मंगलवार, 27 नवंबर 2012

सांवलसा में धराया छप्पन भोग...



सांवलसा में धराया छप्पन भोग...



जैसलमेर. शहर के सांवला पाड़ा स्थित सांवलसा मंदिर में सोमवार को भव्य अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया। ठाकुर जी को 56 प्रकार के पकवानों का भोग धराया गया। इस अवसर पर बड़ी सं या में उमड़े श्रद्धालुओं ने आरती में हिस्सा लिया।

सरकारी ओपनवेल में काम कर रहे श्रमिक की मौत

सरकारी ओपनवेल में काम कर रहे श्रमिक की मौत


चौहटन उपखंड मुख्यालय से दस किलोमीटर दूर कापराऊ पंचायत के चंदाणियों का तला राजस्व गांव की सरहद में शेराणियों का तला ओपनवेल में करीब साढ़े तीन सौ फीट की गहराई में काम कर रहे एक श्रमिक की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि गहराई में काम करते हुए श्रमिक का जब दम घुटने लगा तो उसने कुएं से बाहर निकालने की गुहार की। इसपर रस्सा डालकर उसे बाहर निकाला जा रहा था कि बीच में ही श्रमिक को चक्कर आ गए और उसके हाथ से रस्सा छूट गया। रस्सा छूटने से कुएं में गिरने पर उसकी मौके पर ही मौत हो गई। अमरसिंह पुत्र खिलेसिंह रावणा राजपूत निवासी चंदाणियों का तला ने चौहटन पुलिस थाना में मामला दर्ज करवाया कि उसका रिश्तेदार डूंगरसिंह (45) पुत्र जवाहर सिंह शेराणियों का तला में स्थित सरकारी ओपनवेल काम कर रहा था।

कुएं में दम घुटने के बाद डूंगरसिंह को बाहर निकला जा रहा था इस बीच उसे चक्कर आ गया तथा वह कुएं में गिर पड़ा जिससे डूंगरसिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कुएं से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द किया। पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है।

बाड़मेर टांका प्रकरण में २४ साल बाद पहली चार्जशीट पेश



बाड़मेर टांका प्रकरण में २४ साल बाद पहली चार्जशीट पेश
7 साल की राजनीतिक रोक हटने से हुआ संभव 


बाड़मेर बाड़मेर जिले के लोगों की प्यास बुझाने के लिए 24 साल पहले 10 हजार 858 टांके बनाने के आदेश हुए थे। इनमें से करीब 2 हजार 994 टांकों का निर्माण किए बिना ही करीब डेढ़ करोड़ का रुपए का भुगतान उठा लिया गया। सोलह साल पहले तत्कालीन कलेक्टर ने इस घोटाले का पर्दाफाश कर एसीबी में 38 मुकदमे दर्ज कराए थे जिनमें से एक मुकदमे का सोमवार को पहला चालान कोर्ट में पेश हुआ है। इस मुकदमे की अभियोजन स्वीकृति भी सात साल पहले मिल चुकी थी, मगर राजनीतिक दबाव के कारण चालान पेश करने पर रोक लगती रही। आरोपी भी इन मुकदमों के बंद होने का इंतजार कर रहे थे। अब चालान पेश करने का सिलसिला शुरू हुआ है जो शेष 37 मुकदमों तक जारी रहेगा। 

1988 में 2994 टांका निर्माण का फर्जी भुगतान उठा

1996 में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने 38 मुकदमे दर्ज किए

2005 में मिली थी अभियोजन स्वीकृति चार्जशीट अब हुई
घोटाले के 38 मुकदमे, 203 आरोपी : हजारों टांकों के निर्माण में हुए घोटाले के 38 मुकदमो में कुल 203 आरोपी हैं। आरोपियों में तत्कालीन नायब तहसीलदार, पटवारी, ग्रामसेवक, जेईएन, सरपंच, उप सरपंच, वार्ड पंच के साथ ही प्राइवेट व्यक्ति भी शामिल हैं। 
कई आरोपी दुनिया छोड़ गए, कई रिटायर हो गए : चौबीस साल पहले के इस मामले में मुकदमा दर्ज हुए भी 16 साल हो गए। इतने लंबे समय तक चालान नहीं होने के कारण सरकारी कर्मचारी, जनप्रतिनिधि और प्राइवेट व्यक्तियों में से आठ जने अब दुनिया में नहीं है, वहीं सात ऐसे आरोपी भी हैं जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उस वक्त जो जनप्रतिनिधि रहे थे, वे भी अब सक्रिय राजनीति से दूर हो चुके हैं।

