सोमवार, 10 सितंबर 2012

तरक्की के तराने सुनाने लगा है बाड़मेर





तरक्की के तराने सुनाने लगा है बाड़मेर

सरहद की फिजाओं में घुला विकास का संगीत



- डॉ. दीपक आचार्य

जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी

बाड़मेर  राजस्थान का मरुस्थलीय पश्चिमी सीमान्त जिला बाड़मेर विकास के सोपानों को तय करता हुआ अब तरक्की के तराने सुनाने लगा है। एक जमाने में बुनियादी सेवाओं व संसाधनों के पिछड़ेपन के साथ ही रेगिस्तान की समस्याओं के पर्याय रहे बाड़मेर में हाल के वर्षो में हुए बहुआयामी विकास की बदौलत अब हालात बदले हुए हैं।

विकास के ऎतिहासिक मंजर का दिग्दर्शन कराने वाले बाड़मेर में आधारभूत लोक सुविधाओं के साथ ही विकास के आधुनिक सरोकारों से साक्षात करा रहा बाड़मेर अब प्रदेश ही नहीं देश-दुनिया में अपनी अनूठी पहचान कायम कर चुका है।

हो रही कायापलट है

केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों और परियोजना ने इस पूरे थार अंचल की काया ही पलट दी है। बाड़मेर अब करवट ले चुका है जहाँ हर क्षेत्र में सुनहरे विकास के कई-कई प्रतिमान स्थापित हो रहे हैं। आज का बाड़मेर वह बाड़मेर है जो विकास का संगीत सुनाते हुए नहीं थकता।

प्रदेश सरकार ने यहाँ की समस्याओं के निराकरण के साथ ही आम जनता की जरूरतों को भाँपते हुए जिन प्राथमिकताओं के साथ विकास के स्वप्नाें को साकार किया है, उनकी वजह से बाड़मेर का स्वरूप निखरा-निखरा नज़र आने लगा है।


आम जन की सरकार ने दिया खूब विकास

आम जन की सरकार के रूप में संकल्पों को मूर्त रूप देने की यह ठोस पहल ही है जो बाड़मेर के विकास की रफ्तार को प्रबल वेग दे रही है। बाड़मेर शहर हो या ग्राम्यांचल। हर कहीं विकास का मंजर दिखाने में सरकार के अनथक प्रयासों का परिणाम सामने आ रहा है।

मुख्यमंत्री की गहरी दिलचस्पी है थार में

बाड़मेर के विकास से जुड़े कई शिलान्यास और लोकार्पण मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के हाथों गत माह हो चुके हैं। इसके बाद इनसे जुड़ी गतिविधियों को सम्बल प्राप्त हुआ है। बाड़मेर लिफ्ट पेयजल परियोजना इस दिशा में ऎतिहासिक है जिसका लोकार्पण हाल ही राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी के हाथों हुआ है।

ओवरब्रिज और बस स्टैण्ड अहम् सुविधा

विवेकानन्द सर्किल के पास ओवर ब्रिज बनने के कारण रेल्वे क्रॉसिंग बन्द हो जाने से बसों का आवागमन प्रभावित होगा। ऎसे में लोगों की सुविधा के लिये शहीद सर्किल के पास नया बस स्टैण्ड बनाने का काम हाथ में लिया गया। यह बस स्टैंड रेलवे स्टेशन से लगभग ढाई किमी दूर मुख्य सड़क मार्ग पर और जिला चिकित्सालय एवं वर्तमान बस स्टैंड से मात्र 1.8 किमी दूर है। इससे बार-बार रेलवे फाटक बन्द होने से होने वाली परेशानी से निजात मिलेगी एवं बसों का संचालन सुगमतापूर्वक हो सकेगा।

अत्याधुनिक स्वरूप दर्शाएगा

इस बस स्टेंड के लिए कृषि उपज मंडी समिति की 3.13 बीघा जमीन को मिलाकर कुल6.13 बीघा भूमि की मंजूरी दी गई है। बस स्टेंड निर्माण का तकमीना 6 करोड रुपये का है। इसके लिए 444 लाख रुपये की तकनीकी एवं प्रशासनिक मंजूरी है। इस बस स्टेंड के भूतल पर प्रवेश दीर्घा में 4 टिकट काउन्टर, चौड़ा प्लेटफार्म, क्लॉक रूम, ऑफिस, बुक स्टाल, रेस्टोरेन्ट आदि की सुविधा रहेगी। इसके अलावा महिला-पुरुषों के लिये जन सुविधाओं का भी प्रावधान है।

प्रवेश दीर्घा के दूसरी तरफ 10 कमरों का होटल बनेगा। प्लेटफार्म के पीछे 10 बसों के प्लेट फार्म की व्यवस्था की गई ताकि अलग-अलग मार्गो पर चलने वाली बसें खड़ी हो सकें। साथ ही बसों की इस पार्किग के पीछे 11 बसों की पार्किंग का प्रावधान किया गया है। इस बस स्टेंड के दूसरे तल में प्रवेश दीर्घा के बांयी तरफ 10 कमरों का होटल मय लॉबी, जीने लिफ्ट साथ ही 6 बाई 6मीटर के 11 कार्यालय कक्ष बनेंगे।

बस स्टेंड पर बनने वाली दुकानों, कियोस्क एवं बैंक के साथ बजट होटल को लाईसेन्स पर एक न्यूनतम मासिक किराया तय करके लाईसेन्सधारियों से नॉन रिफण्डेबल निर्माण लागत के साथ प्रस्ताव लिये जायेंगे। बस स्टेंड का निर्माण दो चरणों में करवाया जायेगा। निर्माण पर होने वाला व्यय नगर परिषद द्वारा वहन किया जायेगा।

