बाड़मेर दबंगों का दलित परिवारों पर कहर।
गाँव से बदर किया छ दलित परिवारों को ,कलेक्टर परिसर में लिया आश्रय
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बाड़मेर पाकिस्तान में हिन्दु परिवारों पर तो पिछले कई देशको से अत्यचार और जुल्म हो रहा है जिसके चलते कई हिन्दू परिवार पाक छोड़ कर भारत में आकर बस गए लेकिन अब भारत में भी हिन्दू परिवार पर जुल्म हो रहा है जी हा आपना ठीक सुना राजस्थान के बाड़मेर में पाक सीमा से सटे इटादा गाव में छ दलित परिवार के करीब चालीस से पचास सदस्यों पर जुल्म की इन्ताह हो गई अब इन पाक शरणार्थी परिवारों को गाव से बाहर निकला दिया गया है साथ यह भी फरमान सुना दिया गया है कि अगर किसी ने गाव में आने की हिम्मत जुटाई तो उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ सकता है पिछले करीब डेढ़ माह से इन परिवार के बच्चों से लेकर बुढो तक खोफ के साए में दर दर की ठोकरे खा रहे है राजनीति के दबाव के चलते कोई भी प्रशाशन अधिकारी इनकी फरियाद सुनने को तैयार नहीं है अब इन परिवार ने जिला कलेक्टर के बाहर ही धरना शरू कर दिया है
राजस्थान के बाड़मेर जिले के पाक सीमा से सटे इटादा गाव में रहने वाले शागरा राम दलित के साथ पाक शरणार्थी है इनके परिवार ने पाक में हिन्दुओं पर हो रहे अत्यचार और जुल्म के चलते चालीस साल पहले पाक छोड़ कर भारत में बाड़मेर जिले में पाक सीमा से सटे इटादा गाव में रह रहे थे लेकिन डेढ़ माह पहले ही एक जाति विशेष की लड़की को दलित लड़का भगा के ले गया लेकिन उसके बाद पुलिस ने उस लड़की और लड़के को बरामद कर दिया और लड़की को वापस उसके घर भेज दिया लेकिन उसके बाद गाव में रहने वाले दलित परिवार अत्यचार और जुल्म की शरुआत हुई फिर गाव में दलित परिवार के लोगो के साथ मारपीट से लेकर कई और घटनाए आखिर में इन दलित परिवार के लोगो के आशियानों को जला कर इनके गाव से बाहर निकला दिया शागरा राम का दस साल के बेटा मुकेश का कहना है कि जब वो डेढ़ माह पहले अपने भाई के साथ स्कूल गया तो कुछ लोगो ने उसके साथ मारपीट कर स्कूल से बाहर निकाल दिया और कहा दिया आगे से कभी स्कूल मत आना मासूम मुकेश की बातों से दर्द झलक रहा है,कि उसका परिवार बेघर हो गया है अब कभी किस गाव में डेरा डाल रहा है तो कभी जिला कलेक्टर के आगे लेकिन कोई उसके परिवार की नहीं सुना रहा
इटादा गाव में रहने वाले शागरा राम के अनुसार कुछ जाति विशेष के लोगो ने इस गाव को पाकिस्तान बना रखा है और हिन्दू परिवारों पर तो पाकिस्तान से ज्यादा भारत में हमारे गाव में अत्यचार और जुल्म हो रहा है सब मंत्री जी के कहने पर कोई भी अधिकारी हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है हम लोगो के गाव में घर जला दिए गए और हमें गाव से बाहर निकला दिया गया लेकिन डेढ़ माह से अब तक कोई कारवाही नहीं हुई हम खोफ के साए में जी रहे है लेकिन इस देश में भी हमारी कोई सुनने वाला नहीं है क्योकि हम दलित और गरीब है इस बारे में हमने कई बार प्रशाशन और पुलिस के अधिकारियो को अर्जी दी लेकिन आज दिन तक कई कारवाही नहीं हुई है राजनीति के दबाब के चलते अब हमारी यह माग है कि सरकार हमें राहत केम्प में रखे और गाव में जिन लोगो ने हम अत्यचार और जुल्म किया है उनके गिरफ्तार के साथ ही गाव में पुलिस चोकी बनाए ताकि हमें सुरक्षा मिल सके
इटादा गाव के चांदी देवी के अनुसार हमारी बहन बेटियों को गाव में घर से बाहर निकलने देते है और हम महिलाओ के साथ भी उन लोग भयंकर जुल्म किया है अब हमारे मासूम बच्चे और महिलाए बेघर हो गई है हमारे बच्चे और महिलाए खोफ के साए में जी रही है सरकार से यह माग है कि राहत केम्प में हमारे परिवारों को रखा जाए और सरकार हमें पूरी सुरक्षा दे
जब इस पुरे मामले के बारे में मीडिया ने बाड़मेर के जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटरू से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कमरे के सामने बोलने से इनकार कर दिया जब हमने पूछा कि प्रशाशन ने इस मामले अब तक क्या कारवाही की तो उनका कहना था कि हमने इस मामले में रिपोट मागी है लेकिन केमरे के सामने कोई भी हमारा अधिकारी नहीं बोलगा बात साफ़ है कि प्रशाशन इस मामले में राजनीतक डब्बा के चलते कुछ कारवाही नहीं कर पा रहे हैक्योकि बाड़मेर जिले से सूबे अशोक गहलोत सरकार में दो अल्पसख्य कोटे से मंत्री है और यह घटना भी उसी इलाके की है अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतना बड़ा मामला होने के बाद भी प्रसाशन ने कोई कारवाही नहीं की आखिर क्या प्रशाशन और पुलिस कोई बड़ी घटना का इन्तजार कर रहे है अब देखने वाली बात यह होगी कि इन दलित परिवार को न्याय मिल पाता है या नहीं
