शुक्रवार, 9 अगस्त 2013

खुलासा--कांग्रेस्सियों के एक गुट ने ही साले मोहम्मद की बढाती ताक़त को रोकने की कवायद की

जैसलमेर कांग्रेस की जिला गुटबाजी


खुलासा--कांग्रेस्सियों के एक गुट ने ही साले मोहम्मद की बढाती ताक़त को रोकने की कवायद की 

जैसलमेर पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी ने पोकरण विधायक साले मोहम्मद के पिता मुस्लिम धर्म गुरु और पीर पगारो के अनुयाई गाजी फ़क़ीर की हिस्त्रिशीत पुनः खोलने का दोष चाहे विपक्ष पार्टी या मिडिया पर मढे हकीकत यह हें की पोकरण विधायक के बढ़ाते प्रभाव को नेस्तानाबुन करने की कवायद जिले के कांग्रेस के एक गुट ने पांच माह पूर्व कवायद शुरू की। जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी पत्नी के साथ तनोट माता के दर्शन करने आये थे। इस यात्रा के दौरान ही कांग्रेस के एक गुट ने साले मोहम्मद और उनके समर्थको के बढ़ाते प्रभाव और सरकारी कार्यालयों में आंतक के किस्से मुख्यमंत्री के सामने रखे। जिसको मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया। साले मोहम्मद के चहेते ओफ़्फ़िसरो को जो लम्बे समय से जैसलमेर में को चलता किया। सबसे पहले पंचायत समिति जैसलमेर के विकास अधिकारी रमेश चन्द्र माथिर को चलता किया जो लम्बे समय से फ़क़ीर परिवार की मेहरबानी से टिके हुए थे। फिर बारी आई उप खंड अधिकारी रमेश चन्द्र जयनाथ की ,यु टी आई की अवेध रूप से करने के मामले में पहले से चर्चित हो चुके इस अधिकारी को चलता किया। नगर परिषद् के आयुक्त ,सहित लम्बी फेहरिस्त थी अधिकारियो की जीने जैसलमेर से हटाया गया नगर ओअरिशद के सहायक अभियंता सिब्घल को अचानक ऐ पी ओ किया गया ,हकीकत यह हें की जैसलमेर के कई कांग्रेसी नेताओ को आगे बढ़ने से फ़क़ीर परिवार रोक रहा था। गुटबाजी को पनाह देकर फ़क़ीर परिवार अपने चहेते कांग्रेस्सियो को आगे बढ़ा रहे थे जो दुसरे गुट को नागवार गुजर ,आगामी विधानसभा चुनावो में भी टिकट उसी को मिलाने की संभावनाए बलवती हो गई जिस पर इस परिवार का हाथ था। इस माहौल में विधायक साले मोहम्मद के पेट्रोल पम्प पर लपको के विरुद्ध की गई कार्यवाही ने आग में घी डालने का काम किया। बाद में क्या क्या हुआ जनता के सामने हें ,यह बात फ़क़ीर परिवार को भी पता हें की इस प्रकरण के पीछे कौन हें। बुधवार को फ़क़ीर के पुत्र जिला प्रमुख अब्दुल्लाह फ़क़ीर ने कांग्रेस की बैठक में साफ़ कहा की इस प्रक्रम में शामिल भाजपा और कांग्रेस के नेता शामिल हें उन्हें बेनकाब किया जाएगा ,हकीकत यह हें की पूरा मामला राजनितिक हें ,कांग्रेस फ़क़ीर परिवार के बोझ को अब सहन करने की बजे उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र पोकरण में ही सिमित करने का जोर भर रहा हें ,जैसलमेर विधानसभा में साले मोहम्मद की दखल अंदाजी कुछ कांग्रेसी नेताओ को पसंद नहीं थी। इसकी जानकारी जब मुख्यमंत्री को दी तो मुख्यमंत्री ने साले मोहम्मद के पर कतराने शुरू किये ,यह दिग्गज बात हें की अपने चहेते अधिकारियो के तबादले निरस्त करने के लिए साले मोहम्मद ने मुख्यंत्री कार्यालय तक चक्कर लगाये मगर उन्हें कामयाबी नहीं मिली। खबर मिली हें की जिला परीशा में महानारेगा कार्यो में अब तक हुए समस्त टेंडरो की जांच उच्च स्तर पर होने को हें ,सूत्रों की माने तो अधिकांस टेंडर फ़क़ीर परिवार के रिश्तेदारों की फर्मो के पास हें। पंचायत समिति जैसलमेर और जिला परिषद् जैसलमेर की कई दुकानों पर इस परिवार के लोगो को अनियमित तरीके से आवंटित हें। जी;ला परिषद् और समिति के समस्त कार्यो के टेंडर भी इनकी फर्मो के पास बताये जा रहे हें ,इस आशय की शिकायते मुख्यमंत्री और राहुल गाँधी के पास पहुंची हें। 

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दहेज के लिए विवाहिता के पीहर में तोडफ़ोड़ व मारपीट


दहेज के लिए विवाहिता के पीहर में तोडफ़ोड़ व मारपीट 

चार साल पूर्व हुई थी शादी, शादी के बाद विवाहिता का दहेज के लिए प्रताडि़त किए जाने का आरोप 

