मंगलवार, 23 अप्रैल 2013

1993 से आवंटित कोल ब्लॉक्स अनधिकृत

1993 से आवंटित कोल ब्लॉक्स अनधिकृत

  

नई दिल्ली। कोयला एवं स्टील पर संसद की स्थाई समिति ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि 1993 से 2008 के बीच सभी कोल ब्लॉक्स का आवंटन अनधिकृत तरीके से हुआ था। साथ ही सभी खदानें जहां उत्पादन अभी शुरू होना है को निरस्त किया जाना चाहिए। इस रिपोर्ट को मंगलवार को संसद में पेश किया जाना है।


तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी की अध्यक्षता वाली इस समिति ने यह सुझाव भी दिया कि आवंटन प्रक्रिया में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से शामिल रहे सभी कार्मिकों की भूमिका की जांच की जानी चाहिए।


रिपोर्ट में कहा गया है कि आवंटन प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं थी तथा कोयला खदानों के आवंटन से सरकारी खजाने को कोई राजस्व नहीं प्राप्त हुआ। रिपोर्ट में कहा गया है कि 1993 से 2004 के बीच सभी आवंटन बिना विज्ञापन दिए व बिना किसी सार्वजनिक सूचना के किए गए।

एक अखबार के अनुसार रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि 2004 से 2008 के बीच की सूचना सरकारी वेबसाइट पर दी गई फिर भी इसमें पारदर्शिता की कमी थी क्योंकि इसमें निविदा प्रक्रिया नहीं अपनाई गई व सरकार को कोई राजस्व प्राप्त नहीं हुआ।

पिछले साल सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि निविदा प्रक्रिया न अपनाने से कोयला ब्लॉक्स के आवंटन से सरकार को 1.86 लाख करोड़ रूपए के राजस्व का नुकसान हुआ। इस रिपोर्ट में 10.67 लाख करोड़ रूपए के नुकसान की बात कही गई थी।

इस्‍कॉन मंदिर में महिला वालंटियर का यौन उत्‍पीड़न, जान से मारने की धमकी



मथुरा में इस्‍कॉन म‍ंदिर के एक महिला वालंटियर ने मंदिर प्रबंधन के दो सदस्‍यों पर यौन उत्‍पीड़न का आरोप लगाया है। वालंटियर ने मंदिर प्रबंधन के दो सदस्‍यों के साथ एक सिक्‍योरिटी गार्ड के खिलाफ सोमवार को शिकायत दर्ज कराई। वालंटियर का आरोप है कि यौन उत्‍पीड़न के आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी थी। मंदिर प्रबंधन ने महिला वालंटियर के इन आरोपों से इनकार किया है।






मथुरा के एसएसपी प्रदीप यादव ने कहा है कि आरोपों की जांच के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। महिला ने आरोप लगाया है कि उसे मंदिर प्रबंधन मंदिर में घुसने की इजाजत नहीं दे रहा है। हालांकि इस्‍कॉन के प्रतिनिधियों का कहना है कि ऐसी कोई पाबंदी नहीं है बल्कि उसे उस इलाके में जाने से रोका गया जहां संत रहते हैंएसएसपी ने कहा कि पिछले कुछ समय से दोनों पक्षों के बीच विवाद चल रहा है। शुरुआती जांच में पता चला है कि विवाद के बाद मंदिर प्रबंधन ने महिला को मंदिर परिसर में एंट्री देने से इनकार कर दिया। इसके बाद महिला ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जिसने आदेश दिया कि उसे प्रार्थनाओं और मेडिटेशन के लिए मंदिर परिसर में प्रवेश दिया जाए।

जज के संदूक से 10 किलो चांदी के जेवर चोरी!


जज के संदूक से 10 किलो चांदी के जेवर चोरी! 

पाली पाली में मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के न्यायाधीश भगवान शारदा के घर में लोहे की पेटी में रखे करीब 10 किलोग्राम चांदी के जेवर कोई चुराकर ले गया। लोहे की इस पेटी में जज के परिवार के पुश्तैनी जेवरात थे। यह पेटी गत 23 मार्च को जज पाली से अपने घर बाड़मेर लेकर गए थे, लेकिन उसे दो दिन पहले खोलने पर जेवरात चोरी का खुलासा हुआ। पेटी में रखे जेवरात पाली से या बाड़मेर अथवा रास्ते में कहीं चोरी हुए। इसका पता लगाने के लिए जज की ओर से पाली के कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस के अनुसार पाली में मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के न्यायाधीश भगवान शारदा मूल रुप से बाड़मेर निवासी हैं। पाली में वे कोर्ट परिसर में ज्ञान विहार कॉलोनी में सरकारी आवास में रहते है। पाली स्थित सरकारी आवास में कीमती सामान के साथ ही पुश्तैनी जेवरात वाली लोहे की पेटी भी रखी गई थी। उस पेटी की चाबी जज की अटैची में रहती थी। होली के अवकाश के चलते गत 23 मार्च को न्यायाधीश अपने परिवार के साथ बाड़मेर चले गए। उस समय यह जेवरात की पेटी भी साथ ले गए, लेकिन उसे खोला नहीं।  
दो दिन पहले न्यायाधीश ने बाड़मेर प्रवास के दौरान उक्त पेटी को खोला तो उसमें चांदी के करीब 10 किलोग्राम वजनी पुश्तैनी जेवरात गायब थे। सोमवार को पाली के कोतवाली थाने में न्यायाधीश की ओर से चोरी का मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने संदेह के दायरे में आए लोगों से पूछताछ शुरू की है। 

बिराटिया खुर्द सरपंच 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार




बिराटिया खुर्द सरपंच 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार




आठ बीघा जमीन का म्यूटेशन तोडऩे की एवज में मांगे थे रुपए

  पाली  भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) पाली की टीम ने जिले के बिराटिया खुर्द ग्राम पंचायत के सरपंच बगदाराम भायल को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। यह राशि सरपंच ने आठ बीघा जमीन का म्यूटेशन तोडऩे की एवज में ली, जबकि एडवांस के तौर पर डेढ़ हजार रुपए सरपंच ने दो दिन पहले ही ले लिए थे। आरोपी सरपंच ने रिश्वत की यह राशि अपने कारखाने में ली थी,वहीं पर दबिश देकर उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया, उसे बाद में बर चौकी ले जाया गया। 

