शनिवार, 20 अप्रैल 2013

गुडिया को आया होश,खतरे से बाहर

गुडिया को आया होश,खतरे से बाहर

नई दिल्ली/ मुजफ्फरपुर। दिल्ली में पांच साल की एक बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के विरोध में एक बार फिर लोग सड़कों पर उतर आए हैं। पुलिस आयुक्त के इस्तीफे की मांग करते हुए शनिवार को बड़ी संख्या में लोग दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर जमा हो गए।


बैनर हाथों में उठाए प्रदर्शनकारी सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। लगभग 300 प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि वह शहर में दुष्कर्म की घटनाओं पर रोक लगाने में विफल रहे हैं।


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी),स्टूडेंट फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआई) और आम आदमी पार्टी (एएपी) के कार्यकर्ता सहित अन्य प्रदर्शनकारियों ने पुलिस मुख्यालय परिसर में घुसने की कोशिश की। एक पुलिस अधिकारी ने कहा,""प्रवेश एवं निकास के रास्ते बंद हैं और पुलिस मुख्यालय में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। मुख्यालय में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे एक प्रदर्शनकारी को हिरासत में लिया गया है।""


पुलिस मुख्यालय के बाहर और अंदर 200 से अधिक महिला एवं पुरूष पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। किसी भी तरह की हिंसक गतिविधि को देखते हुए पानी की टंकी और आंसू गैस का भी इंतजाम किया गया है।


एक युवा प्रदर्शनकारी ने कहा,""16 दिसम्बर की घटना के बाद लगता है पुलिस ने इससे कुछ नहीं सीखा है। हम हर दिन इस तरह की दो या तीन घटनाओं के बारे में सुनते हैं। यह कब तक जारी रहेगा? आरोपियों को जरूर सजा मिलनी चाहिए और पुलिस पर सतर्क रहने का दबाव बढ़ाना चाहिए।""


प्रदर्शनकारी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एआईआईएमएस) के बाहर भी जमा हो गए जहां पीडित बच्ची का इलाज चल रहा है। चिकित्सकों ने शनिवार को बताया कि उसकी स्थिति में सुधार हो रहा है और उसकी हालत स्थिर है। पुलिस ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय और एम्स के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।


पूर्वी दिल्ली के गांधीनगर में रहने वाली बच्ची का अपहरण उसके पड़ोसी ने 15 अप्रेल को कर लिया था। दो दिनों तक अपने फ्लैट में बंधक बना कर कई बार दुष्कर्म करने वाले ने दरिंदगी की सारी हदें पार की और उसे भूखा-प्यासा रखा।


आरोपी गिरफ्तार,3 दिन की रिमांड पर -

बच्ची के साथ हुई दुष्कर्म की घटना के आरोपी को बिहार की एक अदालत ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। दिल्ली से यहां पहुंची पुलिस की टीम ने बिहार पुलिस के सहयोग से आरोपी मनोज कुमार को गिरफ्तार करने के बाद उसे मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया था।


पुलिस के अनुसार आरोपी के मोबाइल फोन की स्थिति की जानकारी की मदद से पुलिस उस तक पहुंच सकी। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस की चार सदस्यीय टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपी मनोज को मुजफ्फरपुर जिले के कजरा थाना क्षेत्र के चिकनौटा गांव से शुक्रवार को रात के करीब पौने एक बजे गिरफ्तार किया था।


पुलिस सूत्रों के अनुसार दिल्ली के गांधी नगर इलाके में मनोज घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस से बचने के लिए अपने ससुराल चिकनौटा में रह रहा था। कजरा के थानाध्यक्ष आर$ के$ शर्मा ने बताया,""आरोपी शुक्रवार रात ससुराल में अपनी पत्नी के साथ था, जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। आरोपी का मोबाइल फोन और उसके कुछ कपड़े पुलिस ने जब्त कर लिए हैं।""


