मंगलवार, 14 मई 2013

ट्रेन और टेम्पो की भिडंत में तीन बच्चो की मोत ,तीन घायल

ट्रेन और टेम्पो की भिडंत में तीन बच्चो की मोत ,तीन घायल


बाड़मेर शहर से करीब 20किलोमीटर दूर जसाई गाव के पास बाड़मेर - मुनाबाव पैसेंजर ट्रेन के बाड़मेर आते वक्त ओवरलोड टेम्पो ट्रेन की चपेट में आ गया। इसमें टेम्पो से सवार दो बच्चो की मौके पर ही व एक की मोट उपचार के दोहरान मौत हो गई और तीन लोगो ने अस्पताल में भर्ती कराया गया है । मानवरहित रेलवे फाटक पर हुए इस हादसे के बाद आटी गाँव में शोक की लहर दौड़ गई है। हादसे की वजह मानवरहित रेलवे क्रोसिंग होना और टेम्पो चालक की लापरवाही होना बताया जा रहा हैं। सदर थाना अधिकारी ताराराम बेरवा के अनुसार इस टेम्पो में करीब तीस जने सवार थे जिनमे से ज्यादातर सवारियां टेम्पो के ऊपर और बहार लटक रही थी। जैसे ही टेम्पो पटरी पर पहुंचा तो ड्राइवर डर गया और टेम्पो बीच पटरियों में बंद हो गया। ट्रेन ने इस दौरान टेम्पो को चपेट में ले लिया। वहीँ घटना के बाद पुलिस और कई जनप्रतिनिधि अस्पताल पहुंचे।
सदर थाना अधिकारी ताराराम बेरवा के अनुसार इस मामले में मोके से चालक फरार हो गया है हमने इस मामले में चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जाच शरू कर दी है बाड़मेर - मुनाबाव पैसेंजर ट्रेन मुनावाब से बाड़मेर आ रही थी इस हादसे के कारण ट्रेन को करीब आधा घटा तक वही खड़ा रहना पड़ा मरने वालो में जेठाराम पुत्र जोधराम उम्र 5 साल अनु पुत्र जोधराम उम्र दस साल खुमानाराम पुत्र जोधराम उम्र 13 साल तीन एक ही परिवार के थे वही घायलों का इलाज बाड़मेर व् जोधपुर अस्पताल में चल रहा है

प्रेगनेंट हो गई तो खुला रेप का राज

प्रेगनेंट हो गई तो खुला रेप का राज
वाराणसी। उत्तर प्रदेश में वाराणसी के कैंट इलाके में स्थित ननिहाल में रहने वाली एक किशोरी का दामन उसके रिश्ते के भाई ने ही दागदार कर दिया। चार माह पहले किशोरी को जान से मारने की धमकी देकर बलात्कार किया था।

पुलिस के अनुसार इसका राज तब खुला जब किशोरी गर्भवती हो गई। पीडिता के पिता ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि आजमगढ की मूल निवासी 14 साल की किशोरी की मां की पिछले साल मृत्यु हो गई थी। उसके बाद कैंट इलाके में वह अपने ननिहाल में रह रही थी।

मामा की गैरमौजूदगी में उसके साले का बेटा किशोरी को धमकाकर उससे बलात्कार करता रहा। एक सप्ताह पहले पेट में दर्द उठने पर किशोरी को लेकर उसकी मामी चिकित्सक के पास गई तो जांच में पता चला कि वह चार माह से गर्भवती है। किशोरी ने बताया कि उसके रिश्ते के भाई ने दुराचार किया था।

पीडिता के पिता के आने पर पंचायत भी बुलाई गई लेकिन पंचायत में उसे जान से मारने की आरोपी द्वारा धमकी दी गई। बाद में पिता ने मुकदमा दर्ज कराया। किशोरी को मेडिकल मुआयना के लिए भेज दिया गया है।

थाने में दारोगा ने युवती को जड़ा चांटा

थाने में दारोगा ने युवती को जड़ा चांटा
गाजियाबाद। एक पुलिसवाला एक युवती को थप्पड़ जड़ता है। कुछ लोग भी उसके साथ मार-पीट करते हैं। वहीं कुछ पुलिसवाले यह सब देखते हैं। यह सब कैद होता है कैमरे में। यह दृश्य है गाजियाबाद पुलिस स्टेशन का। पुलिस का कहना है कि युवती को कार में शराब पीते पकड़ा गया था। जब उसे रोका-टोका गया तो वह बदतमीजी से पेश आई।


