।



मंत्री पर काम नहीं कराने का आरोप



प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि शिक्षा मंत्री ने उनके काम नहीं कराए। शिक्षा मंत्री भी एक बारगी कार्यकर्ताओं से उलझ गए लेकिन बाद में पुलिस की मौजूदगी में मामला शांत हो पाया।



इस लिए पहुंचे थे मंत्री शर्मा


शिक्षा मंत्री को स्कूल में 12 लाख रूपए की लागत से टंकी तथा 13 लाख रूपए की लागत से पार्क निर्माण के अलावा सर्वशिक्षा अभियान के तहत बने 5 कमरों का लोकार्पण करना था। इन कार्यक्रमों में उनके साथ जयपुर की महापौर ज्योति खण्डेलवाल भी मौजूद थी।

भोजपुरी गायक मनोज तिवारी बीजेपी में शामिल हुए

नई दिल्ली।। भोजपुरी फिल्मों और 'बिग बॉस' से नाम कमाने वाले भोजपुरी गायक और ऐक्टर मनोज तिवारी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। कुछ दिन पहले तिवारी दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से मिले थे, तब उनके कांग्रेस में शामिल होने के चर्चे थे। तमाम कयासों पर विराम लगाते हुए आखिरकार उन्होंने गुरुवार को बीजेपी का दामन थाम लिया।

मनोज तिवारी गुरुवार को दिल्ली विधानसभा चुनावों के प्रभारी और बीजेपी की पूर्व अध्यक्ष नीतिन गडकरी और दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष विजय गोयल की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। तिवारी ने कहा कि वह बीजेपी में शामिल होकर बड़ा सम्मानित महसूस कर रहे हैं। बीजेपी दिल्ली की कांग्रेस की करप्ट सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार है।

माना जा रहा है कि मनोज तिवारी 2014 के लोकसभा चुनाव में वेस्ट दिल्ली संसदीय सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। गौरतलब है कि वेस्ट दिल्ली संसदीय क्षेत्र में पूरब के लोगों की संख्या काफी है और भोजपुरी ऐक्टर होने के नाते मनोज उनके बीच काफी पॉप्युलर भी हैं।मनोज तिवारी के दिल्ली के राजनीतिक में आने की चर्चाएं कई दिनों से थीं। वह इसके लिए जमीन पिछले दो सालों से तैयार कर रहे थे। वह बाबा रामदेव और अन्ना हजारे के साथ भी काफी ऐक्टिव नजर आए थे। हजारे के अनशन को समर्थन देने वह रामलीला मैदान भी पहुंचे थे। मनोज तिवारी दिवाली और छठ के त्योहारी सीजन में वेस्ट दिल्ली में कई म्यूजिकल प्रोग्रामों में भी दिखे थे।

राहुल गांधी ने माना, 'अध्यादेश को बकवास बताना मेरी गलती थी'



नई दिल्ली ।। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने माना है कि अध्यादेश को बकवास बताना उनकी गलती थी। उन्होंने कहा कि 'मेरी भावनाएं सही थीं, लेकिन मेरे शब्द जरूरत से ज्यादा कड़े थे।'
Rahul Gandhi


उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हें इस बात का एहसास कराया कि उन्हें उन शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। राहुल ने कहा, 'मेरी मां ने मुझे बताया कि मेरे शब्द ज्यादा कड़े थे। मैं मानता हूं कि अध्यादेश को बकवास नहीं बताना चाहिए था। मेरी भावनाएं सही थीं, लेकिन शब्द ज्यादा कड़े हो गए थे।'




गौरतलब है कि राहुल गांधी ने पार्टी नेता अजय माकन की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच में जाकर कह दिया था कि जो अध्यादेश सरकार ने राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा है, वह बकवास है और वह मानते हैं कि उसे फाड़कर फेंक देना चाहिए। उनके इस बयान के बाद जैसे देश में राजनीतिक भूचाल आ गया था। कांग्रेस के तमाम नेता राहुल के समर्थन में आ गए और सरकार को यह अध्यादेश वापस लेना पड़ा। अब राहुल ने माना है कि अध्यादेश पर उतना कड़ा बयान देना उनका गलती थी।