पहला चालान हुआ है, और भी होंगे

टांका प्रकरण के 38 मुकदमो में से अभी एक मुकदमे में चालान पेश हुआ है। यह पहला चालान है, बचे हुए 37 मुकदमों के चालान भी अब जल्द पेश हो जाएंगे। - विजयसिंह, डीएसपी, एसीबी बाड़मेर।

सोमवार, 26 नवंबर 2012

राजस्थान बाड़मेर जिले में रिफाइनरी की घोषणा किसी भी वक्त



प्रदेश के बाड़मेर जिले में पेट्रोलियम रिफाइनरी की घोषणा किसी भी वक्त हो सकती है। इसके लिए डिटेक्ट फाइर्नेशियल रिपोर्ट [डीएफआर] तैयार हो गई है। एचपीसीएल द्वारा लगाई जा रही यह देश की 26वीं रिफाइनरी होगी।
 
एचपीसीएल के अधिकारी लंबे समय से राज्य के बाड़मेर,जैसलमेर का दौरा कर रहे थे, आखिरकार में लीलाला में सॉयल टेस्टिंग की। रिफाइनरी लगने के साथ ही प्रदेश में औद्योगिक परिदृश्य बदल जाएगा। रॉ मेटेरियल से उत्पाद बनाने के लिए 400 से अधिक औद्योगिक इकाइयां लगने की संभावना है। यह संख्या और भी अधिक हो सकती है, बशर्ते उद्यमियों को बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर मिले। इन इकाइयों के लगने से प्रदेश में सवा लाख से अधिक लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा और अप्रत्यक्ष रोजगार पाने वाले की संख्या इससे कई गुना अधिक हो सकती है। इसके अलावा यहां रिफाइनरी में काम आने वाली मशीनों, उपकरणों और औजारों के कारखाने भी यहां लग सकेंगे। इनकी संख्या पचास से अधिक आंकी जा रही है।

प्रदेश में मिले पेट्रोलियम उत्पाद में उच्च गुणवता वाले वैक्स की मात्रा अधिक है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि वैक्स आधारित उद्योग ज्यादा लगेंगे। इससे बाड़मेर बालोतरा, पचपदरा, जोधपुर, धोरीमन्ना और सांचौर में इंडस्ट्रियल विकास की उम्मीद है। राजस्थान में रिफाइनरी लगने से करोड़ों रुपये का राजस्व सरकार को मिलेगा। रिफाइनरी करने के बाद मुख्य रूप से 11 तरह के उत्पाद निकालेंगे। इनमें लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस [एलपीजी], गैसोलीन [पेट्रोल], नैफ्था, केरोसीन और जेट एयरक्राफ्ट फ्यूल्स, डीजल [फ्यूल], फ्यूल ऑयल्स, पैराफिन वैक्स, अस्फास्ट और डामर, पेट्रोलियम कोक और सल्फर शामिल है। इसके अलावा पेट्रोलियम रिफाइनरी में अन्य कई अंतरित उत्पादों हाइड्रोजन, लाइट हाइड्रोकार्बन्स, रीफोर्मेट और पाइरोसिस गैसोलीन का उत्पादन भी करती है। इन उत्पादों का आमतौर पर परिवहन नहीं हो सकता। इनका मौके पर ही ब्लेंडेड या प्रोसेस किया जा सकता है।

बाप,भाई,चाचा 2 साल तक करते रहे रेप

बाप,भाई,चाचा 2 साल तक करते रहे रेप
थलासेरी। केरल में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां के कन्नूर जिले के धरमादम में 13 साल की बच्ची से उसका पिता,भाई और चाचा पिछले दो साल से रेप कर रहे थे। घटना दो दिन पहले उस वक्त सामने आई जब 8 वीं क्लास की छात्रा ने स्कूल बंद होने के बाद घर जाने से मना कर दिया।

जब स्कूल की टीचर ने इसकी वजह पूछी तो उसने सारी कहानी बयां की। स्कूल प्रशासन ने तुरंत पुलिस को शिकायत की। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मामले की जांच कर रहे सर्किल इंस्पेक्टर एमवी विनोद ने बताया कि पीडिता के पिता,15 वर्षीय भाई और चाचा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। भाई चूंकि नाबालिग है इसलिए उसे बाल सुधार गृह भेजा गया है।

बच्ची ने बताया कि जब वह छठी क्लास में थी तभी तीनों ने उससे रेप किया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पीडिता की बड़ी बहन ने दो साल पहले आत्महत्या कर ली थी क्योंकि उसके साथ भी रेप किया गया था। केरल वनिता आयोग की चेयरमैन के.रोसाकुट्टी ने बताया कि यह घटना काला धब्बा है।