बाड़मेर कल्याणपुरा में बुधवार रात पीहर आई विवाहिता के साथ मारपीट किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। विवाहिता लक्ष्मी की शादी वर्ष 2008 में गजेंद्र सोनी के साथ हुई थी। विवाहिता का आरोप है कि शादी के बाद ससुर, सास, पति और अन्य परिवार के लोगों की ओर से उसे दहेज के लिए लगातार प्रताडि़त किया जा रहा है। हाल ही में कुछ दिन पूर्व ही विवाहिता ससुराल से पीहर आई थी। लेकिन बुधवार रात्रि में ससुर पक्ष के तीन-चार जने विवाहिता के पीहर निवास में घुसे और उसे उठा ले जाने की कोशिश की। लक्ष्मी का बचाव उसके भाई देवीलाल ने किया तो उसे भी मारपीट कर लहुलुहान कर दिया। 

वहीं घर में लगे दरवाजे, खिड़कियां व टेबलें तोड़ मौके से फरार हो गए। घटना के बाद पीहर पक्ष के लोग कोतवाली थाना पहुंचे और पुलिस को शिकायत की। जिस पर कोतवाली थाने से पुलिस ने मौके पर पहुंच मौका मुआयना भी किया। वहीं देवीलाल पुत्र भीमराज सोनी ने महिला थाने में मामला दर्ज करवाया कि उसकी बहन लक्ष्मी के साथ मारपीट की गई।

भादरेस की मिट्टी की पूजा करें तो सोना बन जाएगी : लखावत


महात्मा ईसरदास के आदर्शों को आत्मसात करें


ईसरा परमेश्वरा के दरबार में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब



भादरेस की मिट्टी की पूजा करें तो सोना बन जाएगी : लखावत


संत ईसरदास बारहठ की 555वीं जयंती धूमधाम से मनाई


 बाड़मेर महात्मा ईसरदास का 555वां जयंती समारोह के उपलक्ष्य में गुरुवार को इंद्रा कॉलोनी स्थित चारण समाज छात्रावास में वाचनालय व मूर्ति अनावरण कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें वक्ताओं ने समाज विकास व उत्थान पर प्रकाश डाला। समाज ने हर साल जयंती समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान विभिन्न समाजों के सैकड़ों लोग मौजूद थे।
गुरुवार को इंद्रा कॉलोनी स्थित चारण समाज छात्रावास में महाकवि ईसरदास जयंती समारोह कार्यक्रम का आयोजन महात्मा ईसरदास जन्मोत्सव समिति बाड़मेर, राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। समारोह की अध्यक्षता अकादमी के पूर्व सचिव पृथ्वीराज रतनू ने की। वहीं समारोह के मुख्य अतिथि स्वामी प्रतापपुरी महाराज, विशिष्ट अतिथि पूर्व सांसद औंकारसिंह लखावत, राजेंद्रसिंह भियाड, मौलवी अब्दुल करीम, कमल सिंह राणीगांव, भाजपा जिलाध्यक्ष मेजर परबत सिंह, अखेदान देथा सहित कई अतिथि मौजूद रहे।
अतिथियों ने समारोह को संबोधित करते हुए महाकवि ईसरदास की जीवनी पर प्रकाश डाला और उनके साहित्य को वर्तमान युग की आवश्यकता बताया। मुख्य अतिथि प्रतापपुरी ने कहा ईसरदास एक महान कवि थे, जिन्होंने कई भाषाओं में साहित्य लिखे, हमें उनके आदर्शों पर चलने की सीख लेनी चाहिए। कार्यक्रम में समग्र राजस्थान के साथ गुजरात के साहित्य प्रेमियों ने भाग लिया। ईसरदास के जीवन पर पत्र वाचन  महात्मा ईसरदास के साहित्य एवं उनके जीवन चरित्र पर पत्र वाचन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें राजेंद्रसिंह भियाड, कमल सिंह राणीगांव, अखेदान देथा, मौलवी अब्दुल करीम, प्रकाश शर्मा, दलपतसिंह चारण ने पत्र वाचन किया। महाकवि महात्मा ईसरदास के जीवन पर प्रकाश डाला। इस दौरान महाकवि की विभिन्न रचनाओं पर प्रकाश डालते हुए उनके आदर्शों को जीवन में उतारने की बात कही। कार्यक्रम के अंत में महात्मा ईसरदास चारण छात्रावास कमेटी के महामंत्री तेजदान खारोड़ा ने सभी अतिथियों का आभार जताया। इस मौके पर शिव के पूर्व विधायक जालमसिंह रावलोत, मुरारदान गूंगा, पूर्व विधायक हरीसिंह सोढ़ा, डॉ.बंशीधर तातेड़, खुशालनाथ धीर समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे। 

  भादरेस की मिट्टी की पूजा करें तो सोना बन जाएगी : लखावत 

बाड़मेर भक्ति व उल्लास के माहौल में गूंजते ईसरा परमेश्वरा के जयकारे, आस्था के समंदर में हिलोरे लेती श्रद्धा, दूर -दूर तक भक्तों की रेलमपेल। हवन में आहुतियां देते श्रद्धालु, भादरेस में आयोजित जन्मोत्सव समारोह के भक्तिमय में माहौल में हर कोई भक्तिरस में डूब गया। ऐसा ही कुछ माहौल शनिवार को महान कवि व संत ईसरदास बारहठ के 555 वे जन्मोत्सव पर निज मंदिर भादरेस में आयोजित कार्यक्रम में नजर आया। सुबह हवन के साथ कार्यक्रम के आगाज के बाद दिनभर पूजा अर्चना का दौर जारी रहा। राजस्थान के अलावा गुजरात सहित विभिन्न प्रांतों से आए भक्तों ने धोक लगाकर मन्नते मांगी। 

मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष औंकारसिंह लखावत ने कहा कि मरुधरा के महान संत ईसरदास की पावन जन्म धरा पर आकर सुकून मिला। भादरेस की धरा धन्य है। हर घर में पैदा होने वाले बेटे का नाम ईसरदास रखे। ईसरदास नाम पुकारने से ईसरदास स्वयं प्रकट हो जाएंगे। भादरेस की मिट्टी को साथ लेकर जाए। घर में रखकर सच्ची श्रद्धा से पूजा करें। यह मिट्टी ही सोना बन जाएगी। उन्होंने कहा कि ईसरदास जैसे संत सदियों में पैदा होते हैं। उनके प्रति लोगों की अगाध श्रद्धा उनके व्यक्तित्व को दर्शाती है।

स्वामी प्रतापपुरी महाराज ने कहा कि महात्मा ईसरदास के आदर्शों को आत्मसात करने की जरूरत है। युवा नशे की लत छोड़कर समाज के उत्थान में जुट जाए। महात्मा के आदर्शों को अपना कर समाज में शिक्षा की अलख जगा सकते हैं। उनहोंने कहा कि जरूरत है एक व्यक्तित्व की जो लाखों लोगों की सोच को बदल सके। उन्होंने कहा कि चारण समाज को सरस्वती का वरदान प्राप्त है। ऐसे कुळ में जन्म लेना सौभाग्य की बात है। समाज में फैली कुरीतियां को खत्म करें। बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने कहा हमारा सौभाग्य है कि भादरेस की पावन धरा पर ईसरदास जैसे संत ने जन्म लेकर विश्व में बाड़मेर को पहचान दी। इस धाम के विकास के लिए वो हमेशा तत्पर हैं। पूज्य सुआ बाईसा ने कहा कि महात्मा जैसे व्यक्तित्व सदियों में जन्म लेते हैं। भादरेस की पावन धरा पर इस महान सपूत ने जन्म लिया। उनके प्रताप से भादरेस पूरे भारत को प्रकाश उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने कहा कि गुजरात में ईसरदास के ग्रंथों की पूजा की जाती है। उनके ग्रंथों का घर-घर में पाठ किया जाता है। कार्यक्रम में राज वेस्ट के प्रबंधक कमलकांत, ठेकेदार तनसिंह चौहान, पृथ्वीराजसिंह रतनू, शिव के पूर्व विधायक हरिसिंह सोढ़ा, शैतानसिंह साकड़ा, रामसर एसडीएम मेहताबसिंह उज्ज्वल, भाजपा नेत्री अमिता चौधरी, पूर्व विधायक शिव जालमसिंह रावलोत, जीतू भाई गढ़वी समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे। समाज के अध्यक्ष व गूंगा सरपंच मुरारदान बारहठ ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सीटीओ अखेदान करेंगे। समारोह से पूर्व संत ईसरदास के मंदिर में आरती और प्रसाद वितरण का कार्यक्रम आयोजित हुआ।

पुस्तक का किया विमोचन : समारोह में महात्मा ईसरदास बारह कृत देवियां, चारण बत्तीसी, सांवल रा सोरठा, अष्ट पदी की समाहित पुस्तक का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। पुस्तक के संपादक कवि महादानसिंह है। प्रकाशक अक्षयदान बारहठ व भवानीसिंह है।

एसपी के समर्थन में रामगढ़ व भैंसड़ा बंद ,आज फतेहगढ़ उपखंड रहेगा बंद



एसपी के समर्थन में रामगढ़ व भैंसड़ा बंद

भैंसड़ा में प्रदर्शन, टायर जलाए

एसपी के तबादले का विरोध अभी भी जारी, आज फतेहगढ़ उपखंड रहेगा बंद 



जैसलमेर एसपी पंकज चौधरी के तबादले का विरोध जिले में लगातार हो रहा है। आमजन में सरकार के इस फैसले से आक्रोश व्याप्त हो गया है। एक तरफ एसपी चौधरी यहां से रिलीव हो चुके हैं। नवनियुक्त एसपी ने यहां कार्यभार भी ग्रहण कर लिया है, लेकिन विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। गुरुवार को रामगढ़ व भैंसड़ा कस्बा पूरी तरह से बंद रहा। वहीं शुक्रवार को ग्रामीणों ने फतेहगढ़ उपखंड बंद करने का आह्वान किया है। गुरुवार को एसपी पंकज चौधरी के तबादले का मुद्दा संसद में भी उठा। जहां बीकानेर सांसद अर्जुन मेघवाल ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि राज्य सरकार के इस कदम से अधिकारियों का मनोबल गिरा है। 
रामगढ़. एसपी पंकज चौधरी के तबादले के विरोध में भारतीय जनता युवा मोर्चा की ओर से किए गए बंद के आह्वान पर कस्बे के व्यवसायियों ने आधे दिन तक अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर समर्थन दिया। बंद के आहवान के बाद सुबह से ही दुकानें नहीं खुली और सभी ने स्वेच्छा से दुकानें बंद रखकर समर्थन दिया। सम मण्डल के अध्यक्ष कंवराजसिंह ने कहा कि कांग्रेसी नेता गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट खोलने के 48 घंटे बाद ही राज्य सरकार ने एसपी पंकज चौधरी का तबादला कर दिया। इससे युवाओं व आमजन में रोष व्याप्त है। इसी के चलते गुरुवार को रामगढ़ बंद रखकर विरोध प्रदर्शन किया गया। भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष कंवराजसिंह, भाजपा के वासुदेव खत्री, लूणसिंह जाम तथा अन्य कार्यकर्ता मनोहरसिंह, पांचराजसिंह, पीयुशगिरी, गणेश कुमार, महेन्द्रसिंह, सांवल सिंह, मनोहरसिंह नेतसी, कैलाश भटिया, मनोहर खत्री, दिनेश खत्री, नवल सोनी, सुमेरसिंह, उम्मेदसिंह सहित कई युवाओं ने सड़क मार्ग पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया तथा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उसके बाद कस्बे के मुख्य बाजार से जुलूस निकाला गया, जो आसूतार चौराहे होकर पुलिस थाना पहुंचा। जहां राज्यपाल के नाम थाना प्रभारी देवीसिंह को ज्ञापन सौंपा। इसमें गाजी फकीर की देश विरोधी गतिविधियों के विरुद्ध कार्रवाई करने तथा एसपी पंकज चौधरी का तबादला निरस्त करने की मांग की गई।