महिला ने अपना चेहरा छिपाते हुए कहा,पुलिसवालों ने मुझे गालियां बकीं। उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग किया। मैंने उसके बाद ही प्रतिक्रिया दी। अगर किसी से लगातार अभद्रता की जाए तो उसे सामने वाले को रोकने का अधिकार है।


पुलिस का कहना है कि गोवा की रहने वाली महिला को एक कार में दिल्ली के अपने दोस्त के साथ शराब पीते हुए देखा गया था। कानूनन ऎसा करना गलत है। कॉलोनीवासी इस महिला व उसके दोस्त को साहिबाबाद पुलिस थाने लेकर आए। महिला नशे में थी व लोगों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग कर रही थी। पब्लिक ने उन्हें देखा व उन्हें घेर लिया। इस पर दोनों ने उन्हें उल्टा-सीधा कहना शुरू कर दिया। वहां तमाशा खड़ा हो गया इसलिए उन्हें थाने लाया गया।


थाने में न केवल एक पुलिसकर्मी ने लड़की को मारा बल्कि लोगों को भी ऎसा करने के लिए उकसाया। कानूनन किसी महिला को सूर्यास्त के बाद हिरासत में नहीं रखा जा सकता। साथ ही कोई पुरूष पुलिसकर्मी महिला को नहीं छू सकता। बाद में रात को दोनों को बेल पर छोड़ दिया गया।

रिश्ते पर आंच,वधु ने पकड़ी वर की कॉलर

रिश्ते पर आंच,वधु ने पकड़ी वर की कॉलर
विदिशा। मध्यप्रदेश के विदिशा में सामूहिक कन्यादान के सरकारी आयोजन के दौरान वर पक्ष के लोगों द्वारा की गई पिटायी के कारण वधु के पिता की मौत से गमगीन हुआ परिवार घटना के एक दिन बाद अब इस दुविधा में है कि क्या यह रिश्ता भविष्य में बेहतर तरीके से निभ पाएगा। पिता की पिटाई से आक्रोशित हुई वधु ने आयोजन के दौरान ही वर की कॉलर पकड़कर उसे जमकर फटकार लगाई थी।

स्थानीय रामलीला मैदान में सोमवार को स्थानीय टीलाखेडी निवासी बाबूलाल विश्वकर्मा की पुत्री का विवाह भोपाल निवासी बलवीर के साथ सामूहिक कन्यादान आयोजन के दौरान होना था। वधु के पिता ने वर पक्ष के लोगों से कुछ सामान उठाने का आग्रह किया जिस पर दूल्हे के परिजन नाराज हो गए और वाद-विवाद होने पर कुछ लोगों ने बाबूलाल की वहीं पर पिटाई कर दी। इस घटना के बाद बाबूलाल को अस्पताल ले जाया जा रहा था तभी उनकी मौत हो गई।

मारपीट की घटना की जानकारी मिलने पर बाबूलाल की पुत्री ने दूल्हे की कॉलर पकड़ी और उस पर अपना गुस्सा उतारा। वह उससे विवाह करने के लिए राजी भी दिखाई नहीं दे रही थी। इस बीच प्रशासनिक अमला सक्रिय हुआ और दोनों का विवाह भी करा दिया गया। इस अप्रत्याशित घटना से दोनों ही परिवार परेशान दिखाई दे रहे थे। आखिरकार विवाह होने के बाद भी वधु पक्ष ने लड़की को वर के साथ नहीं भेजा।

इस बीच लड़की के पिता का मंगलवार को यहां अंतिम संस्कार कर दिया गया। चिकित्सकों का कहना है कि बाबूलाल की मौत ह्वदयाघात के कारण हुई। बाबूलाल के निधन के बाद से उसके परिजन गमगीन हैं लेकिन उन्हें यह चिंता भी सताए जा रही है कि क्या वर पक्ष के लोग बिटिया के ससुराल पहुंचने पर उसके साथ बेहतर व्यवहार करेंगे। परिजनों का कहना है कि वह सोच-समझकर लड़की के भविष्य को ध्यान में रखकर अगला कदम उठाएंगे। हालाकि लड़की के परिजनों की ओर से इस घटना के संबंध में अभी तक पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।

