हैदराबाद: हैदराबाद के एक व्यस्त इलाके में दो धमाकों हुए हैं। यह धमाके दिलसुखनगर इलाके के एक बस स्टैंड के पास होने की बात कही जा रही है। इन धमाकों में 7 लोगों के मारे जाने की सूचना है। इसके अलावा 50 लोगों के घायल होने की भी खबर है। घायलों को नजदीक के उसमानिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बताया जा रहा है कि जहां यह धमाका हुआ है वहां शाम के समय काफी भीड़ रहती है। विजयवाड़ा जाने के लिए यहीं से बस पकड़ने के लिए लोग एकत्र होते हैं।
बताया जा रहा है कि शाम को 7.01 बजे पहला धमाका हुआ और पांच मिनट बाद दूसरा धमाका हुआ है। यह धमाका दो सिनेमा हाल के करीब हुआ है।
पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है। तमाम जांच दल मौके पर पहुंच गया है।
गृहमंत्रालय के सूत्र बता रहे हैं कि हैदराबाद के दिलसुखनगर और साइबराबाद में यह दो धमाके हुए हैं।
धमाके की वजहों का अभी पता नहीं चला है। अभी यह भी साफ नहीं हो पाया है कि यह कैसा धमाका है। यह भी कहा जा रहा है कि पास के ही एक होटल में सिलेंडर फटा है।
गुरुवार, 21 फ़रवरी 2013
7 माह बाद सोना 30,000 से नीचे
7 माह बाद सोना 30,000 से नीचे
नई दिल्ली। विदेशी बाजारों में पीली धातु की जबरदस्त ढलान के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में गुरूवार को सोना 480 रूपए लुढकते हुए सात महीने के न्यूनतम स्तर 29720 रूपए प्रति दस ग्राम पर आ गया और चांदी 1250 रूपए फिसलते हुए 54550 रूपए प्रति किलो पर दर्ज की गई।
अंतर्राष्ट्रीय कारोबार के दौरान सोने के दाम 1554.3 डालर प्रति औंस तक फिसल गए। डालर के मजबूती पकड़ने से सोने के भावों पर दबाव देखा जा रहा है। अमेरिकी फेड बैंक अपनी नीति में बदलाव कर सकता है। बैंकों के लिए नीति में परिवर्तन की अटकलें हैं। इससे निवेशकों ने सोने क ो नकदी में बदलना शुरू कर दिया है।
इसके दबाव में दिल्ली सर्राफा बाजार में दोनों कीमती धातुओं में गिरावट देखी गई। ताजा खबरों के अनुसार सोने के दाम 480 रूपए उतरकर 29720रूपए प्रति दस ग्राम बोले गए। इससे पहले 21 अगस्त 2012 को सोने का यह स्तर रहा था। चांदी के दाम 1250 उतर करके 54550 रूपए प्रति किलो दर्ज किए गए। मांग के कारण चांदी में मात्र 1000-1000रूपए प्रति सैकड़ा की गिरावट रही। गिन्नी 50 रूपए घटकर 25150 रूपए प्रति पर दर्ज की गई।
चेन्नई और मुंबई के सर्राफा बाजारों से भी गिरावट के सामचार मिले हैं। चेन्नई में सोना 29295 रूपए प्रति दस ग्राम पर रहा और चांदी 54740 रूपए प्रति किलो पर बोली गई। मुंबई सर्राफा में सोने का कारोबार 29150 रूपए प्रति दस ग्राम पर किया गया और चांदी के भाव 53440 रूपए प्रति किलो पर रहे। कारोबारियों का कहना है कि सोने के भाव उतरने से बाजार में ग्राहकी आने की उम्मीद है और खुदरा व्यापारी पूछ परख कर रहे हैं।
नई दिल्ली। विदेशी बाजारों में पीली धातु की जबरदस्त ढलान के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में गुरूवार को सोना 480 रूपए लुढकते हुए सात महीने के न्यूनतम स्तर 29720 रूपए प्रति दस ग्राम पर आ गया और चांदी 1250 रूपए फिसलते हुए 54550 रूपए प्रति किलो पर दर्ज की गई।
अंतर्राष्ट्रीय कारोबार के दौरान सोने के दाम 1554.3 डालर प्रति औंस तक फिसल गए। डालर के मजबूती पकड़ने से सोने के भावों पर दबाव देखा जा रहा है। अमेरिकी फेड बैंक अपनी नीति में बदलाव कर सकता है। बैंकों के लिए नीति में परिवर्तन की अटकलें हैं। इससे निवेशकों ने सोने क ो नकदी में बदलना शुरू कर दिया है।
इसके दबाव में दिल्ली सर्राफा बाजार में दोनों कीमती धातुओं में गिरावट देखी गई। ताजा खबरों के अनुसार सोने के दाम 480 रूपए उतरकर 29720रूपए प्रति दस ग्राम बोले गए। इससे पहले 21 अगस्त 2012 को सोने का यह स्तर रहा था। चांदी के दाम 1250 उतर करके 54550 रूपए प्रति किलो दर्ज किए गए। मांग के कारण चांदी में मात्र 1000-1000रूपए प्रति सैकड़ा की गिरावट रही। गिन्नी 50 रूपए घटकर 25150 रूपए प्रति पर दर्ज की गई।
चेन्नई और मुंबई के सर्राफा बाजारों से भी गिरावट के सामचार मिले हैं। चेन्नई में सोना 29295 रूपए प्रति दस ग्राम पर रहा और चांदी 54740 रूपए प्रति किलो पर बोली गई। मुंबई सर्राफा में सोने का कारोबार 29150 रूपए प्रति दस ग्राम पर किया गया और चांदी के भाव 53440 रूपए प्रति किलो पर रहे। कारोबारियों का कहना है कि सोने के भाव उतरने से बाजार में ग्राहकी आने की उम्मीद है और खुदरा व्यापारी पूछ परख कर रहे हैं।
'भाई' के प्यार में दीवानी, 11 वीं मंजिल पर चढ़ गई युवती!
जोधपुर.बंबा मोहल्ला क्षेत्र में किराए के कमरे में रहने वाली एक युवती खुदकुशी करने के इरादे से बुधवार शाम सर्किट हाउस रोड पर एक निर्माणाधीन इमारत की 11वीं मंजिल पर चढ़ गईं। वहां काम करने वाले श्रमिकों व सुपरवाइजर की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उसे बचाया। इसके बावजूद युवती यही कहती रहीं कि ‘मुझे मरना है, आप लोग कब तक बचाएंगे।’
देर रात तक पुलिस उसे समझाने के प्रयास में ही लगी रही, लेकिन वह अपने बारे में अलग-अलग जानकारी देकर पुलिस को परेशान करती रही।
दरअसल, बुधवार शाम को रातानाडा पुलिस को सूचना मिली कि सर्किट हाउस रोड पर स्थित पेट्रोल पंप के पास निर्माणाधीन इमारत की ग्यारहवीं मंजिल पर चढ़ी एक युवती खुदकुशी करने वाली है। इस पर रातानाडा थाने के एएसआई भगवानसिंह, कांस्टेबल मुकेश कुमार मीणा, गुलाब, मानवेंद्र और महिला कांस्टेबल शारदा मौके पर पहुंचीं। जब पुलिस इमारत की छत पर पहुंची तो युवती ने उन्हें दूर रहने का कहते हुए नजदीक आने पर नीचे कूदने की धमकी दी।
पुलिस ने उसे बातों में उलझाकर पकड़ने की कोशिश की तो वह नीचे झूल गई, लेकिन पुलिस कर्मियों ने उसका हाथ पकड़ लिया। इसी दौरान नीचे की मंजिल पर खड़े पुलिस वालों ने उसके पैरों को सहारा दिया और युवती को छत पर खड़े पुलिस के जवानों ने ऊपर खींच लिया। काफी मशक्कत के बाद पुलिस उसे रातानाडा थाने ले गई।
देर रात तक पुलिस उसे समझाने के प्रयास में ही लगी रही, लेकिन वह अपने बारे में अलग-अलग जानकारी देकर पुलिस को परेशान करती रही।
दरअसल, बुधवार शाम को रातानाडा पुलिस को सूचना मिली कि सर्किट हाउस रोड पर स्थित पेट्रोल पंप के पास निर्माणाधीन इमारत की ग्यारहवीं मंजिल पर चढ़ी एक युवती खुदकुशी करने वाली है। इस पर रातानाडा थाने के एएसआई भगवानसिंह, कांस्टेबल मुकेश कुमार मीणा, गुलाब, मानवेंद्र और महिला कांस्टेबल शारदा मौके पर पहुंचीं। जब पुलिस इमारत की छत पर पहुंची तो युवती ने उन्हें दूर रहने का कहते हुए नजदीक आने पर नीचे कूदने की धमकी दी।
पुलिस ने उसे बातों में उलझाकर पकड़ने की कोशिश की तो वह नीचे झूल गई, लेकिन पुलिस कर्मियों ने उसका हाथ पकड़ लिया। इसी दौरान नीचे की मंजिल पर खड़े पुलिस वालों ने उसके पैरों को सहारा दिया और युवती को छत पर खड़े पुलिस के जवानों ने ऊपर खींच लिया। काफी मशक्कत के बाद पुलिस उसे रातानाडा थाने ले गई।
पेट की आग बुझाने को जिस्म की मंडी में बेच रहे बहू-बेटियां, इज्जत पर भारी पड़ रही भूख
हैदराबाद. आज से संसद का बजट सत्र शुरू हो गया है और देखने वाली बात होगी कि सरकार बजट में सूखे से परेशान किसानों के लिए क्या करती है। महाराष्ट्र में सूखे से किसानों का हाल बेहाल है। वहीं, पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश में भी हालात बेहद खराब हैं। आंध्र प्रदेश के रायलसीमा इलाके का अनंतपुर जिला। यह जिला बीते दस साल से सूखे की चपेट में है। जमीन बंजर हो चुकी है। फसल नहीं होने की वजह से पेट में आग लगी है। हालात के मारे लोग पेट की आग बुझाने के लिए अपनी बहू-बेटियों के जिस्म का सौदा करने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
