भाजपा कर रही गुमराह:गहलोत
बांसवाडा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कांग्रेस की संदेश यात्रा के चौथे चरण की शुरूआत के अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा।
उन्होंने राज्य में सामाजिक सुरक्षा के लिए लागू की गई योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य से संबंधित योजनाओं से आम जनता को काफी फायदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा इन योजनाओं को लेकर जनता को गुमराह करना चाहती है जिससे सचेत रहने की जरूरत है।
5000 किसान सेवा केन्द्र बनेंगे
गहलोत ने इस मौके पर किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में पांच हजार किसान सेवा केन्द्र बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसान सभा केन्द्रों पर खेती से संबंधित सभी जानकारियों उपलब्ध करवाई जाएगी। इंटरनेट पर खेती से संबंधित काफी जानकारियां उपलब्ध है तथा किसान छात्रों को दिए जाने वाले लेपटॉप से भी इनका पता लगा सकते हैं।
किसानों का ध्यान,योजनाओं का बखान
घटते लिंगानुपात में कमी का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर में कमी आने से लिंगानुपात के आंकडे ठीक होने लगे हैं। कन्या जन्म लेने पर उसकी मां के खाते में 2100 रूपए जमा होंगे तथा तीन और पांच वर्ष की आयु होने पर करीब 7100 रूपए खाते में जमा होंगे। उन्होंने बताया कि छात्रों के बीच 360 करोड रूपए की लागत से लेपटॉप वितरित किया जाएगा। इसके अलावा छात्राओं के लिए स्कूटी योजना भी लागू की गई है। युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए उनके कौशल विकास पर ध्यान दिया जाएगा जिस पर 150 करोड रूपए खर्च होंगे। विधवाओं का पेंशन 300 से 750 रूपए कर दिया गया है। इसके अलावा वृद्धावस्था पेंशन बेटे की उम्र 25 वर्ष होने पर भी जारी रहने के आदेश कर दिए गए हैं। गहलोत ने कहा कि मकका का हाई ब्र्रिड बीज उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
2 दिन में 6 स्थानों पर सभाएं
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस की संदेश यात्रा के इस चौथे दौरे का आगाज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चंद्रभान और प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक ने त्रिपुरी सुंदरी मंदिर में दर्शनों के साथ किया। इस चरण के तहत मुख्यमंत्री समेत अन्य आला नेताओं को दो दिन में दो जिलों में छह सभाओं को संबोधित करना है। बांसवाड़ा के तलवाड़ा में आमसभा के संबोधन के बाद मुख्यमंत्री दो अन्य स्थानों पर भी आम सभा करेंगे। बांसवाड़ा के बाद यह संदेश यात्रा डूंगपुर पहुंचेगी।
शनिवार, 20 अप्रैल 2013
मुशर्रफ को 14 दिन के लिए जेल भेजा
मुशर्रफ को 14 दिन के लिए जेल भेजा
इस्लामाबाद। इस्लामाबाद की एक आतंकवाद-रोधी अदालत ने शनिवार को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अदालत ने वर्ष 2007 में आपात स्थिति के दौरान न्यायाधीशों को नजरबंद किए जाने के मामले में यह आदेश दिया।
यह आदेश न्यायाधीश अब्बास जैदी ने जारी किया। आदेश के मुताबिक मुशर्रफ के लिए अदालत में चार मई को फिर हाजिर होना अनिवार्य है। मामले की सुनवाई समाप्त होने के बाद मुशर्रफ कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत से निकले। वहां से उन्हें पुलिस लाइन मुख्यालय ले जाया गया।
पुलिस ने न्यायाधीश जैदी से सुनवाई के दौरान पूर्व राष्ट्रपति को न्यायिक हिरासत में भेजने की फरियाद की, वहीं याचिकाकर्ता के वकील अशरफ गुज्जर ने अदालत से सेवानिवृत्त सेना प्रमुख के लिए "फिजिकल रिमांड" की मांग की थी। गुज्जर ने मुशर्रफ को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत लाए जाने पर भी आपत्ति जताई।
पूर्व राष्ट्रपति को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें इस्लामाबाद के नजदीक चक शहजाद स्थित उनके फार्महाउस से पुलिस लाइन मुख्यालय स्थानांतरित किया गया। एक स्थानीय अदालत ने मुशर्रफ की दो दिन की पारवहन (ट्रांजिट) हिरासत मंजूर करते हुए उन्हें पुलिस को सौंपा था और निर्देश दिया था कि उन्हें 21 अप्रेल को या उससे पहले सक्षम क्षेत्राधिकार या आतंकवाद-रोधी अदालत में पेश किया जाए।
वेबसाइट के मुताबिक, जनरल मुशर्रफ गिरफ्तार होने वाले देश के पहले पूर्व सेना प्रमुख या पूर्व राज्याध्यक्ष हैं। उन्हें "ऑफिसर्स मेस" में रखा गया हैं और पुलिस महानिरीक्षक का कमरा दिया गया है। वकील चौधरी मोहम्मद असलम घुम्मन ने अगस्त 2009 में मुशर्रफ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने नवंबर 2007 में आपात स्थिति के दौरान मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार मुहम्मद चौधरी सहित 60 न्यायधीशों को नजरबंद करने के आदेश देने वाले मुशर्रफ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने की पुलिस से गुहार लगाई थी।
पाकिस्तान की अदालतों में मुशर्रफ के खिलाफ इस तरह के तीन मामले चल रहे हैं, जिनमें से एक न्यायधीशों की नजरबंदी का मामला भी है। उन पर वर्ष 2007 में पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टी की हत्या तथा वर्ष 2006 में बलूच नेता अकबर खान बुगती की हत्या के षड्यंत्र में संलिप्त रहने का भी आरोप है। मुशर्रफ 11 मई को होने वाले आम चुनाव में एक प्रत्याशी के रूप में भाग लेने के लिए लगभग चार वर्षो के आत्मनिर्वासन के बाद पिछले महीने पाकिस्तान लौटे हैं।
इस्लामाबाद। इस्लामाबाद की एक आतंकवाद-रोधी अदालत ने शनिवार को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अदालत ने वर्ष 2007 में आपात स्थिति के दौरान न्यायाधीशों को नजरबंद किए जाने के मामले में यह आदेश दिया।
यह आदेश न्यायाधीश अब्बास जैदी ने जारी किया। आदेश के मुताबिक मुशर्रफ के लिए अदालत में चार मई को फिर हाजिर होना अनिवार्य है। मामले की सुनवाई समाप्त होने के बाद मुशर्रफ कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत से निकले। वहां से उन्हें पुलिस लाइन मुख्यालय ले जाया गया।
पुलिस ने न्यायाधीश जैदी से सुनवाई के दौरान पूर्व राष्ट्रपति को न्यायिक हिरासत में भेजने की फरियाद की, वहीं याचिकाकर्ता के वकील अशरफ गुज्जर ने अदालत से सेवानिवृत्त सेना प्रमुख के लिए "फिजिकल रिमांड" की मांग की थी। गुज्जर ने मुशर्रफ को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत लाए जाने पर भी आपत्ति जताई।
पूर्व राष्ट्रपति को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें इस्लामाबाद के नजदीक चक शहजाद स्थित उनके फार्महाउस से पुलिस लाइन मुख्यालय स्थानांतरित किया गया। एक स्थानीय अदालत ने मुशर्रफ की दो दिन की पारवहन (ट्रांजिट) हिरासत मंजूर करते हुए उन्हें पुलिस को सौंपा था और निर्देश दिया था कि उन्हें 21 अप्रेल को या उससे पहले सक्षम क्षेत्राधिकार या आतंकवाद-रोधी अदालत में पेश किया जाए।
वेबसाइट के मुताबिक, जनरल मुशर्रफ गिरफ्तार होने वाले देश के पहले पूर्व सेना प्रमुख या पूर्व राज्याध्यक्ष हैं। उन्हें "ऑफिसर्स मेस" में रखा गया हैं और पुलिस महानिरीक्षक का कमरा दिया गया है। वकील चौधरी मोहम्मद असलम घुम्मन ने अगस्त 2009 में मुशर्रफ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने नवंबर 2007 में आपात स्थिति के दौरान मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार मुहम्मद चौधरी सहित 60 न्यायधीशों को नजरबंद करने के आदेश देने वाले मुशर्रफ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने की पुलिस से गुहार लगाई थी।