सांकड़ा. एसपी पंकज चौधरी के तबादले के विरोध में गुरुवार को भैंसड़ा कस्बा पूर्ण रूप से बंद रहा। व्यापार संघ के आह्वान पर कस्बे के सभी व्यापारियों, ठेला व्यवसायियों और ग्रामीणों ने अपने अपने प्रतिष्ठान बंद रख एसपी के तबादले के विरोध में समर्थन दिया। इसके साथ ही कांग्रेस की घटिया राजनीति के शिकार हुए एसपी के समर्थन में आक्रोशित ग्रामीणों ने विधायक शाले मोहम्मद, जिला प्रमुख अब्दुला फकीर व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गाजी फकीर के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर उनके पुतले जलाए। इसके साथ ही ग्रामीणों ने एएसआई हेमसिंह को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप फकीर परिवार के सदस्यों की सीबीआई द्वारा जांच करवाने तथा एसपी को पुन: जैसलमेर लगाने की मांग की। व्यापार संघ के सदस्यों ने ज्ञापन मेें बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गाजी फकीर की एसपी पंकज चौधरी द्वारा खोली गई हिस्ट्रीशीट पर कांग्रेस के नेताओं ने अपना गुस्सा निकालने के लिए एसपी का तबादला कर दिया। उन्होंने बताया कि एसपी चौधरी हमेशा से ही देश व आम जनता के हित में रहे हैं। एसपी के आने के बाद कानून व्यवस्था जहां सुचारू हो पाई है वहीं असामाजिक तत्वों व अपराधियों में खौफ का माहौल है। एसपी द्वारा किए गए कार्यों ने मजनता के मनोबल को बढ़ाया है।

ऐसे में कुछ राजनेताओं द्वारा अपने गुस्से को निकालने के लिए 48 घंटों में एसपी का अन्यत्र स्थानांनतरण कर दिया। उन्होंने कांगेस सरकार पर आरोप लगाया कि एसपी द्वारा उठाए गए कदम ने जहां सरकार की पोल खोल दी है। वहीं राजनैतिक क्षेत्र में पहुंच रखने वाले फकीर परिवार को आमजन के सामने उजागर कर दिया है। उन्होंने बताया कि आम जनता एसपी के साथ है और अगर एसपी के तबादले को रोका नहीं गया तो आमजन द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में उपसरपंच संतोष कंवर, देवीसिंह, राजूसिंह, लालसिंह, भंवरसिंह, छोटूसिंह, दानवीरसिंह, राजेन्द्रसिंह, सवाईसिंह, रेंवतसिंह, श्रवणसिंह, अचलसिंह, कालूसिंह, प्रकाशनाथ, मूलनाथ, घमसे खां, गुलाबाराम, रावल खां, दीपाराम, उगाराम, भाजपा नेता वीरेन्द्रसिंह जसोल सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। 

पाक सेना की कार्रवाई का विरोध 
फतेहगढ़. एसपी पंकज चौधरी के तबादले का विरोध लगातार जारी है। जैसलमेर के बाद सांकड़ा, नाचना, राजमथाई, रामगढ़ व पभैंसड़ा गांव के बंद होने के बाद शुक्रवार को फतेहगढ़ उपखंड बंद रहेगा। ग्रामीणों ने सभी व्यापारियों से आह्वान किया है कि अपनी दुकानें बंद रखकर बंद का समर्थन करें। ग्रामीणों ने एसपी के तबादले व जम्मू कश्मीर में पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई के विरोध में बंद का आह्वान किया है। 

कहां गए तीज में पड़ने वाले सावन के झूले

कहां गए तीज में पड़ने वाले सावन के झूले


सावन के झूले ने मुझको बुलाया, ं मैं परदेशी घर वापस आया, सखी रे सावन आयो, झूले पड़ गयो, सखी रे सावन आयो..

एक समय था जब सावन माह के आरंभ होते ही घर के आंगन में लगे पेड़ पर झूले पड़ जाते थे और महिलाएं गीतों के साथ उसका आनंद उठाती थीं। समय के साथ पेड़ गायब होते गए और मल्टीस्टोरी बिल्डिंगों के बनने से आंगन का अस्तित्व लगभग समाप्त हो गया। ऐसे में सावन के झूले भी इतिहास बनकर हमारी परंपरा से गायब हो रहे हैं।

अब सावन माह में झूले कुछ जगहों पर ही दिखाई देते हैं। जन्माष्टमी पर मंदिरों में सावन की एकादशी के दिन भगवान को झूला झुलाने की परंपरा अभी निभाई जा रही है। साथ ही क्लबों की सावन थीम पार्टियो में सावन गीतों का मजा लेने के साथ ही प्रतीक रूप में फूलों से सजा संवरा झूला आपको दिख जाएगा।