लक्ष्मणानंद मर्डर केस में दोषियों को उम्रकैद



भुवनेश्वर। ओडिशा में फुलबनी की एक अदालत ने विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के वरिष्ठ नेता स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती और उनके चार शिष्यों की हत्या के दोषी माओवादी नेता उदय सहित आठ दोषियों को आज आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेंद्र कुमार तोष ने इस मामले में 30 सितंबर को सात आरोपियों को दोषी ठहराया था। उदय उर्फ पुराली रामा राव को एक अक्टूबर को दोषी करार दिया गया था।



स्वामी लक्ष्मणानंद और उनके शिष्यों की 23 अगस्त 2008 को जन्माष्टमी की रात कंधमाल जिले में उनके जलेशपाटा आश्रम में हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद कंधमाल और राज्य के अन्य भागों में सांप्रदायिक संघर्ष शुरू हो गए थे जिसमें अनेक लोग मारे गए थे। सैकड़ों घर और चर्च जला दिए गए थे और हजारों लोग बेघर हुए थे। स्वामी लक्ष्मणानंद की हत्या और उसके बाद हुए सांप्रदायिक संघर्ष ने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया था।



इसके बाद राज्य सरकार ने पुलिस की अपराध शाखा से इस मामले की जांच के आदेश दिए थे और एक जांच आयोग का गठन किया था। अपराध शाखा ने इस मामले में माओवादी नेता सव्यसाची पांडा और उनके कुछ साथियों सहित 14 लोगों के विरुद्ध आरोपपत्र दाखिल किया था लेकिन नौ आरोपी ही गिरफ्तार किए जा सके।



जिन दोषियों को सजा सुनाई गई हैं उनके नाम दुर्योधन सुना मांझी, मुंडा बडमांझी, सनातन बडमांझी, गणनाथ चालानसेठ, बिजय कुमार सनसेठ, भास्कर सनमाझी, बुद्धदेव नायक और माओवादी नेता उदय हैं। अपराध शाखा ने सोमनाथ दंडसेना को भी इस मामले में गिरफ्तार किया था लेकिन अदालत ने साक्ष्यों के अभाव में उसे बरी कर दिया।

बाड़मेर राजनितिक शख्शियत सीमान्त गाँधी अब्दुल हादी



थार चुनावी रणभेरी 2013 । । बाड़मेर राजनितिक शख्शियत सीमान्त गाँधी अब्दुल हादी
राजस्थान के सीमान्त गांधी अब्दुल अल्हाज़ हादी 

ऐसे सादगी भरे और निष्ठावान राजनेता अब कँहा 


बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर राजनीती के केंद्र बिंदु रहे अब्दुल हादी। हादी का अपना प्रभाव था। अपने लोगो के बीच बेहद सहज रहते थे। बाड़मेर की राजनीती दशकों तक उनके इर्द गिर्द घुमती रही। उनके जाने के बाद उनकी जगह को कोई भर नहीं पाया। 


चौहटन के बुरहान का तला निवासी अल्हज अब्दुल हादी का जन्म 5 मई 1926 को हुआ था. उन्होंने एक संघर्ष से भरे जीवन का नेतृत्व किया सात बार विधायक चुने गए थे . वह एक प्रसिद्ध मार्शल जाती शम्मा ( सिंधी ) परिवार से थे . उनका परिवार धार्मिक अनुयायी थे . उनके पिता अलहाज़ मोहम्मद हसन अपने समय के एक महान मौलवी थे . वह सिंधी भाषा के कवि थे . और सिंधी , उर्दू , फारसी और अरबी भाषा के विद्वान थे . अब्दुल हादी 1999 में ' बयाज़ ऐ कोसरी के रूप में सिंधी भाषा में अपने पिता की कविता प्रकाशित कराई . विभाजन से पहले, सिंध और राजस्थान के बहुत करीब थे . सिंध एक समृद्ध क्षेत्र था . शिक्षा के क्षेत्र में रुचि रखने वालों के उन दिनों में ज्ञान का एक बड़ा भंडार था। अब्दुल हादी ने अपने पिता की बहुत सेवा की।

