रविवार, 11 अगस्त 2013

बाप बना हैवान,चार साल से बेटी से कर रहा था रेप

नई दिल्ली। दिल्ली में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। करावल नगर इलाके में एक पिता पिछले चार साल से अपनी ही बेटी से बलात्कार कर रहा था। जब उसने बड़ी बेटी की इज्जत पर भी डाका डालने की कोशिश की तब मां और दोनों बेटियों ने पुलिस थाने में कलयुगी पिता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। बाप बना हैवान,चार साल से बेटी से कर रहा था रेप
पुलिस ने आरोपी राम अवतार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी एचआईवी पॉजिटीव है। जांच के लिए उसे जीटीबी अस्पताल ले जाया गया। जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक 17 साल की पीडिता 12 वीं क्लास में पढ़ती है। पिता उससे पिछले चार साल से बलात्कार कर रहा था।

शुक्रवार को आरोपी ने 19 साल की बड़ी बेटी को भी अपनी हवस का शिकार बनाना चाहा,तब छोटी बेटी से रहा नहीं गया और उसने मां को जानकारी दी। इसके बाद मां दोनों बेटियों को लेकर थाने पहुंची और शिकायत दर्ज कराई। दिल्ली के महिला आयोग ने कड़कड़डूमा कोर्ट में बçच्चयों के बयान दर्ज करवाए हैं।

यूपी में बड़े सेक्स रैकेट का भांडाफोड़, रंगरेलियां मनाते 56 लड़के-लड़कियां गिरफ्तार

गाजियाबाद. गाजियाबाद के बजरिया इलाके में एक सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है। इसमें 56 लड़के और लड़कियों को पकड़ा गया है। पुलिस को लगातार यहां से शिकायतें मिल रही थीं। सूचना के आधार पर पुलिस ने होटल में छापा मारकर इन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस मामले में दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी कर दिया गया है।
यूपी में बड़े सेक्स रैकेट का भांडाफोड़, रंगरेलियां मनाते 56 लड़के-लड़कियां गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक, बजरिया इलाके के होटल गोपाल प्लाजा में काफी दिनों से सेक्स रैकेट चलाया जा रहा था। कई बार की नाकामी के बाद आखिरकार पुलिस को सेक्स रैकेट पकड़ने में सफलता मिल ही गयी। गाजियाबाद पुलिस ने शहर के कोतवाली इलाके के बजरिया इलाके में एक सेक्स रैकेट का खुलासा किया है। मौके से 56 लड़के और लड़कियों को पकड़ा गया है और भारी मात्रा में फोटो आईडी कार्ड्स बरामद हुए हैं।

मामले की गंभीरता को देखते हुए छापेमारी के दौरान गाजियाबाद के एसएसपी धर्मेन्द्र सिंह यादव खुद मौके पर पहुंचे। एसएसपी ने बजरिया के पुलिस चौकी इंचार्ज देवेन्द्र सिंह और के कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। पुलिस होटल के मालिक, मैनेजर और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है।

फर्जी माता-पिता बन नाबालिग की रचाई शादी!

आगरा। फर्जी माता-पिता बन नाबालिग लड़की की शादी रचाने का मामला प्रकाश में आया है। हैवानों ने पहले तो लड़की का अपहरण किया, फिर 4.5 लाख रूपए में उसका सौदा विकलांग युवक के हाथों कर दिया। शनिवार को आगरा पुलिस ने साजिश में शामिल एक महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि तीन अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ माथुर ने शनिवार को पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि एत्माद्दौल्ला थाना क्षेत्र से अनुसूचित जाति की 13 वर्षीय लड़की कल्पना
(काल्पनिक नाम) की विकलांग युवक विशाल निवासी वजीरपुरा थाना भोपाली जनपद फरीदाबाद हरियाणा से रचाई गई थी। इसमें आदेश तथा उसकी पत्नी 

राजबाला (निवासी थाना वैसुम्मा मेरठ) कल्पना के पिता-माता बनकर शादी की सभी रस्मों को निभाए थे। जबकि मनबीर पुत्र कन्हैया निवासी ग्राम बनी थाना
किला परीक्षतगढ़ जनपद मेरठ ने शादी कराने में बिचौलिए की भूमिका निभाई थी। 

तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जबकि साजिश में शामिल चार आरोपियों रजनी पत्नी बुंटू तथा हुकुम सिंह (दोनों निवासी गजरौला जनपद
जेपी नगर), मनोज निवासी मीरापुर तथा विशाल पुत्र रमेश निवासी फरीदाबाद हरियाणा को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी जा रही है। सभी आरोपियों के 

खिलाफ एत्माददौल्ला थाने में अपराध संख्या 713/13 धारा 363, 366, 368, 370, 372, 328 आईपीसी, 4 बाल विवाह अघिनियम व लैंगिक अपराध
संरक्षण अघिनियम धारा 6 , 3 (1) 12 एससी/एसटी अघिनियम तथा 23 किशोर न्याय अघिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है। 


कैसे हुआ खुलासा: एत्माद्दौल्ला थाने में 13 जनवरी 2013 को अनुसूचित जाति की लड़की कल्पना की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। कल्पना ने छह
बाद 20 जुलाई 2013 को अपने घर पर सूचित किया कि मुझे विशाल पुत्र रमेश वजीरपुर हरियाणा में रखा गया है। इस सूचना के मिलने पर आगरा पुलिस 

हरियाणा से पीडिता कल्पना को साथ लेकर 26 जुलाई को वापस आगरा आ गई।


कल्पना ने पुलिस को बताया कि 13 जनवरी की सुबह 7 बजे वह अपने घर से दीपक के घर दूध पहुंचाने जा रही थी। रास्ते में दो महिलाओं ने कहा कि तुम्हारे
पापा बुला रहे हैं। वह उसके साथ चलने लगी। इसी दौरान एक महिला ने नशीला पदार्थ सुुंघा दिया, जिससे वह बेहोश हो गई। दोनों महिलाएं उसे ट्रेन से 

मुरादाबाद ले गईं और गजरौला में रजनी नामक महिला के घर छोड़ दिया, जहां उससे घर का काम कराया जाता था। 13 जुलाई को रजनी ने उसे आदेश के पास
पहुंचा दिया। इसके बाद आदेश और मनोज ने उसकी शादी विशाल निवासी फरीदाबाद से कर दी, जहां उसे पत्नी बनाकर रखा गया।