एसीबी एएसपी लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया कि बिराटिया खुर्द निवासी मीठूसिंह रावत ने एसीबी में शिकायत की थी कि गांव में उसकी आठ बीघा जमीन के नाम का म्यूटेशन तोडऩे (बदलने) की एवज में बिराटिया खुर्द के सरपंच बगदाराम भायल ने उससे दस हजार रुपए की डिमांड की, लेकिन सौदा साढ़े छह हजार रुपए में तय हुआ। एडवांस के तौर पर डेढ़ हजार रुपए उसने शनिवार को ही सरपंच को दे दिए, जबकि बाकी की रकम सोमवार को देना तय हुआ। शिकायत के सत्यापन के बाद एसीबी ने सोमवार को विशेष केमिकल लगे नोट (पांच हजार रुपए) देकर शिकायतकर्ता को बिराटिया खुर्द में सरपंच के लोहे के कारखाने में भेजा। परिवादी ने कारखाने में मौजूद सरपंच को पांच हजार रुपए दे दिए। बाकी रकम का तकाजा करने पर परिवादी ने सरपंच को दो दिन बाद देने की बात कही। परिवादी से इशारा पाकर एसीबी की टीम में शामिल पुलिस निरीक्षक श्यामलाल नवल, शैतानसिंह व हेड कांस्टेबल शंकरलाल नेणीवाल की टीम ने कारखाने में दबिश देकर रिश्वत की राशि के साथ सरपंच को गिरफ्तार कर लिया, जिसे बाद में बर चौकी में ले जाकर पूछताछ की गई।

पहले जेब में फिर ट्रे के नीचे रखे रुपए

परिवाद से पांच हजार रुपए लेकर कारखाने में मौजूद सरपंच ने पहले यह रकम शर्ट की जेब में रखे, लेकिन इसके तुरंत बाद ही उसने उसने कागज रखने की ट्रे के नीचे रुपए रख दिए। इशारा पाते ही पाली से गई एसीबी की टीम ने रिश्वत की राशि बरामद कर लिए। एसीबी ने सरपंच के हाथ व शर्ट के जेब की धुलाई की तो विशेष केमिकल साफ नजर आया। इसके बाद एसीबी सरपंच को गिरफ्तार कर बर चौकी ले गई। जहां ट्रेप कार्रवाई निपटाने के बाद बाद में आरोपी सरपंच को पाली स्थित एसीबी कार्यालय में लाया गया। मंगलवार को आरोपी को पाली स्थित एसीबी मामले की विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा।

20 दिन के अंतराल में दूसरा जनप्रतिनिधि ट्रेप

ठ्ठ एसीबी ने गत 26 फरवरी को रिमांड से बचाने की एवज में रोहट थाने के एएसआई हेमाराम मीणा के लिए 15 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में बिचौलिए को पकड़ा, एएसआई अब भी फरार।

ठ्ठ 30 फरवरी को सुमेरपुर नगर पालिका के एईएन प्रदीप गोयल को बकाया बिल पास करने की एवज में ठेकेदार से 11 हजार 700 रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।

ठ्ठ गत 1 अप्रैल को पट्टा जारी करने की एवज में 23 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोपी में जैतारण नगर पालिकाध्यक्ष मदनलाल नाग को एसीबी ने गिरफ्तार किया।

ठ्ठ जैतारण पालिकाध्यक्ष के ट्रेप होने के 20 दिन बाद ही एसीबी ने जैतारण से कुछ दूरी पर बिराटिया खुर्द के सरपंच बगदाराम भायल को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।

वर्तमान में भी जरूरी है महावीर की शिक्षा



नाणा दियाणा नांदिया, जीवत स्वामी वांदिया


ऐसे समझें जैन धर्म को...


वर्तमान में भी जरूरी है महावीर की शिक्षा


महावीर स्वामी के चौंतीस भव निम्नानुसार हैं


चौबीसवें तीर्थंकर हैं भगवान महावीर


कुंडलपुर में होगा महाअभिषेक


खुशी में दमक रही जन्मस्थली


...और यहां नवलखा मंदिर में भी विशेष पूजा



  
तप से जीवन पर विजय प्राप्त करने वाले भगवान महावीर की जयंती मंगलवार को जिलेभर में हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी। इस दौरान अहिंसा का संदेश देने वाले भगवान महावीर के जयकारों से पूरा माहौल महावीरमय हो जाएगा। जैन युवा संगठन के बैनर तले शोभायात्रा भी निकाली जाएगी। अध्यक्ष विकास बुबकिया ने बताया कि यह शोभायात्रा सुबह 7 बजे बागर मोहल्ला स्थित श्री संघ सभा भवन से प्रारंभ होगी तथा जैन मार्केट, गजानंद मार्ग, बादशाह का झंडा, सर्राफा बाजार, रूई कटला, पुराना बस स्टैंड, नेहरू नगर होते हुए अणुव्रत नगर पहुंच संपन्न होगी। समारोह की तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए कार्यकर्ता देर रात तक जुटे रहे। तैयारियों में योगेश कांकरिया, विकास ओस्तवाल, दमन भंडारी, उत्तम लूकड़, शुभम चौपड़ा, पुनीत ओस्तवाल, नवरतन सालेचा, अरविंद धारीवाल आदि जुटे हुए हैं।
झांकियां रहेंगी आकर्षण
इस बार शोभायात्रा में झांकियों को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए पूरी मेहनत की गई है। अध्यक्ष बुबकिया ने बताया कि शोभायात्रा में शामिल भिन्न-भिन्न झांकियां भगवान महावीर के जीवन दर्शन के साक्षात दर्शन कराएंगी। शोभायात्रा में घोड़े, विभिन्न भजन मंडली, विरमगांव की शहनाई, डीसा का काठियावाड़ी नृत्य, भटिंडा के फौजी बैंड, बीजापुर बैंड व नासिक ढोल, पूना की रंगोली, अहिंसा रैली, जैन परेड भी शामिल होगी। समापन पर जुगराज कवाड़ परिवार द्वारा प्रसादी वितरण भी होगा। शोभायात्रा में
क्या है तीर्थंकर का अर्थ 
जो देवों और मनुष्य द्वारा पूज्य होते हैं, जो स्वयं तरते हैं तथा औरों को तरने का मार्ग बताते हैं, उन्हें तीर्थंकर कहते हैं। तीर्थंकर जन्म और मृत्यु के बंधन से मुक्त होते हैं। जैन धर्म के इन्हीं तीर्थंकरों ने क्रमिक रूप से जैन धर्म की आधारशिला रखी। वैसे तेईसवें तीर्थंकर पाश्र्वनाथ को एतिहासिक लोग जैन धर्म का संस्थापक मानते हैं और चौबीसवें अंतिम तीर्थंकर महावीर को जैन धर्म का संशोधक माना जाता है। 


पाली में जैन समाज 


नमो अरिहंताणं से गूंजा वातावरण 
भगवान महावीर जयंती जन्म कल्याणक महोत्सव को लेकर सोमवार को अणुव्रत नगर मैदान में सामूहिक नवकार मंत्र जाप का आयोजन किया गया। जिसमें जैन समाज के कई श्रावक श्राविकाओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान नमो अरिहंताणं नमो सिद्धाणं के स्वरों से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा। जाप के लाभार्थी रमेशकुमार ललितकुमार मरलेचा द्वारा संघ पूजा व प्रभावना दी गई। सचिव हितेष कर्णावट ने बताया कि इस दौरान जैन परिवार परिचय वेबसाइट तथा महावीर वाणी का विमोचन श्रीसंघ सभा अध्यक्ष अगरचंद मेहता, विधायक ज्ञानचंद पारख, नगर परिषद चेयरमैन केवलचंद गुलेच्छा व सिटी सीओ सरिता शत्रुधन राकेश मेहता द्वारा किया गया। इस मौके पर जुगराज कवाड़, सुरेश कोठारी , रमेश मरलेचा, कांतीलाल छाजेड़, हुक्मीचंद सालेचा, मीठालाल बांठिया, मगराज नाहर, अमित मेहता, जवरीलाल कवाड़, लाभचंद गोलेच्छा, नेमीचंद चौपड़ा, उगमराज चौपड़ा आदि मौजूद थे। इससे पूर्व हुई चित्र से जैन संदेश प्रतियोगिता में चारू बंब प्रथम, ललित तलेसरा द्वितीय व रितेश मेहता तृतीय तथा महावीर फोन क्विज में पुखराज जैन, प्रकाश बलोटा व शिवलाल गुलेच्छा को पुरस्कृत किया गया। 


माता त्रिशला के सपनों का अर्थ 


जैन धर्म के अनुसार सभी तीर्थंकरों ने साधारण मनुष्य के रूप में जन्म लिया और अपनी इंद्रिय और आत्मा पर विजय प्राप्त कर वे तीर्थंकर बने। जैन धर्म में कुल 24 तीर्थंकर हुए हैं। तीर्थंकर अर्हंतों में से ही होते हैं। संसार के प्राचीनतम धर्मों में से एक जैन धर्म है। इस धर्म का उल्लेख 'योगवशिष्ठ', 'श्रीमद्भागवत', 'विष्णु पुराण', 'शाकटायन व्याकरण', पद्म पुराण', 'मत्स्य पुराण' आदि प्राचीन ग्रंथों में भी जिन, जैन और श्रमण आदि नामों से मिलता है। जैनाचार्यों को जिन, जिनदेव या जिनेन्द्र आदि शब्दों से संबोधित किया जाता है। 'जिन' शब्द से ही 'जैन' शब्द की उत्पत्ति हुई है। 'जिन' किसी व्यक्ति-विशेष का नाम नहीं है, वरन जो लोग आत्म-विकारों पर विजय प्राप्त कर लेते हैं, जो अपनी इंद्रियों को वशीभूत कर लेते हैं, ऐसे आत्मजयी व्यक्ति 'जिन' कहलाते हैं। इन्हीं को पूज्य अर्थ में अर्हत, अरिहंत अथवा अरहन्त भी कहा जाता है। 


चार दांत वाला हाथी : चार प्रकार के धर्म को कहने वाला होगा 
वृषभ दर्शन : भारत भर में बोध बीज का वपन करेगा 
सिंह : जीव रूप, वन का संरक्षण करेगा 
लक्ष्मी : वार्षिक दान देकर तीर्थंकर के ऐश्वर्य का उपभोग करेगा 
माला : तीनों लोको के प्राणियों से पूजनीय होगा 
चंद्र : शांतिदायी क्षमा धर्म का उपदेश देगा 
सूर्य : अज्ञान का नाश करके ज्ञान का प्रकाश फैलाएगा 
ध्वजा : धर्म की ध्वजा धरती पर लहराएगा 
कलश : धर्म रूपी भवन शिखर पर कलश रूप होगा 
पद्म सरोवर : देव निर्मित स्वर्ण कमल पर बैठेगा
क्षीर सागर : अनंत ज्ञान दर्शन रूप का धारक होगा 
विमान : वैमानिक देवों द्वारा पूजनीय होगा 
रत्न राशि : ज्ञान रत्नों से विभूषित होगा 
अग्नि : धर्म रूपी स्वर्ण को निर्मल करने वाला होगा। 


1. पुरुरवा भील 
2. पहले स्वर्ग में देव 
3. भरत पुत्र मारीचि 
4. पांचवें स्वर्ग में देव 
5. जटिल ब्राह्मण 
6. पहले स्वर्ग में देव 
7. पुष्यमित्र ब्राह्मण 
8. पहले स्वर्ग-देव 
9. अग्नि सम-ब्राह्मण 
10. तीसरे स्वर्ग-देव 
11. अग्नि मित्र-ब्राह्मण 
12. चौथे स्वर्ग में देव 
13. भारद्वाज ब्राह्मण 
14. चौथे स्वर्ग-देव 
15. मनुष्य 
16. स्थावर ब्राह्मण 
17. चौथे स्वर्ग में देव 
18. विश्वनंदी 
19. दसवें स्वर्ग-देव 
20. त्रिपृष्ठ अर्धचक्री 
21. सातवें नरक में 
22. सिंह 
23. पहले नरक में, 24. सिंह 
25. पहले स्वर्ग-देव 
26. विद्याधर 
27. सातवें स्वर्ग में देव 
28. हरिषेण राजा 
29. दसवें स्वर्ग में देव 
30. चक्रवर्ती प्रियमित्र 
31. 12वें स्वर्ग-देव 
32. राजा नंदन 
33. सोलहवें स्वर्ग में इंद्र 
34. तीर्थंकर महावीर। 


शोभायात्रा में होंगे महावीर दर्शन 


 प्रचलित नाम : वद्र्धमान, सन्मति, वीर, अतिवीर, महावीर 
 जन्मस्थान : क्षत्रिय कुंड ग्राम (कुंडलपुर-वैशाली) बिहार 
 जन्मतिथि : चैत्र शुक्ल 13 ई.पू. 599 
 जन्म नक्षत्र : उत्तरा फाल्गुनी 
 माता का नाम : त्रिशला 
 पिता का नाम : सिद्धार्थ 
 वंश का नाम : ज्ञातृ वंशीय क्षत्रिय 
 गोत्र का नाम : काश्यप 
 चिह्न : सिंह। 
 शरीर वर्ण : सुवर्ण 
 दीक्षा : मार्गशीर्ष बदी 10 ई.पू. 570 
 दीक्षा स्थान : क्षत्रिय कुंड 
 प्रथम पारणा (दीक्षा) : 2 दिन बाद 
 तप काल : 12 वर्ष, 5 मास, 15 दिन 
 कैवल्य ज्ञान : वैशाख शुक्ल 10 ई.पू. 557 
 कैवल्य ज्ञान प्राप्ति का स्थान : साल वृक्ष 
 ज्ञान प्राप्ति स्थान : बिहार में जंभक गांव के पास ऋजुकूला नदी-तट। 
 गणधरों की संख्या : 11 
 प्रथम गणधर : गौतम स्वामी 
 प्रथम आर्य : चंदनबाला 
 यक्ष का नाम : ब्रह्मशांति 
 यक्षिणी का नाम : सिद्धायिका देवी 
 उपदेश काल : 29 वर्ष 5 मास, 20 दिन 
 निर्वाण तिथि : कार्तिक कृष्ण 30 (कार्तिक अमावस्या) ई.पू. 527 
 निर्वाण भूमि : पावापुरी (बिहार) 
 आयु : लगभग 72 वर्ष 


अर्थात- नाणा (पाली जिला एवं सिरोही जिले की सीमा के पास) दियाणा (सरूपगंज के पास), नांदिया (बामनवाड़ के पास) भगवान महावीर ने जीवितावस्था में विचरण किया था। (जैन साहित्य में उपलब्ध कहावत के अनुसार)। 

एसडीएम के विरूद्ध तथ्य जुटाने में जुटी एसीबी

एसडीएम के विरूद्ध तथ्य जुटाने में जुटी एसीबी

जैसलमेर। जैसलमेर उपखंड के पद पर रहते हुए भू-रूपांतरण मे बरती गई अनियमितताओ के मामले मे अब आरएएस अधिकारी रमेशचंद्र जैंथ पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की गाज गिरने के आसार है। भ्रष्टाचार के मामले में एसीबी ने अतिरिक्त जिला कलक्टर से संबंधित फाइल का रिकॉर्ड मंगवाया है और यदि इस रिकॉर्ड का आधार प्राथमिक जांच में सही पाया गया तो, एसीबी इस संबंध में जैन्थ के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला भी दर्ज कर सकती है।

गौरतलब है कि एसडीएम के विरूद्ध गत माह 19 मार्च को अधिकार क्षेत्र से बाहर यूआईटी भूमि के 69 प्रकरणो के भू-परिवर्तन करते हुए यूआईटी को 5.18 करोड़ रूपए का भ्रष्टाचार करने का मामला उजागर हुआ था। इस मामले की जांच के बाद उपखंड अधिकारी जैन्थ को एपीओ भी किया था। मामला उजागर होने के एक महीने बाद अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जैन्थ की ओर से किए गए कथित भ्रष्टाचार की जांच रिपोर्ट जांच अधिकारी अतिरिक्त जिला कलक्टर से मांगी है। इस रिपोर्ट के आधार पर अब एसीबी मामला दर्ज कर सकती है।

यह था मामला
एसडीएम रमेशचंद जैन्थ पर आरोप है कि उन्होंने कुछ रियल एस्टेट कारोबारियों से सांठगांठ कर सरकार को करोड़ों रूपए के राजस्व का नुकसान पहुंचाया हैं। उन्होंने केवल यूआईटी को ही 5 करोड़ 18 लाख के राजस्व का चूना लगाया है। एसडीएम ने यूआईटी के अधिकार क्षेत्र वाले गांवों में 69 भूपरिवर्तन किए थे, जिसकी जमीन की कीमत प्रति बीघा 5 लाख रूपए थी, लेकिन उन्होंने 15 हजार रूपए प्रति बीघा की दर से भूपरिवर्तन के आदेश जारी कर दिए। मामला सामने आने पर जिला कलक्टर ने टीम गठित कर इन प्रकरणो सहित कुल 144 भूमि प्रकरणो रोक लगा दी थी। मामला उजागर होने के एक माह बाद एसीबी ने अब इस मामले की जांच शुरू की है। एसीबी ने इस संबंध में जांच अधिकारियों से जांच रिपोर्ट की प्रतिलिपि मंगवाई है।

अभी जांच कर रहे है
अभी रिकॉर्ड देख रहे हैं। जांच में अगर सही पाया गया तो एसडीएम के विरूद्ध मामला दर्ज किया जाएगा। अभी थोड़ा इंतजार करें।
- केडी चारण, उप अधीक्षक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, जैसलमेर

फसल बीमा के विरोध में किसानों का धरना जारी


फसल बीमा के विरोध में किसानों का धरना जारी 

सिणधरी



मौसम आधारित फसल बीमा को बंद कर इसे क्रॉप कटिंग आधारित करने एवं नर्मदा का नहरी क्षेत्र सिणधरी तक विस्तारित करने सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर धरने पर बैठे किसान सोमवार को सातवें दिन भी डटे रहे। किसानों ने सिणधरी तहसीलदार अशोक कुमार पटेल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर समाधान करवाने का आग्रह किया। साथ ही मांगे नहीं मानने तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रखने और आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी है। इस दौरान कानाराम सांई दरगुड़ा, रामदेव फगोडिय़ा, पूनमाराम चिलका बांड, रूपाराम जाखड़ लूणाकला, हरदानराम सांई एवं पूनमाराम पायलाखुर्द धरने पर रहे। इस बीच राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी का सोमवार को दौरा रहा, लेकिन वे किसानों से बिना मिले ही सीधे निकल गए जिस पर किसानों ने नाराजगी जताई। भाकिसं के तहसील अध्यक्ष रामदेव फगोडिय़ा ने बताया कि सरकार व प्रशासन चाहे जितने दिन किसानों की मांगों को अनसुना करते रहे, लेकिन इस बार आंदोलन अंतिम निर्णय तक जारी रहेगा। किसान बार-बार मौसम आधारित फसल बीमा के नाम पर काटे जा रहे प्रीमियम का भुगतान कर नुकसान के बावजूद क्लेम से वंचित रहने के धोखे को सहन नहीं करेंगे। साथ ही प्रारंभिक सर्वे के अनुसार नर्मदा नहर को सिणधरी व अन्य क्षेत्र तक विस्तार की मांग भी किसानों का मुख्य मुद्दा है। इसको लेकर क्षेत्र के किसान धरना जारी रखे हुए हैं।



किसानों ने चक्काजाम करने की चेतावनी दी

गुड़ामालानी. भारतीय किसान संघ के बैनर तले उपखंड मुख्यालय के आसपास के किसानों ने उपखंड कार्यालय के समक्ष धरना देकर एसडीएम शंकरलाल को ज्ञापन सौंपा। संघ के तहसील अध्यक्ष बाबूलाल मांजू ने बताया कि संघ के नेतृत्व में राजस्व मंत्री, कृषि विभाग के उपनिदेशक के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें चक्काजाम करने की चेतावनी दी गई है। ज्ञापन में बताया कि दो सूत्री मांगों का समाधान न कर सरकार किसानों की उपेक्षा कर रही जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसानों ने चेताया कि अगर प्रशासन या सरकार ने किसानों की मांगों को अनदेखा किया तो किसान एकजुट होकर प्रशासन एवं सरकार का विरोध करेंगे।