म्यूजिकल फाउंटेन दे रहा सुकून

राजीव गांधी क्रीड़ा संकुल में जिला प्रशासन एवं नगरपरिषद बाड़मेर द्वारा आदर्श स्टेडियम में 5 वर्ष के रख-रखाव खर्च सहित 57.63 लाख रुपये लागत से म्यूजिकल फाउंटेन लगाया गया है। इसमें राजवेस्ट पॉवर प्रोजेक्ट ने 30 लाख रूपये का सहयोग किया है। इस फाउंटेन में पुराने मशहूर एवं देश भक्ति गीतों से आम नागरिकों का मनोरंजन हो सकेगा। इसमें थार के संगीत का भी समावेश हो जाए तो सोने में सुहागा हो सकता है।

मैरिज गार्डन सजाएगा दांपत्य के रंग

बाडमेर शहर में मैरिज गार्डन की कमी को दूर करने के लिये जिला प्रशासन एवं नगर परिषद द्वारा आदर्श स्टेडियम में 105 लाख रुपये से दो मैरिज गार्डन बनवाये जा रहे हैं। करीब 16हजार 281 वर्ग मीटर क्षेत्रफल के मैरिज गार्डन-ए में 3375 वर्गमीटर का एक हॉल और आठ कमरों के साथ टायलेट ब्लॉक बनेगा। इसी तरह मैरिज गार्डन-बी 5225 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में होगा।

सड़क सुविधाओं से बढ़ेगी विकास की रफ्तार

स्टेडियम में 1.30 करोड़ रुपये लागत से जोगिंग ग्राउड एवं पाथ-वे का निर्माण करवाया गया है। इससे आम नागरिकों को घूमने एवं व्यायाम की सुविधा मिल सकेगी।

आरयूआईडीपी के तहत नेशनल हाईवे-15 से पुराने परिवहन कार्यालय से उत्तरलाई तक7.30 करोड़ रुपये लागत से 7.70 किलोमीटर बड़ी सड़क का निर्माण करवाया जायेगा। इस सम्पर्क सड़क के बनने से नेशनल हाईवे-112 से नेशनल हाईवे -15 की तरफ जैसलमेर आने-जाने वाले वाहनों का यातायात सुचारू होगा। पन्द्रह महीने में यह काम पूरा होने के साथ ही बाड़मेर शहर के लिये मील का पत्थर साबित होगा। बाड़मेर में 29 करोड़ रुपये लागत से पहले आरओबी का काम अगले माह हो जायेगा। जबकि आरयूआईडीपी के तहत ही सर्किट हाउस के पास 18.55 करोड़ रुपये लागत से दो लेन चौड़ाई में 730 मीटर लम्बे आरओबी निर्माण का काम करवाया जा रहा है।

शहर में सर्किट हाउस से विवेकानन्द सर्किल तक 3.12 करोड़ रुपये लागत से 2.5किलोमीटर में फोरलेनिंग का काम पूरा हो गया है। इसी तरह आरयूआईडीपी के तहत बाड़मेर शहरी पेयजल योजना के 82 किलोमीटर में पाईप लाईन का कार्य पूर्ण हो चुका है।

योजनाओं ने पाया सुनहरा आकार

बाड़मेर में महात्मा गांधी नरेगा में 1155.32 करोड़ रुपये खर्च कर अब तक 56,299 कार्य करवाये गये हैं। इंदिरा आवास योजना के तहत 194.47 करोड़ रुपये लागत से बीपीएल परिवारों के37 हजार 667 आवासों का निर्माण किया गया।

सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम (बीएडीपी) तहत 92.45 करोड़ रुपये लागत से 898 कार्य पूर्ण करवाये जा चुके हैं। इसी तरह मरु विकास कार्यक्रम के तहत 41.76 करोड़ रुपये के 185 कार्य, मरु प्रसार रोक परियोजना के तहत 31.26 करोड़ रुपये लागत के टीबा स्थिरीकरण एवं वृक्षारोपण के 124कार्य करवाये गये।

सांसद एवं विधायक क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत 27.97 करोड़ रुपये लागत से 1 हजार727 सामुदायिक उपयोग की परिसम्पत्तियों और स्वविवेक योजना में करीब 51 लाख रुपये लागत से32 परिसंपत्तियों का निर्माण किया गया। बाड़मेर जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रेरणा योजना के तहत 125 बीपीएल परिवारों को लाभान्वित कर देश में प्रथम रहा है।

जिला कलक्टर डॉ. वीणा प्रधान के मुताबिक इसी प्रकार की कई परियोजनाओं, योजनाओं और कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन ने बाड़मेर जिले को प्रदेश और देश के विकास मानचित्र पर मजबूती से उभारा है। विकास की यही गति बरकरार रही तो आने वाले समय में यह जिला विकसित जिलों की बराबरी पर आ जाएगा।

रविवार, 9 सितंबर 2012

महिपाल सिंह मकराना श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष मनोनीत

महिपाल सिंह मकराना श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष मनोनीत

