गुरुवार, 18 अक्टूबर 2012

कलेक्टर ने तहसीलदार व नायब तहसीलदार को चार्जशीट थमाई

कलेक्टर ने तहसीलदार व नायब तहसीलदार को चार्जशीट थमाई

जोधपुरकलेक्टर गौरव गोयल ने शेरगढ़ तहसीलदार व बालेसर नायब तहसीलदार को लापरवाही पर चार्जशीट थमाई है। वहीं आगोलाई में सड़क निर्माण में अनियमितताएं मिलने पर मनरेगा के मेट को ब्लैकलिस्टेड कर दिया है। बीडीओ आगोलाई के ग्रामसेवक, रोजगार सहायक व सहायक अभियंता सहित पांच से स्पष्टीकरण भी मांगा है। कलेक्टर गोयल ने बताया कि उन्होंने बुधवार को शेरगढ़ का आकस्मिक निरीक्षण किया तो अप्रैल से अक्टूबर तक छह माह से म्युटेशन के रजिस्टर में एंट्रियां ही नहीं होना पाया। उन्होंने तत्काल तहसीलदार को चार्जशीट थमाई। वहां से बालेसर पहुंचे तो पाया कि कुछ लोगों ने पिछले साल हटाए जाने के बाद फिर से अतिक्रमण कर रखे थे। इसके लिए जिम्मेदार नायब तहसीलदार ने कोई कार्रवाई ही नहीं की। इस पर नायब तहसीलदार को चार्जशीट थमाई गई।
इसको किया ब्लैक लिस्टेड: कलेक्टर ने बताया कि आगोलाई में मनरेगा के तहत चल रहे ग्रेवल सड़क निर्माण में मेट के पास पुस्तिका नहीं मिली। मेट ने टास्क के अनुसार भुगतान नहीं किया, साथ ही दूसरी अनियमितताएं पाई गईं। इस पर मेट को ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया।
प्रसूता से दवा के पैसे खर्च करवा दिए, जांच के लिए टीम भेजी: कलेक्टर ने बताया कि बालेसर सामुदायिक केंद्र में जननी सुरक्षा योजना में अनियमितताएं पाई गई हैं। वहां सीएमएचओ को तत्काल जांच टीम भेजने के निर्देश दिए गए हैं।




चरस की हेराफेरी करते दंपत्ति गिरफ्तार

चरस की हेराफेरी करते दंपत्ति गिरफ्तार

अहमदाबाद. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने चरस की हेराफेरी करने के आरोप में दंपत्ति सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से आठ किलोग्राम चरस जब्त की गई है, जिसे ये कश्मीर से लेकर शहर में बिक्री करने के इरादे से आए थे।

एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक हरीओम गांधी ने बताया कि ब्यूरो को सूचना मिली कि तीन लोग चरस लेकर अहमदाबाद आ रहे हैं। इसके आधार पर ब्यूरो के अधिकारियों ने नरोडा सर्कल पर वॉच रखी। जयपुर से अहमदाबाद आ रही एक लक्जरी बस में सफर कर शहर में आए वेजलपुर सेहबाजपार्क निवासी मोहम्मद रफीक शेख व उसकी पत्नी रूक्सानाबानू शेख तथा नारोल बॉम्बे होटल के समीप सरताज नगर निवासी रंगरेज इम्तखाब को पकड़ा।

रंगरेज इम्तखाब के पास से आठ किलोग्राम चरस बरामद हुई। इसकी पूछताछ में उसने कबूला कि यह चरस मोहम्मद रफीक शेख व उसकी पत्नी रूक्साना की मालिकी की है। तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
इनकी पूछताछ में इन्होंने कबूला कि यह चरस ये कश्मीर घाटी से लेकर आए हैं। कश्मीर घाटी में अशरफ नाम के युवक से इन्होंने यह चरस ली थी। इससे पहले भी ये कश्मीर से चरस ला चुके हैं। गांधी ने बताया कि पति-पत्नी खुद ही कश्मीर से चरस लाकर शहर में उसे ऊंचे दाम पर बेचा करते थे, जबकि रंगरेज कैरियर है।

पिता ने बेटा माना, बेटियों ने किया साबित

पिता ने बेटा माना, बेटियों ने किया साबित

पाली। बेटा होने की चाह में कन्या भू्रण हत्या और बेटियों के उपेक्षा भरे हालातों को दरकिनार करतीं दो किशोरियों ने समाज के समक्ष नए प्रतिमान गढ़े और अपने पिता की अर्थी को कंधा देकर मिसाल पेश की। इसके पीछे दोनों बहनों का कहना है कि पिता ने उन्हें हमेशा बेटी नहीं, अपना बेटा माना तो वे उनके अंतिम समय में कैसे अपना फर्ज भूल जातीं।

शहर के सरदार पटेल नगर निवासी महेन्द्र कुमार चार दिन पूर्व सड़क हादसे में गंभीर घायल हो गए। जोधपुर में मंगलवार को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई थी। शव को मुखाग्नि कौन देगा? यह सवाल खड़ा होता।

इससे पहले ही खड़ी हुई मृतक की दोनों बेटियां पन्द्रह वर्षीया सोनाली और सत्रह वर्षीया सुरभि ने हिम्मत दिखाते हुए अपने पिता की अर्थी को कंधा दिया और श्मसान भूमि में मुखाग्नि भी दी। सोनाली ने बताया कि उनके पिताजी दोनों बहनों को बेटा ही मानते थे।

उन्होंने अपने सारे फर्ज बेटा समझकर पूरे किए तो हमें भी लगा कि उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए उनके अंतिम सफर में बेटे का फर्ज निभाना चाहिए। दोनों बहने फिलहाल दसवीं कक्षा में पढ़ती है और बड़ी होकर अपने पिता और माता सरोज के सपने पूरा करना चाहती हैं। भाणजे पीयूष का कहना है कि उन्हें गर्व है कि दोनों बहनों ने इस मुश्किल घड़ी में हौसला दिखाकर एक मिसाल पेश की। बेटियों द्वारा शव को कंधा और मुखाग्नि दिए जाने की दिनभर में चर्चा रही।

राहुल पर स्टांप डयूटी चोरी का आरोप

राहुल पर स्टांप डयूटी चोरी का आरोप
जालंधर। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के बाद अब आरोपों के घेरे में सोनिया के बेटे राहुल गांधी हैं। भारतीय नेशनल लोकदल (आईएनडी) के प्रमुख व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने बुधवार को आरोप लगाया कि वाड्रा तथा राहुल ने हरियाणा में बाजार भाव से कहीं कम दर पर जमीन खरीदी तथा स्टांप डयूटी चोरी की।