राज्य सरकार ने जिले में सूखे से निपटने के लिए इसी साल जनवरी में 'प्रोजेक्ट अनंत' की शुरुआत की है। लेकिन जमीन स्तर पर इसका बहुत ज्यादा असर नहीं दिख रहा है। किसान कंगाली की हालत में हैं। आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ को उतारने के लिए यहां के किसान अपने घर की महिलाओं को दलालों के हाथों बेच रहे हैं। ये लड़कियां दिल्ली और मुंबई के रेड लाइट एरिया में सप्लाई की जाती हैं।
लगातार बढ़ते प्रदूषण और ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते एक दशक पहले तक करीब पांचवें साल आने वाला सूखा अब हर दूसरे साल आता है। इससे जमीन बंजर हो गई है। दाने-दाने के मोहताज लोग पेट पालने के लिए घर की इज्जत बेचने को मजबूर हैं। उधर, सरकार की लापरवाही से यह जिला अब महिलाओं की खरीद-फरोख्त का बाजार बनता जा रहा है। यहां के एक किसान के मुताबिक उसका परिवार अनंतपुर के कदरी में रहता है। सूखे के प्रकोप से खेत सूख चुके हैं। सभी दाने-दाने को मोहताज है। ऐसे भीषण हालात में इस किसान को बस एक ही रास्ता नजर आया। उसने अपनी बेटी का सौदा मुंबई में कर दिया। हाथ में जब पैसा आया तो फसल खड़ी हो गई, लेकिन एक बार फिर सूखे की मार ने खेती को तबाह कर दिया। वह बताते हैं कि हमें सरकार ने दो एकड़ ज़मीन दी थी, पर वो खेती लायक नहीं है। खेती के लिए पैसे की जरूरत थी। हमारे सामने कोई चारा नहीं रह गया था। बेटी को मुंबई भेजने से जो पैसा आया उसे खेत में लगाया, पर फसल दुबारा खराब हो गई और हम कंगाल हो गए। सरकार कोई सुध नहीं ले रही है।
एक पीड़ित लड़की के मुताबिक, 'खेती के लिए पैसा चाहिए। इसलिए उसे बेच दिया गया। यह कहा गया कि अब मुश्किलें दूर हो जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।' वह अकेली महिला नहीं, जिसे तंगी ने जिस्म के धंधे में धकेला हो। पूरे इलाके में ऐसी कई अभागी महिलाएं मिलेंगी जो किसी की बेटी हैं तो किसी की पत्नी और सूखे के बाद पैदा हुए हालात से लड़ने के लिए जिस्मफरोशी के घिनौने बाजार में बिकने को मजबूर हो गईं।
रायलसीमा इलाके के किसान ही नहीं, खेतिहर मजदूरों के घरों में भी चूल्हे की आंच ठंड पड़ चुकी है। बेटियों-बहुओं को बिकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। नालामाडा में रहने वाली पांच महिलाएं दिल्ली के जिस्म के दलालों के हाथों से निकलकर वापस अपने घर पहुंची हैं, लेकिन लौटने के बाद यहां के हालात इनके लिए और बदतर हो चुके हैं।
दो महिलाएं एचआईवी का शिकार हो चुकी हैं तो बाकी गरीबी और भुखमरी में घुट-घुटकर जीने को मजबूर हैं। दिल्ली जाने के बाद मिला पैसा न तो इनके परिवार के हालात सुधार सका और न ही घर पर दोनों वक्त का खाना ही मयस्सर हो पाया। ऊपर से सरकारी अनदेखी इनकी तकलीफ को और बढ़ाती है। अब ये इतनी मायूस हो चुकी हैं कि वापस जिस्म के दलदल में उतरने के लिए सोच रही हैं। अनंतपुर के किसान रमेश नायक के मुताबिक, 'मैंने अपनी अंतिम बकरी भी बेच दी है ताकि परिवार के लिए चावल खरीद सकूं। आज से दस साल पहले से हालात बदलने लगे थे। सभी लोग मुसीबत हैं। हालात साल दर साल खराब होते जा रहे हैं।' अनंतपुर में लोग खुदकुशी के बारे में बहुत बातें करते हैं। एक निजी कंपनी में काम करने वाले शेख अनवर के मुताबिक, 'यह इस बात का सुबूत है कि अनंतपुर में सभी योजनाएं फेल हो चुकी हैं। यहां के किसानों और गरीब लोगों के सिर पर बहुत कर्ज है। सूखे ने उनकी कमर तोड़ दी है। कम बारिश से तो काम चलाया जा सकता है, लेकिन बिल्कुल बारिश न होना, हालात को बहुत गंभीर बना देता है। सामाजिक दबाव के चलते आत्महत्याएं हो रही हैं। एक बेटी की शादी करना भी पहाड़ जैसा लगता है। यहां परंपरा है कि बेटी की शादी में 50 से 100 परिवारों को भोजन कराया जाता है। लेकिन जब घर में परिवार के लिए ही अनाज काफी नहीं है तो बरात को कैसे खिलाया जाए।' अनंतपुर आंध्र प्रदेश के रायलसीमा इलाके के उन चार जिलों में है, जहां पिछले दस साल से सूखा पड़ रहा है। कुछ इलाके तो भयंकर सूखे की चपेट में हैं। इन इलाकों के लिए बनी सरकारी योजनाएं फाइलों की शोभा बढ़ा रही हैं। मगर जमीन पर इनका कोई वजूद नहीं दिखता। किसानों को कोई राहत नहीं है। यही वजह है कि गरीबी, बेबसी और लाचारी में जनजाति बहुल यह इलाका जिस्मफरोशी की मंडी बनता जा रहा है।
अनंतपुर में हर पांच में से तीन साल सूखा पड़ता है। पिछले साल यह देश का दूसरा सबसे कम बारिश वाला जिला था। 19 हजार में से 10 हजार हेक्टेयर जमीन का दारोमदार सिर्फ बारिश पर है। सूखे ने पिछले साल 50 किसानों को खुदकुशी के लिए मजबूर किया, जबकि 10 साल में यहां करीब 700 किसान खुदकुशी कर चुके हैं।
नागम्मा की कहानी
41 साल की सुगली नागम्मा का घर अनंतपुर जिले में है। उसके पति ने कुछ साल पहले सूखे की मार झेल न पाने की वजह से आत्महत्या कर ली थी। परिवार का पेट पालने के लिए नागम्मा और उसके तीन बच्चे मजदूर के रूप में काम करने को मजबूर हैं। उसकी एक बेटी शादी के लायक हो गई है। इसके चलते बच्चों की पढ़ाई भी छूट गई है। नागम्मा को चिंता इस बात की नहीं है कि वह अपने परिवार का पेट कैसे पालेगी, बल्कि उसकी चिंता इस बात को लेकर है कि वह अपने पति के कर्ज को कैसे चुकाएगी। उसे इस बात की भी फिक्र है कि वह अपनी बेटियों की शादी कैसे करेगी। नागम्मा के मुताबिक, जब मैं इन बातों को सोचती हूं तो मेरे सामने अंधेरा छा जाता है। मुझे मरने से सिर्फ यही बात रोकती है कि मेरे मरने के बाद मेरे बच्चे अकेले पड़ जाएंगे। अनंतपुर को सूखे और तंगहाली के भंवर से निकालने के लिए आंध्र प्रदेश सरकार ने 'प्रोजेक्ट अनंत' की शुरुआत की है। सरकार की कोशिश है कि इस प्रोजेक्ट के जरिए अनंतपुर जिले में हमेशा के लिए सूखा खत्म करने की कोशिश की जा रही है। जिला प्रशासन ने इस प्रोजेक्ट को अंतिम तौर पर लागू करने से पहले इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च के निदेशक के पास भेजा है। इसके अलावा जिले में इंदिरा जलप्रभा परियोजना के तहत 60,000 एकड़ खेतों में 6 हजार कुएं खोदे गए हैं। ये खेत अनुसूचित जाति और जनजातियों के हैं। अनंतपुर के जिलाधिकारी दुर्गादास के मुताबिक, 'हम इंदिरा जलप्रभा योजना के तहत 500 से ज्यादा कुएं खोद चुके हैं और 280 पंपसेट के लिए बिजली कनेक्शन दे चुके हैं।'
राज्य सरकार ने जिले में सूखे से निपटने के लिए इसी साल जनवरी में 'प्रोजेक्ट अनंत' की शुरुआत की है। लेकिन जमीन स्तर पर इसका बहुत ज्यादा असर नहीं दिख रहा है। किसान कंगाली की हालत में हैं। आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ को उतारने के लिए यहां के किसान अपने घर की महिलाओं को दलालों के हाथों बेच रहे हैं। ये लड़कियां दिल्ली और मुंबई के रेड लाइट एरिया में सप्लाई की जाती हैं।
एक पीड़ित लड़की के मुताबिक, 'खेती के लिए पैसा चाहिए। इसलिए उसे बेच दिया गया। यह कहा गया कि अब मुश्किलें दूर हो जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।' वह अकेली महिला नहीं, जिसे तंगी ने जिस्म के धंधे में धकेला हो। पूरे इलाके में ऐसी कई अभागी महिलाएं मिलेंगी जो किसी की बेटी हैं तो किसी की पत्नी और सूखे के बाद पैदा हुए हालात से लड़ने के लिए जिस्मफरोशी के घिनौने बाजार में बिकने को मजबूर हो गईं।
