लाहौर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में चार बहनों द्वारा एक साथ आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस का कहना है कि इन्होंनेे इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उनके पिता उनकी शादी के लिए दहेज देने में समर्थ नहीं थे। जिसकी वजह से उनकी शादी नहीं हो रही थी। इन चारों बहनों ने अपने पिता बशीर अहमद राजपूत से बहस करने के बाद गुरूवार शाम एक नहर में कूद कर जान दे दी।
इनकी पांचवी बहन 24 वर्षीय प्रवीण ने भी नहर में छलांग लगाई थी लेकिन उसे स्थानीय लोगों द्वारा बचा लिया गया। मरने वालों में मुनिरा, जेनत, नाजिया और फैजा जिनकी उम्र 23 से 35 वर्ष के बीच थी शामिल हैं।
एक गरीब किसान की ये लड़कियों इसलिए दुखी थी कि उनके पिता उनकी शादी नहीं करा पा रहे थे। राजपूत ने पुलिस को बताया कि उनकी गरीबी और शादी में देरी ने मेरी इन अभागिन बेटियों को इस तरह का कदम उठाने के लिए मजबूर किया है। मेरे पास इतना पैसा नहीं था कि मैं मेरी बेटियों की शादी करा पाता। मैंने मेरी सारी बचत मेरी और दो लड़कियों की शादी में खर्च कर दी। मैं दुआ करता हूं कि इतनी बेटियां खुदा किसी और को ना दे।
उसने बताया कि मैं उस नहर के किनारे पर ही खड़ा था जहां उन्होंने कूद कर आत्महत्या की और मैं चिल्ला रहा था कि मेरी बेटियों को बचाओ।
बचावकर्मी चारों बहनों के शवों को ढूंढ रहे हैं और प्रवीण को नजदीक के अस्पताल ले जाया गया है।
इनकी पांचवी बहन 24 वर्षीय प्रवीण ने भी नहर में छलांग लगाई थी लेकिन उसे स्थानीय लोगों द्वारा बचा लिया गया। मरने वालों में मुनिरा, जेनत, नाजिया और फैजा जिनकी उम्र 23 से 35 वर्ष के बीच थी शामिल हैं।
एक गरीब किसान की ये लड़कियों इसलिए दुखी थी कि उनके पिता उनकी शादी नहीं करा पा रहे थे। राजपूत ने पुलिस को बताया कि उनकी गरीबी और शादी में देरी ने मेरी इन अभागिन बेटियों को इस तरह का कदम उठाने के लिए मजबूर किया है। मेरे पास इतना पैसा नहीं था कि मैं मेरी बेटियों की शादी करा पाता। मैंने मेरी सारी बचत मेरी और दो लड़कियों की शादी में खर्च कर दी। मैं दुआ करता हूं कि इतनी बेटियां खुदा किसी और को ना दे।
उसने बताया कि मैं उस नहर के किनारे पर ही खड़ा था जहां उन्होंने कूद कर आत्महत्या की और मैं चिल्ला रहा था कि मेरी बेटियों को बचाओ।
बचावकर्मी चारों बहनों के शवों को ढूंढ रहे हैं और प्रवीण को नजदीक के अस्पताल ले जाया गया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें