मुंबई : अपने स्पिन गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर इंग्लिश क्रिकेट टीम ने अहमदाबाद में पहले टेस्ट मैच में मिली करारी शिकस्त का हिसाब चुकता करते हुए वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में सोमवार को भारत को 10 विकेट से हरा दिया। इस तरह मेहमान टीम ने चार मैचों की श्रृंखला में 1-1 की बराबरी कर ली है।
भारत ने अहमदाबाद टेस्ट मैच में नौ विकेट से जीत हासिल की थी। इंग्लिश टीम के स्टार बल्लेबाज केविन पीटरसन को मैन ऑफ द मैच चुना गया। पीटरसन ने पहली पारी में 186 रन बनाए थे। इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में बिना कोई विकेट खोए जीत के लिए 57 रनों के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर मैच को चौथे दिन ही खत्म कर दिया। उसके सलामी बल्लेबाज कप्तान एलिस्टर कुक ने 18 रन और निक कॉम्पटन ने 30 रन बनाए। कॉम्पटन ने 28 गेंदों पर चार चौके और एक छक्का लगाया।
इससे पहले, भारतीय टीम की दूसरी पारी 56 रनों की बढ़त के साथ 142 रनों पर सिमट गई थी। तीसरे दिन का खेल खत्म होने पर नाबाद रही गौतम गम्भीर और हरभजन सिंह की जोड़ी भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने के अपने इरादे में कामयाब नहीं हो सकी। हरभजन सिंह को स्पिन गेंदबाज ग्रीम स्वान ने 21 रनों के निजी योग पर पेविलियन का रास्ता दिखा दिया। उनके बाद नौंवे विकेट के रूप में बल्लेबाजी करने आए जहीर खान एक रन ही बना सके।
सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के स्वान की गेंद पर पगबाधा होते ही भारतीय पारी का अंत हो गया। इंग्लैंड की तरफ से मोंटी पनेसर ने छह और स्वान ने चार विकेट झटके। पनेसर ने इस मैच में कुल 11 विकेट अपने नाम किए। उल्लेखनीय है कि भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करते हुए अपनी पहली पारी में 327 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 413 रन बनाकर 86 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी।
भारत की ओर से चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में शतक जड़ा था। उन्होंने 135 रनों की पारी खेली थी। वहीं इंग्लैंड की तरफ से दो शतक लगे थे। कुक ने 122 और केविन पीटरसन ने 186 रनों की अनमोल पारी खेली थी। मैच में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा, इसके विपरीत इंग्लैंड के गेंदबाजों ने किसी भी भारतीय बल्लेबाज की एक नहीं चलने दी। मोंटी पनेसर ने मैच की दोनों पारियों में सबसे अधिक 11 विकेट चटकाए।
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भारत ने अहमदाबाद टेस्ट मैच में नौ विकेट से जीत हासिल की थी। इंग्लिश टीम के स्टार बल्लेबाज केविन पीटरसन को मैन ऑफ द मैच चुना गया। पीटरसन ने पहली पारी में 186 रन बनाए थे। इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में बिना कोई विकेट खोए जीत के लिए 57 रनों के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर मैच को चौथे दिन ही खत्म कर दिया। उसके सलामी बल्लेबाज कप्तान एलिस्टर कुक ने 18 रन और निक कॉम्पटन ने 30 रन बनाए। कॉम्पटन ने 28 गेंदों पर चार चौके और एक छक्का लगाया।
इससे पहले, भारतीय टीम की दूसरी पारी 56 रनों की बढ़त के साथ 142 रनों पर सिमट गई थी। तीसरे दिन का खेल खत्म होने पर नाबाद रही गौतम गम्भीर और हरभजन सिंह की जोड़ी भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने के अपने इरादे में कामयाब नहीं हो सकी। हरभजन सिंह को स्पिन गेंदबाज ग्रीम स्वान ने 21 रनों के निजी योग पर पेविलियन का रास्ता दिखा दिया। उनके बाद नौंवे विकेट के रूप में बल्लेबाजी करने आए जहीर खान एक रन ही बना सके।
सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के स्वान की गेंद पर पगबाधा होते ही भारतीय पारी का अंत हो गया। इंग्लैंड की तरफ से मोंटी पनेसर ने छह और स्वान ने चार विकेट झटके। पनेसर ने इस मैच में कुल 11 विकेट अपने नाम किए। उल्लेखनीय है कि भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करते हुए अपनी पहली पारी में 327 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 413 रन बनाकर 86 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी।
भारत की ओर से चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में शतक जड़ा था। उन्होंने 135 रनों की पारी खेली थी। वहीं इंग्लैंड की तरफ से दो शतक लगे थे। कुक ने 122 और केविन पीटरसन ने 186 रनों की अनमोल पारी खेली थी। मैच में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा, इसके विपरीत इंग्लैंड के गेंदबाजों ने किसी भी भारतीय बल्लेबाज की एक नहीं चलने दी। मोंटी पनेसर ने मैच की दोनों पारियों में सबसे अधिक 11 विकेट चटकाए।
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