मंगलवार, 13 अगस्त 2013

देवघर के पाखंडी पंडे या भू-माफिया!



आज नरेन्द्र मोदी के नाम पर देश में धर्म और हिन्दुत्व को हवा दी जा रही है, युवाओं को हिन्दुत्व के नाम पर एक होने की सलाह दी जा रही है और वे अंधभक्ति में लीन होकर हिन्दुत्व-हिन्दुत्व का राग अलाप रहे हैं| मगर हम सबको यह जानना अतिआवश्यक भी है और हम में से कई यह जानते भी हैं, कि हिन्दुत्व और उसकी आस्था को डुबोने का काम इन हिन्दुत्व के ठेकेदारों ने ही किया है| यह लोग मन्दिरों, आश्रमों व बड़े-बड़े धर्म संस्थानों में धर्म के ठेकेदार बन कर बैठ गये हैं,  सही मायने में ये "धार्मिक गुरु" नहीं बल्कि गली-मौहल्ले के "गुंडे-मवाली व भू-माफिया" हैं, जिन्होंने अपने धन व बल का उपयोग करके इन संस्थानों में लगभग कब्जा सा कर लिया है| असली धर्म के वे विद्वान जो कभी हिंसा, जात-पात व ऊँच-नीच को अपने से दूर रखते थे, उन्हें इन गुंडों बदमाशों ने धार्मिक संस्थानों से लगभग खदेड़ सा दिया है जिसकी वजह से देश के 80% से 90% संस्थानों में इन गुंडे-मवालियों व भ्रष्ट नेताओं का कब्जा सा हो गया है| जिसके लिये यह पोस्ट पढिये-स्वामी दयानंद सरस्वती के सपनों का "आर्य समाज" क्या यह था?
जब ऐसे संस्थानों में "ढोंगी-पाखंडी" किस्म के "साधू महात्माओं" का कब्जा हो गया हो, तो हिन्दुत्व की रक्षा आखिर कौन कर पायेगा? इन पाखंडियों ने "संस्थानों व आश्रमों" की उन जगहों को अपनी "धन-लोलुपता" का स्थल बना कर रख लिया है| सही मायने में ईमानदारी से अगर हम इन पाखंडियों की दिनचर्या पर नज़र रखें तो इनका पाखंड खुलकर जनता के सामने दिखाई देने लगेगा| देश में जगह-जगह पंडा समाज और साधु समाज में घुलमिल गई पाखंडियों की जमात ने पंडों और साधू-सन्यासियों के नाम को पूरी तरह से बदनाम कर दिया है|
संगठन के सामने ऐसा ही एक मामला आया है लीलामन्दिर आश्रम, कबिलासपुर, झारखण्ड का| जिसमें होने वाली संदिग्ध गतिविधियाँ पूर्णरूप से यह दर्शा रही हैं, किआश्रम के अध्यक्ष स्वामी ध्यानचैतन्य जी ने क्षेत्र के भू-माफिया धर्मानंद झा और शिवानन्द झा जैसे पाखंडी पंडों के साथ मिलकर (संदेह है, कि मिले हुए हैं या फिर भयभीत हैं)ठाकुर दयानंद देव द्वारा 1921 में स्थापित आश्रम की जमीनों पर कब्जा करके बेचने का कार्य कर रहे हैंलीलामंदिर आश्रम की स्थापना ठाकुर दयानंद देव जी ने आदिवासियों, ग्रामीणों के उद्धार व विकास के लिये किया था, जिससे क्षेत्र में जागरूकता फैले और समाज का विकास हो, साथ ही यह ‘अरुणाचल मिशन’ का मुख्यालय भी है(नोटः किसी भी ट्रस्ट या आश्रम को अगर कोई जगह दान दी जाती है तो वह निजि उपयोग के लिये नहीं दी जाती बल्कि उस के उपयोग से आस-पास मौजूद जरूरतमंदों को सहायता देने के लिये दी जाती है और इस विश्वास के साथ दी जाती है कि कर्ताधर्ता उस जगह का उपयोग व उससे होने वाली आमदनी का उपयोग जरूरतमंदों को सहायता पहुँचाने के लिये करेगा) इस आश्रम के लिए भूमि यहीं के एक प्रतिष्ठित परिवार ने जनकल्यानार्थ दान में दी थी| मगर पिछले कुछ समय से इस आश्रम में कुछ असामाजिक तत्वों का आना जाना लगातार जारी है और आश्रम में रहने वाले कर्मचारियों व साधू-सन्यासियों के साथ मार-पीट, अपमान और मानसिक प्रताडनाओं का सिलसिला जारी है| जिससे दो तीन को छोड़कर लगभग सभी सन्यासी आश्रम को छोड़कर भागने पर मजबूर हो गये|

अभी कुछ दिन पहले ही स्वामी शिव चैतन्यानंद जी के साथ मारपीट की गई ऐसे हालात देखकर विशुद्ध चैतन्य जी ने(जिन्होंने कुछ समय पहले ही दीक्षा ली थी) ने आवश्यक कदम उठाते हुये संगठन के सहयोग से मामले को उजागर किया और असामाजिक तत्वों का एस.पी. श्री प्रभात कुमार व क्षेत्रीय थाना प्रभारी श्री बिरजू के सहयोग से आश्रम में आवागमन पर रोक लगवाई| जिसकी वजह से क्षेत्र में विशुद्ध चैतन्य जी रंगबाजों के निशाने पर आ गये हैं| परिमल बेनर्जी(ग्रामीणों का कहना है कि परिमल के सर पर मेयर बबलू खवाड़े जैसे सम्मानित लोगों का हाथ है) जैसे आश्रम के शुभचिंतक की धमकियों का सामना करना पड़ रहा है|परिमल का डर वहाँ के प्रमुख समाचारपत्र ‘प्रभात खबर’ के रिपोर्टरों को इतना है कि जिस दिन से  विशुद्ध चैतन्य जी ने FB के अपने Timeline पर(https://www.facebook.com/photo.php?fbid=162268900630456&set=a.116615985195748.1073741828.100005420410953&type=1&theaterपरिमल और स्वयं के बीच हुई वार्ता का अंश प्रस्तुत किया, एक रिपोर्टर नीरज मिश्रा (फोन-07240448444) की बोलती बंद हो गई और अब फोन रिसीव करने में भी डर रहें हैं(ठगों ने बेच दी शहीद आश्रम की जमीन,तालाब बेच रहे भूमाफियाआश्रम में हो सुरक्षा का पुख्ता इंतजामअभाविप कार्यकताओं ने फूंका भूमाफिया का पुतला)|