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बाड़मेर पाकिस्तान में हिन्दु परिवारों पर तो पिछले कई देशको से अत्यचार और जुल्म हो रहा है जिसके चलते कई हिन्दू परिवार पाक छोड़ कर भारत में आकर बस गए लेकिन अब भारत में भी हिन्दू परिवार पर जुल्म हो रहा है जी हा आपना ठीक सुना राजस्थान के बाड़मेर में पाक सीमा से सटे इटादा गाव में छ दलित परिवार के करीब चालीस से पचास सदस्यों पर जुल्म की इन्ताह हो गई अब इन पाक शरणार्थी परिवारों को गाव से बाहर निकला दिया गया है साथ यह भी फरमान सुना दिया गया है कि अगर किसी ने गाव में आने की हिम्मत जुटाई तो उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ सकता है पिछले करीब डेढ़ माह से इन परिवार के बच्चों से लेकर बुढो तक खोफ के साए में दर दर की ठोकरे खा रहे है राजनीति के दबाव के चलते कोई भी प्रशाशन अधिकारी इनकी फरियाद सुनने को तैयार नहीं है अब इन परिवार ने जिला कलेक्टर के बाहर ही धरना शरू कर दिया है
राजस्थान के बाड़मेर जिले के पाक सीमा से सटे इटादा गाव में रहने वाले शागरा राम दलित के साथ पाक शरणार्थी है इनके परिवार ने पाक में हिन्दुओं पर हो रहे अत्यचार और जुल्म के चलते चालीस साल पहले पाक छोड़ कर भारत में बाड़मेर जिले में पाक सीमा से सटे इटादा गाव में रह रहे थे लेकिन डेढ़ माह पहले ही एक जाति विशेष की लड़की को दलित लड़का भगा के ले गया लेकिन उसके बाद पुलिस ने उस लड़की और लड़के को बरामद कर दिया और लड़की को वापस उसके घर भेज दिया लेकिन उसके बाद गाव में रहने वाले दलित परिवार अत्यचार और जुल्म की शरुआत हुई फिर गाव में दलित परिवार के लोगो के साथ मारपीट से लेकर कई और घटनाए आखिर में इन दलित परिवार के लोगो के आशियानों को जला कर इनके गाव से बाहर निकला दिया शागरा राम का दस साल के बेटा मुकेश का कहना है कि जब वो डेढ़ माह पहले अपने भाई के साथ स्कूल गया तो कुछ लोगो ने उसके साथ मारपीट कर स्कूल से बाहर निकाल दिया और कहा दिया आगे से कभी स्कूल मत आना मासूम मुकेश की बातों से दर्द झलक रहा है,कि उसका परिवार बेघर हो गया है अब कभी किस गाव में डेरा डाल रहा है तो कभी जिला कलेक्टर के आगे लेकिन कोई उसके परिवार की नहीं सुना रहा
इटादा गाव में रहने वाले शागरा राम के अनुसार कुछ जाति विशेष के लोगो ने इस गाव को पाकिस्तान बना रखा है और हिन्दू परिवारों पर तो पाकिस्तान से ज्यादा भारत में हमारे गाव में अत्यचार और जुल्म हो रहा है सब मंत्री जी के कहने पर कोई भी अधिकारी हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है हम लोगो के गाव में घर जला दिए गए और हमें गाव से बाहर निकला दिया गया लेकिन डेढ़ माह से अब तक कोई कारवाही नहीं हुई हम खोफ के साए में जी रहे है लेकिन इस देश में भी हमारी कोई सुनने वाला नहीं है क्योकि हम दलित और गरीब है इस बारे में हमने कई बार प्रशाशन और पुलिस के अधिकारियो को अर्जी दी लेकिन आज दिन तक कई कारवाही नहीं हुई है राजनीति के दबाब के चलते अब हमारी यह माग है कि सरकार हमें राहत केम्प में रखे और गाव में जिन लोगो ने हम अत्यचार और जुल्म किया है उनके गिरफ्तार के साथ ही गाव में पुलिस चोकी बनाए ताकि हमें सुरक्षा मिल सके
इटादा गाव के चांदी देवी के अनुसार हमारी बहन बेटियों को गाव में घर से बाहर निकलने देते है और हम महिलाओ के साथ भी उन लोग भयंकर जुल्म किया है अब हमारे मासूम बच्चे और महिलाए बेघर हो गई है हमारे बच्चे और महिलाए खोफ के साए में जी रही है सरकार से यह माग है कि राहत केम्प में हमारे परिवारों को रखा जाए और सरकार हमें पूरी सुरक्षा दे
जब इस पुरे मामले के बारे में मीडिया ने बाड़मेर के जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटरू से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कमरे के सामने बोलने से इनकार कर दिया जब हमने पूछा कि प्रशाशन ने इस मामले अब तक क्या कारवाही की तो उनका कहना था कि हमने इस मामले में रिपोट मागी है लेकिन केमरे के सामने कोई भी हमारा अधिकारी नहीं बोलगा बात साफ़ है कि प्रशाशन इस मामले में राजनीतक डब्बा के चलते कुछ कारवाही नहीं कर पा रहे हैक्योकि बाड़मेर जिले से सूबे अशोक गहलोत सरकार में दो अल्पसख्य कोटे से मंत्री है और यह घटना भी उसी इलाके की है अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतना बड़ा मामला होने के बाद भी प्रसाशन ने कोई कारवाही नहीं की आखिर क्या प्रशाशन और पुलिस कोई बड़ी घटना का इन्तजार कर रहे है अब देखने वाली बात यह होगी कि इन दलित परिवार को न्याय मिल पाता है या नहीं
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