शनिवार, 21 सितंबर 2013

संस्कार निर्माण कार्य करता है संघ : रोलसाबसर

जोधपुर।क्षत्रिय युवक संघ की सद्भावना बैठक शुक्रवार को मारवाड़ राजपूत सभा भवन में आयोजित हुई। बैठक में संघ प्रमुख भगवान सिंह रोलसाबसर ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारे जीवन के केंद्र में समाज होना चाहिए। संघ समाज को ईश्वर का रूप मानता है। इस प्रकार हमारे केंद्र में ईश्वर होना चाहिए। संस्कार निर्माण कार्य करता है संघ : रोलसाबसर

उन्होंने कहा कि ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग गीता बताती है, इसलिए संघ का आधार गीता है। उन्होंने कहा कि संघ स्वयं को संस्कारित करते हुए संस्कार निर्माण का कार्य करता है। इससे पूर्व प्रेमसिंह ने बैठक की भूमिका बताई। बैठक में नारायण सिंह माणकलाव, डॉ. महेंद्र सिंह राठौड़, हनुमान सिंह खांगटा आदि ने अपने विचार रखे।

शादी नहीं हुई तो चार बहनों ने की आत्महत्या

लाहौर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में चार बहनों द्वारा एक साथ आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस का कहना है कि इन्होंनेे इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उनके पिता उनकी शादी के लिए दहेज देने में समर्थ नहीं थे। जिसकी वजह से उनकी शादी नहीं हो रही थी। इन चारों बहनों ने अपने पिता बशीर अहमद राजपूत से बहस करने के बाद गुरूवार शाम एक नहर में कूद कर जान दे दी। शादी नहीं हुई तो चार बहनों ने की आत्महत्या
इनकी पांचवी बहन 24 वर्षीय प्रवीण ने भी नहर में छलांग लगाई थी लेकिन उसे स्थानीय लोगों द्वारा बचा लिया गया। मरने वालों में मुनिरा, जेनत, नाजिया और फैजा जिनकी उम्र 23 से 35 वर्ष के बीच थी शामिल हैं।

एक गरीब किसान की ये लड़कियों इसलिए दुखी थी कि उनके पिता उनकी शादी नहीं करा पा रहे थे। राजपूत ने पुलिस को बताया कि उनकी गरीबी और शादी में देरी ने मेरी इन अभागिन बेटियों को इस तरह का कदम उठाने के लिए मजबूर किया है। मेरे पास इतना पैसा नहीं था कि मैं मेरी बेटियों की शादी करा पाता। मैंने मेरी सारी बचत मेरी और दो लड़कियों की शादी में खर्च कर दी। मैं दुआ करता हूं कि इतनी बेटियां खुदा किसी और को ना दे।

उसने बताया कि मैं उस नहर के किनारे पर ही खड़ा था जहां उन्होंने कूद कर आत्महत्या की और मैं चिल्ला रहा था कि मेरी बेटियों को बचाओ।

बचावकर्मी चारों बहनों के शवों को ढूंढ रहे हैं और प्रवीण को नजदीक के अस्पताल ले जाया गया है।

foto ...सरहदी क्षेत्र की छात्राए सेना का हिसा बने।मानवेन्द्र सिंह


 सरहदी क्षेत्र की छात्राए सेना का हिसा बने।मानवेन्द्र सिंह 


एम.बी.सी गल्र्स कॉलेज में आयोजित छात्रासंघ एवं कार्यालय उद्घाटन समारोह








बाड़मेर  छात्राओं को यहां राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय शिक्षा मिले। राष्ट्रीय सुरक्षा, डिफैंस सहित हर क्षेत्र में छात्राएं बेहतर परफॉर्मेंस के साथ अपना लक्ष्य प्राप्त करें। शैक्षणिक योग्यता के दम पर छात्राओं का आत्मविश्वास बढ़ा जिस पर हमें गर्व है। 

यह बात एम.बी.सी गल्र्स कॉलेज में आयोजित छात्रासंघ एवं कार्यालय उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व सांसद कर्नल मानवेंद्रसिंह ने कही। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि कुछ ही माह में सरकार बदलने वाली है। कॉलेज में पीजी की सुविधा होगी। यही नहीं यहां इंजीनियरिंग, मेडिकल कॉलेज भी खुले। कॉलेज प्रवेश में बॉर्डर छात्राओं को विशेष दर्जा मिले। भारत में नक्सलवाद से 153 जिले प्रभावित है जो चिंता का विषय है। प्रत्येक को अपनी सोच में बदलाव लाना होगा। राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति सेना का ही नहीं प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अपना नॉलेज बढ़ाए, भारत के बारे में भी जाने। छात्रसंघ की जीत पर बधाई देते हुए उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे हमेशा कॉलेज के विकास को तत्पर रहेंगे। कार्यक्रम में उन्होंने छात्र संघ पदाधिकारियों को निष्ठा की शपथ ग्रहण कराई तथा प्रमाण पत्र दिए। मुख्य वक्ता एबीवीपी के ्रदेश संगठन मंत्री मिथिलेश गुप्ता ने कहा कि छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी को जीत दिला विद्यार्थियों ने एबीवीपी में विश्वास जताया है। एबीवीपी हमेशा इस बात का अहसास करवाती है कि आजाद देश में छात्रशक्ति का क्या रोल है।

उन्होंने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए संकल्प के साथ आगे बढऩे पर जोर दिया।
विशिष्ट अतिथि भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ.प्रियंका चौधरी ने कहा कि हमें इस बात पर गर्व है कि एबीवीपी राष्ट्रहित के लिए समर्पित है। व्यक्तित्व विकास के लिए छात्र संकीर्ण सोच का त्याग कर संस्कारित बनें। छात्र शक्ति कुरीतियां मिटाने में अपना अहम रोल अदा करें।
कॉलेज प्राचार्य डॉ.हुकमाराम सुथार ने बताया कि पिछले 15 वर्षों से श्रेष्ठ परिणाम के चलते संभाग में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। छात्रासंघ अध्यक्ष सोनू राठौड़ ने कहा कि नैतिकता और संस्कारित शिक्षा से गुणों का विकास होता है। स्वामी विवेकानंद भी अपने श्रेष्ठ विचारों से महान बने। डांस कार्यक्रम में शकुन, करिश्मा और नेहा ने बेहतर नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में जेएनवीयू के छात्र नेता नरेंद्रसिंह भाटी, अभाविप के विभाग संभाग मंत्री जोधपुर राजेश कुमार, छात्र संघ अध्यक्ष छगनाराम मेघवाल मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन मुकेश पचौरी एवं धन्यवाद छात्रासंघ सलाहकार डॉ. रचना चैतन्य ने दिया।

गहलोत सरकार पर नया संकट, विधायक आंजना पर दुष्कर्म का आरोप



चित्तौड़गढ़। पूर्व खादी मंत्री बाबू लाल नागर के खिलाफ दुष्कर्म के आरोपों का मामला ठंडा पड़ा नही , वहीं चित्तौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा से कांग्रेस विधायक उदयलाल आंजना के खिलाफ एक महिला ने नागौर के मूंडवा थाने में शुक्रवार रात दुराचार सहित आधा दर्जन अन्य धाराओं में मामला दर्ज कराया है। पीडिता ने कहा है कि विधायक ने उसे झांसा देकर पत्नी बनाकर रखा और जबरन मेरा गर्भपात भी कराया गया।
गहलोत सरकार पर नया संकट, विधायक आंजना पर दुष्कर्म का आरोप
आंजना पर आरोप
पीडिता ने विधायक आंजना पर दुष्कर्म, जबरन गर्भपात कराने, नवजात शिशु को मरने के लिए छोड़ने पर मजबूर करने, धोखाधड़ी पूर्वक पत्नी के रूप में रखने और धमकाने का आरोप लगाया है। 

पीडिता का आरोप, 1984 से यौन शोषण

पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा के अनुसार पीडिता ने विधायक आंजना पर 1984 से लगातार उसका यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। पीडिता मूलत: नागौर जिले की निवासी है। चित्तौड़गढ़ में एक रिश्तेदार के पदस्थापन के दौरान वह आंजना के सम्ंपर्क में आई। आंजना ने उससे विवाह का वादा किया, लेकिन उसे निभ्भाया नहीं। पीडिता ने इसे लेकर आंजना पर दबाव बनाया तो उन्होंने धमकाना शुरू कर दिया। पुलिस के अनुसार, शनिवार को जांच सीआईडी (सीबी) के सुपुर्द कर देंगे। 

विधायक की सफाई

दुष्कर्म के आरोप झूठे हैं, इसके पीछे चित्तौड़गढ़ के कांग्रेस विधायक सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत का हाथ है। महिला के आरोपों की 1998 से 2000 तक महिला आयोग से लेकर सीआईडी तथा राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियों से जांच हो चुकी है और एफआर लग चुकी है।