आयोग मुख्यमंत्री और गृह मंत्री को पत्र लिखकर पीडिता की बड़ी बहन की आत्महत्या के मामला की दोबारा जांच की मांग करेगा। रोसाकुट्टी ने बताया कि पीडिता के भविष्य को लेकर अनिश्चितता है इसलिए आयोग उसकी देखरेख के लिए तैयार है। पीडिता फिलहाल बाल कल्याण समिति की ओर से संचालित घर में रह रही है।

बैंको की सुरक्षा व्यवस्था हेतु वृत जैसलमेर में स्थित बैंक अधिकारियों को दिये निर्देश :


बैंको की सुरक्षा व्यवस्था हेतु वृत जैसलमेर में स्थित बैंक अधिकारियों को दिये निर्देश : 


जैसलमेरआगामी सर्दियों के मौसम को मध्यनजर रखते हुए बैंको व उनके एटीएमस की सुरक्षा हेतु जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर ममता राहुल के निर्देशन में सायरसिंह वृताधिकारी पुलिस वृत जैसलमेर द्वारा सर्किल जैसलमेर के समस्त थानाधिकारीयों व बैंक प्रबंधकों की पुलिस थाना जैसलमेर में दिनांक 26.11.12 को मिटींग ली जाकर बैंकों व एटीएम की सुरक्षा हेतु सीसीटीवी कैमरा उच्चतम क्वालिटी के लगाने, हथियारबंद सुरक्षा गार्ड लगाने, लॉकर्स, तिजोरी व एटीएम रूमस के फाऊण्डेशन भरवाने, एटीएम प्रवेश द्वार की एटीएम लगाने पर ही खुलने सम्बन्धी व्यवस्था करने, बैंक परिसर के आस पास उचित विद्युत रोशनी व्यवस्था करने, झाड़ियां व कचरा वगैरा हटाकर साफ सफाई रखने, प्रतिदिन सुरक्षा गार्डों को समयसमय पर चैक करवाने, जहां पर लॉकर्स की व्यवस्था नहीं हैं वहां यदि ज्यादा कैस बैंक में जमा होने पर निकटतम थाना में जमा करवाने के निर्देश दिये गये।

जैसलमेर रामगढ में एटीएम को तोडने का प्रयास


रामगढ में एटीएम को तोडने का प्रयास 

एटीएम की सुरक्षा हेतु पुलिस द्वारा बैंक शाखा प्रभारियों की मिटिंगो का आयोजन

जैसलमेर पुलिस थाना रामग के हल्खा क्षैत्र में कस्बा रामग में लगे स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर के एटीएम को तोड कर लूटने के प्रयास किये गये। उक्त वारदात में लूट नहीं होने के बावजूद भी वारदात को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल के आदेशानुसार सोमवार को जिले के समस्त वृताधिकारियों/थानाधिकारियो को अपनेअपने हल्खा क्षैत्र में नाकाबंदी एवं गश्त करने के निर्देश दिये गये। जिस पर जिले के समस्त थानाधिकारियो द्वारा गहनता से नाकाबंदी की जाकर लगभग 400 वाहनो को चैक किया गया तथा करिबन 14 वाहनो के विरूद्ध एमवी एक्ट के तहत कार्यवाही की गई।

इसके अलावा पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल के आदेशानुसार रामसिंह अति0 पुलिस अधीक्षक जैसलमेर द्वारा कस्बा पोकरण में स्थित बैंक शाखा प्रभारियों की मिटिंग का आयोजन किया। जिसमें अति0 पुलिस अधीक्षक के अलावा कल्याणमल बंजारा वृताधिकारी वृत पोकरण, रमेश शर्मा निपु थानाधिकारी पुलिस थाना पोकरण एवं पोकरण में स्थित बैंक शाखा प्रभारी उपस्थित हुऐ, अति0 पुलिस अधीक्षक ने समस्त शाखा प्रभारियो को अपनेअपने एटीएम की सुरक्षा हेतु सुरक्षा गार्ड लगाने एवं एटीएमों की सुरक्षा के संबंध में हिदायते दी। इसी तर्ज पर पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार शायरसिंह वृताधिकारी वृत, जैसलमेर द्वारा भी जैसलमेर में भी समस्त बैंक शाखाओं के प्रभारियों की मिटिंग का आयोजन किया गया। जिसमें विरेन्द्रसिंह निपु थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर एवं बैंको के प्रभारी शरीक हुए, वृताधिकारी द्वारा समस्त बैंक प्रभारियों को अपनेअपने बैंको के एटीएमों पर सुरक्षा गार्ड लगाने की हिदायते दी तथा समस्त एटीएमों पर आवश्यकतानुसार सुरक्षा इंतजाम करवाने की समझाईश की।