इस मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए चौटाला ने आरोप लगाया कि जमीन खरीदने में राहुल व वाड्रा को राज्य सरकार का पूरा साथ मिला। चौटाला ने आरोप लगाया कि वाड्रा ने 74 एकड़ जमीन करीब 1.64 करोड़ में आठ सौदों में खरीदी। वहीं राहुल ने 2008-09 में पलवल में 6.5 एकड़ जमीन खरीदी।


चौटाला ने राहुल व वाड्रा की सेल डीड की कॉपी पेश करते हुए कहा कि राहुल ने 3 मार्च, 2008 को डीएलएफ,गुड़गांव निवासीएचएल पहवा से पलवल में 51 कनाल 13 मार्ला (करीब 6.5 एकड़) जमीन मौजा हसनपुर गांव में खरीदी। राहुल ने यह जमीन 26.47 लाख रूपए में खरीदी जबकि सेल डीड पर कलेक्टर रेट 1.5 लाख प्रति एकड़ दर्ज है।


कांग्रेस ने चौटाला के आरोपों को आधारहीन व अपमानजनक करार दिया है। पार्टी के एक बयान में कहा गया है कि राहुल ने 6456 एकड़ जमीन पलवल में 26.47 लाख रूपए में 2008 में खरीदी। तब मौजूदा कलेक्टर रेट था 1.50 लाख प्रति एकड़ तथा राहुल ने इसके लिए 4,10,006 प्रति एकड़ अदा किया। राहुल ने छह प्रतिशत स्टांप डयूटी दी जो कि 1.58,820 रूपए थी। वहीं चौटाल का आरोप है कि त बाजार दी करीब 30-35 लाख थी तथा कलेक्टर रेट छह लाख प्रति एकड था।


इस जमीन की मौजूदा बाजार दर करीब 40 से 45 लाख रूपए प्रति एकड़ है। चौटाला ने आरापे लगाया कि राहुल ने राजस्व अधिकारियों की मदद से कम स्टांप डयूटी चुकाई।


उन्होंने कहा कि पलवल जिले से पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ने वाला ललित नागर इस सेल डीड का गवाह है।


चौटाला ने एक और सेल डीड दिखाते हुए आरोप लगाया कि वाड्रा ने भी 72 कनाल करीब नौ एकड़ जमीन इसी दाम पर उसी व्यक्ति से उसी दिन तथा उसी गवाह की मौजूदगी में खरीदी।


चौटाला ने आरोप लगाया कि वाड्रा ने दलितों से भी जमीन खरीदी जो उन्हें 1981 में आवंटित की गई थी जबकि कानूनन यह जमीन किसी दलित के नाम ही ट्रांसफर हो सकती है।

भतीजी ने लगाया विधायक चाचा पर उत्पीडऩ का आरोप

बयाना/जयपुर.विधायक ग्यारसाराम कोली, उसके पुत्र व भाई पर विधायक के दूसरे बड़े भाई की पुत्री ने मारपीट करने व उत्पीडऩ का आरोप लगाते हुए महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग व भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष को पत्र लिख कर शिकायत की है। 

विधायक के बड़े भाई शेडूराम कोली की पुत्री गीतादेवी ने लिखे पत्रों में कहा है कि वह विकलांग है और अपनी ससुराल से पीहर आई थी, जो कि विधायक के घर के पास ही भीमनगर बयाना है। यहां विधायक, उसके भाई पूर्व सरपंच व पुत्रों द्वारा मारपीट की गई।
इसकी शिकायत थाने करने गई तो उसे विधायक के कहने पर थाने में बैठा लिया गया और उसके पिता शेडूराम व दो भाइयों को पुलिस द्वारा धारा 151 सीआरपीसी के तहत शांतिभंग के आरोप में बंद करा दिया गया। पीडि़ता का कहना है कि पिता व भाइयों की जमानत कराने एसडीएम के पास गई तो पहले से ही मौजूद विधायक ने पद का दुरुपयोग करते हुए दो भाइयों की जमानत नहीं होने दी, और उन्हें जेल भिजवा दिया।
पुलिस द्वारा उसे सोमवार सुबह 10 से शाम 6 बजे तक थाने में बैठाए रखा गया। विधायक व पूर्व सरपंच भाई ने उसे घर छोडऩे को मजबूर कर दिया है। पत्र में गीता द्वारा उचित कार्रवाई की मांग की गई है।
इधर, बयाना थानाधिकारी अर्जुन सिंह शेखावत का कहना है कि रविवार को विधायक के परिवार के सदस्यों में दीवार को लेकर विवाद हुआ था। जिसमें विधायक के भाई शेडूराम को शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर जमानत पर रिहा कर दिया। सोमवार को शेडूराम के दो पुत्रों सतीश व योगेश को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर एसडीएम के समक्ष पेश किया गया। जहां तस्दीकशुदा जमानत नहीं दिए जाने के कारण दोनों को जेल भेज दिया।
इस मामले में मेरा व मेरे पुत्रों का कोई लेना-देना नहीं है। छोटे व बड़े भाइयों के बीच आपसी विवाद है। झगड़ा होने पर पुलिस पकड़ कर ले गई थी। मैं ना तो थाने गया और ना ही एसडीएम के पास गया। राजनैतिक विरोधी मामले को तूल देकर मेरी छवि को खराब करना चाहते हैं।
ग्यारसाराम कोली, विधायक