मंदिरों में लगे पेड़ों पर भगवान कृष्ण को झूला झुलाने की परंपरा थी, लेकिन अब यह रस्म मंदिरों में फूलों का पालना बनाकर निभाई जाती है।

अब यह परंपरा वृन्दावन के बांके बिहारी मंदिर में अभी भी मनाई जाती है। हरियाली तीज पर देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु ठा. बांके बिहारीजी महाराज के हिंडोला दर्शन को आयेंगे। एकादशी के दिन बिरहाना रोड स्थित राधा कृष्ण मंदिर, कमला नगर स्थित द्वारकाधीश मंदिर, जेके मंदिर, सनातन धर्म मंदिर, बिठूर के राधा माधव मंदिर में यह परंपरा धूमधाम से मनाई जाती है। चंदन का है पालना, रेशम की है डोर, झूला झूलें नटवर नंद किशोर का गान किया जाता है।

सावन के झूले की परंपरा को शहर के कुछ क्लब भी जीवित रखे हैं। सावन आने पर सावन थीम पार्टी में फूलों से सजे झूले लगाए जाते हैं। इतनी जगह तो होती नहीं कि कई झूले लगा सकें। इसलिए एक-दो झूले लगाकर सावन के गीतों पर मौज मस्ती करते हैं। यही माध्यम बचा है सावन की रस्म निभाने का।

पहले की महिलाएं सावन आते ही बड़े पेड़ पर रस्सियों की सहायता से झूला डालकर दिनभर झूलती थी। शाम ढलने पर महिलाओं की टोलियां पारंपरिक सावनी गीत गाते हुये झूला झूलने के लिए निकलती थीं। शादी के बाद पहले सावन में नवविवाहिता का मायके आकर सावनी गीतों पर झूला झूलना शगुन माना जाता था।

पेड़ों की संख्या दिनों दिन कम होने से झूले डालने की जगह नहीं बची है। बदलते वक्त के साथ झूलों का डिजाइन भी बदल गया है। आजकल आपको सड़कों के किनारे नायलॉन के झूले बिकते दिख जाएंगे। 40 रुपये से 60 रुपये में मिलने वाले यह झूले कम से कम आपको अपनी परंपरा के नजदीक पहुंचने का मौका तो देते ही हैं। इन्हे घर में डालकर छोटे बच्चों को तो फुसलाया ही जा

सुहागिनों का व्रत है तीज



हमारे देश में महिलाएं अपने सुहाग की रक्षा के लिए तरह-तरह के व्रत करती है। जैसे करवा चौथ, बटसावित्री व्रत, तीज का व्रत उनमें से सबसे प्रमुख है। तीज की तैयारी जोरों पर है।

पहले यह पर्व केवल बिहार, झारखंड, उतर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मनाया जाता था, परंतु अब यह पर्व देश के लगभग सभी राज्यों में मनाया जाने लगा है। महिलाएं इस दिन उपवास रखकर रात को शिव-पार्वती की मिट्टी की प्रतिमा बनाकर पूजा करती हैं और पति के दीर्घायु होने की कामना करती हैं।

बाजारों में तीज की रौनक छाई है। वैसे तो श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया को भी तीज मनाई जाती है, जिसे छोटी तीज या श्रावणी तीज कहा जाता है, परंतु भादो महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को बड़ी तीज तथा हरितालिका तीज कहा जाता है।

इस पर्व पर कई प्रकार के पकवान बनाए जाते है, जिन्हे प्रसाद स्वरूप वितरित किया जाता है।

भादो महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को यह पर्व मनाया जाता है, तथा हस्त नक्षत्र के दौरान पूजा की जाती है।इस पर्व को जो सुहागिन स्त्री अपने अखंड सौभाग्य और पति व पुत्र के कल्याण के लिए व्रत रखती है, उसकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है।

मान्यता है कि पार्वती की तपस्या से खुश होकर भगवान शिव ने आज ही के दिन पार्वती को अपनी पत्‍‌नी स्वीकार किया था। अब तो कुंवारी लड़कियां भी यह व्रत रखती हैं।

तीज पर्व का इंतजार सभी महिलाओं को रहता है। वह कहती है कि महिलाएं एक पखवाड़े पहले से ही इस पर्व की तैयारी में जुट जाती है। सारे साजो-श्रृंगार से सजी महिलाएं एक जूट होकर भगवान शिव से अपने पति की लंबी आयु की कामना करती हैं।

गुरुवार, 8 अगस्त 2013

मूंछें बनीं मुसीबत,मिली मारने की धमकी



पाकिस्तान में एक व्यापारी की मूंछें बनीं मुसीबत,उसकी बड़ी-बड़ी मूंछों के कारण अपहरण हो गया.मूंछें बनीं मुसीबत,मिली मारने की धमकी
मूंछोंपेशावर में रह रहे 48 साल के व्यापारी मलिक आमिर मोहम्मद खान अफरीदी को मारने की धमकी मिली और अपने परिवार से अलग तक रहना पड़ा.

अफरीदी की 30 इंच की खड़ी मूंछें को धोने, संवारने, तेल लगाने में आधा घंटा लगता है. इसके बाद अफरीदी की मूंछें उनके माथे तक पहुंच जाती हैं.

पेशावरी व्यापारी कहते हैं कि उन्हें अपनी मूंछों के कारण लोगों से बड़ा सम्मान मिलता था.लेकिन कट्टरपंथियों को पसंद नहीं आईं मूंछें.