पाकिस्तान की अदालतों में मुशर्रफ के खिलाफ इस तरह के तीन मामले चल रहे हैं, जिनमें से एक न्यायधीशों की नजरबंदी का मामला भी है। उन पर वर्ष 2007 में पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टी की हत्या तथा वर्ष 2006 में बलूच नेता अकबर खान बुगती की हत्या के षड्यंत्र में संलिप्त रहने का भी आरोप है। मुशर्रफ 11 मई को होने वाले आम चुनाव में एक प्रत्याशी के रूप में भाग लेने के लिए लगभग चार वर्षो के आत्मनिर्वासन के बाद पिछले महीने पाकिस्तान लौटे हैं।
गहलोत की फिजूल खर्ची पर नसीहत को नहीं मान रहे उनके मंत्री
गहलोत की फिजूल खर्ची पर नसीहत को नहीं मान रहे उनके मंत्री
संसदीय सचिव रामकेश मीणा की बेटी की शादी में करीब एक लाख लोगों को भोजन
गंगापुर सिटी । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही फिजूलखर्ची के खिलाफ हैं, लेकिन उनकी सरकार में संसदीय सचिव रामकेश मीणा की बेटी की शादी में करीब एक लाख लोगों को भोजन करवाने की तैयारी है। बड़ी संख्या में लोगों को न्यौता भेजे जाने से मीणा की बेटी की शादी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
सत्ता में होने का फायदा कैसे उठाया जा सकता है, इसका नजारा इन दिनों गंगापुरसिटी की पुरानी अनाज मंडी में देखा जा सकता है। साफ सफाई में जुटे नगर परिषद सफाई कर्मचारी, कर्मचारियों को निर्देश देते परिषद आयुक्त, बिजली की व्यवस्था में जुटे बिजली कंपनी के ठेकेदार और व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे खुद एसडीएम। सारा प्रशासनिक अमला जी जान से जुटा है। करीब 16 हलवाइयों की टीम मिष्ठान बनाने में जुटी है और हर टीम में 10 से 12 सदस्य हैं। मोटे अनुमान के अनुसार 100 क्विंटल चीनी, 300 टिन देशी घी की व्यवस्था की गई है। कांग्रेस कार्यकर्ता तो पूरे आयोजन की देखरेख कर ही रहे हैं, गुरुवार शाम एसडीएम रमेश अग्रवाल भी पुरानी अनाज मंडी पहुंचे और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। हालांकि आयोजन रविवार को होगा लेकिन भट्टियां शुक्रवार सुबह से ही सुलग गई। शुक्रवार और शनिवार को दिन-रात मिष्ठान बनाने के बाद मंडी पार्क के बीच के बड़े हॉल में इनका भंडारण किया जा रहा है।
संसदीय सचिव रामकेश मीणा का कहना है कि मंडी में साफ सफाई तो रूटीन प्रक्रिया का ही हिस्सा है, इसमें सरकारी अमले के दुरुपयोग जैसी कोई बात नहीं है। शहर में होने वाले किसी भी आयोजन के दौरान ज्यादा संख्या में लोगों के आने पर कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखना प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी है।
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संसदीय सचिव रामकेश मीणा की बेटी की शादी में करीब एक लाख लोगों को भोजन
गंगापुर सिटी । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही फिजूलखर्ची के खिलाफ हैं, लेकिन उनकी सरकार में संसदीय सचिव रामकेश मीणा की बेटी की शादी में करीब एक लाख लोगों को भोजन करवाने की तैयारी है। बड़ी संख्या में लोगों को न्यौता भेजे जाने से मीणा की बेटी की शादी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
सत्ता में होने का फायदा कैसे उठाया जा सकता है, इसका नजारा इन दिनों गंगापुरसिटी की पुरानी अनाज मंडी में देखा जा सकता है। साफ सफाई में जुटे नगर परिषद सफाई कर्मचारी, कर्मचारियों को निर्देश देते परिषद आयुक्त, बिजली की व्यवस्था में जुटे बिजली कंपनी के ठेकेदार और व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे खुद एसडीएम। सारा प्रशासनिक अमला जी जान से जुटा है। करीब 16 हलवाइयों की टीम मिष्ठान बनाने में जुटी है और हर टीम में 10 से 12 सदस्य हैं। मोटे अनुमान के अनुसार 100 क्विंटल चीनी, 300 टिन देशी घी की व्यवस्था की गई है। कांग्रेस कार्यकर्ता तो पूरे आयोजन की देखरेख कर ही रहे हैं, गुरुवार शाम एसडीएम रमेश अग्रवाल भी पुरानी अनाज मंडी पहुंचे और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। हालांकि आयोजन रविवार को होगा लेकिन भट्टियां शुक्रवार सुबह से ही सुलग गई। शुक्रवार और शनिवार को दिन-रात मिष्ठान बनाने के बाद मंडी पार्क के बीच के बड़े हॉल में इनका भंडारण किया जा रहा है।
संसदीय सचिव रामकेश मीणा का कहना है कि मंडी में साफ सफाई तो रूटीन प्रक्रिया का ही हिस्सा है, इसमें सरकारी अमले के दुरुपयोग जैसी कोई बात नहीं है। शहर में होने वाले किसी भी आयोजन के दौरान ज्यादा संख्या में लोगों के आने पर कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखना प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी है।
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रेपिस्ट को बिहार में दबोचा,दिल्ली लाए
रेपिस्ट को बिहार में दबोचा,दिल्ली लाए
नई दिल्ली। जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही पांच साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले आततायी ने यह सोचकर अपने गृह प्रदेश बिहार भाग गया था कि बच्ची (पीडित) मर चुकी है। पुलिस ने शनिवार को यह बात कही। बीते शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए आरोपी को बिहार से दिल्ली लाया जा रहा है।
दिल्ली के पुलिस उपायुक्त प्रभाकर ने बताया कि दिल्ली और बिहार पुलिस की एक टीम द्वारा बीते शुक्रवार को 22 वर्षीय आरोपी मनोज कुमार को मुजफ्फरपुर के भरथुवा गांव से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस उपायुक्त ने कहा कि हमने आरोपी मनोज का ट्रांजिट हासिल कर लिया है। उसे पूछताछ के लिए दिल्ली लाया गया है। आरोपी से शुरूआती पूछताछ और मेडिको लीगल केस रिपोर्ट (एमएलसी) से पता चला है कि उसने मासूम को मृत सोचकर छोड़ा था। मासूम बच्ची 40 घंटे से ज्यादा समय तक कमरे में बंद रही थी।
घटना का क्रमवार विवरण देते हुए प्रभाकर ने बताया कि मनोज 15 अप्रेल को रात साढे आठ बजे स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस से दिल्ली छोड़कर चला गया। और बिहार में अपने ससुर के घर 17 अप्रेल को पहुंचा। जहां से उसे शुक्रवार देर रात गिरफ्तार किया गया। मनोज के दो भाई और चार बहनें हैं जो बिहार में रहते हैं। वह अपने पिता के साथ 15 साल पहले दिल्ली आया था और तब से यही रह रहा था।
पुलिस उपायुक्त प्रभाकर ने बताया कि आरोपी मनोज के पिता पूर्वी दिल्ली के पुराने सीलमपुर इलाके में एक जूस की दुकान चलाते हैं, जबकि मनोज एक कपड़ा कारखाने में अस्थाई श्रमिक के रूप में काम करता था।
पुलिस ने बताया कि बच्ची का अपहरण 15 अप्रेल को किया गया और पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर में एक मकान के तल मंजिले पर स्थित एक कमरे में दो दिनों तक बिना भोजन-पानी के बंधक बनाकर रखा गया, आरोपी उसी कमरे में रहता था। पीडित बच्ची का परिवार भी उसी इमारत में रहता है।
पांच साल की मासूम बच्ची के साथ कई बार दुष्कर्म किया गया। घटना का खुलासा तब हुआ, जब एक पड़ोसी ने बच्ची की चीख को सुना और फिर उसके परिवारवालों को सूचित किया। वह जिस कमरे में बंद थी उसके दरवाजे को तोड़कर बच्ची को बाहर निकाला गया।
नई दिल्ली। जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही पांच साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले आततायी ने यह सोचकर अपने गृह प्रदेश बिहार भाग गया था कि बच्ची (पीडित) मर चुकी है। पुलिस ने शनिवार को यह बात कही। बीते शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए आरोपी को बिहार से दिल्ली लाया जा रहा है।
दिल्ली के पुलिस उपायुक्त प्रभाकर ने बताया कि दिल्ली और बिहार पुलिस की एक टीम द्वारा बीते शुक्रवार को 22 वर्षीय आरोपी मनोज कुमार को मुजफ्फरपुर के भरथुवा गांव से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस उपायुक्त ने कहा कि हमने आरोपी मनोज का ट्रांजिट हासिल कर लिया है। उसे पूछताछ के लिए दिल्ली लाया गया है। आरोपी से शुरूआती पूछताछ और मेडिको लीगल केस रिपोर्ट (एमएलसी) से पता चला है कि उसने मासूम को मृत सोचकर छोड़ा था। मासूम बच्ची 40 घंटे से ज्यादा समय तक कमरे में बंद रही थी।