पालिका बाजार में व्यापारी के साथ मारपीट

पालिका बाजार में व्यापारी के साथ मारपीट 



बाड़मेर  पालिका बाजार में सोमवार रात कुछ युवकों ने एक मोबाइल शॉप पर व्यापारी के साथ मारपीट की। मारपीट के बाद गुस्साए व्यापारियों ने कोतवाली पहुंच रोष जताया। आरोपित युवकों में से एक युवक एक पुलिस अधिकारी का पुत्र बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार पालिका बाजार स्थित शिवम् मोबाइल की शॉप पर मोबाइल रिपेयरिंग की बात पर चार-पांच युवकों ने दुकान मालिक नवीन कुमार पुत्र अरविंद कुमार निवासी राय कॉलोनी के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद सभी व्यापारी एकजुट हुए और कोतवाली पहुंच गए। जहां उन्होंने व्यापारियों के साथ हो रही घटनाओं की रोकथाम नहीं होने पर विरोध जताया। इस पर पुलिस की ओर से मामले की रिपोर्ट दर्ज करने और आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई के आश्वासन के बाद व्यापारी शांत हुए। हालांकि देर रात तक इस संबंध में मामला दर्ज नहीं हो सका।

पाकिस्तान में मस्जिद में चोरी कर भागे चोर को भारत में पकड़ा


पाकिस्तान में मस्जिद में चोरी कर भागे चोर को भारत में पकड़ा 

बाड़मेर सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने बीते बुधवार को पाक सीमा पर एक पाकिस्तान नागरिक को गिरफ्तार किया। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक पकड़ा गया पाकिस्तान नागरिक खुद को चोर बता रहा है और चोरी की वारदात के बाद पकड़े जाने के डर से भागता हुआ अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में आ गया, जहां उसे सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने पकड़ लिया। सुरक्षा एजेंसियां उससे कड़ी पूछताछ कर रही है। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने इस घटना के बारे में पाकिस्तान रेंजरों को भी सूचित कर दिया, लेकिन अब तक पाकिस्तान अधिकारियों की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर उप महानिरीक्षक माधोसिंह चौहान ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल की 171वीं वाहिनी के जवानों ने 17 अप्रैल को सुबह साढ़े नौ बजे भारतीय सीमा में कलर का पार गांव के पास बॉर्डर पिलर संख्या 873 पर तारबंदी पार करते हुए एक पाकिस्तानी नागरिक को पकड़ा। पकड़े गए पाकिस्तानी नागरिक की पहचान खुदाबक्श पुत्र मोम दीन खान निवासी अहमद का पार, पुलिस स्टेशन खींवसर, तहसील छाछरों, जिला मीठी प्रांत सिंध के नाम से हुई है। चौहान ने बताया कि खुदाबक्श के पास से 740 रुपए की पाकिस्तान मुद्रा, माचिस के तीन पैकेट, बीड़ी के चार पैकेट, एक किलो चावल और पाकिस्तानी सुपारी एक एक पैकेट बरामद किया गया है। सूत्रों ने बताया कि पकड़ा गया पाकिस्तानी नागरिक भारतीय सीमा से डेढ़ किलोमीटर दूर पाकिस्तान के जाहिलों गांव में 16 अप्रैल की रात को एक मस्जिद में चोरी करने की बात कह रहा है। उसने सुरक्षा एजेंसियों को बताया कि चोरी की वारदात के दौरान गांव वालो ने उसे देख लिया और उसे पकडऩे की कोशिश की। पकड़े जाने के डर से वह भागने लगा और भागते-भागते भारतीय सीमा में घुस आया और पकड़ा गया। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों को खुदाबक्श की कहानी पर विश्वास नहीं हो रहा है और उससे पूछताछ की जा रही है। 

॥ बीएसएफ के जवानों ने 17 अप्रैल को तारबंदी पार कर भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे एक पाकिस्तानी नागरिक को पकड़ा है। पूछताछ के दौरान उसने अपना नाम खुदाबक्श बताया है। उसके पास से कुछ पाकिस्तानी मुद्रा और अन्य सामान बरामद किया गया है। उससे एजेंसियों द्वारा पूछताछ की जा रही है।
माधोसिंह चौहान, उप महानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर

सोमवार, 22 अप्रैल 2013

वाह रे सरकार पहले स्कूलें खोली फिर निरस्त कर दी


वाह रे सरकार पहले स्कूलें खोली फिर निरस्त कर दी


बाड़मेर राजस्थान सरकार लोगो में सस्ती लोकप्रियता पाने क्वे लिए बिना सोचे समझे निर्णय कर फिर उन निरानायो को पलट रही हें ,राज्य सरकार ने एक आदेश जारी कर बाड़मेर जिले की लगभग डेढ़ सौ नयी स्कूलों की स्वीकृति निरस्त कर दी ,सूत्रानुसार राज्य सरकार ने इस साल बाड़मेर जिले में पंचानवे नै स्कूलों के खोलने आदेश दिए थे साथ ही पचास से अधिक विद्यालयों को क्रमोनति दी गई थी .राज्य सरक्लर द्वारा इतने बड़े पैमाने पर नए विद्यालय खोलने पर बाड़मेर के जनप्रतिनिधियों ने एतराज जताया थी की उनके प्रस्तावों के आधार पर सिद्यालय नहीं खोले गए ,जिस पर शिक्षा मंत्री ने आदेश जरी कर बाड़मेर जिले में खोले गए समस्त नए विद्यालयों के आदेश निरस्त कर दिए .