गौरतलब है कि पाकिस्तान में कट्टरपंथियों को धार्मिक सिद्धांकों के अनुसार बड़ी मूंछें मंजूर नहीं थीं. उनके अनुसार मूंछें या तो होनी ही नहीं चाहिए या फिर छोटी होनी चाहिए. इस कारण अफरीदी को पाकिस्तान में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा.

अफरीदी से आतंकी संगठन लश्कर-ए-इस्लाम ने मूंछों के बदले रंगदारी की मांग की. लश्कर-ए-इस्लाम अफगान सीमा पर खैबर के आदिवासी जिले में उपस्थिति तालिबान का सहयोगी संगठन है.

उनसे करीब 30 हजार रुपए मांगे गए और जब अफरीदी ने पैसे नहीं दिए तो चार बंदूकधारी उन्हें साल 2009 में घर से उठाकर ले गए. उन्हें एक महीने तक गुफा में कैद करके रखा गया और मूंछे कटवाने के वादे पर ही छोड़ा गया.

अफरीदी ने डरने के बाद अपनी मूंछें कटवा दीं. उसके बाद वह सुरक्षा के लिहाज से पेशावर चले गए. कुछ समय बाद उन्होंने फिर से मूंछें बढ़ाईं लेकिन तब भी धमिकयों से उनका पीछा नहीं छूटा.

पेशावर में भी अफरीदी को फोन पर मूंछों को कारण गला काटने तक की धमकियां मिलने लगीं. इसके बाद वह तालिबानी क्षेत्र से बचते हुए अपने परिवार से अलग पंजाब के फैसलाबाद में रहने लगे.

अफरीदी रमजान के लिए अभी पेशावर में हैं और बताते हैं कि वह अब भी डरे हुए हैं और फोन पर लोगों को कहते हैं कि वह फैसलाबाद में ही हैं.

टयूश्न टीचर पर ब्लू फिल्म दिखा छेड़खानी का आरोप

बुलंदशहर।। बुलंदशहर नगर कोतवाली क्षेत्र के सुशीला विहार निवासी अमित पर छठी व आठवीं की दो छात्राओं ने अश्लील बातें करने, ब्लू फिल्म दिखाने और अश्लील हरकतें शुरू करने का आरोप लगाया है। बुधवार की देर शाम को अलग-अलग क्लास की छात्रा (दो सगी बहनें) अपने पड़ोसी युवक अमित से टयूश्न पढ़ रही थी, तब गुरूजी ने यह हरकत की।

पुलिस में दर्ज एफआईआर के अनुसार आरोपी ने उन्हें ब्लू फिल्म दिखाई और उनसे अश्लील हरकतें शुरू की तो उन्होंने विरोध किया। जब आरोपी ने दोनों छात्राओं से कपड़े उतारने को कहा तो दोनों ने शोर मचा दिया। जिससे आस पड़ोस के लोगों का वहां जमावड़ा लग गया। लोगों ने गुरूजी की जमकर पिटाई की और पुलिस को सौंप दिया। छात्राओं के पैरंट्स की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ छेड़खानी का मामला दर्ज करके युवक को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है।

द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये पूर्णिमा महतो के नाम की सिफारिश



नई दिल्ली।। लंबे समय से तीरंदाजी कोच पूर्णिमा महतो और महिला हॉकी कोच नरेंद्र सिंह सैनी समेत पांच कोचों के नाम की सिफारिश इस साल द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये की गई है।
द्रोणाचार्य पुरस्कारों के लिए कोचों के नाम की सिफारिश
कुश्ती कोच राज सिंह और एथलेटिक्स कोच केपी थॉमस के नाम की सिफारिश द्रोणाचार्य लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार के लिये की गई है। इसके अलावा महिला मुक्केबाजी टीम के कोच महावीर सिंह के नाम की सिफारिश भी की गई है। यह सूची अब खेलमंत्री जितेंद्र सिंह को अंतिम स्वीकृति के लिये भेजी जाएगी। नामों की आधिकारिक घोषणा अगस्त के बीच में होगी।

राज सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ के महासचिव हैं और चार दशक से कोच हैं। उनके नाम की अनुशंसा करने वालों में ओलंपिक रजत पदक विजेता सुशील कुमार हैं। महतो 1994 से कोच हैं और राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक विजेता दीपिका कुमारी उनकी शिष्या रह चुकी हैं।वहीं साई से जुड़े सैनी 17 साल से कोचिंग कर रहे हैं। उनसे कोचिंग पाने वाली चार लड़कियां सीनियर महिला हॉकी टीम में हैं जबकि 10 जूनियर टीम में हैं।केरल में बसे थॉमस ओलंपियन अंजू बाबी जॉर्ज, फर्राटा धावक जिंसी फिलीप्स, 800 मीटर दोहरी एशियाई खेल स्वर्ण पदक विजेता शाइनी विल्सन के कोच रह चुके हैं।

पुरस्कार में दोणाचार्य की कांस्य प्रतिमा, प्रशस्ति पत्र और पांच लाख रूपए दिये जायेंगे। पूर्व हॉकी कप्तान अशोक कुमार की अध्यक्षता वाली समिति ने एथलीट मेरी डिसूजा, पहलवान अनिल मान और पैरालम्पियन गिरिराज सिंह के नाम की सिफारिश भी ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार के लिये की है।

पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर और टेनिस स्टार विजय अमृतराज भी ध्यानचंद पुरस्कार के लिये नामांकित थे लेकिन अर्जुन पुरस्कार प्राप्त होने के कारण उनके नाम पर विचार नहीं किया गया। नियम के अनुसार अर्जुन पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ी को ध्यानचंद पुरस्कार नहीं दिया जाता है।