जयपुर।श्री राजपूत करणी सेना की नई कार्यकारिणी की घोषणा आज जयपुर के पिंक सिटी प्रेस क्लब में की गयी । प्रेस क्लब में आज सेना के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन हुआ जिसमे वक्ताओ ने एकजुट होकर समाज को आगे लाने की बात कही।श्री राजपूत करणी सेना के शीर्ष संस्थापक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने महिपाल सिंह मकराना को करणी सेना का प्रदेशाध्यक्ष मनोनीत किया।कालवी ने बताया की आगामी नवरात्रों में अन्य पदों के पदाधिकरियो की घोषणा की जाएगी । मकराना ने अपने पद की गरिमा और सब को साथ ले कर चलने की बात कही।इस दोरान प्रदेश भर से करणी सेना के अन्य पदाधिकारी भी बैठक में शामिल हुए । जिनमे प्रधान संरक्षक प्रेम सिंह सांजू, शेखावाटी प्रभारी जितेन्द्र सिंह कारंगा, जयपुर जिला अध्यक्ष नारायण सिंह दिवराला, राजपूत नेता दुर्ग सिंह खिवसर, सुखदेव सिंह गोगामेडी,गिरिराज सिंह मंडावरा, महावीर सिंह बारवा, शक्ति सिंह बांदीकुई, उम्मीद सिंह करीरी सहित सैंकड़ो करणी सैनिक शामिल हुए ।

शरण की आस लिए जोधपुर पहुंचे पाकिस्तानी हिंदू

शरण की आस लिए जोधपुर पहुंचे पाकिस्तानी हिंदू
नारायण बारेठ
साभार जयपुर से बीबीसी हिंदी डॉटकॉम के लिए.....


ये सभी लोग तीर्थ यात्रा वीजा पर भारत पहुंचे हैं.
पाकिस्तानी हिंदुओं का एक बड़ा जत्था भारत में शरण की उम्मीद लिए जोधपुर पहुंचा है. इसमें लगभग 170 लोग शामिल हैं.


ये सभी पाकिस्तानी के दक्षिणी प्रांत सिंध से आए हैं और आदिवासी भील समुदाय से है. इस दल के एक सदस्य ने बीबीसी से कहा, “चाहे जान लेलो, मगर वापस जाने के लिए न कहो.”

भारत
इन हिंदुओं के लिए आवाज उठा रहे सीमान्त लोक संगठन ने भारत से इन हिंदुओं को फौरन शरणार्थी का दर्जा देने की मांग की है.

ये हिंदू ऐसे समय में भारत पहुंचे है जब भारत के विदेश मंत्री एसएम कृष्ण पाकिस्तान के दौरे पर हैं और पाकिस्तान इन खबरों को गलत बताता रहा है कि उसके यहां से हिंदू पलायन कर भारत में पनाह ले रहे हैं.

'ऐसे मुल्क में कैसे रहें'

"वहां जीवन बड़ा दुश्वार था. अभी चंद दिन पहले मेरे पिता का निधन हुआ तो दाह संस्कार के लिए दो गज जमीन भी ना मिली."
एक पाकिस्तानी हिंदू

ये सभी हिंदू उस थार एक्सप्रेस से आए हैं जो हर हफ्ते भारत और पाकिस्तान के बीच चलती है.

जोधपुर रेलवे स्टेशन पर उस वक्त भावुक मंजर था, जब इन हिंदुओं की अगवानी करने उनके चंद रिश्तेदार और संगठन के कार्यकर्ता मौजूद थे.

इनमें से कुछ ने संगठन के अध्यक्ष हिंदू सिंह सोढा से अपना दर्द साझा किया तो आंखें नम हो गईं.

इस दल में तीस से ज्यादा महिलाएं और अस्सी से ज्यादा बच्चे है. ये सभी धार्मिक यात्रा के वीसा पर आए हैं.

दल के प्रुमख गणेश (बदला हुआ नाम) ने बीबीसी से फोन पर कहा, “वहां जीवन बड़ा दुश्वार था. अभी चंद दिन पहले मेरे पिता का निधन हुआ तो दाह संस्कार के लिए दो गज जमीन भी ना मिली. हम पार्थिव शरीर लिए यहां वहां भटकते रहे मगर हर जगह कहा गया इसके लिए जगह नहीं है. फिर बताएं ऐसे मुल्क में कैसे रह सकते है.

गणेश ने कहा उनकी बहन-बेटियां बाहर नही निकल सकती थी. कदम कदम पर पक्षपात था. इसलिए उनके पास भारत आने के आलावा कोई चारा नहीं बचा था.

भविष्य की चिंता

"हम इनके लिए नागरिकता के अभियान चला रहे है.जरूरत पड़ी तो आन्दोलन भी करेंगे. पर अभी हम चाहते है भारत इन हिंदू अल्पसंख्यकों को शरणार्थी का दर्जा दे."
हिंदू सिंह सोढ़ा, सीमान्त लोक संगठन

वो कहते हैं, “हम सिर्फ ये कपड़ने पहन कर आए हैं. हमारे पास कुछ भी नहीं है. हम ये भी नहीं जानते कल कैसे पेट भरेंगे.”

इन हिन्दुओं का प्रतिनिधिव कर रहे हिंदू सिंह सोढा कहते है कि राजस्थान में लगभग सात हजार ऐसे पाकिस्तानी हिंदू है जो भारत की नागरिकता के लिए गुहार लगा रहे है.

उनके मुताबिक, “हम इनके लिए नागरिकता के अभियान चला रहे है. जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी करेंगे. पर अभी हम चाहते है भारत इन हिंदू अल्पसंख्यकों को शरणार्थी का दर्जा दे.”

भारत ने पिछली बार 2005 में तेरह हजार पाकिस्तानी हिंदुओं को नागरिकता दी थी. लेकिन इसके बाद भी पाकिस्तान से हिंदुओं का पलायन जारी है. इनमें से हर चेहरे पर अतीत की बीती घटनाओ का दर्द है तो भविष्य के लिए चिंता की रेखाएं भी दिखती हैं.

राजस्थानी भाषा प्रेमियों ने मनाया काला दिवस


राजस्थानी भाषा प्रेमियों ने मनाया काला  दिवस 

आरटेट परीक्षार्थियों को बाँधी काली पट्टिया .