अब्दुल हादी को सिन्धी ,उर्दू ,हिंदी राजस्स्थानी और अंग्रेजी का भुत ज्ञान था। वो सिंधी सूफी संत कविशाह अब्दुल भिटाई की रिसाला और कुरआन के नियमित पाठक थे वे रोज इनका पाठ करते। हादी राज्य के स्वतंत्रता सेनानी जयनारायण व्यास के अनुयायी थे ,राजस्थान के प्रथम मुख्यमंत्री रहे जय नारायण व्यास। उन दिनों जमींदारी प्रथा के खिलाफ चले आन्दोलनो में भी हादी ने निभाई। हादी ने आधुनिक राजस्थान की रचना साकार करने के लिए राजनीती में कदम रखा। बुरहान का तला के वो किशोर अवस्था में सरपंच बने। उन दिनों किसानो पर लगे भूमि कर के खिलाफ भी उन्होंने जंग लड़ी। किसानो को रहत दिलाई।


हादी 1959 में चौहटन पंचायत समिति के प्रधान बने . वे 1972 से 1980 तक केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष ( Adhyaksh ) रहे। बाड़मेर जिले के लिए दो बार कांग्रेस के जिला अध्यक्ष भी रहे . 11 साल के लिए, 1995-2006 के दौरान वह अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के एक सदस्य रहे। उन्होंने उनीस सौ तिरेपन में सांचोर ,बाड़मेर से विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीते ,विधायक बने ,1967 ,1971 ,1975 ,1985 ,1990 ,1999 और 2004 में भी विधायक बने। सात बार विधायक रहे जिसमे दो बार गैर कांग्रेसी दलों से विधायक बने।
अब्दुल हादी एक चरित्र और गुणों से भरपूर व्यक्तित्व के धनि थे ,. वह एक अनुशासित राजनीतिज्ञ थे ,हादी ने सीमा क्षेत्र के लोगों की नि: स्वार्थ , साफ़ दिल , सबसे धर्मनिरपेक्ष के साथ सेवा की। . उन्होंने बारीकी से नेहरू , मौलाना आजाद और रफी अहमद किदवई की तरह आजादी के बाद भारतीय राजनीतिक नेताओं की पहली पीढ़ी के साथ जुड़े थे . बाड़मेर के लोगो में हादी के लिए गहरा सम्मान था.श्रीमती इंदिरा गाँधी के वे हमेशा करीबी रहे ,इंदिरा गाँधी खास तौर से उन्हें बुलाती थी। अहमद पटेल से उनकी काफी नजदीकियां थी। हादी , दिखावा उन्हें बिलकुल पसंद नहीं था , वो हमेशा परम्परागत पायजामा और कुरता पहनते थे। 

अब्दुल हादी में शील , इमानदार ,आतिथ्य परण और धैर्य जैसे महान व्यक्तिगत गुण शुमार थे और उन्होंने एक मितव्ययी जीवन शैली का नेतृत्व किया.भ्रष्टाचार के वे हमेशा खिलाफ रहे ,वो राजनीती में थे तब बाड़मेर में एक उप मजिस्ट्रेट भ्रष्ट था ,किसानो से खुले आम रिश्वत लेता था ,हादी ने उसे कई बार समझाया ,चेयावानी भी दी मगर वो नौकरशाह नहीं मन तो हादी ने भ्रष्टाचार निरोधक विभाग से संपर्क कर खुद एक किसान बन उप मजिस्ट्रेट को रिश्वत देने पहुंचे और उन्हें य्रेप कराया। रिश्वतखोर को सज़ा तक दिलाई। हादी ने चौहटन क्षेत्र में डकैती का जोरदार विरोध किया था जिससे नाराज होकर डकैतों ने हादी को मरने की योजना बना उनके गाँव पहुंचे मगर वो घर पर नहीं थे ,उनका भाई सौ रहा था डकैतों ने उनके भाई की हत्या कर दी। फिर भी वो विचलित नहीं हुए अपना संघर्ष जरी रख। हादी विकास को समर्पित इमानदार नेता थे। लोगो को स्वाभिमान से जीने की सीख देते ,इसीलिए वो व्यक्तिगत लाभ देने के विरोधी रहे उन्होंने क्षेत्र में सड़क, पानी की आपूर्ति, बिजली , अस्पताल, स्कूल , हॉस्टल , समुदाय घर और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं जैसे जनोपयोगी सेवाओं के लिए अपने प्रयास किए . समाज के उत्थान के लिए शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है . शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सभी को उसका सबसे अच्छा प्रयास किया . 