रायलसीमा इलाके के किसान ही नहीं, खेतिहर मजदूरों के घरों में भी चूल्हे की आंच ठंड पड़ चुकी है। बेटियों-बहुओं को बिकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। नालामाडा में रहने वाली पांच महिलाएं दिल्ली के जिस्म के दलालों के हाथों से निकलकर वापस अपने घर पहुंची हैं, लेकिन लौटने के बाद यहां के हालात इनके लिए और बदतर हो चुके हैं।
दो महिलाएं एचआईवी का शिकार हो चुकी हैं तो बाकी गरीबी और भुखमरी में घुट-घुटकर जीने को मजबूर हैं। दिल्ली जाने के बाद मिला पैसा न तो इनके परिवार के हालात सुधार सका और न ही घर पर दोनों वक्त का खाना ही मयस्सर हो पाया। ऊपर से सरकारी अनदेखी इनकी तकलीफ को और बढ़ाती है। अब ये इतनी मायूस हो चुकी हैं कि वापस जिस्म के दलदल में उतरने के लिए सोच रही हैं। अनंतपुर के किसान रमेश नायक के मुताबिक, 'मैंने अपनी अंतिम बकरी भी बेच दी है ताकि परिवार के लिए चावल खरीद सकूं। आज से दस साल पहले से हालात बदलने लगे थे। सभी लोग मुसीबत हैं। हालात साल दर साल खराब होते जा रहे हैं।' अनंतपुर में लोग खुदकुशी के बारे में बहुत बातें करते हैं। एक निजी कंपनी में काम करने वाले शेख अनवर के मुताबिक, 'यह इस बात का सुबूत है कि अनंतपुर में सभी योजनाएं फेल हो चुकी हैं। यहां के किसानों और गरीब लोगों के सिर पर बहुत कर्ज है। सूखे ने उनकी कमर तोड़ दी है। कम बारिश से तो काम चलाया जा सकता है, लेकिन बिल्कुल बारिश न होना, हालात को बहुत गंभीर बना देता है। सामाजिक दबाव के चलते आत्महत्याएं हो रही हैं। एक बेटी की शादी करना भी पहाड़ जैसा लगता है। यहां परंपरा है कि बेटी की शादी में 50 से 100 परिवारों को भोजन कराया जाता है। लेकिन जब घर में परिवार के लिए ही अनाज काफी नहीं है तो बरात को कैसे खिलाया जाए।' अनंतपुर आंध्र प्रदेश के रायलसीमा इलाके के उन चार जिलों में है, जहां पिछले दस साल से सूखा पड़ रहा है। कुछ इलाके तो भयंकर सूखे की चपेट में हैं। इन इलाकों के लिए बनी सरकारी योजनाएं फाइलों की शोभा बढ़ा रही हैं। मगर जमीन पर इनका कोई वजूद नहीं दिखता। किसानों को कोई राहत नहीं है। यही वजह है कि गरीबी, बेबसी और लाचारी में जनजाति बहुल यह इलाका जिस्मफरोशी की मंडी बनता जा रहा है।
अनंतपुर में हर पांच में से तीन साल सूखा पड़ता है। पिछले साल यह देश का दूसरा सबसे कम बारिश वाला जिला था। 19 हजार में से 10 हजार हेक्टेयर जमीन का दारोमदार सिर्फ बारिश पर है। सूखे ने पिछले साल 50 किसानों को खुदकुशी के लिए मजबूर किया, जबकि 10 साल में यहां करीब 700 किसान खुदकुशी कर चुके हैं।
नागम्मा की कहानी
41 साल की सुगली नागम्मा का घर अनंतपुर जिले में है। उसके पति ने कुछ साल पहले सूखे की मार झेल न पाने की वजह से आत्महत्या कर ली थी। परिवार का पेट पालने के लिए नागम्मा और उसके तीन बच्चे मजदूर के रूप में काम करने को मजबूर हैं। उसकी एक बेटी शादी के लायक हो गई है। इसके चलते बच्चों की पढ़ाई भी छूट गई है। नागम्मा को चिंता इस बात की नहीं है कि वह अपने परिवार का पेट कैसे पालेगी, बल्कि उसकी चिंता इस बात को लेकर है कि वह अपने पति के कर्ज को कैसे चुकाएगी। उसे इस बात की भी फिक्र है कि वह अपनी बेटियों की शादी कैसे करेगी। नागम्मा के मुताबिक, जब मैं इन बातों को सोचती हूं तो मेरे सामने अंधेरा छा जाता है। मुझे मरने से सिर्फ यही बात रोकती है कि मेरे मरने के बाद मेरे बच्चे अकेले पड़ जाएंगे। अनंतपुर को सूखे और तंगहाली के भंवर से निकालने के लिए आंध्र प्रदेश सरकार ने 'प्रोजेक्ट अनंत' की शुरुआत की है। सरकार की कोशिश है कि इस प्रोजेक्ट के जरिए अनंतपुर जिले में हमेशा के लिए सूखा खत्म करने की कोशिश की जा रही है। जिला प्रशासन ने इस प्रोजेक्ट को अंतिम तौर पर लागू करने से पहले इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च के निदेशक के पास भेजा है। इसके अलावा जिले में इंदिरा जलप्रभा परियोजना के तहत 60,000 एकड़ खेतों में 6 हजार कुएं खोदे गए हैं। ये खेत अनुसूचित जाति और जनजातियों के हैं। अनंतपुर के जिलाधिकारी दुर्गादास के मुताबिक, 'हम इंदिरा जलप्रभा योजना के तहत 500 से ज्यादा कुएं खोद चुके हैं और 280 पंपसेट के लिए बिजली कनेक्शन दे चुके हैं।'
मायड़ भाषा दिवस पर बाड़मेर जिले में धरने प्रदर्शन और रेलियो का आयोजन
मायड़ भाषा दिवस पर बाड़मेर जिले में धरने प्रदर्शन और रेलियो का आयोजन
राजस्थानी अपना भाषाई अधिकार लेकर रहेंगे ..अर्जुनदान देथा
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर और घटक संगठनो की ओर से मायड़ भाषा दिवसपर राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूचि में शामिल करने की मांग को जिला मुख्यालय सहित सभी तहसीलों पर धरने और रेलियो का आयोजन कर प्रधानमंत्री ,गृहमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपे गए .संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की बाड़मेर जिला मुख्यालय पर राजस्थानी रो हेल्लो जनजागरण रेली का आयोजन गुरूवार प्रातः दस बजे गांधी चौक से कलेक्ट्रेट तक किया गया ,जनजागरण रेली को राजस्थानी भाषा के विद्वान सांग सिंह लुणु ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया ,इस दौरान सेकड़ो छात्रो और राजस्थानी भाषा प्रेमियों ने राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता देने की आवाज़ बुलंद की वही आम जन को राजस्थानी भाषा का महत्त्व का सन्देश दिया ,समिति द्वारा राजस्थानी भाषा को मान्यता देने को लेकर एक दिवसीय धरना कलेक्ट्रेट परिसर के सामने दिया गया ,धरने में सेकड़ो राजस्थानी भाषा प्रेमियों ने शिरकत कर राजस्थानी भाषा के प्रति अपना समर्थन दिया ,इस अवसर पर समिति के प्रदेश प्रभारी अर्जुन दान देथा ,डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी ,जिला संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ,जिला पाटवी रिड़मल सिंह दांता ,महेश दादनी ,बालोतरा पाटवी भीखदान चारण ,सुलतान सिंह रेडाना ,अशोक दरजी ,मोटियार परिषद् के पाटवी हिन्दू सिंह तामलोर ,माधो सिंह दांता ,महासचिव प्रकाश माली ,विजय कुमार ,राजस्थानी भाषा छात्र परिषद् संयोजक भोम सिंह बलाई ,पूर सिंह राठोड ,छुग सिंह राठोड ,अब्दुल रहमान जायडू ,कबूल खान ,मनीष गोदारा ,जीतेन्द्र फुलवारिया ,अशोक सिंह राजपुरोहित ,अध्यक्ष अशोक सारला ,मोटियार परिषद् नगर अध्यक्ष रमेश सिंह इन्दा ,दिग्विजय सिंह चुली ,दिनेश विश्नोई सहित समिति के कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे ,धरनास्थल पर संबोधित करते हुए अर्जुनदान देथा ने कहा की करोड़ों राजस्थानियों की मातृभाषा राजस्थानी को संविधान की आठवीं अनुसूचि में जोड़ा जाये। उन्होंने ने कहा की हम विश्व की सभी भाषाओं की कद्र करते है तथा चाहते है कि 6 से 14 वर्ष के बच्चों को अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार हो।
मगर बड़े दुख की बात है कि राजस्थान के करोड़ों लोगों की मातृभाषा को मान्यता ही नहीं है। इस कारण राजस्थानियों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भी अंकुश लगा है तथा जुबान पर ताला लगा हुआ है। यहां के बच्चे अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हैंं। सांग सिंह लुणु ने कहा कि भारत सरकार को सभी सूबों की मातृभाषा का सम्मान करना चाहिए। भाषा के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। भारत में सूबों का गठन भाषा के आधार पर ही हुआ था और राजस्थान इससे अछूता नहीं है। राजस्थान का गठन यहां की राजस्थानी भाषा के आधार पर हुआ था तो राजस्थानी को मान्यता दे देने में सरकार को क्या अड़चन आ रही है? संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने इस अवसर पर कहा जी देश के लगभग सभी राज्यों की 22 भाषाओं को आठवीं अनुसूचि में शामिल किया गया है और अधिकांश राज्यों के बच्चे अपनी मातृभाषा में प्राथमिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, मगर राजस्थान के बच्चे कितने अभागे हैं कि वे अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते जबकि 'अनिवार्य एवं नि:शुल्क शिक्षा का अधिकारÓ इस पर बल देता है।