आर टेट में राजस्थानी भाषा को शामिल करने की पुरजोर मांग

बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा प्रदेश समिति के आह्वान पर आज काला दिवस मन कर राजस्थानी भाषा को आर टेट में शामिल नहीं करने पर विरोध जताया ,समिति के संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र बारहट के निर्देशानुसार रवीवार को समिति ने काला दिवस मनाया ,संघर्ष समिति के जोधपुर संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के अनुसार राज्य सरकार ने हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, उर्दू, सिंधी, गुजराती और पंजाबी को तो राजस्थान की मातृभाषाएं मानते हुए आरटेट में शामिल किया है जबकि राजस्थान की प्रमुख भाषा राजस्थानी को कहीं जगह नहीं दी है। भाटी ने बताया कि जनगणना 2011 के आंकड़े बताते हैं कि 4 करोड़ 83 लाख लोगों ने अपनी मातृभाषा राजस्थानी दर्ज करवाई है तथा एनसीईआरटी ने भी इसे शिक्षा की माध्यम मातृभाषाओं की सूची में शामिल किया है। आरटेट में राजस्थानी न होने से प्रदेश की प्रतिभाएं पिछड़ रही हैं और अन्य प्रांतों के लोग यहां आसानी से सफल हो रहे हैं। यह प्रदेश के बेरोजगार शिक्षकों के साथ घोर अन्याय है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता बताया की राजस्थानी छात्रा परिषद् के अध्यक्ष अशोक सारला के नेतृत्व में हाई स्कूल ,हिन्दू सिंह तामलोर के नेतृत्व में गांधी चौक ,भोम सिंह बलाई और रघुवीर सिंह तामलोर राजकीय महाविद्यालय ,रमेश सिंह इन्दा सरस्वती विद्या मंदिर विजय सिंह खरा आवड सिंह सोढ़ा, तरुण मुखी के नेतृत्व में कन्या महाविद्यालय में परिक्षार्थियो को काली पट्टिया बांध कर विरोध स्वरुप परीक्षा देने का निवेदन किया जिसे परीक्षार्थियों ने सहर्ष स्वीकार कर काली पट्टिया बाँध कर परीक्षा दी ,राजस्थानी भाषा को आर टेट में शामिल करने की मांग का परीक्षार्थियों ने पुरजोर समर्थन किया ,इस अवसर पर राष्ट्रिय प्रवक्ता ॐ पुरोहित कागद का लिखा सन्देश राजस्थान री टेट परीक्षा में दूजै प्रांत री भाषावां नै राखणों दूजै प्रांत रै लोगां नै राजस्थान में नोकरी देवण रो खुलो नूंतो है । म्हे काळी पाटी बांध इण रो विरोध करां । म्हारो राजस्थान , म्हारा टाबर , म्हारा स्कूल है तो मास्टर बारै रा क्यूं ? टेट फगत एक परीक्षा नीं है ,म्हारै पेट रो सवाल है ।बिना राजस्थानी भाषा री टेट , राजस्थान नै करै ला मटियामेट ! जागो राजस्थान्यां ! पढ़कर सुनाया तथा इसकी शपथ समिति के पदाधिकारियों एवम कार्यकर्ताओ को दिलाई ,कार्यकर्ताओ ने जोश के साथ काली पट्टी बाँध राजस्थानी को शामिल नहीं करने का विरोध जताया , विरोध दिवस शांति पूर्वक तरीके से मनाया गया इस अवसर पर अशोक सारला ,नगर अध्यक्ष रमेश सिंह इन्दा ,अवाड़ सिंह सोढ़ा ,विजय सिंह खारा शिवराज सिंह धान्धू ,तरुण मुखी ,जीतेन्द्र फुलवारिया ,विजय सिंह तारातरा ,तेजाराम हुड्डा ,दिनेशपाल सिंह ,दिग्विजय सिंह चुली ,रतन सिंह आगोर ,किशोर सिंह बीजू ,दिलीप चारण संतोष माहेश्वरी ,तनवीर सिंह ,लक्ष्मण सिंह लुणु ,सूर्यदेव सिंह बालासर ,अवतार सिंह ,मुराद जायडू ,ओम प्रकाश जांगिड ,लोकेन्द्र सिंह देवड़ा,सहित कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे
काला दिवस के संदर्भ में समिति द्वारा देश-विदेश में बसे राजस्थानियों व प्रदेश के लोगों की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम काली पट्टी लगे पत्र भी बड़ी तादाद में प्रेषित किये गए ।

अवैध शराब एव बीयर बरामद, तीन गिरफतार


अवैध शराब एव बीयर बरामद, तीन गिरफतार 

जैसलमेर जिला पुलिस अधीक्षक जैलसमेर ममता राहुल के निर्देशानुसार जिले में अवैध शराब बेचने वालो के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत पुलिस द्वारा जिले में अलगअलग थाना क्षैत्र में अवैध बीयर तथा अंगे्रजी व हथकडी शराब बरामद कर 03 को गिरफतार किया गया। शनिवार को पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में भगवानसिंह सउनि मय बालेन्द्रसिंह, गंगासिंह एवं अन्य जाब्ता द्वारा दौराने हल्खा गश्त इन्द्रा कॉलोनी से सुचना मिलने पर दीपचंद पुत्र पूर्णचंद जाति जाट निवासी अजीतपुर यूपी हाल इन्द्रा कालोनी के कब्जा से अवैध 18 पव्वे बेगपाईपर एवं 23 पव्वे ड्राईजीन के बरामद कर गिरफतार किया। वही दूसरी तरफ पुलिस थाना जैसलमेर के ही हल्खा क्षैत्र में चिमनाराम उनि मय जाब्ता द्वारा गॉव धायसर से सांवलिंसंह पुत्र उतमसिंह राजपुत निवासी धायसर के कब्जा से अवैध 16 बीयर एवं 24 पव्वे देशी व 10 बोतल अंग्रेजी शराब के बरामद कर गिरफतार किया गया। इसी प्रकार कल दिनांक को पुलिस थाना मोहनग के हल्खा क्षैत्र से दौराने नहरी हल्खा गश्त शोभसिंह सउनि मय जाब्ता द्वारा जगजीतसिंह पुत्र प्रकाशसिंह उम्र 26 साल नि0 रानीवाला पंजाब हाल 16 आरडी एसएलएम मोहनग के कब्जा से अवैध हथकडी शराब बरामद कर गिरफतार किया गया।