मानवता शर्मसार: युवक को नंगा कर दी यातनाएं, गुप्तांगों को आग से जलाया



उदयपुर/वल्लभनगर
.भीण्डर थाना क्षेत्र में युवक का अपहरण करने के बाद निर्वस्त्र कर पेड़ से बांधने और यातना देने का मामला सामने आया है। पीडि़त ने रिपोर्ट में बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उसके गुप्तांगों को आग से जलाया। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
धारता निवासी माधुलाल (21) ने रिपोर्ट में बताया कि पिछले 7 अक्टूबर को रात 8 बजे मदनपुरा निवासी हरिराम अहीर, उसका पुत्र पप्पू, मुकेश पुत्र मोहनलाल अहीर, धारता निवासी बाबरू ने सालेड़ा से उसका अपहरण कर लिया।
अपहरणकर्ताओं ने मुख्य रास्ते से एक किलोमीटर दूर जंगल में ले जाकर उन्होंने उसे पेड़ से बांध दिया। इसके बाद माता जी का खेड़ा निवासी खेमराज भी वहां पहुंचा और सभी ने मिलकर उसके कपड़े उतार दिए। कपड़े को पेट्रोल में भिगोकर उसमें आग लगाकर उसके गुप्तांगों को जलाया। रातभर यातनाएं देने के बाद तड़के 3 बजे सभी बदमाश उसे पेड़ से खोलकर मुख्य रोड पर लाए और वहां खड़ी उसकी जीप में डालकर चले गए। राहगीरों ने माधुलाल के परिजनों को सूचित किया तो उसका भाई उदयलाल मौके पर पहुंचा।
घटना से क्षुब्ध कन्हैयालाल ने पुलिस उप अधीक्षक वल्लभनगर के समक्ष पेश होकर आपबीती सुनाई। डीएसपी के आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। भींडर थानाधिकारी सुबोध जांगिड़ ने बताया कि पीडि़त का मेडिकल करवा दिया है। प्रारंभिक जांच में जमीन विवाद का मामला सामने आ रहा है। आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।
घटना से क्षुब्ध कन्हैयालाल मामला दर्ज कराने सीधे थाने नहीं पहुंचा। मंगलवार को वह मेरे समक्ष पेश हुआ था। मैंने तत्काल प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिए। मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा। पीडि़त से जिस तरह से सलूक किया है उससे लगता है कि विवाद का कारण महिला भी हो सकती है।
जसवंत सिंह बालोत, डीएसपी वल्लभनगर

आपसी मनमुटाव को कार्य पर हावी नहीं होने दें: सालोदिया


आपसी मनमुटाव को कार्य पर हावी नहीं होने दें: सालोदिया


पोकरण  राजस्थान राजस्व मंडल के अध्यक्ष उमराव सालोदिया का रामदेवरा दर्शन के पश्चात पोकरण पहुंचने पर बुधवार को तहसीलदार तथा पटवार मंडल के अधिकारियों की ओर से उपखंड अधिकारी कार्यालय परिसर में स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजस्व मंडल अध्यक्ष उमराव सालोदिया उपस्थित थे। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कलेक्टर शुचि त्यागी ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में राजस्थान तहसीलदार सेवा परिषद के प्रदेशाध्यक्ष सत्यनारायण वर्मा उपस्थित थे। कार्यक्रम के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सालोदिया ने कहा कि मेरे कार्यकाल में मैने देखा है कि अधिकारियों तथा लोगों के बीच में मनमुटाव बढ़ता जा रहा है। जिसके चलते कई बार जनप्रतिनिधियों द्वारा भी अधिकारियों को हटाने की सिफारिश की जाती है। उन्होंने बताया कि सभी कर्मचारियों को सरकार के बदलने नियमों ने बांध दिया है। जिसके चलते कर्मचारियों में सौहार्द की भावना कम होती दिखाई दे रही है। उन्होंने आपसी सहभागिता तथा सौहार्द की भावना से कार्य करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज भी कई प्रकरण मात्र स्थगन के आदेश लेकर लंबित पड़े हैं। जिसके कारण प्रार्थियों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने राजस्व मंडल के अधिकारियों से अपील की है कि आपस में बैठक कर पिछले लंबे समय से लंबित चल रहे मामलों को सुलझाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सरकार की नीति की गरीब को सस्ता व सुलभ न्याय मिले को अपनाते हुए कार्य करना चाहिए।

जिला कलेक्टर शुचि त्यागी ने कहा कि रेवेन्यू बोर्ड प्रशासन की रीढ़ की हड्डी है। इसके बिना प्रशासनिक कार्रवाई का कोई अत्यधिक महत्त्व नहीं है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की कमी के चलते व्यवस्था बनाए रखने में कार्मिकों को बेतहाशा परेशानी उठानी पड़ती है। ऐसे में उन्होंने कार्मिकों से अपील की है कि धैर्य के साथ अपना कार्य करें। साथ ही कार्य को अंजाम देते समय पूर्ण पादर्शिता बरती जाए।

परिसर में किया पौधरोपण

उपखंड अधिकारी कार्यालय परिसर में आयोजित स्वागत समारोह के अवसर पर पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राजस्व मंडल के अध्यक्ष उमराव सालोदिया, अध्यक्ष जिला कलेक्टर शुचि त्यागी, तहसीलदार त्रिलोकचंद वैष्णव, विकास अधिकारी छोगाराम विश्नोई, भू अभिलेख निरीक्षक आईदान माली, अधिशाषी अधिकारी जोधाराम विश्नोई, कर्मचारी संघ एकीकृत के तहसील अध्यक्ष अजय केवलिया ने परिसर में पौधरोपण किया।

उपखंड अधिकारी कार्यालय का किया निरीक्षण : स्वागत समारोह के बाद राजस्व मंडल के अध्यक्ष ने उपखंड अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया। साथ ही पटवार मंडल के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने कर्मचारियों से मुलाकात कर कार्य प्रणाली की जानकारी ली। इस अवसर पर तहसील सेवा परिषद के अध्यक्ष ने नायब तहसीलदार व तहसीलदार पद की रिव्यू डीपीसी तथा तदर्थ पदोन्नति को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर तहसीलदार त्रिलोकचंद्र वैष्णव, भू अभिलेख निरीक्षक आईदान माली, विकास अधिकारी छोगाराम विश्नोई, अधिशाषी अधिकारी जोधाराम विश्नोई, सहायक अभियंता धन्नाराम विश्नोई, अधिशाषी अभियंता आशाराम जांगिड़, ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बी. के. प्रजापत, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी चैनसुख पुरोहित, सीडीपीओ राणीदानसिंह भाटी, शिक्षक नेता वेणीदान माडवा, एकीक्रत संघ के तहसील अध्यक्ष अजय केवलिया सहित कई लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन दलपतसिंह भाटी ने किया।