नाकाबंदी तोड़ भागी जीप से 850 किलो डोडा जब्त



जोधपुर। जिले की खेड़ापा थाना पुलिस ने शनिवार देर शाम नाकाबंदी तोड़कर भाग रही पिकअप जीप का पीछा कर साढे आठ क्विंटल डोडा पोस्त बरामद कर एक युवक को गिरफ्तार किया, जबकि चालक भाग निकला। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल प्रकाश के अनुसार नागौर की तरफ से पिकअप जीप में मादक पदार्थ भरा होने की सूचना मिली। इस पर खेड़ापा थाने के सामने नाकाबंदी की गई।

इसी बीच देर शाम तेज रफ्तार में आ रही जीप को रूकने का इशारा किया गया, लेकिन चालक नाकाबंदी तोड़कर जीप को जोधपुर की तरफ भगा ले गया। इस पर थाना प्रभारी सुरेश चौधरी के नेतृत्व में जीप का पीछा शुरू किया गया।

बावड़ी के पास पुलिस ने पिकअप जीप पकड़ ली, लेकिन इस दौरान चालक हनुमान विश्Aोई मौका देखकर भाग निकला। तलाशी लेने पर जीप से साढ़े आठ सौ किलो डोडा पोस्त बरामद हुआ। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर भोपालगढ़ थानान्तर्गत बागोरिया गांव निवासी ईश्वर (20) पुत्र रामपाल जाट को गिरफ्तार किया। प्रारम्भिक पूछताछ में सामने आया कि वे मध्यप्रदेश से मादक पदार्थो की खेप लेकर जोधपुर में सप्लाई करने जा रहे थे।

प्रेमी से उजड़वाया सुहाग



सेन्दड़ा (पाली)। पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग 14 पर कुरातिया सरहद में एक युवक की धारदार हथियार से हत्या के मामले का राजफाश करने के साथ ही मामले में मृतक की पत्नी सहित दो आरोपितों को गिर?तार किया है। अवैध स?बन्धों के चलते की गई युवक की हत्या के मामले में दो विघि उल्लंघनकर्ताओं को पुलिस संरक्षण में लिया गया है और एक आरोपित अभी फ रार है।



थाना प्रभारी अनिल कुमार विश्नोई के अनुसार रामदेवरा पैदल जा रहे लाणदी मसूदा निवासी सुरेशसिंह रावत की हत्या करने के मामले में मृतक की पत्नी सुनीतादेवी से पूछताछ की गई तो उसने राणीसागर खरवा ब्यावर निवासी 20 वर्षीय मंगलसिंह पुत्र बुद्धासिंह व उसके तीन दोस्तों के साथ मिलकर धारदार हथियार से वार कर हत्या करना कबूल किया।

इस पर पुलिस ने सुनीता, मंगलसिंह को गिर?तार किया है। वहीं शिवपुरा कन्नौज पीसांगन निवासी एक 16 वर्षीय व देलवाड़ा ब्यावर निवासी 17 वर्षीय किशोर को संरक्षण में लिया है। देलवाड़ा ब्यावर निवासी श्रवणसिंह पुत्र शंकरसिंह अभी फ रार है। पुलिस आरोपित से प्रयुक्त हथियार, मृतक का मोबाइल, नकदी बरामद कर घटनास्थल की तस्दीक भी करवाएगी। सुनीता ने पुलिस को दिन?ार गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस अधीक्षक विष्णुकांत के निर्देशन पर सेन्दड़ा थानाप्रभारी अनिल विश्नोई व रायपुर थाना प्रभारी मनोज राणा की टीम ने हत्या का राजफ ाश किया।

धो?ाा देकर लाई
आरोपित सुनीता ने अपने पेट दर्द को बहाना बनाते हुए पति से रामदेवरा चलने की जिद की। पति ने बस से जाने को कहा। इस पर सुनीता ने कहा उसने पैदल यात्रा की मनौती मानी तो दर्द ठीक हो गया। पत्नी की आस्था दे?ाकर सुरेश का मन बदला और वह मासूम पुत्री को दादी के पास छोड़ पैदल रवाना हो गया। बाइक से आए आरोपित हत्या के बाद बाइक को साइड में र?ाकर करीब एक घंटे तक चट्टान पर बैठे रहे और झूठी कहानी रची। इसके बाद सुनीता को छोड़कर स?ाी आरोपित ब्यावर की ओर ?ााग छूटे और सुनीता ने एक मकान में जाकर घटना के बारे में बताया और मृतक के जीजा को सूचना दी।

तीन माह पहले की दोस्ती में तोड़ी कसमें
पांचों आरोपित ब्यावर क्षेत्र के पीपलाज रीको एरिया में मजदूरी करते थे। वहीं मंगलसिंह की दोस्ती सुनीता से करीब तीन माह पहले ही हुई थी। सुरेशसिंह के मौत के घाट उतारने के बाद साथ में जीने-मरने की कसमें खाई।

'फ्री' पर भाजपा खिलाफ,कांग्रेस पक्ष में

'फ्री' पर भाजपा खिलाफ,कांग्रेस पक्ष में 

जयपुर। सुप्रीम कोर्ट ने भले ही राजनीतिक दलों को घोषणा पत्र में नि:शुल्क सुविधाओं से संबंघित योजनाओं को शामिल किए जाने पर रोक लगाने के दिशा-निर्देश दिए हो, लेकिन प्रदेश में सत्तारूढ़ दल को इससे परहेज नहीं है।



कांग्रेस का मानना है कि सरकार के पास यदि पर्याप्त बजट हो तो जनता की जरूरतों के आधार पर नि:शुल्क सुविधाओं से संबंघित घोषणाएं शामिल की जा सकती हैं। हालांकि, प्रतिपक्षी भाजपा की राय इससे जुदा है। उसके मुताबिक घोषणा पत्र में नि:शुल्क सुविधाओं की जगह पांच साल में पूरी होने वाली योजनाएं शामिल की जानी चाहिए।