इस पूरे प्रकरण में आश्रम के अध्यक्ष जो पिछले 3 महीने से आश्रम से बाहर हैं, कि गतिविधियाँ सन्दिग्ध नज़र आ रही हैं क्योंकि उन्होंने उतनी बड़ी घटना होने के बाद भी विशुद्ध चैतन्य जी या स्वामी शिव चैतन्यानंद जी से कोई संपर्क करने की कोई कोशिश नहीं की जबकि बाहरी अफवाह यह भ्रम फैला रही है कि अध्यक्ष महोदय लगातार भू-माफियाओं के संपर्क में हैं और खबर यह भी सुनाई पड़ रही है कि आश्रम की पूरी जगह अध्यक्ष महोदय ने भूमाफियाओं के साथ मिलकर उनके कब्जे में दे दी है जो क्षेत्र में CBI के अफसरों द्वारा भू-माफियाओं के विरूद्ध चलाई जा रही गतिविधियों की वजह से आश्रम के ऊपर कब्जा नहीं कर पा रहे हैं मगर यह निश्चित है कि जैसे ही CBI क्षेत्र से बाहर निकल जायेगी और भू-माफियाओं के विरुद्ध जारी गतिविधियों को बंद कर देगी, उसके फौरन बाद ही यह भू-माफिया आश्रम पर कब्जा जमा लेंगे और आश्रम के कर्मचारियों और सन्यासियों को मार कर भगा दिया जायेगा| अगर कोई अभागा, विशुद्ध चैतन्य जी या स्वामी शिव चैतन्यानंद जी जैसे निडर सन्यासी नहीं भागे तो उन्हें जान से मार दिया जायेगा, जैसा कि वर्षों से होता चला आ रहा है क्योंकि इन भू-माफियाओं के खिलाफ बोलनेवाला गांव या आसपास के क्षेत्र में कोई है ही नहीं, न ही स्थानीय पुलिस प्रशासन इन भू-माफियाओं के खिलाफ कोई ठोस कदम उठा पाती है| क्षेत्र की कुछ पाखण्डी पंडे इन भू-माफियाओं के साथ मिलकर क्षेत्र में एक आतंकी माफिया के गैंग के रूप में कार्य करते हैं, और जरूरत पड़ने पर क्षेत्र के सांसद (उदाहरणार्थः निशिकांत दुबे केस) या प्रशासन (डी.सी. अविनाशकुमार कुमार केस) पर हमला करने से भी नहीं घबराते हैं| इन कामों के लिए ये लोग भोले-भाले ग्रामीणों और गरीब लोगों को उकसाते हैं और ज्यादातर खुद सामने नहीं आते, बदनाम होते हैं ग्रामीण और असली पण्डे जो पूजा पाठ करवाकर दो वक्त की रोटी का इंतजाम करते हैं|
देवघर, झारखण्ड के थानाध्यक्ष व ग्रामीणों की बात पर विश्वास करें तो डेढ़ साल पहले तक यहाँ सिर्फ पाखण्डी पंडों व भू-माफिया का जंगलराज चलता था और इनके लिये केन्द्र की सरकार या क्षेत्रीय प्रशासन कोई मायने नहीं रखता, कानून इनकी ठोकरों पर था| लेकिन जब से भू-माफिया सरगना ध्रुव नारायण परिहस्त गिरफ्तार हुआ है और सीबीआई को यहाँ जाँच शुरू करनी पड़ी, सभी भूमाफिया अपने अपने घरों में दुबक कर शान्ति पाठ कर रहें हैं लेकिन आश्रम में घटी हाल ही की घटना यह साबित कर रही है कि मामला अभी उतना शांत नहीं है, जितना बताया जा रहा है|
संगठन संबंधित मामले में CBI, गृह मंत्रालय, राज्य गृह विभाग, पुलिस प्रशासन को पत्र भेज रहा है, देखते हैं विशुद्ध चैतन्य जी जैसे लोगों की जान बचाने की ताकत क्या इस देश के कानून के पास है या नहीं? चूँकि विशुद्ध चैतन्य जी को ग्रामीणों का सहयोग मिलने लगा है, इसलिए आशा है कि देवघर में फैली अराजकता और भ्रष्टाचार से सम्बंधित कई तथ्य और सामने आयेंगे|

सोनिका शर्मा
मोब. 9920913897
भ्रष्टाचार विरूद्ध भारत जागृति अभियान

मिड-डे मील की दाल में फिर छिपकली



कोटा। नन्दी फाउण्डेशन के सेन्ट्रल किचन द्वारा परोसे जा रहे पोषाहार की शुद्धता पर एक बार फिर प्रश्नचिह्न लग गया। मंगलवार को शहर के शहीद अजय आहूजा सैकेण्डरी स्कूल में पोषाहार की दाल में छिपकली निकली। मरी हुई छिपकली दाल में नजर आने के साथ ही विद्यालय प्रबंधन ने पोषाहार वितरण रूकवा दिया और इस संबंध में अघिकारियों को सूचना दी। इसके बाद नन्दी फाउण्डेशन के स्थानीय अघिकारी मौके पर पहुंचे और विद्यार्थियों को बिस्कीट व कैले वितरित किए।


स्कूल के शिक्षकों ने बताया कि रोजाना की तरह 9.30 बजे पोषाहार आ गया था। मंगलवार को दाल-चावल आने थे। 10.00 बजे मध्याह्न हुआ और पोषाहार खोलकर एक प्लेट अलग निकाली गई। इसे कुछ शिक्षकों ने चखा और इसके बाद विद्यार्थियों को कतारबद्ध कर परोसना शुरू कर दिया। चावल परोसे जा चुके थे और दाल परोसना शुरू कर दिया था। दो-तीन विद्यार्थियों को दाल रखी जा चुकी थी और उन्होंने खाना शुरू भी कर दिया था, चौथे विद्यार्थी को जब दाल रखी जा रही थी तो उसमें मरा हुआ छिपकली का बच्चा नजर आया। यह देखते ही शिकायत प्रधानाध्यापक के पास पहुंची और दाल परोसना बंद कर दिया।

बच्चों से पोषाहार खाने के लिए मना कर दिया। जिन बच्चों को पोषाहार परोसा जा चुका था उन्हें भी खाने के लिए मना कर दिया गया और दाल व चावल एक तरफ एकत्रित कर दिए गए। विद्यार्थियों को कुछ देर इंतजार करने को कहा। इस दौरान अतिरिक्त जिला शिक्षा अघिकारी गंगाधर मीणा को इसकी सूचना दे दी गई। नन्दी फाउण्डेशन को भी सूचित कर दिया गया।

सूचना के बाद नन्दी फाउण्डेशन के अघिकारी स्कूल आ गए और उन्होंने सारा मामला देखा। इसके बाद विद्यार्थियों के लिए केले और बिस्कीट मंगवाए गए और पोषाहार की जगह यही बच्चों को वितरित किए गए। विद्यालय में कुल 120 विद्यार्थी हैं। इसमें से कक्षा 6 से 8 तक में 40 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इन्हीं का पोषाहार आता है। स्थानीय अध्यापकों ने बताया कि इससे पहले पोषाहार में कोई शिकायत नहीं आई।
कैसे आई छिपकली
समन्वयक ने कहा, बरतन साफ नहीं थे

सेन्ट्रल किचन के स्थानीय समन्वयक एएम खान ने कहा कि स्कूल में पोषाहार खिलाने के बाद बरतन ठीक से साफ नहीं किए जाते। अगले दिन उन्हीं बरतनों में पोषहार ले लिया जाता है। ऎसा हो सकता है कि गंदगी होने के कारण बरतन में छिपकली हो और उसी में दाल डाल दी गई। हमारी तरफ से पोषाहार में कोई कमी नहीं थी।


मरी हुई छिपकली बरतनों में नहीं होती

स्कूल प्रींसिपल तारा फूलचंदानी ने कहा कि स्कूल में बरतन पूरी तरह से साफ करके रखे जाते हैं। मरी हुई छिपकली बरतनों में नहीं निकलती। दाल परोसते समय उसमें से मरी हुई छिपकली मिली है। उन्हें बता भी दिया गया है। अघिकारियों को सूचना दे दी गई थी। इससे पहले कभी पोषाहार को लेकर शिकायत नहीं थी।

बेपरवाह निकले अघिकारी

स्कूल के पोषाहार में जब छिपकली निकलने का मामला सामने आया तो भी शिक्षा विभाग के अघिकारी अपने निर्घारित कार्यक्रमों के अनुसार ही चलते रहे। अतिरिक्त जिला शिक्षा अघिकारी गंगाधर मीणा को इस बात की सूचना प्रधानाध्यापक द्वारा दी गई। इसी तरह प्रारंभिक शिक्षा में पोषाहार प्रभारी ने भी इसे अपनी जिम्मेदारी नहीं बताया। सूचना के बाद स्कूल की छुट्टी होने तक यहां कोई अघिकारी नहीं पहुंचा।


शिक्षा अघिकारी ने कहा, ...हां फोन आया था

अतिरिक्त जिला शिक्षा अघिकारी(माध्यमिक) गंगाधर मीणा ने कहा कि, मैं यहां सूरजपोल स्कूल में नोडल के संस्था प्रधानों की बैठक में हूं। फोन तो आया था, कह दिया था पोषाहार मत खिलवाओ। उधर, प्रारंभिक शिक्षा पोषाहार प्रभारी महेन्द्र शर्मा का कहना है कि शहीद अजय आहूजा स्कूल सैकेण्डरी है, मुझे इस बात की जानकारी नहीं है। मुझे बताया भी नहीं गया, इसलिए कहां जाता।