उदयलाल आंजना, विधायक, निम्बाहेड़ा

राजस्थान रा लोक देवता केसरिया कंवर




राजस्थान रा लोक देवता केसरिया कंवर

राजस्थान रै लोक देवता में केसरिया कंवर ई सुचावा है। गोगाजी री तरै इणां रौ संबंध नागां सूं मानीजै अर अै ई नाग-रूप में पूजीजै। प्रचलित लोक-विसवास मुजब कंवर रै पूजन सूं सरप रौ विस उतर जावै।
आ बात तौ तै है केसरियां कंवर अेक इतियासिक सगस रैया है, जिका लोक-हित में आपरा प्राण निछावर कर'र लोक दैवत हासल करियौ। पम, लोक साहित्य अर लोकगीतां रै अलावा लोक परंपरावां में उणां रौ इतियासिक पगस घुंघलीजग्यौ अर दैवत पगस हावी हुयग्यौ। नतीजन आज उणां रै जीवण-चरित बाबत कोी ठोस अर प्रामाणिक जाणकारी नीं मिलै। फेरूं ई, उणां रै बाबत जिकी जाणकारी मिलै, वा इण भांत है-
कुंवर केसरा व्याब रै पछै आपरै सासरै सूं बावड़ रैया हा। मारग मांय उणां नै पतौ चालियौ के डाकुवां रौ अेक दल गवालियां री गायां लेय'र भागग्यौ है। कुंवर केसरा आ सुणतां पाण ई डाकुवां रौ अेक दल गवालियां री गायां लेय'र भागग्यौ है। कुंवर केसरा आ सुणतां पाण ई डाकुवां रै लारै गायां री वाहर चढिया। वै डाकुवां तांई पुग'र उणां रौ सफायौ कर दियौ, पण खुद ई वीरता रै साथै लड़ता थका जुद्ध में आपरा प्राण देय दिया। उणां रौ सिर घड़ सूं अलग हुयग्यौ हौ। प्रवाद प्रचलित है के कुंवर केसरा रौ घोड़ौ उणां रौ घड़ उणां रौ घड् लेय'र पाछौ सासरै पूगियौ। बाद में जुद्धभूमि सूं पति रौ मस्तक हासल कर'र उणां री पत्नी उणा रै साथै सती हुयगी।
अेक दूजै मत मुजब केसरिया कुंवर गोगाजी रै साथै जुद्ध लड़ण नै गया हा, अर वै गोगाजी सूं पैला दिन इज जुद्ध मांय काम आयग्या हा। केसरियां कुंवरजी रौ अेक स्तवन-गीत लोक मांय प्रचलित है, उण मांय उणां री 'पदमा नागण रा जाया', 'फूलमदे रा वीर', अर 'किस्तूरी रा ढोला' कैय'र वंदना करीजी है। स्तवन-गीत मांय 'मैड़ी' रौ नाम ई आवै, जिणनै ददरेवा छोडियां रै बाद गोगाजी आपरौ रैवास-स्थान बणायौ हौ। इण गीत मुजब केसरिया कुंवर रौ बाजौ, जुद्ध रौ मारू बाजौ, 'धुर मैड़ी' यानी ठैठ 'मैड़ी' मांय इज बाजियौ। उणां री धजा उठै इज फैराई। इण स्तवन-गीत सूं अैड़ौ लखावै कै उण बगत तांी उठीनै नाग वंस रौ अस्तित्व बणियौड़ौ हौ अर केसरिया कुंवर री माता नाग वंस री ही।
भादवा वदी 8 रै दिन केसरिया कुंवरजी रौ पूनम-स्तवन हुवै। मतलब गोगा नम रै अके दिन पैला इणां री नाग-रूप में पूजन-स्तवन हुवै। राजस्थान मांय अणगित गामां मांय केसरिया कुंवर रा थान देखण में आवै, जठै देवता री तरै उणां री पूजा हुवै। इणां रौ थान अमूमन खेजड़ी रै रूंख हेठै हुवै। इणां री मूरती पत्थर री बणियोड़ी हुवै, जिण माथै सरप कुंडली मारियोड़ौ हुवै।
'केसरियां कंवर री छांवली' चावी है जिण मांय सरप रौ विस उतारण री बात कैयीजी है। कैर-करैला बीणती थकी अेक बालकी नै जंगल मांय सरप डस लेवै, तौ उणरा काकाजी गारडू री खोज करण री बात सोचै, जिणसूं कालै सरप रौ विस उतरवा सकै। इण बाबत छावलीरी अै लैणां देखण जोग है-
ओड्याणा में तो केसरौ कंवर अे बालकड़ी,
जात में चेलकड़ी, लैर उतारै कालै नाग री
केसरिया कुंबरजी रौ अेक स्तवन-गीत नमूनै रूप अठै प्रस्तुत है-
तुररौ तुररौ सार रौ तेरै तुररै में हीरा-मोती लाल,
रे नागण रा जाया
भलौ विराज्यौ केसरौ,
रे नागण रा जाया
सूरज सामी खेजड़ी कोई, धजा रै फरूकै असमान,
रे नागण रा जाया
चढै अे चढावै, कोई ऊजलियै चावलियां री खीर,
रे नागण रा जाया
डेरूं तौ आवै बाजता, ढोलां रौ माचै धमसाण,
रे नागण रा जाया
भोपा तौ आवै बाजता, कोी कड़ियां रै लटकता केस,
रे नागण रा जाया
लाल लपेटै ढामकी, कोई मोडै भंवर बंदूक,
रे नागण रा जाया
घोड़ौ विराजलौ नौलखौ कोई, लालां री जड़ी रे लगाम,रो नागण रा जाया

शुक्रवार, 20 सितंबर 2013

बाड़मेर राजनितिक शख्शियत तन सिंह बाड़मेर के पहले विधायक ,पालिका अध्यक्ष







बाड़मेर राजनितिक शख्शियत तन सिंह 


बाड़मेर के पहले विधायक ,पालिका अध्यक्ष 


जन्म

वि.सं.१९८० में बाड़मेर जिले के गांव रामदेरिया के ठाकुर बलवंत सिंह जी महेचा की धर्म पत्नी मोतिकंवरजी के गर्भ से तनसिंह जी का जन्म अपने मामा के घर बैरसियाला गांव में हुआ था वे अभी शैशवावस्था में अपने घर के आँगन में चलना ही सीख रहे थे कि उनके पिता मालाणी के ठाकुर बलवंत सिंघजी का निधन हो गया और चार वर्ष से भी कम आयु का बालक तनैराज अपने सिर पर सफ़ेद पाग बाँध कर ठाकुर तनैराज हो गया | मात्र ९०रु वार्षिक आय का ठाकुर | भाग्य ने उनको पैदा करके पालन-पोषण के लिए कठिनाईयों के हाथों सौप दिया |

शिक्षा

घर की माली हालत ठीक न होने के बावजूद भी श्री तनसिंह जी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा बाड़मेर से पुरी कर सन १९४२ में चौपासनी स्कूल जोधपुर से अच्छे अंकों के साथ मेट्रिक परीक्षा पास कर सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी होने का गौरव प्राप्त किया,और उच्च शिक्षा के लिए पिलानी चले आए जहाँ उच्च शिक्षा ग्रहण करने बाद नागपुर से उन्होंने वकालत की परीक्षा पास कर सन १९४९ में बाड़मेर आकर वकालत का पेशा अपनाया,पर यह पेशा उन्हें रास नही आया |

राजनैतिक जीवन

25 वर्ष की आयु में बाड़मेर नगर वासियों ने उन्हें बाड़मेर नगर पालिका का अध्यक्ष चुन लिया और 1952 के विधानसभा चुनावों में वे पहली बार बाड़मेर से विधायक चुन कर राजस्थान विधानसभा पहुंचे और 1957 में दुबारा बाड़मेर से विधायक चुने गए | 1962 व 1977 में आप बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए | 1962 में तन सिंघजी ने दुनिया के सबसे बड़े और विशाल बाड़मेर जैसलमेर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव मात्र एक जीप,कुछ साथी,सहयोगी स्वयम सेवक,कार्यकर्त्ता,किंतु अपार जन समूह के प्यार और समर्थन से मात्र 9000 रु. खर्च कर सांसद बने |