सुप्रीम कोर्ट ने 5 जुलाई को टिप्पणी की थी कि पार्टियों के मुफ्त उपहार देने के वादों से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की बुनियाद हिल जाती है। उसने चुनाव आयोग को घोषणा पत्रों के कंटेंट नियमन के लिए गाइडलाइन बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद चुनाव आयोग ने चुनाव घोषणा पत्र में किन-किन चीजों को शामिल नहीं किया जाना चाहिए, इसे लेकर गाइडलाइन बनाने की कवायद शुरू कर दी है।



इस संबंध में आयोग ने दिल्ली में 12 अगस्त को प्रमुख राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई है। इधर, राज्य में भाजपा के अलावा माकपा विधायक दल के नेता अमराराम भी घोषणापत्र में 'फ्री' की घोषणा करने के पक्ष में नहीं हैं।



नजरिया अलग-अलग


भाजपा अपने घोषणा पत्र में राज्य व जिलों के अलावा विधानसभा क्षेत्रवार मुद्दों को शामिल करने के पक्ष में है, ताकि घोषणा पत्र जमीनी मुद्दों व समस्याओं के करीब हो। वहीं, कांग्रेस का घोषणा पत्र में राज्य स्तरीय मुद्दों व वर्गो की समस्याओं पर फोकस करने पर जोर है। भाजपा ने घोषणा पत्र में शामिल किए जाने वाले बिंदुओ को लेकर संभाग, जिला स्तर व विधानसभा क्षेत्र से सूचनाएं जुटाई हैं, जबकि कांग्रेस घोषणा पत्र की पहली बैठक रविवार को होगी। भाजपा ने घोषणा पत्र में शामिल करने के लिए 39 प्रकोष्ठों, छह मोर्चो, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और विशेषज्ञों से भी सुझाव मांगे हैं।



ध्यान रखा जाएगा




घोषणा पत्र में ईमानदारी से पांच साल में पूरी होने वाली योजनाओं तथा जिला व विधानसभा क्षेत्र को तव्वजो मिलनी चाहिए। अपनी अयोग्यता छिपाने के लिए सरकार नकद पैसा बांटती है, घोषणा पत्र में उल्लेख नहीं था। भाजपा के घोषणा पत्र में नि:शुल्क सुविधाओं से संबंघित योजनाओं पर कोर्ट के निर्णय का ध्यान रखा जाएगा।
गुलाबचंद कटारिया, अध्यक्ष, भाजपा घोषणा पत्र समिति



दखल न हो


घोषणा पत्र का स्वरूप तो राज्य स्तरीय ही होता है, लेकिन इसमें स्थानीय मुद्दों पर बैलेंस किया जाता है। सरकार के पास यदि संसाधन हो तो जनता की जरूरत के आधार पर नि:शुल्क सुविधाएं दिए जाने में कोई हर्ज नहीं है। घोषणा पत्र बनाना राजनीतिक पार्टियों का कार्यक्षेत्र है, इसमें किसी की दखलंदाजी नहीं होनी चाहिए।
डॉ. चंद्रभान, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष

रिफाइनरी : सरकार मौन, किसान आमने-सामने


रिफाइनरी : सरकार मौन, किसान आमने-सामने

रामसर में भरी हुंकार, किसानों ने धरना दिया 

 बाड़मेररिफाइनरी का मुद्दा दिन ब दिन गरमाता जा रहा है। रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर शनिवार को रामसर उपखंड मुख्यालय पर धरना दिया गया। लीलाला में ही रिफाइनरी लगाने की मांग को लेकर किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम रामसर को सौंपकर रिफाइनरी लीलाला में स्थापित करने की मांग रखी। सभा में वक्ताओं ने चेताया कि पचपदरा में किसी भी कीमत पर रिफाइनरी नहीं लगने देंगे। 

जाट महासभा के अध्यक्ष कैलाश बेनीवाल ने कहा कि लीलाला में रिफाइनरी स्थापित करने के लिए सरकार ने एक बार भी किसानों से वार्ता नहीं की। बिना किसी आधार के रिफाइनरी पचपदरा में शिफ्ट करने की कवायद शुरू की। हम किसी भी कीमत पर पचपदरा में रिफाइनरी नहीं लगने देंगे। शिव के पूर्व विधायक डॉ. जालमसिंह रावलोत ने कहा कि रिफाइनरी हमारा हक है। लीलाला में रिफाइनरी स्थापित करने के लिए संघर्ष को तैयार है।

भाजपा नेत्री मृदुरेखा चौधरी ने कहा कि जब कपूरड़ी, जालीपा में लिग्नाइट के लिए जबरदस्ती जमीन अवाप्त की जा सकती है तो लीलाला में तो नब्बे फीसदी किसान जमीन देने को तैयार हैं। भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एडवोकेट स्वरूपसिंह राठौड़ ने कहा कि जनता ने कांग्रेस की कड़ी से कड़ी जोड़ी। अब कांग्रेस के प्रतिनिधि ही रिफाइनरी के मुद्दे पर मौन हंै। किसानों व जिले के हित के बारे में कुछ बोल ही नहीं रहे हैं। यह तो आमजन के साथ कुठाराघात है। मजदूर नेता लक्ष्मण वडेरा ने कहा कि जान दे सकते हंै मगर रिफाइनरी पचपदरा नहीं जाने देंगे। पूर्व विधायक हरिसिंह सोढ़ा ने कहा कि सब लोग एकजुट होकर संघर्ष करेंगे तो रिफाइनरी लीलाला में ही स्थापित होगी। इस मौके पर श्यामसिंह रामसर, सरपंच प्रहलादराम, रविन्द्र पोटलिया, बी.डी. तातेड़ ने भी विचार रखे। सभा स्थल पर आसूराम सियाग, भलाराम सरपंच, मालाराम सेंवर, धर्मेन्द्र पूनिया, किशनाराम पूनिया, हुसैन, हेमराज मेवाल, पारसमल सेठिया समेत बड़ी तादाद में किसान मौजूद थे।

रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया: रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष चेतनराम सारण ने शनिवार सुबह सिणधरी चौराहे से रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ सांय साढ़े चार बजे रामसर पहुंचा। यह रथ गांव गांव में रिफाइनरी के लिए होने वाली सभा का संदेश देगा। 12 अगस्त को चौहटन पहुंचेगा।