दहेज के लिए दहलीज से लौटाई दुल्हनें

दहेज के लिए दहलीज से लौटाई दुल्हनें
चित्तौड़गढ़। चंदेरिया थानान्तर्गत सिसोदिया का सांवता गांव की दो दुल्हनों को दहेज की खातिर ससुराल की दहलीज से ही लौटा दिया गया।

शादी के जोड़े में ही दोनों ने चंदेरिया थाना पहंुचकर ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ दहेज यातना का मामला दर्ज कराया है। पुलिस के अनुसार सिसोदिया का सांवता निवासी प्रियंका व दुर्गा कंवर का विवाह 12 मई को पचतोली निवासी शंकरसिंह के पुत्रों से हुआ था। दोनों दुल्हनों की ओर से सोमवार को चंदेरिया थाने में दर्ज कराई प्राथमिकी में बताया है कि विवाह के बाद बारात लौट गई। वर-वधुओं को सामाजिक रिवाज पूरे करने के लिए रोक लिया गया। दोनों दुल्हनें रविवार को पचतोली पहंुची, तो ससुराल की दहलीज से ही यह कहकर लौटा दिया गया कि वे बतौर दहेज एक लाख रूपए लेकर आए।

जीजा ने किया नाबालिग साली से रेप

जीजा ने किया नाबालिग साली से रेप
जयपुर। रामगंज थाना इलाके में जीजा द्वारा अपनी नाबालिग साली का अपहरण कर दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। पुलिस बीते दिन आरोपी को अहमदाबाद से गिरफ्तार कर जयपुर लाई। यहां पूछताछ के बाद पीडिता के मेडिकल के आधार पर दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है।

जानकारी के अनुसार मूलत: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी हाल रामगंज थाना इलाके के तोपखाना निवासी एक व्यक्ति ने गत 11 मई को थाने पर अपनी 14 वष्ाीüय पुत्री को उसके जीजा भट्टा बस्ती थाना इलाका निवासी मोहम्मद इरफान की ओर से अपहरण कर ले जाने का मामला दर्ज कराया था।

पुलिस को कॉल डिटेल के आधार पर आरोपी के अहमदाबाद में छुपे होने की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस का एक दल अहमदाबाद गया। यहां पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करते हुए किशोरी को उसके चंगुल से मुक्त कराया और सोमवार को जयपुर ले आई।

बयान के बाद मेडिकल से पुष्टि
रामगंज थाना प्रभारी नरेंद्र शर्मा ने बताया कि पीडिता के बयान के आधार पर आरोपी युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस ने पीडिता का मेडिकल मुआयना कराते हुए घटनाक्रम की पुष्टि कर ली। पीडिता ने पुलिस को बताया कि आरोपी युवक उसकी बड़ी बहन का पति है और पहले भी कई बार डरा-धमका कर दुष्कर्म कर चुका है। विरोध करने पर आरोपी ने धमकियां भी दी थीं।

रेलवे में भ्रष्टाचार का भांडाफोड़,बाबू गिरफ्तार

रेलवे में भ्रष्टाचार का भांडाफोड़,बाबू गिरफ्तार
जयपुर। भारतीय रेलवे में भ्रष्टाचार और इसके चलते रेल मंत्री के इस्तीफे की सुर्खियों के बीच मंगलवार को राजस्थान एसीबी(भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) ने रेलवे में एक और भ्रष्टाचार से पर्दा उठाया। इस कार्रवाई में सामने आया कि रेलवे के बाबू रेलवेकर्मियों से यात्रा भत्ते और अन्य मदों में मिलने वाले भत्तों के जारी करने में किसतरह गोरखधंधा करते हैं।

एसीबी,जयपुर की महानिरीक्षक स्मिता श्रीवास्तव के अनुसार मंगलवार को की गई यह कार्रवाई धौलपुर रेलपथ(छोटी लाइन) के वरिष्ठ खंड अभियंता कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक टेकचन्द को 1880 रूपए का कमीशन(रिश्वत) लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।

एसीबी के अनुसार परिवादी धौलपुर के रपुरा स्टेशन(छोटी लाइन) मैट गेंग नम्बर 2 पर कार्ररत राधेलाल मीणा ने शिकायत की थी
कि उसके यात्रा भत्ता बिल को पास करने के एवज में रेलवे बाबू उससे रिश्वत वतौर 5 प्रतिशत कमीशन मांग रहा है।

ब्यूरो की ओर से मामल के सत्यापन के बाद मंगलवार को कार्रवाई करते हुए बाबू को कमीशन लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस मामले में ब्यूरो की ओर से भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अग्रिम कार्यवाही क

नाम बदलकर क्रिकेट खेल रहा मोस्ट वांटेड पकड़ा

नाम बदलकर क्रिकेट खेल रहा मोस्ट वांटेड पकड़ा
जोधपुर। शहर पुलिस ने मोस्ट वांटेड आरोपी महेन्द्र विश्नोई और उसके साथी तस्कर गोपालदान चारण को सोमवार को पकड़ लिया। ये दोनों आरोपी नाम बदलकर रेलवे स्टेडियम में क्रिकेट मैच खेल रहे थे। इस दौरान पुलिस की विशेष टीम ने जाल बिछाकर दोनों को धर दबोचा। मौके से पुलिस को दोनों से एक माउजर व चार जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं। जबकि पुलिस लंबे समय से विश्Aोई के संभावित ठिकानों पर तलाश कर रही थी।

डीसीपी अजयपाल लांबा ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि डांगियावास थाना क्षेत्र के जालेली गांव निवासी महेन्द्र विश्Aोई (26) पुत्र भाकरराम रेलवे स्टेडियम में नाम बदलकर क्रिकेट मैच खेल रहा है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर उसके जेब की तलाशी ली तो चार जिंदा कारतूस मिले। उसने पूछताछ में स्टेडियम के पवेलियन पर बैठे गोपालदान चारण (21) पुत्र मोहनदान चारण निवासी चांदसमा सावलों की ढाणी पुलिस थाना देचू के पास माउजर होना बताया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

डीसीपी लांबा ने बताया कि दो साल पूर्व विश्Aोई कचहरी परिसर में बनी हवालात से चालानी गार्ड से फरार हो गया था। इसी ने लूणी पुलिस पर फायरिंग की तथा डांगियावास थाने में पिकअप गाडी में 658 किलो डोडा ले गया था। इस पर रोहिट थाने में गाडियों की तोड़फोड़ करने के मामले दर्ज है। यह प्रताप नगर थाने में एनडीपीएस में स्थायी वारंटी है। इसी थाने में इसके पास ढाई लाख रूपए के जाली नोट व साढ़े आठ किलो अफीम दूध बरामद हुआ था।

उसका साथी गोपाल मध्यप्रदेश के जिला नीमच में एनडीपीएस के मामले मे वान्छित हैं। इनसे पुलिस ने एक टाटा सफारी गाड़ी भी जब्त की है। दोनों ने पूछताछ में बताया कि एक अन्य आरोपी फींच गांव के राजू डाका का भी नाम लिया। इसे दोनों ने सोमवार सुबह पिकअप गाड़ी में भर डोडे सप्लाई किए थे। पुलिस ने जब वहां जाकर तलाशी ली तो राजू वहां भाग छूटा था। इस गिरफ्तारी में डीसीपी विपुल चतुर्वेदी और एसीपी मनोज चौधरी के नेतृत्व में विशेष्ा टीम प्रभारी राजवीर सिंह, थानाधिकारी देरावरसिंह, अमित सियाग आदि सहित सहायक उपनिरीक्षक और सिपाही शामिल थे।

बाड़मेर रेल दुर्घटना में दो मासूमों की मौत ...तीन जने घायल

बाड़मेर रेल दुर्घटना में दो मासूमों की मौत ...तीन जने घायल



बाड़मेर बाड़मेर मुनाबाव के बीच चलने वाली सवारी रेल और टेंकर की भीडंत में दो मासूम बच्चों की मौत हो गई वहीं तीन जने गंभीर रूप से घायल हो .सूत्रानुसार मुनाबाव से बाड़मेर आ रही सवारी रेल जिला मुख्यालय से बारह किलोमीटर दूर जसाई रेल फाटक टेंकर से टक्करा गई जिससे टेंकर में सवार दो मासूम बच्चो की घटना स्थल पर ही मौत हो गई जबकि तीन जने घायल हो गए घायलों को पहले राजकीय अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया जन्हा उनकी हालत गंभीर होने के कारण जोधपुर रेफर कर दिया .फाटक मानव रहित बताया जा रहा हें

जज ने कहा,औरत खतरनाक प्रजाति

जज ने कहा,औरत खतरनाक प्रजाति

नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने महिलाओं के बारे में चौंकाने वाली टिप्पणी की है। साकेत कोर्ट के जज विमल कुमार यादव ने एक केस में फैसला सुनाते हुए कहा है कि औरत प्रजाति को खतरनाक माना जाता है। यह सही भी लगता है।