 क्षेत्र के छात्रों के लिए बाड़मेर में एक छात्रावास के निर्माण में मदद की. उन्होंने शिक्षा के महत्व पर बल दिया. आर्थिक और नैतिक रूप से गरीब छात्रों की मदद के लिए इस्तेमाल किया .हादी नहा विरोधी थे उन्होंने कभी अफीम ,शराब का प्रचलन अपने चुनावो में नहीं किया ,हादी मृत्यु भोज के खिलाफ थे ,उन्होंने कभी परिवार में औसर मौसर मृत्युभोज नहीं किया। हादी इमानदार और सादगी पसंद थे ,तल्ख़ टिपणी करने से चुकाते नहीं थे ,लोग उन्हें सीमान्त गांधी के रूप में जानते थे ,अब्दुल हादी ने कभी राजनीती में महत्वकांक्षा नहीं राखी ,अंतिम दिनों में श्रीमती सोनिया गाँधी भी अब्दुल हादी के हाल जानती रहती ,साथ ही अशोक गहलोत जैसे राजनीतिग्य उनके अनुयायी रहे। हादी अपने क्षेत्र की समस्याए लेकर उनके साथ ही प्रशसनिक अधिकारियो के पास आ जाते ,बाड़मेर की राजनीती के वे धुरंधर रहे ,उनकी रणनीति को कोई चुनौती देने वाला नहीं था ,किसान नेता गंगाराम चौधरी उनके लंगोटिए थे ,मगर अंतिम दिनों में उनके बीच दुरिया बड़ी। आमने सामने चुनाव लदे ,हादी ने अपने पुराने मित्र से मात भी खाई। बहरहाल राजनीती में हादी मील का पत्थर थे। उनकी स्वच्छ राजनीती एक मिशाल थी। छ नवम्बर दौ हज़ार दस को हादी साब ने अंतिम सांस ली। 



उनके परिवार में उनके बड़े पुत्र अभी राजनीती में हें ,अब्दुल गफूर चौहटन के प्रधान रहे ,जिला उप प्रमुख भी हें ,अभी राज्य सरकार में श्रम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष हें ,उनकी पुत्र वधु शम्मा खान चौहटन की प्रधान हें ,शिव से विधायकी की प्रमुख दावेदार भी ,उनकी राजनीती विरासत उनके छोटे पुत्र गफूर अहमद संभाल रहे हें।

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सीएम की एस्कोर्ट गाड़ी पलटी, सीओ समेत 4 घायल

पाली। जोधपुर से पाली आ रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एस्कोर्ट कर रही एक गाड़ी गुरूवार दोपहर रोहट के निकट पलट गई। हादसे में पुलिस महिला वृत्ताधिकारी (सीओ) समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। सभी को पाली के बांगड़ चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां से सीओ की गंभीर हालत देखकर चिकित्सकों ने उसे जोधपुर के लिए रैफर कर दिया। शेष पुलिसकर्मियों का उपचार पाली में जारी है। सीएम की एस्कोर्ट गाड़ी पलटी, सीओ समेत 4 घायल
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री गहलोत के गुरूवार को पाली में कई कार्यक्रम प्रस्तावित हैं। इसके लिए वे जोधपुर से सड़क मार्ग से रवाना हुए। मार्ग में सोजत सिटी की वृत्ताधिकारी निर्मला विश्नोई और तीन पुलिसकर्मियों की टीम ने गहलोत के लिए एस्कोर्टिग की।