पचपदरा में शिलान्यास को लेकर सीएम से मिलेगा प्रतिनिधि मंडल 
बालोतरा पचपदरा में रिफाइनरी के शिलान्यास में अवरुद्ध बने बायतु विधायक कर्नल सोना राम को समझाइश संदेश देने के लिए गिड़ा तहसील के कुंपलिया गांव में बैठक का आयोजन जाट समाज के पंच भीखाराम मांजू की अध्यक्षता में हुआ। बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए गए। पचपदरा रिफाइनरी स्थापना संघर्ष समिति के अध्यक्ष दौलतराम प्रजापत ने बताया कि बैठक में लीलाला के किसानों के साथ दमनात्मक कार्रवाई नहीं हो, इसको लेकर चर्चा हुई। 
वहीं मौजीज लोगों ने कहा कि एचपीसीएल की ओर से सभी की सहमति से रिफाइनरी पचपदरा स्थित सरकारी जमीन पर स्थापित होने की पूर्ण स्वीकृति के बाद कर्नल बायतु विधानसभा क्षेत्र में शिलान्यास में अवरुद्ध पैदा नहीं करें। बैठक में इतने बड़े उपक्रम में देरी नहीं कराने का प्रस्ताव पारित किया गया। वक्ताओं ने कहा कि जिले को जो लाभ मिलना है, वो लाभ सभी को साजियाली स्थापना पर भी लीलाला जैसा मिलेगा। उन्होंने कहा कि जब छह माह तक लीलाला सहमति नहीं दे रहा था, तब कर्नल कहा थे, अब सरकार अपनी जमीन पर स्थापना स्वीकृति दे चुकी है तो जनता को भ्रमित करने के सिवाय क्या कर रहे हैं, इस राजनैतिक चाल को हर साधारण व्यक्ति समझ रहा है। 
मौजीज लोगों ने चेताया कि महापंचायत बुलाकर राजनीति नहीं करें, विपक्ष के साथ मिलकर इतनी बड़ी सौगात में देरी का खामियाजा बड़ा होगा। बैठक में यह प्रस्ताव लिए गए, जिस पर सभी ने सहमति जाहिर की। बैठक में साजियाली सरपंच बाबूलाल, ओम भाटिया, लक्ष्मण राम गोदारा, गोकल हीरा की ढाणी, खेताराम खोखसर, सता राम, रणधीर सिंह कुंपलिया, नखतसिंह कालेवा, अणदाराम पूनिया, लक्ष्मण राम चौधरी, हीरा राम रतेऊ, देदाराम गिड़ा, आदूराम मेघवाल सहित कई जने मौजूद थे। बैठक में निर्णय हुआ कि उपस्थित सदस्य पचपदरा में रिफाइनरी का शिलान्यास जल्द कराने को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेंगे। 

'रिफाइनरी कहीं भी लगे, कोई फर्क नहीं'



जयपुर। 'मैंने लोगों की मंशा देख लीलाला में रिफाइनरी लाने के लिए इस्तीफा दिया था, अब रिफाइनरी नहीं आई तो मैं क्या करूं, मामले में सरकार और एचपीएल सोचे।' कुछ इस बेबाक तरीके से राजस्व मंत्री हेमाराम ने आज अपना पक्ष रखा। हेमाराम आज दोपहर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर सकते हैं।

रिफाइनरी विवाद को लेकर लगभग दो सप्ताह पहले मंत्रीमंडल से इस्तीफा देने वाले राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री हेमाराम चौधरी शनिवार तड़के 2 बजे जयपुर लौटे। इसी के साथ उनके द्वारा इस्तीफा वापस लेने के कयास लगाए जा रहे हैं।

हेमाराम ने शनिवार सुबह कहा कि रिफाइनरी कहीं लगे, इससे अब मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। बस लगनी प्रदेश में ही चाहिए। उन्होंने कहा कि रिफाइनरी के नाम पर क्षेत्र के नेता अपनी राजनीति चमकाना चाह रहे हैं।

इस्तीफा वापस नहीं लूंगा

हेमाराम ने कहा कि मैं इस्तीफा वापस नहीं ले रहा हूं। आज सीएम से मुलाकात के बाद कुछ बताऊंगा। क्षेत्र की जनता ने सोचा था कि मेरे इस्तीफे से रिफायनरी लीलाला में आ जाएगी, तो मैंने इस्तीफा दे दिया। रिफाइनरी वहां आई क्या? इस विवाद से मैं इतना दुखी हो गया हूं कि अब इस्तीफा वापस लेने का मेरा मन नहीं है।

हैसियत नहीं, देखी जाती है भावना

जनता के काम में या इच्छा में हैसियत नहीं देखी जाती है, बल्कि भावनाओं को देखा जाता है। मैं अब भी कह रहा हूं कि यह सरकार के उपर है कि वह जनता की मांग को किस तरह से लेती है।

सोनाराम ने भड़काया

मामले में फायदा या नुकसान बाद की बात है। कर्नल सोनाराम ने लोगों को मेरे खिलाफ भड़काया। मेरे इस्तीफे के बाद वे किसको उकसाएंगे और किसको भड़काएंगे। अब ज्यादा नुकसान तो उनको ही होगा।

गाजी फ़क़ीर प्रकरण पर कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने तोड़ी चुप्पी

गाजी फ़क़ीर प्रकरण पर कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने तोड़ी चुप्पी 