न्यायाधीश ने कहा कि औरत अगर किसी से नफरत करने लगे तो वो सभी दायरों और बंधनों को तोड़ सकती है फिर चाहे वो सामाजिक बंधन हो या अन्य। कानून का ही बंधन क्यों न हो औरत किसी की परवाह नहीं करती। इस मामले को देखकर यही कहा जा सकता है। ये केस एक लड़की की गैर इरादतन हत्या की कोशिश का था।

लड़की ने लड़के पर हत्या की कोशिश का आरोप लगाया था। लड़के पर लगे आरोपों की पुष्टि नहीं हो पाई। कोर्ट ने फैसले में सबूतों के अभाव,हथियारों को लेकर दुविधा और हमले की वजह जैसे बिंदुओं पर केस को कमजोर पाया और आरोपी को बरी कर दिया।

मरे हुए सैनिक का दिल खा गया "हैवान"

मरे हुए सैनिक का दिल खा गया "हैवान"
बेरूत। सीरिया में एक विद्रोही मरे हुए सैनिक का दिल निकालकर खा गया। एक वीडियो के जरिए उस विद्रोही की यह करतूत सामने आई। यू ट्यूब पर अपलोड किए गए वीडिया में दिखाया गया है कि ओमर अल फारूक अल मुस्तकिला ब्रिगेड का कथित कमांडर अबू शक्कार एक वर्दीधारी सैनिक के शव के पास खड़ा है।

वह कहता है कि खुदा की कसम हम तुम्हारे दिल और जिगर को खा जाएंगे। वह कहता है कि हम बाबा अम्र के हीरो हैं। इसके बाद शक्कार खड़ा होता है। उसके एक हाथ में छुरा होता है तो दूसरे हाथ में सैनिक का दिल। वह दिल को मुंह के करीब लाता है,इसी बीच वीडियो खत्म हो जाता है।

मानवाधिकार संगठनों और सीरिया के विपक्षी गठबंधन ने इसकी कड़ी निंदा की है। राष्ट्रीय गठबंधन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसियां और सोशल मीडिया वेबसाइटें एक ऎसा वीडियो क्लिप दिखा रही हैं जिसमें एक व्यक्ति खुद को विद्रोहियों का सदस्य बताते हुए भयानक,घिनौनी और अमानवीय हरकत करता है। अगर वीडियो सही है जो सीरिया का गठबंधन इसकी कड़ी निंदा करता है।

उस विद्रोही का बर्ताव सीरियाई लोगों के मूल्यों के खिलाफ है। साथ ही यह फ्री सीरियन आर्मी के मूल्यों और सिद्धांतों के भी खिलाफ है। ±यूमन राइट्स वॉच ने कहा है कि वीडियो में दिखाया गया व्यक्ति सेन्ट्रल होम्स प्रांत में सक्रिय विद्रोही ब्रिगेड का सदस्य लग रहा है,जिसने इस साल लेबनान के एक गांव पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी।

मध्य पूर्व में ±यूमन राइट्स वॉच के डिप्टी डायरेक्टर नदीम एच ने कहा कि सीरिया के विपक्षी दलों का इस बर्ताव की निंदा करना ही पर्याप्त नहीं है। विपक्षी ताकतों को ऎसी हरकतों को रोकने के लिए कड़ाई से कार्रवाई करनी चाहिए।

प्रेगनेंट महिला को 11 हजार में बेचा

प्रेगनेंट महिला को 11 हजार में बेचा  कटिहार। बिहार में एक गर्भवती महिला को 11 हजार रूपए में बेचे जाने का मामला सामने आया है। महिला दो बच्ची की मां है। पीडिता पूर्णिया जिले के अझोकोपा की रहने वाली है। एक महिला एजेंट ने अपने परिचित अशोक सिंह को गर्भवती महिला को बेचा। 40 साल का अशोक सिंह यूपी के इटावा का रहने वाला है। अशोक सिंह ने कब्जे में आने के बाद महिला से शादी कर ली।

जब वह पीडिता को लेकर इटावा जा रहा था तभी पुलिस ने एक एनजीओ के सहयोग से उसे छुड़ा लिया। पुलिस ने महिला एजेंट और खरीदार को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक खरीदार ने चांदपुर के दुर्गा माता मंदिर में पीडिता से कथित रूप से शादी कर ली थी। कटिहार के एसपी असगर इमाम ने सोमवार को घटना की पुष्टि की। पुलिस पूर्णिया जिले के रहने वाले दिनेश यादव की तलाश में है,जो कथित रूप से महिलाओं और लड़कियों की खरीद फरोख्त में लिप्त गैंग का मुखिया है।