जिला पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया,""गिरफ्तारी के बाद मनोज को मुजफ्फरपुर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया,जहां न्यायाधीश ने उसे तीन दिन के लिए दिल्ली पुलिस की रिमांड में भेज दिया।"" अधिकारी ने बताया कि पुलिस मनोज को पहले पटना और फिर दिल्ली ले जाएगी। पांच वर्षीय पीडित बालिका को उसके परिजनों ने पूर्वी दिल्ली स्थित गांधी नगर इलाके में अपहरणकर्ता के मकान से छुड़ा लिया है। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पीडिता का इलाज चल रहा है।


मेडिकल जांच में पूरी तरह ठीक -

बलात्कार के मुख्य आरोपी मनोज को मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस की टीम ने रात 12.30 बजे उसके ससुराल से उसे गिरफ्तार किया। बच्ची से दुष्कर्म का आरोपी मनोज कुमार साह की शनिवार को मेडिकल जांच कराई गई जिसमें चिकित्सकों ने उसे मानसिक और शारीरिक रूप से सही बताया। सहायक सिविल सर्जन डा. के. जमां के नेतृत्व में चिकित्सकों के एक दल ने पुलिस उपाधीक्षक (पश्चिम) अनुज कुमार और नगर पुलिस उपाधीक्षक राजेश कुमार के समक्ष गिरफ्तार बलात्कारी का शारीरिक और मानसिक परीक्षण किया।


गुडिया को आया होश,हालत स्थिर -

मासूम की सेहत में सुधार है। दोपहर को एम्स की तरफ से पीडित बच्ची का मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया। एम्स के एमएस डॉण् डी के शर्मा ने बताया कि बच्ची की जान को फिलहाल कोई खतरा नहीं है और उसके सारे अंग सामान्य तरीके से काम कर रहे हैं। शुक्रवार को उपचार के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराई गई पीडित बालिका को सर्जरी,बाल चिकित्सा और स्त्री रोग विशेषज्ञों की देख रेख में रखा गया है।


पुलिस के मुताबिक पिछले 15 अप्रैल को पांच वर्षीया बालिका का अपहरण कर उसे दो दिनों तक बिना भोजन पानी के बंदी बना कर पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर इलाके में स्थित एक इमारत के कमरे में रखा गया था। पीडित बालिका अपने परिवार के साथ इसी इमारत में रहती थी।


हैवानियत की हद -

डाक्टरों ने बताया कि जांच के दौरान हमने बच्ची के गुप्तांग में 200 मिली की बोतल और दो या तीन मोमबत्तियों के टुकड़े पाए। बच्ची के ओठ और गालों पर घाव के अलावा उसकी गर्दन पर भी खरोचें हैं जिससे पता चलता है कि उसका गला दबाने का भी प्रयास किया गया। उसका रक्तचाप सामान्य से नीचे है और जिस समय उसे यहां भर्ती कराया गया था उस समय बुखार भी था। मासूम का ऑपरेशन करने वाले स्वामी दयानंद अस्पताल के डॉक्टर आरके बंसल ने कहा,मैंने इतनी हैवानियत कभी नहीं देखी। उस बच्ची के साथ क्रूरता की हद तक दुष्कर्म किया गया। उसके शरीर पर जलने के भी निशान हैं। आरोपी ने उसे गला दबाकर मारने की भी कोशिश की।


बच्ची को घर से अगवा कर रेप -

इस बच्ची को 15 अप्रेल को पूर्वी दिल्ली में गांधी नगर स्थित उसके घर से उठा लिया गया था। उसके परिवार का आरोप है कि पुलिस ने उसकी तलाश शुरू करने में काफी वक्त लगा दिया। बच्ची की मां ने न्याय की मांग की है। दो दिन पहले वह खेलने गई थी जहां से उसका अपहरण कर लिया गया था। अपहरणकर्ता ने उसे कमरे में बंद कर दिया और वहीं उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 ( हत्या की कोशिश), 376-ए (दुष्कर्म), 362-ए ( अपहरण) और बच्चों का यौन अपराधों से संरक्षण कानून, 2002 की धारा 6 और 9 के तहत मामला दर्ज किया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें