शुक्रवार, 26 जुलाई 2013

स्कूल संचालक पर छात्रा से छेड़छाड़ का आरोप

स्कूल संचालक पर छात्रा से छेड़छाड़ का आरोप
पाली। शहर की जनता कॉलोनी में संचालित एक निजी विद्यालय के संचालक पर एक बालिका के परिजनों ने छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए उसकी धुनाई कर दी। करीब एक घंटे से भी अधिक समय पर लोगों ने स्कूल को घेरे रखा। काफी समय पर बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत करवाया। इधर, दोनों पक्षों की ओर से पुलिस में मामला भी दर्ज करवाया गया।

जनता कॉलोनी स्थित आईमाता आदर्श विद्या मंदिर स्कूल में एक बालिका के परिजन, मोहल्ले वासियों के साथ सुबह 11 बजे एकत्रित हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल संचालक गिरधारीलाल 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली इस छात्रा के साथ छेड़छाड़ करता है और पूर्व में भी कमरे में बुलाकर अश्लील हरकतें कर चुका है। साथ ही स्कूल संचालक ने बालिका को किसी को यह बात नहीं बताने की भी धमकी दी।

इस पर गुस्साए लोग स्कूल परिसर में एकत्रित हुए और संचालक कक्ष में ही हाथापाई शुरू कर दी। इसके बाद कई लोगों ने समझाइश का प्रयास किया। लेकिन लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। करीब एक घंटे तक मशक्कत चलती रही। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली। पुलिस जब आरोपी को लेकर स्कूल परिसर से बाहर निकली तो लोगों ने सड़क पर भी स्कूल संचालक की धुनाई कर दी। इसके बाद बालिका के परिजन एवं लोग पुलिस अधीक्षक कार्यालय और जिला कलक्टर के पास भी गुहार लेकर पहुंचे।

परस्पर मामले दर्ज
इस प्रकरण के बाद दोनों पक्ष कोतवाली थाने पहुंचे। बालिका के परिजनों ने स्कूल संचालक गिरधारी लाल के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज करवाया। वहीं स्कूल संचालक ने आरोप लगाया कि बालिका की तीन साल की करीब 20 हजार रूपए फीस बकाया है। फीस मांगने पर परिजन आक्रोशित हुए और उसके साथ मारपीट की। पुलिस ने मामले दर्ज कर जांच शुरू की है।

अब एसीबी करेगी गड़बड़झाले की जांच

अब एसीबी करेगी गड़बड़झाले की जांच

जैसलमेर। शहरी विकास के नाम पर केवल कागजो मे सड़क, नाली व फर्श निर्माण कर लाखो रूपए का भुगतान उठाने के मामले की जांच अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो करेगा। नगरपरिषद आयुक्त आरके माहेश्वरी ने धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेजों की मदद से बिना काम करवाए ही नगरपरिषद के कोष से 56 लाख 71 हजार 488 रूपए का भुगतान उठा लेने के मामले में पुलिस में रिपोर्ट पेश की थी। पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी ने रिपोर्ट का अध्ययन कर इसे एसीबी के अन्वेष्ाण के योग्य माना।

उन्होंने जांच रिपोर्ट एसीबी को सौंपते हुए आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा है। आयुक्त माहेश्वरी ने फर्जीवाड़े के मामले मे फर्म सोना कन्सट्रक्शन कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करते हुए उसके सारे अनुबंधित काम बंद करवाकर भुगतान पर पहले ही रोक लगा दी है। गौरतलब है कि जैसलमेर मे गीता आश्रम कच्ची बस्ती मे नाली-फर्श और बाड़मेर तिराहे से एसबीबीजे चौराहा जाने वाले सड़क मार्ग पर कारपेट बिछाने के कार्य मे गड़बड़झाला होने और हकीकत मे वहां कार्य ही नहीं किए जाने के बावजूद कंपनी के प्रोपराइटर अमृत बेलदार की ओर से नगरपरिषद से भुगतान उठाने का मामला सामने आया था।

बाड़मेर तिराहे से एसबीबीजे चौराहे तक रोड की लागत करीब 38 लाख व गीता आश्रम कच्ची बस्ती में फर्श और नाली निर्माण कार्य की लागत 18 लाख आंकी गई थी। सहायक अभियंता जयसिंह परिहार की जांच रिपोर्ट के अनुसार उक्त दोनों कार्य नहीं हुए है। एमबी व बिलों पर तत्कालीन कनिष्ठ अभियंता, सहायक अभियंता, अधिशासी अभियंता के हस्ताक्षर है, जिन्होंने एमबी व बिलों को प्रमाणित किया है।

जांच अधिकारी को बदलने से बवाल
शहरी विकास के नाम पर बिना कार्य किए ही भुगतान उठा लेने के मामले की जांच करने वाले सहायक अभियंता जयसिंह परिहार का तबादला माउंट आबू किए जाने से नगरपरिषद मे बवाल मच गया है। उनका एकाएक तबादला कर दिए जाने से नगरपरिषद पार्षदो मे विरोध के स्वर मुखर होने शुरू हो गए हैं।

नगरपरिषद बोर्ड के 21 पार्षदो ने नगरपरिषद सभापति को ज्ञापन सौंपकर सहायक अभियंता को कार्यमुक्त नहीं करने की मांग की है। पार्षद रेखाकंवर, गोपालसिंह, हरिसिंह सोढ़ा, मूलकंवर, गवरीदेवी, उगमसिंह, जगदीश चूरा, मगनसेन, सायरा, विमला, दलपत मेघवाल सहित कई पार्षदो ने ज्ञापन मे परिहार को कार्यमुक्त किए जाने पर नगरपरिषद कार्यालय मे धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।

लीलाला में रिफाइनरी की हवा को बताया राजनीतिक स्टंट, कहा : भूमाफिया चला रहे हैं आंदोलन



रिफाइनरी पर सियासत, रिपोर्ट पर सवाल

जमीन अवाप्ति से प्रभावित किसानों ने कहा- हमसे आज तक बात नहीं की गई
लीलाला में रिफाइनरी की हवा को बताया राजनीतिक स्टंट, कहा : भूमाफिया चला रहे हैं आंदोलन
पचपदरा में शिलान्यास नहीं होने तक जारी रहेगा किसानों का धरना

बाड़मेर रिफाइनरी के मुद्दे पर बाड़मेर में सियासत भले ही गरमा गई। मगर लीलाला के किसान आज भी नहीं चाहते हैं कि वहां रिफाइनरी स्थापित हो। भूमाफिया की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट में किसानों की फर्जी तरीके से सहमति जाहिर करने का खुलासा हुआ है। गुस्साए किसानों ने जिम्मेदारों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करने की तैयारी कर ली है। जमीन अवाप्ति से प्रभावित किसानों का रिफाइनरी के विरोध में धरना 140वें दिन जारी रहा। यहां मौसम की गर्माहट के बीच माहौल शांत था। किसानों ने संकेत दिए हैं कि वे किसी भी सूरत में रिफाइनरी लीलाला में लगाने के पक्षधर नहीं है। उन्होंने पचपदरा में रिफाइनरी का शिलान्यास होने पर धरना समाप्त करने का ऐलान किया। रिफाइनरी पर बवाल के बीच राजस्व मंत्री हेमाराम के इस्तीफे से राजनीतिक भूचाल की स्थिति पैदा हुई। गुरुवार को  बी एन टी  टीम ने लीलाला पहुंचकर किसानों की हकीकत को जानने की कोशिश की। 

बाड़मेर. रिफाइनरी के विरोध में लीलाला में १४० दिन से धरने पर बैठे किसान।

रिपोर्ट पर यूं उठे सवाल

1. राजस्व मंत्री, सांसद, जिला प्रमुख की मौजूदगी में बुधवार को बायतु पनजी में आयोजित बैठक में पेश की गई रिपोर्ट में नब्बे फीसदी किसान रिफाइनरी के लिए जमीन अवाप्ति को सहमत होने का उल्लेख किया गया। इसको लीलाला के किसानों ने गलत बताया।

2. किसानों की रिपोर्ट में डेढ़ सौ से अधिक किसान जमीन अवाप्ति के विरोध में है। जिन्होंने हस्ताक्षर युक्त सूची प्रशासन को सौंपी है। उन्होंने बुधवार को बैठक में पेश की गई रिपोर्ट पर सवाल खड़े करते हुए आपत्ति दर्ज करवाई है।

धरने पर बैठे किसानों के सवाल

१. सरकार या प्रशासन के नुमाइंदे हमारी मांग पर विचार क्यों नहीं कर रहे?

२. सरकार के नुमाइंदे लीलाला में आकर प्रभावित किसानों से बातचीत करने की बजाए बायतु में क्यों मीटिंग कर रहे हैं?

३. सांसद हरीश चौधरी, राजस्व मंत्री हेमाराम व जिला प्रमुख मदन कौर ने बुधवार को लीलाला की बजाए बायतु पनजी में क्यों बैठक की? लीलाला क्यों नहीं आए या बायतु में लीलाला के किसानों को क्यों नहीं बुलवाया?

४. बार-बार जो मांग पत्र पेश किए जा रहे हैं वे लोग कौन है सरकार इसका पता क्यों नहीं लगा रही है? प्रशासन को झूठी रिपोर्ट दी जा रही है।

बिना सहमति तैयार हुई रिपोर्ट

अखा, देदा, नींबा, चुतरा पुत्र नारणा की 184 बीघा जमीन अवाप्ति में प्रस्तावित है। इन खातेदारों ने जमीन नहीं देने की रिपोर्ट पर हस्ताक्षर किए हैं, जबकि सरकारी नुमाइंदों को सौंपी गई रिपोर्ट में इन्हें जमीन देने के लिए सहमत होने का उल्लेख किया गया है। इसी तरह भोमाराम, वीरमाराम, आईदानराम, घेवरचंद पुत्र आंबाराम सुथार निवासी लीलाला की बिना सहमति के ही रिपोर्ट में नाम दर्ज है। इस तरह करीब डेढ़ दर्जन से अधिक किसानों के नाम रिपोर्ट में शामिल है।

एक ही मांग-पत्र दिया था

जमीन अवाप्ति के विरोध में लीलाला में धरना दे रहे किसानों ने बताया कि उन्होंने एक ही मांगपत्र पेश किया था। जिसमें एक करोड़ रुपए मुआवजा, नहरी भूमि आवंटन समेत कुल 25 मांगे शामिल थी। जिस पर किसी स्तर पर वार्ता नहीं हुई। इस बीच कुछ लोगों ने अपने ही स्तर पर बार बार संशोधित मांग पत्र पेश किए। जबकि किसानों ने दुबारा मांग पत्र पेश ही नहीं किया।