पाली के निकटवर्ती कस्बे रोहट में तेज गति से दौड़ रही गाड़ी अचानक संतुलन बिगड़ने से पलट गई। सबकुछ अचानक होने से किसी के समझ में कुछ नहीं आया। इस बीच मुख्यमंत्री का काफिला आगे बढ़ गया। दूसरे लोगों की मदद से निर्मला विश्नोई समेत सभी घायलों को पाली के सरकारी अस्पताल के लिए रवाना किया गया।

सीओ निर्मला के सिर में गंभीर चोट लगी है, जिसके चलते उन्हें तत्काल पाली के अस्पताल से जोधपुर उपचार के लिए भेज दिया गया।

लश्कर ने दी हरिद्वार में बम धमाकों की धमकी

लश्कर ने दी हरिद्वार में बम धमाकों की धमकी

हरिद्वार। आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने हरिद्वार रेल्वे स्टेशन के अधिक्षक को एक खत भेजकर 29 दिसम्बर को रेल्वे स्टेशन और मंदिरों को बम से उड़ाने की धमकी दी है। कथित रूप से लश्कर-ए-तैयबा के एरिया कमांडर करीम अंसारी द्वारा भेजे गये इस पत्र के बारे में हरिद्वार रेल्वे स्टेशन के अधिक्षक गोपाल कृष्ण ने पुलिस को जानकारी दी। पिछले कुछ साल से आतंकवादी संगठन की तरफ से पत्र के जरिये हरिद्वार के रेल्वे स्टेशन और मंदिरों को उड़ाने की धमकी दी जा रही है।
लश्कर ने दी हरिद्वार में बम धमाकों की धमकी
हालांकि पूर्व में आये पत्रों की डाक मोहर पढ़ी नही जा सकी, इसके कारण कभी यह पता नही चल पाया कि वे कहां से भेजे गये। लेकिन इस बार पत्र पर जालंधक कैंट की डाक मोहर पढने में आ रही है जिसके बाद स्थानीय सतर्कता विभाग मामले की पड़ताल में लग गया है और यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि पत्र असली है या किसी ने इस संबंध में मजाक किया है।

स्टेशन अधीक्षक दास ने बताया कि चिट्ठी के बाद स्टेशन परिसर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ा दी गयी है ।

5 राज्यों में चुनाव की तारीख का ऎलान आज!

नई दिल्ली। चुनाव आयोग गुरूवार को चार राज्यो और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावो की तारीख की घोषणा कर सकता है। दिल्ली के अलावा राजस्थान,मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव इसी साल हैं। 5 राज्यों में चुनाव की तारीख का ऎलान आज!
इन चुनावों को अगले साल अप्रेल-मई में होने वाले आम चुनावों से पहले सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस वर्ष 2003 से सत्ता से बाहर है। इन दोनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का शासन है।

वहीं वर्ष 1998 से दिल्ली में लगातार तीन बार चुनाव जीतकर शीला दीक्षित ने स्वतंत्र भारत में सबसे लंबे समय तक महिला के रूप में मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड बनाया है। उन्हें चौथी बार मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।

राजस्थान में कांग्रेस और भाजपा में मुख्य मुकाबला है। यहां भाजपा अशोक गहलोत सरकार को चुनाव मे पटखनी देखकर पुन: सत्ता में लौटना चाहती है। मिजोरम में कांग्रेस सत्ता में है।

उद्योगपति संग रंगरलियां मनाते पकड़ी गई एक्ट्रेस

हैदराबाद। साइबर सिटी में पुलिस ने एक हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने छापा मारकर एक उद्योगपति को एक्ट्रेस के साथ रंगरलियां मनाते पकड़ा है। पुलिस ने दोनों को अपनी हिरासत में लिया है। उद्योगपति संग रंगरलियां मनाते पकड़ी गई एक्ट्रेस
जयराज इस्पात लिमिटेड के डायरेक्टर 60 वर्षीय एसके गोयनका और 22 साल की उभरती हुए टीवी एक्ट्रेस को फार्चून टावर में छापा मारकर रंगरैलियां मनाते पकड़ा गया है।