रिश्वत मामले में मास्टरजी को 2 साल कारावास


बीकानेर 
राजस्थान में भ्रष्टाचार निवारण न्यायालय बीकानेर ने एक अध्यापक को रिश्वत के मामले में दो वर्ष के कठोर कारावास एवं पन्द्रह हजार रूपए के जुर्माने की सजा सुनाई हैं।

भ्रष्टाचार निरोधक व्यूरों की महानिरीक्षक स्मिता श्रीवास्तव के अनुसार न्यायालय ने अभियुक्त एवं बीकानेर जिले के बालिका माध्यमिक स्कूल नोहर के तत्कालीन अध्यापक कम बाबू राधेश्याम शर्मा को दंड संहिता की धारा 468 एवं 477 ए में दो वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई।

उन्होंने बताया कि स्कूल के अध्यापक एवं अध्यापिकाओं नेराधेश्याम के खिलाफ पांचवें वेतन आयोग से वेतन वृदि्ध का एरियर फर्जी हस्ताक्षरों से उठाकर अध्यापकों को नुकसान पहुंचाने की शिकायत की थी। इस पर व्यूरों ने राधेश्याम के खिलाफ 24 जुलाई 1999 में मामला दर्ज किया था।

शिक्षक के गलत व्यवहार को लेकर सौंपा ज्ञापन

शिक्षक के गलत व्यवहार को लेकर सौंपा ज्ञापन

दलपत धतरवाल

बाड़मेर बायतु-उपखण्ड क्षेत्र के जाखडा ग्राम पंचायत के रा.उ.प्रा.वि.सुथारो की ढाणी में कार्यरत शिक्षक रामूराम द्वारा विद्यालय समय के अलावा छात्राओ को रोक कर पोषाहार में से स्वयं के खाना बनवाना तथा अव्यवहारिक कार्य करवाने के सम्बन्ध में ग्रामीणों ने कई बार शिक्षक रामूराम को हिदायत भी दी लेकिन उसके व्यवहार में कोई बदलाव नही आया। तथा शिक्षक रामुराम ने विकास अधिकारी को प्रधानाध्यापक सुभाष चन्द्र की झूठी शिकायते कर प्रतिनियुक्ति दूसरी जगह करवा दी। शिक्षक रामुराम पिछले पांच सालों से विद्यालय के अन्दर ही निवास कर रहा हैं।ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी आलौक जैन,विकास अधिकारी मनवीर सिंह बेनीवाल,प्रधान व बीईईओ को ज्ञापन सौंप प्रधानाध्यापक सुभाष चन्द्र की प्रतिनियुक्ति निरस्त करने तथा शिक्षक रामुराम के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।

बायतु स्कूल की जमीन पर निजी मकान का निर्माण

बायतु स्कूल की जमीन पर निजी मकान का निर्माण
-उपखण्ड अधिकारी आलौक जैन को सौंपा ज्ञापन
दलपत धतरवाल

बाड़मेर जिले के बायतु उप खंड के झाखादा गाँव में सरकारी विद्यालय की जमीन पर निजी माकन के निर्माण का मामला प्रकाश में आया। बायतु-गिडा तहसील क्षेत्र के जाखडा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर स्थित  रा.मा.वि.जाखडा के मुख्य गेट पर अध्यापक खेताराम पुत्र नरसिंगाराम जाट द्वारा अवैध तरीके से विद्यालय गेट के पास मकान निर्माण हेतु निर्माण सामग्री डाल दी हैं।विद्यालय की कुल पांच बीघा हैं।विद्यालय के मुख्य
गेट मर निर्माण सामग्री डालने से विद्यालय का रास्ता पूरी तरह से बंद होगया है।विद्यालय के आसपास अन्य लोगों ने भी कब्जे करने शुरू कर दिए हैं।ग्रामीणों ने उपखण्ड अधिकारी आलौक जैन को ज्ञापन सौंप विद्यालय केपास हो रहे अवैध निर्माण सहित अन्य कब्जो को हटाने की मांग की।

बाड़मेर विद्युत् लाइन मेन को रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार

बाड़मेर   विद्युत् लाइन मेन को रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के चौहटन तहसील के नेत्राद गाँव में भरष्टाचार निरोधक विभाग ने विद्युत् विभाग के लाइन मेन को एक परिवादी से पांच हज़ार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया हें। ब्यूरो ने बताया की नेतराड गाँव में निजी कंपनी का मोबाईल टावर लगा हें जिसकी बिजली बार बार बाधित हो रही थी ,कंपनी के करमचार जोमाराम रबारी ने लाइन मेन इसराराम जात से बात की तो उसने पांच हज़ार रुपये देने को कहा। पांच हज़ार के बदले तोवर की बिजली बाधित नहीं होने का कहा।परिवादी ने ब्यूरो से शिकायत दर्ज कराई जिसका भौतिक सत्यापन किया जाकर आज लाइन मेन इसर राम को परिवादी ने रंग लगे नोट दिए। ब्यूरो प्रभारी शाम्भ सिंह भाटी के नेतृत्व में ब्यूरो टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। /ब्यूरो की कार्यवाही चल रही हें।
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करोड़पति किन्नर को मिला एक संत और हुआ चमत्कार!



गुना। हजारों की भीड़ में एक किन्नर ऐसा भी है, जो बधाई गाने और त्योहारों पर चंदा मांगने के लिए नहीं बल्कि अपने चमत्कारी गुणों के कारण लोगों में जाना जाता है। इस किन्नर के पास करोड़ों की संपत्ति है। वहीं कमाई के नाम पर इसके पास है तो सिर्फ एक छोटी सी मिठाई की दुकान। जी हां दो रुपए किलो में मिठाई बेचने वाले इस किन्नर के पास एक ऐसी जादुई ताकत है, जिसके दम पर इसने करोड़ों रुपए कमाएं।



यह अनोखा मामला भोपाल के पास स्थित गुणा जिले का है। यहां रहने वाली किन्नर सुशीला माली भी अन्य किन्नरों की तरह लोगों के घर जाकर बधाई गीत गाया करती थी। लेकिन एक दिन अचानक उसके साथ ऐसा कुछ हुआ जो उसने बधाई गीत गाना छोड़कर धर्म का रास्ता अपना लिया।



कुछ दिनों पहले ही सुशीला ने एक दत्तक पुत्र को गोद लिया है। अपने इस बेटे के नाम सुशीला ने ढाई करोड़ की एफडी करवाई है। अपने जीवन की पूरी कमाई सुशीला ने अपने इस बेटे के नाम कर दी है।किन्नर सुशीला मुलत: किशनगढ़ राजस्थान की रहने वाली है, जो कुछ सालों पहले ही गुणा में रहने आई है। एक दिन सुशीला ने मुनि सुधासागर महाराज के प्रवचन सुने। प्रवचन सुनकर वह इतना प्रभावित हुई कि उसने अपने सारे पुराने काम छोड़ दिए। वह गलत काम करने वाले लोगों अपने अंदाज में सबक सिखाने लगी।
सुशीला की मिठाई की दुकान खोलने के पीछे भी एक कहानी है। दरअसल कुछ महीनों पहले एक गाय न हलवाई की दुकान की मिठाई जूठी कर दी थी। इस पर गुस्साए हलवाई ने गाय को गर्म कौंचा से मारा। इस मार से गाय को गहरा जख्म हो गया।गाय को उपचार न मिलने की दशा में उस जख्म में इन्फेक्शन हो गया और गाय की मौत हो गई। इस पर सुशीला ने हलवाई को सबक सिखाने की सोची और स्वयं एक मिठाई की दुकान खोल ली। सुशीला अपनी दुकान पर दो रुपए किलो में मिठाई बेचने लगी इससे उक्त हलवाई को काफी नुकसान सहना पड़ा।गाय की मौत से दुखी सुशीला ने गायों की रक्षा का संकल्प लिया और पुष्कर में एक गौशाला भी खोली। सुशीला की इस गौशाला में 300 गाय है। सुशीला धर्म का काम करने के साथ ही चमत्कार भी करती है। अपने चमत्कार की वजह से वह लोगों के साथ ही मीडिया की भी सुर्खियों में बनी हुई है।अपने चमत्कार दिखाते हुए सुशीला ने एक अखबार अपने सामने रखा और उसे ध्यान से देखने लगी। कुछ गुरु मंत्र पढ़ते हुए सुशीला ने कागज को हाथ में लिया और इससे कागज में आग लग गई। जलते हुए कागज की आरती बनाकर उसने मुनिश्री की आरती की। इतना ही नहीं सुशीला ने बिना ड्रायवर के एक फोर व्हीलर को भी चला दिया। वह कहती हैं कि 10 किमी तक वह बिना ड्रायवर के वाहन चला सकती हैं। सुशीला ने बताया कि मुनिश्री का नाम जपने से उसके सभी कार्य हो जाते हैं।