श्री क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना

पिलानी के राजपूत छात्रावास में रहते हुए ही श्री तनसिंह जी ने अपने भविष्य के ताने-बाने बुने | यहीं उनका अजीबो-गरीब अनुभूतियों से साक्षात्कार हुआ और समाज की बिखरी हुयी ईंटों से एक भव्य-भवन बनाने का सपना देखा | केवल 22 वर्ष की आयु में ही उनके हृदय में समायी समाज के प्रति व्यथा पिघली जो " श्री क्षत्रिय युवक संघ" के रूप में निश्चित आकार धारण कर एक धारा के रूप में बह निकली | लेकिन अन्य संस्थाओं की तरह फॉर्म भरना,सदस्यता लेना,फीस जमा करना,प्रस्ताव पारित करना,भाषण,चुनाव,नारेबाजी,सभाएं आदि करना श्री तन सिंह जी को निरर्थक लगी और 22 दिसम्बर 1946 को जयपुर के मलसीसर हाउस में नवीन कार्य प्रणाली के साथ "श्री क्षत्रिय युवक संघ " की विधिवत स्थापना की और उसी दिन से संघ में वर्तमान संस्कारमयी मनोवैज्ञानिक कार्य प्रणाली का सूत्रपात हुवा | इस प्रकार क्षत्रिय समाज को श्री तनसिंह जी की अमूल्य देन "श्री क्षत्रिय युवक संघ " अपनी नई प्रणाली लेकर अस्तित्व में आया | राजनीती में रहकर भी उन्होंने राजनीती को कभी अपने ऊपर हावी नही होने दिया | क्षत्रिय युवक संघ के कार्यों में राजनीती भी उनकी सहायक ही बनी रही | सन 1955-56 में विवश होकर राजपूत समाज को राजस्थान में दो बड़े आन्दोलन करने पड़े जो भू-स्वामी आन्दोलन के नाम से विख्यात हुए,दोनों ही आन्दोलनों की पृष्ठभूमि में क्षत्रिय युवक संघ की ही महत्वपूर्ण भूमिका थी | स्व.श्री तनसिंह जी की ख्याति एक समाज-संघठक,कर्मठ कार्यकर्त्ता,सुलझे हुए राजनीतीज्ञ,आद्यात्म प्रेमी,गंभीर विचारक और दृढ निश्चयी व्यक्ति के रूप में अधिक रही है किंतु इस प्रशिधि के अतिरिक्त उनके जीवन का एक पक्ष और भी है जिसे विस्मृत नही किया जा सकता | यह एक तथ्य है कि एक कुशल प्रशासक,पटु विधिविज्ञ,सजग पत्रकार और राजस्थानी तथा हिन्दी भाषा के उच्चकोटि के लेखक भी थे | पत्र लेखन में तो उनका कोई जबाब ही नही था अपने मित्रों,सहयोगियों,और सहकर्मियों को उन्होंने हजारों पत्र लिखे जिनमे देश,प्रान्त,समाज और राजपूत जाति के अतीत,वर्तमान और भविष्य का चित्र प्रस्तुत किया गया है | अनेक सामाजिक,राजनैतिक और व्यापारिक कार्यों की व्यस्तता के बावजूद उन्होंने साहित्य,संस्कृति और धार्मिक विषयों पर लिखने के समय निकला | श्री क्षत्रिय युवक संघ के पथ पर चलने वालों पथिकों और आने वाली देश की नई पीढियों की प्रेरणा स्वरूप स्व.श्री तनसिंह जी एक प्रेरणादायक सबल साहित्य का सर्जन कर गए |
मृत्यु

1979 में मध्यावधि चुनावों का फॉर्म भरने से पूर्व अपनी माताश्री से आशीर्वाद लेते समय 7 दिसम्बर 1979 को श्री तनसिंह जी ने अपनी माता की गोद में ही अन्तिम साँस ली

पुस्तकें

उन्होंने अनेक पुस्तके लिखी जो जो पथ-प्रेरक के रूप में आज भी हमारा मार्ग दर्शन करने के लिए पर्याप्त है |
1-राजस्थान रा पिछोला
2-समाज चरित्र
3- बदलते द्रश्य
4- होनहार के खेल
5- साधक की समस्याएं
6- शिक्षक की समस्याएं
7- जेल जीवन के संस्मरण
8- लापरवाह के संस्मरण
9-पंछी की राम कहानी
10- एक भिखारी की आत्मकथा
11- गीता और समाज सेवा
12- साधना पथ
13- झनकार( तनसिंहजी द्वारा रचित 166 गीतों का संग्रह)--

सोनिया गांधी प्रधानमंत्री के रूप में कल, 24 घंटे में काम संभाल सकती हैं

नई दिल्ली : कांग्रेस ने सुषमा स्वराज की सोनिया गांधी के विदेशी मूल पर की गई टिप्पणी को बहुत ही अपरिपक्व बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि अगर पार्टी तय करे तो कांग्रेस प्रमुख कल ही प्रधानमंत्री बन सकती हैं और उन्हें किसी दूसरे की मंजूरी की जरूरत नहीं।

कांग्रेस प्रवक्ता पीसी चाको ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘निश्चित रूप से, अगर सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री बनना है तो उन्हें सुषमा स्वराज की स्वीकृति की जरूरत नहीं है। अगर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस तय करती है तो सोनिया गांधी प्रधानमंत्री के रूप में कल, 24 घंटे में काम संभाल सकती हैं। इसके लिए किसी के सहयोग या किसी की स्वीकृति की जरूरत नहीं।’ उन्होंने कहा कि अगर वह तय करती हैं तो वह किसी भी दिन प्रधानमंत्री का पद ग्रहण कर सकती हैं। उन्हें कई बार प्रधानमंत्री के पद की पेशकश की गई, उन्होंने इंकार कर दिया। इतिहास में इसकी कोई मिसाल नहीं है।