राजस्व मंडल के अध्यक्ष उमराव सालोदिया के पोकरण पहुंचने पर स्वागत समारोह आयोजित

जैसलमेर तनोटराय दर्शन के लिए उमड़ रहे हैं श्रद्धालु


तनोटराय दर्शन के लिए उमड़ रहे हैं श्रद्धालु
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जैसलमेर  रामगढ़   मातेश्वरी तनोटरॉय के दर्शनार्थ कस्बे से भारी संख्या में श्रद्धालु पैदल यात्रा कर तनोट पहुंचे। इन पैदल जत्थों में महिलाएं, बालक बालिकाएं तथा युवक शामिल थे। पैदल तनोट पहुंचे श्रद्धालु दोपहर की आरती में शरीक हुए उसके बाद माता के भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। शारदीय नवरात्रा के अवसर पर नौ दिनों तक चलने वाले माता तनोट के मेले में दूर दराज से सैंकडों श्रद्धालु पैदल यात्रा कर माता के दरबार में पहुंचते है। इन दिनों तनोट सड़क मार्ग पर पैदल जत्थों को जाते देखा जा सकता है जिसमें महिलाओं के साथ बालक भी शामिल होते है। पैदल जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बीच रास्ते में दो स्थानों निशुल्क भंडारे खोले गए है जिनमें मान मनुहार कर भोजन कराया जाता है।

तनोट में उमड़े भक्त

सीमा क्षेत्र में स्थित शक्तिपीठ मातेश्वरी तनोटरॉय मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ रहा हैं। मंदिर में दिन में तीन बार आरती होती है। आरती के दौरान समूचा मंदिर परिसर खचाखच भर जाता है तथा माता के दर्शनों के लिए कतारें लग जाती है। पूरे दिन भक्तों की आवाजाही लगी रहती है।

तनोट के लिए पैदल यात्री रवाना

जैसलमेर. तनोट माता के दर्शनों के लिए बुधवार को जैसलमेर से 35 सदस्यों का दल रवाना हुआ। जीतसिंह भाटी के नेतृत्व में रवाना हुए इस दल में महिलाएं एवं पुरुष शामिल है। दल हनुमान चौराहा से रामगढ़ के लिए रवाना हुआ। पैदल यात्रियों का पहला रात्रि विश्राम लाणेला तथा दूसरा रामगढ़ में होगा। दल में महेन्द्रसिंह, मांगीलाल, जितेन्द्र गहलोत, रामकिशोर जोशी, नाथूसिंह चौहान, प्रागाराम माली, दुर्गादेवी, जया भाटी सहित अन्य शामिल है।






तीसरी आँख ...एक नज़र समाचारों पर





पैदल यात्रा संघ गुड़ामालानी से रवाना

गुड़ामालानी मुख्यालय से नवरात्र के अवसर पर गुड़ामालानी से जसोल के लिए बुधवार को माजीसा ग्रुप के सहयोग से माता राणी भटियाणी के जैकारे लगाते हुए पैदल यात्रा संघ रवाना हुआ।ग्रामीणों ने पैदल यात्रा संघ का स्वागत किया।संघ में माजीसा ग्रुप के मदनलाल मालू, ललित शर्मा, सावलाराम माली, दिलीप शर्मा, जगसिंह राजावत, नरपत सिंह, खीमसिंह, दिनेश सिंह, राजेश, राजू सिंह, रुघनाथ, छोगसिंह, समरथाराम, ओमप्रकाश, मुकेश जैन, महावीर प्रसाद, कपिल लखारा सहित तेजाराम शामिल है।  
प्राकृतिक आपदा पीडि़त को दी सहायता

बाड़मेरराज्य सरकार की ओर से प्राकृतिक आपदा पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता कोष से रामसर तहसील के दो पीडि़तों को डेढ़-डेढ़ लाख की नकद राशि तहसीलदार शैतानसिंह राजपुरोहित ने दी। उन्होंने बताया कि यह राशि तामलियार निवासी हाजी पुत्र अलाब साया को उसकी पत्नी सलीमत की बिजली गिरने से हुई मौत पर दी गई। इसी तरह कोटडिय़ा तला निवासी गौरी देवी को उनके पति स्व.तिलोकाराम भील की मौत बिजली गिरने से होने के कारण आर्थिक सहायता दी गई।


जिलेवार डीपीसी की मांग
बाड़मेर राजस्थान शिक्षक संघ (सनाढ्य) ने मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को ज्ञापन भेज तृतीय श्रेणी शिक्षक से द्वितीय श्रेणी शिक्षक पदोन्नति जिलेवार करने की मांग की है। यह जानकारी संघ के जिलामंत्री प्रेमदान चारण ने दी। उन्होंने बताया कि संभागवार डीपीसी होने से जिले के शिक्षक पदोन्नति में पिछड़ जाएंगे तथा आर्थिक नुकसान होगा।
रोडवेज बंद होने से यात्री परेशान
बाड़मेर जयपुर रोडवेज डिपो की कई वर्षों से नियमित रूप से जयपुर-बाड़मेर विरात्रा माता मार्ग पर चल रही बस को बंद करने से यात्री परेशान है। यह मार्ग सबसे ज्यादा आय का मार्ग है। रोडवेज की उक्त व्यवस्था से निजी वाहनों की मनमानी बढ़ेगी। यात्रियों ने बंद की गई बस को फिर से शुरू करने की मांग की है।
स्काउट में डूंगराराम का राष्ट्रपति अवार्ड के लिए चयन
बाड़मेरत्न जिले की मुल्तानमल भीखचंद छाजेड़ राउमावि गांधी चौक के स्काउट डूंगराराम जाखड़ का चयन राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए हुआ है। यह जानकारी जिला कमिश्नर स्काउट एवं जिला शिक्षा अधिकारी(माशि.) गोरधन लाल पंजाबी ने दी। प्रभारी जिला सहायक कमिश्नर स्काउट एवं प्रधानाचार्य राजेंद्र मल सुराणा ने बताया कि स्काउट का अच्छा कार्य सीखा कर देश एवं समाज सेवा योग्य बनाया जाता है। स्काउट प्रभारी गोपाल गर्ग, वरिष्ठ शिक्षक किशनलाल प्रजापत, मांगीलाल तातेड़, बाबूलाल ने छात्र के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
भूमि आवंटन की मांग
बाड़मेर गाडोलिया लौहार समाज के अध्यक्ष प्रकाश सोलंकी ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर समाज के भूमिहीन परिवारों को निशुल्क भूमि आवंटन की मांग की है।


