जोधपुर.बंबा मोहल्ला क्षेत्र में किराए के कमरे में रहने वाली एक युवती खुदकुशी करने के इरादे से बुधवार शाम सर्किट हाउस रोड पर एक निर्माणाधीन इमारत की 11वीं मंजिल पर चढ़ गईं। वहां काम करने वाले श्रमिकों व सुपरवाइजर की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उसे बचाया। इसके बावजूद युवती यही कहती रहीं कि ‘मुझे मरना है, आप लोग कब तक बचाएंगे।’
देर रात तक पुलिस उसे समझाने के प्रयास में ही लगी रही, लेकिन वह अपने बारे में अलग-अलग जानकारी देकर पुलिस को परेशान करती रही।
दरअसल, बुधवार शाम को रातानाडा पुलिस को सूचना मिली कि सर्किट हाउस रोड पर स्थित पेट्रोल पंप के पास निर्माणाधीन इमारत की ग्यारहवीं मंजिल पर चढ़ी एक युवती खुदकुशी करने वाली है। इस पर रातानाडा थाने के एएसआई भगवानसिंह, कांस्टेबल मुकेश कुमार मीणा, गुलाब, मानवेंद्र और महिला कांस्टेबल शारदा मौके पर पहुंचीं। जब पुलिस इमारत की छत पर पहुंची तो युवती ने उन्हें दूर रहने का कहते हुए नजदीक आने पर नीचे कूदने की धमकी दी।
पुलिस ने उसे बातों में उलझाकर पकड़ने की कोशिश की तो वह नीचे झूल गई, लेकिन पुलिस कर्मियों ने उसका हाथ पकड़ लिया। इसी दौरान नीचे की मंजिल पर खड़े पुलिस वालों ने उसके पैरों को सहारा दिया और युवती को छत पर खड़े पुलिस के जवानों ने ऊपर खींच लिया। काफी मशक्कत के बाद पुलिस उसे रातानाडा थाने ले गई।
देर रात तक पुलिस उसे समझाने के प्रयास में ही लगी रही, लेकिन वह अपने बारे में अलग-अलग जानकारी देकर पुलिस को परेशान करती रही।
दरअसल, बुधवार शाम को रातानाडा पुलिस को सूचना मिली कि सर्किट हाउस रोड पर स्थित पेट्रोल पंप के पास निर्माणाधीन इमारत की ग्यारहवीं मंजिल पर चढ़ी एक युवती खुदकुशी करने वाली है। इस पर रातानाडा थाने के एएसआई भगवानसिंह, कांस्टेबल मुकेश कुमार मीणा, गुलाब, मानवेंद्र और महिला कांस्टेबल शारदा मौके पर पहुंचीं। जब पुलिस इमारत की छत पर पहुंची तो युवती ने उन्हें दूर रहने का कहते हुए नजदीक आने पर नीचे कूदने की धमकी दी।
पुलिस ने उसे बातों में उलझाकर पकड़ने की कोशिश की तो वह नीचे झूल गई, लेकिन पुलिस कर्मियों ने उसका हाथ पकड़ लिया। इसी दौरान नीचे की मंजिल पर खड़े पुलिस वालों ने उसके पैरों को सहारा दिया और युवती को छत पर खड़े पुलिस के जवानों ने ऊपर खींच लिया। काफी मशक्कत के बाद पुलिस उसे रातानाडा थाने ले गई।
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