राहुल पर स्टांप डयूटी चोरी का आरोप
जालंधर। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के बाद अब आरोपों के घेरे में सोनिया के बेटे राहुल गांधी हैं। भारतीय नेशनल लोकदल (आईएनडी) के प्रमुख व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने बुधवार को आरोप लगाया कि वाड्रा तथा राहुल ने हरियाणा में बाजार भाव से कहीं कम दर पर जमीन खरीदी तथा स्टांप डयूटी चोरी की।
इस मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए चौटाला ने आरोप लगाया कि जमीन खरीदने में राहुल व वाड्रा को राज्य सरकार का पूरा साथ मिला। चौटाला ने आरोप लगाया कि वाड्रा ने 74 एकड़ जमीन करीब 1.64 करोड़ में आठ सौदों में खरीदी। वहीं राहुल ने 2008-09 में पलवल में 6.5 एकड़ जमीन खरीदी।
चौटाला ने राहुल व वाड्रा की सेल डीड की कॉपी पेश करते हुए कहा कि राहुल ने 3 मार्च, 2008 को डीएलएफ,गुड़गांव निवासीएचएल पहवा से पलवल में 51 कनाल 13 मार्ला (करीब 6.5 एकड़) जमीन मौजा हसनपुर गांव में खरीदी। राहुल ने यह जमीन 26.47 लाख रूपए में खरीदी जबकि सेल डीड पर कलेक्टर रेट 1.5 लाख प्रति एकड़ दर्ज है।
कांग्रेस ने चौटाला के आरोपों को आधारहीन व अपमानजनक करार दिया है। पार्टी के एक बयान में कहा गया है कि राहुल ने 6456 एकड़ जमीन पलवल में 26.47 लाख रूपए में 2008 में खरीदी। तब मौजूदा कलेक्टर रेट था 1.50 लाख प्रति एकड़ तथा राहुल ने इसके लिए 4,10,006 प्रति एकड़ अदा किया। राहुल ने छह प्रतिशत स्टांप डयूटी दी जो कि 1.58,820 रूपए थी। वहीं चौटाल का आरोप है कि त बाजार दी करीब 30-35 लाख थी तथा कलेक्टर रेट छह लाख प्रति एकड था।
इस जमीन की मौजूदा बाजार दर करीब 40 से 45 लाख रूपए प्रति एकड़ है। चौटाला ने आरापे लगाया कि राहुल ने राजस्व अधिकारियों की मदद से कम स्टांप डयूटी चुकाई।
उन्होंने कहा कि पलवल जिले से पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ने वाला ललित नागर इस सेल डीड का गवाह है।
चौटाला ने एक और सेल डीड दिखाते हुए आरोप लगाया कि वाड्रा ने भी 72 कनाल करीब नौ एकड़ जमीन इसी दाम पर उसी व्यक्ति से उसी दिन तथा उसी गवाह की मौजूदगी में खरीदी।
चौटाला ने आरोप लगाया कि वाड्रा ने दलितों से भी जमीन खरीदी जो उन्हें 1981 में आवंटित की गई थी जबकि कानूनन यह जमीन किसी दलित के नाम ही ट्रांसफर हो सकती है।
जालंधर। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के बाद अब आरोपों के घेरे में सोनिया के बेटे राहुल गांधी हैं। भारतीय नेशनल लोकदल (आईएनडी) के प्रमुख व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने बुधवार को आरोप लगाया कि वाड्रा तथा राहुल ने हरियाणा में बाजार भाव से कहीं कम दर पर जमीन खरीदी तथा स्टांप डयूटी चोरी की।
इस मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए चौटाला ने आरोप लगाया कि जमीन खरीदने में राहुल व वाड्रा को राज्य सरकार का पूरा साथ मिला। चौटाला ने आरोप लगाया कि वाड्रा ने 74 एकड़ जमीन करीब 1.64 करोड़ में आठ सौदों में खरीदी। वहीं राहुल ने 2008-09 में पलवल में 6.5 एकड़ जमीन खरीदी।
चौटाला ने राहुल व वाड्रा की सेल डीड की कॉपी पेश करते हुए कहा कि राहुल ने 3 मार्च, 2008 को डीएलएफ,गुड़गांव निवासीएचएल पहवा से पलवल में 51 कनाल 13 मार्ला (करीब 6.5 एकड़) जमीन मौजा हसनपुर गांव में खरीदी। राहुल ने यह जमीन 26.47 लाख रूपए में खरीदी जबकि सेल डीड पर कलेक्टर रेट 1.5 लाख प्रति एकड़ दर्ज है।
कांग्रेस ने चौटाला के आरोपों को आधारहीन व अपमानजनक करार दिया है। पार्टी के एक बयान में कहा गया है कि राहुल ने 6456 एकड़ जमीन पलवल में 26.47 लाख रूपए में 2008 में खरीदी। तब मौजूदा कलेक्टर रेट था 1.50 लाख प्रति एकड़ तथा राहुल ने इसके लिए 4,10,006 प्रति एकड़ अदा किया। राहुल ने छह प्रतिशत स्टांप डयूटी दी जो कि 1.58,820 रूपए थी। वहीं चौटाल का आरोप है कि त बाजार दी करीब 30-35 लाख थी तथा कलेक्टर रेट छह लाख प्रति एकड था।
इस जमीन की मौजूदा बाजार दर करीब 40 से 45 लाख रूपए प्रति एकड़ है। चौटाला ने आरापे लगाया कि राहुल ने राजस्व अधिकारियों की मदद से कम स्टांप डयूटी चुकाई।
उन्होंने कहा कि पलवल जिले से पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ने वाला ललित नागर इस सेल डीड का गवाह है।
चौटाला ने एक और सेल डीड दिखाते हुए आरोप लगाया कि वाड्रा ने भी 72 कनाल करीब नौ एकड़ जमीन इसी दाम पर उसी व्यक्ति से उसी दिन तथा उसी गवाह की मौजूदगी में खरीदी।
चौटाला ने आरोप लगाया कि वाड्रा ने दलितों से भी जमीन खरीदी जो उन्हें 1981 में आवंटित की गई थी जबकि कानूनन यह जमीन किसी दलित के नाम ही ट्रांसफर हो सकती है।
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