नई दिल्ली. गुजरात के मुख्यमंत्री और एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने नया नारा दिया तो केंद्र सरकार ने उन्हें चुनौती दे डाली है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने मोदी को चुनौती देते हुए कहा है, 'गुजरात के सीएम को 22 साल के बाद यह अहसास हुआ है कि शौचालय का महत्व मंदिरों से ज्यादा है। 22 साल पहले कांशीराम ने कहा था कि अयोध्या में महाशौचालय बनाना चाहिए। क्या नरेंद्र मोदी कांशीराम के उस बयान से सहमत हैं।'
दूसरी तरफ, यूपी में मोदी की चुनावी रैली को लेकर विवाद हो गया है। मोदी की कानपुर रैली के लिए स्थानीय प्रशासन ने फूलबाग मैदान की मंजूरी दे दी है। लेकिन, स्थानीय मुफ्ती ने मुसलमानों को उनकी रैली में शामिल नहीं होने की सलाह दी है।
कानपुर के मदरसा अहसान-उल-मदारिस के मुफ्ती हनीफ बरकाती ने एक मुसलमान की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, 'जुल्म पर किसी की मदद नहीं करनी चाहिए। कोई भी शख्स जो जालिम हो, शरीयत की रोशनी में उसकी मदद का हुक्म नहीं है। जालिम की मदद उस हालात में ही की जा सकती है, जब जुल्म को रोका जा सके। अच्छे इंसान की पहचान है कि वह जुल्म को रोके।'
मुफ्ती ने हालांकि मोदी का नाम नहीं लिया है। बरकाती का कहना है कि उनसे साधारण तौर पर सवाल किया गया था और बतौर इस्लाम के जानकार उन्होंने इसका जवाब दिया। फतवा जारी करने के सवाल पर मुफ्ती ने कहा कि इसके लिए तहरीर पर सवाल और तहरीर पर ही जवाब होता है। साथ ही मुफ्ती की मुहर भी लगी होती है।
दूसरी तरफ, यूपी में मोदी की चुनावी रैली को लेकर विवाद हो गया है। मोदी की कानपुर रैली के लिए स्थानीय प्रशासन ने फूलबाग मैदान की मंजूरी दे दी है। लेकिन, स्थानीय मुफ्ती ने मुसलमानों को उनकी रैली में शामिल नहीं होने की सलाह दी है।
कानपुर के मदरसा अहसान-उल-मदारिस के मुफ्ती हनीफ बरकाती ने एक मुसलमान की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, 'जुल्म पर किसी की मदद नहीं करनी चाहिए। कोई भी शख्स जो जालिम हो, शरीयत की रोशनी में उसकी मदद का हुक्म नहीं है। जालिम की मदद उस हालात में ही की जा सकती है, जब जुल्म को रोका जा सके। अच्छे इंसान की पहचान है कि वह जुल्म को रोके।'
मुफ्ती ने हालांकि मोदी का नाम नहीं लिया है। बरकाती का कहना है कि उनसे साधारण तौर पर सवाल किया गया था और बतौर इस्लाम के जानकार उन्होंने इसका जवाब दिया। फतवा जारी करने के सवाल पर मुफ्ती ने कहा कि इसके लिए तहरीर पर सवाल और तहरीर पर ही जवाब होता है। साथ ही मुफ्ती की मुहर भी लगी होती है।
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