सरकार को भी त्वरित कदम उठाकर राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूचि में शामिल कर राजस्थान के बच्चों को भी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार देना चाहिए। इस अवसर पर जिला पाटवी रिड़मल सिंह दांता ने कहा की राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए बजट सत्र में स्थानीय सांसदों को पुरजोर प्रयास करने चाहिए ,उन्होंने कहा की संसद में राजस्थानी और भोजपुरी भाषा को आठवी अनुसूची में शामिल करने के सकारात्मक प्रयास चल रहे हें ,इस अवसर पर विजय कुमार ने कहा की राजस्थानी भाषा को मान्यता इसी शीतकालीन सत्र में नहीं दी गई तो राजस्थानी अपने भाषाई अधिकार के लिए अपनी शक्ति का इस्तेमाल करेंगे .इस अवसर पर रमेश सिंह इन्दा ने कहा की संसद के शीतकालीन सत्र में राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए दबाव बनाया जाएगा ,इस अवसर पर दिग्विजय सिंह चुली ने कहा की शीतकालीन सत्र जब तक चलेगा तब तक मान्यता की मांग को लेकर हज़ारो पोस्टकार्ड नियमित रूप से आम जन लिखेंगे ,इस अवसर पर अशोक सारला ने भी अपनी बात कही ,,समिति के कार्यकर्ताओ ने उन्नीस सूत्रीय ज्ञापन सांग सिंह लुनु के नेतृत्व में जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू को सुपुर्द किया .
सभी तहसीलों में राजस्थानी भाषा की मान्यता की मांग को लेकर दिए ज्ञापन
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर और घटक संगठनो की ओर से मायड़ भाषा दिवस पर जिले की सभी तहसील मुख्यालयों पर धरना देकर उप खंड अधिकारियो को ज्ञापन सौंपे गए .संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की मायड़ भाषा दिवस पर शिव उप खंड मुख्यालय पर ब्लोक अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह भियांड के नेतृत्व में ,बायतु में महावीर जीनगर ,सिवाना में जीतेन्द्र जांगिड ,सिनधरी में कल्याण सिंह दाखां ,बालोतरा में भगाराम पंवार ,तन सिंह जुगतावत और राजेन्द्र सिंह कंवरली गुडा में बाबूलाल मांजू के नेतृत्व में ज्ञापन सौंप राजस्थानी को मान्यता देने की मांग की .
सभी तहसीलों में राजस्थानी भाषा की मान्यता की मांग को लेकर दिए ज्ञापन
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर और घटक संगठनो की ओर से मायड़ भाषा दिवस पर जिले की सभी तहसील मुख्यालयों पर धरना देकर उप खंड अधिकारियो को ज्ञापन सौंपे गए .संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की मायड़ भाषा दिवस पर शिव उप खंड मुख्यालय पर ब्लोक अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह भियांड के नेतृत्व में ,बायतु में महावीर जीनगर ,सिवाना में जीतेन्द्र जांगिड ,सिनधरी में कल्याण सिंह दाखां ,बालोतरा में भगाराम पंवार ,तन सिंह जुगतावत और राजेन्द्र सिंह कंवरली गुडा में बाबूलाल मांजू के नेतृत्व में ज्ञापन सौंप राजस्थानी को मान्यता देने की मांग की .
विधानसभा की कार्रवाई कल तक स्थगित
विधानसभा की कार्रवाई कल तक स्थगित
जयपुर। राजस्थान विधानसभा के गुरूवार से शुरू बजट सत्र की कार्यवाही राज्यपाल के अभिभाषण की प्रति सदन की मेज पर रखने,विधेयक और अध्यादेश सदन के पटल पर रखने और दिवंगत नेताओं को शोकाभिव्यकित के बाद शुक्रवार ग्यारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इससे पहले विशेषाधिकारी ने राज्यपाल के अभिभाषण की प्रतिसदन की मेज पर रखी और विधानसभा के गत सत्र में पारित उन विधेयकों का विवरण सदन की मेज पर रखा जिन पर राष्ट्रपति व राज्यपाल की अनुमति प्राप्त हो चुकी है।
उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. दयाराम परमार ने सात अध्यादेश सदन की मेज पर रखे। विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने पूर्व प्रधानमंत्री इन्द्रकुमार गुजराल,राजस्थान के पूर्व कार्यवाहक राज्यपाल कैलाशपति मिश्र,पुaुचेरी के पूर्व मुख्यमंत्री पंचनाथम षणमुगम,उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री नित्यानन्द स्वामी, राजस्थान विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष रामनारायण चौधरी,पूर्व विधायक बंशीलाल पटवा,पूर्व विधायक रामगोपाल सिसोदिया,पूर्व विधायक राधेश्याम बंशीवाल ,पूर्व विधायक गोकुलचन्द शमा,पूर्व विधायक नाथूराम,पूर्व विधायक मूलचन्द कटेवा तथा पूर्व विधायक हनुमान सिंह चौधरी के निधन एवं इलाहाबाद महाकुम्भ के अवसर पर रेलवे स्टेशन पर मची भगदड में दिवंगत हुए श्रद्धालुओं के प्रति शोक प्रकट किया।
सदन में सभी सदस्यों ने दो मिनट खडे होकर दिवंगतों को मौन श््रद्धांजलि अर्पित की। शोकाभिव्यकित के बाद श््री शेखावत ने विधानसभा की कार्यवाहीशुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
जयपुर। राजस्थान विधानसभा के गुरूवार से शुरू बजट सत्र की कार्यवाही राज्यपाल के अभिभाषण की प्रति सदन की मेज पर रखने,विधेयक और अध्यादेश सदन के पटल पर रखने और दिवंगत नेताओं को शोकाभिव्यकित के बाद शुक्रवार ग्यारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इससे पहले विशेषाधिकारी ने राज्यपाल के अभिभाषण की प्रतिसदन की मेज पर रखी और विधानसभा के गत सत्र में पारित उन विधेयकों का विवरण सदन की मेज पर रखा जिन पर राष्ट्रपति व राज्यपाल की अनुमति प्राप्त हो चुकी है।
उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. दयाराम परमार ने सात अध्यादेश सदन की मेज पर रखे। विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने पूर्व प्रधानमंत्री इन्द्रकुमार गुजराल,राजस्थान के पूर्व कार्यवाहक राज्यपाल कैलाशपति मिश्र,पुaुचेरी के पूर्व मुख्यमंत्री पंचनाथम षणमुगम,उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री नित्यानन्द स्वामी, राजस्थान विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष रामनारायण चौधरी,पूर्व विधायक बंशीलाल पटवा,पूर्व विधायक रामगोपाल सिसोदिया,पूर्व विधायक राधेश्याम बंशीवाल ,पूर्व विधायक गोकुलचन्द शमा,पूर्व विधायक नाथूराम,पूर्व विधायक मूलचन्द कटेवा तथा पूर्व विधायक हनुमान सिंह चौधरी के निधन एवं इलाहाबाद महाकुम्भ के अवसर पर रेलवे स्टेशन पर मची भगदड में दिवंगत हुए श्रद्धालुओं के प्रति शोक प्रकट किया।
सदन में सभी सदस्यों ने दो मिनट खडे होकर दिवंगतों को मौन श््रद्धांजलि अर्पित की। शोकाभिव्यकित के बाद श््री शेखावत ने विधानसभा की कार्यवाहीशुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
राष्ट्रपति ,प्रधानमंत्री , सहित कई दिग्गज जैसलमेर शुक्रवार को
राष्ट्रपति ,प्रधानमंत्री , सहित कई दिग्गज जैसलमेर शुक्रवार को
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी शुक्रवार को जैसलमेर दौरे पर
जैसलमेर, 21 फरवरी/माननीय राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी 22 फरवरी शुक्रवार को जैसलमेर का दौरा करेंगे।