घटना का क्रमवार विवरण देते हुए प्रभाकर ने बताया कि मनोज 15 अप्रेल को रात साढे आठ बजे स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस से दिल्ली छोड़कर चला गया। और बिहार में अपने ससुर के घर 17 अप्रेल को पहुंचा। जहां से उसे शुक्रवार देर रात गिरफ्तार किया गया। मनोज के दो भाई और चार बहनें हैं जो बिहार में रहते हैं। वह अपने पिता के साथ 15 साल पहले दिल्ली आया था और तब से यही रह रहा था।
पुलिस उपायुक्त प्रभाकर ने बताया कि आरोपी मनोज के पिता पूर्वी दिल्ली के पुराने सीलमपुर इलाके में एक जूस की दुकान चलाते हैं, जबकि मनोज एक कपड़ा कारखाने में अस्थाई श्रमिक के रूप में काम करता था।
पुलिस ने बताया कि बच्ची का अपहरण 15 अप्रेल को किया गया और पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर में एक मकान के तल मंजिले पर स्थित एक कमरे में दो दिनों तक बिना भोजन-पानी के बंधक बनाकर रखा गया, आरोपी उसी कमरे में रहता था। पीडित बच्ची का परिवार भी उसी इमारत में रहता है।
पांच साल की मासूम बच्ची के साथ कई बार दुष्कर्म किया गया। घटना का खुलासा तब हुआ, जब एक पड़ोसी ने बच्ची की चीख को सुना और फिर उसके परिवारवालों को सूचित किया। वह जिस कमरे में बंद थी उसके दरवाजे को तोड़कर बच्ची को बाहर निकाला गया।
बाड़मेर चयनित पुलिस सिपाहियों के दस्तावेजों की जांच गुरूवार से
बाड़मेर चयनित पुलिस सिपाहियों के दस्तावेजों की जांच गुरूवार से
बाड़मेर जिला बाड़मेर में कानि0 भर्ती 2012 के अन्तर्गत आर0पी0टी0सी0 जोधपुर में दिनांक 4.4.2013 से 8.4.2013 तक आयोजित हुर्इ शारीरिक व दक्षता परीक्षा के पश्चात 247 अभ्यर्थियों को कानिस्टेबल के पद पर चयनित किया गया, जिनका चिकित्सकीय परीक्षण, चरित्र सत्यापन एंव शिक्षा प्रमाण पत्रों की जांच संबंधी कार्य इस कार्यालय द्वारा करवाया जावेगा। पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की चयनित किये गये समस्त पुरूषमहिला अभ्यार्थियों को दिनांक 25.04.2013 को प्रात: 08:00 बजे पुलिस लार्इन बाड़मेर में अपने समस्त मूल दस्तावेजों (शिक्षा, जाति प्रमाण पत्र, विशेष योग्यता एन0सी0सी0,कम्प्यूटर होमगार्ड के प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र, अंतिम शिक्षा प्राप्त संस्थान के संस्था प्रधान से जारी चरित्र प्रमाण पत्र, दो प्रतिषिठत व्यकितयों के चरित्र प्रमाण पत्र एंव जो अभ्यार्थी राज्य कर्मचारी है वे विभाग द्वारा जारी अनापŸाि प्रमाण-पत्र साथ लावें) के मूल प्रमाण पत्रों प्रवेश पत्र की प्रति तथा 10 पासपोर्ट सार्इज फोटोग्राफ साथ लेकर आवें। अभ्यार्थियों के मेडीकल परीक्षण करवाने में 03-04 दिन का समय लग सकता है, इसलिए दैनिक दिनचर्या की आवश्यक वस्तुए अपने साथ लावें।
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ममता शर्मा का शर्मनाक बयान-आज छुट्टी है, कल मिलने जाऊंगी
नई दिल्ली. पांच वर्षीय मासूम के साथ हैवानियत से हर तबके में भारी आक्रोश है लेकिन बच्चों और महिलाओं के हक से जुड़ी सरकारी संस्थाएं फिक्रमंद नजर नहीं आईं। शुक्रवार पूरे दिन दिल्ली में जनाक्रोश उमड़ता रहा लेकिन जिम्मेदार संस्थाओं में कोई भी बच्ची या परिवार का सुध लेने नहीं पहुंचा। महिलाओं के खिलाफ होने वाले हर उत्पीडऩ पर फौरन पुलिस और प्रशासन को आड़े हाथों लेने वाली राष्ट्रीय महिला आयोग प्रमुख ममता शर्मा के बयान ने सबसे ज्यादा हैरान किया है। शुक्रवार को एक टीवी को इस हैवानियत भरी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए महिला आयोग प्रमुख ने कहा, ‘आज छुट्टी है। कल मैं इस मामले को टेक-अप करके पीडि़ता से मिलने जाऊंगी। जो भी मदद बन सकेगी, हम करेंगे।’
बाल संरक्षण आयोग प्रमुख को कोई जानकारी नहीं : बच्चों के अधिकारों पर काम करने वाली संस्था ‘राष्ट्रीय बाल अधिकार व संरक्षण आयोग ’ का एक भी अधिकारी पीडि़ता से मिलने नहीं जा सका। सबसे हैरान करने वाला तथ्य है कि आयोग की प्रमुख शांता सिन्हा की मौजूदा स्थिति के बारे में भी किसी को कोई जानकारी नहीं है। केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ ने उनसे बात करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। इसी तरह आयोग के अन्य सदस्यों को भी उनके दिल्ली से बाहर जाने के बारे में जानकारी नहीं है।
महिला व बाल विकास राज्यमंत्री नहीं गई बच्ची से मिलने : दुष्कर्म की खबर सुनने के बाद एम्स में कई नेताओं और अधिकारियों का तांता लग गया। लेकिन पूरे दिन इसमें खुद महिला व बाल विकास राज्यमंत्री कृष्णा तीरथ मासूम से मिलने नहीं जा सकीं। जबकि मंत्री जी के घर से एम्स की दूरी दो किलोमीटर से भी कम है।
बाल संरक्षण आयोग प्रमुख को कोई जानकारी नहीं : बच्चों के अधिकारों पर काम करने वाली संस्था ‘राष्ट्रीय बाल अधिकार व संरक्षण आयोग ’ का एक भी अधिकारी पीडि़ता से मिलने नहीं जा सका। सबसे हैरान करने वाला तथ्य है कि आयोग की प्रमुख शांता सिन्हा की मौजूदा स्थिति के बारे में भी किसी को कोई जानकारी नहीं है। केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ ने उनसे बात करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। इसी तरह आयोग के अन्य सदस्यों को भी उनके दिल्ली से बाहर जाने के बारे में जानकारी नहीं है।
महिला व बाल विकास राज्यमंत्री नहीं गई बच्ची से मिलने : दुष्कर्म की खबर सुनने के बाद एम्स में कई नेताओं और अधिकारियों का तांता लग गया। लेकिन पूरे दिन इसमें खुद महिला व बाल विकास राज्यमंत्री कृष्णा तीरथ मासूम से मिलने नहीं जा सकीं। जबकि मंत्री जी के घर से एम्स की दूरी दो किलोमीटर से भी कम है।
एमएमएस के चलते हुआ मोना सिंह का ब्रेकअप!
टेलीविजन एक्ट्रेस मोना सिंह का कथित एमएमएस का मामला शांत हुए कुछ ही दिन बीते हैं। अब सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि स्कैंडल की वजह से मोना और उनके ब्वॉयफ्रेंड विद्युत जामवाल का रिलेशन खराब दौर से गुजर रहा है। विद्युत जामवाल की बड़ी फिल्म 'कमांडो' की प्राइवेट स्क्रीनिंग में मोना सिंह नदारद थीं। इस फिल्म की स्क्रीनिंग पिछले हफ्ते ही हुई है।
गौरतलब है मोना और विद्युत अपने रिलेशन को लेकर काफी गंभीर थे और वे जल्द ही शादी करने की प्लानिंग भी कर रहे थे। सूत्रों के अनुसार स्कैंडल के बाद दोनों का रिलेशन दिनों-दिन खराब होता जा रहा है और विद्युत इस रिलेशन को लेकर चिंतित हैं।
हालांकि दोनों के कॉमन दोस्तों के अनुसार इस स्कैंडल ने उनके रिलेशन को प्रभावित जरूर किया है, लेकिन विद्युत काफी समझदार इंसान हैं। उन्हें ऐसी अफवाहों से फर्क नहीं पड़ता और अपने रिलेशन को लेकर वह काफी सीरियस हैं। उनके दोस्तों के मुताबिक मोना इस रिश्ते को ब्रेक देने के बारे में जरूर सोच सकती हैं क्योंकि वह बुरे दौर से गुजर रही हैं।
विद्युत और मोना ने उनके रिलेशन को लेकर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है।
गौरतलब है मोना और विद्युत अपने रिलेशन को लेकर काफी गंभीर थे और वे जल्द ही शादी करने की प्लानिंग भी कर रहे थे। सूत्रों के अनुसार स्कैंडल के बाद दोनों का रिलेशन दिनों-दिन खराब होता जा रहा है और विद्युत इस रिलेशन को लेकर चिंतित हैं।
हालांकि दोनों के कॉमन दोस्तों के अनुसार इस स्कैंडल ने उनके रिलेशन को प्रभावित जरूर किया है, लेकिन विद्युत काफी समझदार इंसान हैं। उन्हें ऐसी अफवाहों से फर्क नहीं पड़ता और अपने रिलेशन को लेकर वह काफी सीरियस हैं। उनके दोस्तों के मुताबिक मोना इस रिश्ते को ब्रेक देने के बारे में जरूर सोच सकती हैं क्योंकि वह बुरे दौर से गुजर रही हैं।
विद्युत और मोना ने उनके रिलेशन को लेकर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर पर गिरेगी गाज!