उन्होंने इस तर्क को खारिज किया कि कोई व्यक्ति जो सांसद है और राष्ट्रीय सलाहकार परिषद का अध्यक्ष भी है वह प्रधानमंत्री नहीं बन सकता। चाको ने लोकसभा में विपक्ष की नेता पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वरिष्ठ और गंभीर नेताओं को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘संसद सोनिया गांधी को सभी सम्मान दे रहा है। कोई समस्या नहीं है। यह बेहद अपरिपक्व बयान है।’

उन्होंने भाजपा नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि किसी ने यह प्रण लिया था कि अगर सोनिया 2004 में प्रधानमंत्री बनती हैं तो वह अपना सिर मुंड़ा लेंगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा कल एक बार फिर सामने आया जब भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि वह अब भी उनके (सोनिया) के प्रधानमंत्री बनने के विचार के खिलाफ हैं।

सुषमा ने यहां एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा, ‘मैंने हमेशा कहा है कि सोनिया गांधी हमारे देश में इंदिरा गांधी की पुत्रवधू और राजीव गांधी की पत्नी के रूप में आयी थीं तथा इस प्रकार वह हमारे प्यार और स्नेह की हकदार हैं। कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में वह हमारे सम्मान की हकदार हैं। लेकिन अगर वह प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं तो मैं नहीं कहूंगी।’

"मास्टरजी" ने भेजे गंदे मैसेज, छात्र हड़ताल पर

चित्तौड़गढ़। शहर के महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्राध्यापक इसहाक मोहम्मद द्वारा मोबाइल पर कथित रूप से अश्लील मैसेज भेजने की शिकायत पर छात्र हड़ताल पर उतर गए। गुस्साए छात्रों ने प्रध्यापक के निलम्बन तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहने की चेतावनी दी। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर प्राध्यापक को गिरफ्तार कर लिया है। कॉलेज प्रशासन ने भी निदेशालय को मामले से अवगत कराते हुए प्राध्यापक को कार्यमुक्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। अश्लील"मास्टरजी" ने भेजे गंदे मैसेज, छात्र हड़ताल पर
जानकारी के अनुसार विज्ञान संकाय की छात्रा ने प्राचार्य को लिखित शिकायत में आरोप लगाया कि प्राध्यापक इसहाक मोहम्मद उसके मोबाइल पर गत एक माह से कथित अश्लील मैसेज भेज रहे है। उस पर अनैतिक कार्य के लिए दबाव बना रहे हैं। रात में भी उसे कॉल करते हैं। उसने सदर थाना प्रभारी सुरेंद्रसिंह एवं पुलिस उप अधीक्षक बृजेश कुमार सोनी के सामने भी यह बात कही। घटना के बाद बड़ी संख्या में छात्र प्राध्यापक के घर पहुंचे और उसके आवास पर पथराव किया। घटना में कूलर, मकान की खिड़कियों और कार के कांच भी टूट गए। प्राध्यापक की पत्नी फरजाना ने आरोप लगाया कि छात्रों ने सरियों और पत्थरों से हमले किए। उन्होने घर में घुसकर जान बचाई।

आठ साल तक दुष्कर्म करता रहा पड़ोसी

जयपुर। राजधानी के मानसरोवर थाना इलाक में एक युुवती से उसके पड़ोसी द्वारा आठ साल से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। पीडिता से उसके गांव का पड़ोसी युवक दुष्कर्म करता रहा। पुलिस ने पीडिता के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर आरोपी को पकड़ने की तैयारी कर ली है। आठ साल तक दुष्कर्म करता रहा पड़ोसी
मानसरोवर थाना प्रभारी मुकेश चौधरी ने बताया कि थाना इलाके के सुन्दर नगर में रहने वाली 19 वष्ाीüय युवती ने मामला दर्ज कराया है कि उसके घर आने-जाने वाला सुल्तान जांगिड़ नाम का व्यक्ति पिछले करीब आठ वष्ाü से उसका देह शोष्ाण कर रहा है। विरोध करने पर आरोपी ने पीडिता को धमकियां भी दीं।

थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी पीडिता की रिश्तेदारी में भी है। पुलिस की ओर से पीडिता का मेडिकल मुआयना कराया जाएगा। पुलिस की ओर से आरोपी के संबंधित थाना पुलिस को भी सूचना दे दी गई है। थाना प्रभारी ने बताया कि पीडिता जयपुर में एक कंपनी में काम करती है।

बाड़मेर दबंगों का दलित परिवारों पर कहर।



बाड़मेर दबंगों का दलित परिवारों पर कहर। 


गाँव  से बदर किया छ दलित परिवारों को ,कलेक्टर परिसर में लिया आश्रय




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बाड़मेर पाकिस्तान में हिन्दु परिवारों पर तो पिछले कई देशको से अत्यचार और जुल्म हो रहा है जिसके चलते कई हिन्दू परिवार पाक छोड़ कर भारत में आकर बस गए लेकिन अब भारत में भी हिन्दू परिवार पर जुल्म हो रहा है जी हा आपना ठीक सुना राजस्थान के बाड़मेर में पाक सीमा से सटे इटादा गाव में छ दलित परिवार के करीब चालीस से पचास सदस्यों पर जुल्म की इन्ताह हो गई अब इन पाक शरणार्थी परिवारों को गाव से बाहर निकला दिया गया है साथ यह भी फरमान सुना दिया गया है कि अगर किसी ने गाव में आने की हिम्मत जुटाई तो उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ सकता है पिछले करीब डेढ़ माह से इन परिवार के बच्चों से लेकर बुढो तक खोफ के साए में दर दर की ठोकरे खा रहे है राजनीति के दबाव के चलते कोई भी प्रशाशन अधिकारी इनकी फरियाद सुनने को तैयार नहीं है अब इन परिवार ने जिला कलेक्टर के बाहर ही धरना शरू कर दिया है


