एसडीएम के विरूद्ध तथ्य जुटाने में जुटी एसीबी
जैसलमेर। जैसलमेर उपखंड के पद पर रहते हुए भू-रूपांतरण मे बरती गई अनियमितताओ के मामले मे अब आरएएस अधिकारी रमेशचंद्र जैंथ पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की गाज गिरने के आसार है। भ्रष्टाचार के मामले में एसीबी ने अतिरिक्त जिला कलक्टर से संबंधित फाइल का रिकॉर्ड मंगवाया है और यदि इस रिकॉर्ड का आधार प्राथमिक जांच में सही पाया गया तो, एसीबी इस संबंध में जैन्थ के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला भी दर्ज कर सकती है।
गौरतलब है कि एसडीएम के विरूद्ध गत माह 19 मार्च को अधिकार क्षेत्र से बाहर यूआईटी भूमि के 69 प्रकरणो के भू-परिवर्तन करते हुए यूआईटी को 5.18 करोड़ रूपए का भ्रष्टाचार करने का मामला उजागर हुआ था। इस मामले की जांच के बाद उपखंड अधिकारी जैन्थ को एपीओ भी किया था। मामला उजागर होने के एक महीने बाद अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जैन्थ की ओर से किए गए कथित भ्रष्टाचार की जांच रिपोर्ट जांच अधिकारी अतिरिक्त जिला कलक्टर से मांगी है। इस रिपोर्ट के आधार पर अब एसीबी मामला दर्ज कर सकती है।
यह था मामला
एसडीएम रमेशचंद जैन्थ पर आरोप है कि उन्होंने कुछ रियल एस्टेट कारोबारियों से सांठगांठ कर सरकार को करोड़ों रूपए के राजस्व का नुकसान पहुंचाया हैं। उन्होंने केवल यूआईटी को ही 5 करोड़ 18 लाख के राजस्व का चूना लगाया है। एसडीएम ने यूआईटी के अधिकार क्षेत्र वाले गांवों में 69 भूपरिवर्तन किए थे, जिसकी जमीन की कीमत प्रति बीघा 5 लाख रूपए थी, लेकिन उन्होंने 15 हजार रूपए प्रति बीघा की दर से भूपरिवर्तन के आदेश जारी कर दिए। मामला सामने आने पर जिला कलक्टर ने टीम गठित कर इन प्रकरणो सहित कुल 144 भूमि प्रकरणो रोक लगा दी थी। मामला उजागर होने के एक माह बाद एसीबी ने अब इस मामले की जांच शुरू की है। एसीबी ने इस संबंध में जांच अधिकारियों से जांच रिपोर्ट की प्रतिलिपि मंगवाई है।
अभी जांच कर रहे है
अभी रिकॉर्ड देख रहे हैं। जांच में अगर सही पाया गया तो एसडीएम के विरूद्ध मामला दर्ज किया जाएगा। अभी थोड़ा इंतजार करें।
- केडी चारण, उप अधीक्षक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, जैसलमेर
जैसलमेर। जैसलमेर उपखंड के पद पर रहते हुए भू-रूपांतरण मे बरती गई अनियमितताओ के मामले मे अब आरएएस अधिकारी रमेशचंद्र जैंथ पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की गाज गिरने के आसार है। भ्रष्टाचार के मामले में एसीबी ने अतिरिक्त जिला कलक्टर से संबंधित फाइल का रिकॉर्ड मंगवाया है और यदि इस रिकॉर्ड का आधार प्राथमिक जांच में सही पाया गया तो, एसीबी इस संबंध में जैन्थ के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला भी दर्ज कर सकती है।
गौरतलब है कि एसडीएम के विरूद्ध गत माह 19 मार्च को अधिकार क्षेत्र से बाहर यूआईटी भूमि के 69 प्रकरणो के भू-परिवर्तन करते हुए यूआईटी को 5.18 करोड़ रूपए का भ्रष्टाचार करने का मामला उजागर हुआ था। इस मामले की जांच के बाद उपखंड अधिकारी जैन्थ को एपीओ भी किया था। मामला उजागर होने के एक महीने बाद अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जैन्थ की ओर से किए गए कथित भ्रष्टाचार की जांच रिपोर्ट जांच अधिकारी अतिरिक्त जिला कलक्टर से मांगी है। इस रिपोर्ट के आधार पर अब एसीबी मामला दर्ज कर सकती है।
यह था मामला
एसडीएम रमेशचंद जैन्थ पर आरोप है कि उन्होंने कुछ रियल एस्टेट कारोबारियों से सांठगांठ कर सरकार को करोड़ों रूपए के राजस्व का नुकसान पहुंचाया हैं। उन्होंने केवल यूआईटी को ही 5 करोड़ 18 लाख के राजस्व का चूना लगाया है। एसडीएम ने यूआईटी के अधिकार क्षेत्र वाले गांवों में 69 भूपरिवर्तन किए थे, जिसकी जमीन की कीमत प्रति बीघा 5 लाख रूपए थी, लेकिन उन्होंने 15 हजार रूपए प्रति बीघा की दर से भूपरिवर्तन के आदेश जारी कर दिए। मामला सामने आने पर जिला कलक्टर ने टीम गठित कर इन प्रकरणो सहित कुल 144 भूमि प्रकरणो रोक लगा दी थी। मामला उजागर होने के एक माह बाद एसीबी ने अब इस मामले की जांच शुरू की है। एसीबी ने इस संबंध में जांच अधिकारियों से जांच रिपोर्ट की प्रतिलिपि मंगवाई है।
अभी जांच कर रहे है
अभी रिकॉर्ड देख रहे हैं। जांच में अगर सही पाया गया तो एसडीएम के विरूद्ध मामला दर्ज किया जाएगा। अभी थोड़ा इंतजार करें।
- केडी चारण, उप अधीक्षक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, जैसलमेर
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