किसान नहं, भूमाफिया चाहते हैं रिफाइनरी

लीलाला में धरने पर डटे किसान नेता रूपाराम पुत्र गुमनाराम चौधरी बताते हैं कि रिफाइनरी के लिए अवाप्ति प्रक्रिया में उनकी 228 बीघा जमीन शामिल है। बुधवार को बायतु पनजी में आयोजित बैठक में एक भी किसान शामिल नहीं हुआ। वे किसी भी सूरत में जमीन देने को न पहले तैयार थे ना ही आज है। लीलाला में रिफाइनरी की हवा तो सिर्फ भूमाफिया फैला रहे हैं। जिन लोगों के पास जमीनें ही नहीं है वे लोग माहौल बिगाडऩे में जुटे हैं। किसानों को गुमराह करने के लिए नब्बे फीसदी किसान तैयार होने की रिपोर्ट पेश की गई। जबकि हकीकत में पिचहत्तर फीसदी किसान लीलाला में रिफाइनरी के विरोध में है।

जमीन अवाप्ति प्रक्रिया निरस्त करें

जांदुओं की ढाणी निवासी वखताराम पुत्र विशनाराम बताते हैं कि उनकी 40 बीघा जमीन अवाप्ति में शामिल है। जब से रिफाइनरी की घोषणा हुई है तब से किसान विरोध जता रहे हैं। जिन खातेदारों की जमीन अवाप्ति में शामिल हंै। वे लोग धरना स्थल पर डटे हैं। सरकार ने किसानों ने एक बार भी वार्ता नहीं की। इस बीच पचपदरा में रिफाइनरी स्थापित करने की कवायद शुरू हो गई। अब तो बाहरी लोग ही लीलाला में रिफाइनरी के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। हम तो किसी भी कीमत पर जमीन नहीं देंगे। यह तो सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट है।

मर जाएंगे मगर जमीन नहीं देंगे

लीलाला के किसान घमंडीराम पुत्र ठाकराराम बताते हैं कि रिफाइनरी के विरोध में वे बीते 140 दिन से धरने पर है। हमनें पहली बार मांगपत्र पेश किया था। जिस पर किसी स्तर पर विचार विमर्श तक नहीं किया गया। इसके बाद संशोधित मांग पत्र किसानों ने पेश ही नहीं किया। ये तो वो लोग हैं जो जमीनों की सौदेबाजी करते हैं। अपने निजी स्वार्थ की खातिर बार बार संशोधित मांग पत्र पेश करके प्रशासन व सरकार को गुमराह किया। हम तो मर जाएंगे मगर जमीन नहीं देंगे। यह निर्णय तो पहले से ही कर रखा है।

पचपदरा में रिफाइनरी से खुश है

किसान मानाराम पुत्र गुमनाराम निवासी लीलाला ने बताया कि रिफाइनरी की घोषणा के बाद ही धरना शुरू हो गया था। किसानों ने तय किया था कि जमीन नहीं देंगे। रिफाइनरी के विरोध के चलते पचपदरा में रिफाइनरी स्थापित करने का फैसला सरकार ने किया। जिससे हम सब किसान बेहद खुश है। जमीन अवाप्ति से सैकड़ों किसान बेघर हो जाते। इससे अच्छा है कि सरकारी जमीन पर रिफाइनरी स्थापित की जाए। सरकार के नुमाइंदों ने बुधवार को बायतु पनजी में बैठक आयोजित की। जिसमें एक भी किसान शामिल नहीं हुआ।

राजनीति कर रहे हैं सरकार के चहेते

लीलाला के किसान चेनाराम पुत्र मोटाराम बताते हैं कि लीलाला में रिफाइनरी के लिए सरकार के चहेते ही दबाव बना रहे हैं। यह उनका निजी स्वार्थ है। बायतु पनजी में बैठक आयोजित कर किसानों को गुमराह किया गया। पहले बताया था कि लीलाला में धरना स्थल पर किसानों की मौजूदगी में वार्ता होगी। वहां पर जो कुछ हुआ उसके बारे में हम कुछ नहीं कहना चाहेंगे। यह नेताओं का मामला है। किसान चाहते हैं कि जमीन अवाप्ति की प्रक्रिया निरस्त हो ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।

हमें रिफाइनरी से कोई सरोकार नहीं

किसान आईदानराम निवासी जांदुओ की ढाणी बताते हैं कि रिफाइनरी सरकार व नेताओं की मर्जी हो वहां लगाएं। इससे हमें कोई सरोकार नहीं है। किसान अपनी मांगों पर अडिग है। इस स्थिति में गलत रिपोर्ट तैयार करके नब्बे फीसदी किसान सहमत होने की झूठी अफवाह फैलाई गई है। इसको लेकर किसानों में गुस्सा है। यह रिपोर्ट जिसने भी तैयार की है। उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाएंगे।

बाड़मेर. इस्तीफे के बाद हेमाराम चौधरी के घर पर दिनभर उन्हें समझाने के लिए नेताओं का जमावड़ा लगा रहा। कर्नल सोनाराम चौधरी ने हाथाजोड़ी कर उन्हें मनाने का प्रयास किया। हेमाराम माने तो नहीं, लेकिन दोनों के चेहरे खिल गए। हेमाराम ने हाथ मिलाकर कर्नल को विदाई दी। फोटो त्न कालू माली