पुलिस अधिकारियों द्वारा बताया गया कि जिले में रात्रि में पुलिस जाब्ता जब तैनात होता है। उसी समय सभी को विशेष तौर से एटीएमो की सुरक्षा हेतु विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये जाते है। पुलिस जाब्ते द्वारा एमटीएमों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान भी दिया जा रहा है। लेकिन पुलिस व्यवस्था के साथसाथ बैंको को भी एमटीएमो की सुरक्षा हेतु अपनी व्यवस्था करनी चाहिए तथा पुलिस का सहयोग करना चाहिए एवं एमटीएमों पर गार्ड तैनात करवानी चाहिए। पुलिस एवं बैंको के साझा प्रयासों से ही एटीएमो की सुरक्षा कर अपराधियों के मनसुबो को काम्याब होने से रोका जा सकता है।

रेल मंत्री पवन कुमार बंसल से बीकोनर सांसद अर्जुन मेघवाल ने की मुलाकात,



रेल मंत्री पवन कुमार बंसल से बीकोनर सांसद अर्जुन मेघवाल ने की मुलाकात,




बीकानेर मण्डल की रेलवे समस्याओ से रेल मंत्री को करवाया अवगत

नई दिल्ली। 26 नवम्बर 2012। बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने सोमवार को रेल मंत्री पवन कुमार बंसल से रेल भवन मे मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान सांसद मेघवाल ने रेल मंत्री से बीकानेर मण्ड़ल की प्रमुख समस्याओं से अवगत करवाया तथा आगामी बजट में राजस्थान को विशोषकर बीकानेर मण्ड़ल के रेलवे विकास पर जोर देने की बात रखी।

सांसद अर्जुन मेघवाल ने रेल मंत्री से दक्षिण भारत के प्रमुख शहरों चैन्नई, बैंगलौर, पुणे और हैदराबाद आदि को बीकानेर से सीधी रेल गाड़ी की आगामी बजट मे मांग की रखी है।

अनुपग़ को बीकानेर से वाया खाजूवाला जोड़ने की मांग, बीकानेर से चलने वाली गाड़ियो को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन तक आवागमन तथा रेल बजट वर्ष 201213 मे घोषित गाडी बीकानेर पूरी, कोटा हनुमानग़, आदशर स्टेशन, स्टॉफ क्वार्टर, बीकानेर वर्कशॉप के प्रोजेक्ट आदि को पूरा करने की मांग प्रमुखता से रखी है।

रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने बजट घोषणा 201213 पर शीघ्र कि्रयान्विति करने का आश्वासन दिया है तथा आगामी बजट 201314 के लिए सांसद मेघवाल से सुझाव मांगे है।


मुंबई हमले के शहीदों की याद में मोमबतिया जला कर दी श्रधांजलि

मुंबई हमले के शहीदों की याद में मोमबतिया जला कर दी श्रधांजलि


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के तत्वाधान में राजस्थानी छात्र परिषद् और मोटियार परिषद् द्वारा कलेक्टर परिसर के बाहर छबीस नवम्बर मुंबई हमले के शहीदों की याद में मोमबतिया जला कर शराधांजलि अर्पित की .मोटियार परिषद् के नगर अध्यक्ष रमेश सिंह इन्दा ने बताया की राजास्थानी छात्र परिषद् और मोटियार परिषद् के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओ ने कलेक्टर परिस्दर के बाहर एकत्रित होकर मुंबई हमले में हुए शहीदों को मोप्म्बतिया जला कर शराधांजलि अर्पित की ,कार्यकर्ताओ ने दो मिनट का मौन रख हाथो में मोमबतिया जला कर शराधांजलि दी ,कार्यक्रम में समिति के संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ,सचिव प्रकाश जोशी ,महासचिव विजय कुमार ,प्रकाश माली उत्तरलाई ,छात्र परिषद् के अध्यक्ष अशोक सारला ,मोटियार परिषद् के नगर अध्यक्ष रमेश सिंह इन्दा ,हिन्दू सिंह तामलोर ,जीतेन्द्र फुलवारिया ,मनोज विश्नोई ,जीतेन्द्र सिंह भाटी ,दिग्विजय सिंह चुली ,सवाई चावड़ा ,जीतू सोलंकी ,विक्रम सिंह भाटी ,मनोहर सिंह भाटी ,पदम् सिंह भाटी ,रामेश्वर सोनी ,मोती सिंह बचिया ,सोनू विश्नोई ,सहित कई कार्यकर्ताओ ने शहीदों को शराधांजलि अर्पित की ,