महिला को बेचे जाने की घटना उस वक्त की है जब उसका पति काम से बाहर गया हुआ था। वह एक बस में क्लीनर का काम करता है। जब पीडिता को ले जाया गया तब घर में 4 और 5 साल के बच्चे ही घर पर थे। पीडिता ने पुलिस को बताया कि उन्होंने 11 हजार रूपए दिए और मुझे एक मंदिर लेकर गए। वहां मेरे हाथ पैर बांध दिए। इसके बाद जबरन मुझसे जबरन शादी कर ली।

बताया जाता है कि महिला की आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि वह अपने बच्चों का पेट पालने में भी असमर्थ थी। हालांकि महिला ने मर्जी से शादी करने से इनकार किया है। पीडिता ने कहा कि मुझे लगा कि महिला मेरी मदद करना चाहती है। मुझे यह पता ही नहीं था कि मेरी शादी उसे व्यक्ति से शादी करा ली जाएगी जिसे मैंने कभी देखा भी नहीं। मेरे दो बच्चे हैं और मैं गर्भवती हूं।

ऎसे में मैं कैसे अपनी मर्जी से शादी कर सकती हूं। उधर आरोपी अशोक सिंह का कहना है कि उसने महिला एजेंट और पीडिता के साथ 11 हजार रूपए में सौदा किया था। वह महिला से शादी करने के लिए बिहार आया था इसलिए उसे अपने साथ ले गया। भूमिका विहार नामक एनजीओ की संचालिका शिल्पी सिंह ने पीडिता को आरोपी के चंगुल से मुक्त कराने में अहम भूमिका निभाई।

सोमवार, 13 मई 2013

जैसलमेरमेन पूरा में रियाण का आयोजन

जैसलमेर मेन पूरा में रियाण का आयोजन 

आखातीज पर देखे शगुन मिले सुकाल के संकेत 
 

 जैसलमेर सरहदी जिलो बाड़मेर जैसलमेर में आखा तीज का पर्व परंपरागत रूप से हर्सौलाश के साथ मनाया गया .आखा तीज पर्व पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रो में रियाण का आयोजन किया गया .स्थानीय नगर सहित आसपास ग्रामीण अंचलों में आखातीज हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। मांगलिक कार्यों के इस अबूझ मुहूर्त पर विभिन्न स्थानों पर विवाह-समारोह की धूम रही। गांवों में बारिश के अनुमान के लिए शगुन देखने की परम्परा निभाई, जिसमें सुकाल के संकेत मिले। 


जैसलमेर के मेन पूरा में मोहला वासियों द्वारा रियाण का आयोजन कर अनूठी पहल की .मेन पूरा शिव मंदिर के पास सभी समाज के लोगो ने आखा तीज पर रियान कर स्नेहमिलन का आयोजन किया .रियाण में समस्त समाज के सेकड़ो लोगों ने शिरकत कर युवा वर्ग की इस पहल की मुक्तकंठ से प्रशंसा की  युवाओं ने बताया की समाज के लोगो के लिए स्नेहमिलन का आयोजन था मेन पूरा के युवाओं द्वारा पहली मर्तबा मोहले में रियाण का आयोजन कर सद्भावना का परिचय दिया . इस बार युवाओं नेसभी समाज वर्ग को न्यौता देकर  रियान को नया रूप दिया जिसकी सभी ने सराहना की .परम्परागत रूप से आयोजित होने वाली रियाण से हट कर रियान को नया रूप दिया मेन पूरा  निवासियों ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया .के सेकड़ो लोगों ने रियान में शिरकर कर एक दुसरे की कुशलक्षेम पूछी और रामा शामा की . 