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शिक्षक भर्ती का तीसरा परिणाम रद्द

शिक्षक भर्ती का तीसरा परिणाम रद्द

जयपुर। हाईकोर्ट ने द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के मामले में गणित और सामाजिक विज्ञान विषयों के तीसरी बार जारी परिणाम को रद्द कर दिया है। अदालत ने सोमवार को दूसरी बार जारी परिणाम के आधार पर चयनित अभ्यर्थियों को एक माह के भीतर नियुक्ति देने के आदेश आरपीएससी को दिए हैं।

न्यायाधीश अजय रस्तोगी और अरूण भंसाली की खंडपीठ ने राजू सिंह एवं अन्य की दस याचिकाओं का निपटारा करते हुए यह आदेश दिया। अदातल नेआदेश में कहा कि एकल पीठ ने केवल एक सवाल पर परिणाम संशोधित करने के लिए कमेटी बना दी, जो उचित नहीं था। साथ ही कोर्ट ने आरपीएससी को आगाह भी किया है कि आगे से प्रश्न और उत्तर में सटीकता होनी चाहिए,खासकर तब जबकि उत्तर हां या ना में दिया जाना हो।

तीसरी बार जारी परिणाम में अनुतीर्ण हो गए अभ्यर्थियों ने अपनी अपील में कहा था कि दूसरी बार कमेटी का गठन नहीं किया जा सकता था। अपील मं एकल पीठ का आदेश रद्द करने की मांग की गई थी। आरपीएससी ने 6 मार्च 2012 को परीक्षा का परिणाम जारी किया था। मामला कोर्ट में आया तो अदालत ने कमेटी गठित कर दी। इसके आधार पर 20 सितम्बर 2012 को संशोधित परिणाम जारी किया।

इस परिणाम में अनुतीर्ण रहे अभ्यर्थियों ने कोर्ट में गुहार लगाई तो अदालत ने 5 दिसम्बर 2012 के आदेश से दूसरी कमेटी बनाई, जिसकी रिपोर्ट पर 25 दिसम्बर 2012 को तीसरी बार परिणाम जारी किया गया था।

सत्ता, सेक्स और सीडी का सच

सत्ता, सेक्स और सीडी का सच

धर्मेंद्र सिंह राजावत

सत्ता, सेक्स और सीडी जब भी करीब आते हैं, राजनीति के गलियारों में भूचाल
आ जाता है। सियासत में फिर ऐसा गुबार उठता है, मानों यह देश-दुनिया की
सारी गंदगी को उड़ा ले जाएगा। हालांकि, बिगड़ैल आंधी की तरह यह टीन-टप्पर
को तहस-नहस (किसी को पदमुक्त) करने के बाद शांत हो जाती है, मगर सियासत
का बवंडर थम जाने के बाद भी आम लोगों की जिज्ञासाएं हिलोरें लेती रहतीं
हैं। वे उस सच को जानने की जुगत में जुट जातीं हैं, जो राजनीति की गहराई
में छुपी होती हैं। यह अलग बात है कि हर मुमकिन कोशिश के बाद भी वह अपने
टास्क को पूरा करने में नाकाम रहतीं हैं। अलबत्ता, आम लोगों की बेचैनी का
नेता पूरा ख्याल रखते हैं। तभी तो कुछ अंतराल के बाद वह उनको सच को सामने
लाने का टास्क देते रहते हैं। यही वजह है कि उत्तराखंड के पूर्व
मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर
अब्दुल्ला, भाजपा के संगठन महामंत्री संजय जोशी और राजस्थान की सत्ता में
काबिज कांग्रेस सरकार के दबंग मंत्री रहे महिपाल मदेरणा व भंवरी देवी की
सेक्स सीडी का ज्यादातर लोग सच्चाई जानने में असफल रहे तो कांग्रेस के
प्रवक्ता और केंद्र सरकार में स्थाई समिति के अध्यक्ष अभिषेक मनु सिंघवी
की सेक्स सीडी ने उनको टास्क दे दिया है। इस मामले को अभी कुछ महीने ही
गुजरे थे कि नया मामला मध्य प्रदेश के ग्यावालिर से आ गया। बताया जाता है
कि मुरैना-चंबल संभाग के जौरा विधानसभा क्षेत्र से बीएसपी विधायक मनीराम
धाकड़ की सेक्स सीडी ने यहां नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है।