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बताया कि माननीय राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी शुक्रवार को दोपहर 1.05 बजे राष्ट्रपति भवन से प्रस्थान कर दोपहर 1.25 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचेंगे जहाँ से भारतीय वायु सेना के विमान से दोपहर बाद डेढ़ बजे प्रस्थान कर 3.10 बजे जैसलमेर एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
जिला कलक्टर ने बताया कि माननीय राष्ट्रपति अपराह्न 3.20 बजे जैसलमेर एयरपोर्ट से हैलिकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर अपराह्न 4 बजे पोकरण रेंज हैलीपेड़ पहुंचेंगे। इसके बाद वे 4.05 बजे हैलीपेड़ से रवाना होकर कार्यक्रम स्थल पहुंचेंगे जहाँ भारतीय वायु सेना के आयरन फिस्ट-2013 में हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम समाप्ति के उपरान्त माननीय राष्ट्रपति रात्रि 7.40बजे सड़क मार्ग द्वारा प्रस्थान कर 8.45 बजे जैसलमेर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। इसके बाद वे रात्रि 8.50 बजे भारतीय वायु सेना के विमान से जैसलमेर से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।
---000--
प्रधानमंत्री श्री मनमोहनसिंह शुक्रवार को जैसलमेर दौरे पर
जैसलमेर, 21 फरवरी/प्रधानमंत्री श्री मनमोहनसिंह 22 फरवरी, शुक्रवार को एक दिवसीय यात्रा पर जैसलमेर आएंगे।
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री मनमोहनसिंह शुक्रवार को मध्याह्न 1.20 बजे भारतीय वायु सेना के विमान से दिल्ली से प्रस्थान कर दोपहर 3 बजे जैसलमेर एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
प्रधानमंत्री जैसलमेर एयरपोर्ट से हैलिकॉप्टर द्वारा दोपहर 3.05 बजे प्रस्थान कर अपराह्न 3.45 बजे पोकरण रेंज हैलीपेड़ पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री वहाँ से 3.50 बजे सड़क मार्ग से3.55 बजे कार्यक्रम स्थल पहुंचेंगे। वहाँ वे अपराह्न 4 बजे से सायं 7.45 बजे तक भारतीय वायु सेना के आयरन फिस्ट 2013 के प्रदर्शन का अवलोकन करेंगें।
प्रधानमंत्री शुक्रवार रात 7.55 बजे कार्यक्रम स्थल से प्रस्थान कर सड़क मार्ग द्वारा रात्रि नौ बजे जैसलमेर एयरपोर्ट पहुंचेंगे तथा वहाँ से रात्रि 9.10 बजे भारतीय वायु सेना के विमान से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।
---000---
महामहिम राज्यपाल शुक्रवार से जैसलमेर के चार दिवसीय दौरे पर
जैसलमेर, 21 फरवरी/राजस्थान की महामहिम राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा चार दिवसीय यात्रा पर 22 फरवरी शुक्रवार को जैसलमेर आएंगी।
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बताया कि राज्यपाल श्रीमती मार्गेट आल्वा 22 फरवरी शुक्रवार को प्रातः 11 बजे जैसलमेर रेल्वे स्टेशन आएंगी। वहां से 11.10 पर रवाना होकर प्रातः 11.30 बजे जैसलमेर सर्किट हाउस पहुंचेंगी। सर्किट हाउस में विश्राम के बाद वे दोपहर 2.40 बजे एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करेेंगी व तीन बजे एयरपोर्ट पहुंचेंगीं।
महामहिम राज्यपाल जैसलमेर एयरपोर्ट पर माननीय राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी की अगवानी करेंगी। इसके उपरान्त 3.20 बजे एयरपोर्ट से माननीय राष्ट्रपति के साथ ही हैलिकॉप्टर से पोकरण रेंज के लिए रवाना होंगी तथा अपराह्न 4 बजे पोकरण रेंज पहुंचेंगी। श्रीमती आल्वा वहाँ से शाम 7.50 बजे पोकरण रेंज से रवाना होकर सड़क मार्ग से जैसलमेर एयरपोर्ट पहुंचेंंगी तथा माननीय राष्ट्रपति को जैसलमेर से विदाई देंगी। महामहिम राज्यपाल रात नौ बजे सर्किट पहुंचकर रात्रि विश्राम करेंगी। वे 23 से 25 फरवरी तक जैसलमेर में ही रहेंगी तथा विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के साथ ही पर्यटन स्थलों व नहरी क्षेत्रों का अवलोकन करेंगी।
---000--
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत शुक्रवार को जैसलमेर यात्रा पर
जैसलमेर, 21 फरवरी/मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत 22 फरवरी शुक्रवार को जैसलमेर का दौरा करेंगे।
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री गहलोत शुक्रवार को प्रातः 10.30 बजे स्टेट प्लेन द्वारा जयपुर से प्रस्थान कर मध्याह्न 12 बजे जैसलमेर पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री का मध्याह्न 12 बजे से दोपहर बाद तीन बजे तक जैसलमेर में समय आरक्षित रहेगा।
जिला कलक्टर ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री गहलोत शुक्रवार को अपराह्न 3.20 बजे जैसलमेर से हैलिकॉप्टर से प्रस्थान कर अपराह्न 4 बजे चांधन पहुंचेंगे तथा भारतीय वायु सेना के आयरन फिस्ट 2013 के प्रदर्शन कार्यक्रम में शरीक होंगे। मुख्यमंत्री रात 7.40 बजे चांधन से सड़क मार्ग द्वारा प्रस्थान कर रात्रि 8.45 बजे जैसलमेर पहुंचेंगे तथा रात्रि 9.15 बजे जैसलमेर से स्टेट प्लेन द्वारा जयपुर के लिए प्रस्थान करेेंगे।
---000---
केन्द्रीय रक्षा मंत्री एंटोनी शुक्रवार को जैसलमेर दौरे पर
जैसलमेर, 22 फरवरी/केन्द्रीय रक्षा मंत्री ए.के. एंटोनी 22 फरवरी शुक्रवार को जैसलमेर जिले का दौरा करेंगे।
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बताया कि केन्द्रीय रक्षा मंत्री एंटोनी शुक्रवार को भारतीय वायु सेना के विमान द्वारा अपराह्न 3.05 बजे जैसलमेर एयरपोर्ट पहुंचेंंगे। वहां से3.15 बजे हैलिकॉप्टर से रवाना होकर 3.55 बजे पोकरण रेंज पहुंचेंगे तथा वायु सेना के ‘आयरन फिस्ट 2013’ का दृश्यावलोकन करेंगे। इसके बाद एंटोनी रात 8.15 बजे पोकरण रेंज से रवाना होकर जैसलमेर एयरपोर्ट पहुंचेंगे एवं वहां से भारतीय वायु सेना के विमान द्वारा रात्रि 9.05 बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।
4 छात्राओं से रेप का प्रयास,फादर अरेस्ट
4 छात्राओं से रेप का प्रयास,फादर अरेस्ट
रायपुर। छत्तीगढ़ के कांकेर जिले के झलियामारी कन्या आश्रम के जख्म अभी भरे भी नहीं थे कि स्कूली छात्राओं के शोषण के एक और मामले ने प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दरिमा थाना अंतर्गत ग्राम कल्याणपुर में संचालित एक मिशन स्कूल के फादर द्वारा छात्राओं से छेड़छाड़ व यौन शोषण की कोशिश का मामला सामने आया है। स्कूल की चार छात्राओं के साथ दुष्कर्म के प्रयास की बात सामने आई है।
पुलिस ने बताया कि ग्राम कल्याणपुर में मिशन स्कूल संचालित है। स्कूल में हास्टल भी है। कुछ बच्चे घर से भी आते-जाते हैं। करीब चार दिन पूर्व ग्राम कल्याणपुर की कक्षा दो की एक छात्रा ने अपनी मां को जो बताया उससे उनका कलेजा हिल गया। बेटी ने बताया कि स्कूल में शिक्षक विसेंट टोप्पो उन्हें लंच के समय में चॉकलेट देकर अपने कमरे में ले जाता है और उसके बाद गलत काम किया जाता है। छात्रा की मां ने यह बात गांव की अन्य महिलाओं को बताई, जिनकी बच्चियां मिशन स्कूल में पढ़ती हैं।
पूछताछ पर पता चला कि गांव की अन्य तीन बच्चियों के साथ भी फादर द्वारा दुष्कर्म किया गया है। इसके बाद चारों बच्चियों के माता-पिता बुधवार को रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंचे। परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने फादर विसेंट टोप्पो के खिलाफ धारा 354 के तहत मामला दर्ज कर लिया। मेडिकल परीक्षण में छात्राओं के साथ अप्राकृतिक कृत्य होना पाया गया। पुलिस ने आरोपी फादर को हिरासत में ले लिया है। पीडित सभी बच्चियों की उम्र पांच से सात वर्ष के बीच बताई गई है। सभी कक्षा पहली एवं दूसरी में पढ़ती हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी फादर विसेंट टोप्पो उम्र 35 वर्ष झारखंड के सिमडेगा का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार फादर लंच के समय किसी एक छात्रा को अपने साथ कमरे में ले जाता था। कमरे में पहले उन्हें चाकलेट, बिस्किट, मिठाई अन्य चीजें खाने के लिए देता था। इसके बाद उनके साथ गलत काम की कोशिश करता था।