वकीलों की हड़ताल छठे दिन भी जारी

बालोतरा राज्य सरकार द्वारा बाड़मेर जिला मुख्यालय पर अनुसूचित जाति व जन जाति अत्याचार निवारण का विशिष्ट न्यायालय सृजित करने के विरोध में जिला अभिभाषक संघ के सदस्यों की ओर से छठे दिन भी हड़ताल रही। बुधवार को जिला अभिभाषक संघ बालोतरा की आम बैठक संघ के सभागार में अध्यक्ष सुरेश नारायण खारवाल एडवोकेट की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत बालोतरा एवं सिवाना उपखंड के प्रकरणों की सुनवाई पूर्व जिला एवं सेशन न्यायाधीश (विशिष्ट न्यायालय) बालोतरा में ही करने पर पूर्व में पारित प्रस्ताव के संदर्भ में शिष्ट मंडल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं प्रमुख शासन सचिव जयपुर को दिए ज्ञापन व उनके द्वारा दिए गए आश्वासन पर विचार-विमर्श किया गया। बालोतरा में क्षेत्राधिकार पूर्ववत रखने के लिए उचित आदेश पारित नहीं होने तक संघ के सभी सदस्य बालोतरा स्थित न्यायालयों में अपनी उपस्थिति नहीं देंगे व हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान महिला थाना बाड़मेर में बालोतरा, सिवाना व सिणधरी थाना के प्रकरण जो महिला थाना बाड़मेर में है इन क्षेत्रों के प्रकरण यहीं दर्ज किए जाने एवं निस्तारणबालोतरा स्थित न्यायालय में करने पर चर्चा की गई। बैठक में उपाध्यक्ष नरपतसिंह भाटी, सचिव रूगाराम सियाग, कोषाध्यक्ष करणसिंह चारण एवं वरिष्ठ अधिवक्तागण अमराराम चौधरी, पूर्व अध्यक्ष भूराराम चौधरी, रामसिंह सोढ़ा, रामसिंह सोढ़ा, चंद्रप्रकाश गुप्ता, लाधुराम चौधरी, श्रीमती इन्द्र कौर व्यास, लूणकरण शर्मा, इंद्रा चारण, सोनिया गौड़ व सभी अधिवक्ता मौजूद थे।

अभिषेक से आत्मा निर्मल व पवित्र बनती है: साध्वी

बालोतरा  स्थानीय विमलनाथ जैन मंदिर में साध्वी उपेन्द्रयशा की निश्रा में बुधवार सुबह 9 बजे से 18 अभिषेक कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर साध्वी ने कहा कि अभिषेक द्वारा अपनी आत्मा निर्मल व पवित्र बनती है। परमात्मा का अभिषेक करने से हमारे अनादिकाल के कर्मों का नाश होता है। वीतराग परमात्मा के दर्शन से भी महान लाभ प्राप्त होता है। वो भाग्यशाली होते हैं, वह हमेशा परमात्म के दर्शन व पूजा करते हैं। जैन श्वेतांबर तपागच्छ मूर्तिपूजक संघ के अध्यक्ष गणपत पटवारी ने बताया कि बुधवार को विमलनाथ भगवान के मंदिर में 18 अभिषेक का कार्यक्रम हुआ। इस दौरान नाकोड़ा तीर्थ की ज्ञानशाला के गुरुजी नरेंद्र भाई कोरडिया व हितेश, सुनील ने विधि विधान से अभिषेक में अलग-अलग प्रकार की औषधियों से परमात्मा के अभिषेक किए तथा सुहितरत्नाश्री व सुरभिरत्नाश्री ने सुंदर भजन प्रस्तुत किए। साध्वी ने मुद्रा द्वारा परमात्मा के सामने विधि की। इस अवसर पर मोहन सिंघवी, नारायणदास पटवारी, कानमल कुवाड, फूलचंद सहित कई जने उपस्थित थे।

गरबा रास को लेकर देवी भक्तों में उत्साह



गरबा रास को लेकर देवी भक्तों में उत्साह


बाड़मेर नवरात्र के दूसरे दिन बुधवार को धार्मिक अनुष्ठान व विशेष पूजन का दौर जारी रहा। आठ दिनों तक चलने वाले इस पर्व को लेकर मंदिरों व घरों में भक्त श्रद्धा से पूजा के साथ सुख समृद्धि की कामना कर रहे हैं।

नवरात्र के उपलक्ष्य में शहर के गढ़ मंदिर, स्टेशन रोड स्थित मां वांकल मंदिर, सुभाष चौक स्थित मेढ़ स्वर्णकार मंदिर, ढाणी स्थित सच्चियाय मंदिर व नागाणा के नागणेच्यां मंदिर में सुबह-शाम मां दुर्गा की आरती में भक्तों की कतारें लगी रहीं है।

भजन संध्या का दौर जारी

जटिया समाज की ओर से भजन संध्या का आयोजन हुआ। महामंत्री भैरु सिंह फुलवारिया ने बताया कि गंगे मैय्या मंदिर प्रांगण में शैल पुत्री की पूजा विधि विधान से की गई।

गायक श्यामलाल सुवासिया, शंकरलाल मौर्य, चंदणाराम फुलवारिया व खेमाराम भार्गव ने मां के भजनों की प्रस्तुति दी।

डांडिया की खनक जोरों पर : शहर के मां शेरा वाली ग्रुप की ओर से प्रताप जी की प्रोल, महावीर नगर, माजीसा मंदिर सहित सुमेर गोशाला के पीछे गरबा महोत्सव को लेकर जबरदस्त धूम रही।

शाम होते ही युवतियां एवं महिलाएं रंग बिरंगे परिधान पहने माता के भजनों पर श्रद्धा से गरबा कर रही हैं।

मां हिंगलाज मंदिर में महाप्रसादी का आयोजन : हिंगलाज माता मंदिर जसाई में महाप्रसादी का आयोजन किया गया।

ट्रस्टी आसूलाल ने बताया कि इस मौके जातरुओं व श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसादी का आयोजन विक्रमसिंह जयसिंधर ने किया। बुधवार को नवदुर्गा पैदल यात्रा संघ के 200 पैदल जातरुओं का जत्था मंदिर पहुंच कर आरती का लाभ लिया। इसी तरह ग्राम गेहूं में नवरात्र गरबा समारोह का विधिवत उद्घाटन विकास अधिकारी आईदान सिंह सोलंकी के आतिथ्य में हुआ। सवाई सिंह भाटी ने बताया कि यह आयोजन ग्रामीणों के सहयोग से किया जा रहा है। वहीं मां वडेर गरबा मंडल की ओर से रानी गांव में गरबा रास का आयोजन हुआ।