राजस्थान के बाड़मेर जिले के पाक सीमा से सटे इटादा गाव में रहने वाले शागरा राम दलित के साथ पाक शरणार्थी है इनके परिवार ने पाक में हिन्दुओं पर हो रहे अत्यचार और जुल्म के चलते चालीस साल पहले पाक छोड़ कर भारत में बाड़मेर जिले में पाक सीमा से सटे इटादा गाव में रह रहे थे लेकिन डेढ़ माह पहले ही एक जाति विशेष की लड़की को दलित लड़का भगा के ले गया लेकिन उसके बाद पुलिस ने उस लड़की और लड़के को बरामद कर दिया और लड़की को वापस उसके घर भेज दिया लेकिन उसके बाद गाव में रहने वाले दलित परिवार अत्यचार और जुल्म की शरुआत हुई फिर गाव में दलित परिवार के लोगो के साथ मारपीट से लेकर कई और घटनाए आखिर में इन दलित परिवार के लोगो के आशियानों को जला कर इनके गाव से बाहर निकला दिया शागरा राम का दस साल के बेटा मुकेश का कहना है कि जब वो डेढ़ माह पहले अपने भाई के साथ स्कूल गया तो कुछ लोगो ने उसके साथ मारपीट कर स्कूल से बाहर निकाल दिया और कहा दिया आगे से कभी स्कूल मत आना मासूम मुकेश की बातों से दर्द झलक रहा है,कि उसका परिवार बेघर हो गया है अब कभी किस गाव में डेरा डाल रहा है तो कभी जिला कलेक्टर के आगे लेकिन कोई उसके परिवार की नहीं सुना रहा


इटादा गाव में रहने वाले शागरा राम के अनुसार कुछ जाति विशेष के लोगो ने इस गाव को पाकिस्तान बना रखा है और हिन्दू परिवारों पर तो पाकिस्तान से ज्यादा भारत में हमारे गाव में अत्यचार और जुल्म हो रहा है सब मंत्री जी के कहने पर कोई भी अधिकारी हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है हम लोगो के गाव में घर जला दिए गए और हमें गाव से बाहर निकला दिया गया लेकिन डेढ़ माह से अब तक कोई कारवाही नहीं हुई हम खोफ के साए में जी रहे है लेकिन इस देश में भी हमारी कोई सुनने वाला नहीं है क्योकि हम दलित और गरीब है इस बारे में हमने कई बार प्रशाशन और पुलिस के अधिकारियो को अर्जी दी लेकिन आज दिन तक कई कारवाही नहीं हुई है राजनीति के दबाब के चलते अब हमारी यह माग है कि सरकार हमें राहत केम्प में रखे और गाव में जिन लोगो ने हम अत्यचार और जुल्म किया है उनके गिरफ्तार के साथ ही गाव में पुलिस चोकी बनाए ताकि हमें सुरक्षा मिल सके


इटादा गाव के चांदी देवी के अनुसार हमारी बहन बेटियों को गाव में घर से बाहर निकलने देते है और हम महिलाओ के साथ भी उन लोग भयंकर जुल्म किया है अब हमारे मासूम बच्चे और महिलाए बेघर हो गई है हमारे बच्चे और महिलाए खोफ के साए में जी रही है सरकार से यह माग है कि राहत केम्प में हमारे परिवारों को रखा जाए और सरकार हमें पूरी सुरक्षा दे


जब इस पुरे मामले के बारे में मीडिया ने बाड़मेर के जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटरू से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कमरे के सामने बोलने से इनकार कर दिया जब हमने पूछा कि प्रशाशन ने इस मामले अब तक क्या कारवाही की तो उनका कहना था कि हमने इस मामले में रिपोट मागी है लेकिन केमरे के सामने कोई भी हमारा अधिकारी नहीं बोलगा बात साफ़ है कि प्रशाशन इस मामले में राजनीतक डब्बा के चलते कुछ कारवाही नहीं कर पा रहे हैक्योकि बाड़मेर जिले से सूबे अशोक गहलोत सरकार में दो अल्पसख्य कोटे से मंत्री है और यह घटना भी उसी इलाके की है अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतना बड़ा मामला होने के बाद भी प्रसाशन ने कोई कारवाही नहीं की आखिर क्या प्रशाशन और पुलिस कोई बड़ी घटना का इन्तजार कर रहे है अब देखने वाली बात यह होगी कि इन दलित परिवार को न्याय मिल पाता है या नहीं

अस्‍पताल में दुल्‍हन बनने के दो घंटे बाद दुनिया से ली आखिरी विदाई


अस्‍पताल में मौजूद जिंगजिंग और उनका पूरा परिवार
शादी के दो घंटे बाद वह हमेशा-हमेशा के लिए इस दुनिया से विदा हो गई. ये एक ऐसी महिला की दर्दनाक कहानी है जो पिछले दो सालों से कोमा में थी. अस्‍पताल में इसी हालत में उसकी शादी हुई और दुल्‍हन बनने के दो घंटे बाद उसके घरवालों ने उसे लाइफ-सपोर्ट से हटा दिया.

मामला चीन का है. साल 2011 में महिला ही जिंगजिंग और उसके मंगेतर लू लाय के कदमों में दुनिया थी. दोनों को सरकारी नौकरी में बड़ा पद मिला. उन्‍होंने घर खरीदा और शादी की तैयारी करने लगे. लेकिन हमेश-हमेशा के लिए एक साथ रहने का उनका सपना उस वक्‍त टूट गया जब जिंगजिंग बीमार हो गईं.