दिल्ली पुलिस कमिश्नर पर गिरेगी गाज!
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने हाल के घटनाक्रमों के मद्देनजर शनिवार को दिल्ली पुलिस में उच्च स्तर पर बदलाव के संकेत दिए। शिंदे ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ हुद दुर्व्यवहार व खुद शिंदे के घर में प्रदर्शनकारियों के घुसने की घटना सहित हाल की घटनाओं के मद्देनजर बदलाव के संकेत दिए।
शिंदे ने दिल्ली में कहा कि वे हाल के घटनाक्रमों पर करीब से नजर बनाए हुए हैं और इसमें कार्रवाई हो सकती है। यह पूछे जाने पर कि क्या दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार को हटाया जा सकता है,शिंदे ने कहा,मैंने दो घटनाओं की जांच के आदेश दिए हैं। इनमें से एक तो ममता के साथ योजना आयोग के कार्यालय के बाहर हुए हंगामे व दूसरी मेरे घर में प्रदर्शनकारियों के घुसने की घटना है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि कार्रवाई किसके खिलाफ होगी। गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव खुर्शिद अहमद गनाय इन दोनों मामलों की जांच कर रहे हैं।
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने हाल के घटनाक्रमों के मद्देनजर शनिवार को दिल्ली पुलिस में उच्च स्तर पर बदलाव के संकेत दिए। शिंदे ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ हुद दुर्व्यवहार व खुद शिंदे के घर में प्रदर्शनकारियों के घुसने की घटना सहित हाल की घटनाओं के मद्देनजर बदलाव के संकेत दिए।
शिंदे ने दिल्ली में कहा कि वे हाल के घटनाक्रमों पर करीब से नजर बनाए हुए हैं और इसमें कार्रवाई हो सकती है। यह पूछे जाने पर कि क्या दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार को हटाया जा सकता है,शिंदे ने कहा,मैंने दो घटनाओं की जांच के आदेश दिए हैं। इनमें से एक तो ममता के साथ योजना आयोग के कार्यालय के बाहर हुए हंगामे व दूसरी मेरे घर में प्रदर्शनकारियों के घुसने की घटना है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि कार्रवाई किसके खिलाफ होगी। गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव खुर्शिद अहमद गनाय इन दोनों मामलों की जांच कर रहे हैं।
''बाल वाहिनी'' में सीमा से अधिक बच्चे नहीं भरने के निर्देश
जैसलमेर जिला जैसलमेर में बच्चो की शिक्षा हेतु बहुतायत संख्या में सरकारी एवं निजी स्कूल है, उक्त स्कूल में भारी मात्रा में बच्चे शिक्षा प्राप्त करने हेतु जाते है । स्कूल जाने हेतु बच्चो द्वारा ''बाल वाहिनी'' (बस,टैक्सी एवं अन्य साधन) का उपयोग किया जाता है। उन ''बाल वाहिनियों'' को चालकों द्वारा पैसे के लालच में आकर अधिक बच्चों को जबरदस्ती बिठाया जाता है। जिसके कारण कभी कभार अप्रिय घटनाऐं भी सामने आती है। उन घटनो से बचने के लिए पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा जिले के समस्त बच्चों के स्कुलों के प्रभारी एवं बच्चो को ले जाने वाली ''बाल वाहिनी'' (बस,टैक्सी एवं अन्य साधन) के मालिको एवं चालकों को निर्देशित एवं आगाह किया गया है कि भविष्य में बच्चो की सुरक्षा का सर्वप्रथम ध्यान रखा जाये। स्कूल जाते एवं आते समय निर्धारित क्षमता से अधिक बच्चे ''बाल वाहिनी'' (बस,टैक्सी एवं अन्य साधन) में न बैठाये। उल्लघंन पाये जाने पर संबंधित ''बाल वाहिनी'' (बस,टैक्सी एवं अन्य साधन) के मालिक का वाहन सीज कर लार्इसेंस निरस्त करने की प्रकि्रया अपनार्इ जायेगी तथा इसके अलावा स्कूलों के प्रभारियों को भी निर्देशित किया जाता है कि संबंधित परिवहन मालिक से समन्वय रखे तथा बच्चों की सुरक्षा का समग्र मापदंड अपनाये। जिससे किसी प्रकार की कोर्इ अप्रिय घटना घटित न हो। भविष्य में किसी भी प्रकार की शिकायत को बर्दाश्त नहीं किया जावेगा। इस संबंध में दिनांक 25-04-2013 को बाल वाहिनी की मिटिंग पुलिस अधीक्षक कार्यालय में रखी गर्इ हैं। जिसमें बाल वाहिनी चालक तथा स्कुलो के प्रभारियों को बुलाया जावेगा तथा समझार्इश की जावेगी।
जैसलमेर चार लाख की शराब और दौ सौ पन्द्र शराबी पकडे
जैसलमेर चार लाख की शराब और दौ सौ पन्द्र शराबी पकडे
पुलिस द्वारा इस साल 34 मुलजिम गिरफतार लगभग 4 लाख की अवैध शराब बरामद
जैसलमेर जिला जैसलमेर में शराब तस्करी पर अंकुश लगाने हेतु पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी के आदेशानुसार शराब तस्कारो की धड़पकड़ करने हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत इस जिले के थाना में 35 मुकदमे दर्ज किये जाकर 34 तस्करो को गिरफतार कर लगभग 4 लाख की शराब बरामद की गई ।
पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ने बताया किया जिला जैसलमेर में सैलानियों की आवक एवं सामाजिक कार्यकलाप में शराब का अधिक प्रचलन होने के कारण जिले में अवैध शराब की तस्करी एवं बिक्री को देखते हुए, जिला जैसलमेर के समस्त वृताधिकारियों एवं थानाधिकारियों को अपने-अपने हल्का क्षेत्र में अवैध शराब की तस्करी व बिक्री करने वालो के विरूद्ध कठोर कार्यवाही के आदेशानुसार शराब तस्करो के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत इस साल जिले के थानो में शराब तस्करो के विरूद्ध 35 मुकदमे दर्ज कर 34 तस्करो को गिरफतार कर उनके कब्जा से लगभग 4 लाख की अवैध शराब बरामद की गर्इ।
पुलिस द्वारा इस साल 34 मुलजिम गिरफतार लगभग 4 लाख की अवैध शराब बरामद
जैसलमेर जिला जैसलमेर में शराब तस्करी पर अंकुश लगाने हेतु पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी के आदेशानुसार शराब तस्कारो की धड़पकड़ करने हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत इस जिले के थाना में 35 मुकदमे दर्ज किये जाकर 34 तस्करो को गिरफतार कर लगभग 4 लाख की शराब बरामद की गई ।
पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ने बताया किया जिला जैसलमेर में सैलानियों की आवक एवं सामाजिक कार्यकलाप में शराब का अधिक प्रचलन होने के कारण जिले में अवैध शराब की तस्करी एवं बिक्री को देखते हुए, जिला जैसलमेर के समस्त वृताधिकारियों एवं थानाधिकारियों को अपने-अपने हल्का क्षेत्र में अवैध शराब की तस्करी व बिक्री करने वालो के विरूद्ध कठोर कार्यवाही के आदेशानुसार शराब तस्करो के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत इस साल जिले के थानो में शराब तस्करो के विरूद्ध 35 मुकदमे दर्ज कर 34 तस्करो को गिरफतार कर उनके कब्जा से लगभग 4 लाख की अवैध शराब बरामद की गर्इ।
शराब पीकर बवाल मचाने वाले 215 मनचलों के विरूद्ध पुलिस एक्ट के तहत कार्यवाही
इसके अलावा पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के समस्त वृताधिकारियों एवं थानाधिकारियों को अपने-अपने हल्का क्षेत्र में उन मचलो के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये जो शराब पीकर बवाल मचाते है, जिसके फलस्वरूप पुलिस द्वारा, गलिलयों मौहल्लो एवं अन्य सार्वजनिक जगहों पर गहनता से गश्त करते हुए, शराब पीकर बवाल मचाने वालो के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए 215 मचलो को पुलिस एक्ट के तहत गिरफतार किया गया । पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के आबकारी अधिकारी, समस्त वृताधिकारियोंथानाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह रात्रि में 8 बजे के बाद शराब की दुकानो के किसी भी हालत में खुलने की सिथति में संबंधित ठेके का लार्इसेंस रद करने की प्रकि्रया अपनार्इ जावे एवं ब्लैक लिस्ट में रखा जाये।
