नई दिल्ली।केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को पृथक तेलंगाना राज्य के गठन को मंजूरी दे दी। यह नया प्रदेश आंध्र प्रदेश को विभाजित कर गठित किया जाएगा। तेलंगाना के गठन को हरी झंडी मिलते ही सरकार के अंदर ही इसका विरोध भी शुरू हो गया है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री चिरंजीवी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मानव संसाधन विकास मंत्री पल्लम राजू ने भी इस्तीफे की पेशकश की लेकिन पीएम ने उन्हें अपने पद पर बने रहने को कहा है। वहीं सीमांध्र से कांग्रेस के तीन सांसद अरुण कुमार, अनंत रेड्डी और सब्बम हरी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक दो घंटे तक चली। शिंदे ने कहा कि मंत्रिमंडल ने आंध्र प्रदेश का विभाजन कर पृथक तेलंगाना राज्य के गठन को मंजूरी दे दी है।
उन्होंने कहा कि मंत्रियों का एक समूह भारतीय संघ में 29वें राज्य के गठन के संबंध में तौर-तरीकों पर अध्ययन करेगा। उन्होंने कहा कि हैदराबाद शहर अगले 10 वर्षों तक दोनों प्रदेशों आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजधानी बना रहेगा। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस कार्य समिति ने 30 जुलाई को आंध्रप्रदेश को विभाजित कर पृथक तेलंगाना राज्य गठित करने का निर्णय लिया था।
इस निर्णय के विरोध में सीमांध्र (रायलसीमा और तटवर्ती आंध्र प्रदेश) में तीखा विरोध शुरू हो गया। सीमांध्र में सरकारी कर्मचारी 13 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे और केंद्र सरकार से आंध्र प्रदेश को विभाजित करने वाला निर्णय वापस लेने की मांग कर रहे थे। विभाजन के लिए बनाए गए मंत्रियों के समूह की अध्यक्षता वित्त मंत्री पी चिदंबरम करेंगे।
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