बधिर व मानसिक रूप से कमजोर बालिका से दुष्कर्म

बधिर व मानसिक रूप से कमजोर बालिका से दुष्कर्म


बालोतरा बालोतरा थाने में मानसिक रूप से कमजोर व गूंगी 14 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस ने राजकीय नाहटा अस्पताल में बालिका का मेडिकल मुआयना करवाया है। आरोपी की तलाश में पुलिस टीम को रवाना किया गया है। बालोतरा थानाधिकारी कैलाश चंद्र मीणा ने बताया कि बुधवार को कालूड़ी गांव में मानसिक रूप से कमजोर व गूंगी बालिका घर में अकेली थी। उसको अकेली देख उसके पड़ौस में रहने वाला कल्याणसिंह पुत्र धनसिंह राजपुरोहित बालिका के साथ दुष्कर्म करने के बाद फरार हो गया। इस बीच घर पहुंचे परिजनों ने पीडि़ता को राजकीय नाहटा अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया । पुलिस ने नामजद मामला दर्ज कर लिया है।

नामजद आरोपी की तलाश में टीमें भेजी है

॥दुष्कर्म का नामजद मामला दर्ज हुआ है। आरोपी की तलाश में टीमें गठित कर भेजी गई है। शीघ्र ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

रामेश्वरलाल, डीएसपी, बालोतरा।

सांसद की कार दुर्घटनाग्रस्त, बाल-बाल बचे


सांसद की कार दुर्घटनाग्रस्त, बाल-बाल बचे


बाड़मेर बाड़मेर-जैसलमेर सांसद हरीश चौधरी बुधवार शाम को एक दुर्घटना में बाल बाल बच गए। जानकारी के अनुसार सांसद बालोतरा में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद जोधपुर जा रहे थे। रास्ते में उनकी कार संतुलन बिगडऩे से पलटी खा गई। उन्हें जोधपुर से जालंधर (पंजाब) की फ्लाइट पकडऩी थी। लेट होने के कारण चालक कार को तेज गति से दौड़ा रहा था। इसी बीच रास्ते में सामने से आ रहे ट्रक व दूसरी साइट गड्ढा होने के कारण कार का संतुलन बिगड़ गया। इससे कार पलट गई। क ार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन सांसद बाल-बाल बच गए। सांसद ने बताया कि वे सकुशल हैं और रात तक जालंधर भी पहुंच गए। पार्टी के एक कार्यक्रम में वे वहां गए हैं।

तीन को जेल भेजा एक रिमांड पर


भीनमाल न्यायालय परिसर से फरार आरोपी व भगाने में सहयोग करने वाले दो आरोपियों को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया, जबकि एक अन्य सहयोगी को 20 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा। पुलिस के अनुसार गत 10 सितंबर को न्यायालय परिसर से चालानी गार्ड को चकमा देकर फरार पुलिस थाना सरवाना बिछावाड़ी निवासी भरतकुमार पुत्र छगताराम पुरोहित व भरत को भगाने में सहयोगी पुलिस थाना धोरीमन्ना अंतर्गत रोयला निवासी ओमप्रकाश पुत्र लादूराम उर्फ भोपा विश्नाई व वाड़ाभाडवी निवासी सुनील उर्फ सुनका उर्फ चुन्नीलाल पुत्र हरिराम विश्नोई की मंगलवार को रिमांड अवधि पूर्ण होने पर न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा। 

छोटिया उर्फ खंगारा फिर गिरफ्तार

भरत को भगाने में सहयोग करने के आरोपी वाड़ाभाडवी निवासी छोटिया उर्फ खंगारा पुत्र बलवंता विश्नोई को गत 12 अप्रैल को वाड़ाभाडवी गांव में फायरिंग करने के मामले में पुन: गिरफ्तार कर 20 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

पटियाला व सिरोही पुलिस पहुंची भीनमाल

मादक पदार्थ की तस्करी के मामले में फरार आरोपी पुलिस थाना धोरीमन्ना अंतर्गत रोयला निवासी ओमप्रकाश पुत्र लादूराम उर्फ भोपा विश्नोई की गिरफ्तारी के लिए पटियाला पुलिस मंगलवार को भीनमाल पहुंची। वहीं, चोरी के मामले में पूछताछ के लिए आबूरोड (सिरोही) पुलिस के अधिकारी भी भीनमाल पहुंचे।

जालोर देख गादी का वैभव, सिरे मंदिर भी मुस्कुराया


गौरवपूर्ण समारोह में हुआ गंगानाथ महाराज का गादी तिलक समारोह, चारों ओर गूंज उठे जयकारे, हजारों श्रद्धालु बने इस ऐतिहासिक दिन के साक्षी, दर्शन के लिए लगी कतार। संतों ने किया अभिवादन



जालोर देख गादी का वैभव, सिरे मंदिर भी मुस्कुराया

जालोर. गादीपति बनने के बाद गंगानाथ महाराज ने भंवर गुफा में स्थित महादेव के दर्शन किए।

लिया पीरजी का अशीर्वाद

जालोर. गादी तिलक से पूर्व गंगानाथ महाराज ने अपने गुरूदेव पीर गंगानाथ महाराज की समाधि पर जाकर उनका अशीर्वाद लिया। इसके बाद वे पीरजी के उत्तराधिकारी के रूप में गादीपति बने।



पीर शांतिनाथ महाराज की समाधि के समीप ही मखमली चादर से ढकी गादी, चारों ओर फैली नाना प्रकार के फूलों की मंद मंद खुशबू, आस पास सोने चांदी से सजे छत्र, दंड, चंवर और तलवार लिए खड़े श्रद्धालु। कोई चंवर हिला रहा था तो कोई शंखनाद कर रहा था। भेंट, उपहारों और चादरों से सजे थाल। इस महास्थान की गादी का ऐसा वैभव की खुद सिरे मंदिर भी यह सब देखकर मुस्कुरा उठा। अवसर था पीरशांतिनाथ महाराज के देवलोकगमन के बाद उनके उत्तराधिकारी गंगानाथ महाराज के गादीपति तिलक समारोह का। यह स्वर्णिम अवसर था, ऐतिहासिक दिन था। हजारों श्रद्धालुओं की श्रद्धा, भावुकता और गौरवता का संगम था। सवेरे ठीक 8 बजकर 50 मिनिट पर संतों ने गंगानाथ महाराज को गादी पर विराजमान किया। जैसे ही वे इस महान तपोभूमि के गादीपति बने चारों ओर शंख, टंकारे, ढोल, नगाड़े और जयकारें गंूज उठे। समवेत स्वरों में वैदिक मंत्र सुनाई देने लगे और पुष्प वर्षा होने लगी। संत गंगानाथ महाराज सिरे मंदिर, भैरूनाथ अखाड़े के गादीपति बन गए। वह गादी जो आज तक पीर शांतिनाथ महाराज के तपोबल से जन जन की आराध्य रही। नूतन गादीपति के बाद गौरवांवित हो उठी।