इसके साथ-साथ पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के समस्त आम नागरिकों से भी अपील कि है की यदि उनके इलाके में रात्रि 8 पीएम के बाद शराब के ठेके खुले रहते है, तो उनकी शिकायत अवश्य करें, ताकि अपराध एवं दूर्घटना से नियत्रण हो सके तथा जेसलमेर को स्वच्छ बनाया जा सके।
इसके साथ-साथ पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के समस्त आम नागरिकों से भी अपील कि है की यदि उनके इलाके में रात्रि 8 पीएम के बाद शराब के ठेके खुले रहते है, तो उनकी शिकायत अवश्य करें, ताकि अपराध एवं दूर्घटना से नियत्रण हो सके तथा जेसलमेर को स्वच्छ बनाया जा सके।
जैसलमेर सांगड में अवैध हथियार बनाने के कारखानो का पर्दाफाश,
सांगड में अवैध हथियार बनाने के कारखानो का पर्दाफाश,
मुलजिम की तलाश जारी
अवैध हथियार एवं हथियार बनाने के औजार बरामद
जैसलमेर जिला जैसलमेर में अवैध हथियारों के प्रचलन की खराबों को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी के निर्देशानुसार अवैध हथियारों की धडपकड हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत शुक्रवार को ओमप्रकाश निपु थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड मय पुलिस टीम हैड कानि0 मानाराम, कानि0 इंद्राराम, कालुराम, अशोक एवं जितेन्द्र द्वारा मुखबिर र्इतला से चांदनियों की ढाणी, सरहद हरवा में अरबाबखा पुत्र सुलेमानखा मुसलमान निवासी तोेगा की रहवासी ढाणी में दबीश देकर उसके रहवासी झोपडे से एक अवैध टोपीदार बंदूक व 04 टोपीदार बंदूको की नाले तथा हथियार बनाने के औजार काफी मात्रा में बरामद किये। अरबाब खा पुलिस टीम आते देख पहले ही रेत की टिब्बो में भगा गया। जिसकी तलाश जारी है। अरबाब खा ने अपनी ढाणी में अवैध हथियार बनाने का कारखाना खोल रखा था। जिसमें वह अवैध हथियार बनाता था।
गुडिया को आया होश,खतरे से बाहर
गुडिया को आया होश,खतरे से बाहर
नई दिल्ली/ मुजफ्फरपुर। दिल्ली में पांच साल की एक बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के विरोध में एक बार फिर लोग सड़कों पर उतर आए हैं। पुलिस आयुक्त के इस्तीफे की मांग करते हुए शनिवार को बड़ी संख्या में लोग दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर जमा हो गए।
बैनर हाथों में उठाए प्रदर्शनकारी सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। लगभग 300 प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि वह शहर में दुष्कर्म की घटनाओं पर रोक लगाने में विफल रहे हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी),स्टूडेंट फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआई) और आम आदमी पार्टी (एएपी) के कार्यकर्ता सहित अन्य प्रदर्शनकारियों ने पुलिस मुख्यालय परिसर में घुसने की कोशिश की। एक पुलिस अधिकारी ने कहा,""प्रवेश एवं निकास के रास्ते बंद हैं और पुलिस मुख्यालय में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। मुख्यालय में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे एक प्रदर्शनकारी को हिरासत में लिया गया है।""
पुलिस मुख्यालय के बाहर और अंदर 200 से अधिक महिला एवं पुरूष पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। किसी भी तरह की हिंसक गतिविधि को देखते हुए पानी की टंकी और आंसू गैस का भी इंतजाम किया गया है।
एक युवा प्रदर्शनकारी ने कहा,""16 दिसम्बर की घटना के बाद लगता है पुलिस ने इससे कुछ नहीं सीखा है। हम हर दिन इस तरह की दो या तीन घटनाओं के बारे में सुनते हैं। यह कब तक जारी रहेगा? आरोपियों को जरूर सजा मिलनी चाहिए और पुलिस पर सतर्क रहने का दबाव बढ़ाना चाहिए।""
प्रदर्शनकारी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एआईआईएमएस) के बाहर भी जमा हो गए जहां पीडित बच्ची का इलाज चल रहा है। चिकित्सकों ने शनिवार को बताया कि उसकी स्थिति में सुधार हो रहा है और उसकी हालत स्थिर है। पुलिस ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय और एम्स के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
पूर्वी दिल्ली के गांधीनगर में रहने वाली बच्ची का अपहरण उसके पड़ोसी ने 15 अप्रेल को कर लिया था। दो दिनों तक अपने फ्लैट में बंधक बना कर कई बार दुष्कर्म करने वाले ने दरिंदगी की सारी हदें पार की और उसे भूखा-प्यासा रखा।
आरोपी गिरफ्तार,3 दिन की रिमांड पर -
बच्ची के साथ हुई दुष्कर्म की घटना के आरोपी को बिहार की एक अदालत ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। दिल्ली से यहां पहुंची पुलिस की टीम ने बिहार पुलिस के सहयोग से आरोपी मनोज कुमार को गिरफ्तार करने के बाद उसे मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया था।
पुलिस के अनुसार आरोपी के मोबाइल फोन की स्थिति की जानकारी की मदद से पुलिस उस तक पहुंच सकी। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस की चार सदस्यीय टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपी मनोज को मुजफ्फरपुर जिले के कजरा थाना क्षेत्र के चिकनौटा गांव से शुक्रवार को रात के करीब पौने एक बजे गिरफ्तार किया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दिल्ली के गांधी नगर इलाके में मनोज घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस से बचने के लिए अपने ससुराल चिकनौटा में रह रहा था। कजरा के थानाध्यक्ष आर$ के$ शर्मा ने बताया,""आरोपी शुक्रवार रात ससुराल में अपनी पत्नी के साथ था, जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। आरोपी का मोबाइल फोन और उसके कुछ कपड़े पुलिस ने जब्त कर लिए हैं।""
जिला पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया,""गिरफ्तारी के बाद मनोज को मुजफ्फरपुर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया,जहां न्यायाधीश ने उसे तीन दिन के लिए दिल्ली पुलिस की रिमांड में भेज दिया।"" अधिकारी ने बताया कि पुलिस मनोज को पहले पटना और फिर दिल्ली ले जाएगी। पांच वर्षीय पीडित बालिका को उसके परिजनों ने पूर्वी दिल्ली स्थित गांधी नगर इलाके में अपहरणकर्ता के मकान से छुड़ा लिया है। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पीडिता का इलाज चल रहा है।
मेडिकल जांच में पूरी तरह ठीक -
बलात्कार के मुख्य आरोपी मनोज को मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस की टीम ने रात 12.30 बजे उसके ससुराल से उसे गिरफ्तार किया। बच्ची से दुष्कर्म का आरोपी मनोज कुमार साह की शनिवार को मेडिकल जांच कराई गई जिसमें चिकित्सकों ने उसे मानसिक और शारीरिक रूप से सही बताया। सहायक सिविल सर्जन डा. के. जमां के नेतृत्व में चिकित्सकों के एक दल ने पुलिस उपाधीक्षक (पश्चिम) अनुज कुमार और नगर पुलिस उपाधीक्षक राजेश कुमार के समक्ष गिरफ्तार बलात्कारी का शारीरिक और मानसिक परीक्षण किया।
गुडिया को आया होश,हालत स्थिर -
