रविवार, 11 अगस्त 2013

फर्जी माता-पिता बन नाबालिग की रचाई शादी!

आगरा। फर्जी माता-पिता बन नाबालिग लड़की की शादी रचाने का मामला प्रकाश में आया है। हैवानों ने पहले तो लड़की का अपहरण किया, फिर 4.5 लाख रूपए में उसका सौदा विकलांग युवक के हाथों कर दिया। शनिवार को आगरा पुलिस ने साजिश में शामिल एक महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि तीन अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ माथुर ने शनिवार को पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि एत्माद्दौल्ला थाना क्षेत्र से अनुसूचित जाति की 13 वर्षीय लड़की कल्पना
(काल्पनिक नाम) की विकलांग युवक विशाल निवासी वजीरपुरा थाना भोपाली जनपद फरीदाबाद हरियाणा से रचाई गई थी। इसमें आदेश तथा उसकी पत्नी 

राजबाला (निवासी थाना वैसुम्मा मेरठ) कल्पना के पिता-माता बनकर शादी की सभी रस्मों को निभाए थे। जबकि मनबीर पुत्र कन्हैया निवासी ग्राम बनी थाना
किला परीक्षतगढ़ जनपद मेरठ ने शादी कराने में बिचौलिए की भूमिका निभाई थी। 

तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जबकि साजिश में शामिल चार आरोपियों रजनी पत्नी बुंटू तथा हुकुम सिंह (दोनों निवासी गजरौला जनपद
जेपी नगर), मनोज निवासी मीरापुर तथा विशाल पुत्र रमेश निवासी फरीदाबाद हरियाणा को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी जा रही है। सभी आरोपियों के 

खिलाफ एत्माददौल्ला थाने में अपराध संख्या 713/13 धारा 363, 366, 368, 370, 372, 328 आईपीसी, 4 बाल विवाह अघिनियम व लैंगिक अपराध
संरक्षण अघिनियम धारा 6 , 3 (1) 12 एससी/एसटी अघिनियम तथा 23 किशोर न्याय अघिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है। 


कैसे हुआ खुलासा: एत्माद्दौल्ला थाने में 13 जनवरी 2013 को अनुसूचित जाति की लड़की कल्पना की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। कल्पना ने छह
बाद 20 जुलाई 2013 को अपने घर पर सूचित किया कि मुझे विशाल पुत्र रमेश वजीरपुर हरियाणा में रखा गया है। इस सूचना के मिलने पर आगरा पुलिस 

हरियाणा से पीडिता कल्पना को साथ लेकर 26 जुलाई को वापस आगरा आ गई।


कल्पना ने पुलिस को बताया कि 13 जनवरी की सुबह 7 बजे वह अपने घर से दीपक के घर दूध पहुंचाने जा रही थी। रास्ते में दो महिलाओं ने कहा कि तुम्हारे
पापा बुला रहे हैं। वह उसके साथ चलने लगी। इसी दौरान एक महिला ने नशीला पदार्थ सुुंघा दिया, जिससे वह बेहोश हो गई। दोनों महिलाएं उसे ट्रेन से 

मुरादाबाद ले गईं और गजरौला में रजनी नामक महिला के घर छोड़ दिया, जहां उससे घर का काम कराया जाता था। 13 जुलाई को रजनी ने उसे आदेश के पास
पहुंचा दिया। इसके बाद आदेश और मनोज ने उसकी शादी विशाल निवासी फरीदाबाद से कर दी, जहां उसे पत्नी बनाकर रखा गया।

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