मंगलवार, 14 मई 2013

प्रेगनेंट महिला को 11 हजार में बेचा

प्रेगनेंट महिला को 11 हजार में बेचा  कटिहार। बिहार में एक गर्भवती महिला को 11 हजार रूपए में बेचे जाने का मामला सामने आया है। महिला दो बच्ची की मां है। पीडिता पूर्णिया जिले के अझोकोपा की रहने वाली है। एक महिला एजेंट ने अपने परिचित अशोक सिंह को गर्भवती महिला को बेचा। 40 साल का अशोक सिंह यूपी के इटावा का रहने वाला है। अशोक सिंह ने कब्जे में आने के बाद महिला से शादी कर ली।

जब वह पीडिता को लेकर इटावा जा रहा था तभी पुलिस ने एक एनजीओ के सहयोग से उसे छुड़ा लिया। पुलिस ने महिला एजेंट और खरीदार को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक खरीदार ने चांदपुर के दुर्गा माता मंदिर में पीडिता से कथित रूप से शादी कर ली थी। कटिहार के एसपी असगर इमाम ने सोमवार को घटना की पुष्टि की। पुलिस पूर्णिया जिले के रहने वाले दिनेश यादव की तलाश में है,जो कथित रूप से महिलाओं और लड़कियों की खरीद फरोख्त में लिप्त गैंग का मुखिया है।

महिला को बेचे जाने की घटना उस वक्त की है जब उसका पति काम से बाहर गया हुआ था। वह एक बस में क्लीनर का काम करता है। जब पीडिता को ले जाया गया तब घर में 4 और 5 साल के बच्चे ही घर पर थे। पीडिता ने पुलिस को बताया कि उन्होंने 11 हजार रूपए दिए और मुझे एक मंदिर लेकर गए। वहां मेरे हाथ पैर बांध दिए। इसके बाद जबरन मुझसे जबरन शादी कर ली।

बताया जाता है कि महिला की आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि वह अपने बच्चों का पेट पालने में भी असमर्थ थी। हालांकि महिला ने मर्जी से शादी करने से इनकार किया है। पीडिता ने कहा कि मुझे लगा कि महिला मेरी मदद करना चाहती है। मुझे यह पता ही नहीं था कि मेरी शादी उसे व्यक्ति से शादी करा ली जाएगी जिसे मैंने कभी देखा भी नहीं। मेरे दो बच्चे हैं और मैं गर्भवती हूं।

ऎसे में मैं कैसे अपनी मर्जी से शादी कर सकती हूं। उधर आरोपी अशोक सिंह का कहना है कि उसने महिला एजेंट और पीडिता के साथ 11 हजार रूपए में सौदा किया था। वह महिला से शादी करने के लिए बिहार आया था इसलिए उसे अपने साथ ले गया। भूमिका विहार नामक एनजीओ की संचालिका शिल्पी सिंह ने पीडिता को आरोपी के चंगुल से मुक्त कराने में अहम भूमिका निभाई।

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