मासूम की सेहत में सुधार है। दोपहर को एम्स की तरफ से पीडित बच्ची का मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया। एम्स के एमएस डॉण् डी के शर्मा ने बताया कि बच्ची की जान को फिलहाल कोई खतरा नहीं है और उसके सारे अंग सामान्य तरीके से काम कर रहे हैं। शुक्रवार को उपचार के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराई गई पीडित बालिका को सर्जरी,बाल चिकित्सा और स्त्री रोग विशेषज्ञों की देख रेख में रखा गया है।
पुलिस के मुताबिक पिछले 15 अप्रैल को पांच वर्षीया बालिका का अपहरण कर उसे दो दिनों तक बिना भोजन पानी के बंदी बना कर पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर इलाके में स्थित एक इमारत के कमरे में रखा गया था। पीडित बालिका अपने परिवार के साथ इसी इमारत में रहती थी।
हैवानियत की हद -
डाक्टरों ने बताया कि जांच के दौरान हमने बच्ची के गुप्तांग में 200 मिली की बोतल और दो या तीन मोमबत्तियों के टुकड़े पाए। बच्ची के ओठ और गालों पर घाव के अलावा उसकी गर्दन पर भी खरोचें हैं जिससे पता चलता है कि उसका गला दबाने का भी प्रयास किया गया। उसका रक्तचाप सामान्य से नीचे है और जिस समय उसे यहां भर्ती कराया गया था उस समय बुखार भी था। मासूम का ऑपरेशन करने वाले स्वामी दयानंद अस्पताल के डॉक्टर आरके बंसल ने कहा,मैंने इतनी हैवानियत कभी नहीं देखी। उस बच्ची के साथ क्रूरता की हद तक दुष्कर्म किया गया। उसके शरीर पर जलने के भी निशान हैं। आरोपी ने उसे गला दबाकर मारने की भी कोशिश की।
बच्ची को घर से अगवा कर रेप -
इस बच्ची को 15 अप्रेल को पूर्वी दिल्ली में गांधी नगर स्थित उसके घर से उठा लिया गया था। उसके परिवार का आरोप है कि पुलिस ने उसकी तलाश शुरू करने में काफी वक्त लगा दिया। बच्ची की मां ने न्याय की मांग की है। दो दिन पहले वह खेलने गई थी जहां से उसका अपहरण कर लिया गया था। अपहरणकर्ता ने उसे कमरे में बंद कर दिया और वहीं उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 ( हत्या की कोशिश), 376-ए (दुष्कर्म), 362-ए ( अपहरण) और बच्चों का यौन अपराधों से संरक्षण कानून, 2002 की धारा 6 और 9 के तहत मामला दर्ज किया है।
नई दिल्ली/ मुजफ्फरपुर। दिल्ली में पांच साल की एक बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के विरोध में एक बार फिर लोग सड़कों पर उतर आए हैं। पुलिस आयुक्त के इस्तीफे की मांग करते हुए शनिवार को बड़ी संख्या में लोग दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर जमा हो गए।
बैनर हाथों में उठाए प्रदर्शनकारी सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। लगभग 300 प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि वह शहर में दुष्कर्म की घटनाओं पर रोक लगाने में विफल रहे हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी),स्टूडेंट फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआई) और आम आदमी पार्टी (एएपी) के कार्यकर्ता सहित अन्य प्रदर्शनकारियों ने पुलिस मुख्यालय परिसर में घुसने की कोशिश की। एक पुलिस अधिकारी ने कहा,""प्रवेश एवं निकास के रास्ते बंद हैं और पुलिस मुख्यालय में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। मुख्यालय में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे एक प्रदर्शनकारी को हिरासत में लिया गया है।""
पुलिस मुख्यालय के बाहर और अंदर 200 से अधिक महिला एवं पुरूष पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। किसी भी तरह की हिंसक गतिविधि को देखते हुए पानी की टंकी और आंसू गैस का भी इंतजाम किया गया है।
एक युवा प्रदर्शनकारी ने कहा,""16 दिसम्बर की घटना के बाद लगता है पुलिस ने इससे कुछ नहीं सीखा है। हम हर दिन इस तरह की दो या तीन घटनाओं के बारे में सुनते हैं। यह कब तक जारी रहेगा? आरोपियों को जरूर सजा मिलनी चाहिए और पुलिस पर सतर्क रहने का दबाव बढ़ाना चाहिए।""
प्रदर्शनकारी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एआईआईएमएस) के बाहर भी जमा हो गए जहां पीडित बच्ची का इलाज चल रहा है। चिकित्सकों ने शनिवार को बताया कि उसकी स्थिति में सुधार हो रहा है और उसकी हालत स्थिर है। पुलिस ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय और एम्स के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
पूर्वी दिल्ली के गांधीनगर में रहने वाली बच्ची का अपहरण उसके पड़ोसी ने 15 अप्रेल को कर लिया था। दो दिनों तक अपने फ्लैट में बंधक बना कर कई बार दुष्कर्म करने वाले ने दरिंदगी की सारी हदें पार की और उसे भूखा-प्यासा रखा।
आरोपी गिरफ्तार,3 दिन की रिमांड पर -
बच्ची के साथ हुई दुष्कर्म की घटना के आरोपी को बिहार की एक अदालत ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। दिल्ली से यहां पहुंची पुलिस की टीम ने बिहार पुलिस के सहयोग से आरोपी मनोज कुमार को गिरफ्तार करने के बाद उसे मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया था।
पुलिस के अनुसार आरोपी के मोबाइल फोन की स्थिति की जानकारी की मदद से पुलिस उस तक पहुंच सकी। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस की चार सदस्यीय टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपी मनोज को मुजफ्फरपुर जिले के कजरा थाना क्षेत्र के चिकनौटा गांव से शुक्रवार को रात के करीब पौने एक बजे गिरफ्तार किया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दिल्ली के गांधी नगर इलाके में मनोज घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस से बचने के लिए अपने ससुराल चिकनौटा में रह रहा था। कजरा के थानाध्यक्ष आर$ के$ शर्मा ने बताया,""आरोपी शुक्रवार रात ससुराल में अपनी पत्नी के साथ था, जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। आरोपी का मोबाइल फोन और उसके कुछ कपड़े पुलिस ने जब्त कर लिए हैं।""
जिला पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया,""गिरफ्तारी के बाद मनोज को मुजफ्फरपुर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया,जहां न्यायाधीश ने उसे तीन दिन के लिए दिल्ली पुलिस की रिमांड में भेज दिया।"" अधिकारी ने बताया कि पुलिस मनोज को पहले पटना और फिर दिल्ली ले जाएगी। पांच वर्षीय पीडित बालिका को उसके परिजनों ने पूर्वी दिल्ली स्थित गांधी नगर इलाके में अपहरणकर्ता के मकान से छुड़ा लिया है। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पीडिता का इलाज चल रहा है।
मेडिकल जांच में पूरी तरह ठीक -
बलात्कार के मुख्य आरोपी मनोज को मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस की टीम ने रात 12.30 बजे उसके ससुराल से उसे गिरफ्तार किया। बच्ची से दुष्कर्म का आरोपी मनोज कुमार साह की शनिवार को मेडिकल जांच कराई गई जिसमें चिकित्सकों ने उसे मानसिक और शारीरिक रूप से सही बताया। सहायक सिविल सर्जन डा. के. जमां के नेतृत्व में चिकित्सकों के एक दल ने पुलिस उपाधीक्षक (पश्चिम) अनुज कुमार और नगर पुलिस उपाधीक्षक राजेश कुमार के समक्ष गिरफ्तार बलात्कारी का शारीरिक और मानसिक परीक्षण किया।
गुडिया को आया होश,हालत स्थिर -
मासूम की सेहत में सुधार है। दोपहर को एम्स की तरफ से पीडित बच्ची का मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया। एम्स के एमएस डॉण् डी के शर्मा ने बताया कि बच्ची की जान को फिलहाल कोई खतरा नहीं है और उसके सारे अंग सामान्य तरीके से काम कर रहे हैं। शुक्रवार को उपचार के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराई गई पीडित बालिका को सर्जरी,बाल चिकित्सा और स्त्री रोग विशेषज्ञों की देख रेख में रखा गया है।