ध्वनि प्रदुषण अधिनियम के तहत 2 प्रकरणों में ध्वनि उपकरण जब्त

ध्वनि प्रदुषण अधिनियम के तहत 2 प्रकरणों में ध्वनि उपकरण जब्त

बाड़मेर निरजन प्रतापसिंह उप निरीक्षक थानाधिकारी पुलिस थाना समदड़ी मय जाब्ता द्वारा सीएचसी समदड़ी के आगे ट्रक चालक भीयाराम पुत्र शिवाराम देवासी नि. लूणावास द्वारा ट्रक नम्बर आरजे 19 टीबी 0596 में लगा प्रेशर हॉर्न बजाकर मरीजों के अमन चेन में व्यधान उत्पन करते पाये जाने पर दस्तयाब कर प्रेशर हॉर्न जब्त किया गया। इसी तरह बस चालक जोगसिंह पुत्र धोकसिंह पुरोहित नि. कुसीप द्वारा बस नम्बर आरजे 19 पीए 1362 में लगा प्रेशर हॉर्न बजाकर मरीजों के अमन चेन में व्यधान उत्पन करते पाये जाने पर दस्तयाब कर प्रेशर हॉर्न जब्त किया जाकर पुलिस थाना समदड़ी पर ध्वनि प्रदुषण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किये गये।


मारपीट के मामले दर्ज
बाड़मेर सहदाद पुत्र शेराखां मुसलमान नि. तिरसीगड़ी ने मुलजिम जुजाराम पुत्र सोनाराम जाट नि. रोहिली वगेरा 5 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा एक राय होकर मुस्तगीस को रोककर मारपीट कर जेब से रूपये छीनकर ले जाना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना सदर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
इसी तरह आम्बाराम पुत्र केसराराम मेगवाल नि. गोलियार ने मुलजिम अर्जुनसिंह पुत्र निम्बसिंह राजपूत नि. सणाउ वगेरा 3 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा उचित मुल्य की दुकान में प्रवेश कर मारपीट कर जातिगत शब्दो से अपमानित करना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना चौहटन पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

जुआरियों के विरूद्व कार्यवाही पांच प्रकरणों में पांच गिरफ्तार

जुआरियों के विरूद्व कार्यवाही पांच प्रकरणों में पांच गिरफ्तार

बाड़मेर राहुल बारहट, जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर के निर्देशानुसार जिले में जुआ सट्टा की रोकथाम हेतु दिये गये निर्देशानुसार  कैलाशचंद मीणा नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना बालोतरा के निर्देशन में गठित टीमों ने कस्बा बालोतरा में कार्यवाही करते हुए सार्वजनिक स्थान पर अंको से दाव लगाकर जुआ गुब्बाखाई वाली कर एक को लाभ व दुसरे को हानि पहुंचाते हुए 3 जुआरियों को दस्तयाब कर इनके कब्जा से जुआ सामग्री व जुआ राशि बरामद करने में सफलता प्राप्त की गई। गठित टीमों क्रमंश श्री पदमसिंह स.उ.नि. मय जाब्ता द्वारा धान मण्डी में सार्वजनिक स्थान पर जुआ गुब्बाखाई वाली करते हुए मुलजिम विक्रम पुत्र धुड़ाराम नट नि. नट कॉलोनी बालोतरा को दस्तयाब कर उसके कब्जा से जुआ सामग्री व 205/रूपये जुआ राशि, वभूतसिंह स.उ.नि. मय जाब्ता द्वारा मूगड़ा रोड़ पर मुलजिम राकेश पुत्र सरदाराराम नट नि. आसोतरा को दस्तयाब कर उसके कब्जा से जुआ सामग्री व 105/रूपये जुआ राशि तथा श्री भंवरसिंह स.उ.नि. मय जाब्ता द्वारा शास्त्री कॉलोनी में मुलजिम अरविन्द पुत्र अलीजा नट नि. शास्त्री कॉलोनी बालोतरा को दस्तयाब कर उसके कब्जा से जुआ सामग्री व 130/रूपये जुआ राशि बरामद कर मुलजिमानों के विरूद्व पुलिस थाना बालोतरा पर जुआ अधिनियम के तहत अलग अलग प्रकरण दर्ज किये गये।