अस्‍पताल ले जाते वक्‍त वो कोमा में चली गईं और उसके बाद फिर कभी होश में नहीं आईं. दो साल बाद घरवालों ने जिंगजिंग का बर्थडे मनाया और फिर उनके सपने को पूरा करने के लिए लू ने अस्‍पताल में ही उनसे शादी कर ली.

किसी जरूरतमंद के लिए अब उनके अंग डोनेट कर दिए जाएंगे. लू कहते हैं, 'मुझे इस बात की खुशी है कि वो दूसरों को जिंदा रहने में मदद करेंगी और किसी दूसरे शरीर में किसी ना किसी रूप में जिंदा रहेंगी, लेकिन मेरे लिए तो वह हमेशा मेरे दिल में रहेंगी. मुझे हमेशा उनकी याद आएगी. कोई फर्क नहीं पड़ता कि वो कैसे हमेशा मेरे दिल में रहेंगी.'



पुराने दिनों को याद करते हुए लू ने कहा, 'हम बेहद खास ढंग से शादी करना चाहते थे इसलिए हम पैसे जमा करने के लिए ओवरटाइम कर रहे थे. वह बीमार थीं, लेकिन उन्‍होंने काम करना बंद नहीं किया. फिर एक दिन मुझे फोन आया कि वो कम्‍प्‍यूटर के सामने बेहोश हो गईं हैं. इसके बाद उन्‍हें अस्‍पताल ले जाया. मुझे बताया गया कि उन्‍होंने रास्‍ते में ही सांस लेना बंद कर दिया था.'

उन्‍होंने कहा, 'मुझे अस्‍पताल में बताया कि वह जिंदा हैं, लेकिन बाद में यह साफ हो गया कि हमेशा के लिए उनका ब्रेन डैमेज हो गया है. हम उनके लिए कुछ नहीं कर पाए.'

जिंगजिंग के पिता के मुताबिक, 'वह बहुत अच्‍छी और जोशीली लड़की थी. मुझे विश्‍वास नहीं हो पा रहा है कि वो हमें छोड़कर जा चुकी है, लेकिन वो हमेशा कहती थी वह अपने अंग दान करने के लिए तैयार है और इस तरह वो आगे भी जिंदा रहेगी. वह हमारी बच्‍ची थी और हम उसके आखिरी पलों में एक साथ कुछ खास करना चाहते थे.'




 

मुंबई की अदालत से इंडियन मुजाहिद्दीन का आतंकी अफजल उस्मानी फरार, एक घंटे से जारी है तलाश



इंडियन मुजाहिद्दीन का आतंकवादी अफजल उस्मानी मुंबई सेशन कोर्ट से फरार हो गया है. उस्मानी 2008 में अहमदाबाद ब्लास्ट और सूरत ब्लास्ट का आरोपी है. उस्मानी के साथ अन्य 22 आरोपियों पर शुक्रवार को कोर्ट में आरोप तय होने थे.
अफजल उस्मानी
कोर्ट लाने के बाद उस्मानी फरार हो गया, करीब एक घंटे से उसकी तलाश जारी है लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लग सका है. उस्मानी के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी कर दिया गया है.


बाड़मेर में बनेगी एचपीसीएल की रिफायनरी प्रस्ताव को मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को मंजूरी

दिल्ली| हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक रिफायनरी-सह-पेट्रोकेमिकल परिसर स्थापित करेगी। यह रिफायनरी 90 लाख टन सालाना क्षमता की होगी। परियोजना राज्य सरकार के साथ संयुक्त उपक्रम के तौर पर स्थापित की जाएगी। बाड़मेर में बनेगी एचपीसीएल की रिफायनरी
परियोजना से संबंधित एचपीसीएल के प्रस्ताव को मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को मंजूरी दे दी। एचपीसीएल-राजस्थान रिफायनरी लिमिटेड (एचआरआरएल) में एचपीसीएल की 74 फीसदी हिस्सेदारी होगी, जबकि राजस्थान सरकार की 26 फीसदी हिस्सेदारी होगी।

परियोजना पर कुल 37,230 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसमें एचपीसीएल 11,020 करोड़ रुपये और राजस्थान सरकार 3,872 करोड़ रुपये का योगदान करेगी। शेष 22,338 करोड़ रुपये ऋण से जुटाए जाएंगे।

बयान में कहा गया, "राजस्थान को औद्योगिकीकरण के अलावा कई प्रत्यक्ष और परोक्ष आर्थिक लाभ होंगे। इससे राज्य की आय बढ़ेगी। उत्पादन बढ़ेगा और रोजगार बढ़ेगा।" एचपीसीएल ने जुलाई में राजस्थान सरकार के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।

वक्फ मंत्री अमीन खां अस्वस्थ एमडीएम अस्पताल में भर्ती

वक्फ मंत्री अमीन खां अस्वस्थ एमडीएम अस्पताल में भर्ती 



जोधपुर  वक्फ राज्य मंत्री अमीन खां को अस्वस्थ होने पर गुरुवार को मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरविंद माथुर ने बताया कि अमीन खां चक्कर आने से अस्वस्थ हुए। ट्रोमा आईसीयू में भर्ती होने के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार आया है। उनकी कॉर्डियोलॉजिस्ट व न्यूरोलॉजिस्ट ने जांच की है। सभी इन्वेस्टिगेशन के रिजल्ट नॉर्मल हैं। उनकी एमआरआई भी करवाई गई है। डॉक्टर उनके स्वास्थ्य पर नजर रख रहे हैं। इधर अमीन खां के अस्पताल में भर्ती होने के बाद शहर के कांग्रेसियों ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि वक्फ मंत्री अमीन खान पचपदरा दौरे के दौरान चक्कर आने से गिर गए थे। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जोधपुर लाया गया।