आठ बजे शुरू हुई तैयारी

गादीपति तिलक समारोह की तैयारियां सवेरे आठ बजे से शुरू हुई। एक एक कर साधु संत पांडाल में पहुंचे। यह पांडाल नाथजी की समाधि के सामने ही बनाया गया था। इसके पास ही गादी तिलक समारोह हुआ। साढ़े आठ बजे से समारोह की शुरूआत हुई। जिसमें गंगानाथ महाराज ने सबसे पहले सभी संतों का आशीर्वाद लिया और फिर वैदिक मंत्रों के बीच संतों ने उन्हें गादी पर बैठाया। इसके बाद चादर की रस्म हुई और फिर एक एक कर लाभार्थियों ने अपनी ओर से भेंट दी। गादी तिलक होने के बाद श्रद्धालुओं ने गंगानाथ महाराज के दर्शन किए।





तिलक कर चढ़ाई चादर

गादीपति तिलक कार्यक्रम में पाट पूजन के बाद चादर की रस्म अदा की गई। चादर में सबसे पहली चादर बाकरा गांव की ओर से चादर चढ़ाई गई। इसके बाद राताडूंडा के मंगलनाथ महाराज, दशनाम नवनाथ खट दर्शनम मंडल के अध्यक्ष गोल उम्मेदाबाद महंत रावतभारती, सचिव लेटा महंत रणछोड़भारती महाराज समेत समिति के मठाधीश, देवासी समाज 48 पट्टी के ग्रामीणों, जालोर शहर और खत्री समाज की ओर से चादर चढ़ाई गई। इसी प्रकार गैबानशाह गाजी दरगाह के सदर हाजी अकरम बाबा उर्फ चाहत अली समेत कई जनों ने चादर चढ़ाई।

गूंज उठी जय ध्वनियां

गादी तिलक से पूर्व गंगानाथ महाराज ने मंदिर में पूजा अर्चना की और फिर अपने गुरूदेव पीर शांतिनाथ महाराज की समाधि पर धोक लगाई। इसके बाद वे गादी पर विराजे और वैदिक मंत्रों के बीच उनका तिलक किया गया। जैसे ही तिलक समारोह पूरा हुआ। शंख, टंकारे और ढोल नगाड़े बज उठे। लोगों ने पुष्प वर्षा कर उनका अभिवादन किया। संतों ने भी शंख बजाया। वहीं ढोल नगाड़ों वालों ने भी खूब ढोल बजाए। वहां मौजूद अनेक श्रद्धालुओं ने नृत्य किया। इसके साथ ही बंदूक से सलामी भी दी गई।



ये रहे मौजूद

समारोह में दशनाम नवनाथ खट दर्शनम मंडल के अध्यक्ष गोल उम्मेदाबाद महंत रावतभारती, सचिव लेटा महंत रणछोड़भारती, गंगाभारती, कैलाशनाथ, कमलनाथ, बाबूगिरी, परबतगिरी, सेवाभारती, प्रेमभारती, शीतलाईनाथ समेत जम्मू कश्मीर से आए स्वामी निर्मलस्वरूप और गाजियाबाद के पीठाधीश्वर नारायणगिरी महाराज समेत उप मुख्य सचेतक रतन देवासी, जालोर विधायक रामलाल मेघवाल, सांचौर विधायक जीवाराम चौधरी, कांग्रेस जिला अध्यक्ष नैनसिंह राजपुरोहित, भाजपा जिलाध्यक्ष नारायणसिंह देवल, पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, शंकरसिंह राजपुरोहित, कांतिलाल सोनी, सत्यनारायण अग्रवाल,नरेंद्र बालू अग्रवाल, बंशीलाल सोनी समेत अन्य कई लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का मंच संचालन ओम आचार्य और अनिल शर्मा ने किया।

जन्म स्थान का होगा विकास

गादीपति तिलक कार्यक्रम के दौरान उपमुख्य सचेतक रतन देवासी ने नूतन गादीपति गंगानाथ महाराज के दर्शन कर करड़ा के समीप स्थित उनके जन्म स्थान दांतवाड़ा गांव में विकास कार्यों के लिए 51 लाख रपए की घोषणा की। यह राशि विभिन्न सरकारी योजनाओं से जुटाई जाएगी। जिस पर लेटा महंत रणछोड़भारती समेत अन्य संतों ने उनका माल्यार्पण किया। इसी प्रकार अन्य कई श्रद्धालुओं ने भी अपनी अपनी ओर से नूतन गादीपति को भेंट और उपहार दिए।

किया अभिवादन

जालोर. गादीतिलक समारोह के बाद दशनाम नवनाथ खटदर्शनम मंडल के संतों ने नूतन गादीपति का अभिवादन किया। मंडल की ओर से महाराज को चादर भेंट की गई। वहीं गंगानाथ महाराज की ओर से मंडल को डेढ़ लाख रुपए की भेंट दी गई।

समारोह की वैभवता

देखते ही बन रही थी समारोह की वैभवता। सवेरे से उमड़ा श्रद्धालुओं का अपार जन समूह, फूलों से सजाया गया समाधि स्थल को। मखमली चादर से ढकी गादी के चारों ओर सुशोभित हो रहे थे छत्र, चंवर, सोने चांदी की छडिय़ां।

श्रद्धालुओं की भावुकता

नाथजी के देवलोक गमन के बाद अधीर हो उठे श्रद्धालुओं के लिए था यह भावुकता का दिन। जब उन्होंने देखा अपनी आंखों से पीरजी के उत्तराधिकारी का गादी तिलक समारोह। कोई भी नहीं रहना चाहता था इस समारोह को देखे बिना।

दर्शन की आतुरता

नए गादीपति के दर्शन के लिए हर कोई नजर आया आतुर। जैसे ही गादी तिलक समारोह पूरा हुआ। उत्साहित हो उठे कतार में लगे श्रद्धालु। बड़ी मुश्किल से सभी को किया गया नियंत्रित। इसके बाद एक एक कर सभी ने किए दर्शन।