हालांकि इस इस सैक्स रैकेट का मुखिया मदन मौके से भागने में कामयाब हो गया। अभिनेत्री के सैक्स रैकेट में शामिल होने की बात सामने आई है।

उल्लेखनीय है कि दक्षिण में सैक्स रैकेट मामले में पकड़ी जाने वाली यह पहली अभिनेत्री नहीं है। पहले भी कई बार ऎसे मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें कई एक्ट्रेसेस को पुलिस ने इस तरह के गोरखधंधे में लिप्तता के चलते पकड़ा है।

मोदी के गढ़ में राहुल गांधी, खुद को बताया गांधीवादी

लोकसभा चुनाव की तैयारियों के तहत कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम से अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे की शुरुआत की। राहुल करीब डेढ घंटे तक आश्रम में रहे, जहां से महात्मा गांधी ने देश के अहिंसक आंदोलन का नेतृत्व किया था।  Image Loading
राहुल ने आश्रम की आगंतुक पुस्तिका में लिखा, आश्रम में आकर मैं खुद को बहुत सम्मानित महसूस करता हूं। मैं गांधी और उनके विचारों का अनुयायी हूं। शुक्रिया।

राज्य के अपने दौरे के दौरान राहुल अहमदाबाद और राजकोट में पार्टी पदाधिकारियों से विचार विमर्श कर उन्हें दिशा-निर्देश देंगे कि आगामी चुनाव में राज्य में मोदी की अगुवाई वाली भाजपा सरकार का किस तरह सामना किया जाए।

दिल्‍ली में जयराम ने दी मोदी को चुनौती, कानपुर में रैली पर फतवा!

नई दिल्ली. गुजरात के मुख्यमंत्री और एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने नया नारा दिया तो केंद्र सरकार ने उन्‍हें चुनौती दे डाली है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने मोदी को चुनौती देते हुए कहा है, 'गुजरात के सीएम को 22 साल के बाद यह अहसास हुआ है कि शौचालय का महत्‍व मंदिरों से ज्‍यादा है। 22 साल पहले कांशीराम ने कहा था कि अयोध्‍या में महाशौचालय बनाना चाहिए। क्‍या नरेंद्र मोदी कांशीराम के उस बयान से सहमत हैं।'
दिल्‍ली में जयराम ने दी मोदी को चुनौती, कानपुर में रैली पर फतवा!
दूसरी तरफ, यूपी में मोदी की चुनावी रैली को लेकर विवाद हो गया है। मोदी की कानपुर रैली के लिए स्‍थानीय प्रशासन ने फूलबाग मैदान की मंजूरी दे दी है। लेकिन, स्‍थानीय मुफ्ती ने मुसलमानों को उनकी रैली में शामिल नहीं होने की सलाह दी है।

कानपुर के मदरसा अहसान-उल-मदारिस के मुफ्ती हनीफ बरकाती ने एक मुसलमान की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, 'जुल्म पर किसी की मदद नहीं करनी चाहिए। कोई भी शख्स जो जालिम हो, शरीयत की रोशनी में उसकी मदद का हुक्म नहीं है। जालिम की मदद उस हालात में ही की जा सकती है, जब जुल्म को रोका जा सके। अच्छे इंसान की पहचान है कि वह जुल्म को रोके।'

मुफ्ती ने हालांकि मोदी का नाम नहीं लिया है। बरकाती का कहना है कि उनसे साधारण तौर पर सवाल किया गया था और बतौर इस्लाम के जानकार उन्होंने इसका जवाब दिया। फतवा जारी करने के सवाल पर मुफ्ती ने कहा कि इसके लिए तहरीर पर सवाल और तहरीर पर ही जवाब होता है। साथ ही मुफ्ती की मुहर भी लगी होती है।