बाडमेर में सेना भर्ती रैली 17 से 25 अगस्त तक


बाडमेर में सेना भर्ती रैली 17 से 25 अगस्त तक
बाडमेर, 13 अगस्त।

बाडमेर में 17 से 25 अगस्त तक तीन जिलों के अभ्यर्थियों की सेना भर्ती रैली आयोजित की जाएगी। भर्ती में बडी संख्या में युवाओं के आगमन के मद्दे नजर तैयारियों को लेकर जिला कलेक्टर भानु प्रकाष एटूरू की अध्यक्षता में मंगलवार को बैठक आयोजित की गई।
जिला कलेक्टर ने भर्ती के दौरान कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था के लिए भर्ती स्थल पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात करने तथा भर्ती रैली में आने वाले युवकों के आते समय व वापस जाते समय रेल्वे प्लेटफार्म, रोडवेज, बस स्टेण्ड, टेम्पों स्टेण्ड, धर्मषाला स्थल आदि स्थानों पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात करने के निर्देष दिए। इसी प्रकार उन्होने ट्रेक निर्माण, बेरीकेटिंग, टेण्ट, फर्नीचर, ध्वनि विस्तारक यन्त्र, फायर ब्रिगेड एवं सफाई व्यवस्था हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देष दिए।
जिला कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भर्ती प्रक्रिया के दौरान भर्ती स्थल पर दो मेडिकल टीमों का गठन कर एक एम्बुलेन्स मय स्टाफ एवं जीवन रक्षक दवाईयों के साथ उपलब्ध रखने के निर्देष दिए। उन्होंने अभ्यर्थियों के लिए उचित दरों पर खाना, चाय, नाष्ता के लिए अस्थाई स्टाॅल लगाने तथा पेयजल आदि की व्यवस्था सुनिष्चित करने को कहा।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक सवाईसिंह गोदारा, अतिरिक्त जिला कलक्टर अरूण पुरोहित, भूमि अवाप्ति अधिकारी नखतदान बारहठ सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
ये रहेगा कार्यक्रम
सेना भर्ती निदेषक कर्नल बी.एन. चेतन ने बताया कि 17 अगस्त को जैसलमेर जिले के युवाओं तथा मुख्यालय क्षेत्रीय भर्ती कार्यालय जयपुर द्वारा बाहरी/विषेष मंजूरी प्राप्त अभ्यार्थियों की भर्ती की जाएगी। इसी तरह 18 को बाडमेर जिला तथा फलोदी तहसील के अभ्यार्थी, 19 को जोधपुर जिले की ओसियां तथा षेरगढ तहसील, 20 को भोपालगढ, लूणी, पीपाड सिटी तहसील, 21 को बिलाडा और जोधपुर तहसील के युवाओं की भर्ती की जाएगी। 22 से 23 अगस्त तक उम्मीदवारों के दस्तावेजों की जांच तथा चिकित्सा परीक्षण, 24 को प्रवेष पत्र वितरण तथा 25 अगस्त को लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी।
मजिस्टेªट नियुक्त
जिला कलेक्टर ने आदर्ष स्टेडियम में 17 से 25 अगस्त तक आयोजित होने वाली आर्मी भर्ती रैली के दौरान कानून एवं षांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु कार्यपालक मजिस्टेªट नियुक्त किये है। उन्होने 17 तथा 18 अगस्त के लिए भूमि अवाप्ति अधिकारी सीईआईएल बाडमेर व तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्टेªट बाडमेर, 19 अगस्त के लिए उपखण्ड अधिकारी बाडमेर व नायब तहसीलदार बाडमेर, 20 अगस्त के लिए उपखण्ड मजिस्टेªट बायतु व तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्टेªट षिव, 21 अगस्त के लिए उपखण्ड मजिस्टेªट बाडमेर व तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्टेªट षिव तथा 22 से 25 अगस्त के लिए तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्टेªट बाडमेर को मजिस्टेªट नियुक्त किया गया है।

बाड़मेर कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने किया विभिन्न क्षेत्रों का दौरा


बाड़मेर कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने किया विभिन्न क्षेत्रों का दौरा

बाड़मेर, 13 अगस्त।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष फतेह खां ने मंगलवार को बालोतरा एवं सिवाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों का दौरा करके आमजन की समस्याओं को सुना और उनके यथायोग्य समाधान का आश्वासन दिया। जिलाध्यक्ष ने आमजन को कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों एवं योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने अपने पांच साल के स्वर्णिम कार्यकाल के दौरान अंतिम पंक्ति में बैठी अवाम के कल्याण के लिए निरंतर प्रयास किये हैं, सरकार शीघ्र ही खाद्य सुरक्षा अधिनियम जैसे महत्वपूर्ण कानून लागू कर रही है जिससे आम गरीब को बेहतर फायदा मिलेगा। कांग्रेस सरकार सभी वर्गों, धर्मों एवं क्षेत्रों के विकास के लिए कटिबद्ध है। सरकार ने पांच साल में बहुत सी महत्ती योजनाऐं क्रियान्वित करके सर्वांगीण विकास का प्रयास किया है।जिलाध्यक्ष फतेह खां ने आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को विजयी बनाकर पुनः सत्ता में लाने का आह्वान किया।


कांग्रेस कार्यालय पर झण्डारोहण प्रातः 8.30 बजे
जिला कांग्रेस कमेटी बाड़मेर के कार्यालय में स्वतंत्रता दिवस समरोह पूर्वक मनाया जायेगा।जिला प्रवक्ता मुकेश जैन ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कांग्रेस कार्यालय पर प्रातः 8.30 बजे जिलाध्यक्ष फतेह खां द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जायेगा।जैन ने बताया कि इस कार्यक्रम में सांसद हरीश चैधरी, राजस्व मंत्री हेमाराम चैधरी, अल्प संख्यक मामलात राज्य मंत्री अमीन खां, जिला प्रमुख मदनकौर, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, नगर परिषद् सभापति उषा जैन, जिला कांग्रेस पदाधिकारी, सदस्य, अग्रिम संगठनों के पदाधिकारी, ब्लाॅक अध्यक्षों सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस

जैसलमेर में स्वाधीनता दिवस पर 31 लोगो का होगा सम्मान

जैसलमेर में स्वाधीनता दिवस पर 31 लोगो का होगा सम्मान

जैसलमेर, 13 अगस्त/ स्वाधीनता दिवस पर जैसलमेर जिला मुख्यालय स्थित शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में आयोजित परम्परागत जिलास्तरीय मुख्य समारोह में उल्लेखनीय एवं उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 31 लोगों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।जिला कलक्टर एन.एल मीना एवं पुलिस अधीक्षक हेमन्त शर्मा द्वारा प्रषंसा पत्र के लिए प्राप्त आवेदन पत्रों पर समीक्षा की जाकर अन्तिम रूप से 31 व्यक्तियों का चयन पुरूस्कार के लिए किया गया।
अतिरिक्त जिला कलक्टर मानाराम पटेल ने बताया कि 15 अगस्त को मुख्य अतिथि द्वारा जिला स्तरीय समारोह में इन लोगो का प्रषंसा पत्र प्रदान किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि सन्तोष कुमार कक्षा दसम आदर्ष विधा मन्दिर उच्च माध्यमिक विधालय, पोकरण को वर्ष 2012-13 में कक्षा 10वीं में प्रथम स्थान अर्जित करने, लीलाधर पालीवाल कक्षा 12वीं ए.के. पब्लिक उच्च माध्यमिक विधालय पोकरण को कक्षा 12वीं विज्ञान वर्ग में प्रथम स्थान वितरित करने, रजत कुमार कक्षा 12वीं मान्टेषरी बाल निकेतन उच्च माध्यमिक विधालय जैसलमेर को कक्षा 12वीं वाणिज्य वर्ग में प्रथम स्थाना अर्जित करने, कुमारी मनीषा कक्षा 12वीं राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय चाॅंदन को कक्षा 12वीं की कला वर्ग में प्रथम स्थान अर्जित करने, दामिनी जंगा कक्षा 12वीं को विज्ञान वर्ग में जिले स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त करनेे के लिए पुरूस्कृत किया जायेगा।
इसीप्रकार कुमारी स्नेहा भाटी केन्द्रीय विधालय वायु सेना को हैण्डबाॅल प्रतियोगिताओं में सम्भागीय स्तर पर सिल्वर मेडल प्राप्त करने, सुषील कुमार जुनवाल कनिष्ठ लेखाकार कोष कार्यालय को पेंषन महाभियान में उत्कृष्ट कार्य करने, विक्रम सिंह यादव मेल नर्स झिनझिनयाली को शत् प्रतिषत विभागीय लक्ष्य अर्जित करने, अमर सिंह सहायक कर्मचारी पीडब्ल्यूडी को लगन एवं निष्ठा से कार्य सम्पादित करने, जयदेव सिंह चैहान तकनीकी सहायक विधुत वितरण निगम को बिजली बचत योजना में सराहनीय कार्य करने, भंवर लाल सुथार अध्यापक राउप्रावि मोढा गणेषपुरा को राष्ट्रीय कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी निभाने, अमृत लाल सोनी अध्यापक राउप्रावि चैनपुरा को शत् प्रतिषत परीक्षा परिणाम देने, वीरेन्द्र सिंह राठौड बाल कलाकार को दिल्ली में आयोजित 60वें राष्ट्रीय फिल्म पुरूस्कार से सम्मानित होने, सुमेर सिंह चारण कार्यवाहक छात्रावास पोकरण को सराहनीय सेवाएं देने, प्रहलाद सिंह राजपुरोहित कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास को राज्य महिला आयेाग की सफल जनसुनवाई करवाने के लिए सम्मानित किया जायेगा।
इसीप्रकार महेन्द्र कुमार चावरिया व भगवानदास सफाई कर्मचारी नगर परिषद् को राष्ट्रीय त्यौहारों में सफाई के उत्कृष्ट कार्य करने, देवीलाल टेलर वरिष्ठ अध्यापक को खेलकूद गतिविधियों में उत्कृष्ट कार्य करने, मुकेष हर्ष सहायक रोवर लीडर को रोवर गतिविधियों के सफल संचालन के लिए, प्रदीप शर्मा को वृक्ष वृधक अवाॅर्ड प्राप्त करने, सुमेल सिंह समाज सेवी को पेंषन महाभियान में सक्रिय सहयोग देने, स्वास्तिक वासु केन्द्रीय विधालय को कक्षा 10वीं में प्रथम स्थान प्राप्त करने, पुखराज माली अध्यापक पोकरण को चुनाव संबंधी कार्य में उत्कृष्ट कार्य करने, मुकेष कुमार पुलिस कांसटेबल को गोडावन षिकारियों को पकडवाने में सक्रिय भूमिका निभाने, तगाराम भील लोक कलाकार को अलगुंजा वादन में अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त करने, भगवान दास सोनी को जैसलमेर फोर्ट पैलेस म्युजियम में चोरी हुई बहुमूल्य तलवार की बरामदगी में पुलिस को सहयोग देने, राजेन्द्र शर्मा वरिष्ठ लिपिक जिला कलक्टर कार्यालय को लोक सेवा गारण्टी प्रदान अधिनियम में उल्लेखनीय कार्य करने, फतेहसिंह वाहन चालक जिला कलक्टर कार्यालय को निष्ठा पूर्ण सेवाएं देने, नखत सिंह सहायक कर्मचारी जिला कलक्टर कार्यालय को निष्ठा से कार्य करने, तुलसीदास भार्गव सहायक कर्मचारी तहसील कार्यालय को निष्ठा से कार्य करने व श्याम सिंह जंगा अधिषाषी अभियन्ता मुख्यमंत्री बजट घोषणाओं की सफल माॅनिटरिंग करने के लिए पुरूस्कृत किया जायेगा।


स्वाधीनता दिवस समारोह परेड का अंतिम पूर्वाभ्यास संपन्न
जैसलमेर,
राष्ट्रीय पर्व स्वाधीनता दिवस समारोह के उपलक्ष में 15 अगस्त, गुरूवार को मुख्य समारोह के अवसर पर सर्किल इंस्पेक्टर मोहनसिंह राठौड़ के नेतृत्व में प्रस्तुत की जाने वाली परेड एवं मार्चपास्ट का मंगलवार को प्रातःकाल स्थानीय शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में अतिरिक्त जिला कलक्टर मानाराम पटेल देखरेख में अन्तिम पूर्वाभ्यास सम्पन्न हुआ।
सर्किल इंस्पेक्टर राठौड़ ने नेतृत्व में पुलिस विभाग की टूकड़ी, अरबन, होमगार्ड्स, एन.सी.सी.जूनियर, स्काउट एवं गल्र्स गाईड, एसपीसी प्लाटून की टुकड़ियों ने अन्तिम पूर्वाभ्यास के दौरान मार्चपास्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन उद्घोषक मनोहर महेचा ने किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक समूह नृत्य घूमर का अन्तिम पूर्वाभ्यास माया व्यास ,कृष्णा खत्री तथा अरुणा व्यास के निर्देशन में किया गया एवं किषनीदेवी मंगनीराम राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विधालय की बालिकाओं ने सांस्कृतिक समूह नृत्य प्रस्तुत किया। अन्तिम पूर्वाभ्यास के अवसर पर वरिष्ठ शारीरिक षिक्षक भीख सिंह भाटी, मदनलाल गज्जा, गुमान सिंह गौड, रतन ंिसह भाटी, भंवर सिंह सोलंकी, लीलाधर पुरोहित, श्रीमती चंचल पुरोहित, श्रीमती संगीता आचार्य, श्रीमती विधा भाटी, श्रीमती अलका व्यास एवं दरिया शर्मा के निर्देषन में जैसलमेर नगर की 30 विद्यालयो के 1 हजार छात्र-छात्राओं द्वारा सामूहिक व्यायाम प्रदर्षन किया गया।
अन्तिम पूर्वाभ्यास के अवसर पर पुलिस टुकडी का नेतृत्व रिजर्व सब स्पेक्टर जीवणाराम, बार्डर हाॅम गार्ड का नेतृत्व प्लाटून कमाण्डर किषनाराम, अरबन होमगार्ड का नेतृत्व आॅनरेरी प्लाटून कमाण्डर मानसिंह राठौड, एनसीसी जूनियर का नेतृत्व रामसिंह भाटी, स्काउट का नेतृत्व सिदेस प्रजापत, गल्र्स गाइड का नेतृत्व रोहिता कुमावत एवं एसपीसी प्लाटून का नेतृत्व सायना द्वारा किया गया। इसीप्रकार व्यायाम नेतृत्व उपेन्द्र राठी, योगेष कुमार, शैतानसिंह भाटी, कुमारी कविता, कुमारी विष्णु कंवर, ममता देवपाल, महेष कुमार सेन, सुषील कुमार खत्री, रोहित ंिसंह व यषराज द्वारा किया गया। इस अवसर पर करणी बाल मन्दिर विद्यालय की बालिकाओं द्वारा कमल पुष्प चक्र प्रस्तुत किया गया। बैण्ड मास्टर केसराराम के निर्देषन में पुलिस बैण्ड द्वारा राष्ट्रीय धुनें प्रस्तुत की गई। सांस्कृतिक समूह का कुषल पूर्वाभ्यास लोक कलाकार कमरूदीन द्वारा करवाया गया।
अन्तिम पूर्वाभ्यास के अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामसिंह, जिला षिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रभुलाल पंवार, प्रधानाचार्य बंषीलाल सोनी, षिक्षा प्रकोष्ठ प्रभारी श्रीवल्लभ पुरोहित, आयुक्त जयसिंह परिहार उपस्थित थे।
स्वतंत्रता दिवस पर शुष्क दिवस घोषित
जैसलमेर, 13 अगस्त/ राज्य सरकार द्वारा स्वाधीनता दिवस के उपलक्ष्य में शुष्क दिवस घोषित किया है। इस दिवस को जिले में स्थित मदिरा/डोडा पोस्त एवं भांग की समस्त दुकाने बन्द रहेंगी तथा इनका क्रय विक्रय नहीं होगा। अतिरिक्त आबकारी आयुक्त जाॅन जोधपुर ने शुष्क दिवस की पालना के लिए जिला आबकारी अधिकारी, सहायक आबकारी अधिकारी एवं आबकारी निरोधक दल को निर्देष दिए है कि शुष्क दिवस की पालना सुनिष्चित करावे।
अतिरिक्त आबकारी आयुक्त ने जिला पुलिस अधीक्षक को यह आग्रह किया है कि वे स्वाधीनता दिवस के शुष्क दिवस की पालना में आबकारी विभाग को आपेक्षित सहयोग प्रदान करावे। उन्होंने आबकारी विभाग के अनुज्ञाधारियों को निर्देष दिए कि वे शुष्क दिवस पर अपनी समस्त दुकाने/गोदाम आदि बन्द रखेंगे। कही पर भी दुकान खुली पाई जाने पर अनुज्ञा पत्र की शर्तो की अवेहलना मानते हुए उनके विरूद्ध आबकारी अधिनियम के अन्तर्गत नियमानुसार कार्यवाही की जायेंगी।