गुरुवार, 25 जुलाई 2013

बाड़मेर तेज हवाओं के साथ मुशालाधर बारिश


बाड़मेर तेज हवाओं के साथ मुशालाधर बारिश 



बाड़मेर कई दिनों के इंतज़ार के बाद गुरूवार रात को बाड़मेर में तेज हवाओं के साथ मुशालाधर बारिश ने नागरिको के चेहरो की मुस्कान लौटा दी ग़र्मि और उमस से परेशां थार वासियों को बारिश से निजात मिली . शहर में रात ग्यारह बजे तेज हवाओ के साथ मुशालाधर बारिश शुरू हो गई ,बारिश शुरू होते ही बिजली गुल हो गई सावन की पहली बारिश ने किसानो को राहत दी ंमानसून की पहली बारिश होने से लोगो ने रहत की सांस ली

गुजरात में दौड़ेगी पहली ड्राइवर रहित मेट्रो

गुजरात में दौड़ेगी पहली ड्राइवर रहित मेट्रो

अहमदाबाद। देश की पहली ड्राइवर रहित मेट्रो रेल गांधीनगर-अहमदाबाद मेट्रोलिंक एक्सप्रेस परियोजना में दौड़ेगी।

यह मेट्रो कंट्रोल बेस्ड कम्युनिकेशन सिस्टम (सीबीटीसी) सिग्नल प्रणाली पर आधारित होगी। अहमदाबाद-गांधीनगर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का अमलीकरण करने वाली मेगा लिमिटेड डिजाइन एडवाइजरी कमेटी (डीएसी) की बुधवार को हुई बैठक में पेश की गई रिपोर्ट में यह बताया गया है।

सूत्रों के अनुसार ड्राइवर रहित मेट्रो के संचालन एवं मरम्मत का खर्च जहां कम होगा, वहीं ट्रेनों के फेरे बढ़ेंगे। यात्रा भी ज्यादा सुरक्षित होगी। जहां ड्राइवर के साथ मेट्रो की औसत गति 33 किलोमीटर प्रति घंटे होती है, वहीं ड्राइवर रहित मेट्रो की औसत गति 45 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।

इस बैठक में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के लिए, रोलिंग स्ट्रॉक, ट्रेक्शन गेज, कम्युनिकेशन, स्टेशन, पुलों का निर्माण एवं टिकटिंग समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

कमेटी के सदस्यों में रेलवे बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष एम. रविन्द्र, रेलवे बोर्ड (विद्युत) के सदस्य सुदेशकुमार, रेलवे सुरक्षा के पूर्व आयुक्त पी. अग्रवाल, ट्रैफिक-रेलवे बोर्ड के पूर्व सदस्य के.के. अग्रवाल एवं रेलवे बोर्ड के पूर्व कार्यकारी निदेशक एन.के. गोयल उपस्थित थे।

पहले दिन टूटा "मनपसंद" साइकिल का सपना

पहले दिन टूटा "मनपसंद" साइकिल का सपना

जयपुर। राजस्थान में शासन के 4 साल पूरे होने पर कांग्रेस की गहलोत सरकार ने मनपसंद साइकिल के जो सपने गर्ल स्टूडेंट्स को दिखाए थे वे गुरूवार को चकनाचूर हो गए। मनपसंद साइकिल की आस लिए जो लड़कियां बाजार पहुंची उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा।


दरअसल,मुख्यमंत्री साइकिल वितरण योजना के तहत सरकार ने सरकारी स्कूल की गर्ल स्टूडेंट्स को पहले साइकिल और फिर "मनपसंद" साइकिल के लिए चैक वितरण शुरू किया है। गुरूवार को ही मुख्यमंत्री अशोक ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद की मौजूदगी में स्टूडेंट्स को चैक बांटे भी लेकिन जब पैरेंट्स के साथ लड़कियां बाजार पहुंची तो 2500 रूपए की रकम एक साइकिल के लिए कम पड़ गई।


राजस्थान के मुख्यमंत्री जब इंदिरा गांधी पंचायत राज संस्थान में योजना के तहत चैक बांट रहे थे पत्रिका डॉट कॉम ग्राउंड रिपोर्ट के लिए प्रदेश के सबसे बड़े साइकिल बाजार में व्यापारियों से साइकिल के कीमतों का जायजा ले रहा था। किशनपोल बाजार में दर्जनों साइकिल कारोबारी और डीलर्स से बातचीत की गई लेकिन कोई दुकानदार 2500 रूपए में एक अदद साइकिल देने को तैयार नहीं हुआ।

"सरकार को लौटा दुंगी पैसे"

बाजार में कीमते सुन डॉट कॉम की टीम अब इनके असली खरीददार यानी सरकारी स्कूल की 9वीं क्लास की उन स्टूडेंट्स और पैरेंट्स की प्रतिक्रया जानना चाहती थी। ऎसे में मुख्यमंत्री साइकिल वितरण योजना से आस लगाए बैठा एक ग्रामीण परिवार और उनकी दो बेटियां(राजू-क्लास 9 और आशा-क्लास -9) से मुृलाकात हुई। उनकी दादी सोनी देवी(55) उनके साथ थी लेकिन साइकिल की कीमत सुन उन्होंने बेटियों को साइकिल दिलाने से इनकार कर दिया और वापस गांव लौटने लगी।

दरअसल,राजू और आाशा अपनी दादी को इस बात पर मना कर शहर लाई थी कि सरकार साइकिल के पैसे दे रही है और जल्द ही बैंक से रूपए मिल जाएंगे। लेकिन उनकी दादी नहीं मानी क्यों कि दुकानदार ने दो साइकिलों के कीमत 7 हजार रूपए बताई और सरकार से मिलने वाले है महज 5 हजार रूपए। ऎसे में सोनी देवी ने कहा कि जब साइकिल ही नहीं खरीद सकती तो साइकिल के लिए मिलने वाले पैसे मैं वापस लौटा दूंगी।


मुख्यमंत्री ने कहा खरीदो मनपसंद साइकिल


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरूवार को प्रदेशभर में प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को लैपटॉप और साईकिल के लिए चैक वितरित कर पांच दिवसीय (25 से 29 जुलाई) अभियान शुरू किया। यहां इंदिरा गांधी पंचायत राज संस्थान में इसकी शुरूआत करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार लड़कियों को साइकिल के लिए चैक इसलिए वितरित कर रही है ताकि वे अपनी मनपसंद साइकिल खरीद सकें।


घटिया साइकिल भी नहीं मिलेगी


राजस्थान साइकिल डीलर्स एसोसिएशन(रजि.) के कोषाध्यक्ष प्रदीप कुमार लाल ने पत्रिका डॉट कॉम को बताया कि लड़कियों के लिए साइकिल(लेडीज) की शुरूआत ही 3 हजार रूपए की कीमत से होती है। ऎसे में यदि किसी अच्दे ब्रांड की साइकिल खरीदी जाए तो यह कीमत 3.5 से 4 हजार या अधिक भी जा सकती है।


साइकिल वितरण अभियान फैक्ट फाइल


योजना की घोषणा - गहलोत सरकार के 4 साल पूरे होने पर
किनको मिलेगी साइकिल - 8वीं पास कर 9वीं क्लास में प्रवेश पर
कितनी स्टूडेंट्स को मिलेंगी - 4 लाख स्टूडेंट्स को (पिछले शैक्षणिक सत्र की 1.62 लाख व चालू सत्र की 2.5 लाख स्टूडेंट्स)
(उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री साइकिल वितरण योजना में सरकारी स्कूल में पढ़ने आने वाली 9वीं की छात्राओं को 100 रूपए अंशदान पर साइकिल दी जाती थी)

"संदेश यात्रा के लिए पैसा ले रहे विधायक"

"संदेश यात्रा के लिए पैसा ले रहे विधायक"
सुमेरपुर/बाली। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने सरकारी विज्ञापनों पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि साढे चार साल से नींद में सोई सरकार को जगाने के लिए कांग्रेस के ही विधायक टावर पर चढ़ रहे हैं। मंत्री इस्तीफा दे रहे हैं और कांग्रेस की संदेश यात्रा के लिए पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों से विधायक डीजल व पैसा ले रहे हैं।

ऎसा भी पहली बार हो रहा है। राजे ने पाली जिले के सुमेरपुर और बाली कस्बों में जनसभाओं को सम्बोधित करते हुए यह बात कही।

राजे ने कहा कि आज हमारा पड़ौसी प्रदेश गुजरात खुशहाल है और हमारा प्रदेश बदहाल। क्योंकि कांग्रेस की सरकार ने प्रदेश पर नहीं खुद पर ध्यान दिया। मौजूदा सरकार साढे चार साल तक सोती रही और विकास हमसे बहुत दूर हो गया। आज जब हम गुजरात जाकर वापस राजस्थान लौटते हैं तो जमीन आसमान का फर्क नजर आता है। उन्होंने वादा किया कि भाजपा सरकार बनी तो गुजरात से राजस्थान को पीछे नहीं रहने देगी।

राजे ने कहा कि केन्द्र की कांग्रेस सरकार गरीबों का मजाक उड़ा रही है। कह रही है कि शहर में 33 रूपए और गांव में 27 रूपए खर्च करने वाला व्यक्ति गरीब नहीं है। यह भी कह रही है कि देश की गरीबी के अनुपात मे लगातार गिरावट आई है। जबकि सच्चाई यह है कि आज भी देश की 70 प्रतिशत आबादी गरीबी सीमा रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही है।

शिक्षा सहायक भर्ती: बोनस अंक अवैध

शिक्षा सहायक भर्ती: बोनस अंक अवैध

जोधपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने शिक्षा सहायक भर्ती में अनुभव के आधार पर बोनस अंकों के प्रावधान को अवैध ठहराया है।

हाईकोर्ट की एकलपीठ ने भर्ती के परिणाम जारी करने पर अंतरिम रोक हटाते हुए दसवीं परीक्षा में अर्जित किए गए अंकों के आधार पर वरीयता सूची जारी करने के आदेश दिए हैं।

बोनस अंकों के विवाद को लेकर हाईकोर्ट में दायर सैकड़ों याचिकाएं एक साथ मंजूर करते हुए वरिष्ठ न्यायाधीश गोपालकृष्ण व्यास ने यह अहम आदेश दिया।

राज्य सरकार के प्रारम्भिक शिक्षा विभाग की ओर से 33 हजार 689 शिक्षा सहायक पदों पर सीधी भर्ती के लिए 30 मई को विज्ञप्ति जारी की गई थी।

इसके मुताबिक आवेदक का चयन सैकण्डरी परीक्षा में प्राप्तांक प्रतिशत तथा पूर्व में कार्यरत कार्मिकों को प्राप्त होने वाले अनुग्रह (बोनस) अंकों के योग के आधार पर किया जाना था।

चौहटन सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज आरोपी फरार



चौहटन सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज आरोपी फरार


बाड़मेर जिले के सीमावर्ती चौहटन थाना क्षेत्र में एक युवती के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज हुआ हें .पुलिस सूत्रानुसार चौहटन कसबे में एक युवती के परिजनों ने रजिया उर्फ़ राजू सिंह और मनिया हरिजन के विरुद्ध मामला दर्ज कराया की इन दोनों ने उसकी लड़की को जबरन उठाकर ले जाने के बाद बलात्कार किया ,.पुलिस ने गुरूवार शाम को मुक़दमा दर्ज कर लिया हें .पिदिता को मेडिकल के लिए बाड़मेर लाया गया हें .दोनो आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर हें

न्यायाधीश पर फेंकी चप्पल, आरोपी को सजा

न्यायाधीश पर फेंकी चप्पल, आरोपी को सजा

सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर)। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय (एडीजे) में पेशी पर आए एक आरोपी भैरूलाल जाट ने दोपहर को न्यायाधीश अविनाश चंद्र शर्मा पर चप्पल फेंक दी। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर हवालात में बंद कर दिया। शाम को न्यायालय ने न्यायिक कार्यवाही में शामिल लोक सेवक के कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में उसे एक माह के कारावास की सजा सुनाई गई है।

हत्या के प्रयास के मामले में आरोपी भैरूलाल को पुलिस एडीजे कोर्ट में पेश करने उदयपुर से लेकर पहुंची। न्यायालय में प्रवेश करते ही आरोपी ने पैर में पहनी एक चप्पल उतारकर कोर्ट डेस्क की तरफ फेंक दी। चप्पल कोर्ट डेस्क के सामने जा गिरी। न्यायालय के आदेश पर उसे परिसर स्थित हवालात में बंद कर दिया गया। दोपहर बाद न्यायाधीश अविनाश चंद्र शर्मा ने आरोपित को इस कृत्य के लिए एक माह की सजा से दण्डित किया। पुलिस ने उसे तत्काल जेल भेज दिया।

भैरू लाल उदयपुर का निवासी है। उस पर राजियासर (सूरतगढ़) पुलिस थाना में 27 सितंबर 2005 को हत्या के प्रयास के आरोप में मामला दर्ज हुआ था। वह सूरतगढ़ सुपर थर्मल पावर स्टेशन में ऑपरेटर के पद पर काम करता था। इसी दौरान उसने तत्कालीन अधीक्षण अभियंता गुलाबचंद जैन पर नुकीली वस्तु से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है और उसी की पेशी पर उसे गुरूवार को उदयपुर से यहां लाया गया था। उस पर उदयपुर में भी जानलेवा हमले का एक मामला विचाराधीन है।

मदन प्रजापत घटिया इन्सान घटिया सोच कर्नल



मदन प्रजापत घटिया इन्सान घटिया सोच  कर्नल


बाड़मेर नेता कर्नल सोना राम चौधरी ने पचपदरा विधायक मदन प्रजापत के बीजेपी औरवसुंधरा राजे से मिले होने के आरोपों पर प्रत्युत्तर देते हुए कहा हैं किमदन प्रजापत घटिया और गिरा हुआ आदमी हैं, जिसकी कोई औकात ही नहीं हैं।मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूँ और मैं बीजेपी से मिला हुआ कैसे हो सकताहूँ ? लेकिन ऐसे घटिया आदमी के कमेन्ट पर मैं कोई जवाब नही देना चाहूँगा।उन्होंने पचपदरा विधायक को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि घटिया आदमी घटिया ही सोचता हैं।

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कर्नल सोनाराम मान मनुवल के लिए हेमाराम के घर पहुंचे ,