राजस्थानी भाषा को मान्यता की मांग को लेकर आज होगा पोस्टकार्ड अभियान का आगाज

राजस्थानी भाषा को मान्यता की मांग को लेकर आज होगा पोस्टकार्ड अभियान का आगाज

बाड़मेर  अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की मांग को लेकर शीतकालीन सत्र में केन्द्र सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से राजस्थानी छात्र परिषद के तत्वाधान में पोस्टकार्ड अभियान का आगाज मंगलवार को आनन्द विद्या मंदिर स्कुल बाड़मेर में किया जायेगा। 
राजस्थानी छात्र परिषद के जिला अध्यक्ष अशोक सारला ने बताया कि संभाग उप पाटवी चंदनसिंह भाटी और प्रदेश महांमत्री राजेन्द्र बारहठ के निर्देशानुसार संसद के शीतकालीन सत्र में राजस्थानी भाषा को मान्यता देने के संबंध में केन्द्र सरकार पर दबाव बनाने के उद्देशय से बाड़मेर जिले में पुनः पोस्टकार्ड अभियान का आगाज किया जायेगा। मोटीयार परिषद के नगरपाटवी रमेशसिंह ईन्दा ने बताया कि मंगलवार को आनन्द विद्या मंदिर महावीर नगर में राजस्थानी भाषा के समर्थन में प्रधानमत्री व गृह मंत्री के नाम पर पोस्टकार्ड लिखाये जायेगें।
इस अभियान में अशोक सारला, जितेन्द्र फुलवारिया, मनोज विश्नोई, तेजाराम हुड्डा, दिनेश विश्नोई, सोनू विश्नोई, आदि उपस्थित होंगें।

नेताओं का मजाक उड़ाने पर जेल,नौकरी गई

नेताओं का मजाक उड़ाने पर जेल,नौकरी गई

मुंबई। फेसबुक पर आपत्तिजनक कमेंट को लेकर मई में एयर इंडिया के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था। एयर इंडिया के कैबिन क्रू मेंबर्स मयंक मोहन शर्मा और केवीजे राव को मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने गिरफ्तार किया था। आरोप है कि दोनों ने नेताओं का मजाक उड़ाने के लिए आपत्तिजनक सामग्री को शेयर किया था।

दोनों पर प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करने और राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का आरोप लगाया गया है। दोनों के घर पुलिस ने छापा मारा और इंर्फोमेशन टेक्नोलजी एक्ट की धारा 66 ए और 67 के तहत गिरफ्तार कर लिया। दोनों को 12 दिन पुलिस की कस्टडी में रहना पड़ा। इस दौरान एयर इंडिया ने दोनों को सस्पेंड कर दिया।

राव का कहना है कि उन्होंने तो केवल उस कंटेट को शेयर किया था जो इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध है। दोनों के खिलाफ मार्च में शिकायत की गई थी लेकिन गिरफ्तार करने में पुलिस को पूरे दो महीने लगे। शर्मा का कहना है कि साइबर सेल ने करीब एक साल तक मामले की जांच की। इस दौरान उनको कोई समन नहीं भेजा गया। राव ने आरोप लगाया है कि पुलिस एनसीपी नेता किरण पावस्कर के कहने पर काम कर रही है।

बाड़मेर हादसों में एक की मौत दो दर्जन से अधिक घायल

बाड़मेर हादसों में एक की मौत दो दर्जन से अधिक घायल




बाड़मेर बाड़मेर जिले में रविवार रात से आधा दर्जन से अधिक सड़क हादसे हो जाने से एक युवाक की मौत हो गई वही दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए ,सूत्रानुसार रात्री में टेम्पो पलटने से आठ जने घायल हो गए वही कवास के पास गाडी पलती खाने से एक युवक की मौत हो गई पांच जने घायल हो गए ,इधर कगाऊ गाँव के समीप मिनी बस पलटने से बीस से अधिक लोग घायल हो गए इसी तरह एक ट्रोला पलटने से बीस से अधिक लोग घायल हो गए घायलों का उपचार राजकीय अस्पताल बाड़मेर में चल रहा हें ,

