थाने में दारोगा ने युवती को जड़ा चांटा
गाजियाबाद। एक पुलिसवाला एक युवती को थप्पड़ जड़ता है। कुछ लोग भी उसके साथ मार-पीट करते हैं। वहीं कुछ पुलिसवाले यह सब देखते हैं। यह सब कैद होता है कैमरे में। यह दृश्य है गाजियाबाद पुलिस स्टेशन का। पुलिस का कहना है कि युवती को कार में शराब पीते पकड़ा गया था। जब उसे रोका-टोका गया तो वह बदतमीजी से पेश आई।
महिला ने अपना चेहरा छिपाते हुए कहा,पुलिसवालों ने मुझे गालियां बकीं। उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग किया। मैंने उसके बाद ही प्रतिक्रिया दी। अगर किसी से लगातार अभद्रता की जाए तो उसे सामने वाले को रोकने का अधिकार है।
पुलिस का कहना है कि गोवा की रहने वाली महिला को एक कार में दिल्ली के अपने दोस्त के साथ शराब पीते हुए देखा गया था। कानूनन ऎसा करना गलत है। कॉलोनीवासी इस महिला व उसके दोस्त को साहिबाबाद पुलिस थाने लेकर आए। महिला नशे में थी व लोगों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग कर रही थी। पब्लिक ने उन्हें देखा व उन्हें घेर लिया। इस पर दोनों ने उन्हें उल्टा-सीधा कहना शुरू कर दिया। वहां तमाशा खड़ा हो गया इसलिए उन्हें थाने लाया गया।
थाने में न केवल एक पुलिसकर्मी ने लड़की को मारा बल्कि लोगों को भी ऎसा करने के लिए उकसाया। कानूनन किसी महिला को सूर्यास्त के बाद हिरासत में नहीं रखा जा सकता। साथ ही कोई पुरूष पुलिसकर्मी महिला को नहीं छू सकता। बाद में रात को दोनों को बेल पर छोड़ दिया गया।
गाजियाबाद। एक पुलिसवाला एक युवती को थप्पड़ जड़ता है। कुछ लोग भी उसके साथ मार-पीट करते हैं। वहीं कुछ पुलिसवाले यह सब देखते हैं। यह सब कैद होता है कैमरे में। यह दृश्य है गाजियाबाद पुलिस स्टेशन का। पुलिस का कहना है कि युवती को कार में शराब पीते पकड़ा गया था। जब उसे रोका-टोका गया तो वह बदतमीजी से पेश आई।
महिला ने अपना चेहरा छिपाते हुए कहा,पुलिसवालों ने मुझे गालियां बकीं। उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग किया। मैंने उसके बाद ही प्रतिक्रिया दी। अगर किसी से लगातार अभद्रता की जाए तो उसे सामने वाले को रोकने का अधिकार है।
पुलिस का कहना है कि गोवा की रहने वाली महिला को एक कार में दिल्ली के अपने दोस्त के साथ शराब पीते हुए देखा गया था। कानूनन ऎसा करना गलत है। कॉलोनीवासी इस महिला व उसके दोस्त को साहिबाबाद पुलिस थाने लेकर आए। महिला नशे में थी व लोगों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग कर रही थी। पब्लिक ने उन्हें देखा व उन्हें घेर लिया। इस पर दोनों ने उन्हें उल्टा-सीधा कहना शुरू कर दिया। वहां तमाशा खड़ा हो गया इसलिए उन्हें थाने लाया गया।
थाने में न केवल एक पुलिसकर्मी ने लड़की को मारा बल्कि लोगों को भी ऎसा करने के लिए उकसाया। कानूनन किसी महिला को सूर्यास्त के बाद हिरासत में नहीं रखा जा सकता। साथ ही कोई पुरूष पुलिसकर्मी महिला को नहीं छू सकता। बाद में रात को दोनों को बेल पर छोड़ दिया गया।
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