पोकरण. एसपी पंकज चौधरी के तबादले पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को लेकर शनिवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने चुप्पी तोड़ी। भाजपा के वरिष्ठ नेता व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शैतानसिंह राठौड़ ने प्रेस वार्ता में बताया कि कांग्रेस सरकार में अशोक गहलोत व गाजी फकीर के बीच चल रही अनबन के कारण ही एसपी के माध्यम से गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट खोली गई। जिसे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा राजनीतिक मोड़ देते हुए भाजपा पर आरोप लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हिस्ट्रीशीटर गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट को कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने दबाव देकर बीच में बंद करवा दिया गया था। लेकिन मुख्यमंत्री के दबाव के कारण यह हिस्ट्रीशीट को पुन: खोला गया। उन्होंने कहा कि आपसी राजनीति में एसपी का तबादला करने के कारण आम नागरिक दुखी है। हिस्ट्रीशीट के साथ ही गाजी फकीर पर अन्य आरोपों के कारण यह सीमावर्ती क्षेत्र के साथ-साथ जिले व राष्ट्र के लिए घातक है। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता जुगलकिशोर व्यास ने कहा कि क्षेत्रीय विधायक शाले मोहम्मद के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज है। जिसमें निश्चित रूप से विधायक की गिरफ्तारी की जाएगी और अगर ऐसा नहीं होता है तो इस संबंध में उचित कदम उठाएगी। उन्होंने विधायक व उनके परिवार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि देश का सबसे बड़ा परीक्षण आयरन फिस्ट में विधायक के परिवार के साथ पाक जासूस सुमार खां भी शामिल था। उसके गिरफ्तार होने पर उसके द्वारा अपने बयान में स्पष्ट कहा कि उसे राजनीतिक जनप्रतिनिधियों का संरक्षण है। इन बयानों के बाद भी सरकार द्वारा किसी प्रकार की कोई न तो जांच करवाई है और न ही कार्रवाई की गई है।

शनिवार, 10 अगस्त 2013

"गहलोत सरकार ने भ्रष्टाचार में प्रदेश को अव्वल बनाया"

बानसूर। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने कहा कि आज प्रदेश को गहलोत की सरकार ने भ्रष्टाचार और महिला उत्पीड़न में नम्बर एक बना दिया है। उन्होंने कहा कि जो सरकार मूलभूत सेवाएं नहीं दे सकती, उसे सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है। प्रदेश में चिकित्सा, शिक्षा, बिजली, कानून व्यवस्था, पेयजल का बुरा हाल है। हम सभी के साथ मिलकर नए राजस्थान का निर्माण करेंगे। "गहलोत सरकार ने भ्रष्टाचार में प्रदेश को अव्वल बनाया"
राजस्थान के लोग स्वाभिमानी और संघर्षशील हैं और जो समय पर सही फैसला करेंगे। हम 36 कोमों को साथ लेकर चलेंगे।

राजे शनिवार को कस्बे के भाजपा कार्यालय के सामने सुराज संकल्प यात्रा के दौरान सभा को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश का युवा रोजगार के लिए पलायन कर रहा है। भाजपा की सरकार बनने पर 24 घंटे बिजली देने का प्रबंध किया जाएगा।

यह मांगा विधायक ने

विधायक डॉ. रोहिताश्व शर्मा ने भाजपा के सत्ता में आने पर राजे से बानसूर की जनता के लिए सरकारी कॉलेज, नगरपालिका व नारायणपुर को तहसील का दर्जा दिलाने की मांग की। इस पर राजे ने कहा कि सरकार आने पर सभी जरूरतें पूरी होंगी, इससे पूर्व विधायक ने पिछली भाजपा सरकार के कार्यो की जानकारी दी।



मंच पर राजे का स्वागत

वसुंधरा राजे का विधायक डॉ. रोहिताश्व शर्मा ने चांदी का मुकुट एवं चुनरी ओढ़ाकर सम्मान किया। वहीं भाजयुमो ने तलवार भेंट की। यादव समाज, व्यापार मंडल, भाजपा मंडल, सहित प्रधान मीना कुमारी एवं पूर्व प्रधान कांता शर्मा व भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर शर्मा ने चुनरी ओढ़ाकर राजे सम्मान किया। सरपंच संघ ने 51 किलो फूलों की माला पहनाई।

हाथ मिलाने की होड़ रही

वसुंधरा राजे जब सभा संबोधित कर वापस जा रही तो मंच से उतरते समय आसपास खडे लोग हाथ मिलाने के लिए एक दूसरे को धक्का मार रहे थे और मैडम से हाथ मिलाने के लिए भाग रहे थे।

यह रहे मंज पर मौजूद

मंच पर यात्रा संयोजक सांसद भूपेन्द्र यादव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल, सुभाष महरिया, विधायक राजेन्द्र राठौड़, दिगम्बर सिंह, रणवीर पहलवान, रामहेत यादव, ज्ञानदेव आहूजा, पूर्व मंत्री राजेन्द्र गहलोत, पूर्व विधायक धर्मपाल चौधरी, जिलाध्यक्ष संजय शर्मा, महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष सुमन शर्मा, नगरपालिका बहरोड़ अध्यक्ष जलेसिंह यादव, धर्मवीर शर्मा, विजय पंसारी, शशिकांत बोहरा सहित कई लोग मौजूद थे।

देरी से पहुंची राजे

बानसूर में सुराज संकल्प यात्रा का समय सुबह 11 बजे का दिया गया था, लेकिन राजे समय से करीब तीन घंटे देरी से कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। जनता के मनोरंजन के लिए रागिनी कलाकर की भी मदद ली गई। कार्यक्रम में बानसूर व नारायणपुर मंडल के कार्यकर्ता पदाधिकारी, क्षेत्र के सरपंच जिलापार्षद, पंच पूर्व सरंपच सहित बडी संख्या में लोग मौजूद थे।

आधे दिन तक बंद रहा देवीकोट

जैसलमेर फतेहगढ़। पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से भारत सीमा में घुसकर पांच भारतीय सैनिकों की हत्या करने व जैसलमेर के निवर्तमान पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी के तबादले के विरोध में शनिवार को भाजयुमो के आह्वान पर फतेहगढ़ उपखंड क्षेत्र का देवीकोट गांव आधे दिन तक बंद रहा। शनिवार को देवीकोट कस्बे के व्यापारियों व ग्रामीणों ने प्रतिष्ठान दोपहर 12 बजे तक बंद रखकर विरोध प्रदर्शन किया। बंद के दौरान लोगों ने पाकिस्तान व राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। आधे दिन तक बंद रहा देवीकोट
इस दौरान नेशनल हाइवे संख्या 15 पर स्थित चौराहे पर भाजयुमो के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान तहसीलदार धर्मदास गौरी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। भाजपा नेता अमरसिंह भाटी ने कहा कि केन्द्र सरकार की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाने के कारण भारतीय सैनिकों को पाकिस्तानी सैनिक बार-बार मौत की घाट उतार रहे हैं।

इस दौरान भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष लजपतसिंह, जिला मंत्री अशोक शेरा, सवाईदान सिरूवा, नरपतसिंह राजपुरोहित, मोहन सुथार, इन्द्रसिंह सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। बंद के दौरान सांगड़ थानाधिकारी मुकेश चावड़ा के नेतृत्व में पुलिसबल तैनात रहा।

जैसलमेर मरुधर के लाल लोक कलाकार पद्मश्री साकर खान का निधन।

मरुधर के  लाल लोक कलाकार पद्मश्री साकर खान का निधन।


"खम्मा घणी, अन्नदाता मोटा है..."