गंभीर व संवेदनशील मामला
मामला बहुत गंभीर एवं संवदेनशील है। इस कारण छात्राओं को निगरानी में सुरक्षित रखा गया है। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मामले से जुड़े हर बिंदु की गहराई से जांच कर रहे हैं। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। आर.प्रसन्नाकलक्टर, सरगुजा
मामले से जुड़े हर बिंदु की जांच की जा रही है। इस जांच के लिए एक टीम भी बनाई गई है। जांच पूरी होने पर आरोपी और उससे जुड़े प्रत्येक व्यक्ति पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ए.आर. बैरागी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने की जानकारी प्राप्त हुई है। जहां तक शिक्षा विभाग का मामला है, तो जांच के बाद स्कूल की मान्यता के सम्बंध में कार्रवाई की जाएगी। संजय गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी
रायपुर। छत्तीगढ़ के कांकेर जिले के झलियामारी कन्या आश्रम के जख्म अभी भरे भी नहीं थे कि स्कूली छात्राओं के शोषण के एक और मामले ने प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दरिमा थाना अंतर्गत ग्राम कल्याणपुर में संचालित एक मिशन स्कूल के फादर द्वारा छात्राओं से छेड़छाड़ व यौन शोषण की कोशिश का मामला सामने आया है। स्कूल की चार छात्राओं के साथ दुष्कर्म के प्रयास की बात सामने आई है।
पुलिस ने बताया कि ग्राम कल्याणपुर में मिशन स्कूल संचालित है। स्कूल में हास्टल भी है। कुछ बच्चे घर से भी आते-जाते हैं। करीब चार दिन पूर्व ग्राम कल्याणपुर की कक्षा दो की एक छात्रा ने अपनी मां को जो बताया उससे उनका कलेजा हिल गया। बेटी ने बताया कि स्कूल में शिक्षक विसेंट टोप्पो उन्हें लंच के समय में चॉकलेट देकर अपने कमरे में ले जाता है और उसके बाद गलत काम किया जाता है। छात्रा की मां ने यह बात गांव की अन्य महिलाओं को बताई, जिनकी बच्चियां मिशन स्कूल में पढ़ती हैं।
पूछताछ पर पता चला कि गांव की अन्य तीन बच्चियों के साथ भी फादर द्वारा दुष्कर्म किया गया है। इसके बाद चारों बच्चियों के माता-पिता बुधवार को रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंचे। परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने फादर विसेंट टोप्पो के खिलाफ धारा 354 के तहत मामला दर्ज कर लिया। मेडिकल परीक्षण में छात्राओं के साथ अप्राकृतिक कृत्य होना पाया गया। पुलिस ने आरोपी फादर को हिरासत में ले लिया है। पीडित सभी बच्चियों की उम्र पांच से सात वर्ष के बीच बताई गई है। सभी कक्षा पहली एवं दूसरी में पढ़ती हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी फादर विसेंट टोप्पो उम्र 35 वर्ष झारखंड के सिमडेगा का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार फादर लंच के समय किसी एक छात्रा को अपने साथ कमरे में ले जाता था। कमरे में पहले उन्हें चाकलेट, बिस्किट, मिठाई अन्य चीजें खाने के लिए देता था। इसके बाद उनके साथ गलत काम की कोशिश करता था।
गंभीर व संवेदनशील मामला
मामला बहुत गंभीर एवं संवदेनशील है। इस कारण छात्राओं को निगरानी में सुरक्षित रखा गया है। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मामले से जुड़े हर बिंदु की गहराई से जांच कर रहे हैं। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। आर.प्रसन्नाकलक्टर, सरगुजा
मामले से जुड़े हर बिंदु की जांच की जा रही है। इस जांच के लिए एक टीम भी बनाई गई है। जांच पूरी होने पर आरोपी और उससे जुड़े प्रत्येक व्यक्ति पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ए.आर. बैरागी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने की जानकारी प्राप्त हुई है। जहां तक शिक्षा विभाग का मामला है, तो जांच के बाद स्कूल की मान्यता के सम्बंध में कार्रवाई की जाएगी। संजय गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी
अमरीका में जन्मे दो जोड़ी जुड़वां बच्चे
अमरीका में जन्मे दो जोड़ी जुड़वां बच्चे
टेक्सास। अमेरिका के टेक्सास प्रांत में एक 36 वर्षीय महिला ने दो जोड़ी जुडवां बच्चों को जन्म दिया है जो "आइडेंटिकल" हैं।
डाक्टरों के मुताबिक सात करोड़ मामलों में से एक में ऎसा होता है। टेक्सास के ह्यूस्टन में ट्रेसा मोंतालवो ने गत 14 फरवरी को बडे आरपरेशन के बाद जुड़वां बच्चों की इस जोड़ी को जन्म दिया था। ये चारों लड़के हैं और पूरी तरह स्वस्थ है। ट्रेसा और उनके पति मैनुअल इस खुशखबरी से हतप्रभ हैं। हालांकि उन्हें इस बात का मलाल है कि इनमें से कोई बेटी नहीं है।
ट्रेसा ने कहा कि मैं अपनी दो साल के बेटे मेम्फिस के लिए एक भाई या बहन चाहती थी लेकिन जब मुझे 10 सप्ताह का गर्भ था तो मैं डाक्टर के यहां चेकअप के लिए गई जहां मुझे पता चला कि ये जुड़वा बच्चे हैं। इसके बाद जब मैं कुछ सप्ताह बाद वहां फिर गई तो डाक्टर ने कहा कि उन्हें तीसरी धड़कन सुनाई दे रही है। हम पूरी तरह चौंक गए। तब हमें पता चला कि हमें दो जोड़ी जुडवां बच्चे होने वाले हैं। डाक्टरों ने बताया कि जुड़वां बच्चों की दोनों जोडियों में अलग-अलग प्लेसेंटा है।
ट्रेसा ने पहले एक जोड़ी जुड़वां बच्चों क ो जन्म दिया और उसके चंद मिनट बाद जुड़वां बच्चों की दूसरी जोड़ी का जन्म हुआ। ट्रेसा और मैनुअल ने अपने बच्चों के नाम अंगे्रजी वर्णमाला के पहले चार अक्षरों पर एस,ब्लेन, कैश और डायलन रखा है। मैनुअल ने कहा कि हम एक बच्चे की आशा कर रहे हैं लेकिन हमें चार बच्चे हुए। हम बेहद खुश हैं लेकिन हमें बेटी न होने का गम भी है। हम दोनों एक लड़की चाहते थे।
टेक्सास। अमेरिका के टेक्सास प्रांत में एक 36 वर्षीय महिला ने दो जोड़ी जुडवां बच्चों को जन्म दिया है जो "आइडेंटिकल" हैं।
डाक्टरों के मुताबिक सात करोड़ मामलों में से एक में ऎसा होता है। टेक्सास के ह्यूस्टन में ट्रेसा मोंतालवो ने गत 14 फरवरी को बडे आरपरेशन के बाद जुड़वां बच्चों की इस जोड़ी को जन्म दिया था। ये चारों लड़के हैं और पूरी तरह स्वस्थ है। ट्रेसा और उनके पति मैनुअल इस खुशखबरी से हतप्रभ हैं। हालांकि उन्हें इस बात का मलाल है कि इनमें से कोई बेटी नहीं है।
ट्रेसा ने कहा कि मैं अपनी दो साल के बेटे मेम्फिस के लिए एक भाई या बहन चाहती थी लेकिन जब मुझे 10 सप्ताह का गर्भ था तो मैं डाक्टर के यहां चेकअप के लिए गई जहां मुझे पता चला कि ये जुड़वा बच्चे हैं। इसके बाद जब मैं कुछ सप्ताह बाद वहां फिर गई तो डाक्टर ने कहा कि उन्हें तीसरी धड़कन सुनाई दे रही है। हम पूरी तरह चौंक गए। तब हमें पता चला कि हमें दो जोड़ी जुडवां बच्चे होने वाले हैं। डाक्टरों ने बताया कि जुड़वां बच्चों की दोनों जोडियों में अलग-अलग प्लेसेंटा है।
ट्रेसा ने पहले एक जोड़ी जुड़वां बच्चों क ो जन्म दिया और उसके चंद मिनट बाद जुड़वां बच्चों की दूसरी जोड़ी का जन्म हुआ। ट्रेसा और मैनुअल ने अपने बच्चों के नाम अंगे्रजी वर्णमाला के पहले चार अक्षरों पर एस,ब्लेन, कैश और डायलन रखा है। मैनुअल ने कहा कि हम एक बच्चे की आशा कर रहे हैं लेकिन हमें चार बच्चे हुए। हम बेहद खुश हैं लेकिन हमें बेटी न होने का गम भी है। हम दोनों एक लड़की चाहते थे।
चेयरमैन की करतूत: छात्रा को दिया एक करोड़ का ऑफर, पैर छूकर माफी भी मांगी!