कर्नल सोनाराम मान मनुवल के लिए हेमाराम के घर पहुंचे ,

हेमाराम अभी भी इस्तीफे पर अडिग

बाड़मेर रिफायनरी के मुद्दे पर कर्नल सोनाराम चौधरी के आरोपों से आहात होकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना इस्तीफा सौंपने वाले राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी को मानाने कर्नल सोनाराम चौधरी उनके घर पहुंचे . राजस्थान में कद्दावर जाट नेता और राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी के इस्तीफे के बाद राजस्थान की सियासत गरमा गयी हें ,गुरूवार सुबह से लोगों और जन प्रतिनिधियों का हेमाराम चौधरी के घर उन्हें इस्तीफा वापस लेने के लिए मानाने आने वालो का ताँता लगा रहाआज के सबसे बड़े घटनाक्रम में हेमाराम के आरोपों से घिरे बायतु विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी दोपहर बाद हेमाराम के घर पहुँच गए क़र्नल ने उन्हें यह बताने की कोशिश की कि उनकी बातों का गलत तरीके से अर्थ निकल गया उन्होंने किसानो की बैठक में सिर्फ यह कहा की आप बाड़मेर की किसानो के सरकार में नुमाईंदे हो क़िसनो की बात सरकार के समक्ष अछि तरह रख सकते हें .उन्होने कहा की हेमाराम जी की में दिल से इज्ज़त करता हूँ .उङ्क पूरा सम्मान करता हूँ . किसानो के साथ बाड़मेर जिले की जनता चाहती हें की रिफायनरी बायतु लीलाना में लगे मैंने बैठक में किसानो की भावना राखी थी ंऐने हेमाराम जी को कुछ गलत नहीं कहा ्‌अम्ने उन्हें इस्तीफा वापस लेने का निवेदन और आग्रह किया हें .उन्हे कहा की राजनीती में आरोप लगते रहते हें मुझ पर भी खूब आरोप लगते हें अरोपो का सामना करना चाहिए .इस्तिफ़ा हल नहीं हें . कर्नल ने बताया की उन्होंने हेमाराम से कहा की मेरी किसी बात से आहात हुए हें तो मैं माफ़ी मांगता हूँ ऽअप इस्तीफा वापस ले . कर्नल करीब एक घंटा हेमाराम चौधरी के घर रहे .

'बढ़ती जनसंख्या ने बढ़ाइ कइ समस्याएं''

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'बढ़ती जनसंख्या ने बढ़ाइ कइ समस्याएं''

-विश्व जनसंख्या पखवाड़ा का समापन, उत्कृष्ट कार्मिक हुए सम्मानित

बाडमेर। बेहताशा बढ़ती जनसंख्या ने समाज के समक्ष अनेक समस्याएं खड़ी कर दी हैं और यदि यही हालात रहे तो भविष्य बेहद अंधकारमय होगा। विकास पर अंकुश लगेगा और समस्याएं बढ़ती जाएंगी। हालांकि हमें बहुत पहले इस समस्या पर चेतना चाहिए था कि लेकिन अब भी यदि गंभीर होते हैं तो कुछ समाधान जरूर निकलेगा। अब थोड़ी सी भी लापरवाही समाज व देश ही नहीं बलिक विश्व के लिए घातक साबित होगी। ये विचार गुरूवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. जितेंद्रसिंह ने व्यक्त किए, जो विश्व स्वास्थ्य पखवाड़ा के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान बतौर अतिथि क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नरेंद्र तनसुखानी और बीसीएमओ डा. महेश गौतम मौजूद थे। कार्यक्रम में विचार गोष्ठी का आयोजन और प्रशसित पत्र वितरण किए गए।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नरेंद्र तनसुखानी ने कहा कि महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को निरंतर प्रयास करते हुए परिवार कल्याण क्षेत्र में उत्कृष्ट करना चाहिए क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र में परिवार कल्याण कार्यक्रम की सर्वाधिक जरूरत है। कुछ भ्रांतिया हैं जिनकी वजह से जनसंख्या वृद्धि हो रही है, लेकिन हमें फिल्ड में जाकर इन भ्रांतियाें का निराकरण करना होगा तभी सोच बदलेगी और जनंसख्या वृद्धि पर अंकुश लगेगा। बीसीएमओ डा. गौतम ने कहा कि निशिचत ही जो कार्य परिवार कल्याण क्षेत्र में होना चाहिए था वो नहीं हो पाया है लेकिन अब भी प्रयास करें तो निशिचत ही जनसंख्या वृद्धि रोकी जा सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उत्कृष्ट कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत करना बहुत ही अच्छा निर्णय है, क्योंकि इससे कार्य करने की क्षमता बढ़ती हैं और दूसरे कार्मिक अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित होते हैं। इस मौके पर आयोजित विचार गोष्ठी में आशा सहयेागिनी, एएनएम, एलएचवी आदि ने विचार व्यक्त किए। वहीं परिवार कल्याण स्थायित्व क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों व अधिकारियों को विभाग की ओर से पुरस्कृत किया गया। सीएमएचओ डा. जितेंद्रसिंह ने बताया कि उत्कृष्ट कार्य करने पर बाडमेर ब्लाक सीएमओ डा. महेश गौतम, प्रचार-प्रसार के जरिए परिवार कल्याण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नरेंद्र तनसुखानी व जिला आर्इर्इसी समन्वयक विनोद बिश्नोर्इ, प्रबंधन के लिए डीपीएम विक्रमसिंह चम्पावत, आशा समन्वयक राकेश भाटी, स्मार्इल फाउंडेशन के परियोजना समन्वयक संजय ठाकुर व डीएनओ उम्मेद जाखड़ को पुरस्कृत किया गया। इसी तरह आयुष चिकित्सक डा. समुंदरसिंह, डा. नंदा तार्इ, कंपाउंडर संतोष शर्मा, युगल किशोर, एएनएम पवनीदेवी, रूसिया शर्मा, भंवरी चौधरी, मुन्नी जांगिड़, लक्ष्मी रामदेव, कमलेश, कमला बिश्नोर्इ, दीपा चौहान, धापू चौधरी, एलएचवी देवी बिश्नोर्इ, सिमरजीतकौर, शोभना बेन व लिसी कुटटी सहित आशा सुपरवार्इजर शेरसिंह मीणा, राजकुमार पूनिया, जाहिर अब्बास, आशा सहयोगिनी कौशल्या, भगवती, मंजूदेवी व अरूणाा गुर्जर को पुरस्कृत किया गया।