जैसलमेर। मरुधर की माती का लाल पद्मश्री साकार खान का निधन हो गया। देश भर में राजस्थान के लोक गीत संगीत को ख्याति दिलाने वाले कमायचा वादक साकार खान के निद्झां से जैसलमेर ही नहीं अपितु राजस्थान ने एक लोक हीरा खो दिया ,बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक परिवार की और से सदर श्रदांजलि पद्मश्री साकार खान को


साकार खान का आलेख जो बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक में प्रकाशित हुआ था


गुनगुनी धूप मे घर के बाहर वयोवद्ध लोक कलाकार और हाल में पद्म श्री से सम्मानित साकर खां जब कमायचे पर अपनी दिल की भावनाओ को संगीत की धुनो के रूप मे फिजां में बिखेरते हंै तो हमीरा गांव मे अनूठा समां बंध जाता है। जब साकर खां केसरिया बालम, आओ नी.. की धुने छेड़ते हैं तो उनका छोटा भाई पेपे खां शहनाई बजाकर उसके सुर मे सुर मिलाता है।

इसी बीच साकर खां के पोते जावेद व आजाद कमायचा व तबला लेकर वहां पहुंच जाते हैं और फिर जो माहौल बनता है वह सुनने वालों को अंदर तक झंकृत कर देता है। साकर खां को पद्मश्री मिलने से सरहदी जैसलमेर जिले का यह पूरा गांव उत्साहित है। लेकिन साकर खां गांव वालो के सम्मान और प्यार को सबसे बड़ा सम्मान मानते हैं। यह संवाददाता मंगलवार को जैसलमेर से 25 किमी दूर साकर खां के गांव हमीरा पहुुंचा तो जीवन के 75 बसंत पार कर चुके साकर खां मे अभी भी किशोर कलाकार की तरह कला के प्रति जज्बा व नया कुछ करने की हसरत देखने को मिली।

सब ऊपर वाले की कृपा
देश का प्रतिषित सम्मान प्राप्त करने को साकर खां ऊपर वाले की कृपा बताते हैं। उन्होंने कहा खम्मा घणी, अन्नदाता मोटा है, म्हे तो धोराें री धरती मे पैदा हुआ..। आम की लकड़ी, शीशम के काष व हाथीदांत से तैयार होने वाले कमायचे को बजाने मे माहिर साकर खां के विवाह व रस्मो पर पेश किए जाने वाले तोनरिया, बनड़ा, घूमर, बरसाले रा मौसम, चौमासा, मूमल, मणियारा, सियालो, हालरिया का हर कोई दीवाना है। उन्हें कमायचे पर ट्रेन के चलने व घोड़े के दौड़ने की आवाज निकालने मे भी महारत हासिल है। वे इंदिरा गांधी के साथ रूस मे इंडिया फेस्टिवल मे जाने को यादगार दिन मानते हंै।

कई यात्राएं व सम्मान
देश-विदेश में थार के लोक संगीत की स्वर लहरियां बिखेरने वाले साकर खां 50 वर्ष से संगीत साधना से जुड़े है। पुरस्कारो की फेहरिस्त मे पद्मश्री व राज्यस्तरीय सम्मान के अलावा केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी, मध्यप्रदेश सरकार का प्रतिषित तुलसी अवार्ड, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी का स्वर्ण जयंती सम्मान आदि शामिल हैं। वे फ्रांस, रूस, जिनेवा, बेल्जियम, जर्मनी, अमरीका, जापान, हांगकांग सहित कई देशो की यात्रा कर चुके हैं।

केवल खुशी मे ही शरीक
साकर खां अपनी कला को व्यावसायिक रूप नहीं देना चाहते। उन्होने बताया कि जब वह 11 साल के थे, तभी उनके पिता का देहांत हो गया। तब पिता की धरोहर कमायचा था। इसे बजाने में महारत हासिल की और गांव के लोगो की हौसला अफजाई के कारण उन्हे यह मुकाम मिला, इसलिए वे केवल उनकी खुशी के मौको पर ही अपनी कला पेश करते हैं। सैलानियो को खुश करने के लिए कला का प्रदर्शन उन्हे पसंद नहीं है।

फूलन के नाम से कभी कांपता था चंबल का बीहड़



नई दिल्ली। अस्सी के दशक में चंबल के बिहड़ों में फूलन देवी के नाम की इतना दहशत थी कि बड़े-बड़े लोगों की रूह कांपने लगती थी। कहा जाता था कि वो बहुत कठोर दिल वाली थी। हलांकि इसके पीछे बहुत बड़ा कारण था। जानकारों के मुताबिक फूलन को हालात ने इतना कठोर बना दिया कि उन्होंने बहमई में एक साथ लाइन में खड़ा कर 22 ठाकुरों की हत्या कर दी और उन्हें इसका जरा भी अफसोस नहीं हुआ।
Phoolan Devi
डकैत से सांसद बनी फूलन देवी का जन्म 10 अगस्त 1963 में उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव गोरहा में हुआ था। महज 11 वर्ष की उम्र में ही उनकी शादी हो गई। पति व परिवार वालों ने उन्हें अकेला छोड़ दिया। बहुत तरह की प्रताडऩा और कष्ट झेलने के बाद फूलन का झुकाव डकैतों की तरफ हुआ था। धीरे धीरे फूलन ने अपना खुद का एक गिरोह खड़ा कर लिया और उसकी नेता बन बैठी। आमतौर पर फूलन को डकैत के रूप में राबिनहुड की तरह गरीबों का पैरोकार समझा जाता था।

फूलन देवी 1980 के दशक के शुरुआत में चंबल के बीहड़ों में सबसे खतरनाक डाकू मानी जाती थीं। पहली बार 1981 में वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में तब आई जब उसने ऊँची जातियों के बाइस लोगों का एक साथ तथाकथित नरसंहार किया जो ठाकुर जाति के जमींदार लोग थे। उनके जीवन पर कई फिल्में भी बनीं लेकिन पुलिस का डर उन्हें हमेशा बना रहता था।

उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकार तथा प्रतिद्वंदी गिरोहों ने फूलन को पकडने की बहुत सी नाकाम कोशिशे की। इंदिरा गाँधी की सरकार ने 1983 में उनसे समझौता किया की उसे मृत्यु दंड नहीं दिया जायेगा और उसके परिवार के सदस्यों को कोई नुकसान नहीं पहुँचाया जायेगा और फूलन ने इस शर्त के तहत अपने दस हजार समर्थकों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।

फूलन देवी ने बिना मुकदमा चलाए ग्यारह साल तक जेल में बिताया। 1994 में मुलायम सिंह यादव की सरकार ने रिहा ने उन्हे जेल से रिहा कर दिया। ऐसा उस समय हुआ जब दलित लोग फूलन के समर्थन में गोलबंद हो रहे थे और फूलन इस समुदाय के प्रतीक के रुप में देखी जाती थी। फूलन ने अपनी रिहाई के बौद्ध धर्म में अपना धर्मातंरण किया।

1996 में फूलन ने लोकसभा का चुनाव जीता और वह संसद पहुँची। 25 जुलाई 2001 को दिल्ली में उनके आवास पर फूलन की हत्या कर दी गई। उसके परिवार में सिर्फ उसके पति उम्मेद सिंह हैं। 1994 में शेखर कपूर ने फूलन पर आधारित एक फिल्म बैंडिट क्वीन बनाई जो काफी चर्चित और विवादित रही। फूलन ने इस फिल्म पर बहुत सारी आपत्तियां दर्ज कराईं और भारत सरकार द्वारा भारत में इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई।

फूलन मिजाज से बहुत चिड़चिड़ी थीं और किसी से बात नहीं करती थीं। खासतौर से पत्रकारों से बात करने से वह बहुत कतराती थीं। उनका आत्मसमर्पण एक ऐतिहासिक घटना थी क्योंकि उनके बाद चंबल के बीहड़ों में सक्रिय डाकुओं का आतंक धीरे-धीरे खत्म होता चला गया। जेल से रिहा होने के बाद जब फूलन देवी सांसद बन गई तो उनमें अन्य नेताओं वाले कोई नाज नखरे नहीं थे। वे अपना फ्लैट खुद साफ करती थीं। क्योंकि उन्होंने नौकर रखने से इनकार कर दिया था।

पांच भारतीय सैनिकों की गई शहादत की कड़े शब्दों में निन्दा


शहीद के परिवार को एक एक लाख रूपये देने की घोषणा

अजमेर सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के वंशज एवं सज्जादनशीन मुस्लिम धर्म प्रमुख दरगाह दीवान सैय्यद जैनुल आबेदीन अली खान पाकिस्तानी फौज द्वारा पांच भारतीय सैनिकों की गई शहादत की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुये दरगाह ख्वाजा साहब में मुख्य मजार पर चढ़ाऐ जाने वाले चढ़ावे पर जिला अदालत द्वारा नियुक्त रिसीवर को पत्र लिखकर अपने हिस्से की राशी में से प्रत्येक शहीद के परिवार को एक एक लाख रूपये देने की घोषणा की है।

मुस्लिम धर्म प्रमुख सैय्यद जैनुल आबेदीन अली खान ने शनिवार को जारी एक ब्यान में कहा कि हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पर श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाऐ जाने वाले चढ़ावे पर हक के विवाद पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री उमेश कुमार शर्मा ने 20 जुलाई को दरगाह के प्रबंध की देख भाल करने वाली दरगाह कमेटी को रिसीवर नियुक्त कर चढ़ावे की राशी वसूल कर दरगाह दीवान और खादिमों के बीच बराबर बटवारा करने के आदेश जारी किये है। उन्होने कहा कि 22 साल की लम्बी कानूनी लड़ाई के बाद ख्वाजा साहब के आस्ताने पर चढ़ाऐ जाने वाले चढ़ावे पर कोर्ट द्वारा नियुक्त रिसीवर के माध्यम से नजराने की राशी उन्हे मिलने वाली है। जिसको हासिल करने की शुरूआत देश की सीमा की रक्षा के लिऐ शहीद हुऐ सेनिकों के परिवारों को देकर करना चाहते है।
उन्होने कहा कि सीज फायर के अन्र्तराष्टीय नियम का उलंघन कर पाक सेना द्वारा घटित की गई इस अमानवीय एवं कायरतापूर्ण घटना से वह आहत है और सीमा पर शहीद हुऐ सैनिकों के परिवारजनों से पूरी सहानुभूती रखते है इस लिऐ उन्होने यह फैसला किया है कि कोर्ट के आदेश पर नियुक्त रिसीवर जब भी ख्वाजा साहब के आस्ताने से नजराने की राशी वसूलना आरम्भ करेगा सज्जादानशीन की 50 प्रतिशत की हिस्सा राशी में से प्रत्येक शहीद के आश्रित को एक एक लाख रूपये की रकम दरगाह दीवान की और से जिला कलेक्टर के माध्यम से भिजवाई जाऐ।
गौरतलब है कि तत्कालीन दरगाह दीवान सैयद आले रसूल ने दरगाह में पेश होने वाले नजराने में हिस्सा दिए जाने के लिए एक वाद संख्या 37/1926 न्यायलय सब जज अजमेर मे खादिम अल्ताफ हुसैन व अन्य के खिलाफ दायर किया। 3 मई 1933 में आले रसूल का दावा मंजूर हुआ और उन्हें नजराने में आधा हिस्सा दिए जाने के आदेश जारी किऐ गऐ 29 जनवरी 1940 को संशोधित डिक्री पारित हुई। डिक्री के दो हिस्से थे। इसमें से एक में कहा गया था कि आस्ताना शरीफ में पेश होने वाले नजराने में खादिम और दीवान का बराबर हिस्सा होगा। दीवान आले रसूल विभाजन के समय पाकिस्तान चले गए थे। कुछ सालों तक बंटवारे की व्यवस्था भी रही लेकिन फिर दीवान का हिस्सा बंद हो गया। तब डिक्री की पालना के लिए वर्तमान दीवान जैनुअल आबेदीन ने 17 अगस्त 1991 में इजराय याचिका दायर की थी पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री उमेश कुमार शर्मा ने 20 जुलाई को दरगाह के प्रबंध की देख भाल करने वाली दरगाह कमेटी को रिसीवर नियुक्त कर चढ़ावे की राशी वसूल कर दरगाह दीवान और खादिमों के बीच बराबर बटवारा करने के आदेश जारी किये है।
उल्लेखनीय है कि पुर्व में भी दरगाह दीवान सैयद जेनुल आबेदीन अली खान द्वारा पाक सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिकों के सिर काट कर ले जाने विरोध में पाक प्रधानमंत्री परवेज अशरफ रजा की अजमेर दरगाह जियारत के कार्यक्रम का भहिष्कार करने का ऐलान किया था।