सरकार को बताओ कर ली शादी,नहीं तो 50 रूपए जुर्माना

नई दिल्ली। आपने शादी तो कर ली लेकिन उसकी सूचना सरकार को नहीं दी तो पचास रूपए जुर्माना लगेगा। जन्म और मृत्यु के पंजीकरण की व्यवस्था पहले से थी लेकिन अब विवाह के पंजीकरण को लाजमी करने का कानून आया है जिसमें शादी का पंजीकरण करना अनिवार्य होगा। लेकिन इस कानून का उल्लंघन करने वालों के लिए महज पचास रूपए के जर्माने का प्रावधान किया गया है। सरकार को बताओ कर ली शादी,नहीं तो 50 रूपए जुर्माना
राज्यसभा में मंगलवार को जब जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रीकरण (संशोधन) विधयेक 2012 आया तो ज्यादातर सदस्यों को इस बात पर आपत्ति थी कि कानून के उल्लंघन के मामले में बहुत दंड रखा गया है और यह व्यवस्था मखौल बनकर रह जाएगी।

समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव और कांग्रेस के शादीलाल बत्रा ने जुर्माने की कम राशि पर एतराज किया। यादव यह भी जानना चाहते थे कि अगर कोई एक विवाह के बाद दूसरी शादी करता है तो क्या उसका भी पंजीकरण अनिवार्य होगा।

भाजपा के बासवराज पाटिल, बहुजन समाज पार्टी के वीर सिंह, मार्क्सवादी सी पी नारायण, निर्दलीय प्यारी मोहन महापात्र और बीजू जनता दल के शशिभूषण मेहरा के अलावा भाजपा के अविनाश राय खन्ना ने विधेयक का स्वागत किया।

नवजात बच्ची बेचते 2 गिरफ्तार

फुलेरा। कस्बे के सांसी बस्ती के पास सोमवार रात को नवजात बच्ची को बेचने का मामला सामने आने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि नवजात बच्ची को 50 हजार रूपए में बेचा जा रहा था।नवजात बच्ची बेचते 2 गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक बाबूलाल जांगिड ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि सोमवार रात को करीब11 बजे उसके मोबाइल पर किसी अज्ञात आदमी का फ ोन आया कि सांसी बस्ती के पास दो जने एक नवजात बच्ची को बेचने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर परिवादी ने मौके पर पहुंचकर 50,000 रूपए में सौदा तय कर 5000 रूपए हीरालाल पुत्र सुवालाल बलाई निवासी हरिपुरा व रमेश पुत्र धन्नालाल बलाई निवासी देवा का बास थाना रेनवालहाल किरायेदार बड़ की ढाणी फु लेरा को दिए। बाकि राशि देने के बहाने तत्काल पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के अनुसार, सोमवार की देर रात यहां के राजकीय अस्पताल में एक अविवाहित युवती ने बच्ची को जन्म दिया था। वह अपनी बुआ के साथ 11 अगस्त को अस्पताल आई थी। युवती ने अस्पताल के रजिस्टर में अपना गलत नाम दर्ज कराया था। इधर, अस्पताल के डॉ. महेश कडेल का कहना है कि युवती प्रसव पीड़ा से परेशान थी। भर्ती करने के बाद उसका प्रसव कराया गया। कमजोर होने के कारण जच्चा और बच्चा दोनों को जयपुर के जे.के.लोन अस्पताल रैफ र किया गया।

‘राहुल गांधी प्याज ऋण योजना के लिए अप्लाई करें. एप्लिकेशन को चेक कर मंजूरी रॉबर्ट वाड्रा देंगे



यूपीए चेयरपर्सन और कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा गुड़गांव में हुई एक जमीन की डील को लेकर विवादों में हैं. विपक्ष उन्हें सरकारी दामाद बताकर कह रहा है कि वाड्रा स्कूल ऑफ मैनेजमेंट खोला जाना चाहिए. ट्विटर पर भी मंगलवार को दिन भी रॉबर्ट वाड्रा को लेकर ट्वीट होते रहे. रॉबर्ट वाड्रा के नाम से तीन अकाउंट भी खुले हैं, जो कि जाहिर है कि फर्जी हैं. पहले का नाम है रॉबर्ट वाड्रा प्याज. दूसरे में वाड्रा का परिचय लिखा है कि वह मिर्गी की बीमारी से ग्रस्त हैं और चाहते हैं कि उनके मदर इन लॉ कुछ घोटाले कर उन्हें पैसे दें, मगर उसे दहेज का नाम न दें. तीसरे अकाउंट में वाड्रा को राष्ट्रीय दामाद बताया गया है. बहरहाल, हम आपके लिए लाए हैं मंगलवार को पोस्ट किए गए और वायरल हुए कुछ चुनिंदा तीखे ट्वीट

1. कृपया राहुल गांधी प्याज ऋण योजना के लिए निवेदन भेजें. सभी प्रार्थना पत्र व्यक्तिगत रूप से दामाद 420 रॉबर्ट वाड्रा चेक करेंगे.

2. वाकई, कांग्रेस ठीक कह रही है. रॉबर्ट वाड्रा एक अपराधी है. उसको कानून के मुताबिक सजा देनी चाहिए, न कि संसद में उस पर बहस होनी चाहिए.

3. देश के सभी बीमारू उद्योगों को मिस्टर रॉबर्ट वाड्रा से बिजनेस टेक्नीक्स सीखनी चाहिए.

4. शोर मचा है ट्विटर पर. रॉबर्ट वाड्रा ट्रेंड कर रहे हैं. मगर आखिरी में क्या होगा. क्लीन चिट मिलेगी

5. हावर्ड यूनिवर्सिटी ने रॉबर्ट वाड्रा को भारत में जमीन पर कब्जा विषय पर व्याख्यान देने के लिए बुलाया है.

6. कपिल सिब्बल का इस मसले पर बयानः देखिए, इस जमीन के सौदे से देश को किसी भी तरह का राजस्व नुकसान नहीं हुआ है. जमीन तो अभी भी वहीं पर है न. किसी ने भी खरीदी या बेची हो.

