गुजरात में दौड़ेगी पहली ड्राइवर रहित मेट्रो
अहमदाबाद। देश की पहली ड्राइवर रहित मेट्रो रेल गांधीनगर-अहमदाबाद मेट्रोलिंक एक्सप्रेस परियोजना में दौड़ेगी।
यह मेट्रो कंट्रोल बेस्ड कम्युनिकेशन सिस्टम (सीबीटीसी) सिग्नल प्रणाली पर आधारित होगी। अहमदाबाद-गांधीनगर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का अमलीकरण करने वाली मेगा लिमिटेड डिजाइन एडवाइजरी कमेटी (डीएसी) की बुधवार को हुई बैठक में पेश की गई रिपोर्ट में यह बताया गया है।
सूत्रों के अनुसार ड्राइवर रहित मेट्रो के संचालन एवं मरम्मत का खर्च जहां कम होगा, वहीं ट्रेनों के फेरे बढ़ेंगे। यात्रा भी ज्यादा सुरक्षित होगी। जहां ड्राइवर के साथ मेट्रो की औसत गति 33 किलोमीटर प्रति घंटे होती है, वहीं ड्राइवर रहित मेट्रो की औसत गति 45 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।
इस बैठक में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के लिए, रोलिंग स्ट्रॉक, ट्रेक्शन गेज, कम्युनिकेशन, स्टेशन, पुलों का निर्माण एवं टिकटिंग समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
कमेटी के सदस्यों में रेलवे बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष एम. रविन्द्र, रेलवे बोर्ड (विद्युत) के सदस्य सुदेशकुमार, रेलवे सुरक्षा के पूर्व आयुक्त पी. अग्रवाल, ट्रैफिक-रेलवे बोर्ड के पूर्व सदस्य के.के. अग्रवाल एवं रेलवे बोर्ड के पूर्व कार्यकारी निदेशक एन.के. गोयल उपस्थित थे।
अहमदाबाद। देश की पहली ड्राइवर रहित मेट्रो रेल गांधीनगर-अहमदाबाद मेट्रोलिंक एक्सप्रेस परियोजना में दौड़ेगी।
यह मेट्रो कंट्रोल बेस्ड कम्युनिकेशन सिस्टम (सीबीटीसी) सिग्नल प्रणाली पर आधारित होगी। अहमदाबाद-गांधीनगर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का अमलीकरण करने वाली मेगा लिमिटेड डिजाइन एडवाइजरी कमेटी (डीएसी) की बुधवार को हुई बैठक में पेश की गई रिपोर्ट में यह बताया गया है।
सूत्रों के अनुसार ड्राइवर रहित मेट्रो के संचालन एवं मरम्मत का खर्च जहां कम होगा, वहीं ट्रेनों के फेरे बढ़ेंगे। यात्रा भी ज्यादा सुरक्षित होगी। जहां ड्राइवर के साथ मेट्रो की औसत गति 33 किलोमीटर प्रति घंटे होती है, वहीं ड्राइवर रहित मेट्रो की औसत गति 45 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।
इस बैठक में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के लिए, रोलिंग स्ट्रॉक, ट्रेक्शन गेज, कम्युनिकेशन, स्टेशन, पुलों का निर्माण एवं टिकटिंग समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
कमेटी के सदस्यों में रेलवे बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष एम. रविन्द्र, रेलवे बोर्ड (विद्युत) के सदस्य सुदेशकुमार, रेलवे सुरक्षा के पूर्व आयुक्त पी. अग्रवाल, ट्रैफिक-रेलवे बोर्ड के पूर्व सदस्य के.के. अग्रवाल एवं रेलवे बोर्ड के पूर्व कार्यकारी निदेशक एन.के. गोयल उपस्थित थे।
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