चरस की हेराफेरी करते दंपत्ति गिरफ्तार
अहमदाबाद. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने चरस की हेराफेरी करने के आरोप में दंपत्ति सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से आठ किलोग्राम चरस जब्त की गई है, जिसे ये कश्मीर से लेकर शहर में बिक्री करने के इरादे से आए थे।
एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक हरीओम गांधी ने बताया कि ब्यूरो को सूचना मिली कि तीन लोग चरस लेकर अहमदाबाद आ रहे हैं। इसके आधार पर ब्यूरो के अधिकारियों ने नरोडा सर्कल पर वॉच रखी। जयपुर से अहमदाबाद आ रही एक लक्जरी बस में सफर कर शहर में आए वेजलपुर सेहबाजपार्क निवासी मोहम्मद रफीक शेख व उसकी पत्नी रूक्सानाबानू शेख तथा नारोल बॉम्बे होटल के समीप सरताज नगर निवासी रंगरेज इम्तखाब को पकड़ा।
रंगरेज इम्तखाब के पास से आठ किलोग्राम चरस बरामद हुई। इसकी पूछताछ में उसने कबूला कि यह चरस मोहम्मद रफीक शेख व उसकी पत्नी रूक्साना की मालिकी की है। तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
इनकी पूछताछ में इन्होंने कबूला कि यह चरस ये कश्मीर घाटी से लेकर आए हैं। कश्मीर घाटी में अशरफ नाम के युवक से इन्होंने यह चरस ली थी। इससे पहले भी ये कश्मीर से चरस ला चुके हैं। गांधी ने बताया कि पति-पत्नी खुद ही कश्मीर से चरस लाकर शहर में उसे ऊंचे दाम पर बेचा करते थे, जबकि रंगरेज कैरियर है।
अहमदाबाद. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने चरस की हेराफेरी करने के आरोप में दंपत्ति सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से आठ किलोग्राम चरस जब्त की गई है, जिसे ये कश्मीर से लेकर शहर में बिक्री करने के इरादे से आए थे।
एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक हरीओम गांधी ने बताया कि ब्यूरो को सूचना मिली कि तीन लोग चरस लेकर अहमदाबाद आ रहे हैं। इसके आधार पर ब्यूरो के अधिकारियों ने नरोडा सर्कल पर वॉच रखी। जयपुर से अहमदाबाद आ रही एक लक्जरी बस में सफर कर शहर में आए वेजलपुर सेहबाजपार्क निवासी मोहम्मद रफीक शेख व उसकी पत्नी रूक्सानाबानू शेख तथा नारोल बॉम्बे होटल के समीप सरताज नगर निवासी रंगरेज इम्तखाब को पकड़ा।
रंगरेज इम्तखाब के पास से आठ किलोग्राम चरस बरामद हुई। इसकी पूछताछ में उसने कबूला कि यह चरस मोहम्मद रफीक शेख व उसकी पत्नी रूक्साना की मालिकी की है। तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
इनकी पूछताछ में इन्होंने कबूला कि यह चरस ये कश्मीर घाटी से लेकर आए हैं। कश्मीर घाटी में अशरफ नाम के युवक से इन्होंने यह चरस ली थी। इससे पहले भी ये कश्मीर से चरस ला चुके हैं। गांधी ने बताया कि पति-पत्नी खुद ही कश्मीर से चरस लाकर शहर में उसे ऊंचे दाम पर बेचा करते थे, जबकि रंगरेज कैरियर है।
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