बाड़मेर अवेध शराब सहित तीन गिरफ्तार

बाड़मेर अवेध शराब सहित तीन गिरफ्तार

बाड़मेर राहुल बारहट, जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर के निर्देशानुसार जिले में अवेध शराब की रोकथाम हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत श्री गौरव अमरावत नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना गुड़ामालानी मय जाब्ता द्वारा मोजा लूणवा जागीर में मुलजिम नारायणसिंह पुत्र भीमसिंह राजपूत नि. लूणवा जागीर को दस्तयाब कर उसके कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स की 37 पव्वे अंग्रेजी शराब व 12 बोतल बीयर बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना गुड़ामालानी पर आबकारी अधिनिमय के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता प्राप्त की गई।
श्री पप्पाराम हैड कानि. पुलिस थाना सेड़वा मय जाब्ता द्वारा सरहद चालकना में मुलजिम खेमाराम पुत्र निम्बाराम जाट नि. चालकना को दस्तयाब कर उसके कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स की 21 पव्वे अंग्रेजी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सेड़वा पर आबकारी अधिनिमय के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता प्राप्त की गई। इधर हिन्दुसिंह हैड कानि. पुलिस थाना चौहटन मय जाब्ता द्वारा गांव ़ोक में मुलजिम अखेसिंह पुत्र भोजराजसिंह राजपूत नि. ़ोक को दस्तयाब कर उसके कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स की 5 बोतल हथकड़ी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना चौहटन पर आबकारी अधिनिमय के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता प्राप्त की गई।

सुप्रीम कोर्ट में हो रहा है महिला वकीलों का यौन शोषण!

नई दिल्ली.क्या देश की तमाम निचली अदालतों से लेकर सबसे बड़ी अदालत यानी सुप्रीम कोर्ट तक में महिला वकीलों का यौन शोषण हो रहा है? अगर 63 महिला वकीलों की याचिका को सच माना जाए तो इन अदालतों में ऐसा ही हो रहा है। इनमें से कई महिला वकीलों ने एक दशक से ज़्यादा लंबे समय तक सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस की है। महिला वकीलों के मुताबिक, हमें सुप्रीम कोर्ट से न्याय चाहिए। याचिका दाखिल करने वाली महिला वकील महिलाओं के साथ कोर्ट परिसर में भेदभाव और उनके यौन उत्पीड़न की घटनाओं को जानती हैं। हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट वकालत जैसे सम्मानित पेशे में काम कर रही महिलाओं को राहत दे।
 
याचिकाकर्ता महिला वकीलों ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट या अन्य किसी भी कोर्ट में महिला वकीलों के लिए कोई फोरम नहीं है जहां वे यौन उत्पीड़न करने वाले अपने पुरुष सहयोगियों या पुरुष मुवक्किलों के खिलाफ शिकायत कर सकें।'

1997 के विशाखा जजमेंट के तहत सुप्रीम कोर्ट ने कुछ गाइडलाइंस तय की थीं। इनके मुताबिक सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट और सभी ट्रायल कोर्ट में महिला के नेतृत्व वाली समितियों का गठन किया जाना था। इन समितियों में महिला सदस्यों की संख्या बहुमत में रखे जाने की बात कही गई थी। इन समितियों का काम महिलाओं के खिलाफ होने वाले यौन शोषण के मामलों में महिलाओं को इंसाफ दिलाना था। याचिका दाखिल करने वाली महिला वकीलों के मुताबिक, 'अभी तक ऐसी कोई कमिटी या फोरम नहीं बनाया गया है। ऐसी समितियों या फोरम के गठन की तुरंत जरुरत है।'

15 साल से जंजीरों की कैद में गंवाया मानसिक संतुलन


15 साल से जंजीरों की कैद में गंवाया मानसिक संतुलन
बाड़मेर। जब वह मात्र 10 साल का था, तब उसे एक रोग (मेडिकल अफ्लीक्शन) के चलते जंजीरों से एक पेड़ के सहारे बांध दिया गया था। अब 15 साल बाद भी वह इसी स्थिति में रहने को मजबूर है। बीमारी के लगातार इलाज के बीच उसने अपना मानसिक संतुलन भी खो दिया है। उसे इलाज के लिए कोई सरकारी सहायता भी नहीं मिली।



वह जयपुर से करीब 550 किलोमीटर दूर बाड़मेर के जलियाला बेरा गांव का निवासी रमेश कुमार है। रमेश ज्यादातर समय अपने घर के बाहर एक पेड़ से रस्सी के जरिए बंधा रहता है या फिर उसे एक कमरे में बंद रखा जाता है, जहां उसके पैर पलंग से बंधे रहते हैं।



बीते 15 सालों में रमेश के इलाज के दौरान उसके परिवार की सारी जमा पूंजी खर्च हो चुकी है और उन्हें अपनी कई चीजों को बेचना पड़ा। रमेश के छोटे भाई पुखराज ने बताया कि एक किसान अपना ट्रैक्टर कभी नहीं बेचता क्योंकि वह उसके लिए बहुत मूल्यवान होता है। वह उसके परिवार के लिए दो वक्त के खाने का इंतजाम करता है। लेकिन मेरे पिता नेमीराम को रमेश के इलाज के लिए अपना ट्रैक्टर बेचना पड़ा। दो साल पहले दुखों को झेलते हुए उनका निधन हो गया।



पुखराज ने बताया कि जब रमेश 10 साल का था, तभी उसमें बीमारी विकसित होने लगी थी। उन्होंने बताया कि रमेश अपने जबड़े अचानक से जकड़ लेता था और हिंसक हो जाता था। ऐसा लगता था कि जैसे उसे कोई झटका लगा हो। बीते सालों के दौरान ऐसी ही स्थिति बनी रही। वह पत्थर फेंकता था और हमारे घर के सामने से गुजरने वाले लोगों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता था।



उन्होंने कहा कि शहरों में इलाज महंगा है और उसके परिणाम भी अच्छे नहीं हैं, इसलिए उन्हें रमेश को जंजीरों में बांधकर रखना पड़ा। पुखराज ने कहा कि गांव वालों ने हमें परेशान करना शुरू कर दिया। वे हमसे रमेश को नियंत्रण में रखने के लिए कहते।