आखातीज होने के कारण परम्परानुसार घरों में विभिन्न पकवान बनाए गए। गृहणियों ने गुड़ की गलवानी, बाजरे का खीच तथा ग्वारफली की सब्जी बनाई। भगवान को भोग लगाकर सभी ने प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। अक्षय तृतीया पर लोगों ने देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर खरीदारी एवं दानपुण्य भी किया। इस अवसर पर गांवों में कुंवारी युवतियों को दूल्हा-दुल्हन बनाकर मंगलगीत गाते हुए गांव की परिक्रमा लगवाई गई।

आखातीज पर शगुन लेने की परंपरा आज भी गांवों में निभाई जाती है। सोम वार कोशहर तथा    गांवों में ग्रामीणों ने काल व सुकाल के शगुन लिए। इसमें काल पर सकाल भारी पड़ा। परंपरा के तहत भगवान की पूजा-अर्चना के बाद दो ब'चों को आमने-सामने खड़ा कर उनके हाथों में दो बांस की लकडिय़ां दी जाती है। इनमें से एक पर काला धागा एवं दूसरे पर मोली बांधी जाती है, जिनके ऊपर या नीचे होने के अनुसार शगुन लिया जाता है।ग्रामीण क्षेत्रो में परंपरा रूप से रियान का आयोजन किया गया .रियान में गाँव के सभी लोगो ने एक दुसरे की आखा तीज की बधाई दे रामा शामा की .

जैसलमेर हजूरी समाज द्वारा अनूठी पहल नशा रहित रियाण का आयोजन

  जैसलमेर हजूरी समाज द्वारा अनूठी पहल नशा रहित
रियाण का आयोजन  

आखातीज पर देखे शगुन मिले सुकाल के संकेत 
 

 जैसलमेर सरहदी जिलो जैसलमेर में आखा तीज का पर्व परंपरागत रूप से हर्सौलाश के साथ मनाया गया .आखा तीज पर्व पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रो में रियाण का आयोजन किया गया .स्थानीय नगर सहित आसपास ग्रामीण अंचलों में आखातीज हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। मांगलिक कार्यों के इस अबूझ मुहूर्त पर विभिन्न स्थानों पर विवाह-समारोह की धूम रही। गांवों में बारिश के अनुमान के लिए शगुन देखने की परम्परा निभाई, जिसमें सुकाल के संकेत मिले। 


जैसलमेर के मेन पूरा में हजूरी समाज द्वारा नशा रहित रियाण का आयोजन कर अनूठी पहल की .मेन पूरा शिव मंदिर के पास समाज के लोगो ने आखा तीज पर रियान को नै शक्ल देकर स्नेहमिलन का आयोजन किया .रियाण में समाज के सेकड़ो ने शिरकत कर युवा वर्ग की इस पहल की मुक्तकंठ से प्रशंसा की .रियाण में अक्सर नशीली और मादक वस्तुओं अफीम ,डोडा पोस्त ,बीडी ,सिगरेट का चलन होता हें मगर इस रियाण में शरबत और परम्परागत भोजन का आयोजन किया गया .युवाओं ने बताया की समाज के लोगो के लिए स्नेहमिलन का आयोजन था .प्रतिवर्ष रियाण का आयोजन होता हें जिसमे अफीम ,डोडा पोस्ट आदी का प्रचलन रहता हें मगर इस बार युवाओं ने नशा विरोधी मुहीम चला रियान को नया रूप दिया जिसकी सभी ने सराहना की .परम्परागत रूप से आयोजित होने वाली रियाण से हट कर रियान को नया रूप दिया ,हजूरी समाज के सेकड़ो लोगों ने रियान में शिरकर कर एक दुसरे की कुशलक्षेम पूछी और रामा शामा की . 



आखातीज होने के कारण परम्परानुसार घरों में विभिन्न पकवान बनाए गए। गृहणियों ने गुड़ की गलवानी, बाजरे का खीच तथा ग्वारफली की सब्जी बनाई। भगवान को भोग लगाकर सभी ने प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। अक्षय तृतीया पर लोगों ने देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर खरीदारी एवं दानपुण्य भी किया। इस अवसर पर गांवों में कुंवारी युवतियों को दूल्हा-दुल्हन बनाकर मंगलगीत गाते हुए गांव की परिक्रमा लगवाई गई।

आखातीज पर शगुन लेने की परंपरा आज भी गांवों में निभाई जाती है। सोम वार कोशहर तथा    गांवों में ग्रामीणों ने काल व सुकाल के शगुन लिए। इसमें काल पर सकाल भारी पड़ा। परंपरा के तहत भगवान की पूजा-अर्चना के बाद दो ब'चों को आमने-सामने खड़ा कर उनके हाथों में दो बांस की लकडिय़ां दी जाती है। इनमें से एक पर काला धागा एवं दूसरे पर मोली बांधी जाती है, जिनके ऊपर या नीचे होने के अनुसार शगुन लिया जाता है।ग्रामीण क्षेत्रो में परंपरा रूप से रियान का आयोजन किया गया .रियान में गाँव के सभी लोगो ने एक दुसरे की आखा तीज की बधाई दे रामा शामा की .