सेक्स के लिए मां से जबर्दस्ती करने पर पिता को काटा



भोपाल।। मध्य प्रदेश के जबलपुर में 15 साल के किशोर ने बुधवार सुबह मां से जबरन सेक्स के लिए मारपीट पर उतारू अपने पिता को कुल्हाड़ी से काट डाला।
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घटना जबलपुर के दामिनी पुलिस स्टेशन के सतवास गांव की है। पुलिस के मुताबिक 46 वर्षीय हरि प्रसाद मंगलवार रात अपनी पत्नी से लगातार चौथी बार सेक्स करने के लिए दबाव डाल रहा था। पत्नी ने जब इनकार किया तो वह गालीगलौच और मारपीट पर उतर आया। इस हरकत पर दूसरे कमरे से सोए उसके बेटे धर्मेंद्र को इतना गुस्सा आया कि उसने पिता को कुल्हाड़ी से काट डाला।

दामिनी पुलिस स्टेशन के इंचार्ज अरविंद तिवारी के मुताबिक हरिप्रसाद को शराब पीने की लत थी और वह सेक्स के लिए अपनी पत्नी को नियमित रूप से प्रताड़ित किया करता था। तिवारी ने बताया कि हरि प्रसाद की पत्नी मंगलवार आधी रात के करीब एक धार्मिक कार्यक्रम से लौटी थी। पत्नी के घर आने के बाद हरि प्रसाद उससे बार-बार सेक्स के लिए मजबूर करने लगा।हरि प्रसाद की हरकतों से तंग आकर पत्नी पास वाले बच्चों के कमरे में चली गई। वहां उसका बेटा धर्मेंद्र 14 और 19 साल की अपनी दो बहनों के साथ सोया हुआ था। पिता की हरकत से आगबबूला धर्मेंद्र ने कुल्हाड़ी से पिता पर हमला कर दिया। पुलिस के मुताबिक घटना के बाद अपनी बहनों की मदद से धर्मेंद्र ने पिता के शव को गांव के बाहर ठिकाने लगा दिया।
पुलिस ने बताया कि पास के गांव से शिकायत मिलने की बाद इस केस की जांच की गई और फिर पूरा मामला खुला। पुलिस का कहना है कि हरि प्रसाद अपनी बेटियों से भी गालीगलौच करता था। धर्मेंद्र के खिलाफ हत्या और उसकी दो बहनों पर इसमें मदद करने का केस दर्ज किया गया है।

चांद दिखा, देश में कल मनाई जाएगी ईद

चांद दिखा, देश में कल मनाई जाएगी ईद

बाड़मेर शुक्रवार को चाँद दिखने के साथ ही पश्चिम राजस्थान के सरहदी जिलो बाड़मेर जैसलमेर में मुस्लिम भाई ईद मानेंगे। दिल्ली में भी शुक्रवार की शाम चांद के दीदार हुए। इसके साथ ही धूमधाम से देशभर में शुक्रवार को ईद मनाई जाएगी। जामा मस्जिद के शाही इमाम ने चांद देखे जाने की पुष्टि की है। दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में चांद दिखा है। जामा मस्जिद के शाही इमाम ने शुक्रवार को ईद मनाए जाने की घोषणा की है। सउदी में आज ही ईद मनाई जा रही है। इससे पहले आस्ट्रेलिया में भी चांद देखे जाने की पुष्टि हुई थी। भाजप प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ईद की बधाई और शुभकामनाए दी हें

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देशवासियों को ईद की शुभकामनाएं दी है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आशा जताई कि यह उत्सव सभी धर्मों में एकता की भावना और देश की संस्कृति पर गर्व करने की शिक्षा देगा।

उन्होंने कहा कि रमजान के पवित्र महीने के दौरान रोजे और प्रार्थना के दौर के समापन के मौके पर ईद उल फितर मनाई जाती है और यह हमारे मन में भाईचारे तथा हर्ष की भावना पैदा करता है।

ईद का चांद दिखने के साथ मुसलमानों के रोजे का महीना रमजान समाप्त हो जाता है। रमजान इस्लामी कैलेंडर का 9वां महीना है और इस साल ये पवित्र महीना 11 जुलाई से 8 अगस्त तक चला। ईद को देखते हुए बाजारों में चहल पहल बढ़ गई है। लोग खूब खरीदारी करने में जुटे है।

डूब रहे थे दोनों पर बीवी को छोड़ कुत्ते को बचाया

हर इंसान की प्राथमिकता अलग होती है। कोई परिवार को ऊपर रखता है तो कोई कारोबार को। लेकिन यहां तो एक शख्स ने सबको हैरत में ही डाल दिया।man saved dog before wife
जनाब ने कुत्ते को बचाने के लिए बीवी को मरने के लिए छोड़ दिया। हफपोस्ट की खबर के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका के एक जोड़े ग्राहम और शेरिल एनले मेडागास्कर की तीन महीने की शीपिंग ट्रिप पर थे। तभी उनके साथ एक हादसा हो गया और उनकी नाव पलट गई और वो डूबने लगे।

हालांकि ग्राहम एनले दक्षिण अफ्रीका के नेशनल सी रेस्‍क्यू में रह चुके थे और ऐसी परिस्थितियों से निपटना जानते थे। लेकिन बजाय इसके कि वो पहले अपनी पत्नी शेरिल को बचाते उन्होंने अपने नौ साल के कुत्ते को बचाने का फैसला किया।