सत्ता, सेक्स और सीडी का रिश्ता नया नहीं हैं। दिमाग पर जोर डालेंगे तो
एहसास होगा कि पिछले कुछ सालों से नियमित अंतराल के बाद किसी न किसी नेता
या फिर किसी चर्चित शख्सियत की सेक्स सीडी खूब सुर्खियां बटोरतीं रहीं
हैं। अब इसी कड़ी में नया नाम जुड़ा है बीएसपी विधायक मनीराम धाकड़ का।
दावों के मुताबिक ग्वालियर के किसी होटल में बनी सीडी में धाकड़ किसी
महिला का साथ अपत्तिजनक स्थिति में हैं। महिला कैलारस क्षेत्र की रहने
वाली बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि उसका पति फौज में नौकरी करता है।
हालांकि, धाकड़ ने इसे राजनीतिक साजिश करार देकर सीडी को ही फर्जी बता
दिया है। अलबत्ता, सीडी कांड में सियासत पहली बार शर्मसार नहीं हुई है।
इससे पहले भी कई ऐसे कांड हुए हैं, जिन्होंने देश की छवि को धूलित किया
है। इनमें वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी, उत्तराखंड के पूर्व
मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर
अब्दुल्ला, भाजपा के संगठन महामंत्री संजय जोशी और राजस्थान के कांग्रेसी
मंत्री रहे महिपालमदेरणा के अलावा पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री शांतिभूषण
एवं पूर्व सपा नेता अमरसिंह की सीडी का नाम शामिल है।
वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी से जुड़ी सेक्स सीडी इंटरनेट पर आई, तभी
से राजनीति के गलियारों से लेकर सोशल नेटवर्किंग साइटों और आम लोगों के
बीच वह चर्चा का विषय रही। बताया जाता है कि सीडी में वह एक महिला वकील
के साथ आपत्तिजनक अवस्था में दिख रहे हैं। सीडी के मुताबिक वह महिला को
जज बनाने का लालच देकर उसके साथ संबंध बनाते हैं। सीडी की शुरुआत में ही
महिला उनसे कहती है, 'जज कब बना रहे हो"। इतना ही नहीं कुछ लोगों का तो
यहां तक दावा है कि सीडी में जो जगह दिख रही है, वह कोर्ट परिसर का ही
हिस्सा है। यदि यह हकीकत है तो वाकई शर्मसार करने वाला है, मगर हकीकत कब
पता चलेगी, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। गौरतलब है कि सिंघवी
पिछले साल लोकपाल बिल की वजह से सुर्खियों में आए थे। उनकी अध्यक्षता
वाली संसदीय समिति की सिफारिश के आधार पर ही सरकार ने बिल तैयार किया था।
हालांकि, सीडी के प्रसारण पर दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है और सिंघवी
ने भी इसे उनके खिलाफ साजिश करार दिया है, मगर लोग कयास लगाने लगे हैं।
कयास लगाना लाजिमी भी है। दरअसल, धुआं वहीं उठता है, जहां आग होती है।
सीडी में सिंघवी के वाहन के पूर्व चालक का नाम भी लिया जा रहा है। कोर्ट
ने एक मीडिया हाउस और पूर्व चालक को नोटिस भी भेजा है। अलबत्ता, हकीकत
क्या है, यह जानने के लिए सभी उत्सुक हैं।
एनडी तिवारी की सेक्स सीडी वर्ष 2009 में तब सुर्खियों में आई थी, जब वह
आंध्रप्रदेश के गर्वनर थे। एक तेलगू टीवी चैनल ने सीडी का खुलासा किया
था। उसके मुताबिक सीडी में पूर्व यूनियन फाइनेंस मिनिस्टर एनडी तिवारी दो
जवान महिलाओं के साथ विस्तर पर देखे गए हैं। महिलाओं के साथ विस्तर पर
तिवारी बिना पायजामा के हैं। बाजार में सीडी आने के बाद राजनीति में कई
साल गुजारने वाले तिवारी की खासी आलोचना हुई थी। आधे घंटे के वीड़ियो ने
उनकी राजनीति कॅरिअर में ऐसा तूफान मचाया कि उनको अपने पद से इस्तीफा
देना पड़ा। भाजपा के संगठन महामंत्री संजय जोशी करीब छह साल पहले विवादित
सीडी को लेकर यकायक चर्चा में आए थे। भाजपा में काफी असरदार साबित हो रहे
जोशी भी सीडी में एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखे गए। सीडी ने
उनके राजनीतिक कॅरिअर में ऐसा ग्रहण लगाया कि उनको कई साल गुमनामी में
काटने पड़े। हालांकि कुछ समय पहले ही वह सक्रिय राजनीति में वापस आ गए
हैं, मगर सीडी की हकीकत अभी भी सामने नहीं आई है। राजस्थान की अशोक गहलोत
सरकार में मंत्री रहे महिपाल मदेरणा और नर्स भंवरी देवी की सीडी ने तो
राजस्थान की राजनीति में ऐसा तूफान खड़ा किया कि कई दिनों तक यह खबर देश
के प्रमुख अखबारों और चैनलों पर प्रमुखता से प्रकाशित की गई। सीडी में
मदेरणा के साथ दिखने वाली भंवरी की हत्या ने इस मामले को और तूल दे दिया।
हालांकि, मदेरणा के साथ ही उनकी पत्नी ने सीडी को साजिश करार दिया। इतना
ही नहीं मदेरणा की पत्नी ने तो यहां तक कह दिया कि सीडी को भंवरी ने ही
बनवाया था। वह मदेरणा को ब्लैकमेल करना चाहती थी। यह मामला राजस्थान
सरकार को गले की फांस बनता दिखा तो उसने इसे सीबीआई को सौंप दिया। काफी
पड़ताल के बाद भंवरी की हत्या की पुष्टि हो गई। इतना ही नहीं उसकी हत्या
करने वाले आरोपियों ने उन वस्तुओं को भी उपलब्ध करा दिया, जिससे उसकी
हत्या की गई थी। पुलिस ने उस नदी से भंवरी की कुछ वस्तुओं को भी
गोताखोरों के जरिए इकट्ठा कर लिया, जिसमें उसको जलाने के बाद उसकी राख
फेंकी गई थी। वर्ष 2006 में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला
का सेक्स सीडी में तब नाम उछला जब पुलिस ने एक सबीना नाम की महिला को
गिरफ्तार किया। सबीना ने कई चौकाने वाले खुलासे किए थे। नतीजा, इस मामले
में कई पूर्व मंत्रियों और अधिकारियों का नाम चर्चा में आया। दो पूर्व
मंत्री, एक आईएस अधिकारी, एक डीआईजी और दो डीएसपी के साथ ही 18 लोगों की
इस मामले में गिरफ्तारी हुई तो पूरे राज्य में हंगामा हो गया। पड़ताल के
बाद उमर को इस मामले में दोषमुक्त करार दिया गया।
कई सफेदपोश पर लगे बलात्कार के आरोप
सेक्स सीडी में नाम उछलने के अलावा भी कई मर्तबा सफेदपोशों ने जनता के
भरोसे को तार-तार किया है। भोली जनता की अस्मत लूटने में उत्तर प्रदेश और
मध्य प्रदेश ही नहीं साउथ के नेता भी पीछे नहीं रहे। उत्तर प्रदेश की
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के शासनकाल में उनके कुछ मंत्रियों के साथ ही
विधायकों पर भी बलात्कार के आरोप लगे थे। यूपी के कद्दावर नेता अमरमणि
त्रिपाठी और कवयित्री मधुमिता के बीच संबंधों के किस्सों ने भी उस समय
खूब सुर्खियां बटोरीं थी। पिछले दिनों साउथ में हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट
की सरगना फिल्म अभिनेत्री तारा चौधरी ने अपनी गिरफ्तारी के बाद कई
सनसनीखेज खुलासे किए थे। उसने अपने बयान ने बताया कि न केवल पुलिस वाले
उस पर सेक्स के लिए दबाव डालते थे बल्कि वह उससे लड़ियों को हायर कर
नेताओं के विस्तर तक पहुंचाते थे।