चिकित्सक और जांच अधिकारी की मिलीभगत से कलेक्टर की जांच दरकिनार

चिकित्सक और जांच अधिकारी की मिलीभगत से कलेक्टर की जांच दरकिनार


बाड़मेर।  एक चिकित्सक को उसके जाति के चिकित्सक ने जांच में दोषी होने के बाद भी निर्दोष घोषित कर दिया। यह मामला बाड़मेर का हैं। बाड़मेर के लंगेरा गाँव के निवासी दुर्गसिंह राजपुरोहित ने अगस्त माह में अपने स्तर पर मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना की बजाय ब्रांडेड दवाएं लिखने वाले एक चिकित्सक की करीब आठ सौ से ज्यादा पर्चियां एकत्रित करके डॉ समित शर्मा , प्रबंध निदेशक राजस्थान मेडिकल कॉरप्रेशन को शिकायती पत्र दिया गया था जिसमे कई अस्पताल में आने वाले मरीजो की पर्चियां भी संलग्न की थी। उन पर्चियों की जांच के बाद तत्कालीन बाड़मेर जिला कलक्टर डॉ वीणा प्रधान ने चिकित्सक लंगेरा रोड स्थित पीरचंद हंजारीमल डिस्पेंसरी के डॉ सुरेश माली को कारण बताओ नोटिस भी दिया था जिसमे उन्होंने स्पष्ट लिखा था कि जांच के दौरान अस्पताल की उनके द्वारा लिखी गई पर्चियों पर एक कम्पनी विशेष की दवाइयां लिखी गिया थी। तत्कालीन जिला कलेक्टर के द्वारा नोटिस देने की कार्यवाही के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से अतिआवश्यक पत्र लिख कर इस मामले की जांच के आदेश बाड़मेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए गये थे। बाड़मेर के सीएमएचओ ने इस मामले की जांच के आदेश डॉ बीएस गहलोत को दिए थे, जो वर्तमान में मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना प्रभारी हैं। डॉ गहलोत ने परिवादी दुर्गसिंह के बयान लेकर खानापूर्ति करते हुए अंतिम रिपोर्ट में यह लिखा कि सबूतों के आभाव में मामला सत्य प्रतीत नहीं होता। इसमें पूरी जालसाजी का आरोप परिवादी ने जांच अधिकारी पर लगाते हुए जांच अधिकारी को कटघरे में खड़ा किया हैं और मुख्यमंत्री समेत स्वास्थ्य विभाग निदेशालय को वापस पत्र लिख कर इस मामले की जांच ईमानदार अधिकारी से करवाने की मांग की हैं। साथ ही आरोपी चिकित्सक के अलावा जांच अधिकारी डॉ बीएस गहलोत पर इस मामले की जांच के दौरान आर्थिक लाभ लेकर डॉक्टर को बचाने का आरोप लगाते हुए जांच अधिकारी के खिलाफ भी जांच की मांग मुख्यमंत्री से की गई और बाड़मेर के सीएमएचओ को ज्ञापन देकर जांच करवाने की भी मांग की गई। परिवादी दुर्गसिंह की मांग पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस भ्रष्टाचार को गम्भीरता से लेते हुए वापस इस मामले के जांच के आदेश दे दिए हैं। अब इस मामले की जांच बाड़मेर के आरसीएचओ को दी गई हैं जिसमे वे जांच अधिकारी की इस मामले में फर्जी फाइनल रिपोर्ट के आरोपों की जांच करेंगे। वहीँ इस मामले में परिवादी द्वारा पूर्व में पर्चियां देकर मामले कोई जांच की अपील करने पर ही बाड़मेर की तत्कालीन जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान ने आरोपी चिकित्सक पर लगाए गये आरोपों की जांच करवाकर इस शिकायत को सही पाया था और नोटिस जारी किया था लेकिन उस नोटिस को जांच अधिकारी ने दरकिनार कर दिया और जिला कलेक्टर की जांच पर भी सवाल खड़े कर दिए। अब मामले की जांच वापस शुरू से की जायेगी और जांच अधिकारी को भी मामले में लीपापोती के लिए जांच से गुजरना पड़ेगा।