नई दिल्ली : कांग्रेस ने सुषमा स्वराज की सोनिया गांधी के विदेशी मूल पर की गई टिप्पणी को बहुत ही अपरिपक्व बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि अगर पार्टी तय करे तो कांग्रेस प्रमुख कल ही प्रधानमंत्री बन सकती हैं और उन्हें किसी दूसरे की मंजूरी की जरूरत नहीं।
कांग्रेस प्रवक्ता पीसी चाको ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘निश्चित रूप से, अगर सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री बनना है तो उन्हें सुषमा स्वराज की स्वीकृति की जरूरत नहीं है। अगर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस तय करती है तो सोनिया गांधी प्रधानमंत्री के रूप में कल, 24 घंटे में काम संभाल सकती हैं। इसके लिए किसी के सहयोग या किसी की स्वीकृति की जरूरत नहीं।’ उन्होंने कहा कि अगर वह तय करती हैं तो वह किसी भी दिन प्रधानमंत्री का पद ग्रहण कर सकती हैं। उन्हें कई बार प्रधानमंत्री के पद की पेशकश की गई, उन्होंने इंकार कर दिया। इतिहास में इसकी कोई मिसाल नहीं है।
उन्होंने इस तर्क को खारिज किया कि कोई व्यक्ति जो सांसद है और राष्ट्रीय सलाहकार परिषद का अध्यक्ष भी है वह प्रधानमंत्री नहीं बन सकता। चाको ने लोकसभा में विपक्ष की नेता पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वरिष्ठ और गंभीर नेताओं को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘संसद सोनिया गांधी को सभी सम्मान दे रहा है। कोई समस्या नहीं है। यह बेहद अपरिपक्व बयान है।’
उन्होंने भाजपा नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि किसी ने यह प्रण लिया था कि अगर सोनिया 2004 में प्रधानमंत्री बनती हैं तो वह अपना सिर मुंड़ा लेंगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा कल एक बार फिर सामने आया जब भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि वह अब भी उनके (सोनिया) के प्रधानमंत्री बनने के विचार के खिलाफ हैं।
सुषमा ने यहां एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा, ‘मैंने हमेशा कहा है कि सोनिया गांधी हमारे देश में इंदिरा गांधी की पुत्रवधू और राजीव गांधी की पत्नी के रूप में आयी थीं तथा इस प्रकार वह हमारे प्यार और स्नेह की हकदार हैं। कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में वह हमारे सम्मान की हकदार हैं। लेकिन अगर वह प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं तो मैं नहीं कहूंगी।’
कांग्रेस प्रवक्ता पीसी चाको ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘निश्चित रूप से, अगर सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री बनना है तो उन्हें सुषमा स्वराज की स्वीकृति की जरूरत नहीं है। अगर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस तय करती है तो सोनिया गांधी प्रधानमंत्री के रूप में कल, 24 घंटे में काम संभाल सकती हैं। इसके लिए किसी के सहयोग या किसी की स्वीकृति की जरूरत नहीं।’ उन्होंने कहा कि अगर वह तय करती हैं तो वह किसी भी दिन प्रधानमंत्री का पद ग्रहण कर सकती हैं। उन्हें कई बार प्रधानमंत्री के पद की पेशकश की गई, उन्होंने इंकार कर दिया। इतिहास में इसकी कोई मिसाल नहीं है।
उन्होंने इस तर्क को खारिज किया कि कोई व्यक्ति जो सांसद है और राष्ट्रीय सलाहकार परिषद का अध्यक्ष भी है वह प्रधानमंत्री नहीं बन सकता। चाको ने लोकसभा में विपक्ष की नेता पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वरिष्ठ और गंभीर नेताओं को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘संसद सोनिया गांधी को सभी सम्मान दे रहा है। कोई समस्या नहीं है। यह बेहद अपरिपक्व बयान है।’
उन्होंने भाजपा नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि किसी ने यह प्रण लिया था कि अगर सोनिया 2004 में प्रधानमंत्री बनती हैं तो वह अपना सिर मुंड़ा लेंगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा कल एक बार फिर सामने आया जब भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि वह अब भी उनके (सोनिया) के प्रधानमंत्री बनने के विचार के खिलाफ हैं।
सुषमा ने यहां एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा, ‘मैंने हमेशा कहा है कि सोनिया गांधी हमारे देश में इंदिरा गांधी की पुत्रवधू और राजीव गांधी की पत्नी के रूप में आयी थीं तथा इस प्रकार वह हमारे प्यार और स्नेह की हकदार हैं। कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में वह हमारे सम्मान की हकदार हैं। लेकिन अगर वह प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं तो मैं नहीं कहूंगी।’
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