बाड़मेर आ रही एक करोड़ की शराब ब्यावर में पकड़ी

बाड़मेर आ रही एक करोड़ की शराब ब्यावर में पकड़ी

बाड़मेर बाड़मेर आ रही एक करोड़ की शराब ब्यावर पुलिस ने बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार किया . सदर थाना पुलिस ने शनिवार देर रात प्रोबेशनर आरपीएस डॉ. वनिता शर्मा के नेतृत्व में एक कंटेनर और एक ट्रक में भरी करीब एक करोड़ रुपए की शराब पकड़ी। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस मामले में मुख्य आरोपी की तफ्तीश में जुटी है। फिलहाल आरोपियों ने
हरियाणा से गुजरात शराब ले जाना बताया है। अवैध शराब के खिलाफ पुलिस की ये अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
प्रोबेशनर आरपीएस डॉ. शर्मा ने बताया कि आईजी अनिल पालीवाल और एसपी गौरव श्रीवास्तव के निर्देश पर अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत शनिवार देर रात सदर थाना प्रभारी रविंद्र प्रताप सिंह को शराब के बारे में मुखबिर से इत्तला मिली। जानकारी मिलने पर डॉ. शर्मा ने दो टीमों को गठन किया। पहली टीम का नेतृत्व उन्होंने खुद संभाला और दूसरी टीम का नेतृत्व एएसआई सियाराम को सौंपा। टीम हाइवे पर अलग-अलग दिशा में रवाना हो गई। रात्रि करीब 1.30 बजे सेंदड़ा रोड बाइपास के समीप एक कंटेनर अजमेर से सेंदड़ा की ओर जा रहा था। डॉ. शर्मा ने उसे रुकने की इशारा किया तो कंटेनर चालक ने स्पीड बढ़ा दी। टीम ने पीछा कर थोड़ी ही दूरी पर उसे रोक लिया और कंटेनर चालक और खलासी कोटड़ा, जिला बाड़मेर निवासी जेठाराम ((19)) और खलीन जिला बाड़मेर निवासी मगाराम ((19)) को पकड़ लिया। तलाशी में पुलिस को कंटेनर में शराब की 829 पेटियां भरी हुई मिली। डॉ. शर्मा की टीम कंटेनर की कार्रवाई कर ही रही थी कि सूचना मिली कि दूसरी टीम के सियाराम ने खरवा के समीप एक और ट्रक को पकड़ लिया। उसमें नोख जिला बाड़मेर निवासी प्रकाश ((22)) को पकड़ लिया। ट्रक की तलाशी में पुलिस को जानवरों की भूसी के नीचे छिपाकर रखी गई विभिन्न ब्रांड की 780 पेटियां मिलीं। दोनों वाहनों में शराब की कुल 1609 पेटियों को जब्त कर जांच शुरू कर दी गई है।
अपनाया नया तरीका : सदर थाना प्रभारी रविंद्र प्रताप सिंह ने बताया तस्करों ने तस्करी के लिए नए तरीके इजाद किए हैं। तस्कर अक्सर शराब की तस्करी ट्रकों में ही करते हैं, लेकिन इस बार तस्करों ने कंटेनर में शराब भरकर उस पर कस्टम विभाग द्वारा लगाई जाने वाली सील लगा दी। सूचना पुख्ता होने के कारण कंटेनर पकड़ में आ गया। पुलिस कार्रवाई में सतपाल, सुखराम, सुरेंद्र, श्रवण, नूर मोहम्मद, लक्ष्मण, धूल, अनिल और वीर सिंह शामिल थे।

आइए, धरती को लंबी आयु प्रदान करें

आइए, धरती को लंबी आयु प्रदान करें


बाड़मेर कृष्णा संस्था द्वारा पृथ्वी दिवस पर सोमवार शाम को विचार गोष्ठी
का आयोजन किया गया .कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए शिक्षाविद
महेश दादानी ने कहा कि यों तो हमारा हर दिन, हर तारीख पृथ्वी और पर्यावरण
के प्रति समर्पित हो, तो इससे अच्छी कोई बात हो ही नहीं सकती। लेकिन हर
दिवस का अपना एक विशेष महत्व होता है और इस लिहाज से ‘अर्थ डे’ का भी
अपना महत्व है। 1969 में जब जॉन मैक्कोनेल ने इसके नाम व अवधारणा के बारे
में सोचा था, 1970 में जब इसे पहली बार मनाया गया और 1990 में जब 141 देश
इस दिवस से सीधे तौर पर जुड़े, तो कहीं-न-कहीं यह खयाल जेहन में रहा कि
मानव समुदाय जिस तथाकथित विकास की राह पर है, वह विकास वास्तव में विनाश
की ओर ले जाता है। इस विकास से हुए परिवर्तनों से पृथ्वी पर बोझ बढ़ता जा
रहा है, जिसे समझने-जानने और उस बोझ को कम करने की जरूरत है। अब इधर आकर
हमें यह पता चला है कि इसमें जलवायु परिवर्तन एक बड़ी समस्या है, जो न
केवल मानव समुदाय, बल्कि समस्त जीवों के लिए गंभीर खतरा है। इसे हल करने
के लिए मानव जाति को अपने विकास के संपूर्ण ढांचे में थोड़े-बहुत
परिवर्तन करने होंगे।

संस्था निदेशक चन्दन सिंह भाटी ने कहा की जैव-विविधता को बढ़ाना व
अक्षुण्ण रखना भी एक अहम मुद्दा है। जहां तक नदियों के प्रदूषण का प्रश्न
है, तो इस विषय पर इन दिनों देश में काफी कुछ कहा-सुना जा रहा है। यह भी
लोग जान रहे हैं कि गंगा-यमुना जैसी नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाने के
नाम पर करोड़ों रुपये खर्च हो चुके हैं। लेकिन ऐसी क्या वजहें हैं, जिनके
चलते आज भी देश की प्रमुख नदियां संकट में हैं? इनमें व इनके आसपास
स्वस्थ जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। यह बेहद लज्ज की बात है कि जिस
गंगा को हम पूजते हैं, उसकी बेहद खराब हालत है। वन व नदी से जुड़े
प्रश्नों का हल सम्मिलित रूप से ही निकलेगा। इन दो मसलों पर केंद्र व
राज्य सरकारें, बिजनेस क्लास, सिविल सोसायटी, एनजीओ, विश्वविद्यालय-
विद्यालय और स्थानीय लोगों की सहभागिता बेहद जरूरी है। इन सबके बीच
जागरूकता की एक लहर तो उठनी ही चाहिए, जिसके बूते दिन-ब-दिन गहराती इन दो
समस्याओं पर हम काबू पा सकेंगे।विचार गोष्ठी में प्रकाश जोशी ,असरफ अली
,रमेश सिंह इन्दा ,सवाई चवदा ,दिग्विजय सिंह चुली सहित कई जानो ने अपने
विचार व्यक्त किये .

पोर्न साइट्स पर सरकार का हमला! भारत में 546 साइट्स बैन करने की तैयारी

नई दिल्ली। दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद सरकार पोर्न साइट्स पर पाबंदी लगाने की तैयारी में है। साइबर अपराध शाखा और खुफिया विभाग की जांच टीम ने सरकार को सौंपी रिपोर्ट में बताया है कि इंटरनेट के जरिए 60 प्रतिशत तक अश्लील साइट्स को देखा जाता है। यानी इंटरनेट के जरिए की जाने वाली कुल सर्फिंग में से करीब 60 फीसदी ये साइट्स देखी जाती हैं। लगभग 546 साइट्स को प्रतिबंधित करने के लिए चिह्नित किया जा चुका है। इन साइट्स पर प्रतिबंध लगाने के लिए सरकार गूगल और याहू जैसी इंटरनेट सेवा देने वाली कंपनियों की भी मदद लेगी। उल्लंघन करने पर सर्च इंजन पर रोक जैसे कड़े कदम भी उठाए जा सकते हैं।
पोर्न साइट्स पर सरकार का हमला! भारत में 546 साइट्स बैन करने की तैयारी
गुडिय़ा से दुष्कर्म के मुख्य आरोपी मनोज ने यह स्वीकार किया है कि वारदात को अंजाम देने से पहले उसने अश्लील साइट्स पर कई क्लिपिंग्स देखी और उसके बाद उसने यह कुकर्म किया। इस खुलासे के बाद अब समाज के हर वर्ग से इन वेबसाइट्स को बंद करने की मांग उठने लगी है