उसने कहा कि जब वह बच्चे थे तब उनके लिए अपने भाई को रस्सियों में बंधा देखना बहुत मुश्किल होता था। पुखराज ने कहा कि मेरी बीमार मां बताती हैं कि जब वह अन्य बच्चों को जंजीरों में बंधे रमेश के इर्द-गिर्द खेलता व उसे तंग करता देखतीं तो अक्सर रोने लगती थीं।



उसने बताया कि रमेश के इलाज के लिए उन्हें सरकार से कभी कोई मदद नहीं मिली। पुखराज ने कहा कि मैं उसे मदद के लिए इस क्षेत्र के प्रत्येक प्रशासनिक अधिकारी के कार्यालय ले गया लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ।

गैंगवर से दहला वासेपुर, गोलीबारी और बम फेंके

वासेपुर (धनबाद). वासेपुर का शमशेर नगर फिर से ‘गैंगवार’ का गवाह बना है। जमीन के एक टुकड़े को लेकर विवाद में फहीम खान के साले टुन्नू खान और लंगड़ा चांद गैंग के लोगों ने एक-दूसरे पर गोलियों और बम से हमला कर दिया। पांच राउंड फायरिंग हुई और एक बम विस्फोट भी हुआ। इसमें दोनों गैंग्स के तीन लोग जख्मी हो गए।


 
फहीम गैंग के पप्पू उर्फ परवेज खान के सिर में गोली लगी है। सेंट्रल अस्पताल में उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। फहीम के साले का हाथ टूट गया है, जबकि लंगड़ा चांद गैंग के छोटू कुरैशी के हाथ में गोली लगी है। खबर मिलने पर भूली और बैंक मोड़ थानों की पुलिस वहां पहुंची। कुछ ही देर में धनसार, सरायढेला, धनबाद आदि थानों की पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस लाइन से भी जवानों को बुलाया गया। शमशेर नगर और आरा मोड़ का इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया।


एसपी आरके धान और लॉ एंड ऑर्डर डीएसपी संजय रंजन ने भी हालात का जायजा लिया। स्थानीय लोगों में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई। पुलिस ने घटनास्थल से एक जिंदा बम, गोली के खोखे, हॉकी स्टिक, लोहे की रॉड, बोलेरो और एक बाइक जब्त की। पुलिस ने जमीन मालिक लोबिन मांझी से पूछताछ की है। डीएसपी संजय रंजन ने उसका बयान लिया। पुलिस को घटनास्थल पर मौजूद रहे सीमेंट दुकानदार इमरान की तलाश है।

नामधारी अस्पताल में इलाज करा रहे फहीम के साले टुन्नू ने भूली थाना प्रभारी आलोक सिंह पर हमला कराने का आरोप लगाया है। उसने कहा कि वह जमीन मेरी है। 10 दिनों पहले मैंने परवेज के साथ मिलकर उसे लोबिन मांझी से खरीदी थी। थाना प्रभारी विरोधियों से मिले हैं।। टुन्नू ने कहा कि उस पर हमला करनेवालों में जहांगीर खान, लंगड़ा चांद, सोनू, राजा, गनी खान, बाबू खान आदि शामिल थे।


35 कट्ठा जमीन को लेकर खून-खराबा




शमशेर नगर में लोबिन मांझी की 35 कट्ठा जमीन है। करोड़ों की इस जमीन पर फहीम खान के साले टुन्नू खान और लंगड़ा चांद गैंग्स की नजर है। दोनों ने जमीन मालिक को पैसे भी दिए हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक, टुन्नू दो दिनों से उस जमीन पर जबरन मिट्टी डलवा रहा है और घेराबंदी करा रहा है। जमीन के मालिक ने विरोध भी किया था, लेकिन उसे धमकाकर जबरन कागजात पर साइन करा लिया गया। लोबिन ने शमशेर नगर के लोगों से मदद की गुहार लगाई। उन्होंने जब टुन्नू का विरोध किया, तो उसने परवेज, सलीम, शमशी, कैसर आदि के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। इसी बीच लंगड़ा चांद गैंग के लोग भी स्थानीय लोगों के समर्थन में वहां पहुंच गए। इसके बाद दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई थी।

इसरो ने रचा इतिहास,किया 100वां प्रक्षेपण

इसरो ने रचा इतिहास,किया 100वां प्रक्षेपण
बालाजी से इसरो चेयरमैन के दुआ मांगने पर विवाद


श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने 100वें अभियान के तहत रविवार को पीएसएलवी सी.21 का प्रक्षेपण करने के साथ ही इतिहास रच दिया। यह प्रक्षेपण श्रीहरिकोटा स्थिति सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रविवार सुबह 9.51 बजे किया गया।

पीएम की मौजूदगी में हुआ प्रक्षेपण -

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की श्रीहरिकोटा में मौजूदगी में इसरो ने यह उपलब्धि हासिल की। पीएसएलवी अपने साथ फ्रांस निर्मित 720 किलोग्राम वजनी दूर संवेदी उपग्रह स्पाट 6 और 15 किलोग्राम वजनी जापानी उपग्रह प्रोइटर्स को ले गया है। इन्हें 655 किलोमीटर पर ध्रुवीय कक्षा में स्थापित किया जाना है। हालांकि इस मिशन में कोई भारतीय उपग्रह शामिल नहीं है।


इसरो के अभियान में स्पाट 6 अब तक का सबसे बड़ा वाणिज्यिक उपग्रह है। इससे पहले 2007 में इटली के 350 किलो के एजाइल का प्रक्षेपण किया गया था।

19 अप्रेल 1975 को पहला उपग्रह प्रक्षेपित किया था -

गौरतलब है कि इसरो ने 19 अप्रेल 1975 को पहला उपग्रह आर्यभट्ट का प्रक्षेपण किया था। प्रक्षेपण यान उपग्रह प्रक्षेपण वाहन (एसएलवी) था। इसरो के अनुसार भारत ने 62 उपग्रहों का निर्माण किया और 37 प्रक्षेपण यानों को छोड़ा है।