मुंबई टेस्ट में भारत को मिली शर्मनाक हार

मुंबई : अपने स्पिन गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर इंग्लिश क्रिकेट टीम ने अहमदाबाद में पहले टेस्ट मैच में मिली करारी शिकस्त का हिसाब चुकता करते हुए वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में सोमवार को भारत को 10 विकेट से हरा दिया। इस तरह मेहमान टीम ने चार मैचों की श्रृंखला में 1-1 की बराबरी कर ली है। मुंबई टेस्ट में भारत को मिली शर्मनाक हार 
भारत ने अहमदाबाद टेस्ट मैच में नौ विकेट से जीत हासिल की थी। इंग्लिश टीम के स्टार बल्लेबाज केविन पीटरसन को मैन ऑफ द मैच चुना गया। पीटरसन ने पहली पारी में 186 रन बनाए थे। इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में बिना कोई विकेट खोए जीत के लिए 57 रनों के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर मैच को चौथे दिन ही खत्म कर दिया। उसके सलामी बल्लेबाज कप्तान एलिस्टर कुक ने 18 रन और निक कॉम्पटन ने 30 रन बनाए। कॉम्पटन ने 28 गेंदों पर चार चौके और एक छक्का लगाया।

इससे पहले, भारतीय टीम की दूसरी पारी 56 रनों की बढ़त के साथ 142 रनों पर सिमट गई थी। तीसरे दिन का खेल खत्म होने पर नाबाद रही गौतम गम्भीर और हरभजन सिंह की जोड़ी भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने के अपने इरादे में कामयाब नहीं हो सकी। हरभजन सिंह को स्पिन गेंदबाज ग्रीम स्वान ने 21 रनों के निजी योग पर पेविलियन का रास्ता दिखा दिया। उनके बाद नौंवे विकेट के रूप में बल्लेबाजी करने आए जहीर खान एक रन ही बना सके।

सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के स्वान की गेंद पर पगबाधा होते ही भारतीय पारी का अंत हो गया। इंग्लैंड की तरफ से मोंटी पनेसर ने छह और स्वान ने चार विकेट झटके। पनेसर ने इस मैच में कुल 11 विकेट अपने नाम किए। उल्लेखनीय है कि भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करते हुए अपनी पहली पारी में 327 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 413 रन बनाकर 86 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी।

भारत की ओर से चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में शतक जड़ा था। उन्होंने 135 रनों की पारी खेली थी। वहीं इंग्लैंड की तरफ से दो शतक लगे थे। कुक ने 122 और केविन पीटरसन ने 186 रनों की अनमोल पारी खेली थी। मैच में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा, इसके विपरीत इंग्लैंड के गेंदबाजों ने किसी भी भारतीय बल्लेबाज की एक नहीं चलने दी। मोंटी पनेसर ने मैच की दोनों पारियों में सबसे अधिक 11 विकेट चटकाए।
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फांसी के तख्ते से 20 मीटर दूर है अफजल!


Afzal Guru 
नई दिल्ली।। तिहाड़ की जेल नंबर-3 में आतंकवादी अफजल गुरु फांसी के तख्ते से तकरीबन 20 मीटर दूरी पर कैद है। उसे जिस सेल में रखा गया है वह फांसी के तख्ते वाले वॉर्ड यानी फांसी कोठी कैंपस में ही है। तिहाड़ जेल के कुछ चुनिंदा अफसरों को ही उसके सेल में जाने की इजाजत है। राउंड द क्लॉक कुल 50 जवान उसके सेल और वॉर्ड के बाहर तैनात रहते हैं। उस पर रात दिन निगरानी रखी जाती है।

तिहाड़ जेल के सूत्रों ने बताया कि आतंकवादी कसाब को फांसी दिए जाने के बाद से अफजल थोड़ा अशांत दिखाई दे रहा है। हालांकि इस मामले में वह किसी से बात नहीं कर रहा है। अफजल को 16 फुट लंबे और 12 फुट चौड़े सेल में रखा गया है। उसे जो खाना दिया जाता है पहले उसकी जांच ड्योढ़ी पर तैनात डिप्टी सुपरिंटेंडेंट खुद खाकर करते हैं। उसकी सुरक्षा के लिए तमिलनाडु स्पेशल पुलिस (टीएसपी), आईटीबीपी, सीआरपीएफ और तिहाड़ जेल के जवानों को लगाया गया है। इनमें से 8 जवान उसी सेल के बाहर तैनात रहते हैं जहां उसे बंद किया गया है। कुछ जेल नंबर-3 के बाहर गाड़ी में तैनात रहते हैं। इनमें से कुछ आधुनिक हथियारों से लैस रहते हैं। अफजल को कोई नुकसान न होने पाए या फिर उसके फरार होने वाले किसी भी तरह के मंसूबों पर पानी फेरने के लिए इन जवानों को तैनात कर रखा है।