संतों की सानिध्यता

समारोह में जिले भर के सभी साधु संतों के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों से भी संतों ने लिया भाग। अनेक संत मंगलवार रात को ही यहां पहुंचे, अन्य आए अल सवेरे। सभी ने नूतन गादीपति का किया अभिवादन। संत समाज की ओर से चढ़ाई गई चादर।

धार्मिक सहिष्णुता

समारोह बना हमारी धार्मिक एकता और सहिष्णुता का प्रतीक। गैबनशाह गाजी दरगाह के सदर हाजी अकरम बाबा समेत कई मुस्लिम धर्मावलंबियों ने भी लिया कार्यक्रम में भाग। दरगाह की ओर से गंगानाथ महाराज को चढ़ाई गई चादर भी।



भारत-पाक सीमा पर है घन्टयाली माता का चमत्कारी मंदिर




भारत-पाक सीमा पर है घन्टयाली माता का चमत्कारी मंदिर

पश्चिमी राजस्थान में थार के अंतिम जिले जैसलमेर से करीब 110 कि.मी. दूर पाकिस्तानी सीमा से सटे तनोट क्षेत्र स्थित ‘घन्टयाली माता’ मंदिर शक्तिस्थल के रूप में आम श्रद्धालुओं के अलावा भारतीय सैनिकों व अधिकारियों के आस्था स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। यहां पर दिनभर सैनिकों एवं फौज का आना-जाना लगा रहता है। इस मंदिर परिसर में सन् 1965 में भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान द्वारा गिराये ‘बम’ भी देवी के चरणों में नतमस्तक होकर नहीं फटे। ये मङ्क्षदर में आज भी रखे हुए हैं। साथ ही साथ पाक सेना द्वारा इस क्षेत्र में घुसकर मंदिर स्थित अनेक मूर्तियों को खंडित भी किया गया। वे भी मंदिर में रखी हुई हैं। 1965 की लड़ाई के दौरान घन्टयाली माता ने अपने पर्चे भी दिये जिससे सेना व आम नागरिक अभिभूत हो गये।
घन्टयाली माता के मंदिर की देखरेख भी जवान ही करते हैं जो मंदिर में सुबह-शाम पूजा-अर्चना भी करते हैं। यह मंदिर मातेश्वरी तनोट के दर्शन करने जाते समय 7 कि.मी. पहले रास्ते में पड़ता है। घन्टयाली मां के दर्शन अत्यंत ही शुभ माने जाते हैं।
घन्टयाली माता के मंदिर के बारे में यहां रोचक प्राचीन कथा सुनने को मिलती है। इस संदर्भ में मंदिर परिसर में खंडित मूर्तियों के ऊपर दीवार पर पूरी कथा श्रद्धालुओं को पढऩे को मिलती है। ऐसा कहा जाता है कि प्राचीनकाल में कुछ अपराधी प्रवृत्ति के लोगों ने सीमावर्ती गांवों के पास रहने वालों पर अत्याचार किये व इस दौरान एक परिवार के सभी सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया गया। उस समय मात्र परिवार की एक गर्भवती महिला ही बची, जो अपने गांव को छोड़कर दूसरे स्थान पर चली गई। कुछ समय के बाद उसने एक पुत्र को जन्म दिया। बड़ा होने के बाद जब उसने अपने परिवार के बारे में पूछा तो उसकी मां ने उसे सारी घटना से अवगत कराया। इस घटना को सुनकर उसने अपराधियों से बदला लेने की ठानी व एक दिन तलवार लेकर घन्टयाली गांव में आया जहां एक छोटा-सा मंदिर था। यहां उसने माता को बच्ची के रूप में देखा। मां ने उसे अपने हाथों से जल पिलाकर उसकी प्यास बुझाकर आशीर्वाद दिया कि तुम्हारी मनोकामना पूर्ण होगी। तत्पश्चात उसने चरणों में शीश झुकाकर अपनी इच्छा पूरी करने का उपाय पूछा। जगत जननी माता ने उसे कहा कि तुम केवल एक व्यक्ति को मारना, बाद में सभी एक-दूसरे पर हमला कर मारे जाएंगे। माता की बात सुनकर लड़के ने कहा कि यदि यह चमत्कार हो गया तो मैं पुन: यहां आकर अपना शीश आपके चरणों में चढ़ा दूंगा। उसके बाद वह लड़का उसी गांव में पहुंचा तो उसने देखा कि एक समुदाय की बारात आ रही है। उसने पीछे से एक बाराती को मार डाला। अचानक इस घटना से क्षुब्ध लोग आपस में लड़ पड़े और देखते ही देखते सारे बाराती मारे गये और गांव के अन्य लोग भी।
दूर से सब कुछ समाप्त हुआ देख वह पुन: घन्टयाली माता के मंदिर के पास आया और मां को पुकारने लगा। काफी देर तक जब माता प्रकट न हुई तो वह तलवार से ज्यों ही अपना शीश काटने लगा तभी मां प्रकट हुई और उसका हाथ पकड़कर कहा- मैं तो यहीं विराजमान हूं और मैं अपने भक्तों को दर्शन देकर आगे भी कृतार्थ करती रहूंगी।
इस घटना के बाद दूर-दूर तक मां के चमत्कारी होने की बात फैल गई व दूरदराज से भी ग्रामीण दर्शनाभिलाषी पहुंचने लगे। धीरे-धीरे मंदिर को दूर-दूर तक फैले रेत के टिब्बों के मध्य भव्य रूप प्रदान किया गया। फिर तो भारत-पाक सीमा पर तैनात सेना के जवानों और अधिकारियों ने मंदिर में नित्य पूजा-अर्चना करनी शुरू कर दी जो आज भी जारी है।
घन्टयाली माता के अद्भुत चमत्कार युद्ध में भी दिखाई दिये जिससे सभी में इतनी आस्था प्रबल हो उठी कि आज जैसलमेर आने वाले हजारों पर्यटक चाहे वे विदेशी हों या भारतीय, घन्टयाली माता व तनोट राय के दर्शन किये बगैर नहीं लौटते है। मंदिर में तैनात फौज के जवान पूरी निष्ठा व नि:स्वार्थ भाव से आने वाले भक्तों की सेवा में कोई कमी नहीं रखते। घन्टयाली माता के मंदिर में सभी तरह की सुविधाएं भी मुहैया करवाई गई हैं जिससे श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं होती।