7. लॉ क्यों मानें, जब इन-लॉज हों इतने ताकतवर

8. ब्रेकिंग न्यूजः रॉबर्ट वाड्रा ने अगस्ता वेस्ट लैंड खरीदा और इसे डीएलएफ को बेहद कम दामों पर बेच दिया. वॉड्रानॉमिक्स का कमाल है ये

9. कांग्रेस का तर्क है कि रॉबर्ट वाड्रा एक प्राइवेट पर्सन हैं. तो फिर एयरपोर्ट पर उन्हें सिक्युरिटी चेक से छूट वाली लिस्ट में क्यों शामिल किया गया.

10. क्या जमाई राजा (पढ़ें रॉबर्ट वाड्रा) और ए. राजा में कोई फर्क है. गरीब ए. राजा को ही जेल में क्यों भेजा जाता है.

11. रॉबर्ट वाड्रा की स्टोरी को एमबीए स्कूल में केस स्टडी के तौर पर पढ़ाया जा सकता है. इस केस का टाइटल होगा, इन लॉज का इस्तेमाल कर करोड़पति कैसे बनें.

12. रॉबर्ट वाड्रा के मुद्दे पर हर कांग्रेस को चुप रहने का आदेश दिया गया है. इसे राजीव गांधी दामाद बचाओ योजना का नाम दिया गया है.

13. इंडियन नेशनल लोकदल के मुखिया चौटाला को टीचर भर्ती घोटाले में जेल जाना पड़ा. क्या रॉबर्ट वाड्रा को भी सजा मिलेगी. अरे गुस्सा क्यों होते हो रॉबर्ट भाई, मैं तो मजाक कर रहा था.

14. रॉबर्ट वाड्रा ने फर्जी डॉक्युमेंट्स के जरिए गुड़गांव में 3.53 एकड़ जमीन ली. आईएएस खेमका की जांच. सोनिया गांधी फिर लिखेंगी आईएएस के समर्थन में चिट्ठी. ओह...रुकिए. शायद ऐसा न हो इस बार.

15. रॉबर्ट वाड्रा पछता रहे होंगे कि उस जमीन को बेचने के बजाय उस पर प्याज ही उगा लेता. मुनाफा तब भी होता.


 साभार ... http://aajtak.intoday.in/ 

5 साल से अपने ही घर में कैद एक परिवार... l


खौफ के साये में बिजेंदर का परिवार

ये ना तो बिग बॉस का घर है और ना ही ये सब बिग बॉस के मेहमान. ये दिल्ली का एक आम परिवार है, पर पूरी दिल्ली से जुदा. क्योंकि दिल्ली का ये परिवार पिछले पांच सालों से अपने ही घर में कैद है. हालांकि बाकी दिल्ली की तरह इस घर के लोग भी सुबह उठते हैं, तैयार होते हैं लेकिन काम पर बाहर जाने की बजाय सबके सब बस इसी कमरे में बंद हो कर रह जाते हैं. खौफ ऐसा कि घर में कोई एक-दो नहीं, बल्कि 16 सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं. जो यहां होने वाली हर हरकत को चौबीसों घंटे रिकॉर्ड करते हैं.

घर के रास्ते में, मेन गेट पर, बरामदे में और यहां तक कि लिविंग रूम में भी ये कैमरे हर वक्त चालू रहते हैं. यानी घर के अंदर की हर हरकत हर पल कैमरे में कैद होती रहती है. आलम ये है कि घर के बाहर कब सुबह होती है और कब शाम ढलती है. इन्हें पता तक नहीं नहीं चलता. और तो और इस घर के बच्चों ने भी इसी ख़ौफ़ के चलते स्कूल तक जाना छोड़ दिया है. छोटी बेटी कभी-कभार स्कूल चली भी जाती है, लेकिन बड़ी बेटी ने पिछले तीन सालों से स्कूल का मुंह तक नहीं देखा.

पर्व-त्यौहार के मौके पर दोस्त-रिश्तेदार जरूर आ जाते हैं, बधाइयां देकर चले जाते हैं लेकिन इस परिवार के लोग किसी के घर नहीं जा सकते. अब सवाल ये है कि आखिर वो कौन सा खौफ है, जिसने इस परिवार को पिछले पांच सालों से अपने ही घर में कैद कर रखा है. क्यों ये परिवार घर से बहर नहीं निकलता. क्यों इस परिवार के बच्चे स्कूल नहीं जाते. क्यों परिवार के बड़े काम पर बाहर नहीं निकलते. क्यों ये परिवार घर के अंदर 16 सीसीटीवी कैमरे के साए में जीने को मजबूर है.

केबल ऑपरेटर का काम करनेवाले बिजेंदर सिंह और उनके परिवार की जिंदगी पहले ऐसी नहीं थी बल्कि अब से पांच साल पहले उनका परिवार भी एक आम और खुशहाल जिंदगी जी रहा था. घर के लोग साथ रहते थे, साथ घूमने जाते थे, बच्चियां स्कूल जाती थीं लेकिन 12 नवंबर 2004 को बिजेंदर के साथ एक ऐसी वारदात हुई, जिसने सिर्फ बिजेंदर ही नहीं, बल्कि उनके कुनबे की दुनिया बदल दी.

इस रोज़ बदमाशों के एक गैंग ने बिजेंदर की जान लेने के लिए उनके दफ्तर पर धावा बोला. खुशकिस्मती से बिजेंदर तब वहां नहीं थे जिससे उनकी जान बच गई, लेकिन जाते-जाते बदमाशों ने बिजेंदर के एक मुलाजिम की गोली मार कर जान ले ली. ये हमला इलाके के शातिर बदमाश चंद्र प्रकाश उर्फ चंदू ने किया था.

दरअसल, बिजेंदर की दुकान पर हुआ ये हमला जबरन वसूली से इनकार करने का नतीजा था. बिजेंदर के केबल का कारोबार उन दिनों शबाब पर था और उनकी इसी तरक्की को बदमाशों की नजर लग गई. अब बिजेंदर ने अपने मुलाजिम के घरवालों को इंसाफ़ दिलाने की लड़ाई शुरू की.

पुलिस ने कातिलों के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू की और बिजेंदर ने तमाम धमकियों की अनदेखी करते हुए चंद्र प्रकाश उर्फ चंदू के खिलाफ कोर्ट में गवाही दी. इंसाफ़ की कसौटी पर बिजेंदर की ये गवाही चंदू की ताबूत में आखिरी कील साबित हुई और उसे सजा हो गई. पहले उन्हें सेशन कोर्ट में जीत मिली और फिर हाई कोर्ट में.

अब बिजेंदर ने चैन की सांस ली. उन्हें दो बातों का सुकून था. अव्वल तो ये कि उन्होंने मुश्किल से ही सही, लेकिन अपने मकतूल मुलाजिम को इंसाफ दिलाने में कामयाबी हासिल कर ली और दूसरा ये कि गुनहगार चंदू को सजा होने के बाद अब आने वाले दिनों में उन्हें कम से कम चंदू से कोई डर नहीं रहा.

कुछ सालों तक बिजेंदर की ये सोच सही साबित हुई लेकिन इसके बाद तकरीबन दो साल बाद फिर एक ऐसी बात हुई, जिसने बिजेंदर के पैरों तले जमीन खिसका दी. अचानक उनके मोबाइल पर एक अंजान नंबर से फोन आया. इधर, बिजेंदर ने फोन उठाया और उधर से दूसरी तरफ चंदू की आवाज गूंजी. लेकिन फिर ये कैसे मुमकिन था. क्योंकि सेशन कोर्ट के बाद हाई कोर्ट ने भी चंदू की अपील खारिज कर दी थी और उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. वो तो जेल में बंद था.

मोबाइल पर सुनाई पड़ी चंदू की आवाज ने बिजेंदर को चौंका दिया. उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर चंदू उन्हें इस तरह फोन कैसे कर सकता है, क्योंकि वो तो जेल में बंद था और जेल में उसे कोई हफ्ते दस दिन नहीं, बल्कि ताउम्र रहना था, क्योंकि उसे उम्र कैद की सजा हुई थी.