सूत्रों ने बताया कि कुछ समय पहले भारतीय खुफिया एजेंसियों को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से पता लगा था कि तिहाड़ जेल में अफजल की मौत हो गई है। सचाई का पता लगाने के लिए भारतीय खुफिया तंत्र ने तुरंत तिहाड़ जेल के उस वक्त के डीजी से संपर्क किया। डीजी ने फौरन रात करीब 2 बजे जेल नंबर-3 के सुपरिंटेंडेंट को सोते से उठाया और उन्हें अफजल के ताजा हालात पता करने के आदेश दिए।सुपरिंटेंडेंट ने अफजल पर यह जाहिर नहीं होने दिया कि वह रात के वक्त उसके पास क्यों आए हैं, मगर अफजल से वह कुछ बातें करके वापस चले गए थे। यह रिपोर्ट उन्होंने डीजी को, डीजी ने भारतीय खुफिया एजेंसी को और फिर पाकिस्तान को यह सूचना फारवर्ड कर बताया गया था कि अफजल के मरने की खबर महज एक अफवाह है।
सूत्रों ने बताया कि अधिकतर वक्त वह शांत रहता है। जेल के कायदे-कानूनों का पालन करता है। उसे दूध पीना पसंद है। उसके सेल के बाहर ही एक बड़ा सा पार्क है जिसमें वह रोजाना सुबह-शाम चहलकदमी करता है। पार्क के एक कोने में फांसी का तख्ता है। अफजल हिंदी पढ़ लेता है, मगर बोलने में उसे परेशानी होती है।

कसाब के साथ अभी खत्म नहीं हुईं चुनौतियां


अजमल आमिर कसाब को आखिरकार फांसी दे दी गई। यह संतोष का विषय है। संतोष इसलिए कि फांसी संबंधी मामले भारत सरकार में अधिक समय तक लंबित रहते हैं। फाइलें इधर से उधर घूमती रहती हैं। सरकार ने कसाब को गोपनीय तरीके से फांसी पर लटका दिया। यह भी अच्छा हुआ।

यदि पहले इसकी जानकारी लीक कर दी गई होती तो अनावश्यक विवाद खड़ा हो जाता। टीवी चैनलों पर बहस छिड़ जाती। मानवाधिकार संगठन सक्रिय हो जाते। जो लोग फांसी की सजा के सिद्धांतत: खिलाफ हैं, वे भी अपनी आवाज उठाते। इस सबका सरकार पर मनोवैज्ञानिक दबाव पड़ता और असमंजस की स्थिति पैदा हो जाती। सरकार ने बुद्धिमत्ता का परिचय देते हुए कसाब को गोपनीय तरीके से फांसी पर लटका दिया।

यह तो हुए संतोष के बिंदु, परंतु क्या कसाब को फांसी पर लटका देने से मुंबई आतंक का अध्याय समाप्त हो गया? इस विषय पर दो बातें विशेष तौर पर ध्यान देने की हैं। एक यह कि 26/11 की घटना और कसाब को फांसी देने की प्रक्रिया में करीब चार साल का समय लग गया। यह समय बहुत ज्यादा था। अच्छा होता कि यह सारी प्रकिया सालभर के अंदर ख़त्म हो जाती। तब घटना और सजा का संदेश भलीभांति जाता।

दुर्भाग्यवश भारत का क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम बड़ी धीमी गति से चलता है। यह तो एक महत्वपूर्ण मुकदमा था, इसलिए चार साल में ख़त्म हो गया वरना ललित नारायण मिश्र हत्याकांड का मुकदमा पिछले 36 साल से चल रहा है और यह कब समाप्त होगा, कुछ पता नहीं।

दूसरी महत्वपूर्ण बात, कसाब तो केवल एक छोटा प्यादा था। 26/11 की घटना को अंजाम देने वाले, षड्यंत्र रचने वाले, सारी योजना को आर्थिक मदद देने वाले- सब पाकिस्तान में सुरक्षित बैठे हैं। अमेरिकी खुफिया एजेंसियां और भारतीय खुफिया एजेंसियां सभी इस नतीजे पर पहुंच चुकी हैं कि मुंबई में आतंकवादी घटना पाकिस्तान सरकार की जानकारी में उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई के निर्देशन में लश्कर-ए-तैयबा द्वारा अंजाम दी गई थी। मुंबई पर हमले के बाद लश्कर ने अपना नाम बदलकर जमात-उद-दावा कर लिया है। 26/11 की घटना का एक आरोपी हाफिज मोहम्मद सईद हमेशा भारत के खिलाफ जहर उगलता रहता है।