अजमेर.भगवंत यूनिवर्सिटी की छात्रा से दुराचार का प्रयास करने और धमकाने के मामले में आरोपी यूनिवर्सिटी के चेयरमैन अनिल सिंह बुधवार को कोर्ट के आदेश पर पंद्रह दिनों तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
इधर, पीड़िता इंजीनियरिंग छात्रा ने प्रेस वार्ता आयोजित कर आरोपी अनिल सिंह, होस्टल वार्डन वसुधा और यूनिवर्सिटी के एक लेक्चरर आशीष कुलश्रेष्ठ पर मामला रफा -दफा करने का दबाव बनाने और 1 करोड़ रुपए की पेशकश करने का आरोप लगाया। पीड़िता ने आईजी को शिकायत कर आरोपियों से जान को खतरा होना बताया है।पुलिस के मुताबिक आरोपी अनिल सिंह को कोर्ट के आदेश पर आगामी 5 मार्च तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। यूनिवर्सिटी कैंपस से आरोपी का सेलफोन और दिल्ली से यहां आने-जाने के रेलवे टिकिट बरामद किए गए। उल्लेखनीय है कि आरोपी अनिल सिंह ने दो दिनों पूर्व एडीजे (संख्या-5) महेंद्र सिंह के समक्ष समर्पण कर दिया था। बाद में उसे कार्यवाहक न्यायिक मजिस्ट्रेट (संख्या-3) की अदालत में पेश कर एक दिन के रिमांड पर क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस को सौंप दिया गया था।आरोपी करीब करीब ढाई महीने से फरार था। जबकि सह अभियुक्त हॉस्टल वार्डन वसुधा देवराज को गिरफ्तारी के बाद जमानत पर रिहाई मिल चुकी है। क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इधर, पीड़िता इंजीनियरिंग छात्रा ने प्रेस वार्ता आयोजित कर आरोपी अनिल सिंह, होस्टल वार्डन वसुधा और यूनिवर्सिटी के एक लेक्चरर आशीष कुलश्रेष्ठ पर मामला रफा -दफा करने का दबाव बनाने और 1 करोड़ रुपए की पेशकश करने का आरोप लगाया। पीड़िता ने आईजी को शिकायत कर आरोपियों से जान को खतरा होना बताया है।पुलिस के मुताबिक आरोपी अनिल सिंह को कोर्ट के आदेश पर आगामी 5 मार्च तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। यूनिवर्सिटी कैंपस से आरोपी का सेलफोन और दिल्ली से यहां आने-जाने के रेलवे टिकिट बरामद किए गए। उल्लेखनीय है कि आरोपी अनिल सिंह ने दो दिनों पूर्व एडीजे (संख्या-5) महेंद्र सिंह के समक्ष समर्पण कर दिया था। बाद में उसे कार्यवाहक न्यायिक मजिस्ट्रेट (संख्या-3) की अदालत में पेश कर एक दिन के रिमांड पर क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस को सौंप दिया गया था।आरोपी करीब करीब ढाई महीने से फरार था। जबकि सह अभियुक्त हॉस्टल वार्डन वसुधा देवराज को गिरफ्तारी के बाद जमानत पर रिहाई मिल चुकी है। क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अनिल ने मांगी पैर छूकर माफी!
पीड़िता ने आरोपी अनिल सिंह और वसुधा पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए शिकायत आईजी (अजमेर रेंज) अनिल पालीवाल से की है। शिकायती पत्र में पीड़िता ने बताया कि वह परीक्षा के बाद हैदराबाद अपने घर चली गई थी। 7 फरवरी को आशीष कुलश्रेष्ठ नाम का एक व्यक्ति खुद को एचओडी बताकर घर पहुंचा। उसने परिवार के लोगों के सामने एक करोड़ रुपए देने की पेशकश कर मामला रफा दफा करने के लिए कहा।
पीड़िता ने आरोपी अनिल सिंह और वसुधा पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए शिकायत आईजी (अजमेर रेंज) अनिल पालीवाल से की है। शिकायती पत्र में पीड़िता ने बताया कि वह परीक्षा के बाद हैदराबाद अपने घर चली गई थी। 7 फरवरी को आशीष कुलश्रेष्ठ नाम का एक व्यक्ति खुद को एचओडी बताकर घर पहुंचा। उसने परिवार के लोगों के सामने एक करोड़ रुपए देने की पेशकश कर मामला रफा दफा करने के लिए कहा।
बुधवार, 20 फ़रवरी 2013
भारत पाकिस्तान के बीच मासिक फ्लेग बैठक खोखरापार में संपन
भारत पाकिस्तान के बीच मासिक फ्लेग बैठक खोखरापार में संपन
खोखरापार कांफ्रेंस हॉल में आयोजित इस संयुक्त बैठक की शुरूआत में पाकिस्तानी दल ने भारतीय दल का स्वागत किया। पाक दल का नेतृत्व पाक रेंजर्स के कमांडर मुहम्मद सिद्दीक ने किया। बैठक में सीमा संबंधी मामलों पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में भारत की ओर से सीमा के निकट पाक नागरिकों की ओर से मवेशी चराने की आड़ में तस्करी व अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन करने की संभावना पर कड़ी आपत्ति की गई। वहीं पाक रेंजर्स ने बीएसएफ की ओर से लगाई गई फ्लड लाइट्स की रोशनी के पाकिस्तान की जमीन पर पडऩे का मुद्दा उठाया गया। दोनों ही देश के प्रतिनिधियों ने सीमा पर शांति व सौहाद्र्र स्थापित कर सीमा रक्षक बलों के बीच आपसी विश्वास को बढ़ाने के लिए अपनी सहमति जताई। बैठक के अंत में बीएसएफ व पाक रेंजर्स की ओर से प्रमुख निर्णयों की प्रतिलिपियों पर हस्ताक्षर कर एक-दूसरे को सुपुर्द किए गए। पाक दल का नेतृत्व कर रहेकमांडर मुहम्मद सिद्दीक ने बैठक को सफल बताते हुए धन्यवाद दिया। बैठक में भारत की ओर सेकमान्डेंट आई के मेहता के अलावा एल के लाल ,माँगा कछप उप निरीक्षक और आर के डगर अतिरिक्त कमांडर ने भाग लिया .
अल्पसख्यक विरोधी सरकार को उखाड़ फैकने का आहवान
अल्पसख्यक विरोधी सरकार को उखाड़ फैकने का आहवान
सैकड़ो अल्पसंख्यको ने थामा भाजपा का साथ।
अल्पसंख्यक जागों यात्रा पहुंची धोरीमन्ना।
बाड़मेर बरसों से अल्पसंख्यकों को अपना वोट बैक समझते हुए उसे सत्ता की सी़ी बनाकर सरकार बनाने वाली कांग्रेस के खिलाफ अब सरहदी इलाकें में माहौल बन रहा है। कांग्रेस के कड़ी से कड़ी मिलाने की बात पर अपना जबरदस्त समर्थन देने वाले अल्पसंख्यक अब इस विरोधी सरकार को उखाड़ फैंकने की बात कह रहे है यह कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री सलाहकार लाधूराम विश्नोई का। विश्नोई यह बात अल्पसंख्यक जागों यात्रा के धोरीमन्ना प्रवास के समय कही। धोरीमन्ना में आयोजित विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए विश्नोई ने कहा कि आज अल्पसंख्यक बदलाव चाह रहे है।
इस अवसर पर मोर्च के जिलाध्यक्ष मौलवी अब्दुल करीम ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े प्रजातंत्र में बड़ी आबादी होने के बावजूद अल्पसंख्यकों को शिक्षा, रोजगार, सरकारी नौकरिया और आर्थिक सुविधाओं से महरूम रखा गया है।
इस मौके पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य असरफ अली खिलजी ने कहा कि कदम कदम पर धर्मनिरपेक्षता और समता का नारा लगाने वाली काग्रेस अल्पंसख्यकों को बरसों से ठग रही है और अल्पसंख्यक आगामी चुनावों में इस पूरी गी का बदला लेगी। उन्होने अल्पसंख्यको से आहवान किया कि बरसों की बूी कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का साथ निभाए।
अल्पसंख्यक जागो यात्रा बुधवार को बाड़मेर के धोरीमन्ना, गुड़ामालानी, सिणधरी पहुंची जहां पर मोर्च के पदाधिकारियों ने कई जनसभाओं को सम्बोधित किया। इस यात्रा के दौरान धोरीमन्ना में 101 अल्पसंख्यकों ने कांग्रेस की सदस्या इस्तीफा देते हुए भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस यात्रा के दौरान भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष आदूराम मेघवाल, तरूण राय कागा, तेजदान चारण, हाजी मजना, अब्बु खां, बशीर खां धारेजा, मौलवी कमालूदीन, मगाराम नैण, मालाराम विश्नोई, नवाब खां, उदयसिह बामरला, अशोक विश्नोई मौजूद रहे। वही इन जनसभाओं में उमड़े जन सैलाब को मोर्च के जिला उपाध्यक्ष बशीर खां धारेजा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। वही सिणधरी में हनुमान अखाड़े में जन सभा का आयोजन किया जिसे धोरीमन्ना मण्डल अध्यक्ष जयराम प्रजापत, जबरसिंह, मोर्च के जिलाउपाध्यक्ष यासीन खां पठान, कासम खां, कुंभाराम गोदारा, सोहनलाल यत्ती, राणाराम लखारा, ताज मौहम्मद, महबूब खां, रफीक खां, सकूर खां, अलाईस खां, सतार खां, वली खां, सफी मौहम्मद कुरैशी, फैज मौहम्मद कुरैशी और वली मौहम्मद समेत मोर्च के विभिन्न पदाधिकारियों ने सम्बोधित किया।