हालांकि इस दुर्घटना से सभी सकुशल बस निकले लेकिन ग्राहम का अपने जानवरों के लिए ये प्यार वाकई हैरान करने वाला है। जबकि ग्राहम का कहना है कि उन्होंने सबकुछ परिस्थिति को ध्यान में रखकर किया।

एक्सईएन के घर मिले 42 लाख

जयपुर। जेवीवीएनएल के अधिकारी बिजली कनेक्शन एक्टिवेट करने सहित अन्य काम-काज के अन्य तरीकों से जमकर रिश्वत जीम रहे हैं। इसका खुलासा एसीबी के हत्थे चढ़े जयपुर डिस्कॉम के एक्सईएन आरए. कसाना के ठिकानों की तलाशी में हुआ है।एक्सईएन के घर मिले 42 लाख

एसीबी ने गुरूवार को कसाना के मकान सहित अन्य ठिकानों की तलाशी में करीब 42 लाख रूपए नकद और फैक्ट्री सहित करोड़ों रूपए की जमीन के दस्तावेज भी बरामद किए हैं। समाचार लिखे जाने तक तलाशी जारी थी। सनद रहे कि बुधवार को कृषि कनेक्शन एक्टिवेट करने के मामले में दस हजार रूपए की घूस लेते एसीबी ने जयपुर डिस्काम के यूडीसी रामकिशोर शर्मा को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।

नाबालिग से मनाई 'सुहागरात', पहुंचा हवालात

शादी कराने की नीयत से नाबालिग को लेकर गांव से भागा नाबालिग भले ही उम्र कम होने के कारण उससे शादी नहीं कर पाया, लेकिन आज जब जोड़े को पकड़ा गया तो लड़की से दुष्कर्म की पुष्टि हो गई।

मामला हरियाणा के रतिया कस्बे के गांव गंदा का है। यहां से भागे युवक व नाबालिगा को पुलिस ने चंडीगढ़ से काबू कर लिया।

पुलिस ने नाबालिग का रतिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में मेडिकल करवाया जिसमें चिकित्सकों ने उससे दुष्कर्म की पुष्टि की।

पुलिस ने आरोपी को रतिया अदालत में पेश किया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हिसार जेल भेज दिया।

मालूम हो कि गांव गंदा निवासी एक व्यक्ति ने 1 अगस्त को पुलिस को शिकायत देकर बताया था कि सिरसा के गांव पनिहारी निवासी सुरजीत सिंह जोकि अपने नाना के पास गांव गंदा में ही रहता है।

उसकी 13 साल की पुत्री पर बुरी नियत रखता है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया था कि सुरजीत सिंह उसकी पुत्री को शादी का झांसा देकर घर से भगाकर उसे अपने साथ ले गया। इस पर पुलिस ने आरोपी पर मामला दर्ज किया था।

पुलिस ने बुधवार को चंडीगढ़ के सैक्टर 3 में छापा मारकर सुरजीत सिंह को काबू कर लिया और उसकी निशानदेही पर उसके कब्जे से नाबालिगा को बरामद कर लिया। पुलिस दोनों को रतिया ले आई।

वीरवार को पुलिस ने नाबालिगा को रतिया के अस्पताल में मेडिकल करवाया जिसमें चिकित्सकों ने उससे दुष्कर्म की पुष्टि की। पुलिस ने युवक पर लड़की भगाने के साथ-साथ दुष्कर्म करने का मामला भी जोड़ दिया।

पुलिस ने आरोपी युवक को अदालत में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में हिसार जेल भेज दिया।

नाबालिग शादी करने पहुंच गये हाईकोर्ट
पुलिस अधीक्षक एससी अत्री ने बताया कि गांव गंदा से भागे प्रेमी जोड़ा दोनों ही नाबालिग थे। लड़की की उम्र 13 साल थी जबकि लड़के की उम्र 17 साल थी।

दोनों चंडीगढ़ में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में शादी के लिए पहुंच गये लेकिन अदालत ने उनकी उम्र संबंधी कागजात देखने के बाद उन्हें सैक्टर 3 में स्थित पुलिस थाने में भेज दिया। चंडीगढ़ की पुलिस ने जांच के बाद रतिया पुलिस को सूचित किया। रतिया पुलिस वीरवार को दोनों को यहां ले आई।

प्यार में होना चाहिए दीवानापन: टेलर स्विफ्ट



लंदन: गायिका टेलर स्विफ्ट का मानना है कि प्यार में यदि दीवानापन न हो तो वह प्यार नहीं होता.

शोबिज स्पाई की खबर के अनुसार, 23 वर्षीय टेलर इससे पहले कई पुरूषों.. जोए जोनाज, टेलर लॉथर, जॉन मेयर, जेक गीलेनहाल और हैरी स्टाइल्स के साथ डेटिंग कर चुकी हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि प्यार और गीत में यदि दीवनगी न हो तो उसका कोई अर्थ नहीं होता. यह ठीक उसी तरह है जैसे यदि कोई गीत लिखा जाता है तो सुनने वाले गीतकार की भावनाओं को ही सुनते हैं और उसका गीत सुनकर ही वे अपने शयनकक्ष में बैठकर रोने लगते हैं, या थिरकने लगते हैं या फिर उन्हें ऐसा भी महसूस होता है कि कोई उन्हें समझ नहीं पाता.’’

स्विफ्ट ने कहा, ‘‘ये ऐसी चीजें हैं जिससे आप यही सोचते हैं कि आप बिल्कुल अकेले हैं और ऐसे में यदि कोई इसी तरह की भावना वाले गीत गाता है तब आप उस व्यक्ति को खुद से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं.’’