आरएसएस के लोग बम बनाने की ट्रेनिंग देते हैं : दिग्गी

नीमच (मप्र): कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) पर एक बार फिर जोरदार हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि आरएसएस बम बनाने का प्रशिक्षण देता है।आरएसएस के लोग बम बनाने की ट्रेनिंग देते हैं : दिग्गी
मालवा के दो दिवसीय दौरे पर आये कांग्रेस महासचिव ने कहा कि वर्ष 1992 में आरएसएस के सेवा भारती के नीमच स्थित कार्यालय में बम बनाए जा रहे थे और तभी विस्फोट भी हुआ था जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि तब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी, जिसके चलते यह मामला दबा दिया गया।

उन्होंने कहा कि वर्ष 1993 में जब कांग्रेस सत्ता में आयी तो इस बम कांड को फिर खोला गया और आरएसएस के कालू सिंह पथरोड़ नामक प्रचारक को गिरफ्तार किया गया था। वह, सरस्वती शिशु मंदिर, खरगौन में प्राचार्य था।

सिंह के अनुसार, आरएसएस कहता है कि सरस्वती शिशु मंदिर बच्चों को संस्कार देते हैं लेकिन जब वहां ऐसे प्राचार्य होंगे तो बच्चे हिंसक रास्ते पर तो जाएंगे ही और भाजपा ऐसे संगठनों का समर्थन करती है। भाजपा को कट्टरपंथी ताकतों की पोषक बताते हुए सिंह ने कहा कि भाजपा के साथ अकाली दल और शिवसेना जैसे संगठन हैं जो मूल रूप से धार्मिक उन्माद फैलाकर अन्य धर्मो के लोगों को प्रताड़ित करते हैं।

सिंह ने भाजपा को राज करने वाली नहीं, व्यवसाय करने वाली पार्टी बताते हुए गेमन इंडिया को सिंगरौली-रीवा राष्ट्रीय राजमार्ग के 900 करोड़ रुपए के ठेके दिये जाने पर कड़ा ऐतराज जताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पूर्व में इस कंपनी को भोपाल में हजारों करोड़ की जमीन मात्र 250 करोड़ रुपये में दे दी थी।

बाडमेर में 36 और बीकानेर जिले में 12 नए राजस्व गांव

जयपुर। राजस्थान सरकार ने अधिसूचना जारी कर बाडमेर जिले में 36 एवं बीकानेर जिले में 12 नए राजस्व गांव बनाए हैं। अधिसूचनाओ के अनुसार बाडमेर जिले मे नए राजस्व गांव शिव बाडमेर, गुढामालानी, सिणधरी और रामसर तहसील क्षेत्र मे बनाए हैं। जिले की शिव तहसील में रामडोंकर, दौलतपुरा, मालणसर, पनिया, गुलबोणियो की ढाणी, रूपाकर और धनुआणी को नया गांव बनाया है।बाडमेर में 36 और बीकानेर जिले में 12 नए राजस्व गांव
एक अन्य अधिसूचना के अनुसार बाडमेर तहसील क्षेत्र में ही ईशराम नगर, वीरतेजाजी नगर, बैरडगोमाराम नगर, शिवपुरा, कलसिंह की ढाणी को एवं गुढामालानी तहसील क्षेत्र मे उकजी की ढाणी, भोलागर नगर, लूणवा खुर्द, गोदारो की ढाणी को तथा सिणधरी तहसील मे इन्द्रनगर, छोटी बीमासर और सेडवा तहसील क्षेत्र मे जगदम्बा नगर को नया राजस्व गांव बनाया है। इसी तरह जिले की बाडमेर तहसील क्षेत्र मे हनुमान नगर, हरखणी गोदारो की ढाणी, गुढामालानी तहसील में मालियो का बास तथा हमीरपुर एवं सिणधरी तहसील में झटकानी नाडी, लक्ष्मणपुरा, सरवणो की ढाणी, मगजी की ढाणी तथा रामसर तहसील क्षेत्र मे सैफल की ढाणी एवं सरीफ की ढाणी को नया राजस्व गांव बनाया है।

एक अन्य अधिसूचना के अनुसार जिले की बाडमेर तहसील मे रसोणी भीलो की बस्ती, गुढामालानी तहसील मे झुरडो की ढाणी, सिणधरी तहसील में तिलोणियो की ढाणी, सांइयो की ढाणी, होंडू, किशनपुर व रामसर तहसील में आजादपुरा तथा चौहटन तहसील क्षेत्र में मोटासर को नया राजस्व गांव बनाया है। एक अन्य अधिसूचना के अनुसार बीकानेर जिले की कोलायत तहसील क्षेत्र के मूल राजस्व गांवों से लगती 12 ढाणियो को भी नए राजस्व गांव बनाए है।

इन नए गांवों में हनुमानपुरा, चक 2 पीएसम 1-5 जीडब्ल्यूएम, 17 केडब्ल्यूबी, मेहताबपुरा, सोफानगर, नेतावतो की ढाणी, गहलोत नगर, गुलाबनगर, 7 जीडब्ल्यूएम लालपुरी बिकोलाई श्री भवानी मेहरपुरा तथा फतुवाला को नया राजस्व गांव बनाया गया है।