इस मौके पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य असरफ अली खिलजी ने कहा कि कदम कदम पर धर्मनिरपेक्षता और समता का नारा लगाने वाली काग्रेस अल्पंसख्यकों को बरसों से ठग रही है और अल्पसंख्यक आगामी चुनावों में इस पूरी गी का बदला लेगी। उन्होने अल्पसंख्यको से आहवान किया कि बरसों की बूी कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का साथ निभाए।
अल्पसंख्यक जागो यात्रा बुधवार को बाड़मेर के धोरीमन्ना, गुड़ामालानी, सिणधरी पहुंची जहां पर मोर्च के पदाधिकारियों ने कई जनसभाओं को सम्बोधित किया। इस यात्रा के दौरान धोरीमन्ना में 101 अल्पसंख्यकों ने कांग्रेस की सदस्या इस्तीफा देते हुए भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस यात्रा के दौरान भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष आदूराम मेघवाल, तरूण राय कागा, तेजदान चारण, हाजी मजना, अब्बु खां, बशीर खां धारेजा, मौलवी कमालूदीन, मगाराम नैण, मालाराम विश्नोई, नवाब खां, उदयसिह बामरला, अशोक विश्नोई मौजूद रहे। वही इन जनसभाओं में उमड़े जन सैलाब को मोर्च के जिला उपाध्यक्ष बशीर खां धारेजा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। वही सिणधरी में हनुमान अखाड़े में जन सभा का आयोजन किया जिसे धोरीमन्ना मण्डल अध्यक्ष जयराम प्रजापत, जबरसिंह, मोर्च के जिलाउपाध्यक्ष यासीन खां पठान, कासम खां, कुंभाराम गोदारा, सोहनलाल यत्ती, राणाराम लखारा, ताज मौहम्मद, महबूब खां, रफीक खां, सकूर खां, अलाईस खां, सतार खां, वली खां, सफी मौहम्मद कुरैशी, फैज मौहम्मद कुरैशी और वली मौहम्मद समेत मोर्च के विभिन्न पदाधिकारियों ने सम्बोधित किया।
राज्य सरकार पूरी तरह से विफल : मानवेन्द्र
राज्य सरकार पूरी तरह से विफल : मानवेन्द्र
बाड़मेर। पूर्व सांसद मेजर मानवेन्द्र सिंह ने बुधवार को राज्य सरकार की योजनाओं को विफलता का पुलिंदा बताते हुए जनता को अपने भले बुरे की पहचान करने की अपील की। मानवेन्द्र ने कहा कि अब जब पांच साल पुरे होने पर फिर से चुनाव का वक्त आया, तब सरकार को प्रशासन गांवों के संग जैसे अभियानों की याद आ रही है। पूर्व सांसद ने इस अभियान को पूरी तरह से विफल बताते हुए कहा कि इन अभियानों के आम जनता के काम होने के बजाय कांग्रेसी नेता अपने चहेतों और भू माफियाओं को फायदा पहुंचाने में लगे है। मानवेन्द्र ने कहा कि राज्य सरकार जनता की अपेक्षाओं पर पूरी तरह से विलफ हो चुकी है।
बुधवार को बायतु विधानसभा क्षेत्र के अपने दौरे के दौरान मानवेन्द्र ने लखा में राजपुरोहित समाज के एक सामाजिक कार्यक्रम में भाग लिया। इसके अलावा हुकमसिंह की ढाणी में पूर्व विधायक के घर भी गए और शोक व्यक्त किया। बुधवार को मानवेन्द्र ने कुम्पलिया, गिड़ा, परेउ, जाजवा और कानोड़ गावों का दौरा किया। इस दौरे में उनके साथ विधानसभा क्षेत्र प्रभारी बालाराम चौधरी, कैलाश चौधरी, महावीर जीनगर, नखतसिंह कालेवा, परेउ सरपंच परबतसिंह, करनसिंह कागड़ा, सोनाराम जाजवा, मण्डल अध्यक्ष हेराजराम खोखसर सहित बड़ी संख्या में बायतु विधानसभा क्षेत्र के भाजपा नेता और कार्यकर्ता साथ रहे।
बाड़मेर। पूर्व सांसद मेजर मानवेन्द्र सिंह ने बुधवार को राज्य सरकार की योजनाओं को विफलता का पुलिंदा बताते हुए जनता को अपने भले बुरे की पहचान करने की अपील की। मानवेन्द्र ने कहा कि अब जब पांच साल पुरे होने पर फिर से चुनाव का वक्त आया, तब सरकार को प्रशासन गांवों के संग जैसे अभियानों की याद आ रही है। पूर्व सांसद ने इस अभियान को पूरी तरह से विफल बताते हुए कहा कि इन अभियानों के आम जनता के काम होने के बजाय कांग्रेसी नेता अपने चहेतों और भू माफियाओं को फायदा पहुंचाने में लगे है। मानवेन्द्र ने कहा कि राज्य सरकार जनता की अपेक्षाओं पर पूरी तरह से विलफ हो चुकी है।
बुधवार को बायतु विधानसभा क्षेत्र के अपने दौरे के दौरान मानवेन्द्र ने लखा में राजपुरोहित समाज के एक सामाजिक कार्यक्रम में भाग लिया। इसके अलावा हुकमसिंह की ढाणी में पूर्व विधायक के घर भी गए और शोक व्यक्त किया। बुधवार को मानवेन्द्र ने कुम्पलिया, गिड़ा, परेउ, जाजवा और कानोड़ गावों का दौरा किया। इस दौरे में उनके साथ विधानसभा क्षेत्र प्रभारी बालाराम चौधरी, कैलाश चौधरी, महावीर जीनगर, नखतसिंह कालेवा, परेउ सरपंच परबतसिंह, करनसिंह कागड़ा, सोनाराम जाजवा, मण्डल अध्यक्ष हेराजराम खोखसर सहित बड़ी संख्या में बायतु विधानसभा क्षेत्र के भाजपा नेता और कार्यकर्ता साथ रहे।
नगरपरिषद के सभापति तंवर ने किया फंव्वारे का उद्घाटन
जैसलमेर शहर के नेहरु पार्क में रंगीन फंव्वारा चालू
नगरपरिषद के सभापति तंवर ने किया फंव्वारे का उद्घाटन
जैसलमेर, 20 फरवरी/जैसलमेर नगर में हनुमान चौराहा के पास स्थित नगर परिषद के नेहरु पार्क में मंगलवार को सायं नगरपरिषद के सभापति अशोक तँवर ने रंगीन फंव्वारे का स्विच ऑन कर विधिवत् उद्घाटन किया। इस अवसर पर आयुक्त नगरपरिषद आर.के.माहेश्वरी , पार्षदगण उपस्थित थे।
सभापति अशोक तंवर ने बताया कि जैसलमेर शहर में प्रारंभ किए गए सौंदर्यकरण कार्य की कड़ी में नेहरु पार्क को ओर अधिक सुव्यवस्थित ढंग से विकसित किया जा रहा हैं। इससे रंगीन फंव्वारे का संचालन प्रारंभ कर दिया गया है। इस फंव्वारे के संचालन होने से पार्क में घूमने वाले लोगों को आनंद की अनुभूति होगी।
आयुक्त माहेश्वरी ने बताया कि इस पार्क में शीघ्र ही जोगींग ट्रेक एवं बैंचेज ,फुलवारी एवं दस-दस फीट के पेड़ लगाए जाएगें। इसके साथ ही अण्डर ग्राउण्ड लाईट की सुंदर व्यवस्था की जाएगी और पार्क के समस्त गेट बंद कर हनुमान चौराहे के हाईमास्क लाईट की तरफ भव्य दरवाजा बनाया जाएगा।
किसानों से खेती-बाड़ी की योजनाओं का लाभ लेने का आह्वान
जैसलमेर में जिलास्तरीय किसान मेला
किसानों से खेती-बाड़ी की योजनाओं का लाभ लेने का आह्वान
जैसलमेर, 20 फरवरी/कृषि विभाग के तत्वावधान में बुधवार को जैसलमेर जिला मुख्यालय स्थित कृषि उप निदेशक कार्यालय में एक दिवसीय जिलास्तरीय किसान मेला आयोजित किया गया। इसमें जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्ज्वल मुख्य अतिथि थे जबकि अध्यक्षता जैसलमेर पंचायत समिति के प्रधान मूलाराम चौधरी ने की।
इस मौके पर नगर परिषद सभापति अशोक तंवर, बीसूका उपाध्यक्ष देवकाराम माली, समाजसेवी रावताराम पंवार, दिलीपसिंह सहित कृषि विशेषज्ञों और कृषि अधिकारियों तथा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए पुरुष एवं महिला कृषक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार मनोहर महेचा ने किया। मेले में विभिन्न फसलों के उत्पादन में अव्वल रहे किसानों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। मेले में विभिन्न स्टाल्स के माध्यम से किसानों को नवीनतम उपकरणों, वैज्ञानिक विधियों, अनुदानित कृषि योजनाओं, कीटनाशकों,पशुपालन एवं चिकित्सा आदि के बारे में जानकारी दी गई। कृषि विभाग के अधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया और किसानों को कृषि योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर अतिथियों ने किसानों से कहा कि वे कृषि क्षेत्र की विभिन्न योजनाओं का पूरा-पूरा लाभ लें और जिले में कृषि को आर्थिक खुशहाली का सशक्त माध्यम बनाएं।
---000---
सदस्यता लें
संदेश (Atom)