पुलिस के मुताबिक पिछले 15 अप्रैल को पांच वर्षीया बालिका का अपहरण कर उसे दो दिनों तक बिना भोजन पानी के बंदी बना कर पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर इलाके में स्थित एक इमारत के कमरे में रखा गया था। पीडित बालिका अपने परिवार के साथ इसी इमारत में रहती थी।
हैवानियत की हद -
डाक्टरों ने बताया कि जांच के दौरान हमने बच्ची के गुप्तांग में 200 मिली की बोतल और दो या तीन मोमबत्तियों के टुकड़े पाए। बच्ची के ओठ और गालों पर घाव के अलावा उसकी गर्दन पर भी खरोचें हैं जिससे पता चलता है कि उसका गला दबाने का भी प्रयास किया गया। उसका रक्तचाप सामान्य से नीचे है और जिस समय उसे यहां भर्ती कराया गया था उस समय बुखार भी था। मासूम का ऑपरेशन करने वाले स्वामी दयानंद अस्पताल के डॉक्टर आरके बंसल ने कहा,मैंने इतनी हैवानियत कभी नहीं देखी। उस बच्ची के साथ क्रूरता की हद तक दुष्कर्म किया गया। उसके शरीर पर जलने के भी निशान हैं। आरोपी ने उसे गला दबाकर मारने की भी कोशिश की।
बच्ची को घर से अगवा कर रेप -
इस बच्ची को 15 अप्रेल को पूर्वी दिल्ली में गांधी नगर स्थित उसके घर से उठा लिया गया था। उसके परिवार का आरोप है कि पुलिस ने उसकी तलाश शुरू करने में काफी वक्त लगा दिया। बच्ची की मां ने न्याय की मांग की है। दो दिन पहले वह खेलने गई थी जहां से उसका अपहरण कर लिया गया था। अपहरणकर्ता ने उसे कमरे में बंद कर दिया और वहीं उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 ( हत्या की कोशिश), 376-ए (दुष्कर्म), 362-ए ( अपहरण) और बच्चों का यौन अपराधों से संरक्षण कानून, 2002 की धारा 6 और 9 के तहत मामला दर्ज किया है।
राजेश खन्ना,भट्टी, को पद्म पुरस्कार
राजेश खन्ना,भट्टी, को पद्म पुरस्कार
नई दिल्ली। प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता राजेश खन्ना,मुक्केबाज मेरी कॉम तथा व्रह्मोस मिसाइल के प्रणेता ए. शिवताणु पिल्ले को शनिवार को यहां पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रमुख हस्तियों को दो पद्म विभूषण,13 पद्म भूषण और 38 पद्मश््री से सम्मानित किया।
राजेश खन्ना को मरणोपरांत पद्म विभूषण प्रदान किया गया है। ब्रह्मोस मिसाइल के प्रणेता ए. शिवताणु पिल्ले को भी पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। पद्म पुरस्कारों की घोषणा गणतंत्र दिवस के अवसर पर की गई थी। उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद हंसारी,प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह,गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे तथा कई गणमान्य व्यक्ति समारोह में मौजूद थे।
पद्म पुरस्कार से सम्मानित किए गए व्यक्तियों के नाम इस प्रकार हैं - पk विभूषण: प्रो. रोदम नटसिंह और सैयद हैदर रजा।
पद्म भूषण - प्रो. एस.एन. अटलूरी,डा. महाराज किशन मान,जसपाल सिंह भट्टी, (मरणोपरांत),सादि गोदरेज,उस्ताद अब्दुल रशीद खां,राजेश खन्ना,मरणोपरांत,एम पी मेरी कॉम,डा. नंदकिशोर,शामराव लाड़,मंगेश पडगांवकर,प्रो. जोगेश चंद्र पती,डा. ए. शिवताणु पिल्ले,डा. बी एन सुरेश, और डा. सरोजा वैधनाथन।
पद्मश्री- प्रो. मणींद्र अग्रवाल,प्रेमलता अग्रवाल,एस.शाकिर अली,प्रो. मुस्तनसिर बार्मा,अपूर्व किशोर वीर,धनकांत बोरा,बोरबायन,झरना धारा चौधरी,प्रो. के सी चुनेकर,पूर्ण चंद्र दास,योगेश्वर दत्त,निदा फाजली,एच एन गिरीश,डा.जे गौरीशंकर,डा. विश्व कुमार गुप्ता,डा. राधिका हर्टसबरगर,डा. प्रमोद कुमार जुल्का,प्रो. शरद पांडुरंग काले,मिलिंद प्रल्हाद कांबले,डा. गुलशन राय खत्री,रितु कुमार, विजय कुमार,हिल्दामीत लेप्चा,जे मलसोमा,डा. गणेश कुमार मणि,डा. अमित प्रभाकर भयदेव,सुधा मलहोत्रा मोटवानी,टीमा नानावटी, डा. सुंदरम् नटराजन,नाना गजानन पाटेकर,देवेंद्र पटेल,प्रो. क्रि स्टोफर पिन्नी,कल्पना सरोज,उस्ताद गुलाम मोहम्मद साज नवाज,डा. जगदीश प्रसाद सिंह,रमेश गोपालदास सिप्पी,डा. माहरूख तारापोर,बलवंत ठाकुर और प्रो. कृष्णास्वामी विजय राघवन।
नई दिल्ली। प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता राजेश खन्ना,मुक्केबाज मेरी कॉम तथा व्रह्मोस मिसाइल के प्रणेता ए. शिवताणु पिल्ले को शनिवार को यहां पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रमुख हस्तियों को दो पद्म विभूषण,13 पद्म भूषण और 38 पद्मश््री से सम्मानित किया।
राजेश खन्ना को मरणोपरांत पद्म विभूषण प्रदान किया गया है। ब्रह्मोस मिसाइल के प्रणेता ए. शिवताणु पिल्ले को भी पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। पद्म पुरस्कारों की घोषणा गणतंत्र दिवस के अवसर पर की गई थी। उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद हंसारी,प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह,गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे तथा कई गणमान्य व्यक्ति समारोह में मौजूद थे।
पद्म पुरस्कार से सम्मानित किए गए व्यक्तियों के नाम इस प्रकार हैं - पk विभूषण: प्रो. रोदम नटसिंह और सैयद हैदर रजा।
पद्म भूषण - प्रो. एस.एन. अटलूरी,डा. महाराज किशन मान,जसपाल सिंह भट्टी, (मरणोपरांत),सादि गोदरेज,उस्ताद अब्दुल रशीद खां,राजेश खन्ना,मरणोपरांत,एम पी मेरी कॉम,डा. नंदकिशोर,शामराव लाड़,मंगेश पडगांवकर,प्रो. जोगेश चंद्र पती,डा. ए. शिवताणु पिल्ले,डा. बी एन सुरेश, और डा. सरोजा वैधनाथन।
पद्मश्री- प्रो. मणींद्र अग्रवाल,प्रेमलता अग्रवाल,एस.शाकिर अली,प्रो. मुस्तनसिर बार्मा,अपूर्व किशोर वीर,धनकांत बोरा,बोरबायन,झरना धारा चौधरी,प्रो. के सी चुनेकर,पूर्ण चंद्र दास,योगेश्वर दत्त,निदा फाजली,एच एन गिरीश,डा.जे गौरीशंकर,डा. विश्व कुमार गुप्ता,डा. राधिका हर्टसबरगर,डा. प्रमोद कुमार जुल्का,प्रो. शरद पांडुरंग काले,मिलिंद प्रल्हाद कांबले,डा. गुलशन राय खत्री,रितु कुमार, विजय कुमार,हिल्दामीत लेप्चा,जे मलसोमा,डा. गणेश कुमार मणि,डा. अमित प्रभाकर भयदेव,सुधा मलहोत्रा मोटवानी,टीमा नानावटी, डा. सुंदरम् नटराजन,नाना गजानन पाटेकर,देवेंद्र पटेल,प्रो. क्रि स्टोफर पिन्नी,कल्पना सरोज,उस्ताद गुलाम मोहम्मद साज नवाज,डा. जगदीश प्रसाद सिंह,रमेश गोपालदास सिप्पी,डा. माहरूख तारापोर,बलवंत ठाकुर और प्रो. कृष्णास्वामी विजय राघवन।
दुष्कर्म के आरोपी की पीट-पीट कर हत्या
दुष्कर्म के आरोपी की पीट-पीट कर हत्या
भीलवाड़ा। पांच साल की बच्ची से दुष्कर्म को लेकर जहां दिल्ली उबल रहा है, वहीं राजस्थान में दुष्कर्म के एक आरोपी की पीटकर हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। भीलवाड़ा के सुभाषनगर इलाके में शुक्रवार रात दुष्कर्म के आरोपी मोखमपुरा निवासी शंकर जाट को पीडिता के पिता और भाई ने पीट कर मार डाला।
पहले आरोपी का अपहरण कर बंधक बनाया, फिर उसकी हत्या कर दी गई। उन्होंने मृतक के कान और नाक भी काट डाले। घटना से गुस्साए आरोपी के परिजनों ने थाने और महात्मा गांधी चिकित्सालय स्थित मोर्चरी के बाहर हंगामा किया। उन्होंने करीब नौ घण्टे तक शव पोस्टमार्टम नहीं कराने दिया।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। थानाप्रभारी डूंगरसिंह ने बताया कि गुरूवार को एक युवती ने सुभाषनगर थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। उसने आरोप लगाया कि गत 12 अप्रेल को वह बाड़े में गाय का दूध निकालने गई थी। वहां पर शंकर जाट और सुवाणा निवासी जगदीश जाट आए। वे मां के चिकित्सालय में भर्ती होने की बात कहकर उसे मोटरसाइकिल पर बैठा कर ले गए।