सुख मिलता है पुण्य के उदय से और गुण प्रकट होते है पुरूषार्थ से साध्वी प्रियरंजना

सुख मिलता है पुण्य के उदय से और गुण प्रकट होते है पुरूषार्थ से साध्वी प्रियरंजना

बाड़मेर क्षुद्र व्यकित धर्म के लायक नही है। अपात्र है। संसार चलाने के लिए भी लायक नही है। तथा क्षुद्र व्यकित अपना संसार परिवार को भी व्यसिथत नही चला सकता । सुख की अढलक सम्पति के बीच में भी उसके चित में समाधि नही रह सकती। क्योंकि उसका हदय तुच्छ हैंं। एक वर्ष मात्र एक ही दिन सब्जी में नमक डालना भुल जाने पर वो एक दम गुस्से में आ जाता हैं। दो पैसो के लिए मैत्री को तोडने के लिए तत्पर बन जाता है। चार पैसो के लिए आराम से Öाूठ बोल देता हैं।

ऐसा क्षुद्र व्यकित ऐसे तुच्छ व्यवहार से कदाचित रूपये बचा सकता है परन्तु अपने परिवार से प्रेम सदा के लिए खो देता हैं। रूपयों की पुर्ति पूर्ण कर सकता हैं। प्रेम की पुर्ति कभी नही कर सकते है क्षुद्र व्यकित को प्रेम व मैत्री की कीमत ज्यादा नही होती है जिंवत्र व्यकित से भी ज्यादा जड. वस्तु की कीमत ज्यादा करता है इसलिए जड. के साथ प्रीत करता करता व्यकित भी जड. जैसा हो जाता है। उसमें दुनिया से स्नेह पे्रम संवेदनशीलता जैसे गुण ही नही होते है।

साध्वी ने चार प्रकार के व्यकित बताये

1. दुसरे को सुखी करके खुश हो तो उत्तम

2. दुसरे को सुखी देखकर खुश हो वो मध्यम

3. दुसरे को दुखी देखकर खुश हो वो अधम

4. दुसरे को दुखी करके खुश हो वो अधमाधम

क्षुद्र व्यकित का नम्बर अधमाधम कक्षा में आता है अपने आसपास जितने दुखी हो उसे देखकर उसको आनद आना।

सम्यक्तव के बिना सारी आराधना व्यर्थ जाती है ़़ साध्वी दिव्याजना

साध्वी श्री ने समÖााते हुए कहा कि सम्यग दर्शन धर्मरूपी महल में प्रवेश करने के लिए द्वार समान है।

धर्मरूपी महल में तभी प्रवेश कर सकते जब सम्यक्तव रूपी द्वार खोल दिया हो। सम्यगदर्शन के बिना की सारी साधना आराधना तप त्याग क्षार पर लिपण के समान माने गए हैं। जैसे क्षार पर लिपण कभी नही टिकता वैसे सम्यक्तव के बिन सारी आराधना व्यर्थ जाती है



सम्यक्तव के बिना कितना भी ज्ञान क्यों न हो वह सारा अज्ञान ही कहलाता है। सम्यक्तव को धारण करने वाले मात्र पांच समिति और तीन गुपित मिलाकर अष्ट प्रवचन माता का ज्ञान रखने वाले ज्ञानी माने गए है।

जीवदया और अहिंसा पर धारा प्रवाह घण्टों तक बोलने वाला व्यकित शास्त्रों के आधार एंव उदाहरण देकर राजा महाराजाओं के मुकुट उतरा देगा किन्तु अपने स्वंय के जीवन में कुछ नहीं। ऐसा ज्ञान किस काम का।

हमारे ज्ञानियों ने सम्यक्तव के पांच प्रकार बताए हैं उनमें पहला सम्यक्तव औपशामिक दुसरा क्षायोपशमिक सम्यक्तव तीसरा क्षायिक सम्यक्तव चौथा वेदक सम्यक्तव और सास्वादन सम्यक्तव ।

दोपहर शनिवारीय शिवीर में साध्वी श्री ने कन्याओ एंव युवतियों को परमात्मा के मंदिर में किन किन बातों की शुधिद रखनी चाहिए तथा दशात्रिक के बारे में विस्तृत जानकारी दी साथ ही साथ चरित्राचार के बारे में बताया कि हमारा चरित्र कैसा हो। हमें हमारे चरित्र के प्रति लापरवाह नही बनना चाहिए। शिविरार्थी बहुत अच्छी संख्या में उपसिथत रहे।

मनिदर में Öाुठे मुह नही जाना मनिदर की साम्रगी का उपयोग करना चौरासी आसतनाओं से बचना मनिदर विधि पुजा चैत्यवदंन के बारे में विस्तुत बताया।

आज के आयोजन

स्थानीय जिनकानितसागर श्री आराधना भवन में रविवार को प्रात: 6.00 बजे से 7.00 बजे तक तत्वज्ञान व बोधज्ञान का स्वाध्याय , 9.00 बजे से 10.30 बजे तक चारित्र वन्दनावली पर विशेष प्रवचन एवं प्रवचन के पश्चात कौन बनेगी सुपर मम्मी प्रतियोगिता का आयोजन दोपहर को 2.00 बजे से 4.00 बजे तक बच्चोेंं का शिविर आयोजित होंगा । जिसमें बच्चों को सुसस्कांर शिक्षा के बारे में बताया जायेगा।