पहले तो बिजेंदर ने इसे किसी की शरारत समझ कर भूलने की कोशिश की. लेकिन चंद रोज बाद जब उसके मोबाइल पर फिर एक दूसरे नंबर से फोन आया, तो वो उलझन में पड़ गया, क्योंकि इस बार भी दूसरी तरफ वही आवाज़ थी. फोन करनेवाले ने खुद को चंदू बताया और कहा कि उसने उसे बेशक सलाखों के पीछे पहुंचा दिया हो, लेकिन अगर जीना है तो अब वो उसकी मांग पूरी करने को तैयार हो जाए. फोन करनेवाला इस बार ढाई लाख रुपये मांग रहा था.

दूसरे फोन कॉल के बाद बिजेंदर के लिए अब इसे हल्के में लेने की कोई वजह नहीं बची, क्योंकि इस बार फ़ोन करनेवाले उसकी बात नहीं मानने पर उसे ना सिर्फ जान से मारने की धमकी दी, बल्कि ये भी कहा कि वो उनकी बेटियों को भी नहीं छोड़ेगा. इसके बाद बिजेंदर के मोबाइल पर एक के बाद एक कई फोन आए.

अब परेशान बिजेंदर ने पुलिस के दरवाजे पर पहुंचा लेकिन पहले तो पुलिस ने उसे चलता करने की कोशिश की, मगर बाद में अदालत के कहने पर उसने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली. तफ्तीश के सिलसिले में जब पुलिस ने उन नंबरों को सर्विलांस पर लिया, तो पता चला कि सभी के सभी नंबर ना सिर्फ तिहाड़ जेल के इलाके में एक्टिव थे, बल्कि इन्हीं नंबरों से बिजेंदर के मोबाइल पर फोन भी किया गया था.

लेकिन अजीब बात ये थी कि इस चौंकानेवाले सच के सामने आने के बाद भी पुलिस की कान में जूं नहीं रेंग रही थी. उधर, बिजेंदर के हाथ पांव फूलने लगे थे, क्योंकि उसे ये लगने लगा था कि जो शख्स जेल में बैठ कर एक नहीं, कई अलग-अलग नंबरों से फोन कर सकता है, वो जेल में बैठ कर ही उसे नुकसान भी जरूर पहुंचा जा सकता है और इसी बीच चंदू ने अपनी बातों को सही साबित करने के लिए वो काम कर दिखाया, जिसके बारे में बिजेंदर ने सोचा भी नहीं था.

रात के अंधेरे में गली में मौजूद बाइकरों की ये भीड़ महज इत्तेफाक नहीं है बल्कि बाइकरों का ये गैंग चंदू की उन धमकियों का प्रैक्टिकल है, जो वो लगातार जेल में बैठे-बैठे बिजेंदर को देता रहा है. सीसीटीवी फुटेज में बाइकरों का एक गैंग संगम विहार में ठीक उसी जगह पर आकर रुकता है, जहां बिजेंदर का मकान है. इनमें हर बाइक पर दो से तीन लोग बैठे हैं, जो किसी को ढूंढ़ते हुए नज़र आते हैं. दरअसल, ये चंदू के वो गुर्गे थे, जो यहां बिजेंदर की तलाश में पहुंचे थे. पहले तो इनमें से एक बाइकर बिजेंदर के घर जा कर उनके बारे में पता करता है और जब घरवाले बिजेंदर के वहां नहीं होने की बात कहते हैं, तो बाइकरों का गैंग उनके दफ्तर के लिए रवाना हो जाता है लेकिन इसी बीच सीसीटीवी कैमरे मं वो तस्वीर कैद होती है, जिसे देख कर कोई भी हैरान रह जाएगा.
खौफ के साये में बिजेंदर का परिवार
ये देखिए बिजेंदर का पता करनेवाले बदमाश किस तरह खुलेआम हथियार लहराते हुए उसे ढूंढ़ रहे हैं. सीसीटीवी में अपनी हरकतों के कैद होने से बेखबर ये बदमाश जब बिजेंदर की तलाश में पहुंचे थे, तो उन्होंने बाकायदा अपने साथ हथियार ले रखे थे. खुशिकस्मती से उस रोज बिजेंदर तो नहीं मिले, लेकिन बदमाशों की ये हरकत सीसीटीवी में जरूर कैद हो गई.

हालांकि इतना होने के बावजूद पुलिस ने बिजेंदर को मिल रही चंदू की धमकियों को गंभीरता से नहीं लिया. उधर, धीरे-धीरे बिजेंदर और उसका पूरा परिवार खौफ के साए में जीने लगा. बेटियों को मिल रही धमकियों की वजह से उन्होंने अपनी बड़ी बेटी के स्कूल जाने पर भी रोक लगा दी और घर में ही ट्यूशन लगवा कर उसे पढ़ाने लगे. अपनी हिफाजत के लिए उन्हें निजी सुरक्षा गार्ड यानी पीएसओ तैनात करना पड़ा, जो अब भी हर वक्‍त किसी साए की तरह हमेशा उनके साथ रहता है और अब तक हाई कोर्ट ने भी इस मामले की नजाकत को भांपते हुए दिल्ली पुलिस को उन्हें 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराने का हुक्म दिया है.

इतना होने के बावजूद पुलिस की तफ्तीश में अब तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, जिससे चंदू का हौसला टूटे और बिजेंदर और उनका परिवार दूसरे तमाम लोगों की तरह एक आम जिंदगी जी सके.


दुल्‍हन ने पति को गिफ्ट में दे दी किडनी



एक नई-नवेली दुल्‍हन ने अपने पति को शादी का ऐसा तोहफा दिया है, जिसकी कोई कीमत नहीं चुकाई जा सकती. जी हां, इस दुल्‍हन ने पति को अपनी किडनी ही गिफ्ट में दे दी.

वेल्‍स की रहने वाली 27 वर्षीय लीजा पार्सल ने अपने बीमार पति ली पार्सल के लिए यह कुर्बानी दी है. अब उनके पति का जल्‍द ही ऑपरेशन होने वाले है. इस दौरान लीजा की किडनी उनके पति के शरीर में प्रतिरोपित की जाएगी. ली के मुताबिक, 'यह शादी का पर्फेक्‍ट तोहफा है.'

लीजा का यह फैसला इसलिए भी तारीफ के काबिल है क्‍योंकि दर्द की कल्‍पना से भी उनके हाथ-पैर फूल जाते हैं. पेशे से नर्स लीजा का कहना है कि वह अपने पति की खातिर कुर्बानी देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.

वे कहती हैं, 'अगर ईमानदारी से कहुं तो मैं थोड़ी सी डरपोक हूं. किसी भी तरह के दर्द से मुझे बहुत डर लगता है. लेकिन यह अलग बात है. इस ऑपरेशन से हम दोनों को फायदा होगा क्‍योंकि इससे ली औरों की तरह जिंदगी जी पाएंगे.'

33 साल के ली पार्सल को दो साल पहले ही पता चला कि उनकी किडनी सिर्फ पांच फीसदी ही काम कर रही हैं. इसके बाद उन्‍हें इमरजेंसी डायलिसिस पर रखा गया. उनकी सेहत साल 2012 में तब और बिगड़ गई जब हाई ब्‍लड प्रेशर के चलते उन्‍हें दिल का दौरा पड़ा. इसके बाद से वे कई दिनों तक अस्‍पताल में रहे.

ली और लीजा ने इसी साल जून में शादी की है और उन्‍हें उम्‍मीद है कि अगले छह महीनों में ऑपरेशन हो जाएगा. दोनों बचपन से एक-दूसरे को पसंद करते हैं और उन्‍हें 13 साल तक एक साथ डेटिंग भी की.

ली पार्सल कहते हैं, 'यह पर्फेक्‍ट वेडिंग गिफ्ट है. लेकिन यह ऐसा तोहफा है, जिसकी कीमत मैं कभी नहीं चुका पाऊंगा. वह इतनी तकलीफ सिर्फ मेरे लिए सहन करेगी और मैं इसके लिए उसका आभार नहीं जता सकता. मैं जितना हो सके उसका खयाल रखने की कोशिश करूंगा.'

गौरतलब है कि किडनी खून को शुद्ध करने का काम करती है और अगर ऐसा ना हो तो इंसान की जिंदगी को खतरा पैदा हो जाता है. लोग एक किडनी से भी आराम से जिंदा रह सकते हैं.