जगदीश के रिश्ते में जीजा होने के कारण वह साथ चली गई। सुवाणा में ले जाकर शंकर ने बंधक बनाकर युवती से दुष्कर्म किया। गुरूवार को उनके चंगुल से युवती भाग निकली। उसने परिजनों को सारी घटना बताई।
लाठियों से मार कर हत्या
पुलिस के अनुसार रूपाहेली निवासी पीडिता के पिता और भाई ने शुक्रवार रात शंकर और उसके मौसेरे भाई बरडौद निवासी किशन जाट को सांगानेरी गेट पर रोक लिया। उन्हें जबरन एक गाड़ी में बैठा लिया गया फिर कुवाड़ा रोड पर किशन को एक दुकान और शंकर को कमरे में बंद कर दिया।
वहां लाठियों से शंकर की पिटाई की गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद हमलावर शंकर के शव को ईरास के पुरानी चुंगी नाके पर पटक गए। शव के ऊपर मोटरसाइकिल पटक कर और पास ट्रैक्टर खड़ा कर इसे दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया।
भीलवाड़ा। पांच साल की बच्ची से दुष्कर्म को लेकर जहां दिल्ली उबल रहा है, वहीं राजस्थान में दुष्कर्म के एक आरोपी की पीटकर हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। भीलवाड़ा के सुभाषनगर इलाके में शुक्रवार रात दुष्कर्म के आरोपी मोखमपुरा निवासी शंकर जाट को पीडिता के पिता और भाई ने पीट कर मार डाला।
पहले आरोपी का अपहरण कर बंधक बनाया, फिर उसकी हत्या कर दी गई। उन्होंने मृतक के कान और नाक भी काट डाले। घटना से गुस्साए आरोपी के परिजनों ने थाने और महात्मा गांधी चिकित्सालय स्थित मोर्चरी के बाहर हंगामा किया। उन्होंने करीब नौ घण्टे तक शव पोस्टमार्टम नहीं कराने दिया।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। थानाप्रभारी डूंगरसिंह ने बताया कि गुरूवार को एक युवती ने सुभाषनगर थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। उसने आरोप लगाया कि गत 12 अप्रेल को वह बाड़े में गाय का दूध निकालने गई थी। वहां पर शंकर जाट और सुवाणा निवासी जगदीश जाट आए। वे मां के चिकित्सालय में भर्ती होने की बात कहकर उसे मोटरसाइकिल पर बैठा कर ले गए।
जगदीश के रिश्ते में जीजा होने के कारण वह साथ चली गई। सुवाणा में ले जाकर शंकर ने बंधक बनाकर युवती से दुष्कर्म किया। गुरूवार को उनके चंगुल से युवती भाग निकली। उसने परिजनों को सारी घटना बताई।
लाठियों से मार कर हत्या
पुलिस के अनुसार रूपाहेली निवासी पीडिता के पिता और भाई ने शुक्रवार रात शंकर और उसके मौसेरे भाई बरडौद निवासी किशन जाट को सांगानेरी गेट पर रोक लिया। उन्हें जबरन एक गाड़ी में बैठा लिया गया फिर कुवाड़ा रोड पर किशन को एक दुकान और शंकर को कमरे में बंद कर दिया।
वहां लाठियों से शंकर की पिटाई की गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद हमलावर शंकर के शव को ईरास के पुरानी चुंगी नाके पर पटक गए। शव के ऊपर मोटरसाइकिल पटक कर और पास ट्रैक्टर खड़ा कर इसे दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया।
यह झुनझुना काटेगा टिकट
यह झुनझुना काटेगा टिकट
जयपुर। राज्य में विधान परिषद के गठन को केन्द्र से मंजूरी मिल भी जाती है तो इसके गठन की प्रक्रिया इतनी लम्बी है कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में इसका अस्तित्व में आना सम्भव नहीं दिख रहा है, लेकिन इसे विधानसभा चुनाव में मौजूदा विधायकों के टिकट काटने का अच्छा हथियार माना जा रहा है। यह हथियार कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही काम आ सकता है। केन्द्रीय केबिनेट से मंजूरी विधान परिषद के गठन का शुरूआती पड़ाव भर है। संसद और राष्ट्रपति से मंजूरी के बाद भी सदस्यो ंकी चुनाव प्रक्रिया काफी लम्बी है।
प्रदेश में इसी साल नवम्बर में चुनाव होने हैं। विधान परिषद के चुनाव भी चुनाव आयोग को ही कराने हैं, लेकिन संवैधानिक बाध्यता के चलते विधान सभा के चुनाव कराना आयोग की पहली प्राथमिकता रहेगा। ऎसे में विधान परिषद का गठन विधानसभा चुनाव से पहले होना सम्भव नहीं दिख रहा है। लेकिन जानकारों का कहना है कि सरकार राष्ट्रपति से इसकी मंजूरी तक की प्रक्रिया भी पूरी करा लेती है तो विधानसभा चुनाव में इसका बड़ा राजनीतिक फायदा उठाया जा सकता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा भी है कि हमने अपना काम पूरा कर दिया है। अब गठन चुनाव से पहले हो या बाद में इससे फर्क नहीं पड़ता है।
ऎसे उठाया जा सकता है राजनीतिक फायदा
कांग्रेस अभी सत्ता में है और सत्तारूढ़ दल के लिए अपने मौजूदा विधायकों के टिकट काटना बहुत मुश्किल होता है। विधान परिषद में 66 सदस्य बनने हैं और इनमें से एक तिहाई राजनेता होंगे। कांग्रेस इसमें सीट देने के बहाने मौजूदा विधायकों के टिकट काट कर नए लोगों को मौका दे सकती है। टिकट बंटवारे के समय होने वाले असंतोष को भी इसके बहाने कम किया जा सकता है। भाजपा भी इसी तरह इसका फायदा उठा सकती है। दोनों ही दल इसके गठन का श्रेय भी लेंगे, क्योकि भाजपा ने सबसे पहले इसके गठन की घोषणा की थी और कांग्रेस के कार्यकाल में इसकी मंजूरी मिलेेगी।
जयपुर। राज्य में विधान परिषद के गठन को केन्द्र से मंजूरी मिल भी जाती है तो इसके गठन की प्रक्रिया इतनी लम्बी है कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में इसका अस्तित्व में आना सम्भव नहीं दिख रहा है, लेकिन इसे विधानसभा चुनाव में मौजूदा विधायकों के टिकट काटने का अच्छा हथियार माना जा रहा है। यह हथियार कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही काम आ सकता है। केन्द्रीय केबिनेट से मंजूरी विधान परिषद के गठन का शुरूआती पड़ाव भर है। संसद और राष्ट्रपति से मंजूरी के बाद भी सदस्यो ंकी चुनाव प्रक्रिया काफी लम्बी है।
प्रदेश में इसी साल नवम्बर में चुनाव होने हैं। विधान परिषद के चुनाव भी चुनाव आयोग को ही कराने हैं, लेकिन संवैधानिक बाध्यता के चलते विधान सभा के चुनाव कराना आयोग की पहली प्राथमिकता रहेगा। ऎसे में विधान परिषद का गठन विधानसभा चुनाव से पहले होना सम्भव नहीं दिख रहा है। लेकिन जानकारों का कहना है कि सरकार राष्ट्रपति से इसकी मंजूरी तक की प्रक्रिया भी पूरी करा लेती है तो विधानसभा चुनाव में इसका बड़ा राजनीतिक फायदा उठाया जा सकता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा भी है कि हमने अपना काम पूरा कर दिया है। अब गठन चुनाव से पहले हो या बाद में इससे फर्क नहीं पड़ता है।
ऎसे उठाया जा सकता है राजनीतिक फायदा
कांग्रेस अभी सत्ता में है और सत्तारूढ़ दल के लिए अपने मौजूदा विधायकों के टिकट काटना बहुत मुश्किल होता है। विधान परिषद में 66 सदस्य बनने हैं और इनमें से एक तिहाई राजनेता होंगे। कांग्रेस इसमें सीट देने के बहाने मौजूदा विधायकों के टिकट काट कर नए लोगों को मौका दे सकती है। टिकट बंटवारे के समय होने वाले असंतोष को भी इसके बहाने कम किया जा सकता है। भाजपा भी इसी तरह इसका फायदा उठा सकती है। दोनों ही दल इसके गठन का श्रेय भी लेंगे, क्योकि भाजपा ने सबसे पहले इसके गठन की घोषणा की थी और कांग्रेस के कार्यकाल में इसकी मंजूरी मिलेेगी।
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