 
 

साजियाली गांव में रिफाइनरी के शिलान्यास से सोनिया करेंगी चुनावी समर का आगाज




साजियाली गांव में रिफाइनरी के शिलान्यास से सोनिया करेंगी चुनावी समर का आगाज

पश्चिमी राजस्थान के पैसे से होगा प्रदेश का विकास : गहलोत

:2.5 लाख लोगों के लिए बनाया डोम व मैदान
:मुख्यमंत्री, सीपी जोशी, कामत और चंद्रभान ने किया दौरा
:पचपदरा के विरोधी कर्नल सोनाराम भी सभा की तैयारियों में जुटे
:शिलान्यास स्थल सुरक्षा घेरे में, एसपीजी की एक टीम पहुंची

सोनिया गांधी 22 सितंबर को सुबह 11 से 1 बजे के बीच शिलान्यास करेंगी 


जोधपुर  पचपदरा में रिफाइनरी के शिलान्यास के साथ ही यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी कांग्रेस के चुनावी समर की भी शुरुआत करने जा रही हैं। 

सोनिया गांधी 22 सितंबर को सुबह साजियाली गांव में रिफाइनरी का शिलान्यास करेंगी। इस सभा को यादगार बनाने के लिए करीब ढाई लाख लोगों के लिए पंडाल व मैदान तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी गुरुदास कामत, केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रभान आदि ने गुरुवार को शिलान्यास स्थल पर हो रही तैयारियों को जायजा लिया। पचपदरा में रिफाइनरी का विरोध करने वाले बायतु विधायक कर्नल सोनाराम भी मौजूद थे। वे भी सोनिया गांधी की सभा को सफल बनाने में जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री व चंद्रभान ने पार्टी के सांसदों व विधायकों को निर्देश दिए हैं कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को सभा में लाएंगे। इसके लिए ब्लॉक स्तर पर जिम्मेदारियां सौंपी गई है, जिसकी कमान सांसद हरीश चधरी के हाथों में है। स्थानीय पुलिस ने शिलान्यास स्थल को सुरक्षा घेरे में ले लिया और एसपीजी की एक टीम भी वहां पहुंच चुकी है, जो सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा कर रही है। 

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, महासचिव कामत, केंद्रीय मंत्री जोशी, प्रदेश अध्यक्ष चंद्रभान, बाड़मेर सांसद हरीश चौधरी, पाली सांसद बद्रीराम जाखड़ और बाड़मेर-जैसलमेर के विधायक तथा जिला प्रमुख ने गुरुवार को शिलान्यास की तैयारियों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने संभागीय आयुक्त, कलेक्टर, एसपी और एचपीसीएल के अधिकारियों से बात की तथा जरूरी निर्देश दिए। फिर ओसवाल सभा भवन में आयोजित सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से राजस्थान बना तब से आरोप लगते रहे कि पूरब का पैसा पश्चिमी राजस्थान में अधिक लगता है, पर अब इस क्षेत्र के पैसे से ही पूरे प्रदेश का विकास होगा। 

गांव-गांव से बसें लाने के निर्देश 
इस सभा को यादगार व चुनावी सभा का रूप देने के लिए प्रदेश नेतृत्व ने गांव-गांव से बसें लाने के निर्देश दिए हैं। सांसद, जिला प्रमुख, विधायक और संगठन के ब्लॉक स्तर के पदाधिकारी लोगों को सभा तक लाने की तैयारियों में जुट गए हैं। सांसद हरीश चौधरी ने बताया कि सभी को जिम्मेदारी दे दी है कि वे बसें लेकर आएंगे। वैसे भी बाड़मेर के लोगों में रिफाइनरी को लेकर जबर्दस्त उत्साह है।
डोम व मंच तैयार, बेरिकेडिंग जारी 
सोनिया गांधी की सभा के लिए साजियाली शिलान्यास स्थल पर विशाल डोम बनाया गया है और उसे विस्तार दिया जा रहा है। मंच भी तैयार हो रहा है। करीब ढाई लोगों की क्षमता जितना मैदान समतल किया है, अब वहां बेरिकेडिंग का काम चल रहा है।
२१ से मुस्तैद हो जाएंगी सुरक्षा कंपनियां 
पचपदरा से दस किमी दूर बागूंडी रोड पर साजियाली शिलान्यास स्थल को पुलिस ने सुरक्षा घेरे में ले लिया है। बाड़मेर एसपी सवाईसिंह गोदारा ने बताया कि पुलिस मुस्तैद है और बाहर से आने वाली कंपनियां भी 21 सितंबर तक मुस्तैद हो जाएंगी। एसपीजी की एक टीम ने यहां पहुंच कर सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा की है। बीडीएस व मेटल डिटेक्टर की टीमों ने भी अपना काम शुरू कर दिया है।
सीएम से मिलकर कर्नल जुटे तैयारियों में
पचपदरा में रिफाइनरी का विरोध करने वाले विधायक कर्नल सोनाराम की गुरुवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात हुई। हेलिकॉप्टर से मुख्यमंत्री के साथ आए कामत और चंद्रभान का उन्होंने स्वागत किया। लीलाला से रिफाइनरी शिफ्ट होने का मलाल हालांकि अब भी कर्नल को है, मगर सोनिया गांधी की सभा होने के कारण वे भी तैयारियों में जुटे हुए हैं। कर्नल ने बताया कि सोनिया गांधी की सभा में जुटना तो है ही, मुख्यमंत्री से मिला था, मगर कामत मेरे दोस्त हैं इसलिए वे उनकी अगवानी करने गए थे।