26/11 से जुड़े षड्यंत्रकारी अभी भी कानून की गिरफ्त से बाहर पाकिस्तान में आजाद घूम रहे हैं। पाकिस्तानी सरकार हमेशा भारत को आश्वासन देती है, लेकिन जमीनी स्तर पर ठोस कार्रवाई कुछ भी नहीं होती। भारत के नेताओं और अधिकारियों का एक वर्ग पाकिस्तान की ओर सहृदयता का दृष्टिकोण अपनाने की वकालत करता है। इन लोगों को यह समझ में नहीं आता कि पाकिस्तान हमें बराबर बेवकूफ बनाता है। झूठे वादे करता है और कोरे आश्वासन देता है। भारत इन पर विश्वास कर दोस्ती की एक खिड़की खोल देता है। जैसे हाल में ही पाकिस्तानियों को वीजा देने के नियम में ढील देना, पाक क्रिकेट टीम को न्योता देना, इत्यादि।

पाकिस्तान की नीयत का आकलन दो बातों पर किया जाना चाहिए। एक यह कि वह खासतौर पर कश्मीर और भारत के अन्य भागों में कट्टरपंथियों को समर्थन दे रहा है या नहीं। दूसरा, कहीं वह देश में फिर कोई बड़ी घटना अंजाम देने की तैयारी तो नहीं कर रहा है? अमेरिकी थिंक टैंक रैंड कॉपरेरेशन का यह कहना है कि मुंबई जैसी घटनाओं की भारत में पुनरावृत्ति हो सकती है क्योंकि भारत का आतंकवाद विरोधी व्यूह अभी भी काफी कमजोर है। अब आवश्यकता इस बात की है कि पाकिस्तान पर 26/11 के मुख्य आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई का दबाव बनाया जाए और जब तक इसके स्पष्ट संकेत न मिलें, तब तक पाकिस्तान से मैत्री को ठंडे बस्ते में रखा जाए।

पाक ने देश को कई बार धोखा दिया है। सबसे बड़ा धोखा 1972 में शिमला समझौते के समय दिया था जब भुट्टो ने इंदिरा गांधी के सामने घड़ियाली आंसू बहाए और वादा किया कि पाकिस्तान जाकर वे अपने सहयोगियों को कश्मीर समझौते के लिए राजी कर लेंगे और नियंत्रण रेखा को अंतरराष्ट्रीय सीमा की मान्यता प्रदान कर देंगे। लेकिन पाकिस्तान जाने के बाद वे सारे वादे भूल गए और बांग्लादेश को स्वतंत्र करवाने के लिए पाकिस्तान फिर से भारत से बदला लेने की योजनाएं बनाने लगा। पूर्व के अनुभव से सबक लेते हुए ठोस प्रमाण के बिना पाकिस्तान पर विश्वास करना बहुत बड़ी गलती होगी।

दूसरी महत्वपूर्ण बात जिस पर हमें ध्यान देना होगा कि आतंकवाद विरोधी हमारी जो संरचना है, उसे इतना सुदृढ़ बनाया जाए कि आतंकवादी उसे आसानी से भेद न सकें। इसके लिए हमें सबसे पहले पुलिस व्यवस्था को मजबूत करना होगा। यह समझने की बात है कि घटना चाहे सांप्रदायिक हो, माओवादी हो या आतंकवादी- सबसे पहले पुलिस को ही तुरंत मौके पर पहुंचना पड़ता है। पुलिस को स्थिति संभालने के लिए तत्काल प्रयास करने पड़ते हैं। केंद्रीय बल और खुफिया एजेंसियों के लोग बाद में आते हैं। इस देश की पुलिस को नेताओं ने बर्बाद कर दिया है। पुलिस सुधार संबंधी जो आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिए हैं, उनका ईमानदारी से पालन होना चाहिए। पुलिस बल में भी वृद्धि की जरूरत है। यूनाइटेड नेशंस के मानक के अनुसार एक लाख की आबादी पर कम से कम 222 पुलिसकर्मी होने चाहिए, जबकि देश में सिर्फ 136 ही हैं।

स्थानीय और राज्यस्तरीय खुफिया एजेंसियों में भी काफी सुधार की जरूरत है। आज-कल ये इकाइयां राजनीतिक विरोधियों के बारे में ही सूचनाएं एकत्र करने में ज्यादा समय लगा देती हैं। नेशनल काउंटर टेररिज्म सेंटर (एनसीटीसी) को जल्द से जल्द स्थापित करना चाहिए। नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड को भी शीघ्र ही सक्रिय करने की जरूरत है। तटीय सुरक्षा के बारे में महत्वपूर्ण योजनाएं बनी थीं। उनको कार्यान्वित करने में देरी हो रही है। इस पर भी सरकार को विशेष ध्यान देने की जरूरत है।


प्रकाश सिंह

सीमा सुरक्षा बल के पूर्व महानिदेशक