क्लास में डॉक्टरी के बदले बनाते थे अश्लील तस्वीर

सागर।। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की दूसरे वर्ष की दो छात्राओं ने क्लासमेट पर अश्लील चित्र बनाने और भद्दी फब्तियां कसने के आरोप लगाए हैं। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के पीके शर्मा के मुताबिक कॉलेज की छात्राओं ने शिकायत की है कि उसके क्लासमेट अंकित उपाध्याय और भूपेन्द्र सिंह राजावत अश्लील चित्र और अभद्र बातें कर परेशान करते हैं।

शर्मा ने बताया कि छात्राओं की शिकायत की जांच के बाद दोनों आरोपी छात्रों को क्लास और हॉस्टल से तीन महीने के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। उन पर 25-25 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। इसके अलावा दोनों आरोपी छात्रों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया गया है। इस मामले में नगर पुलिस अधीक्षक प्रमोद सोनकर ने बताया कि बुंदेलखंड मेडिकल प्रबंधन की ओर से प्राप्त शिकायत के आधार पर दो आरोपी छात्रों के खिलाफ अश्लील चित्र बनाने और डराने-धमकाने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपी छात्रों को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।

आर टेट में राजस्थानी भाषा को शामिल न करने के विरोध में नौ सितम्बर को मनाओ काला दिवस




अमर शहीद पूनम सिंह भाटी के 55 वें बलिदान दिवस पर विशेष जान की बाजी लगा कर की भुट्टेवाला चौकी की रक्षा


अमर शहीद पूनम सिंह भाटी के 55 वें बलिदान दिवस पर विशेष


जान की बाजी लगा कर की भुट्टेवाला चौकी की रक्षा

पाक रेंजरों पर भारी पड़ा जैसाणा का सपूत


 जैसलमेर 9 सितंबर 1965 के दिन भुट्ïटोवाला चौकी पर एक हैड कांस्टेबल की अगुवाई में मात्र 8-9पुलिस के जवान अपना नियमित चौकसी का कार्य कर रहे थे। घास-फूस से बनी चौकी में उनकी बंदूक जंग लगी पड़ी थी। अचानक करीब 60 पाकिस्तान रेंजरों ने पुलिस चौकी को घेर लिया। उनके पास युद्ध करने की पूरी तैयारी थी। सूर्यास्त के बाद यद्यपि सैनिक हथियारों का इस्तेमाल नहीं करते हैं, लेकिन पाकिस्तानी रेंजरों ने युद्ध तमाम मर्यादाएं तोड़कर भुट्ïटोवाला चौकी पर कब्जा करने के लिए धावा बोल दिया। रेंजरों की ओर से आई गोलियों की आवाज से पुलिस के जवान चौकस हो गए। चौकी के हवालदार लूण सिंह रावलोत व अन्य सिपाहियों ने राष्ट्र रक्षा के लिए अपना सर्वस्व दांव पर लगा दिया। इस चौकी पर ही उस समय एक सिपाही भाटी पूनम सिंह भी मुकाबले में सबसे आगे था। एक तरफ रात पड़ जाने से पुलिस जवानों को कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। वहीं दूसरी ओर चारों ओर से पाक रेंजरों ने इन्हें घेर रखा था। लेकिन उसके बावजूद हवालदार लूण सिंह ने दुश्मन को घेरने की जोरदार योजना तैयार कर ली। उन्होंने अपने अल्प साथियों को निर्देश दिया कि अब घबराने की कोई बात नहीं है। सभी जवान चारों दिशाओं से अपने मोर्चे खोलकर वार करने शुरू कर दें। ऐसा चमत्कार हुआ कि चंद ही क्षणों में पाक के पांच रेंजर रेत के धोरों में धराशायी हो गए।

पुलिस के जवानों ने जोश भरे पाक रेंजरों के हौसले पस्त कर दिए लेकिन दूसरी ओर पुलिस जवानों के सामने कारतूसों के खाली स्टॉक का संकट खड़ा हो गया। इस संकट पूर्ण स्थिति में शहीद पूनम सिंह ने हिम्मत के साथ काम लिया। वे रेंगकर मरे हुए पाक रेंजरों के पास पहुंचे तथा उनके हथियार व बंदूक लाकर अपने साथियों को देकर एक बार युद्ध का माहौल बदल दिया। इसी दरम्यान पूनम सिंह भाटी के हाथों पाक के दो और रेंजर शिकार हो गए। कुल मिलाकर शहीद भाटी ने पाक कमांडर अफजल खां सहित आठ रेंजरों को मौत के घाट उतार दिया। इस बीच उधर से आई एक गोली पूनम सिंह को शहीद चिता पर ले गई। शेष त्न पेज १२

मरणोपरांत पुलिस अग्नि सेवा पदक दिया गया: गौरतलब है कि शहीद भाटी हाबूर गांव के निवासी जयसिंह भाटी की दूसरी संतान थे। उनकी माता का नाम श्रीमती धाय कंवर था। अपने देश के लिए जब भाटी ने प्राण न्यौछावर किए तब उनकी आयु मात्र 25 वर्ष ही थी। वह अविवाहित थे। सीमा के सपूत व शहीद भाटी को 26 जनवरी 1966 को गणतंत्र दिवस समारोह में तत्कालीन राष्ट्रपति द्वारा पुलिस अग्नि सेवा पदक द्वारा सम्मानित किया था। शहीद की यादगार में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरो सिंह शेखावत ने शहीद की प्रतिमा का अनावरण कर उनकी याद चिर स्थाई की है।